सोमवार, 9 सितंबर 2019

अतीक का करीबी कर रहा अवैध प्लाटिंग

प्रयागराज। कभी अतीक अहमद गिरोह का सक्रिय सदस्य रहा कमरूल हसन उर्फ कम्मू अवैध प्लाटिंग कर रहा है। बड़ी बात यह है कि उसके खिलाफ कोर्ट से वारंट भी जारी है। शिकायत पर कैंट पुलिस ने कम्मू, उसके भाई व 10-15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखकर जांच शुरू कर दी है।
 रिपोर्ट बेली गांव निवासी मो. इसराइल ने लिखाई है। उसने बताया कि बेली गांव निवासी सायमा बेगम ने 1996 में उसे नसीबपुर बख्तियारी स्थित जमीन को बुवाई व जोताई के लिए दिया था। क्योंकि वह अपनी जमीन पर काश्तकारी करने में असमर्थ थीं।
 तब से वह ही इस जमीन पर काबिल है और फसल इसके मालिक को देता आ रहा है। आरोप है कि तब से कम्मू और उसका भाई फकरूल हसन उर्फ फक्कू निवासी बेलीगांव इस जमीन पर कब्जे के प्रयास में जुटे हैं


वंदे भारत एक्सप्रेस के इंजन में आई खराबी

दो घंटे से ज्यादा देर तक खड़ी रही ट्रेन, जंक्शन पर यात्री हुए परेशान
प्रयागराज। वाराणसी से नई दिल्ली जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के इंजन में रविवार को खराबी आ गई। इस वजह से ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन 3.41 घंटे की देरी से रात 8.15 बजे पहुंची।
फरवरी माह से शुरू हुई वंदे भारत का यह पहला मौका रहा कि जब ट्रेन यहां इतनी लेट आई। बताया जा रहा है कि इंजन के पेंटों में आई खराबी की वजह से ही ट्रेन रविवार को मंडुवाडीह-हरदत्तपुर रेलवे स्टेशन के बीच दो घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी रही। चर्चा इस बात की है वहां ओएचई में भी गड़बड़ी हुई । इसे लेकर यात्रियों ने भी खूब हो हल्ला किया। जंक्शन पर भी ट्रेन को इंतजार कर रहे यात्रियों को परेशानी हुई। ज्यादा लेट होती देख जंक्शन पर कुछ यात्रियों ने अपने टिकट भी निरस्त करवा दिए।


वकीलों के आंदोलन पर हो सकता है फैसला

प्रयागराज। राज्य शिक्षा सेवा अधिकरण को लेकर लगातार जारी वकीलों के आंदोलन को लेकर सोमवार को बड़ा फैसला हो सकता है। इस मुद्दे पर सुबह नौ बजे से आम सभा की बैठक बुलाई गई है।
 
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और एक्शन कमेटी ने वकीलों से हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने की अपील करने का निर्णय लिया है। उम्मीद है कि अधिवक्ता इस पर राजी हो जाएंगे। अधिकरण को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर भी सोमवार को सुनवाई होनी है। मुख्य न्यायाधीश ने गोविंद माथुर ने भी वकीलों से हड़ताल समाप्त कर याचिका पर बहस करने की अपील की है। सरकार से मिले संकेत के मद्देनजर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक्शन कमेटी सोमवार सुबह आमसभा की बैठक में वकीलों से काम पर लौटने की अपील करेगी और वकील तैयार हुए तो न्यायिक कार्य शुरू हो जाएगा।


खाई में गिरी कार 4 लोगों के शव बरामद

 नई दिल्‍ली। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सोमवार की सुबह हुए सड़क हादसे के बाद एक कार नाले में जा गिरी। मिली जानकारी के मुताबिक हादसे के दौरान कार में 5 लोग मौजूद थे, जिनमें से 4 लोगों का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि एक युवक का अभी भी पता नहीं चल सका है। लापता युवक को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन कई घंटों बाद भी युवक का कोई पता नहीं चल सका है. घटना सीहोर के जता खेड़ा गांव के पास की है, जहां दुर्घटना के बाद कार अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी और चार लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।


घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि चारों युवक भोपाल के ही रहने वाले थे और आशिमा मॉल के सामने स्थित एक कार शोरूम में काम करते थे। ये युवक एक मीटिंग में शामिल होने के लिए इंदौर गए थे, जहां से लौटते वक्त यह हादसा हो गया और चार युवकों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद बचाव दल के साथ पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जहां चार युवकों के शव बरामद कर लिए गए, जबकि एक की तलाश अभी जारी है। पुलिस ने शव के तेज बहाव के साथ बह जाने की आशंका जाहिर की है।


जम्मू-कश्मीर, हिमाचल में भूकंप के झटके

नई दिल्ली । देश के दो उत्‍तरी राज्‍य जम्‍मू कश्‍मीर और हिमाचल प्रदेश आज भूकंप के झटकों से हिल गए। आज दोपहर करीब 12.30 बजे ये भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्‍टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.0 आंकी गई है। हिमाचल प्रदेश के चंबा इलाके में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यहां रविवार को दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वहीं सोमवार को एकबार फिर यहां धरती भूकंप के झटकों से हिल गई।


आज का दिन सामान्य रहेगा:मीन

राशिफल


वृषभ-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। कार्यों में रुकावट आ सकती हैं। कार्यस्थल पर किसी के भरोसे न रहें, खुद अपना काम करें। जरूरी कामों में कोई बाधा आ सकती है।


मिथुन-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। आज यात्रा का योग बन सकता है। रिश्तेदारों से संपत्ति को लेकर विरोध हो सकता है. सेहत ठीक रहेगी।


कर्क-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। आज कुछ लोग आपके काम की तारीफ करेंगे। मन में उत्साह भरपूर रहेगा। कार्य की गति बढ़ेगी। खर्चों में कमी करें।


सिंह-राशि के लोगों का दिन शुभ रहेगा। आज आपकी दिनचर्या में बदलाव होगा। भागीदारी के काम में लिए गए निर्णयों से लाभ मिलेगा। नई योजनाओं में निवेश संभव है।


कन्या-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। परिवार में तनाव से चिंता बढ़ेगी। जीवनसाथी की सेहत की चिंता रह सकती है। परोपकार में आपकी रुचि बढ़ेगी। धर्म कर्म में समय बीतेगा।


तुला-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। संतान की आजीविका संबंधी परेशानी दूर होगी। किसी शुभ चितंक से मेल-मुलाकात होगी. लापरवाही से काम न करें।


वृश्चिक-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। मेहनत से कारोबार में लाभ मिलेगा। पारिवारिक कष्ट और समस्याओं का अंत होगा। इनकम से ज्यादा खर्च न करें।


