गुरुवार, 8 अगस्त 2019

कब्जे वाले भूमि,जताया जा सकता है हक

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को एक बेहद अहम फैसला दिया है। उसने व्यवस्था दी है कि कब्जाधारी व्यक्ति (एडवर्स पजेसर) उस जमीन या संपत्ति का अधिकार लेने का दावा कर सकता है जो 12 वर्ष या उससे अधिक समय से बिना किसी व्यवधान के उसके कब्जे में है। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा है कि इतना ही नहीं अगर ऐसे व्यक्ति को इस जमीन से बेदखल किया जा रहा है तो वह उसकी ऐसे रक्षा कर सकता है जैसे वह उसका मूल स्वामी हो।


जस्टिस अरुण मिश्रा, एसए नजीर और एमआर शाह की पीठ ने यह व्यवस्था देते हुए पूर्व में इस संबंध में शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ के फैसले को सही कानून नहीं माना और उसे निरस्त कर दिया। लेकिन उन्होंने इस बारे में विभिन्न उच्च न्यायालय और शीर्ष अदालत की पीठ के अलग-अलग दिए गए फैसलों को देखते हुए इस मुद्दे को अंतिम रूप से निर्णित करने के लिए बड़ी बेंच (संविधान पीठ) को रेफर कर दिया।इससे पूर्व 2014 में उच्चतम न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ ने फैसला दिया था कि एडवर्स कब्जाधारी व्यक्ति जमीन का अधिकार नहीं ले सकता है। साथ ही कहा था कि अगर मालिक जमीन मांग रहा है तो उसे यह वापस करनी होगी। इसके साथ ही कोर्ट ने इस फैसले में यह भी कहा था कि सरकार एडवर्स पजेशन के कानून की समीक्षा करे और इसे समाप्त करने पर विचार करे।जस्टिस मिश्रा की पीठ ने हालांकि कहा कि लिमिटेशन एक्ट, 1963 की धारा 65 में यह कहीं नहीं कहा गया है कि एडवर्स कब्जाधारी व्यक्ति अपनी भूमि को बचाने के लिए मुकदमा दायर नहीं कर सकता है। ऐसा व्यक्ति कब्जा बचाने के लिए मुकदमा दायर कर सकता है और एडवर्स कब्जे की भूमि का अधिकार घोषित करने का दावा भी कर सकता है।कोर्ट ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब बनाम ग्राम पंचायतश्रीथला(2014), उत्तराखंड बनाम मंदिर श्रीलक्षमी सिद्ध महाराज (2017)और धर्मपाल बनाम पंजाब वक्फ बोर्ड (2018) में दिए गए फैसलों को निरस्त कर दिया। कोर्ट ने कहा कि ये फैसले सही कानून का प्रतिपादन नहीं करते।


खातीगुडा बांध के दो द्वार खोले गए

आशुतोष तिवारी


जगदलपुर। इंद्रावती नदी का जल स्तर बढ़ने की वजह से ओडिशा स्थित खातीगुड़ा बांध के सात में से दो गेट खोले गए हैं। तीन घंटे के भीतर यह पानी छत्तीसगढ़ पहुंच जाएगा, इससे बस्तर के हालात और बिगड़ने के आसार हैं।कोटपाड़ के तहसीलदार दलाई ने बताया कि कैचमेंट एरिया में भारी बारिश की वजह से इंद्रावदी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसका असर ओडिशा के नौबरंगपुर जिला स्थित खातीगुड़ा बांध पर भी पड़ा है, जिसके सात गेट में से दो गेट को खोलना पड़ा है।बांध से निकलने वाला पानी करीबन तीन घंटे में छत्तीसगढ़ पहुंचेगा। पहले से ही बारिश की वजह से बस्तर संभाग में अस्त-व्यस्त जनजीवन और प्रभावित होगा। स्थिति को देखते हुए प्रशासन अपने स्तर पर तैयारी में जुटा हुआ है।


रसायनिक जल-जमाव से फसल बर्बाद

गाजियाबाद । मोदीनगर गांव सीकरी खुर्द निवासी कालू सिंह उपजिलाधिकारी डीके सिंह से मिले। किसान ने बताया की मेरे खेत के पास से सरकारी नाला निकल रहा है। नाले में मोदी डिशटलरी फैक्टरी का कैमिकलयुक्त पानी निकलता है। अधिक बारिश के कारण नाला कई जगह से गिर चुका है। जिस कारण कैमिशलयुक्त पानी खेत में आ गया। जिस कारण खेत में खड़ी 35 बीघा ईख की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। किसान ने चेतावनी दी है कि यदि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह धरना देने को मजबूर हो जाएगा। उपजिलाधिकारी डीके सिंह ने जांच के आदेश दिए है। उन्होने कहा कि जांच कराकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में उमेश मोदी गु्रप के लाईजिंग आफिसर आशीष गुप्ता ने आरोपों को निराधार बताया है।


किया वृक्षारोपण, बांटी मिठाईयां:370

कश्मीर से 370 हटाए जाने की खुशी में हुआ वृक्षारोपण, खूब बटी मिठाई


वाल्मीकी समाज के लिए बेहद खुशी का दिन, सभी को मिलेगा आरक्षण का लाभ-बृजलाल।
लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35A हटाए जाने से जहां पूरे देश में खुशी की लहर है, वहीं निगमों, आयोगों व सरकारी कर्मचारियों में भी हर्षोल्लास देखा गया। कर्माचारियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष बृजलाल के गोमतीनगर विस्तार स्थित आवास पर सुरक्षा में तैनात जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी तथा सेक्टर-4 में बृजलाल के नेतृत्व में लोगों ने वृक्षारोपण किया। पूर्व डीजीपी बृजलाल ने इस अवसर पर कहा कि यह यादगार के तौर पर याद रहेगा और हम लोगों को एहसास दिलाता रहेगा कि हमने उस पावन अवसर पर पौधे लगाए जिस दिन अनुच्छेद 35-A  व 370 हटाई गई।


इसके बाद इंदिरा भवन स्थित आयोग के कार्यालय पहुंचकर बृजलाल ने वहां आए आगुंतकों, अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच भी मिष्ठान वितरण किया गया। बृजलाल ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर का विकास होगा तथा भारत के सभी कानून वहां लागू होंगे तथा समाज के गरीब वर्ग को नौकरियां मिलेंगी।
उन्होने कहा कि 60 के दशक में पंजाब से कश्मीर गए हजारों वाल्मीकी समाज के लोगों के लिए ये सबसे प्रसन्नता का दिन है क्योंकि वे दशकों बाद भी केवल सफाई कर्मी बने हुए हैं। उनके बच्चों को सफाई के अलावा कोई काम नहीं मिलता चाहें वे कितनी ही उच्च शिक्षा क्यों न ग्रहण कर लें, उन्हे आज तक उनके अधिकारों से वंचित रखा गया।अब वहां देश के सभी कानून लागू होने से समाज के गरीब तबके खासकर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों को आरक्षण का लाभ मिलेगा।
बृजलाल आगे कहते हैं कि अब बाहर से व्यापारी वहां जाकर निवेश करेंगे जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा तथा अब बच्चे आतंकवादियों के बहकावे में आकर पत्थरबाजी नहीं करेंगे और मुख्य धारा में शामिल होकर रोजी रोजगार करेंगे।


