शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

भारत रत्न 'अटल' की प्रथम पुण्यतिथि मनाई

अश्वनी उपाध्याय


भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर याद किया "
गाजियाबाद । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व लोनी नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने अपने कैंप कार्यालय बेहटा हाजीपुर पर भारत रत्न परम श्रद्धेय पूर्व प्रधान मंत्री स्व: अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये ।
इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने अटल के चित्र के समक्ष माला व पुष्प अर्पित किये तथा उनकी आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन किया।
इस अवसर पर मनोज धामा ने सभी के समक्ष अपने विचारों से पूर्व प्रधान मंत्री अटल को याद किया तथा बताया कि किस प्रकार से संघर्ष की राजनीति करते हुये उन्होंने 1998 से लेकर 2004 तक एनडीए की सरकार का नेतृत्व किया । माननीय अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। एक बार 1996 मे तो केवल मात्र 13 दिनों तक उनकी सरकार चली । पुन: 1998 मे प्रधान मंत्री बने । फिर 1999 से लेकर 2004 तक उन्होने अपना कार्यकाल पूरा किया । 
मनोज धामा जी ने बताया कि गत वर्ष 16 अगस्त को राजनीति के चमकते सितारा ने हम सभी के बीच से विदा ली। वो दिन भाजपा परिवार के लिये बेहद ही दु:खद रहा है ।हम सभी को आज भी उनकी कमी महसूस होती है। भाजपा परिवार के प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार से एक छोटा सा कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व तक पँहुच सकता है। लेकिन उसके लिये हमे अपना जीवन तपाना पडता है। कठिन संघर्ष करना पडता है तब जाकर हम लोग देश की सेवा कर पाते हैं।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि स्व: अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के युगपुरूष थे। जिन्होंने देश मे मूल्यों व आदर्शों की राजनीति को बढावा दिया। उनका "सबका साथ- सबका विश्वास"का भाव आज भी हम सबके लिये प्रेरणा है। सन 2014 मे पूर्व पीएम अटलजी को देश के सर्वोच्च सम्मान "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया।
उनके कार्यकाल मे सर्वसमाज के उद्धार के लिये अनेकों योजनाएं परवान चढी जिसमें "सर्वशिक्षा अभियान, संचार को बढावा, स्वर्ण चतुर्भुज सडक योजना सहित सैकड़ों योजनाएं उनके कार्यकाल मे चली ।स्व:अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार मे ही मई 1998 मे पोखरण मे परमाणु परीक्षण किया गया। इस परमाणु परीक्षण के साथ ही हम लोग विश्व मे परमाणु शक्ति वाले देशों मे शुमार हुये । कई देशों के विरोध के बावजूद अटलजी की सरकार ने परीक्षण का साहसिक फैसला किया ।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी ,संगम विहार मंडल अध्यक्ष रूपेन्द्र चौधरी,सभासद अमित तोमर, रोहित भारदुाज,सतीश जैन, देवेन्द्र पाल,सतपाल शर्मा, बबलू खलीफा, इन्द्रजीत,मुकेश पाल, सतेन्द्र शर्मा, अनुज त्यागी, कमल प्रकाश, दिनेश कठेरिया, राजीव शर्मा, अरूण मिश्रा,अकिंत अवस्थी ,संजय चौधरी ,ओमपाल सिंह ,योगेन्द्र पांचाल, प्रवीन ढिंगिया, जोंटी वाल्मीकि सहित सैकड़ों की संख्या मे भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


जनसंख्या नियंत्रण का होगा प्रचार-प्रसार

अकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद । डासना देवी मंदिर के महंत और क्रान्तिकारी सन्यासी यति नरसिंहानंद सरस्वती के द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया है और उनकी आवाज इतनी बुलंद हुई कि उसे देश के प्रधानमंत्री ने सुना समझा और उस पर संज्ञान लिया। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नरसिंह आनंद सरस्वती के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी का स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जनसंख्या विस्फोट के विषय को स्वीकार करते हुए इससे पडने वाले दुष्प्रभाव के विषय में भी जानकारी दी। देश की जनसंख्या को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से संपूर्ण देश को यह संदेश दिया है। यदि देश की जनसंख्या समय रहते नियंत्रित नहीं की गई। इसके भयानक परिणाम संपूर्ण देश को भुगतने होंगे। इसलिए इस विषय पर चिंतन करने की आवश्यकता है। जनसंख्या नियंत्रण करना हमारी प्राथमिकता में है। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि वह और उनके देश भर में फैले सभी अनुयाई 11 अक्टूबर से देशभर में पदयात्रा करके जनसंख्या नियंत्रण का प्रचार प्रसार करेंगे।


भाजपा नेता पवन मावी की गिरफ्तारी की मांग

सचिन विशौरिया


हो सकती है विपक्ष के दबाव में पवन मावी पर कार्यवाही


गाजियाबाद । लोनी का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरम हो गया है। जहां समाजवादी पार्टी के नेताओं से भिड़े भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी के द्वारा बताया गया वाकया इस प्रकार है कि कुछ दिन पहले समाजवादी के नेता लोनी के अपने किसी कार्यक्रम में आए थे। जहां उनकी गाड़ी का तेल खत्म होने के कारण बंद हो गई थी। जिसमें समाजवादियों ने लोनी की दुर्दशा को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट करना शुरू कर दिया। जिसका जवाब देते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी ने सोशल मीडिया पर ही सपाइयों को उनका जवाब दिया। पवन मावी कि इस जवाबदेही से रुष्ट होकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने एकत्रित होकर गाजियाबाद कप्तान को शिकायत पत्र देकर, गिरफ्तारी की मांग की है।


भाजपा के ढुलमुल रवैए से सफल रैली?