धनु-राशि के लोगों का दिन लाभदायक रहेगा। करीबियों की प्रगति मन को खुश करेगी। विदेश जाने का योग बन सकता है।


मकर-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ेगी। संतान का व्यवहार समाज में सम्मान दिलाएगा।


कुंभ-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। आज मेहनत के अनुरूप सफलता मिलेगी। दूसरों के विवादों में न पडे।


मीन-राशि के लोगों का दिन सामान्य रहेगा। मेहनत के अनुरूप सफलता मिलेगी। रुके हुए काम बनेंगे, सफलता मिलेगी। धन लाभ होने की संभावनाएं हैं।


समीक्षा के दृष्टिकोण से राष्ट्रवाद

राष्ट्रवाद लोगों के किसी समूह की उस आस्था का नाम है जिसके तहत वे ख़ुद को साझा इतिहास, परम्परा, भाषा, जातीयता और संस्कृति के आधार पर एकजुट मानते हैं। इन्हीं बन्धनों के कारण वे इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि उन्हें आत्म-निर्णय के आधार पर अपने सम्प्रभु राजनीतिक समुदाय अर्थात् 'राष्ट्र' की स्थापना करने का आधार है। हालाँकि दुनिया में ऐसा कोई राष्ट्र नहीं है जो इन कसौटियों पर पूरी तरह से फिट बैठता हो, इसके बावजूद अगर विश्व की एटलस उठा कर देखी जाए तो धरती की एक-एक इंच ज़मीन राष्ट्रों की सीमाओं के बीच बँटी हुई मिलेगी। राष्ट्रवाद के आधार पर बना राष्ट्र उस समय तक कल्पनाओं में ही रहता है जब तक उसे एक राष्ट्र-राज्य का रूप नहीं दे दिया जाता।


राष्ट्रवाद की परिभाषा और अर्थ को लेकर व्यापक चर्चाएँ होती रही हैं। राष्ट्रवाद की सुस्पष्ट और सर्वमान्य परिभाषा करना आसान नहीं है। प्रो. स्नाइडर तो मानते हैं कि राष्ट्रवाद को परिभाषित करना अत्यन्त कठिन कार्य है। लेकिन फिर भी इस विषय में उन्होनें जो परिभाषा दी है वह राष्ट्रवाद को समझने में उपयोगी है। उनके मतानुसार, 'इतिहास के एक विशेष चरण पर राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक व बौद्धिक कारणों का एक उत्पाद - राष्ट्रवाद एक सु-परिभाषित भौगोलिक क्षेत्र में निवास करनेवाले ऐसे व्यक्तियों के समूह की एक मनःस्थिति, अनुभव या भावना है जो समान भाषा बोलते हैं, जिनके पास एक ऐसा साहित्य है जिसमें राष्ट्र की अभिलाषाएँ अभिव्यक्त हो चुकी हैं, जो समान परम्पराओं व समान रीति रिवाजों से सम्बद्ध है, जो अपने वीरपुरूषों की पूजा करते हैं और कुछ स्थितियों में समान धर्म वाले हैं।


यह एक आधुनिक संकल्पना है जिसका विकास पुनर्जागरण के बाद यूरोप में राष्ट्र राज्यों के रूप में हुआ। राष्ट्रवाद का उदय अट्ठारहवीं और उन्नीसवीं सदी के युरोप में हुआ था, लेकिन अपने केवल दो-ढाई सौ साल पुराने ज्ञात इतिहास के बाद भी यह विचार बेहद शक्तिशाली और टिकाऊ साबित हुआ है। राष्ट्रवाद के प्रतिपादक जॉन गॉटफ्रेड हर्डर थे, जिन्होंने 18वीं सदी में पहली बार इस शब्द का प्रयोग करके जर्मन राष्ट्रवाद की नींव डाली। उस समय यह सिद्धान्त दिया गया कि राष्ट्र केवल समान भाषा, नस्ल, धर्म या क्षेत्र से बनता है। किन्तु, जब भी इस आधार पर समरूपता स्थापित करने की कोशिश की गई तो तनाव एवं उग्रता को बल मिला। जब राष्ट्रवाद की सांस्कृतिक अवधारणा को ज़ोर-ज़बरदस्ती से लागू करवाया जाता है तो यह 'अतिराष्ट्रवाद' या 'अन्धराष्ट्रवाद' कहलाता है। इसका अर्थ हुआ कि राष्ट्रवाद जब चरम मूल्य बन जाता है तो सांस्कृतिक विविधता के नष्ट होने का संकट उठ खड़ा होता है। समीक्षा के दृष्टिकोण से राष्ट्रवाद


सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारण

क्षमता से अधिक सामान का होना -: भारत में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का एक यह भी मुख्य कारण हैं की वाहन के अंदर उसकी क्षमता से दो गुना तीन गुना चार-चार गुना अधिक सामान लाद दिया जाता हैं जिसके कारण उन मालवाहक वाहनों के टायर फट जाते हैं और दुर्घटनाये हो जाती हैं जिससे सामान और ब्यक्ति यानी की जन और धन दोनों का ही नुकशान होता हैं, अब सवाल यह उठता हैं की जब हर किसी को पता हैं तो लोग ऐसा क्यू करते हैं, क्यू मोटर मालिक या फिर ड्राइवर अपनी जान और माल दोनों का नुकशान उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं, इसके मुख्य कारण निम्न हैं १) पुलिस- हमारे देश की पुलिस यहाँ पर उत्तरदायी इसलिए हैं क्यू की यह ज्यादातर मामलों रक्षक (हीरो) नहीं बल्कि भक्षक(गुंडों) की तरह काम करती हैं,आप अपनी गाडी को लेकर जिस सड़क जिस शहर से गुजरेंगे हर मोड़, हर टोल नाके या फिर कही भी जहाँ भी पुलिस आपको मिल जायेगी आपको कुछ न कुछ देना ही पड़ेगा नहीं तो बिना मतलब के भी पुलिस आपको कुछ न कुछ देर के लिए परेशान करेगी, इस से बचने के लिए लोग पुलिस को पैसा देते हैं और ओवर लोडिंग में गाडी चलाते हैं उस पैसे की बराबरी करने के लिए, यहाँ भी जिम्मेदार प्रशासन ही हैं ड्राइवर की तनख्वाह का कम होना – पहले ही दिन से जब से मैंने इस ड्राइवरों और मोटर की दुनिया को समझने की कोशिस की हैं तब से मैंने केवल एक बात देखी हैं की मोटर मालिकों को एक बात लगती हैं की ड्राइवर के पास एक्स्ट्रा इनकम होती हैं इसलिए इन्हे तनख्वाह कम दी जाए, मालिक यह सोचकर तनख्वाह कम देते हैं और ड्राइवर इसकी भरपाई के लिए फिर एक्स्ट्रा माल गाड़ी में लोड करवाते हैं जिसे बेचकर वोह अपना पैसा बराबर करते हैं, जिसकी वजह से भी दुर्घटनाओं का जन्म होता हैं। लचीली कानून ब्यवस्था -: हमारे देश का संविधान भले ही लिखित तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा और आदर्श संविधान हैं लेकिन वास्तव में यह बहुत ही लचीला या फिर यूँ कहें तो जर्जर कानून हैं, हमारे यहाँ हर किसी को पता हैं की अगर हमारे पास लाइसेंस हैं और गाडी का बीमा हैं तो किसी को भी ठोक दो भले ही वोह भारत का राष्ट्रपति ही क्यू न हो कोई फर्क नहीं पड़ेगा 7 दिन के अंदर आपको जमानत मिल जाएगी और फिर लड़ते रहो मुकदमा आजीवन और जो बाकी का नुकशान हैं वोह बीमा कंपनी भरेगी ही, तो कही भी ड्राइवर या फिर मोटर मालिक को कोई फर्क ही नहीं पड़ता दुर्घटनाओं से वोह आराम से रहते हैं और अपने प्रतिदिन की ही तरह जीवन चलता हैं उनका फर्क केवल किसी को पड़ता हैं तो उसमें उस पार्टी को जिसे क्षति पहुचती हैं, इसके अलावा इस पूरे मामले में हमारी दूसरी पार्टी भी जिम्मेदार कही न कही होती हैं क्यू की दुर्घटना होने के बाद यह दंड के तौर पर काफी मामलों में पैसा लेकर मामले को रफा-दफा कर देते हैं और बाद में कहते हैं की जिसको जाना था वोह तो चला गया अब और क्या कर सकते हैं कम से कम पैसा मिल रहा हैं यही ठीक हैं और अंततः जिसने गलती की हैं वोह बरी, आज़ाद हो जाता हैं और जिन्दा मौत बन कर सड़क पर फिर से घूमने लगता हैं।