पाकिस्तानी झंडा:राजद्रोह का मामला दर्ज

पाकिस्तानी झंडे के साथ फेसबुक पर फोटो लगाने से मचा बवाल फोटो लगाने वाला युवक गिरफ्तार


गाजियाबाद । गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के डीएलएफ अंकुर विहार में हेयर सैलून चलाने वाले एक युवक ने मंगलवार को अपनी फेसबुक आईडी  पर पाकिस्तान के झंडे के साथ अपना फोटो लगा दिया। जिसके बाद उसकी यह फोटो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। फोटो वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। इस मामले में लोनी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के झंडे के साथ फोटो लगाने वाले युवक मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार युवक मोहसीन मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के नेक गांव का रहने वाला है। यह दिल्ली के करावल नगर में अपनी बुआ के घर रहता है और दिल्ली से सटे लोनी के डीएलएफ में माइकल हेयर सैलून नाम से दुकान चलाता है। पूछताछ में युवक ने बताया इसने पाकिस्तान के फ्रेम के साथ फोटो इसलिए डाल दी क्योंकि यह इसे अच्छी लगी थी।युवक के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।


ड्रग्स-हेरोइन के साथ 2 अफगानी गिरफ्तार

रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली । नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच की टीम ने दो अफगानी नागरिको को गिरफ्तार करके दिल्ली में अवैध ड्रग हेरोइन की सप्लाई करने वाले ड्रग तस्करो के गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपियों से बरामद आधा किलो से अधिक ड्रग हेरोइन की इंटरनेशनल मार्किट में इसकी कीमत लगभग 80 लाख रुपये। ड्रग के तस्करों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाते हुए। दिल्ली पुलिस के नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच ने दिल्ली में नशे के कारोबार में शामिल 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार।DCP, क्राइम, डॉ.जॉय टिर्की एवं, ACP, आर.के.ओझा नारकॉटिक्स सेल की देख रेख में टीम का गठन किया गया। इंस्पेक्टर राम मनोहर,के नेर्तत्व में पुलिस टीम ने पुश्ता रोड गीता कॉलोनी बस स्टैंड से मस्जिदी फिरोज़ व जबीउल्लाह रहीमी नाम के दो आरोपी अफ़ग़ानी नागरिकों को क्राइम ब्रांच की टीम ने धर दबोचा, इन आरोपियों के पास से आधा किलो से अधिक ड्रग हेरोइन बरामद किया है। जिसकी कीमत इंटरनेशनल मार्किट में लगभग 80-90 लाख रुपये है। ड्रग्स हेरोइन की गुप्त सूचना पर इंस्पेक्टर राम मनोहर की टीम में SI, विशन को मिली थी जिसपर पुलिस टीम के सदस्य SI,राकेश दुहन, हेडकॉन्स्टेबल संजय, हेडकॉन्स्टेबल रमेश के साथ दोनो आरोपियों को ड्रग्स के साथ पकड़ा गया, क्राइम ब्रांच में दोनो अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।तफ्तीश में हेडकॉन्स्टेबल अशोक, कॉन्स्टेबल सुखबीर व अन्य स्टाफ को शामिल किया गया। क्राइम ब्रांच (नारकोटिक्स) के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार पूछताछ में यह जानकारी मिली कि दोनो आरोपी अफ़ग़ानिस्तान के नागरिक हैं। जबीउल्लाह पिछले काफी समय से दिल्ली, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, चंडीगढ़ में च्यवनप्राश, हींग व आयुर्वेदिक दवाएं बेचने का काम करता है। आरोपी मस्जिदी फिरोज़ पांच साल की आयु में अपने माता पिता के साथ दिल्ली आया था और पिछले कई साल से दिल्ली, लक्ष्मी नगर में किराए के मकान में अपने परिवार सहित रहे रहा था। और च्यवनप्राश, हींग इत्यादि बेचने का ही काम करता है।गलत संगत में पड़ने के कारण वह नशे का आदि। हो चुका था। आरोपी जबीउल्लाह अफ़ग़ानिस्तान से चोरी छिपे हेरोईन को अपने सामान के साथ लेकर आता था और अलग अलग नशे के आदी  व्यक्तियों को बेचता था और 2 साल पहले फिरोज़ के संपर्क में आया था। जबीउल्लाह हेरोईन नशे के लिए फिरोज़ को भी दिया करता था।  22 जुलाई को जबीउल्लाह अफ़ग़ानिस्तान से दिल्ली आया था और हल्द्वानी चला गया। पुनः एक अगस्त को दिल्ली आया और मस्जिदी फिरोज़ की मदद से ड्रग्स मादक पदार्थ बेचने की कोशिश कर रहा था। जब दोनों आरोपी पुश्ता रोड गीता कॉलोनी बस स्टैंड के पास नारकोटिक्स सेल के हत्थे चढ़ गए। पुलिस इन दोनों आरोपियों से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई में लगी हुई है और जांच जारी है ।


दिव्यांग उपकरण मापन शिविर का आयोजन

संवाददाता-अभय कुमार मिश्रा


सीतापुर ! समग्र शिक्षा अभियान की समेकित शिक्षा के अंतर्गत, ब्लॉक संसाधन केंद्र लहरपुर में दिव्यांग बच्चों हेतु निशुल्क उपकरण मापन शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग एक दर्जन विकास खंडों के 194 दिव्यांग बच्चों ने प्रतिभाग किया, जिसमें से 182 बच्चों को उपकरण हेतु उपयुक्त पाया गया 12 बच्चों को अनुपयुक्त पाया गया।शिविर में उपकरण बनाने वाली संस्था एलिम्को कानपुर के विशेषज्ञों द्वारा दिव्यांग बच्चों के उपकरणों का मापन किया गया। समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार गुप्ता ने शिविर में उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि, दिव्यांगता को अभिशाप समझना सबसे बड़ा पाप है, क्योंकि मनुष्य में यादि किसी कारण से दिव्यांगता हो गई है तो ईश्वर उस मनुष्य में दूसरी विशेषताएं प्रदान कर देता है, आज देखने में आ रहा है कि दिव्यांग बहुत से क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, बल्कि देश का नाम रोशन कर रहे हैं, आवश्यकता है उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान देने की। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार ने कहा कि, दिव्यांग जनों के हेतु बहुत ही कल्याणकारी योजनाएं संचालित हैं, दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों को संवेदनशील रहना चाहिए क्योंकि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा की भी व्यवस्था है। इस अवसर पर विशेष शिक्षक अनुपम कुमार शुक्ला ने सहायक उपकरणों की देखभाल और रखरखाव के बारे में अभिभावकों को जानकारी दी। विशेष शिक्षक दिलीप बाजपेई व अनिता मिश्रा ने निर्देशन और परामर्श की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिक्षक अनवर अली, समाजसेवी हाजी सोहराब अली, जेड़ आर रहमानी, फुरकान अली, प्रमोद कुमार वर्मा, संदीप कुमार, मोहम्मद रफीक, मोहम्मद असद सिद्दीकी आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। शिविर में एलिम्को कानपुर के विशेषज्ञ श्रीकांत सिंह, अनमोल आनंद, गोविंद कुमार ने परीक्षण और मापन किया। इस मौके पर जनपद के 1 दर्जन से अधिक विकास खंडों के दिव्यांग छात्रों ने भाग लिया।