राणा ओबराय
क्या सांसद बीरेंद्र सिंह प्रदेश भाजपा के ढुलमुल सहयोग से कर पायेंगे सफल रैली
चण्डीगढ़। भाजपा अर्थात बीरेंद्र सिंह द्वारा आयोजित जींद रैली कितनी सफ़ल हो पायेगी यह तो आज की रैली ही बतायेगी। परन्तु इस रैली से एक खास बात साबित होगी जो हरियाणा में पुनः होने वाले विधानसभा चुनाव में बीरेंद्र सिंह को स्थापित करेगी।क्योंकि हरियाणा प्रदेश भाजपा का जींद रैली को प्रचार प्रसार कम है।
हरियाणा में भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद चौधरी बिरेंदर सिंह और उनका आईएएस बेटा बृजेन्द्र सिंह जिनका राज्य में अपना अलग से भी जनाधार है उसी हालात में अपने गृह जिले जींद में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। जिस तरह 18 अगस्त को हरियाणा में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिनका अपना भी खुद का जनाधार है अपने गृह जिले रोहतक में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। इन दोनों रैलियों के आयोजन के पीछे कारण और हालात एक जैसे हैं दोनों की रैली कहीं न कहीं व्यक्तिगत ही हैं। रोहतक रैली अर्थात चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली की चर्चा फिर करेंगे आज जींद में आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर चर्चा करते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की आज की रैली के आयोजन के पीछे दो तीन महत्वपूर्ण कारण हैं। एक तो विधानसभा का चुनाव और उसमें टिकटों के बंटवारे के समय अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है तो एक छुपा हुआ मकसद हरियाणा में भाजपा में बहुत पावरफुल हो चुके मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चुनौती देना और अपने आका को यह बताना भी है कि रैली में मुख्यमंत्री के लोगों ने कोई रुचि नहीं ली।यह सारा शक्ति परीक्षण उनका अपना है। रैली की सफलता के लिए की गई करें कि गए जनसंपर्क में भी सारा प्रबंधन मेहनत समायोजन चौधरी बिरेंदर सिंह और उनके नजदीकी लोगों का रहा इसमें मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा के ज्यादातर भाजपा नेताओं ने दूरी बनाए अपने की नीति को प्रतिपालित किया। देखा जाए तो यह रैली हरियाणा में भाजपा को कमजोर करने का काम भी कर सकती है। आप जान लें कि भाजपा चौधरी नेता चौधरी बिरेंदर सिंह सोनीपत जींद और हिसार जिलों के अलावा पूरे हरियाणा में कहीं-कहीं अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के लिए टिकट चाहते हैं और अब अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए उसी तरह संघर्ष कर रहे हैं जैसे कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा। चौधरी बिरेंदर सिंह की चिंता यह है कि बेशक वे केंद्र में मंत्री रहे अब उनका बेटा सांसद बन गया है उनकी पत्नी विधायक है परंतु वे हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे हैं ।आज जिस तरह हरियाणा में 75 पार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरे हरियाणा में छाए हुए हैं, उसमें वे अपना वजूद तलाश करते नजर आ रहे हैं। उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री टिकटों के मामले में उन्हें कहीं भी सहयोग नहीं करने वाले हैं। आप अनुमान लगा सकते हैं कि जिन सीटों पर चौधरी बिरेंदर सिंह अपना हस्तक्षेप असर और हक मानते हैं वहीं मुख्यमंत्री ने इधर-उधर से जुगाड़ कर अपनी ऐसी गोटिया पहले ही फिट कर दी हैं जिन्हें टिकट बंटवारे के समय दरकिनार करना बहुत कठिन हो जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चौधरी बिरेंदर सिंह को भाजपा में लेकर आए थे ।उन्होंने बहुत बार चौधरी बिरेंदर सिंह के हितों का ध्यान रखा है ।यहां तक कि जब वे भाजपा में शामिल हुए और 2014 का चुनाव आया तो उस समय भी विधानसभा की टिकटों में उन्हें ज्यादा तो नहीं परंतु कुछ टिकटें अलग से दी गई थी। यह अलग बात है कि उनमें से विधायक केवल उनकी पत्नी प्रेमलता उचाना ही बन पाई ।बता दें कि चौधरी विरेंद्र विरेंद्र सिंह के पुत्र बृजेंद्र सिंह को हिसार से लोकसभा की टिकट दिलाने में भी श्री अमित शाह की ही अहम भूमिका थी। परंतु जिन लोगों ने चौधरी विजेंद्र सिंह का केंद्रीय मंत्रिमंडल से यह तर्क देकर त्यागपत्र दिलवाया कि परिवारवाद और व्यक्तिवाद के आरोपों से बचने के लिए ऐसा करना जरूरी है। कहां गया कि लोग कहेंगे कि वीरेंद्र सिंह के परिवार के 3 सदस्य हैं और तीनों भाजपा के विधायक सांसद और मंत्री है। चौधरी बिरेंदर सिंह जींद रैली के मंच से अमित शाह को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि आज की रैली में किन-किन लोगों ने सहयोग नहीं किया और निज हित पूर्ति के लिए उन्हें और भाजपा दोनों को कमजोर करने का षडयंत्र रचा है। आज की जींद रैली इस बात को भी तय करने वाली है कि नौ नौ विधानसभाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हरियाणा के भाजपा के लोकसभा सदस्य तथा राज्यसभा सदस्यों को टिकट वितरण में कुछ हिस्सेदारी मिलने वाली है या नहीं ,जिन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल उतना तवज्जो नहीं देते जितनी उनकी अपेक्षा है । भाजपा को यह समझ में आ जाएगा कि सांसदों आदि की यह महत्वाकांक्षा तो है ही ,आने वाले समय में हक के नाम पर बड़ा गतिरोध बन गया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा ।ऐसा इसलिए भी होता दिख रहा है कि अब भ्रम फैल गया है कि विधानसभा चुनाव में जिस किसी को टिकट दिया जाएगा वहीं एमएलए बन जाएगा। यह मान्यता भी आम हो गई है कि टिकटों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही निर्णायक साबित होने वाले हैं ।
उन्होंने शतरंज के मोहरे बड़ी चतुराई से ऐसे फिट कर दिए हैं कि देखते ही बनता है। आज की जींद रैली हरियाणा में भाजपा की चिंता बढ़ाने वाली हो सकती है। आज की रैली के बाद पूरे राज्य में यह चर्चा भी आम हो जाएगी कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने मंत्री मनीष ग्रोवर राव नरबीर सिंह प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला राजीव जैन संजय भाटिया नायब सैनी सैनी कृष्ण लाल पंवार कृष्ण बेदी आदि पर ही भरोसा करते हैं। उनसे ही अंदर की मंत्रणा करते हैं हर किसी से नहीं। वैसे भारतीय जनता पार्टी के नेता जींद की आज की रैली मैं 2 वर्ष पहले इसी मैदान पर हुई एक फ्लॉप बाइक रैली को जरूर भूलना चाहेंगे।


