रविवार, 6 अक्तूबर 2019

71 बच्चे फाइलेरिया पॉजिटिव मिले

रायपुर। राज्‍य को फाइलेरिया मुक्‍त बनाने के लिए रेंडम प्रक्रिया के माध्‍यम से स्‍कूली बच्‍चों का सर्वे किया गया। जिसमें रायपुर जिले के 71 बच्चों में फाइलेरिया (हाथी पांव) की पुष्टि होने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अलर्ट हो गया है।


चिरायु की टीम ने जिले के चयनित 71 स्‍कूलों के पहली और दूसरी कक्षा में अध्‍ययनरत कुल दर्ज 3544 बच्‍चों में से 2737 बच्‍चों का ब्‍लड सेम्‍पल लेकर फाइलेरिया टेस्‍ट स्‍टीप कीट से जांच किया जिसमें 71 बच्‍चों में फाइलेरिया के लक्षण मिले हैं। जबकि 2529 बच्‍चों में फाइलेरिया निगेटीव पाए गए।


सर्वे रिपोर्ट के बाद फाइलेरिया पॉजेटिव बच्‍चों को 12 दिनों तक नियमित दवाईयां दी जा रही है। वहीं स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम प्रभावित बच्‍चों के स्‍कूल और निवास स्‍थान के आस-पास कैम्‍प लगाकर प्रभावित परिवार सहित मोहल्‍लों के अन्‍य परिवारों का भी लाइन लिस्टिंग कर हाथी पांव से पीडि़त मरीजों की खोज किया जाएगा।


स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-मोहल्ले में नाइट सर्वे भी करेगी और पीड़ित बच्चों की स्लाइड बनाएगी। फाइलेरिया टांसमिशन असेसमेंट सर्वे-2019 के लिए चयनित रायपुर जिले में हाथी पांव रोग के संक्रमण की जांच के लिए 20 से 30 सितंबर 2019 तक सर्वे किया गया।


इस बीमारी का परजीवी मौजूद
जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर विमल किशोर रॉय के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चला कि इन बच्चों के अंदर इस बीमारी का परजीवी मौजूद है। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय वेक्‍टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जल जनित रोगों को दूर करने के लिए चिरायु की 11 टीम सर्वे के बाद स्‍थानीय स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अमले को निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।


डॉ राय ने बताया जिले के चार ब्‍लॉक अभनपुर के 12 स्‍कूल में 9, आरंग के 13 स्‍कूल में 16 , तिल्‍दा के 12 स्‍कूल में 23, धरसींवा के 11 स्‍कूल में 6 और राजधानी रायपुर व बिरगांव नगर निगम क्षेत्र के 23 स्‍कूलों में 17 बच्‍चों में फाइलेरिया के लक्षण मिलने की पुष्टि की गई है।


फाइलेरिया उन्‍नमूलन के लिए रायपुर में 80, बलौदाबाजार में 49, गरियाबंद में 79 और महासमुंद में 73 चिंहाकिंत सरकारी और निजी स्‍कूलों में सर्वे किया गया। डॉक्टर राय ने बताया, फ़ाइलेरिया को हाथीपांव भी कहा जाता है।


इसे ग्रसित लोगों का जीवन बहुत कष्ट दाई होता है हालांकि यह जान लेवा नहीं होता है लेकिन इसका इलाज नहीं होता है। यह रोग मूलत गरीबी अवस्‍था में जीवन यापन करने वालों में पाया जाता है। इस रोग के कारण कार्यक्षमता प्रभावित होने से रोगी की आर्थिक स्थिति और खराब होते जाती है।


घबराएं नहीं, सरकारी अस्पताल जाएं
मुख्‍य स्‍वास्‍थ्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ श्रीमती मीरा बघेल ने बताया, किसी को फाइलेरिया बीमार के लक्षण नजर आते हैं तो वे घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसका पूरा उपचार उपलब्ध है। विभाग स्तर पर मरीज का पूरा उपचार निशुल्क होता है। इसलिए सीधे सरकारी अस्पताल जाएं।


उन्‍होंने बताया सर्वे में लिए गए रक्त के नमूने की जांच में ये पता किया जाता है कि मरीज के रक्त में परजीवी की संख्या कितनी है। इसके बाद मरीज का उपचार शुरू किया जाता है। मरीज को 12 दिन की दवा की खुराक दी जाती है इससे बीमारी के परजीवी मर जाता है। और मरीज इस रोग के दुष्‍प्रभाव से बच जाता है। फाइलेरिया के बीमारी से बचाव के लिए लोगों में जागरुकता जरुरी है।


कैसे फैलता है रोग
फाइलेरिया को हाथी पांव रोग भी कहा जाता है। ये रोग क्यूलेक्स मच्छर काटने की वजह से होता है। इस मच्छर के काटने से पुवेरिया नाम के परजीवी शरीर में जाने से ये रोग होता है। वयस्क मच्छर छोटे-छोटे लार्वा को जन्म देता है, जिन्हें माइक्रो फाइलेरिया कहा जाता है। ये मनुष्य के रक्त में रात के समय एक्टिव होता है। इस कारण स्वास्थ्य टीम रात में ही पीड़ित का ब्लड सैंपल लेगी।


चिंपांजी पेंटिंग के रिकॉर्ड तोड़ मूल्य

नई दिल्ली। पेंटिंग बनाने वाले कलाकरों की अलग-अलग पेंटिंग दुनिया भर में भारी कीमत पर बिकती है और अपने घरों में शौक से पेंटिंग लगाने वाले लोग अच्छी कलाकृति को मनचाहे दाम पर खरीदना भी चाहते है। आज हम आपको एक ऐसी पेंटिंग के बारे में बताने जा रहे है जो रिकॉर्ड कीमत में बिकी है। हम बात कर रहे है लंदन में एक गुमनाम पेंटर द्वारा बनाई गई ब्रिटिश संसद  'हाउस ऑफ कॉमन्स' में बैठे चिम्पांजियों वाली पेंटिंग की जिसे साल 2009 में बनाया गया था। शुरुआत में इस पेंटिंग की कीमत 13 से 20 करोड़ करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन नीलामी में यह करीब 86.41 करोड़ रुपये में बिकी। इस पेंटिंग का शीर्षक है 'डिवॉल्व्ड पार्लियामेंट'। नीलामी में इस पेंटिंग को खरीदने के लिए कुल 10 लोगों ने बोली लगाई थी। 13 फीट लंबी यह पेंटिंग महज 13 मिनट में ही बिक गई। 'ब्रिटिश संसद में बैठे चिम्पांजी' वाली पेंटिंग बनाने वाले पेंटर ने शुरुआत में इसका नाम 'क्वेश्चन टाइम' रखा था, लेकिन इसी साल मार्च महीने में ब्रिस्टल म्यूजियम में इसकी प्रदर्शनी से एक दिन पहले उसने इसका नाम बदल कर 'डिवॉल्व्ड पार्लियामेंट' रख दिया। इस पेंटिंग की तस्वीर बैंक्सी नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर डाली गई थी। पेंटर के एक पूर्व सहयोगी ने बताया कि इस पेंटिंग को खरीदने वाले ने इसमें जरूर मौद्रिक मूल्य से अधिक कुछ देखा होगा, तभी इसे खरीदा है। अगर वह सिर्फ पैसे को अहमियत देते तो सोने में निवेश नहीं करते।