तीन राष्ट्रभक्त विभूतियों का सम्मान

संवाददाता -अभय कुमार मिश्रा


सीतापुर। राज्य सभा के बाद लोकसभा से भी धारा 370 को हटाने का संकल्प पारित होने के बाद आज सीतापुर नगर में तीन विभूतियों का सम्मान किया गया, पूर्व विधायक भरत त्रिपाठी द्वारा पूर्व सांसद जनार्दन प्रसाद मिश्र, उमाकान्त मिश्रा, संतोष पाण्डेय का माल्यार्पण व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान व अभिनंदन किया गया। बताते चले कि धारा 370 के विरोध में तत्कालीन भाजपा के वरिष्ठ राष्टीय नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में एकता यात्रा निकाली गई थी जिसके अन्तर्गत 26 जनवरी 1992 को मुरली मनोहर जोशी द्वारा श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर यात्रा का समापन करना था, तब उस यात्रा में शामिल होने के लिए सीतापुर जिले से भी एक बस में सवार होकर लोग गए थे, वैसे तो सीतापुर से उस यात्रा में भाग लेने वाले अन्य भी कई लोग थे लेकिन सीतापुर नगर से मात्र 5 लोग ही उस बस में सवार होकर जम्मू पहुँचे थे जिनमें जनार्दन प्रसाद मिश्र , उमाकान्त मिश्र , प्रकाश नाथ मेहरोत्रा, श्याम जीत जायसवाल एवं सन्तोष पाण्डेय सीतापुर नगर से थे। सीतापुर नगर के भाजपा व विचार परिवार के लिए ये दुर्भाग्य की बात है कि आज धारा 370 के हटने की खुशी देखने व सुनने के लिए इन पांच नामों में श्यामजीत व प्रकाश मेहरोत्रा अब दिवंगत हो चुके हैं काश वे अगर जीवित होते तो वे भी ये शुभ दिन जरूर देखते!और गर्व महसूस करते खैर आज वे दोनों भले ही हमारे बीच मे नहीं हैं लेकिन स्वर्ग में उनकी आत्मा जरूर प्रसन्न हुई होगी। सीतापुर नगर के ये तीन राष्ट्रभक्त आज धारा 370 के हटने बाद गर्व की अनुभूति कर रहें हैं सरकार के इस ऐतिहासिक कदम का एक ओर सभी स्वागत कर रहे हैं,तो दूसरी ओर पूर्व विधायक भरत त्रिपाठी ने इन तीनो का अभिनंदन व सम्मानित किया। बातचीत में श्री जनार्दन मिश्र धारा 370 को हटाने के पल को ऐतिहासिक व अपने जीवन का सुखद दिन बताते है वे कहते है कि ये मुद्दा मेरे लिए राममन्दिर से भी बड़ा है मोदी और अमित शाह ने वो करके दिखा दिया जिसका लोग 50 साल से इंतजार कर रहे थे। एकता यात्रा में शामिल होने गए उमाकान्त मिश्र पुराने क्षणों को याद कर बताते हैं कि हम 5 लोग सीतापुर से एक बस में सवार होकर जम्मू गए थे जिसका 400 रुपया एक यात्री का शुल्क भी निर्धारित था वे कहते है कि जब हम लोगों की बस लुधियाना बार्डर क्रॉस कर रही थी तब हम लोगों की बस के आगे मुरादाबाद जिले की एक बस चल रही थी उस पर आतंक वादियों ने गोलियां बरसा दी थी जिसमें 1 कार्यकर्ता की मौत व दो गम्भीर रूप से घायल हो गए थे, पार्टी इस धारा को हटाने के लिए काफी लम्बे समय से संघर्ष कर रही थी आज मोदी जी ने ये शुभ दिन देश के सामने दिया है जिसका मुझे भी बहुत गर्व है। फिलहाल ये तीनों विचारनिष्ठ अपने आप को भाजपा से जुड़े होने को लेकर बहुत ही गौरवान्वित महूसस कर रहें है।


एसएसपी ने निकाला समाधान:बकरीद

मुरादाबाद । बर्तन बज़ार में शाही मस्जिद में इस बार ईद की नमाज़ पढ़ने आने वाले मुस्लिम भाइयों से गुज़ारिश है।इस बार सावन का आख़री सोमवार वाले दिन ही ईद उल ज़ुहा की नमाज़ है।


सोमवार में हिन्दू भाई बहन अपने मज़हब के मुताबिक़ अपने धार्मिक स्थलों में जाकर जल चढ़ायेंगे।इस लियें इस बार पुलिस प्रशासन के अनुरोध पर शाही मस्जिद में ईद की नमाज़ पढ़ने आने वाले भाई अपनी-अपनी दो पहिया गाड़िया भट्टी स्ट्रीट में पार्क करें, इस बार अगर मौसम साफ़ रहा तो आधी सड़क पर ही नमाज़ी ज़्यादा होने की शक़्ल में नमाज़ अदा करेंगे, आधी सड़क पर हिन्दू भाई बहन अपने कांवड़ की गाड़ियों के साथ आसानी से गुज़रेंगें।हिंदु भाइयों से भी गुज़ारिश है कि वो बस नमाज़ के कुछ वक़्त के दौरान अपने DJ मस्जिद के आगे से बंद कर के निकाल लें।दोनों पक्षों ने बहुत प्यार से इस इस मसले का हल निकाल लिया है। एसएसपी, एसपी सिटी, एडीएम सिटी सहित सभी पुलिस प्रशसन के अधिकारी बर्तन बज़ार में मौजूद थे, कावड़ पक्ष की तरफ़ से संजय कट्टा सहित काफ़ी लोग मौजूद थे, तो मुस्लिम पक्ष से सलीम बाबरी, रईस खां, शुएब हसन पाशा, सलीम बाबरी सहित काफ़ी लोग मौजूद थे।


बकरा ईद पर पता लगेगा:पब्लिक मूड

श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की नमाज और 12 अगस्त को पड़ने वाली ईद-उल-अजहा के मौके पर कर्फ्यू में ढील दी जा सकती है। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से ये ऐसा पहला मौका होगा जब केंद्र सरकार लोगों की प्रतिक्रिया को भांपेगी। इस दौरान सरकार ये जानने की कोशिश करेगी कि इस कदम से कश्मीरियों का क्या मूड है। हालांकि अभी केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन मिलकर घाटी के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी घाटी की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां का दौरा किया। उन्होंने यहां के राज्यपाल सत्यापल मलिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की।फिलहाल घाटी में सुरक्षा तैनाती में ढील को निर्धारित करने के लिए किसी समय सीमा का अंदाजा नहीं लगाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि जुमे की नमाज में धारा 144 के तहत कुछ ढील दी जा सकती है।


जम्मू संभाग में दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान खुलने शुरू 


बुधवार को घाटी से कई वीडियो वायरल हुए जिनमें तेजी से सुधर रहे हालात दिख रहे हैं। श्रीनगर में कुछ दुकानें खुलीं। सड़कों पर पाबंदियों के बाद भी आम लोग सड़कों पर निकले। दो पहिया वाहनों के साथ कार भी सड़कों पर दिखीं। प्रशासन की ओर से जिन परिवारों में शादियां हैं, उनके लिए अतिरिक्त प्रबंध किए जाने की खबर है। पिछले तीन दिनों से पूरे केंद्र शासित प्रदेश में स्थिति लगभग शांतिपूर्ण है। मंगलवार को पुंछ के बफलियाज इलाके में फैसले के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने इस दौरान पहुंची पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसमें डीएसपी आपरेशन समेत तीन लोग घायल हो गए थे।