कांग्रेस नेता के घर 'आप' की पत्थरबाजी

वरूण कुमार


गुरदासपुर। पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता सुनील जाखड़ के घर आप नेता द्वारा पत्थर बाज़ी और पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने का आरोप लगा है| सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने आप के ब्लॉक प्रधान रमेश सोनी को हिरासत में लिया है| इस व्यक्ति ने जाखड़ की कोठी पर पथराव किया और कोठी के अंदर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की| फिलहाल कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है|


दो बहनों की गला रेतकर हत्या:चंडीगढ़

विनोद कुमार


चंडीगढ़। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद सेक्टर 22 में दो बहनों की गला रेत कर हत्या कर दी गई है । दोनों बहनों की पहचान अबोहर की रहने वाली राजवंत कौर व मनप्रीत कौर के तौर पर हुई है। दोनों बहने सेक्टर 22 के मकान नंबर 2598 में पिछले 4 सालों से बतौर पीजी रहती थीं। वे जीरकपुर की फैक्ट्री में काम करती थी। सूत्रों के अनुसार  उनके पीजी में कोई दाखिल हुआ। दाखिल होने के बाद अज्ञात ने दोनों बहनों की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी। सुबह जब परिजनों द्वारा  दोनों बहनों को फोन किया जा रहा था तो उनमें से किसी ने भी फोन नहीं उठाया। जिसके बाद परिजनों द्वारा चंडीगढ़ में रहने वाला अपने किसी रिश्तेदार को कॉल कर दोनों बहनों को देखने के लिए जाने को कहा। जब वह रिश्तेदार उन्हें देखने के लिए पीजी गया तो दरवाजे पर बाहर से ताला लगा हुआ था। ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो वह घबरा गया। अंदर दोनों बहनों की लाशें पड़ी थी। चारों तरफ खून फैला हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया है तथा  परिजनों को सूचना दे दी गई है।


मुठभेड़ के बाद दो शातिर बदमाश गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर। दादरी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई है। शहर में लूट-पाट के एक मामले में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने बृहस्पतिवार देर रात को एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा चलाई गई गोली दोनों बदमाशों को लगी। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी (ग्रामीण) रणविजय सिंह ने बताया कि 11 अगस्त को दादरी में स्थित कॉब शोरूम में धावा बोल कर हथियारबंद बदमाशों ने शोरूम के प्रबंधक के साथ मारपीट की और वहां से 15 हजार रुपए नगद लूट लिये। एसपी ने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई थी। दोनों पर 25 -25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के पास से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, 10 हजार रुपये नगद, एक पिस्तौल, एक देसी तमंचा और कई कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने लूटपाट की कई वारदातें करना स्वीकार किया है।