खराब सड़कें – हमारे देश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का एक यह भी अहम कारण हैं की हमारे यहाँ की सड़कें हद से ज्यादा ख़राब हैं, सड़क ख़राब होने से मेरा मतलब केवल सड़क पर गड्ढे होने से नहीं हैं सड़क का डिजाइन भी सड़क ख़राब होने में अहम भूमिका निभाता हैं और सड़क ख़राब होने का मुख्य कारण हैं ठेकेदारी प्रथा, हमारे देश में ज्यादातर सड़कें या फिर यूँ कहे तो हर सड़क सरकार नहीं बल्कि रसूक दार लोग या फिर इस विभाग से जुडी हुई प्राइवेट कंपनिया बनाती हैं, वोह अपना डिजाइन तैयार करके भारत सरकार से अप्रूवल ले लेते हैं या फिर उन्हें डिजाइन मिल जाता हैं और सड़क बनाने का ठेका मिल जाता हैं और फिर उसके बाद वोह अपना काम शुरु कर देते हैं, उनको कोई फर्क नहीं पड़ता की वोह सड़क दस दिन चलेगी या फिर पंद्रह दिन कोई मतलब नहीं होता उनका उनका काम केवल तब तक का होता हैं जब तक की उनको पैसा नहीं मिल जाता, सबसे घटिया सामान प्रयोग किया जाता हैं और सड़क का पैसा पास करवाने के लिए विभाग के मंत्री से लेकर चपरासी तक को ठेकेदार लोग पैसा खिलाते हैं, उसके बाद हम उस सड़क पर चलते हैं तो सड़क तो खराब होगी ही, क्यू की हमारे देश में सड़क लोगों के आवागमन और ब्यापार के लिए नहीं बल्कि पैसा कमाने के लिए बनाई जाती हैं।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (धर्मवाद)

गतांक से...