घाटी में पाबंदियों के साथ सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा


अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद उत्पन्न हालात से निपटने के लिए महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, सज्जाद गनी लोन, इमरान रजा अंसारी समेत विभिन्न दलों के 550 से अधिक नेताओं व कार्यकर्ताओं को अब तक हिरासत में रखा गया है। सुरक्षा बलों की ओर से शांति के लिए खतरा का हवाला देते हुए इन्हें हिरासत में लेकर श्रीनगर के एसकेआईसीसी तथा बारामुला व गुरेज में बनाए गए केंद्रों में इन्हें रखा गया है। हालांकि, प्रशासन की ओर से हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।


 


क्षेत्रीय विद्यार्थी मुख्यधारा से पिछड़े

पथरी । छत्तीसगढ़ के देहाती क्षेत्र अभी भी मुख्यधारा से पिछड़े हुए हैं। नगर और महानगरों में होने वाले आयोजनों में उनकी अपेक्षा की जाती है। जिसकी वजह से प्रतिभावान  छात्र एवं युवक सिमट कर रह जाते हैं। ठीक इसी प्रकार गांव-देहात के शिक्षकों को कोई महत्व नहीं जाता है। जब भी ब्लॉक स्तर पर या जिला स्तर पर कोई भी आयोजन रखा जाता हैं, तो शहरी क्षेत्रो के स्कूल-विधालयो को आयोजन का निमंत्रण और दायित्व देते हैं। गाँव के बच्चे और शिक्षक अपना समान लेकर, अपनी स्वयं की व्यवस्था पर आते है। प्रदर्शन करते हैं,उनके बच्चे यदि प्रथम या द्वितीय नहीं आते तो उन्हें सर्टिफिकेट भी नहीं दिया जाता है। अपना रुपय खर्च करके माडल बनाते हैं। दिन भर आयोजन स्थल पर प्रदर्शन करते हैं। उसके बाद भी बच्चों की मेहनत पर ध्यान नही दिया जाता है। कम से कम सर्टिफिकेट का हक तो मिलना चाहिए। बच्चों के लिए शहरों में बडे़-बडे़ आॅडिटोरियम बनाये गये है।गाँव के स्कूल में कन्ही भी आडिटोरियम नहीं है। फिर भी बाहर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। गाँव के स्कूल के बच्चे, गाँव की तीन बालिकाओं ने पंजाब में करामतशोगी डो कराते में छग को तिसरा स्थान दिलवाया हैं। पथरी की तीन बालिकाओं को सिल्वर मैडल प्राप्त हुआ है।


3827आवेदन मांगे:शिक्षक-भर्ती

चंडीगढ़ । हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSE ) ने विभिन्न विषयों के अध्यापकों के 3827 पदों के आवेदन मांगे हैं l इच्छुक व् योग्य 20 अगस्त से 5 सितंबर 2019 आनलाईन आवेदन कर सकते हैं l


कुल पद : 3827
कंप्युटर साईंस : 1373
अंग्रेजी ः 530
मैथ : 522
इतिहास : 329
कोमर्स : 304
फिजीकल एजुकेशन : 241
हिंदी : 194
कैमिसट्री : 131
बायोलोजी : 127
म्युजिक: 35
फाईन आर्ट : 35
उर्दु : 6


शैक्षणिक योग्यता:
संबंधित विषय में एमए व बीएड
मैट्रिक या हायर में विषय के रूप में हिंदी / संस्कृत।
(ii) हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र
(HTET) / संबंधित विषय के स्कूल शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET)।
(iii) “अच्छा अकादमिक रिकॉर्ड” लेने के बाद 5O% अंक पाने वाले उम्मीदवार
lOth / 12th / ग्रेजुएशन / पोस्ट से किसी भी तीन परीक्षाओं का औसत
मामले के रूप में स्नातक हो सकता है। हालांकि उम्मीदवार के पास होना चाहिए
पीजीटी कंप्यूटर साइंस को छोड़कर पोस्ट-ग्रेजुएशन में कम से कम 50% अंक
और पीजीटी कंप्यूटर विज्ञान के मामले में, उम्मीदवार को कम से कम होना चाहिए
पोस्ट ग्रेजुएशन / ग्रेजुएशन में 55% अंक हो।
आयु सीमा : 18-42 वर्ष
आनलाईन आवेदन की तिथि : 20 अगस्त से 5 सितंबर 2019
आनलाईन फीस भरने की तिथि: 9 सितंबर 2019
यहां करें आनलाईन आवेदन : www.hssc.gov.in
वेतनमान: पे मैट्रिक्स लेवल -8 में (रु। 47,600-1,51,100)


मानसिक उपचार की आवश्यकता:न्यायमूर्ति

नई दिल्ली । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री एच.एल.दत्तू ने कहा है कि देश में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को सुधारने के प्रयास किए गए हैं लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में आवश्यक सुविधा और उपलब्धता के बीच खाई बनी हुई है। यह बात उन्होंने आज नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेन्टर में मानसिक स्वास्थ्य पर एनएचआरसी की राष्ट्रीय स्तर की समीक्षा बैठक का उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र की निगरानी नीति के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य देखभाल नियम 2017 के लागू होने के बाद की जमीनी वास्तविकताओं का मूल्यांकन करना आवश्यक है। न्यायमूर्ति श्री दत्तू ने कहा कि देश में 13500 मनोरोग चिकित्सकों की आवश्कता है लेकिन 3827 ही उपलब्ध हैं। 20250 क्लीनिकल मनोरोग चिकित्सकों की आवश्कता है जबकि केवल 898 उपलब्ध हैं। इसी तरह पैरामैडिकल स्टाफ की भी भारी कमी है।


मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने बंदियों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र किया और कहा कि ऐसे बंदियों के अधिकारों की रक्षा करना मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 के खंड 103 के अंतर्गत राज्य का दायित्व है और उच्चतम न्यायालय ने भी हाल के अपने एक निर्णय में इस पर बल दिया है।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के विशेष सचिव श्री संजीव कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में सुधार की दिशा में सरकार के प्रयासों की जानकारी देते हुए सभी हितधारकों की अधिक भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि 19 राज्यों ने अब तक मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम को लागू किया है। उन्होंने बताया कि देश की 10.6 प्रतिशत युवा आबादी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है। यह बहुत बड़ी संख्या है और इसके लिए सुरक्षा कवच, कानूनी रूपरेखा तथा चिकित्सा सुविधाओं वाली समग्र सोच की जरूरत है। उन्होंने इस विषय पर विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाने और सहयोग भावना से स्थिति सुधारने के लिए मानवाधिकार आयोग की प्रशंसा की।इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के महासचिव श्री जयदीप गोविंद ने मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में आयोग के कार्यों की जानकारी दी और कहा कि यह सभी के लिए अच्छे स्वास्थ्य पर बल देने वाले विकास लक्ष्य-3 का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने अच्छे व्यवहारों को अपनाया है और दूसरे राज्यों को इन व्यवहारों को अपनाना चाहिए।बैठक में मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति श्री पी.सी.पंत, महासचिव श्री जयदीप गोविंद और संयुक्त सचिव श्री दिलीप कुमार और अन्य अधिकारियों के अतिरिक्त केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव सुश्री प्रीति सूदन, संबंधित मंत्रालयों, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि, राज्यों के मानवाधिकार आयोगों, भारतीय चिकित्सा परिषद, भारतीय नर्सिंग परिषद, मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों के निदेशक, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एनजीओ तथा सिविल सोसाइटी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