परमाणु उपयोग प्रस्थिति पर निर्भर:सिंह

नई दिल्‍ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी पोखरण पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी नीति रही है कि हम परमाणु हथियार का पहले प्रयोग नहीं करेंगे। लेकिन आगे क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है।


बता दें, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर राजनाथ पोखरण पहुंचे और श्रद्धांजलि देते हुए अटल जी के साहसिक फैसले का जिक्र किया। बता दें, मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था।उस समय वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'अटलजी भारतीय राजनीति के ऐसे युगपुरूष थे, जिन्होंने मूल्यों एवं आदर्शों के साथ शुचिता और सुशासन की राजनीति को बढ़ावा दिया। उनका, सबका साथ सबका विश्वास का भाव आज भी हम सबके लिए प्रेरणा है। ‪अटलजी की प्रथम पुण्यतिथि पर मैं उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।


अनियंत्रित बोलेरो पुलिया में घुसी,दो की मौत

गुना। जिले में एक भीषण हादसा हुआ है, चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर एक तेज रफ़्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर पुलिया में जा घुसी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोगों घायल बताये जा रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे में बोलेर में सवार शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरुषोत्तम शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई है।


जानकारी के मुताबिक चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ। शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरूषोत्तम शर्मा गुना से शाजापुर की तरफ लौट रहे थे, तभी एक उनकी बोलेरो तेज रफ़्तार में अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई। टक्कर इतनी जोर की थी कि बोलेरो के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में गाड़ी में सवार मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा व उनके ड्राइवर जीतेंद्र सिंह की मौके पर मौत हो गई। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा गया है। टक्कर के बाद ड्राइवर गाड़ी में फंस गया वहीं, अधिकारी का शव जीप में लटक गया। सड़क से गुजर रहे लोगों और पुलिस ने शवों को वाहन से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा।


रैली को संबोधित करेंगे अमित शाह

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज हरियाणा के जींद से चुनावी जंग का आगाज करने जा रहे हैं। अमित शाह यहां बीजेपी की आस्था रैली को संबोधित कर चुनाव का बिगुल फूंकेंगे। इस रैली का आयोजन पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने किया है। बीरेंद्र सिंह दीनबंधु सर छोटू राम के नाती और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रिश्ते में भाई लगते हैं। उनकी पत्नी प्रेमलता जींद जिले के उचाना से बीजेपी की विधायक भी हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी यहां रैली कर जाटों को लुभाने की पूरी कोशिश में है।


रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी पांच साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश करेंगे। आशंका जताई जा रही है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद चल रही प्रतिक्रियाओं के बीच अमित शाह जींद की धरती से कोई बड़ा राजनीतिक संदेश भी दे सकते हैं। अमित शाह की इस रैली पर ना सिर्फ विपक्षी पार्टियां बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान की भी नजर होगी। बता दें इसी साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके चलते शाह जींद पहुंच रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के चलते एकलव्य स्टेडियम में मंच भी सज चुका है और गृहमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर न हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था का खास ख्याल रखा गया है। इसके लिए सिर्फ जमीन पर ही नहीं बल्कि हवाई क्षेत्र पर भी जवानों की तैनाती की गई है और बीएसएफ के जवानों को हेलीकॉप्टर सुरक्षा में तैनात किया गया है। इसके लिए रैली एरिया के अलावा आसपास के इलाकों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और सभी इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है।


सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे एकलव्य स्टेडियम को ही छावनी में तब्दील कर दिया गया है और हर तरफ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिहाज से रैली की तरफ आने वाले रास्तों पर 20 नाके लगाए गए हैं, जहां वाहनों पर नजर रखी जाएगी और साथ ही इनकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। बता दें रैली स्थल और बाहर की व्यवस्था पर निगरानी के लिए 3 IPS, 30 DSP, 40 इंस्पेक्टर, 1300 पुलिस जवान, कमांडो और 200 महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है। वहीं कार्यक्रम में किसी भी युवक और युवती को काले झंडों के साथ आने पर सख्त रोक लगाई गई है।


प्रशासन ने 'हमसफर'की बाउंड्री गिराई:रामपुर

रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उनके लक्जरी रिजॉर्ट 'हमसफर' की एक बाउंड्रीवॉल को प्रशासन ने गिरा दिया है। आरोप है कि ये दीवार अवैध कब्जा करके बनाई गई थी। समाजवादी पार्टी जब यूपी की सत्ता में थी उस वक्त आजम खान ने इस शानदार रिजॉर्ट को बनवाया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट की कुछ जमीन सरकारी है जिस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। अब प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए दीवार को गिरा दिया है।इस रिजॉर्ट का उद्घाटन खुद मुलायम सिंह यादव ने किया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट के लिए सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर आजम खान लगातार फंसते नजर आ रहे हैं। सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है। ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं। ये मूर्तियां उस दौर की हैं जब रामपुर में नवाबों का शासन था। ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं.दूसरा विवाद मदरसा आलिया की किताबों का है। 1774 में खोले गए इस मदरसे को आजम खान के ट्रस्ट ने लीज पर ले रखा है। यहां करीब 9 हजार प्राचीन किताबें थीं। साथ ही इस मदरसे का फर्नीचर भी बेशकीमती था। आरोप है कि ये किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया। तीसरा विवाद जमीन से जुड़ा है। 78 हेक्टेयर में बनी इस भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है। आरोप है कि इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया। यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए। सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था।