बिहार: बारिश के बाद डेंगू का डेरा

पटना। जलजमाव के बाद शहर पर डेंगू का कहर टूट पड़ा है शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक 85 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। ये सभी के सभी मरीज पटना जिले के ही हैं। पीएमसीएच के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट में तैयार हो रही अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक एक दिन में मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है।


इसके साथ ही इस मौसम में डेंगू मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 775 हो गया है। इसके पहले शुक्रवार को एक दिन में 67 मरीज डेंगू से प्रभावित मिले थे। वहीं, गुरुवार को दो दिनों में अस्पताल में 58 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी।


डॉक्टरों के मुताबिक घरों के आस पास जमा बारिश का पानी भी इसका एक कारण हो सकता है। डेंगू के अलावा चिकुनगुनिया के 23 मरीज और दिमागी बुखार यानी जेई के 46 रोगी भी इस सीजन में अबतक मिल चुके हैं। इस कारण तुरंत घरों में जमा साफ पानी को गिरा दें और घर के आगे जमा पानी पर किरासन तेल डाल दें। शनिवार को पीएमसीएच के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में डेंगू के सात नये मरीज भर्ती हुए हैं। इलाज डेंगू वार्ड में किया जा रहा है। लंगरटोली का 15 वर्षीय आशाब, चिरैयांटांड की हेमा कुमारी, नटराज गली के विश्वेश्वर साह, मसौढ़ी के नंदबिहारी, दानापुर की नेहा कुमारी, फुलवारी की रोशन खातून और वैशाली के रोशन कुमार शामिल हैं। पीएमसीएच के ब्लड बैंक, रेडक्रॉस सोसायटी और जयप्रभा मॉडल ब्लड बैंक की ओर से मरीजों के परिजनों को प्लेटलेट्स मुहैया कराये जा रहे हैं। पंचलोक डाइग्नोस्टिक सेंटर के साथ डेंगू का निःशुल्क टेस्ट शिविर आयोजित किया जा रहा है।


85 मरीजों में डेंगू की पुष्टि एक दिन में 775 डेंगू की पुष्टि अब तक जांच में मिले डेंगू के चार मरीज
पटना सिटी। नालंदा  मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में शनिवार को 18 सैंपल  की जांच की गयी, जिनमें चार में  डेंगू होने की पुष्टि हुई, जबकि 14 की   रिपोर्ट निगेटिव मिली। विभागाध्यक्ष डॉ हीरा लाल महतो ने बताया कि  अब तक  डेंगू के 477 मरीजों की जांच हुई है। इनमें 100 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जबकि  377 मरीज  की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। चिकनगुनिया के दो मरीजों की जांच हुई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव मिली। विभागाध्यक्ष ने बताया कि चिकनगुनिया के 76 मरीजों की जांच हो चुकी  है। चार में बीमारी की पुष्टि हुई है, जबकि 72 की रिपोर्ट निगेटिव  मिली है।


ठंडे प्रदेश से आई लोकाट की प्रजाति

Loquat ( एरीओबोट्री जपोनिका ; कैंटोनीज़ चीनी से: at E ; ज्युटिंग : lou4-gwat1 ) परिवार Rosaceae में फूलों के पौधे की एक प्रजाति है, जो दक्षिण-मध्य चीन के ठंडे पहाड़ी क्षेत्रों के मूल निवासी है। यह जापान, कोरिया, भारत के पहाड़ी क्षेत्रों (हिमाचल), पाकिस्तान के पुटोहर और तलहटी क्षेत्रों में भी काफी आम है और कुछ फिलीपींस के उत्तरी भाग में, और श्रीलंका में पहाड़ी देश में पाया जा सकता है । [ उद्धरण वांछित ] यह कुछ दक्षिणी यूरोपीय देशों जैसे तुर्की , साइप्रस , ग्रीस , माल्टा , इटली , अल्बानिया , मोंटेनेग्रो , क्रोएशिया , स्लोवेनिया , फ्रांस , स्पेन और पुर्तगाल में भी पाया जा सकता है ; और मोरक्को , अल्जीरिया सहित कई उत्तरी अफ्रीकी देशों और मध्य पूर्व में जैसे ईरान , सीरिया , इराक , जॉर्डन , फिलिस्तीन , इज़राइल और लेबनान । यह केन्या के पूर्वी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी पाया जाता है।


यह एक बड़ा सदाबहार झाड़ी या पेड़ है , जो अपने पीले फल के लिए व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है, और एक सजावटी पौधे के रूप में भी खेती की जाती है।


एरोबोट्री जापोनिका को पहले जीनस मेस्पिलस से निकटता से संबंधित माना जाता था, और अभी भी कभी-कभी जापानी पदक के रूप में जाना जाता है। इसे जापानी बे और चीनी बेर , के रूप में भी जाना जाता है। इसे चीन में पीपा और इटली में नेस्पोला के नाम से भी जाना जाता है।