परंतु उन्हीं को ब्रह्मा जगत में अद्न्याधान करता हूं  3 समिधा लेकर के, तीन ही क्यों मानी जाती है? क्योंकि त्रहवाद को मुझे जागरूक बनाना है। मेरे हृदय में जो तीनों गुण है ।रजोगुण, तमोगुण, सतोगुण यह 3 समिधा को लेकर के मैं अगर ध्यान करता हूं । इसलिए कर रहा हूं कि ब्रह्म जगत भी मेरा यह लोक-परलोक यह धीरु वर्धन तिरुपति में मेरा यह संसार पवित्र बन जाए। मैं राष्ट्र को तीन विभाग में विभक्त करना चाहता हूं। ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र एक सुदूर को नहीं ले रहा हूं तीनों विभागों में मैं अपने राष्ट्र का मैं अपनी प्रजा को एक सूत्र में लाना चाहता हूं। इस प्रकार का विचार जब मुनिवर देखो राजा ने महाराज जानवी को दिया तो ब्राह्मण वेताओं को ,वेद जिज्ञासु को प्रतीत हो गया कि राजा तो ब्रह्म वेता है और ब्राह्मण है। मुनि व उनके समीप विद्वान एकत्र हो गए और यह कहा कि महाराज हम आपसे यह जानना चाहते हैं कि यजमान तीन आपने प्रथम कैसे कहा था कि मैं ज्ञान, कर्म और उपासना के द्वारा यज्ञ कर रहा हूं। ज्ञान, कर्म और उपासना में क्या-क्या अंतर्द्वंद माना गया है? राजा कहते हैं कि ज्ञान कहते हैं इस संसार के प्रत्येक पदार्थ का ज्ञान हो जाना और प्रत्येक पदार्थ को जान लेना। उसका मुझे एक समिधा बनानी है। संमिधा का अभिप्राय है यह जो अग्‍न्‍यधान हो करके अग्नि में भस्म हो जाती है। वह जो मेरा विचार है मेरा जो संवाद है वह व्यापक बन कर के ज्ञान में परिणित हो जाए। ज्ञान में आधारित हो जाए। ज्ञान और विज्ञान होगा तो मैं कर्मकांड की पगडंडी को जान सकता हूं। कर्मकांड में मेरी निष्ठा हो कर्मकांड में निहित हो जाऊं। मेरी उज्जवल समीधा है ज्ञान, कर्म और उपासना उसके पश्चात परमात्मा को अपने को संभवत समर्पित कर सकता हूं। परमात्मा को समर्पित करना बहुत अनिवार्य है। जिस प्रकार माता अपने बालक को गर्भ स्थल में धारण करती हुई बालक में स्वयं को रत कर देती है। इसी प्रकार देखो मैं अपने को रत करना चाहता हूं। वह 3 संमिधा का अभिप्राय यह है कि मेरी अंतिम जो संमिधा है। मेरे शरीर और विचारों की संमिधा बनकर के वह अग्‍न्‍यधान जब परमात्मा ब्रह्म को प्राप्त होती चली जाए। भ्रम में निश्चित हो जाऊं ऐसा विचार वह दे रहा था। परंतु आगे ब्राह्मणों ने कहा कि प्रभु, तीन प्रकार की संविदा कौन सी है, जिनसे राष्ट्र बनता है, राष्ट्र को भव्य बनाना बनाया जाता है। उस समय राजा ने कहा कि तीन प्रकार की संमिधा वह कहलाती है जो राष्ट्र को ऊंचा बनाती है। सबसे प्रथम जिसमें चकाचक होती है जिसमें चरणीन्‍त होता हैं । उसका अभिप्राय है कि मेरे राष्ट्र में बुद्धिमान विशेष हो और बुद्धिमान के द्वारा यह राष्ट्र समाज ऊंचा बनता है। जब बुद्धिमान जिस काल में भी होते हैं वह जिस ग्रह में बुद्धिमान पुरुष होते हैं। उस राष्ट्र का पवित्र होना निश्चित है। परंतु इसी प्रकार मेरी वाइफ प्रारंभ की जो संमिधा है उससे मैं अपने राष्ट्र में ब्राह्मणों को ओजस्वी बनाता हूं। मुनिवर, देखो राजा जानवी कहते हैं मेरे यहां एक समय ब्रह्म वेता स्वर्ण केतु ऋषि महाराज आए और स्वर्ण केतु ऋषि महाराज ने ने कहा महाराज मेरे जो आचार्य है मेरे जो पित्र है आचार्य  मै उनके कुल में अध्ययन कर रहा हूं। परंतु उनके कुल में बुद्धिमान तो बहुत है परंतु वहां भगवान देखो द्रव्य की हीनता हो गई है। मैं तब चाहता हूं तो मुनि, देखो महाराज जानवी कहते हैं ब्रह्म बेताओं से मैंने दर्द को प्रदान किया और यह कहा जाओं ब्रह्मचारी ले जाओ क्योंकि विद्यालय पवित्र होने चाहिए। विद्यालय में बुद्धिमता होनी चाहिए। इससे मेरा राष्ट्र पवित्र बन जाए। महाराज जानवी ने कहा कि मेरी सबसे प्रथम संविदा ब्राह्मण मेरे राष्ट्र में हो द्वितीय मेरे यहां क्षत्रिय हो जिन क्षत्रियों से मेरा राष्ट्रीय बलिष्ठ होता है पवित्र बनता है। और उनमें धर्म पिरोया हुआ रहता है। इसी प्रकार जो संमिधा है वह  होनी चाहिए। वैश्य अपने धर्म को, कृषक कृषि करने वाला हो कृषक से जुड़ जाता है और भी नाना प्रकार का व्यापार बना होता है। जिससे राष्ट्र की आभा बनती है पवित्र बनती है। आज वह मेरे यहां ऊंचे होने चाहिए सुचरित्र होने चाहिए उनकी किसी प्रकार की हिंसा ने हो। तो मेरा राष्ट्र पुत्र होगा परंतु देखो उस समय उन्होंने कहा प्रभु आप जिन यज्ञ से अग्नि दान करते हो वह संमिधा कौन सी है। उन्होंने कहा वह समीधा मेरे यहां जिससे मैं प्रातः कालीन यज्ञ करता हूं और मेरी पत्नी जो यज्ञ करते हैं। सबसे प्रथम हम ब्रह्म चिंतन करते हैं ब्रह्म यज्ञ करते हैं और ब्रह्म यज्ञ के के पश्चात हम देव पूजा करते हैं। शिव पूजा के पश्चात हम अतिथि की सेवा करते हैं यह तीन यंज्ञ हमारे राष्ट्र में तीन प्रकार की है ये संमिधा कहलाती है। सबसे प्रथम ब्रह्मा का चिंतन होता है। ब्रहम के चिंतन का अभिप्राय यह है कि ब्रह्मा की आभा में रमण करते रहते हैं। यह ब्रह्म क्या है हमारे यहां प्रथम नियम माना है। पवित्र व की पति पत्नी अपने-अपने स्थान पर विद्यमान होकर के प्रातः काल अपने आसन को साफ करके ब्रह्म का चिंतन करते हैं और चिंतन करते हैं। हे ब्राह्मणों मेरे राष्ट्रीय में कोई ऐसा ग्रह नहीं है जिस ग्रह में ब्रह्म का चिंतन में हो पति पत्नी ब्रह्मा का चिंतन न करते हो। एक आसन पर विद्यमान हो करके धर्म क्या है धर्म किसे कहते हैं यह ब्रह्म क्या है इस ब्रहम में इस संसार को पिरोया हुआ है। जिसमें हम अपने उस मानवीय भाव को पिरोने वाले हैं तो वह ब्रह्म का चिंतन प्रत्येक राजा के प्रत्येक समाज में गृह में होता रहता है। जिससे कि हमें सात्विकता आ जाए ।मानवता आ जाए और मानवता आकर के शिष्टाचार आ जाए सदाचार आ जाए। क्योंकि ब्रह्मा के चिंतन से नाना लाभ होते हैं। ब्रह्मा का चिंतन करने वाले पति पत्नियों के गृह में संतान बुद्धिमान होती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 09, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-38 (साल-01)
2.रविवार,10सितबंर 2019
3.शक-1941,भादप्रद शुक्‍लपक्ष एकादशी 


,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:57,सूर्यास्त 6:43
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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रविवार, 8 सितंबर 2019

लोकतंत्र-लोकतंत्र का चौथा स्‍तंभ खतरे मे

पत्रकारों पर हमले के लिए सजा देने में फिसड्डी है भारत


लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे मे


हम शुरू करते हैं भारत की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश और शुजात बुखारी  की इनके अलावा कई इनके जैसे पत्रकारों की हत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि इसमें एक और नाम जुड़ गया। दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में डीडी न्यूज के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की मौत हो गई।
क्या भारत पत्रकारों के लिए असुरक्षित देश बन गया है? जिस तरह से पत्रकारों पर हमले बढ़ रहे हैं ऐसा ही लगता है। आंकड़े भी यही बताते लगते हैं। पत्रकार संगठन कमिटी टु प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने ग्लोबल इम्प्यूनिटी इंडेक्स जारी किया है, जिसमें उन देशों को शामिल किया जाता है जहां पत्रकारों की हमलों के लिए अपराधियों को सजा नहीं मिलती। इस सूची में भारत 14वें नंबर पर है। यह सूची ऐसे समय में आई है जब सऊदी अरब के कंसुलेट में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर बवाल मचा है और अमेरिकी चैनल सीएनएन में पाइप बम भेजे जाने से सनसनी फैली हुई है।