योगी की सुरक्षा अभेद,कार्यालय बुलेट प्रूफ

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा होगी अभेद्य, लखनऊ कार्यालय को बनाया जाएगा 'बुलेटप्रूफ'


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में सतर्कता बरतते हुए लखनऊ के लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बाहरी तरफ लगे शीशों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।इसलिए राजकीय निर्माण निगम को अब मुख्यमंत्री योगी के लखनऊ कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाने और इनके जरिए पूरे परिसर पर नजर रखने की व्यवस्था भी होगी। जबकि लोकभवन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशों को बुलेटप्रूफ बनाने के साथ लोकभवन के पंचम तल पर एक एक्स-रे बैगेज स्कैनर भी लगाने को कहा गया है। कार्यालय की चहारदीवारी पर लेजर आधारित या इसी तरह का कोई अन्य इंट्रजन डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा।


बाढ़ पीड़ितों के लिए 500 घर बनाएंगे नाना

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितो के लिये 500 घर बनाने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। पश्चिमों महाराष्ट्र के जिलों में हजारों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इस भयंकर स्थिति में कई लोगों के घर तहस-नहस हो गए। नाना पाटेकर उनकी मदद करने के लिए आगे आए हैं। नाना पाटेकर, नाम फाउंडेशन नाम का एनजीओ चलाते हैं। इस एनजीओ के माध्यम से वह बाढ़ पीड़ितों के लिए घर बनाएंगे। नाना पाटेकर ने एक कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। वहां पर उन्होंने 500 घर बनाने का ऐलान किया। नाना पाटेकर ने कहा , चिंता मत करिए. एक बार आपको छत मिल जाएगी तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। सरकार ने हमें कुछ फंड दिया है। नाम फाउंडेशन पैसे इकट्ठा कर रहा है। जो भी काम हो सकता है हम कर रहे हैं। हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई लोग खुद आकर सहायता करने की पहल कर रहे हैं। नाना पाटेकर ने कहा , कई लोग आर्थिक मदद रूप से मदद कर रहे हैं। वह इसलिए आगे आ रहे हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है. जब कभी भी किसी को कोई जरूरत होगी हम सभी मदद करने के लिए उनके साथ खड़े होंगे। जब मैं शिरोल आया तो वहां पर मुझे स्थिति का पता चला। इसलिए हमने 500 घर बनवाने का फैसला किया है।


नौकरी दिलाने के बहाने किया दुष्कर्म

पंकज सिंह यादव 


महोबा। एसएससी की तैयारी कर रही युवती को कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कारोबारी होटल में ले गया। होटल के कमरे में युवती को बंद करके उसने अपनी हवस पूरी की। पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया है।मूलरूप से महोबा निवासी 22 वर्षीय युवती छपेड़ा पुलिया में किराये का कमरा लेकर रहती है और एसएससी की तैयारी कर रही है। कुछ साल पहले उसकी मुलाकात कल्याणपुर केशवपुरम निवासी मौरंग गिïट्टी कारोबारी हरीश चंद्र पांडेय से उरई में हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत और वाट्सएप पर चैटिंग होती थी। युवती का आरोप है कि हरीश चंद्र ने उसे कॉल सेंटर में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था।मंगलवार को हरीश ने कॉल सेंटर संचालक से मुलाकात कराने के बहाने फोन करके विजय नगर चौराहे बुलाया। यहां से वह अपनी कार से उसे होटल में ले गए। हरीश ने नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी तरह होश आने पर वह फजलगंज थाने पहुंची और पुलिस को आपबीती बताई। थाना प्रभारी फजलगंज अनुराग मिश्र ने बताया कि पीडि़ता की तहरीर पर आरोपित कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है। युवती को मेडिकल के लिए भेजा गया है।


इबोला की दवाई इजाद करने में सफलता

कांगो। घातक इबोला बुखार का इलाज ढूंढने की दिशा में डॉक्टर एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। क्लिनिकल ट्रायल के दौरान प्रायोगिक दवा के इस्तेमाल से जान बचाने में 90 फीसदी तक कामयाबी मिली है। डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो यानी डीआरसी में इबोला वायरस के संक्रमण से जूझ रहे लोगों को दो प्रायोगिक दवाएं दी जाएगी। इन्हें फार्मा कंपनी रिजेनेरॉन ने विकसित किया है इनमें एक है- एंटीबॉडी कॉकटेल आरईजीएन-ईबी3 और दूसरी है- मोनक्लोनल एंटी बॉडी एमएबी114। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के मुताबिक इन दवाओं ने “साफ तौर पर अच्छे” नतीजे दिखाए हैं। चार संभावित इलाजों का परीक्षण किया गया। कांगो में इबोला वायरस के संक्रमण का यह दूसरा साल है। इलाज के दूसरे दो तरीकों की तुलना में इन दवाओं ने बेहतर नतीजे दिखाए। एनआईएआईडी का कहना है कि दूसरी दवाओं का इस्तेमाल जिन मरीजों पर किया गया, उनमें करीब आधे मरीजों की इस बीमारी की वजह से मौत हो गई। कांगो के नेशनल बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर (आईएनआरबी) के महानिदेशक ज्यां जैक्स मुएम्बे ने संयुक्त रूप से इन परीक्षणों का नेतृत्व किया था।