उपयोगी गुड़ के अनेक फायदे

गुड़ एक मीठा ठोस खाद्य पदार्थ है जो ईख, ताड़ आदि के रस को उबालकर कर सुखाने के बाद प्राप्त होता है। इसका रंग हल्के पीले से लेकर गाढ़े भूरे तक हो सकता है। भूरा रंग कभी-कभी काले रंग का भी आभास देता है। यह खाने में मीठा होता है। प्राकृतिक पदार्थों में सबसे अधिक मीठा कहा जा सकता है। अन्य वस्तुओं की मिठास की तुलना गुड़ से की जाती हैं। साधारणत: यह सूखा, ठोस पदार्थ होता है, पर वर्षा ऋतु जब हवा में नमी अधिक रहती है तब पानी को अवशोषित कर अर्धतरल सा हो जाता है। यह पानी में अत्यधिक विलेय होता है और इसमें उपस्थित अपद्रव्य, जैसे कोयले, पत्ते, ईख के छोटे टुकड़े आदि, सरलता से अलग किए जा सकते हैं। अपद्रव्यों में कभी कभी मिट्टी का भी अंश रहता है, जिसके सूक्ष्म कणों को पूर्णत: अलग करना तो कठिन होता हैं किंतु बड़े बड़े कण विलयन में नीचे बैठ जाते हैं तथा अलग किए जा सकते हैं। गरम करने पर यह पहले पिघलने सा लगता है और अंत में जलने के पूर्व अत्यधिक भूरा काला सा हो जाता है।


गुड़ का उपयोग मूलतः दक्षिण एशिया में किया जाता है। भारत के ग्रामीण इलाकों में गुड़ का उपयोग चीनी के स्थान पर किया जाता है। गुड़ लोहतत्व का एक प्रमुख स्रोत है और रक्ताल्पता (एनीमिया) के शिकार व्यक्ति को चीनी के स्थान पर इसके सेवन की सलाह दी जाती है। गुड़ के एक अन्य हिन्दी शब्द जागरी का प्रयोग अंग्रेजी में इसके लिए किया जाता है।


गुड़ बनाने की विधियाँ 
उपयोग:-गुड़ उपयोगी खाद्य पदार्थ माना जाता है। इसका उपयोग भारत में अति प्राचीन काल से होता आ रहा है। भारत की साधारण जनता इसका व्यापक रूप में उपयोग करती है तथा यह भोजन का एक आवश्यक व्यंजन है। इसमें कुछ ऐसे पौष्टिक तत्व विद्यमान रहते हैं जो चीनी में नहीं रहते। स्वच्छ चीनी में केवल चीनी ही रहती हैं, पर गुड़ में 90 प्रतिशत के लगभग ही चीनी रहती है। शेष में ग्लूकोज, खनिज पदार्थ, विटामिन आदि स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयोगी पदार्थ भी रहते हैं। आयुर्वेदिक दवाओं तथा भोज्य पदार्थों में विभिन्न रूपों में इसका उपयोग होता है।


संकल्प: राम-भरत संवाद

राम-भरत संवाद
देखो मुनीवरो, आज हम तुम्हारे समक्ष पूर्व की भांति कुछ मनोहर वेद मंत्रों का गुणगान गाते चले जा रहे हैं। यह भी तुम्हें प्रतीत हो गया होगा। आज हमने पूर्व से जिन वेद मंत्रों का पठन-पाठन किया है। हमारे यहां परंपरागतो से उस मनोहर वेद वाणी का प्रसार होता रहता है। जिस पवित्र वेद वाणी में उस परमपिता परमात्मा की महिमा का गुणगान किया जाता है। क्योंकि वह परमपिता परमात्मा आनंदमई माने गए हैं और जितना भी यह जड़ जगत अथवा चेतन्‍य जगत हमें दृष्टिपात आ रहा है। उस सर्वत्र ब्रम्हांड के मूल में प्राय: वह परमपिता परमात्मा दृष्टिपात आते रहते हैं। उस परमपिता परमात्मा की महिमा अथवा उसका जो अग्नि मई रूप है जो तजोमयी कहलाता है ।आज हम तेजोमयी परमपिता परमात्मा की महिमा अथवा उसके गुणों का गुणवादन करते रहे हैं। क्योंकि वह परमपिता परमात्मा अनंतमई माने गए हैं। और वह हमारे पुरोहित है जो परा विद्या को प्रदान करने वाले हैं। मानव ही पुरोहित कहलाते हैं। इसलिए हमारे यहां पर उस परमपिता परमात्मा को पुरोहित के रूप में वर्णित किया गया है। और प्रत्येक मानव उसे वर लेता है। और उसे अपना पुरोहित बना करके उससे परा विद्या को अपने में धारण करने वाला है। इसलिए हम उस परमपिता परमात्मा जो परा विद्या का देने वाला है। जिस विद्या को धारण करने के पश्चात मानव का जीवन पवित्र बन जाता है और उस विद्या के अनुपम रहस्य को जानता हुआ मानव अपने कर्मकांड की ओर भी नाना पद्धति को अपनाने के लिए तत्पर हो जाता है। इसलिए हम उस परमपिता परमात्मा की महिमा अथवा उसके गुणों का अभिवादन करते चले जाएं। वह परमपिता परमात्मा हमारा पुरोहित है और पुरोहित उसे कहा जाता है जो परा विद्या को जानने वाला है। जो परा विद्या में रत रहने वाला है। मानो उसी का दिया हुआ यह अनुपम ज्ञान और विद्या है। मानव उसी के आश्रित रहता हुआ अपनी मानवीयता को पवित्र बनाता रहता है। आज हम अपने परम देव पुरोहित के लिए सदैव गान गाते रहें। क्योंकि यहां तो प्रत्येक मानव अपने पुरोहित को जानने के लिए सदैव तत्पर रहा है और यह विचार ता है कि मैं आज पुरोहित को अपने में अपनाता हूं मैं परम पिता परमात्मा के अनुपम क्षेत्र में रमण करने वाला वह परमपिता परमात्मा जो पुरोहित है। जिसकी विद्या को जानने के लिए मानव समाज इच्छुक रहता है। और भी नाना महापुरुष उनके ज्ञान को जानने के लिए तत्पर रहे हैं। वह परमपिता परमात्मा जो हमारा पुरोहित है जो इस ब्रह्मांड का पुरोहित है। जो मानव को परा विद्या प्रदान करने वाला है। उसे ही पुरोहित कहा जाता है। आज इस पुरोहित के लिए हम सदैव गुणगान गाते रहे हैं। पुरोहितानाम्‌ भविताम ब्रह्म: वही तो पुरोहित है। जो परमात्मा परब्रह्म के स्वरूप में विद्यमान है। हमारे यहां पुरोहितों के संबंध में भिन्न भिन्न प्रकार की विवेचना की गई है। जब हम पुरोहितों के लिए अपने विवेचना अथवा अपने लिए तत्पर होते हैं तो है पुरोहितनाम्‌ भविताम ब्रह्मा: जो पुरोहित बनकर के मानव के लिए जनकल्याण के लिए विचारता रहता है और अपने संपर्क में लाता हुआ अपने को उस में आहूत कर देता है। विचार विनिमय क्या है? हम पुरोहित की उपासना करने वाले बने, उन पुरोहित को जानते रहे जो परा विद्या को देने वाला है। जो मानव को मानवता की आभा में परिणत कर देता है। तो बेटा, वह पुरोहित कहा जाता है। एक पुरोहितनाम्‌ यज्ञम भव्यतम ब्राह्मण: यह जो संसार रूपी एक प्रकार की यज्ञशाला हैं। इस यज्ञ शाला में मानो आप ही तो पुरोहित बने हुए हैं। जो परा विद्या के अंकुरों को हमें परिणत करते रहते हैं और उसी परा विद्या को धारण करते हुए, हम सागर से पार हो जाते हैं। देखो पुरोहितजन प्रत्येक ग्रह में परिणत होता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 07, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-64 (साल-01)
2. सोमवार, 07 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि-नवंमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:16,सूर्यास्त 06:05
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, आद्रता बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