सुविधाएं-उपलब्धता के बीच खाई:एनएचआरसी

नई दिल्ली । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की राष्ट्रीय स्तर की बैठक मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कानून और उसको लागू करने के बीच की खाई पर भी चर्चा की गई। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री एच.एल.दत्तू ने बैठक का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को सुधारने के प्रयास किए गए हैं। लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में आवश्यक सुविधा और उपलब्धता के बीच खाई बनी हुई है।


उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र की निगरानी नीति के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य देखभाल नियम 2017 के लागू होने के बाद की जमीनी वास्तविकताओं का मूल्यांकन करना आवश्यक है। न्यायमूर्ति श्री दत्तू ने कहा कि देश में 13500 मनोरोग चिकित्सकों की आवश्कता है लेकिन 3827 ही उपलब्ध हैं। 20250 क्लीनिकल मनोरोग चिकित्सकों की आवश्कता है जबकि केवल 898 उपलब्ध हैं। इसी तरह पैरामैडिकल स्टाफ की भी भारी कमी है।


मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने बंदियों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र किया और कहा कि ऐसे बंदियों के अधिकारों की रक्षा करना मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 के खंड 103 के अंतर्गत राज्य का दायित्व है और उच्चतम न्यायालय ने भी हाल के अपने एक निर्णय में इस पर बल दिया है।स्वास्थ्य परिवार और कल्याण सचिव सुश्री प्रीति सूदन ने कहा कि देश में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को सुधारने के काम में केंद्र सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि धन की कोई कमी नहीं है लेकिन राज्यों को मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 को लागू करने के प्रस्ताव के साथ आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों को खर्च के बारे में समय से रिपोर्ट देनी होगी।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के विशेष सचिव श्री संजीव कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में सुधार की दिशा में सरकार के प्रयासों की जानकारी देते हुए सभी हितधारकों की अधिक भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि 19 राज्यों ने अब तक मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम को लागू किया है। उन्होंने बताया कि देश की 10.6 प्रतिशत युवा आबादी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है। यह बहुत बड़ी संख्या है और इसके लिए सुरक्षा कवच, कानूनी रूपरेखा तथा चिकित्सा सुविधाओं वाली समग्र सोच की जरूरत है। उन्होंने इस विषय पर विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाने और सहयोग भावना से स्थिति सुधारने के लिए मानवाधिकार आयोग की प्रशंसा की।


इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के महासचिव श्री जयदीप गोविंद ने मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में आयोग के कार्यों की जानकारी दी और कहा कि यह सभी के लिए अच्छे स्वास्थ्य पर बल देने वाले विकास लक्ष्य-3 का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने अच्छे व्यवहारों को अपनाया है और दूसरे राज्यों को इन व्यवहारों को अपनाना चाहिए।राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति श्री पी.सी.पंत ने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन में दिए गए सुझाव कानून और उसको लागू करने की बीच की खाई को पाटने में सहायक होंगे।बैठक में मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति श्री पी.सी.पंत, महासचिव श्री जयदीप गोविंद और संयुक्त सचिव श्री दिलीप कुमार और अन्य अधिकारियों के अतिरिक्त केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव सुश्री प्रीति सूदन, संबंधित मंत्रालयों, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि, राज्यों के मानवाधिकार आयोगों, भारतीय चिकित्सा परिषद, भारतीय नर्सिंग परिषद, मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों के निदेशक, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एनजीओ तथा सिविल सोसाइटी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


पेशी पर गई महिला से कॉन्स्टेबल ने किया रेप

नई दिल्ली । इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला राजधानी दिल्ली से सामने आया है। यहाँ एक पुलिस वाले की इस हैवानियत ने पुलिस महकमे का सिर शर्म से झुका दिया। बता दे यहाँ एक महिला ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल पर चलती ट्रेन में बलात्कार करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इस मामले में पीड़ित महिला ने एफआईआर भी दर्ज करा दी है। जानकारी के लिए बताते चले तिहाड़ जेल में बंद एक पीड़ित महिला ने आरोप है की कि जब वो कोर्ट में पेशी के बाद बीते तीन अगस्त को पश्चिम बंगाल से राजधानी दिल्ली लौट रही थी तब उसके साथ गए आरोपी कांस्टेबल ने चलती ट्रेन में उसके साथ बलात्कार किया। महिला ने कहा कि कांस्टेबल ने उसे ट्रेन के बाथरूम में अपनी हवस का शिकार बनाया। वही इस मामले में पुलिस महकमे में हडकंप मच गया है। आगे पीड़ित महिला ने बताया की बलात्कार करने के बाद आरोपी पुलिस कांस्टेबल ने किसी को इस बात की जानकारी देने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी थी। वो जब अगली सुबह तिहाड़ जेल पहुंची तो उसने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाया।


जानिए इस घटना पर क्या कहते है रेल पुलिस के डीसीपी सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना रेल पुलिस के डीसीपी दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा, 'महिला की शिकायत पर हमने केस दर्ज कर लिया है और इस मामले की जांच की जा रही है।' जानकारी के लिए बताते चले कि पुलिस के द्वारा दी गयी जानकारी के  मुताबिक पीड़ित महिला के खिलाफ किडनैंपिंग के दो केस पश्चिम बंगाल और दिल्ली में दर्ज है। 1 अगस्त को महिला को दिल्ली से पश्चिम बंगाल एक ऐसे ही मामले में पेशी के लिए ले जाया गया था और उसके साथ पांच पुलिसकर्मी थे। महिला के साथ दो महिला कांस्टेबल, दो पुरुष कांस्टेबल और एक हेड कांस्टेबल था।


फारुख की कनपटी पर बंदूक नहीं:शाह

नई दिल्ली । नेशनल काॅन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुक अब्दुल्ला जब धारा 370 को समाप्त करने वाले विधेयक को लोकसभा में पेश किये जाने के बाद यहां अनुपस्थित दिखे तो राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने इस पर सवाल उठाया।
इस पर अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि फारुक अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही उन्हें घर में नजरबंद रखा गया है। वे घर में स्वस्थ भी हैं। मस्ती में रह रहे हैं और खा-पी रहे हैं। वे अपनी इच्छा से घर में हैं।अब्दुल्ला के सदन में न होने पर सवाल खड़े करने पर शाह ने कहा कि अब उनकी कनपटी पर बंदूक रखकर तो उन्हें यहां नहीं ला सकते। गौरतलब है कि शाह पर आरोप लग रहे थे कि फारूक अब्दुल्ला को घर में नजरबंद कर दिया गया है।


बच्चों का विकास एवं स्वास्थ्य (विविध)

बच्चों में विकासात्मक मील के पत्थर-एक परिचय
बच्चों का विकास एक जटिल एवं सतत प्रक्रिया है। उन्हें एक खास आयु में कार्य-विशेष करने में सक्षम होना चाहिए। ये विकासात्मक मील के पत्थर कहलाते हैं। एक माता या पिता होने के नाते, यह समझना महत्वपूर्ण है कि कोई भी दो बच्चे समान रूप से विकसित नहीं होते। इसलिये, इस बारे में चिंता करना व्यर्थ है कि पड़‍ोस का बच्चा यह या वह कर सकता है, लेकिन उसका बच्चा नहीं। विभिन्न गतिविधियों के लिए दर्ज़ की गई आयु पर, बच्चे को कुछ समय तक ध्यान से देखना चाहिए।