उनका कहना है “अब से , हम यह नहीं कहेंगे कि इबोला का इलाज नहीं है। इस प्रगति से हजारों लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी.” एनआईएआईडी का कहना है कि इलाज के लिए लाए गए जिन मरीजों के खून में इस वायरस का संक्रमण निचले स्तर का था उनमें से आरईजीएन-ईबी3 के इस्तेमाल से 94 फीसदी और एमएबी114 के इस्तेमाल से 89 फीसदी मरीज ठीक हो गए। पूर्वी कांगो में इबोला अगस्त 2018 से ही फैल रहा है। इसने अब तक कम से कम 1,800 लोगों की जान ली है।


इसे नियंत्रित करने की कोशिशों में यहां चल रही हिंसा और बाहरी लोगों से मदद नहीं लेने की प्रवृत्ति की वजह से बाधा आ रही है। पश्चिमी अफ्रीका में 2013 से 2016 के बीच इबोला वायरस ने बड़ी तेजी से सिर उठाया था और तब यह अपने सबसे विकराल रूप में सामने आया था। गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन में इसकी वजह से 11,300 लोगों की जान गई। कांगो में इसके इलाज का परीक्षण पिछले साल नवंबर में शुरू किया गया।


यह काम विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च ग्रुप कर कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख माइक रेयान का कहना है,”आज की खबर शानदार है, इसने हमारे औजारों के बक्से में इबोला के खिलाफ एक नया औजार दे दिया है लेकिन सिर्फ इससे इबोला नहीं रुकेगा।” कांगों के अलग अलग उपचार केंद्रों में 681 मरीजों का नाम इन दवाओं के परीक्षण के लिए पहले ही दर्ज कर लिया गया है। रिसर्च का लक्ष्य 725 मरीजों पर इस दवा का इस्तेमाल करना है।


कार्रवाई पर हम मुनासिब जवाब देंगे:इमरान

इस्लामाबाद । पाकिस्तान ने जाने-अनजाने पहली बार कुबूल कर लिया है कि भारत ने बालाकोट में भीषण हवाई हमला किया था। बौखलाए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास ठोस जानकारी है कि भारत बालाकोट पर हुए भयावह हवाई हमले से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है। कश्मीर के ताजा हालात से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए वह ऐसा करने वाला है। मेरा मोदी को यही संदेश है कि अगर वह कार्रवाई करेंगे तो हम भी मुनासिब जवाब देंगे।


गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में बुधवार को इमरान खान ने कथित विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत अब पुलवामा के बाद किए हवाई हमले से भी खतरनाक योजना बना रहा है। वह कश्मीर (गुलाम कश्मीर) में कुछ कार्रवाई कर सकता है। इस आधार पर हम राष्ट्रीय सुरक्षा कमेटी की दो बैठकें कर चुके हैं।' इमरान ने धमकाते हुए कहा, 'हम हर ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। आप जो भी करेंगे हम उसका जवाब देंगे। अगर आप हमको सबक सिखाने की सोच रहे हैं तो ध्यान से सुनें, अब हम आपको सबक सिखाएंगे।'


बाढ़ की यात्रा पर चले (समसामयिक)

बाढ की यात्रा पर चले और नेताजी हवाई 



जब बाढ़ आती है, तो फिर मजबूरन हमारे नेता को हवाई सर्वेक्षण करना पड़ता है। जब कोई नेता ऐसा करता है, तो मुझे बहुत बेबस जान पड़ता है।