सूचकांक बनाने के लिए सीपीजे ने सितंबर 2008 से अगस्त 2018 के बीच दुनिया भर में पत्रकारों की हत्या के मामलों का अध्ययन किया। भारत की बात करें तो इस एक दशक में पत्रकारों की हत्या के 18 मामले ऐसे हैं, जो सुलझ नहीं पाए हैं। सबसे बुरी हालत सोमालिया में है। इसके बाद नंबर सीरिया, इराक, पाकिस्तान और बांग्लादेश का आता है।
सीपीजे के मुताबिक, ''अध्ययन से मालूम चला है कि पत्रकारों के काम की वजह से उन पर जानबूझकर हमले किए गए.'' सीपीजे की 11वीं रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक दशक में दुनिया भर के कम से कम 324 पत्रकारों की आवाज दबाने के लिए उनकी हत्या कर दी गई और इनमें से करीब 85 प्रतिशत मामलों में अपराधियों को सजा नहीं दी गई है। 
भारत की हालत दयनीय  
सीपीजे की सूची में भारत 11 बार आ चुका है. 2017 में भारत का 12वां स्थान था। 2017 की रिपोर्ट में सीपीजे ने लिखा था कि 90 के शुरुआती दशक से भारत में 27 पत्रकारों को मार डाला गया। यही नहीं, तत्कालीन रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने यूनेस्को के जवाबदेही तंत्र में हिस्सा लेने से भी इनकार कर दिया, जो मारे गए पत्रकारों के मामलों की जांच की स्थिति पर जानकारी मांगता है। हालत यह है कि पिछले दो वर्षों में भारत की गिनती उन देशों में होने लगी है, जहां पत्रकारों की सबसे ज्यादा हत्या हुई है। 2016 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट ने पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में भारत को आठवें नंबर पर रखा था।
इस मुद्दे पर आजतक ऑनलाइन के संपादक पाणिनि आनंद ने डॉयचे वेले से कहा, ''भारत में पत्रकारों की हत्या के लिए मीडिया संस्थानों की ट्रेनिंग में कमी भी जिम्मेदार है। हम संवेदनशील इलाकों में रिपोर्टिंग के लिए पत्रकारों को शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार नहीं करते हैं। ऐसा अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में नहीं होता है और अगर हमला या हत्या होती है तो उसे जोरशोर से उठाया जाता है। भारतीय मीडिया संस्थानों में ऐसा नहीं है।


इन पत्रकारों की हुई हत्या    
2018 में भारत में कई पत्रकारों की हत्या हुई जिसमें 'राइजिंग कश्मीर' अखबार के संपादक और डॉयचे वेले से लंबे समय तक जुड़े रहे शुजात बुखारी का नाम शामिल है। जून 2018 में जब बुखारी अपने श्रीनगर स्थित दफ्तर से निकले तो उन पर अज्ञात लोगों ने हमला किया। वहीं मार्च में तीन पत्रकारों को सड़क दुर्घटनाओं में मारने का आरोप लगा। इनमें रेत माफियाओं पर रिपोर्टिंग कर रहे मध्य प्रदेश के संदीप शर्मा का नाम शामिल है। इसी तरह बिहार में नवीन निश्चल और विजय सिंह की भी हत्या कर दी गई।
2017 में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या ने मीडिया जगत को हिला कर रख दिया था। एक कन्नड़ अखबार की संपादक और हिंदू चरमपंथियों के खिलाफ मुखर लंकेश को उनके घर के बाहर ही गोलियां मारी गईं। ऐसा ही रेप के दोषी बाबाओं गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां और आसाराम के खिलाफ रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के साथ हुआ। पाणिनी आनंद के मुताबिक, ''स्थानीय अखबारों में पत्रकारों की स्थिति दयनीय है। वे अगर चरमपंथियों या प्रभावशाली लोगों के खिलाफ रिपोर्टिंग करें तो उन्हें यातना दी जाती है और कई बार तो मार दिया जाता है। ऐसे में पत्रकार तो हमेशा डरा रहेगा।    
मौत पर चुप्पी खतरनाक
पत्रकारों की हत्या पर चुप्पी खतरनाक है। भारत के संदर्भ में पाणिनी आनंद कहते हैं, ''कुछ भारतीय मीडिया संस्थानों को छोड़कर पत्रकारों पर हमले या उनकी हत्या का मुद्दा वैसे नहीं उठाया जाता, जैसा होना चाहिए। कई बार अखबार इसे सिंगल कॉलम में समेटकर रख देते हैं और बात आई-गई हो जाती है. भारत में पत्रकारों को खुद जागरूक होने की जरूरत है''।
पाकिस्तान में भी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं और वहां भी भारत की तरह पिछले एक दशक में पत्रकारों की हत्या के 18 ऐसे मामले सामने हैं, जिन्हें सुलझाया नहीं जा सका है। सीपीजे की सूची में पाकिस्तान का नौवां नंबर है।


विवादित चेहरों की जो आवाज बना

गुनाहों का देवता: वो वकील जो विवादित मामलों और चेहरों की आवाज़ बना


●जेठमलानी ने की कई हाई प्रोफाइल केसों में पैरवी
●राम जेठमलानी ने 2017 में लिया था वकालत से संन्यास
●लालू यादव, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी से जुड़े केस लड़े


भारतीय कानून के इतिहास में जब भी प्रमुख वकीलों का नाम लिया जाएगा राम जेठमलानी के बिना यह चर्चा अधूरी रहेगी. लंबी बीमारी के बाद 95 साल की उम्र में रविवार को उनका निधन हो गया। जेठमलानी ने 17 साल में लॉ की पढ़ाई पूरी कर ली थी और 18 साल की उम्र से वकालत शुरू कर दी थी। वकालत के प्रति उनका जो जुनून था वह उन्हें ऊंचाइयों पर ले गया। उन्हें विवादित मुद्दों को हाथ में लेने में मजा आता था। जब देश कुछ और सोच रहा हो उसके खिलाफ जाना जेठमलानी के बस की ही बात थी। उन्होंने कई ऐसे लोगों को फांसी के फंदे से बचा लिया जिन्हें आरोपी माना गया था।


राम जेठमलानी ने राजीव गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपियों से लेकर चारा घोटाला मामले में आरोपी लालू प्रसाद यादव तक का केस लड़ा था। जेठमलानी इंदिरा गांधी की हत्या के दोषी केहर सिंह और सतवंत सिंह और राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी मुरुगन के बचाव में कोर्ट में पेश हुए थे।


दरअसल, 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्‍या के बाद जब कोई भी वकील हत्‍यारे सतवंत सिंह और केहर सिंह के लिए पैरवी करने के लिए तैयार नहीं था। तब राम जेठमलानी ने हिम्‍मत दिखाते हुए उनका केस लड़ने का फैसला लिया था।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट को चुनौती


पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के वकील के तौर पर पेश हुए जेठमलानी ने एम्स के डॉक्टर और इंदिरा गांधी के शव का पोस्टमार्टम करने वाले टीडी डोगरा द्वारा दी गई मेडिकल रिपोर्ट को भी चैलेंज किया था. इस केस को लड़ने की वजह से जेठमलानी की आलोचना भी हुई थी।


वहीं संसद पर हमले के आरोपी कश्मीरी आतंकी अफजल गुरु के मामले में भी जेठमलानी ने पैरवी की थी। हालांकि अदालत ने फांसी की सजा को बरकरार रखा और 9 फरवरी 2013 को दिल्‍ली के तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। दिल्ली के बेहद चर्चित जेसिका लाल हत्याकांड मामले में वह अभियुक्त मनु शर्मा के वकील थे। हालांकि इस केस में उन्हें सफलता नहीं मिली और साल 2010 में कोर्ट ने मनु शर्मा की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा था।


अमित शाह के वकील रहे


इसके अलावा जेठमलानी ने यूपीए सरकार के सबसे चर्चित घोटाले 2 जी स्कैम में आरोपी और डीएमके नेता करूणानिधि की बेटी कनिमोझी के बचाव में पैरवी की थी। वहीं सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में उन्होंने अमित शाह की तरफ से केस लड़ा था। जेठमलानी ने माफिया डॉन हाजी मस्तान पर तस्करी से जुड़े मामले में पैरवी की थी। वहीं उपहार सिनेमा अग्निकांड में आरोपी मालिकों अंसल बंधुओं की तरफ से भी पेश हुए थे।जून 2011 में रामलीला मैदान में धरना दे रहे बाबा रामदेव पर सेना के प्रयोग के लिए बाबा के बचाव में जेठमलानी कोर्ट में पेश हुए थे।


जयललिता और आडवाणी भी क्लाइंट


कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के लिए अवैध खनन मामले में पेश हुए थे। वाईएस जगनमोहन रेड्डी के लिए मनी लांड्रिंग के मामले में भी पैरवी की थी। आय से अधिक संपत्ति मामले में वो तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के वकील थे तो वहीं हवाला कांड में राम जेठमलानी वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के वकील थे।


जेठमलानी ने जो प्रमुख केस लड़े उनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे सतवंत सिंह, आतंकी अफजल गुरु, जेसिका लाल मर्डर केस, 2 जी स्कैम, आय से अधिक संपत्ति के मामले, सोहराबुद्दीन एनकाउंटर, चारा घोटाला जैसे बड़े केस शामिल हैं। बता दें कि जेठमलानी ने लंबे करियर के बाद 2017 में संन्यास लेने का फैसला किया था। उन्होंने संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।


चुनाव से पहले ठाकरे का बड़ा ऐलान

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बड़ा ऐलान


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बड़ा ऐलान


मुबंई। महाराष्ट्र में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उद्धव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में, दोनों दलों का गठबंधन “अटल” है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यह गठबंधन एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेगा।


कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान ठाकरे ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की। शिवेसना प्रमुख ने इसके साथ ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने और समान नागरिक संहिता लाने की अपील की।


ठाकरे ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को नेतृत्व और दिशा प्रदान की है जिसमें प्रगति और विकास करने की अपार क्षमता है। संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और चंद्रयान-2 अभियान के लिए मैं मोदी को बधाई देता हूं। अब राष्ट्र अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण और समान नागरिक संहिता का इंतजार कर रहा है।” उन्होंने कहा, “कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। मोदी ने इसे न केवल शब्दों में बल्कि वास्तविकता में सिद्ध कर दिया है।”


शिवसेना प्रमुख ने कहा कि महत्वाकांक्षी चंद्रमा मिशन की लिए देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर भी गर्व है। उन्होंने कहा, “भारत में अपार क्षमता है, और मोदी में, देश को (सही) दिशा देने वाला नेतृत्व मिला है।” ठाकरे ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन जारी रहेगा।बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा, “गठबंधन अटल है। हम सत्ता चाहते हैं इसमें कोई शंका नहीं है, लेकिन हम ऐसा राज्य के विकास के लिए चाहते हैं। बीजेपी-शिवसेना प्रदेश में चुनावों के बाद एक बार फिर सत्ता में वापस लौटेगी। मुझे इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य की बढ़ती जनसंख्या के लिए सुविधायें मुहैया करा रहे हैं।


आशीर्वाद के लिए 90 विधानसभा का दौरा

रोहतक। हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नुहं जिला सदस्यता प्रमुख चौ0 ज़ाहिद हुसैन चेयरमैन अपने हजारो समर्थको और कार्यकर्ताओं सहित विश्व के लोकप्रिय नेता माननीय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओजस्वी विचार सुनने के लिए रोहतक पहुँचे। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जनता के आशीर्वाद के लिए प्रदेश की 90 विधानसभाओ का दौरा किया, जन आशीर्वाद यात्रा के आखरी दिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी भी आशीर्वाद देने रोहतक पहुँचे जहाँ पर प्रधानमंत्री ने प्रदेश के लाखों लोगो को सम्बोधित किया।नरेंद्र मोदी ने जन सभा को सम्बोधित करने से पहले पुलिस परिसर भोंडसी में 576 मकानों, गुरुग्राम में श्री माता शीतला देवी चिकित्सा महाविद्यालय व रोहतक में हैफेड मेगा फ़ूड पार्क का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर ज़ाहिद हुसैन चेयरमैन के नेतृत्व में नुहं हल्के से भी हजारो लोगो ने रोहतक में आयोजित विजय संकल्प रैली में पहुंचकर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के औजस्वी विचार सुने। ज़ाहिद हुसैन ने बताया कि देश प्रदेश में भाजपा सरकार ने रिकॉर्डतोड़ विकास कार्य किये है जिनके बारे में पिछली सरकारे कभी सोच भी नहीं सकती थी तथा सबका साथ सबका विकास की नीति पर चलकर भारतीय जनता पार्टी ने लोगो का दिल जीतने का काम किया है और हरियाणा एक हरियाणवी एक, साफ नियत सही विकास जैसी नीतियों से प्रभावित होकर मेवात की जनता ने प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को आशीर्वाद देकर आगमी विस चुनावो में भाजपा का साथ देने का मन बना लिया है जिसके फलस्वरूप आज मेवात की जनता माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को सुनने के लिए हजारो की संख्या में रोहतक पहुंची। ज़ाहिद हुसैन ने कहा कि इस बार नुहं जिले की तीनों सीटो पर निश्चित तौर पर कमल खिलेगा।ज़ाहिद हुसैन ने रोहतक रैली में पहुंचे मेवात इलाके के सभी लोगो का ह्रदय से स्वागत किया।