शनिवार, 5 अक्तूबर 2019

मां महागौरी रूपेण संस्थिता

माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है। इनकी शक्ति अमोघ और सद्यः फलदायिनी है। इनकी उपासना से भक्तों के सभी कल्मष धुल जाते हैं, पूर्वसंचित पाप भी विनष्ट हो जाते हैं। भविष्य में पाप-संताप, दैन्य-दुःख उसके पास कभी नहीं जाते। वह सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्यों का अधिकारी हो जाता है।


महागौरी-सिद्धियां
महागौरी - नवदुर्गाओं में अष्टम
देवनागरी-महागौरी
संबंध-हिन्दू देवी
अस्त्र-त्रिशूल
जीवनसाथी-शिव
सवारी-वृषभ
श्लोक:-श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचिः | महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा ||


स्वरूप:-इनका वर्ण पूर्णतः गौर है। इस गौरता की उपमा शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है। इनकी आयु आठ वर्ष की मानी गई है- 'अष्टवर्षा भवेद् गौरी।' इनके समस्त वस्त्र एवं आभूषण आदि भी श्वेत हैं।महागौरी की चार भुजाएँ हैं। इनका वाहन वृषभ है। इनके ऊपर के दाहिने हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले दाहिने हाथ में त्रिशूल है। ऊपरवाले बाएँ हाथ में डमरू और नीचे के बाएँ हाथ में वर-मुद्रा हैं। इनकी मुद्रा अत्यंत शांत है।


कथा:-माँ महागौरी ने देवी पार्वती रूप में भगवान शिव को पति-रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी, एक बार भगवान भोलेनाथ ने पार्वती जी को देखकर कुछ कह देते हैं। जिससे देवी के मन का आहत होता है और पार्वती जी तपस्या में लीन हो जाती हैं। इस प्रकार वषों तक कठोर तपस्या करने पर जब पार्वती नहीं आती तो पार्वती को खोजते हुए भगवान शिव उनके पास पहुँचते हैं वहां पहुंचे तो वहां पार्वती को देखकर आश्चर्य चकित रह जाते हैं। पार्वती जी का रंग अत्यंत ओजपूर्ण होता है, उनकी छटा चांदनी के सामन श्वेत और कुन्द के फूल के समान धवल दिखाई पड़ती है, उनके वस्त्र और आभूषण से प्रसन्न होकर देवी उमा को गौर वर्ण का वरदान देते हैं।


एक कथा अनुसार भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए देवी ने कठोर तपस्या की थी जिससे इनका शरीर काला पड़ जाता है। देवी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान इन्हें स्वीकार करते हैं और शिव जी इनके शरीर को गंगा-जल से धोते हैं तब देवी विद्युत के समान अत्यंत कांतिमान गौर वर्ण की हो जाती हैं तथा तभी से इनका नाम गौरी पड़ा। महागौरी रूप में देवी करूणामयी, स्नेहमयी, शांत और मृदुल दिखती हैं। देवी के इस रूप की प्रार्थना करते हुए देव और ऋषिगण कहते हैं “सर्वमंगल मंग्ल्ये, शिवे सर्वार्थ साधिके. शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तुते। महागौरी जी से संबंधित एक अन्य कथा भी प्रचलित है इसके जिसके अनुसार, एक सिंह काफी भूखा था, वह भोजन की तलाश में वहां पहुंचा जहां देवी उमा तपस्या कर रही होती हैं। देवी को देखकर सिंह की भूख बढ़ गयी परंतु वह देवी के तपस्या से उठने का इंतजार करते हुए वहीं बैठ गया। इस इंतजार में वह काफी कमज़ोर हो गया। देवी जब तप से उठी तो सिंह की दशा देखकर उन्हें उस पर बहुत दया आती है और माँ उसे अपना सवारी बना लेती हैं क्योंकि एक प्रकार से उसने भी तपस्या की थी। इसलिए देवी गौरी का वाहन बैल और सिंह दोनों ही हैं।


प्रधानमंत्री कर सकते हैं सऊदी का दौरा

नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान पीएम राजधानी रियाद में खाड़ी राष्ट्र द्वारा आयोजित एक निवेश शिखर सम्मेलन में भाग लेने की भी उम्मीद है। लेकिन पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर अभी तक किसी भी प्रकार की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये निवेश सम्मेलन 29 से 31 अक्टूबर तक चलेगा। अपने दौरे पर पीएम मोदी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ मुलाकात भी करेंगे। दोनों के बीच निवेश, आर्थिक संबंध के बारे में चर्चा होगी। पीएम मोदी सऊदी अरब के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय महत्व के मुद्दों पर भी बात करेंगे। 


इस खाड़ी देश में पीएम मोदी यह दूसरी यात्रा होगी। उन्होंने आखिरी बार 2016 में रियाद का दौरा किया था, जिसके दौरान उन्हें अब्दुल अजीज सऊद के नाम पर देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बता दें कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल 2 अक्टूबर को सऊदी अरब के दौरे पर थे। माना जा रहा है कि अजीत डोभाल का ये दौरा पीएम के सऊदी अरब दौरे का ग्राउंड तैयार करने के लिए था।