आप कहेंगे कि वाह साहब वाह! आपको डूबी हुई जनता नहीं नेता बेबस नजर आ रहा। फिर मैं आप से कहूंगा कि जी हाँ, मुझे नेता बेबस नजर आ रहा है। और जनता कब नहीं डूबी थी, जो आज कुछ नया है! संसद में बढ़ते दागी प्रतिनिधियों के बारे में आपका क्या खयाल है! सूखा पड़ा तो सूखी थी, बाढ़ आई तो डूबी है। अब आप से इल्तजा है कि अब आप जरा हवाई जहाज में बैठे उस नेता के बारे में सोचें। जितनी देर उसे बैठना है, मुंह लटकाए रखना है। किसी नेता-नगरी के लिए मुद्दा लटकाना आसान है, ठीक उसी तरह जैसे किसी अधिकारी के लिए फाइल लटकाना, मगर मुंह लटकाने में मेहनत लगती है। अनुभव, कौशल सब लगता है। आप जरा वह दृश्य सोचें, जब फोटो खींचने वाला फोटो खींचने से पहले आप से मुस्कराने के लिए कहता है, सोचिए सांस रोके, पेट अंदर खींचे 10-15 सेकेंड में ही क्या हालत हो जाती है! मैं अपनी कहता हूं! बचपन में ऐसी परिस्थिति में कई बार तो मैं रोने लगा हूं और कुछेक बार हंसने। पिटाई हुई अलग से। अब फिर जरा उस नेता पर आते हैं, जो हवा में उड़ रहा! अगर वह अकेले होता या ऐसा करते वक्त उसकी फोटो-वीडियो न बनती तो उसके लिए आसान होता। वह हंस-मुस्कुरा सकता था। थकावट होने के फलस्वरूप अंगड़ाई ले सकता था। एक जैसा दृश्य निहारते-निहारते जंभाई ले सकता था। अरे कुछ नहीं अपनी बोरियत दूर करने हेतु अपनी उंगलियां चटका सकता था। जरा सोचिए! कितने सारे विकल्प मौजूद थे, मगर वह कुछ नहीं कर सकता सिवाय मुंह लटकाने के, जो ठीक इस वक्त वह बखूबी कर रहा। वह जानता है कि बगल में उसके फोटोग्राफर बैठा है, जो उसकी फोटो उतार रहा है, सो उसे अपना मुंह लटका कर रखना है। कहीं जरा सी भी कुछ ऊंच-नीच हुई तो अपोजिशन को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा! जोकि उसकी पोजिशन के लिए बिल्कुल भी ठीक न होगा! ऐसे ही मुझे याद पड़ता है कि एक श्रद्धाजंलि समारोह में कुछ नेता हंस पड़े थे, फिर अगले दिन जनता ने उनको बहुत श्रद्धा से याद किया। जिसने जोक सुनाया था, वह नहीं हंसा था। वह संवेनशील माना गया। ऐसे मौकों पर एक संवेनशील नेता (अनुभवी पढ़ें) तनिक भी रिस्क नहीं लेता। सो, नेता को मुंह लटकाना है, और ऐसे लटकाना है कि कम से कम इतना तो हो कि कल जब अखबार में लोग उसे देखें (बाढ़ पीड़ित नहीं) तो बाढ़ की विकरालता से ज्यादा त्रासद उनका चेहरा दिखे! लोगों को पता चलना चाहिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के बाद नेताजी बहुत प्रभावित हुए।अब सोचिए, जब तक वह जलमग्न क्षेत्रों को देखेगा, तब तक उसे देखते हुए स्वयं को चिंतामग्न होते दिखाना भी है। यह काम कम चुनौतियों से भरा नहीं है! आप इसे ऐसे समझें, किसी स्विमिंग पूल में नहाने वाले को जलमग्न क्षेत्र को देखकर फिलिंग लानी है! कल को अखबार में वह अपनी छपी फोटो देखें और खुद को दाद भी न दे पाएं, फिर इतने वर्षों की राजनीति करने का क्या फायदा!
सर्वेक्षण तो भारत की जनता के साथ जुड़ा हुआ है। रोजमर्रा के अनुभव से उसने जाना है कि अधिकतर सर्वेक्षण हवा हवाई होते हैं। और यहां नेता जमीनी हकीकत जानने के हवाई सर्वेक्षण कर रहा है। चाहत तो टाल सकता था, मगर हवाखोरी का अवसर कौन जाने देता है। वह हवाई जहाज की किनारे वाली सीट पर बैठ कर मन ही मन उनको जरूर नमन करता होगा, जिसने इस गरीब देश मे हवाई दौरा करने की रस्म रखी। जब वह हवाई सर्वेक्षण कर रहा होता है तब वह जानता है कि ऐसा करने से बाढ़ प्रभावित जनता कोई फायदा नहीं होगा। होगा वही जो होता आ रहा है। पिछले साल भी बाढ़ आई थी। परसाल भी वही हुआ था, जो इस साल अभी हो रहा है। उसे संतोष है कि जो भी होगा वह आपदा कोष से होगा। आपदा कोष का खयाल आते ही वो मन ही मन मुस्कुराता है। वह एकदम से दार्शनिक हो जाता है। देखा जाए तो बाढ़ क्या है! इफरात पानी। जरूरत से बहुत ज्यादा एकमुश्त पानी। पानी था तो आपदा हुई। पैसा होता तो बरकत कहते।


बाढ़ में नेता का हवाई दौरा देख कर मेरा एक मित्र कहता है कि इनको बोट से जायजा लेने जाना चाहिए था, तब अच्छे से जानते और महसूस करते। मुझे महसूस शब्द सुनकर हंसी आई। मैंने उससे कहा', इतना सोचना भी ठीक नहीं मित्र! समानुभूति छोड़ो सहानभूति ही मिल जाए, कृपा समझो! और रही बात बोट से जाने की, अगर चुनाव होते और वोट लेना होता, तो बोट से नेता जरूर जाता' मेरा वह मित्र फिर बोलता है', बरसात के मौसम में फिर चुनाव होने चाहिए!'
मैं इसके जवाब में शायर जमाली का यह शेर उसकी तरफ बढ़ा देता हूं,


'तुम आसमाँ की बुलंदी से जल्द लौट आना 
हमें ज़मीं के मसाइल पे बात करनी है'


संजय शर्मा


आतंकी संगठनों ने दी 'जिहाद' की धमकी

पीओके में एकजुट हो रहे आतंकी संगठन, कश्मीर में 'जिहाद' की दे रहे धमकी


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के आंतकी संगठन कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश में लगे हुए हैं। इसी बीच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वहां के लोग भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते दिख रहे हैं।वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भारत के खिलाफ 'जिहाद' शुरू करने के उद्देश्य से आतंकी संगठनों को फिर से एक करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया सैयद सलाहुद्दीन की अध्यक्षता में पाकिस्तानी अधिकारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) को भारत के खिलाफ जिहाद शुरू करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं।