यदि कुछ महीने बाद भी वह कोई विशेष गतिविधि प्रदर्शित नहीं करता हो, तो बाल-रोग विशेषज्ञ से परामर्श लिया जाना चाहिए। यह इस तथ्य को ध्यान में रखता है कि बच्चा अलग तरीके से व्यवहार कर रहा है क्योंकि वह बीमार या व्यथित है। कभी-कभी बच्चा कुछ क्षेत्रों में समान आयु के अन्य बच्चों की तुलना में अधिक धीमी गति से विकसित हो सकता है जबकि उसकी अन्य गतिविधियां दूसरे बच्चे से आगे हो सकती हैं। जबकि बच्चा चलना सीखने के लिए तैयार नहीं हो, तब उसे चलना सीखने के लिए विवश करने पर कोई नतीज़ा नहीं निकलेगा।


विकासात्मक विलम्ब के लिए त्वरित परख
2 महीने– मित्रवत मुस्कान
4 महीने– गर्दन सीधी रखने में सक्षम
8 महीने– बगैर सहारे के बैठना
12 महीने– खड़ा होना
जन्म से 6 हफ्तों तक
बच्चा पीठ के बल लेटकर सिर एक ओर घुमाकर रखता है
अचानक आवाज़ उसे चौंकाती है जिससे उसका शरीर कड़क हो जाता है
मुट्ठियां भिंच जाती हैं
बच्चा पीठ के बल लेटकर सिर एक ओर घुमाकर रखता है
अचानक आवाज़ उसे चौंकाती है जिससे उसका शरीर कड़क हो जाता है
मुट्ठियां भिंच जाती हैं
बच्चा उसकी हथेली पर कोई चीज़ हल्के से छुआने पर उसे कसकर पकड़ लेता है;
यह पकड़ की प्रतिक्रिया
6 से 12 हफ्ते
अपना सिर अच्छे तरीके से स्थिर रखना सीखता है
वस्तुओं पर अपनी निगाह स्थिर रख सकता है
3 महीने
पीठ के बल लेटे-लेटे बच्चा अपना प्रत्येक हाथ एवं पैर समान तरीके से, अच्छे से हिलाता है। हरकतें झटकेदार नहीं होतीं या अ-समन्वित तरीके से नहीं होतीं हैं।
बच्चा माता को पहचानता है एवं उसकी आवाज़ पर प्रतिक्रिया देता है ।
बच्चे के हाथ अक्सर खुले होते हैं ।
जब बच्चे को सीधा पकड़कर रखा जाए तो वह एक क्षण से अधिक समय के लिए अपने सिर का वज़न सम्भाल सकता है।
6 महीने
बच्चा अपने हाथों को साथ में मिलाकर खेलता है ।
बच्चा उसके आसपास की जाने वाली आवाज़ें सुनकर उनकी दिशा में अपना सिर घुमाता है ।
बच्चा पेट से पीठ के बल या पीठ से पेट के बल पलटी मार सकता है।
बच्चा थोड़ी देर के लिए सहारा लेकर बैठ सकता है।
जब बच्चे को सीधा पकड़ा जाए तो वह अपने पैरों पर कुछ वज़न ले सकता है।
जब पेट के बल लेटा हो, तो बच्चा उसका वज़न तने हुए हाथों पर ले सकता है।
9 महीने
बच्चा सहारे के बगैर एवं बगैर अपने शरीर को अपने हाथों से पकड़े बैठ सकता है ।
बच्चा रेंग सकता है या अपने हाथों तथा घुटनों के बल चल सकता है।
12 महीने
बच्चा खड़ा हो सकता है।
बच्चा 'मामा' जैसे शब्द बोलना शुरू कर देता है।
बच्चा फर्नीचर आदि को पकड़कर चलने में सक्षम होता है।
18 महीने
बच्चा बगैर मदद के ग्लास पकड़ सकता है एवं बगैर गिराए उससे पी सकता है ।
बच्चा बगैर गिरे या लड़खड़ाए एक बड़े कक्ष में इधर से उधर तक बगैर सहारे के चल सकता है।
बच्चा कुछ शब्द बोल सकता है।
बच्चा अपने आप खा सकता है।
2 वर्ष
बच्चा पजामे जैसे कुछ कपड़े उतार सकता है।
बच्चा बगैर गिरे दौड़ सकता है ।
बच्चा तस्वीरों की पुस्तक की तस्वीरों में रुचि दर्शाता है ।
बच्चा जो कहना चाहता है वह कह सकता है ।
बच्चा अन्यों द्वारा कहे गए शब्द दोहराना शुरु कर देता है ।
बच्चा उसके शरीर के कुछ हिस्सों की ओर इंगित करने में सक्षम होता है।
3 वर्ष
बच्चा कन्धे के ऊपर से गेन्द फेंक सकता है (कन्धे के समानांतर या नीचे से नहीं।
"बच्चा “तुम लड़का हो या लड़की?” जैसे आसान प्रश्नों के उत्तर दे सकता है।
बच्चा वस्तुएं उठाकर इधर-उधर रखने में मदद करता है।
बच्चा कम से कम एक रंग का नाम ले सकता है।
4 वर्ष
बच्चा एक ट्राइसिकल को पैडल से चला सकता है।
बच्चा पुस्तकों या पत्रिकाओं में तस्वीरों के नाम बता सकता है।
5 वर्ष
बच्चा अपने कुछ कपड़ों के बटन बन्द कर सकता है ।
बच्चा कम से कम तीन रंगों के नाम बता सकता है।
बच्चा एक के बाद दूसरे कदम के इस्तेमाल से सीढ़ियां उतर सकता है।
बच्चा अपने पैर दूर-दूर रखकर उछल सकता है।


निष्कर्ष तक नहीं पहुंची डीएम रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रामाधीन सिंह इंटर कालेज की आंड़ में हिस्ट्रीशीटर भूमाफिया द्वारा किये गए अवैध कब्जों-अवैध निर्माणों के विरुद्ध दर्ज कराई गई शिकायत पर-


संजय आजाद की कलम से 


लखनऊ । राज्य मानव अधिकार आयोग, लखनऊ ने लिया संज्ञान, जिलाधिकारी लखनऊ ने सौंपी जांच रिपोर्ट ! कलेक्टर साहब ने 500 करोड़ रुपये की नजूल भूमि को बचाने के वास्ते रिपोर्ट लगाई या फिर भ्रष्टाचारियों को बचाने में अपनी कलम फंसाई?संजय आजाद ने दिनांक 05 अगस्‍त को सायंकाल मानव अधिकार आयोग उत्तर प्रदेश लखनऊ में सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त कराये गये आवेदन पत्र के क्रम में आयोग द्वारा चाहे गए रूपये 22/- नकद जमा कर दिये। बताते चलें कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली ने हमारी उक्त शिकायत का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश राज्य मानव अधिकार को संदर्भित कर दिया था जिसपर आयोग ने जिलाधिकारी लखनऊ से जांच आख्या तलब कर गत 6 सप्ताह के भीतर मांगी थी। आयोग से संपर्क करने पर जानकारी दी गई कि जिलाधिकारी लखनऊ की जांच रिपोर्ट आ चुकी है जिसे मुझ शिकायतकर्ता को ऐसे नहीं दिखाई जा सकती।  जिलाधिकारी लखनऊ की 11 पेज की जांच आख्या के क्रम में मेरे द्वारा रूपये 22/- आज जमा कर दिया गया है। अब देखना होगा कि राजधानी के कलेक्टर कौशल राज शर्मा साहब ने दबंग हिस्ट्रीशीटर भूमाफिया प्रबंधक द्वारा अपनी दबंगई के बल पर कालेज की आंड़ में लखनऊ विकास प्राधिकरण से सांठगांठ कर हथियाई गई लगभग 500 करोड़ रूपये की नजूल भूमि को बचाने के दृष्टिगत ईमानदारी से अपनी कलम चलाई है या फिर भ्रष्टाचारियों के बचाव में अपनी कलम फंसाई है?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1.अंक-06(साल-01)
2. शुक्रवार,9 अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष नवमी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:45,सूर्यास्त 7:08
5.न्‍यूनतम तापमान 28 डी.सै.,अधिकतम-35 डी.सै. हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी,मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102
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cont.935030275