वाराणसी में कानून व्यवस्था की समीक्षा

एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने आज वाराणसी में कानून व्यवस्था की समीक्षा की
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को वाराणसी पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधिकारियों संग शहर के क्राइम और आवश्यकता के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। इस दौरान गृहसचिव ने वाराणसी में तीन नए थानों की संस्तुति की।  इसके अलावा उन्होंने ट्रैफिक के आईटीएमएस सुविधा के अंतर्गत सभी ट्रैफिक कैमरों की नज़दीकी थानों पर एक्सेज़ पॉइंट देने की बात कही। गृह सचिव ने कहा कि हम क्राइम फ्री और करप्शन फ्री पुलिसिंग की और बढ़ रहे हैं।
इस दौरान तय हुआ कि वाराणसी में क्राइम पर करने को कंट्रोल करने के लिए तीन नए थाने बनेगे।
चितईपुर, बजरडीहा और पांडेयपुर थाने की संस्तुति .
वाराणसी में नहीं बढ़ा है क्राइम, यहां इंसिडेंट बढ़ा है।
आईटीएमएस सुविधा के हाई पावर कैमरों का एक्सेज़ अब थानों को भी मिलेगा। पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के लिए जगह नहीं।


शामली:सुग्रीव मित्रता, बाली वध मंचन

भानू प्रताप


गढ़ीपुख्ता। रामलीला महोत्सव मंचन में रामचंद्र जी सीता को अपनी कुटिया में ना पाकर सुख ग्रस्त हो जाते हैं।वे पौधों एवं पशु पक्षियों से सीता के बारे में पूछते हैं।सीता को ढूंढते हुए उन्हें घायल जटायु दिखाई पड़ता है और जटायु बताता है।कि एक राक्षस सीता को उठाकर ले गया है उसने उनके पंख काट दिए रामजी जटायु का अंतिम संस्कार करते हैं। श्री मुख पर्वत पर हनुमान जी ब्राह्मण का वेश बनाकर राम-लक्ष्मण से परिचय प्राप्त करते हैं और राम सुग्रीव की मित्रता कराते हैं सुग्रीव सारा वृतांत सुनाते हैं राम चंद्र जी सुग्रीव को बाली से युद्ध के लिए भेजते हैं और दूसरी बार में बाली का वध कर देते हैं। पंपापुर का राज्य वापस मिलने पर सॉरी विलासिता में व्यस्त हो जाते हैं और 1 माह तक प्रभु श्री राम की ओर सुध नहीं लेते क्रोध में लक्ष्मण जी पंपापुर को जला डालने का एलान करते हैं। तब सुख भी भगवान श्रीराम से माफी मांगते हैं और बहुत शीघ्र सीता का पता लगाने के लिए कहते हैं।इस अवसर पर नरेश सैनी रामपाल सिंह राजेंद्र शर्मा टेकचंद मित्तल कमेटी अध्यक्ष नीरज जैन, चरण सिंह,राजवीर सिंह, मेनपाल सैनी, नरेश गोस्वामी, राजेंद्र सैनी, प्रदीप सिंघल,ऋषि पाल सैनी आदि उपस्थित रहे। रामलीला में दिन-प्रतिदिन दर्शकों की लगातार संख्या बढ़ रही है देहाती ग्रामीण रामलीला देखने आ रहे हैं।


अंध-भक्तों की जुटने लगी भीड़ !

शेषनाग की दुल्हन बनी बैठी नाबालिग लड़की को देवी मानकर ग्रामीण करने लगे है पूजा अर्चना,अंधभक्तों की जुटने लगी है भीड़,जमकर चढ़ाया जा रहा चढ़ावा


कोरबा। हमारे बचपन में नानी-दादी नाग और इंसान के जोड़ी की कहानियां अक्सर सुनाया करती थी। तथा फिल्मों में भी ऐसी काल्पनिक दृश्य देखते आ रहे है।लेकिन वे कहानियां व दृश्य केवल मन बहलाने के लिए है।और असल जिंदगी से इसका कोई वास्ता नही है।आज समय इतना आधुनिक हो चला है कि हम इंसानो की पहुँच चाँद तक हो गई है।लेकिन यह सुनकर जरुर आश्चर्य होगा कि एक 14 साल की नाबालिग लडकी शेषनाग की दुल्हन बनी बैठी है।जिसे देवीस्वरूप मानकर ग्रामीणों का तांता उसके घर पर बढ़ता ही जा रहा है और जमकर चढ़ावा के साथ पूजा अर्चना भी हो रही है।


हम बात कर रहे है जिले के कोरबा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सतरेंगा के आश्रित ग्राम कोरई की जहां से छनकर आ रही खबर के मुताबित महज एक 14 साल की नाबालिग लड़की जिसका कहना है कि प्रत्येक शनिवार को उसके सपने में शेषनाग देवता आता है।बीते शनिवार को भी पुनः सपने में शेषनाग देवता आया था और मांग में सिंदूर भरकर यह कहकर चला गया कि वह फिर से शनिवार के ही दिन बारात लेकर आयेगा और दुल्हन बने बैठी लड़की को अपने साथ ले जाएगा।वहीं लड़की के पिता का कहना है कि उसकी बेटी के माथे पर जो सिंदूर लगा है उसे पोछने या मिटाने पर नही मिट रहा है।अब लड़की और उसके परिजन जिस प्रकार जनमानस में उक्त अंधविश्वास को फैलाने में लगे है।और जिस प्रकार यह खबर जंगल में लगे आग की तरह फैलती जा रही है।उससे ग्राम एवं आसपास इलाके के ग्रामीणों की भीड़ नाबालिग लड़की के घर में देखने को मिल रही है। जहां अंधभक्त रेलम-पेल तरीके से नारियल,अगरबत्ती,रुपया-पैसा सहित अन्य चढ़ावा की वस्तुएं हाथों में लिए देवीस्वरूप बने बैठी नाबालिग लड़की के दर्शन को आतुर है। कई ग्रामीणजन तो अपनी मन्नतें लेकर सोने-चांदी के आभूषण भी काल्पनिक देवी के दरबार में चढ़ा रहे है। तथा आस्था के नाम पर आसपास ग्राम के लोगों की भीड़ जिस प्रकार वनांचल ग्राम कोरई की ओर बड़ी संख्या में बढ़ने लगी है।इस घटना ने परस्पर सोचने पर विवश कर दिया है कि आज के जागरूक जमाने में भी लोग अंधविश्वास को फ़ौरन मान लेते है। लड़की और उसके माता-पिता क्यों ऐसा अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे है। कहीं मनगढ़त कहानी रच ढोंग का सहारा लेकर लोगों को आकर्षित करके चढ़ावा बटोरने का मंशा तो नही?फिलहाल यह मामला प्रशासन के संज्ञान में अभी तक नही आया है। लेकिन समय रहते प्रशासन द्वारा इस दिशा पर संज्ञान नही लिया गया तो इस अंधविश्वास के चुंगल में फंसकर अंधभक्त लुटाते ही रहेंगे। इससे कृत्यकर्ता के हौसले बढ़ेंगे। अब देखना यह है कि इस खबर को प्रशासन द्वारा संज्ञान में लेकर प्रशासनिक तौर पर क्या कदम उठाया जाता है?