आर्बिटर ने भेजी लैंडर विक्रम की तस्वीर

दिल्ली। चंद्रयान-2  को लेकर अभी अभी अच्छी खबर आ रही है। शनिवार की रात लैंडर विक्रम का इसरो  से संपर्क टूट गया था। जिसके बाद ऑर्बिटर ने आज इसरो को लैंडर विक्रम की तस्वीर भेजी है। इसरो की टीम ने एक बार फिर विक्रम से संपर्क साधने में जुट गई है। इसकी जानकारी इसरो ने दी है। इसरो  चीफ का कहना है है हम जल्द ही विक्रम  से संपर्क साध लेंगे। हालांकि, उससे अभी कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। ये भी खबर है कि विक्रम लैंडर लैंडिंग वाली तय जगह से 500 मीटर दूर पड़ा है ।चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली है। ज्ञानिक ऑर्बिटर के जरिए विक्रम लैंडर को संदेश भेजने की कोशिश कर रहे हैंडेटा एनालिसिस के बाद पता चलेगा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे।


अब इसरो वैज्ञानिक ऑर्बिटर के जरिए विक्रम लैंडर को संदेश भेजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि, उसका कम्युनिकेशन सिस्टम ऑन किया जा सके। इसरो के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु स्थित इसरो सेंटर से लगातार विक्रम लैंडर और ऑर्बिटर को संदेश भेजा जा रहा है ताकि कम्युनिकेशन शुरू किया जा सके। इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि हमें विक्रम लैंडर के बारे में पता चला है, वह चांद की सतह पर देखा गया है। ऑर्बिटर ने लैंडर की एक थर्मल पिक्चर ली है। लेकिन अभी तक कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। हम संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे, इसका तो डेटा एनालिसिस के बाद ही पता चलेगा।


इसरो वैज्ञानिक अभी यह पता कर रहे हैं कि चांद की सतह से 2.1 किमी ऊंचाई पर विक्रम अपने तय मार्ग से क्यों भटका। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि विक्रम लैंडर के साइड में लगे छोटे-छोटे 4 स्टीयरिंग इंजनों में से किसी एक ने काम न किया हो। इसकी वजह से विक्रम लैंडर अपने तय मार्ग से डेविएट हो गया। यहीं से सारी समस्या शुरू हुई, इसलिए वैज्ञानिक इसी प्वांइट की स्टडी कर रहे हैं। इसके अलावा चांद के चारों तरफ चक्कर लगा रहे ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा से विक्रम लैंडर की तस्वीर ली जाएगी। यह कैमरा चांद की सतह पर 0.3 मीटर यानी 1.08 फीट तक की ऊंचाई वाली किसी भी चीज की स्पष्ट तस्वीर ले सकता है।


आकाशीय बिजली की चपेट, दो की मौत

कवर्धा। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो मासूमों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि घर के आंगन में खेलते वक्त वे आकाशीय बिजली के चपेट में आ गए। उसके बाद इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया। मासूम का नाम निशांत मेरावी और संध्या बताया जा रहा है। मामला रेंगाखार थाना अंतर्गत सरईपतेरा गांव की है।


जानकारी के अनुसार सरईपतेरा गांव में बारिश के दौरान जोरदार बिजली कड़कने लगी, जिसकी चपेट में दो मासूम आ गये। जिस वक्त बिजली कड़की मासूम  घर के आंगन में खेल रहे थे। दोनों बच्चे स्कूल से लौटने के बाद घर में खेल रहे थे। परिजनों ने जैसे ही उन्हें देखा तुरंत एम्बुलेंस से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहारा ले गए। जब तक डॉक्टरों ने उन्हें देखा तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। 


उधर पिछले कुछ दिनों हो लगातार हो रही मूसलाधर बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर है। जिसके चलते जिलों में तो बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन में स्थिति को देखते हुए अलर्ट जारी किया हुआ है। बारिश की वजह से ग्रामीणों अंचलों काफी बुरी स्थिति बनी हुई है।  वनांचल के महली गांव में खेत से काम करके लौट रही एक बुजूर्ग महिला पांचों बाई पैर फिसलने के ​कारण नाले में बह गई। जिसके बाद नाले में बही बुजूर्ग की लाश झाड़ियों में फंसी मिली।


दिल्ली में दिनदहाड़े गैंगवार,एक की मौत

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में दिनदहाड़े गैंगवॉर से दहशत फैल गई। बदमाशों ने वीरेंद्र मान पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। वीरेंद्र को घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गैंगवॉर दिल्ली के नरेला में हुई। लामपुर मोड़ पर अज्ञात बदमाशों ने वीरेंद्र मान उर्फ काले पर 25 राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें से 10 से 15 गोलियां काले को लगीं। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। डीसीपी आउटर नॉर्थ ने बताया कि जो शख्स गैंगवॉर में मारा गया है। वह इलाके का बदमाश था। इस पर करीब 14 मामले दर्ज थे। जानकारी मिली है कि मृतक वीरेंद्र मान उर्फ काले ने नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


सबको डराने वाली पुलिस भूत से डरी

भूत ने उड़ाई पुलिस की नींद


मनोज सिंह ठाकुर 
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की पुलिस को भूत ने हलाकान कर रखा है। लोगों का डर दूर भगाने वाली पुलिस खुद भूत-प्रेत से डरी हुई है। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि कुछ जवानों का यह दावा है कि पुलिस की एक गाड़ी में भूत-प्रेत का साया है। पुलिसकर्मियों में भूत का खौफ इस कदर समा गया है कि कोई भी जवान इस गाड़ी में बैठने को तैयार नहीं है। पुलिसकर्मी इतने भयभीत हैं कि कोई भी टाइगर-2 (डायल 112) वाहन चलाने के लिए तैयार नहीं है। पुलिसकर्मियों में भूत-प्रेत का ऐसा डर है कि वे अपने साथ नींबू और मिर्च तक लेकर चल रहे हैं।अफसरों के भय से यदि कोई पुलिसकर्मी वाहन चलाता भी है, तो उसकी रात दहशत में कटती है। ऐसे में जवान अपने साथ गाड़ी में नींबू-मिर्च के अलावा पूजा पाठ की सामाग्री भी साथ में रखते हैं।


इस खबर से हमारा मकसद किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि हम उस हकीकत से आपको रूबरू करा रहे हैं जो इन दिनों रायपुर पुलिस के साथ घटित हो रही है। बता दें कि रायपुर में डायल-112 वाहन द्वारा पुलिस हर किसी को मदद पहुंचाने के लिए तत्पर रहती है, लेकिन आजाद चौक थाना क्षेत्र में चलने वाली डायल-112 गाड़ी में भूत के डर से कोई भी पुलिसवाला बैठने से कतराता है। कुछ जवानों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस वाहन में जो भी बैठता है, उसे रात में गाड़ी में किसी अनजान शख्स के होने का आभास होता है।