रिश्तो में खटास आ सकती है: मीन

राशिफल


मेष राशि : आज आपका दिन बेहतरीन रहने वाला है, आज आप जो भी काम शुरू करेंगे उसमें आपको सफलता जरुर मिलेगी । जो लोग सरकारी नौकरी से जुड़े हैं, उनके लिए दिन उत्तम रहने वाला है। लंबे समय से प्रमोशन में आ रही रुकावटें आज दूर हो सकती हैं। जिनकी जॉब अभी नयी-नयी शुरू हुयी है, उनको आॅफिस में साथियों का सहयोग प्राप्त होगा। हॉस्टल में रह रहे छात्र पढ़ाई पर ध्यान दें । उन्हें ज्यादा मेहनत करने की आवश्यक्ता है । भविष्य में मेहनत का लाभ आपको जरूर मिलेगा। भगवान शिव को प्रणाम पूजा करें, आपको अवश्य ही लाभ मिलेगा।


वृष राशि : आज आपका दिन बढ़िया रहने वाला है। आज परिवार के लोगों से आपको भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। खासकर कि आपके प्रति बड़ों का प्यार बना रहेगा। साथ ही बच्चे आपसे खुश रहेंगे। आज आप नये बिजनेस को शुरू करने का विचार करेंगे। आज किसी भी कार्य में सफलता आपके हाथ जरूर लगेगी । आज तरक्की के किसी भी अवसर को अपने हाथ से ना जाने दें, कोई भी छोटा चांस आपको मालामाल बना सकता है। आज कम मेहनत में ज्यादा फल पाने वाला दिन हैं, इसे आप अपने परिश्रम से और भी अच्छा बना सकते हैं। श्री हरि का ध्यान करें, अपको तरक्की मिलेगी।


मिथुन राशि : आज आपका दिन सामान्य रहने वाला है। आज परिश्रम के अनुरुप फल थोडा कम ही मिल पायेगा । प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को मेहनत की जरूरत है। छात्रों को मेहनत से सफलता जरूर मिलेगी । एक निर्धारित टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें। जिन लोगों की नयी-नयी शादी हुयी है, उनके लिए दिन उत्तम रहने वाला है। आपको पार्टनर का प्यार और सहयोग मिलेगा। कहीं बाहर घूमने जाने का प्लान भी बना सकते हैं। गाय को रोटी खिलाएं, आपको अपनी ।


कर्क राशि : आज आपका दिन अच्छा रहने वाला है। जो छात्र कॉलेज में एडमिशन लेने के लिये तैयारी कर रहे हैं, वो जल्द ही अपनी तैयारीयां पूरी कर लेंगे। टीचर का पूरा सहयोग आपको मिलेगा। लेकिन जो छात्र विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिये जाना चाहते हैं, उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। आज कोई भी काम करते समय आपको बुजुर्गों का आशीर्वाद जरुर लेना चाहिये। इससे आपको अपने काम में मदद मिलेगी। साथियों के साथ आपका दिन अच्छा गुजरेगा । मन्दिर में पुष्प चढ़ाएं, दिन अच्छा गुजरेगा।


सिंह राशि : आज का दिन मिली-जुली प्रतिक्रिया देने वाला रहेगा। कोई भी बड़ा काम शुरू करने से पहले उस क्षेत्र से जुड़े लोगों की राय जरुर ले लें । आज बिजनेस में कम मुनाफा का योग हैं। जिन लोगों का होल सेल का बिजनेस है, उनके काम में सामान्य रूप से गति बनी रहेगी। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरुरत है। बदलते मौसम का आपको ध्यान रखना होगा। आपको हृदय से जुड़ी कोई दिक्कत हो सकती है। आॅफिस में आपको काम में किसी का सहयोग मिल सकता है। जरूरतमंद बच्चों को भोजन कराएं, आपकी सभी परेशानी दूर होगी।


कन्या राशि : आज आपका दिन बेहतरीन रहने वाला है । कोई ऐसी चीज हासिल कर पायेंगे, जिसकी आपको बहुत कम उम्मीद थी। आज आपके मन में नए-नए क्रिेएटिव आइडिया आयेंगे, जिनका आप बखूबी इस्तेमाल भी करेंगे। आॅफिस में हर कोई आपके काम से खुश रहेगा। आपके जुनियर भी आपसे काम सिखने आयेंगे। किसी महिला मित्र से आज आपकी मुलाकात हो सकती है। आप आॅउट आॅफ स्टेशन जाने का मन बना सकते हैं। सेहत के मामले में दिन अच्छा रहेगा। शिवलिंग पर जल चढ़ायें, खुशियां बनी रहेगीं।


तुला राशि : आज आपका दिन पहले से थोड़ा बेहतर होगा। किसी पर भी तुरंत भरोसा ना करें, ये आपके लिये थोड़ा परेशानी भरा हो सकता है। बिजनेस में लेन-देन का ख्याल रखें । कोई बड़ी डील करने से पहले सब कुछ जांच-परख कर लें। जो महिलाए गृह उद्योग शुरू करना चाहती हैं, उनको परिवार से पूरा सहयोग मिलेगा। आज माता के स्वास्थ्य के प्रति आपको ध्यान रखना चाहिए, उन्हें पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। प्राइवेट जॉब वालों के लिए दिन ठीक रहेगा। श्री विष्णु के मंदिर में देशी घी का दीपक जलायें, परेशानियों से बचे रहेंगे।


वृश्चिक राशि : आज आपका दिन बेहतर रहेगा। बस आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा। मुंह से निकली हुई एक गलत बात आपको परेशानी में डाल सकती है। आज   घर पर कोई रिश्तेदार आ सकता है। आपको उनसे अच्छा व्यवहार बनाकर रखना चाहिए। जो लोग घर शिफ्ट करना चाह रहे हैं, वो लोग आज शिफ्टिंग का कार्य शुरू करवा सकते हैं। अगर मन में कोई बात आपको परेशान कर रही है, तो अपने दोस्तों से इस बारे में बात करें, आपको अच्छा लगेगा। किसी बुजुर्ग महिला का आशीर्वाद लें, दिन अच्छा गुजरेगा।