अंतरिक्ष से 'मक्का' की दुर्लभ तस्वीर

दुबई। यूएइ के पहले अंतरिक्ष यात्री हज़्ज़ा अल मंसूरी ने अंतरिक्ष स्टेशन से इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल मक्का के एक शानदार दृश्य को सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट किया है । उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल @astro_hazzaa से ग्रैंड मस्जिद (मस्जिद अल हरम) की एक आश्चर्यजनक तस्वीर साझा की, कैप्शन के साथ उन्होंने लिखा  'यह वही जगह के रूप में जानी जाती है जो मुसलमानों के दिलों में रहती है। ' मक्का से मंगलवार को, उन्होंने अंतरिक्ष से यूएई की एक और तस्वीर साझा की थी।


बता दें की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले अरब के रूप में इतिहास रचने वाले  हज्ज़ा मंसूरी गुरुवार को आठ दिवसीय मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार है।


यूएई ने पूर्व वायुसेना पायलट हज्जा-अल-मंसूरी रूसी अंतरिक्ष यान सोयूज एमएस-15 से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गए हैं। हज्जा-अल-मंसूरी के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री जेसिका मीर और रूसी कॉस्मोनॉट ओलेग स्क्रिपोचका भी गए हैं। ओलेग स्क्रिपोचका तीसरी बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए हैं, जबकि बाकी दोनों यात्रियों का यह पहला अनुभव होगा।


हज्जा बोले- देश के सपनों को नए आयाम पर ले जा रहा 
यूएई में लोग 35 वर्षीय हज्जा अल-मंसूरी को देश का हीरो बता रहे हैं।आईएसएस जाने से पहले हज्जा ने कहा कि मैं अपने देश के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को नए आयाम पर ले जा रहा हूं। अल्लाह मुझे इस मिशन में सफलता दे।


जन्मजात हृदय रोग का सफल इलाज

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीम ने जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बालक का सफल इलाज कराया।


पंकज राघव
संभल। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपदीय नोड़ल अधिकारी डॉ• अज़फर कमाल ने बताया कि ड़ीईआईसी प्रबंधक मनु तेवतिया एवं उनकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र  संभल की मोबाइल हैल्थ टीम बी के टीम लीडर डा• नीरज शर्मा तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र असमोली की मोबाइल हैल्थ टीम बी के टीम लीडर डा• नज़ीब उर रहमान के अथक प्रयासों से यह संभव हो पाया है।


राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के ड़ीईआईसी प्रबंधक मनु तेवतिया ने बताया कि नंदपुर बीटा निवासी प्रमोद का 12 वर्षीय पुत्र अरुण जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित था। अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में लगभग 6 घंटे चले सफल ऑपरेशन के बाद अरुण को 72 घंटे की  देखभाल के लिए आईसीयू में रखा गया है।


कलाकारों की कला ने मोह लिए मन

गाजियाबाद,मुरादनगर। चुंगी नंबर तीन स्थित रामलीला मैदान में श्री बड़ी रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव में आदर्श रामलीला मंडल वृंदावन से आये कलाकारों ने शुक्रवार को राम-सुग्रीव मित्रता, बाली वध और लंका दहन की लीला हुई। कलाकारों द्वारा किए जा रहे पाठ को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। सभी दृश्यों का अवलोकन किया।
लीला में भगवान राम माता सबरी के आश्रम पहुंचे। माता सबरी ने राम को बताया कि चम्पा सरोवर पर सुग्रीव से आपकी मित्रता होगी। रामलीला मे हनुमानजी प्रकट हुए तथा सुग्रीव राम की मित्रता तथा बाली का वध हुआ। हनुमान सीता की खोज मे निकले तो गिद्घराज ने अपने दूरदर्शी नेत्रों से हनुमान को सीता का पता बताया। 
रावण द्वारा सीता हरण के बाद खोज में निकले राम की सुग्रीव से मित्रता होती है। बाली से परेशान सुग्रीव राम के कहने पर बड़े भाई को युद्ध के लिए फिर ललकारता है, जिसमें बाली का प्राणांत हो जाता है। राम की पीड़ा हरने के लिए हनुमान सीता की खोज में निकलते हैं। समुद्र लांघ कर लंका पहुंचे हनुमान रावण को अपनी गलती सुधारने की सलाह देते हैं। जिससे कुपित होकर रावण हनुमान की पूंछ में आग लगाने का आदेश देते हैं। जलती पूछ से लंका को आग के हवाले कर हनुमान राम के पास पहुंचकर सीता के मिलने की खबर सुनाते हैं। 
 इस अवसर पर रामलीला कमेटी के कार्यकर्ताओं ने गाजियाबाद से वरिष्ठ समाजसेवी बेदिराम गुप्ता, ममता गुप्ता और संजय त्यागी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
 इस अवसर पर रामलीला अध्यक्ष दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष अंकुर मित्तल, धर्मप्रकाश नेताजी मनोज शर्मा, सचिन गोयल, विपिन गर्ग,  बुद्ध गोपाल गोयल, परमानंद गर्ग, रोहताश मित्तल, मामचंद शर्मा, मोहित गर्ग, अंकित गर्ग (पत्रकार) जयभगवान, अमरीश अलंकार मोहित मुंडे, योगेंद्र गुप्ता (लीली) प्रशांत खटीक, रमेश त्यागी, नवीन गर्ग, विनय कंसल, विशाल मित्तल, राजू सक्सेना आदि उपस्थित रहे।