205 लोगों को सांप ने डसा: बीकानेर

बीकानेर। बारिश के बाद जहां सांप बिलों से बाहर निकल आए हैं वहीं खेतों में किसानों की चहल-पहल भी बढ़ गई। नतीजा आदमी के खलल से नाराज सांपों के गुस्से से पीड़ित लोग हर दिन हॉस्पिटलों में पहुंच रहे हैं। सर्पदंश की चपेट में आ रहे औसतन दो लोगों को हर दिन पीबीएम हॉस्पिटल लाया जा रहा है। गनीमत यह है कि समय रहते हॉस्पिटल पहुंचने या गांवोँ में एंटी स्नैक वीनम की पहली डोज मिल जाने से जान पर खतरा कम हो गया है। सितंबर के पांच दिनों में 11 ऐसे लोगों को पीबीएम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है जिनकी सर्पदंश के बाद हालत गंभीर हो गई। इससे पहले अगस्त में 32 लोगों को भर्ती कर इलाज करना पड़ा। जनवरी से अब तक की बात करें तो इस वर्ष अब तक 162 सर्पदंश पीड़ितों को भर्ती किया जा चुका है। इनमें से सर्वाधिक पीड़ित जून से अगस्त के बीच ही रिपोर्ट हुए हैं।


पीबीएम हाॅस्पिटल पहुंचे लोगों सहित पूरे बीकानेर जिले के हॉस्पिटल्स में पहुंचे सर्पदंश पीड़ितों की बात की जाए तो अब तक 205 लोग सांप के चपेट में आकर हॉस्पिटल पहुंचे हैं। सर्पदंश पीड़ितों की तादाद देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी ग्रामीण स्वास्थ्य सेंटर्स पर एंटी स्नैक वीनम की उपलबध्ता सुनिश्चित करने को कहा है। खासतौर पर मेला रूट पर सतर्कता बरती जा रही है।


गणपति विसर्जन में धामा बनी मुख्य अतिथि

रंजीता धामा ने लिया गणपति बप्पा का आशीर्वाद


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा युवा संगठन इन्द्रापुरी के सहयोग से निकाली जा रही गणपति विसर्जन शोभायात्रा मे मुख्य अतिथि के रूप मे पँहुची।
इस अवसर पर युवा संगठन के पदाधिकारीयों के दुारा रंजीता धामा का माला पहनाकर व टीका लगाकर स्वागत किया ।
हवन -पूजन किया गया तत्पश्चात शोभायात्रा शुरू की गयी ।
रंजीता धामा ने गणपति बप्पा के दरबार मे शीश झुकाकर आशीर्वाद लिया। लोनी नगर पालिका अध्यक्ष ने सभी को संबोधित करते हुये कहा कि हमारे नगर पालिका क्षेत्र मे गणपति बप्पा जी की दिन-प्रतिदिन अनेकों जगह पर मूर्ति स्थापित की जा रही है तथा सभी अपनी श्रद्धानुसार गणपति पूजन कर रहे है तथा फिर उनको विसर्जित कर रहे हैं। 
लोनी नगर पालिका भी भक्तों के विसर्जन के लिये सुविधाएं कर रही है। अस्थायी घाटों का निर्माण कराया जा रहा है जँहा पर लोग विसर्जन कर सके ताकि नदियों मे प्रदुषण ना हो ।
रंजीता धामा जी ने सभी से अपील करते हुये कहा कि आप सभी शांति पूर्वक त्यौहार मनाये तथा नगरपालिका के दुारा बनाये गये अस्थायी घाटों पर ही विसर्जन करे ।
रंजीता धामा ने कहा कि युवा संगठन इन्द्रापुरी बेहद ही ऊर्जावान युवाओं का समूह है आप लोग धर्म के प्रति जागरूक रहते हैं। मै आप सभी को धन्यवाद करती हुं कि आप लोग इतने अच्छे से गणपति बप्पा जी की शोभायात्रा निकालते हो। गणपति बप्पा को विघ्न हर्ता भी बोला जाता है। उनकी कामना है कि गणपति महाराज आप सभी के जीवन से सभी मुश्किलों को हर ले ।
आप सभी सदैव इसी प्रकार मिल- जुलकर हर त्यौहार मनाये।
इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कोमुदी चौधरी, सभासद सुरेन्द्र बैसोया, सुन्दिरयाल, अमर सिंह, रितेश, राकेश सर्वेश, सन्नी सिंह, दिलीप कुमार, मुकेश, कृष्ण कुमार, राहुल रावत, विजय कश्यप सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनीवासी उपस्थित रहे।


आर्बिटर ने थर्मल कैमरे से तस्वीर ली

नई दिल्ली। इसरो को चांद पर विक्रम लैंडर की स्थिति का पता चल गया है ऑर्बिटर ने थर्मल इमेज कैमरा से उसकी तस्वीर ली है। हालांकि, उससे अभी कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। ये भी खबर है कि विक्रम लैंडर लैंडिंग वाली तय जगह से 500 मीटर दूर पड़ा है। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा (ओआरसीएच) ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली है।अब इसरो वैज्ञानिक ऑर्बिटर के जरिए विक्रम लैंडर को संदेश भेजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि, उसका कम्युनिकेशन सिस्टम ऑन किया जा सके। इसरो के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु स्थित इसरो सेंटर से लगातार विक्रम लैंडर और ऑर्बिटर को संदेश भेजा जा रहा है ताकि कम्युनिकेशन शुरू किया जा सके।


भविष्य में विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे, इसका तो डेटा एनालिसिस के बाद ही पता चलेगा। इसरो वैज्ञानिक अभी यह पता कर रहे हैं कि चांद की सतह से 2.1 किमी ऊंचाई पर विक्रम अपने तय मार्ग से क्यों भटका। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि विक्रम लैंडर के साइड में लगे छोटे-छोटे 4 स्टीयरिंग इंजनों में से किसी एक ने काम न किया हो। इसकी वजह से विक्रम लैंडर अपने तय मार्ग से डेविएट हो गया। यहीं से सारी समस्या शुरू हुई, इसलिए वैज्ञानिक इसी प्वांइट की स्टडी कर रहे हैं।


इसके अलावा चांद के चारों तरफ चक्कर लगा रहे ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा (OHRC) से विक्रम लैंडर की तस्वीर ली जाएगी। यह कैमरा चांद की सतह पर 0.3 मीटर यानी 1.08 फीट तक की ऊंचाई वाली किसी भी चीज की स्पष्ट तस्वीर ले सकता है।


उम्मीदवार उज्ज्वल ने नामांकन-पत्र दाखिल किया

उम्मीदवार उज्ज्वल ने नामांकन-पत्र दाखिल किया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। इलाहाबाद संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार उज्ज्वल रमण सिंह ने सो...