जम्मू-कश्मीर के आर्टिकल 370 और 35A हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के साथ ही आतंकी संगठनों में भी बौखलाहट देखी जा रही है। हिजबुल मुजाहिदीन के खालिद सैफुल्ला और नायब अमीर के साथ मुजाहिदीन के पूर्व आतंकियों ने गुरुवार को मुजफ्फराबाद में प्रेस क्लब के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन किया। सैफुल्ला ने भारत के खिलाफ अपने नफरत भरे भाषण में कहा, 'कोई भी कार्रवाई शब्दों से ज्यादा काम करती है। मेरे दोस्त, हम सब जिहाद के लिए तैयार हैं।'दूसरी तरफ खबर है कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अब नए सिरे से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में है। पिछले दिनों हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को पाकिस्तान में बैन कर दिया था। ऐसे में अब वो दूसरे संगठनों से हाथ मिला रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज सईद दूसरे आतंकी संगठनों को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसा पहुंचा रहा है। सईद को इसी साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था।


राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को बांधी राखी

लखनऊ। रक्षाबंधन का त्योहार हर भाई-बहन के लिए बेहद खास होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो भाई- बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बना देता है। इस दिन हर भाई अपने बहन की जिदंगी भर रक्षा करने का प्रण लेता है। यह दिन हर भाई-बहन के लिए बेहद अहमीयत रखता है। इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाया जा रहा है।रक्षाबंधन के इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना भाई मानते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राखी बांधी और मिठाई खिलाई। इतना ही नहीं सीएम योगी ने भी उन्हें उपहार दिया और रस्म को पूरा किया।बता दें आनंदीबेन पटेल ने कुछ ही समय पहले यूपी की राज्यपाल के रुप में कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह गुजरात की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। वहीं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन को लेकर एक ट्वीट किया और कहा कि मेरी ओर से सभी देशवासियों को 'रक्षाबंधन' के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं सभी माताओं-बहनों एवं बेटियों के स्वस्थ, सुरक्षित और सुखद जीवन की मंगल कामना करता हूं।


राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक:एमएल शर्मा

नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 का मसला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के सामने है। सुप्रीम कोर्ट आज दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। पहली याचिका में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध किया गया है। वहीं दूसरी याचिका में कश्मीर में पत्रकारों से सरकार का नियंत्रण हटाने की मांग की गई है। पहली याचिका एमएल शर्मा ने डाली है, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर मनमानी की है, उसने संसदीय रास्ता नहीं अपनाया, राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक है।


दूसरी याचिका कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन ने दायर की है. इस याचिका में कहा गया है कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद पत्रकारों पर लगाए गए नियंत्रण खत्म किए जाएं। इससे पहले दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का मामला संवेदनशील है, इस पर केंद्र सरकार को थोड़ा वक्त देना होगा।


सबसे ज्यादा हाईटेक होगी पुलिस:भोपाल

कामेश पाठक


भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस को देश की सर्वाधिक प्रौद्योगिकी सम्पन्न और तकनीकी रूप से दक्ष पुलिस बनाने के लिये सभी जरूरी प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये बजट की कमी नहीं होने दी जावेगी।


स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी में अपने शासकीय निवास पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित मैडल विजेता पुलिस अधिकारियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए ऐसा एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं। अब अपराध भी नये स्वरूपों में सामने आते हैं। आतंकवाद भी नये रंग रूप धरता है। एक राज्य से दूसरे राज्य और एक जिले से दूसरे जिले में अपराधों का स्वरूप बदल जाता है। इसी लिये पुलिस को भी लगातार सतर्कता और दक्षता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार का चेहरा होती है। इसलिये समाज में रक्षा और सुरक्षा का काम करते हुए मूल्यों की भी रक्षा का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत मूल्यों, संस्कृति और सभ्यता का देश है। अनेकता में एकता यहां की सांस्कृतिक पहचान है। पुलिस बल या अन्य कोई भी सैन्य बल हों, वे विविधता के प्रतीक हैं । एक ही उद्देश्य के लिये विभिन्न समाजों, धर्मों, सम्प्रदायों के जवान एकसूत्र में बंधकर अपना कर्तव्य निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौती है कि वह निरंतर बदलती टेक्नालॉजी को कैसे अपनाये। जब चुनौतियाँ बदलते रहती हैं, तो उनका मुकाबला करने के लिये नवीनतम टेक्नालॉजी का उपयोग भी जरूरी है। फेशियल रिकगनीशन जैसी टेक्नालॉजी को स्थापित करना भी अब जरूरी हो गया है। पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह ने उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि वीरतापूर्ण कार्य के लिये 18 पुलिस कर्मियों को क्रम से पहले पदोन्नति दी गई है। डायल 100 सेवा के माध्यम से 70 लाख लोगों को मदद मिली है। नक्सल समस्या पर नियंत्रण कर लिया गया है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं मैडल विजेता पुलिस अधिकारी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...