सिपाही ने उपचार के दौरान तोड़ा दम

चापड़ से घायल सिपाही की मौत


 बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। अमेठी में तैनात एक सिपाही की गुरूवार की रात उपचार के दौरान लखनऊ में मौत हो गयी। देर रात जब शव उनके पैतृक गांव प्रयागराज के बहरिया थाना क्षेत्र के बाबूगंज पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया।
  बता दें कि बहरिया थाना क्षेत्र के बाबूगंज गांव के निवासी जीतेंद्र कुमार मौर्य उम्र 48 वर्ष पुत्र ज्ञानी लाल मौर्य पुलिस विभाग में जनपद अमेठी कोतवाली अमेठी में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान कोतवाली क्षेत्र के खरौना गांव में दो अक्टूबर को सरकारी जमीन में अवैैध कब्जाधारकों को पकड़ने गए थे। आरोपी अमित कुमार उसकी पत्नी पूनम ने सिपाही जीतेन्द्र कुमार के ऊपर चापड़ से प्राण घातक हमला कर घायल कर दिया था। जिन्हें विभागीय अधिकारियों ने उपचार हेतु ट्रामा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया जहाँ सिपाही जीतेन्द्र की इलाज के दौरान गुरूवार की रात उनकी मौत हो गयी। उनका शव पैतृक गांव पहुंचा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया।


घुसपैठियों को तलाशने में जुटी पुलिस

श्रीकान्त शाक्य 


पुलिस महानिदेशक के आदेश के बाद पुलिस कवायद तेज


छुपें हुयें घुसपैठियों को तलाशनें में लगी पुलिस


घुसपैठियों को शरण देने वालों पर गिरेगी गाज


मैनपुरी। अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को तलाशने और उन्हें बाहर करने पर शासन की सख्ती के बाद पुलिस महानिदेशक ने यूपी पुलिस को कड़े निर्देश दिए हैं। इस क्रम में बांग्लादेशी लोगों के बारे में जानकारी जुटाने व कार्रवाई की बात कही गई है। इस मामलें में जिला की पुलिस भी सतर्क हो गई है। पुलिस अधिकारियों नें सभी ईस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र की रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलव्ध करानें के निर्देश दिए हैं। बिना वीजा पासपोर्ट के अबैध रूप रूप से भारत के किसी भी कोने में रहने वाले बांग्लादेशी लोगों की तलाश की जा रही है। सूवे के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने उत्तर प्रदेश पुलिस को ऐसे लोगों को पता लगा कर उनकी सूची भेजे जाने के निर्देश दिए हैं।
आदेश की प्रतिलिपि प्राप्त होने के बाद से ही अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी है। जिले में खुफिया विभाग ने ऐसे लोगों चिन्हित करने के लिए जाल बिछा दिया है। वहीं पुलिस ने मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दिया गया है।
जिले के सभी ईस्पेक्टरों को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि क्षेत्र में ऐसे लोगों की तलाश की जाए। यदि कोई मिलता है तो उसकी पड़ताल करने के साथ ही तुरंत सूचित करें। वह किस वजह से कब से रह रहा है। उसको क्षेत्र में शरण देने वाला कौन है आदि सभी जानकारियां जुटाएं।


चौकीदारों को भी किया गया सतर्क


  ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस ने सभी चौकीदारों को सूचनाएं एकत्र किए जाने के काम में लगा दिया है। इसके साथ ही प्रधान व अन्य लोगों से भी जानकारियां ली जा रहीं हैं। अधिकारी खुद भी इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं।


क्या कहतें अपर पुलिस अधीक्षक
 
पुलिस महानिदेशक के निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया है। अभी तक ऐसा कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। पुलिस छानवीन करनें में लगी हुई है। अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह।


कश्यप मल्लाह निषाद महासंघ की बैठक

मोहित श्रीवास्तव


गाजियाबाद,लोनी। भारतीय कश्यप मल्लाह निषाद महासंघ द्वारा लोनी नगर पालिका स्थित वार्ड नंबर 19 संगम विहार के आदर्श नवजीवन स्कूल में एक बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक का आयोजन देवराज कश्यप द्वारा किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि कश्यप महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कश्यप और जिला अध्यक्ष जितेंद्र कश्यप रहे।
इस मोके पर देवराज कश्यप को कश्यप महासंघ का लोनी विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिला अध्यक्ष जितेंद्र कश्यप ने बताया कि कश्यप महासंघ का विस्तार बहुत तेजी से हो रहा है, और कश्यप महासंघ द्वारा समाज हित में अभी तक अनेकों कार्य किये जा चुके हैं। कश्यप महासंघ पांच गरीब कन्याओं की शादी के अलावा हजारों बेरोज़गार युवकों को प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दिलवा चुका है और आगे भी इसी प्रकार से समाज को आगे बढ़ाने का कार्य कश्यप महासंघ द्वारा कराया जाता रहेगा। जितेंद्र कश्यप ने बताया कि समाज के नौजवान युवक और युवतियां जिनके अंदर समाज सेवा करने का जज्बा है वह महासंघ से जुड़ें और समाज को आगे बढ़ाने और कश्यप महासंघ की योजनाओं को पूरा करने में अपना सहयोग दें।
इस मौके पर मुख्य रूप से मुख्य अतिथि पूरन सिंह कश्यप (राष्ट्रीय अध्यक्ष) जितेंद्र कश्यप (जिला अध्यक्ष) देवराज कश्यप (लोनी विधानसभा अध्यक्ष)  दिनेश कश्यप नरसिंह कश्यप अवधेश कश्यप रवि कश्यप हरिप्रसाद कश्यप सरमन कश्यप अनूप कश्यप सुशील कश्यप मुकेश कश्यप प्रभुदयाल कश्यप एदल कश्यप सर्वेश कश्यप अखिलेश कश्यप अमित कश्यप विजेंद्र कश्यप पवन कश्यप धर्मवीर कश्यप किशन कश्यप विनोद कश्यप नवरत्न कश्यप प्रवीण कश्यप प्रमोद कश्यप बबली कश्यप आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।


राजभाषा कार्यान्वयन की पांचवी बैठक

गौतमबुध नगर, दादरी। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दादरी की पांचवी बैठक मुख्य महाप्रबंधक (दादरी) अपूर्ब कुमार दास की अध्यक्षता में नेशनल कैपिटल पावर स्टेशन, दादरी में 04 अक्टूबर, 2019 को सम्पन्न हुई। इस बैठक में क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (डीबीएफ/हाइड्रो) सीके मंडल भी विशिष्ठ अतिथि के रुप में उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री मंडल ने हिंदी की प्रगति में नराकास की भूमिका की सराहना की और आशा व्यक्त की कि सभी सदस्य कार्यालयों का राजभाषा प्रगति में उल्लेखनीय योगदान रहेगा।
इस बैठक में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय (भारत सरकार) के निर्देशानुसार दादरी, ग्रेटर नोएडा एवं हापुड़ स्थित केन्द्र सरकार के कार्यालयों, उपक्रमों एवं बैंकों की राजभाषा हिंदी की प्रगति की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एवं नराकास, दादरी की समन्वय अधिकारी, श्रीमती विजय लक्ष्मी मुरलीधरन ने अपने स्वागत भाषण में सभी सदस्यों का स्वागत किया तथा एनटीपीसी दादरी की राजभाशा संबंधित उपलब्धियों की जानकारी दी। 
नराकास (दादरी) के अध्यक्ष अपूर्ब कुमार दास ने सभी सदस्य कार्यालयों से अपील की कि राजभाशा हिंदी में सरकारी कामकाज करना हमारा संवैधानिक दायित्व है। श्री दास ने कहा कि कार्यालय में अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करें इससे जनता से जुडना आसान होगा। श्री दास ने कहा कि राजभाषा की प्रगति में सदस्य कार्यालयों को अपना संपूर्ण योगदान देना चाहिए तभी हम अपने लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर सकेगें। इस अवसर पर उपनिदेशक (कार्यान्वयन) श्री अजय मलिक ने भारत सरकार की राजभाषा नीति की जानकारी उपलब्ध कराई और उपस्थित सदस्य कार्यालयों के प्रमुखों एवं राजभाषा अधिकारियों को कार्यालय के कामकाज में हिंदी को बढावा देने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
बैठक के दौरान नराकास दादरी के सदस्य सचिव एवं उप प्रबंधक (राजभाशा), आलोक अधिकारी ने राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम 2019-20 के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एनटीपीसी दादरी की ई -पत्रिका ई-विद्युतलाईन के राजभाशा विषेशांक का विमोचन भी किया गया। 
इस बैठक में दादरी, ग्रेटर नोएडा एवं हापुड़ स्थित केन्द्र सरकार के 25 कार्यालयों, उपक्रमों एवं बैंकों के कार्यालय प्रधान एवं राजभाषा अधिकारियों सहित महाप्रबंधक (गैस) पीके उपाध्याय मौजूद रहे।


फिर पकड़ा अवैध शराब का जखीरा

डीएम अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर अवैध शराब को लेकर चलाया जा रहा है निरंतर सघन चेकिंग अभियान


गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के आदेशनुपालन में आशीष पांडेय आबकारी निरीक्षक सेक्टर 4 व थाना विजयनगर अपनी टीम के साथ थाना विजय नगर  क्षेत्र में रेलवे स्टेशन कॉलोनी से एक अभियुक्त सूरज के कब्जे से 40 पेटी विदेशी शराब क्रेजी रोमियो फॉर सेल इन अरुणाचल प्रदेश बरामद की गई। उत्तर प्रदेश आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया। यह जानकारी जिला आबकारी अधिकारी मुबारक अली के द्वारा दी गई है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध शराब को लेकर जनपद में निरंतर रूप से सघन अभियान संचालित है और यह आगे भी इसी प्रकार जारी रहेगा, जो भी व्यक्ति अवैध शराब के धंधे में संलिप्त पाया जाएगा उसके विरुद्ध इसी प्रकार कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।


हरदोई के कछुआ तालाब का आकर्षण

हरदोई का कछुआ तालाब है आकर्षण का केंद्र


किसी मंदिर के न होने के बाद भी इस तालाब में एक हजार से अधिक कछुआ है यह प्राकृतिक की देन है

हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के ब्लाक बिलग्राम के ग्राम ककराखेड़ा में स्थित कछुआ तालाब आपका भी मन मोह लेगा। इस तालाब में एक हजार से भी ज्यादा कछुआ हैं, जो आकर्षण का केंद्र है। आयोजित वन्य प्राणि सप्ताह के अंतर्गत एक गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि यह ग्रामवासियों के लिए प्राकृती की एक अनमोल देन है जो आपके गांव के तालाब में इतने कछुआ है और इनका संरक्षण एवं सुरक्षा करना सभी ग्रामवासियों की जिम्मेदारी है। 


उन्होने कहा कि इस कछुआ तालाब ने प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में अपना स्थान बनाया है और इस तालाब को और अच्छा बनाने तथा कछुओं के संरक्षण को कैसे और अधिक बेहतर बनाया जाये इसके लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के वन्य जीव विशेषयज्ञ डा0 राजीव चैहान को आमंत्रित किया गया है। जो कछुओं के उत्थान के सम्बन्ध में टिप्स देगें और उसी के अनुसार इनके संरक्षण पर कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि तालाब के चारों ओर वृक्षारोपण कराया जायेगा और तालाब में गांव के आने वाले पानी के निकासी वाले स्थानों पर जाली लगवायी जायेगी ताकि तालाब में पानी के अलावा किसी प्रकार का कूड़ा करकट न आयें। उन्होने ग्रामवासियों से कहा कि पोलोथीन का प्रयोग बिलकुल न करें और किसी अन्य बाहरी व्यक्ति को तालाब में किसी प्रकार की पोलोथीन आदि न डालने दें।


भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के वन्य जीव विशेषयज्ञ डा0 राजीव ने कहा कि उन्होने कई प्रदेशों का भ्रमण किया है जिनमें मंदिर के पास ही इस प्रकार के कुछ है पाये गये है परन्तु यहां किसी मंदिर के न होने के बाद भी इस तालाब में एक हजार से अधिक कछुआ है यह प्राकृतिक की देन है। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में जहां गौरईया, कौआ, चींल एवं गिद्व विलुप्त होते जा रहे है वही इस तालाब के कछुओं का संरक्षण एवं सुरक्षा ग्रामवासियों द्वारा की जा रही है यह एक बहुत बड़ी बात है। उन्होने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर इस तालाब का जीर्णोधार किया जा रहा है और कछुओं में वृद्वि के लिए विभिन्न विभागों से जो कार्य कराये जा रहे है वह प्रशसंनीय है।


इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी बिलग्राम, खण्ड विकास अधिकारी बिलग्राम, डीसी मनरेगा, अधिशासी अभियंता जल निगम एवं ग्राम प्रधान से कहा कि इस तालाब के जीर्णोधार के सम्बन्ध में जो भी आवश्यक कार्य हो उन्हें शीघ्र कराना सुनिश्चित करें। कार्यक्रम में वन विभाग के अधिकारी ने जिलाधिकारी एवं डा0 राजीव चैहान का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि वन्य जीव प्राणि के अन्तर्गत जो कार्य इस कछुआ तालाब के लिए सम्भव होगें उन्हें तत्परता से कराया जाएगा।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...