धनु राशि : आज आपका दिन अच्छा रहने वाला है। धार्मिक कार्यो में आपकी रुचि बढ़ेगी। आज आप किसी विशेष पूजा का हिस्सा बन सकते हैं। लंबे समय से फंसा हुआ धन आज आपको वापस मिल सकता है। जो लोग स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े हैं, उनके लिए आज का दिन उत्तम रहेगा। आपको मनचाही जगह पर ट्रांसफर का आॅफर मिल सकता है। आई.आई.टी या किसी भी टैक्नीकल परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को आज गुरुजनों का विशेष सहयोग मिलेगा। भगवान विष्णु को शहद का भोग लगाएं, आपको गुरुजनों का सहयोग मिलता रहेगा।


मकर राशि : आज आपके जीवन में कुछ बदलाव आ सकते हैं। आपको कुछ काम करने के लिये ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। जो लोग होटल या रेस्टोरेंट जैसे बिजनेस से जुड़े हैं, उनके लिये दिन पहले से थोड़ा बेहतर रहेगा। जो लोग अपने बिजनेस को शिफ्ट करना चाहते हैं या कोई दूसरी ब्रांच खोलना का आज इसकी प्लॉनिंग कर सकते हैं। आज आपको जीवन और कार्यक्षेत्र दोनों में पिता का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक रिश्तों में मिठास बनी रहेगी। शिवलिंग पर नारियल अर्पित करें, आपके काम आसान हो जायेंगे।


कुंभ राशि : आज आपका दिन पहले से ज्?ादा लाभ दिलवाने वाला रहेगा। लंबे समय से चल रही कोई योजना आज पूरी हो जायेगी। कोई नया काम शुरू करने के बारे में भी सोच सकते हैं, दिन आपके लिये लाभकारी होगा। वाहन चलाते समय आपको जरूरी कागजात अपने साथ रखने चाहिए, आपको जरुरत पड़ सकती है। जो लोग कला या संगीत के क्षेत्र से जुड़े हैं, उनके लिये आज का दिन उत्तम रहने वाला है। आपको बड़े बड़े सिंगर का सहयोग मिल सकता है। आपके प्रयास सफल होंगे। बेल पत्र पर ऊँ लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, आपका दिन अच्छा रहेगा।


मीन राशि : आप आपका दिन बढ़िया रहेगा । आप अपने विवेक का इस्तेमाल करके सब कुछ हासिल कर सकते हैं । अपने विचारों को मूर्त रूप देने में आप कामयाब रहेंगे । आज हर कोई आपकी प्रशंसा करेगा । लेकिन ध्यान रहे किसी पर भी अनावश्यक शक ना करें, इससे आपके रिश्तों में खटास आ सकती है। प्रेम संबंधों के मामले में दिन अच्छा रहेगा। आप पार्टनर के साथ डिनर पर जाने का प्लॉन बना सकते हैं। छात्र परीक्षा परिणाम का इंतजार कर सकते हैं। आपका सारा ध्यान उसी तरफ रहेगा। सूर्य देवता को प्रणाम करें, आपके साथ सब अच्छा होगा।


प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ का वर्णन

कपिला नगरी के कालेश्वर रामेश्वर आदि की महिमा बताते हुए सूत जी ने समुद्र के तट पर स्थित गोकर्ण क्षेत्र के शिवलिंग की महिमा का वर्णन किया । फिर महाबल नामक शिवलिंग का अद्भुत महत्व सुनाकर अन्य बहुत से शिव लिंगों की विचित्र महत्त्व कथा का वर्णन करने के पश्चात ऋषियों के पूछने पर वह ज्योतिर्लिंगों का वर्णन करने लगे। सूत जी बोले, ब्राह्मणों मैंने सतगुरु से जो कुछ सुना है वह ज्योतिर्लिंगों का महत्व तथा अनेक प्राकट्य का प्रसंग अपनी बुद्धि के अनुसार संक्षेप से ही सुनाऊंगा। तुम सब लोग सुनो, मुनि, ज्योतिर्लिंगों में सबसे पहले सोमनाथ का नाम आता है। अतः पहले उन्हीं के महत्व को सावधान होकर सुनो। मुनीश्वर! महामना प्रजापति दक्ष ने अपनी अश्वनी आदि 27 कन्याओं का विवाह चंद्रमा के साथ किया। चंद्रमा को स्वामी के रूप में पाकर वे दक्ष कन्याएं विशेष शोभा पाने वाली तथा चंद्रमा भी उन्हें पत्नी के रूप में पाकर निरंतर सुशोभित होने लगे। उन पत्नियों में जो भी रोहनी नाम की पत्नी थी। एकमात्र वही चंद्रमा को जितनी प्रिय थी, उतनी दूसरी कोई पत्नी कदापि प्रिय नहीं थी। इससे दूसरी स्त्रियों को बड़ा दुख हुआ। वह सब अपने पिता की शरण में गई। वहां जाकर उन्होंने जो भी दुख था, उसे पिता को निवेदन किया। जो वह सब सुनकर दक्ष भी दुखी हो गए और चंद्रमा के पास आकर शांतिपूर्वक बोले। दक्ष ने कहा, कलानिधि तुम निर्मल कुल में उत्पन्न हुए हो तुम्हारे आसरे में रहने वाली जितनी स्त्रियां हैं। उन सब के प्रति तुम्हारे मन में न्यूनअधिक भाव क्यों है? तुम किसी को भी अधिक और किसी को भी कम प्यार क्यों करते हो? अब तक जो किया सो किया। अब आगे फिर कभी ऐसे विषमता पूर्ण बर्ताव मत करना। क्योंकि उसे नर्क देने वाला बताया गया है। सूत जी कहते हैं, ऋषिवरो,अपने दामाद चंद्रमा से स्वयं ऐसी प्रार्थना करके प्रजापति दक्ष चले आए। उन्हें पूर्ण निश्चय हो गया था कि अब ऐसा नहीं होगा। पर चंद्रमा ने प्रबल भावी विवश होकर उनकी बात नहीं मानी। वे रोहिणी में इतने आसक्त हो गए थे कि दूसरी किसी पत्नी का कभी आदर नहीं करते थे। इस बात को सुनकर दुखी हो फिर स्वयं चंद्रमा को उत्तम नीति से समझाने ,न्याय उचित बर्ताव के लिए प्रार्थना की। दक्ष बोले, चंद्रमा सुनो, एक बार तुम से प्रार्थना कर चुका हूं फिर भी तुमने मेरी बात नहीं मानी इसलिए आज साप देता हूं कि तुम्हें अक्षय का रोग हो जाए ।सूत जी कहते हैं, दक्ष के इतना कहते ही क्षण भर में चंद्रमा अक्षय रोग से ग्रस्त हो गए। उनके क्षय होते ही उस समय सब ओर महान हाहाकार मच गया। सब देवता और ऋषि कहने लगे कि हाय अब क्या करना चाहिए। चंद्रमा कैसे ठीक हो। तब इंद्र आदि देवता तथा वशिष्ठ आदि ऋषि ब्रह्मा की शरण में गए उनकी बात सुनकर ब्रह्मा जी ने कहा, देवताओं जो हुआ सो हुआ। अब वह निश्चय ही ठीक नहीं हो सकता। अतः उसके निवारण के लिए मैं तुम्हें एक उपाय बताता हूं। आदर पूर्वक सुनो, चंद्रमा देवताओं के साथ प्रभास नामक क्षेत्र में जाए और वहां मृत्युंजय मंत्र का विधि पूर्वक अनुष्ठान करते हुए भगवान शिव की आराधना करें। अपने सामने शिवलिंग की स्थापना करके वहां चंद्र देव नित्य तपस्या करें। इससे प्रसन्न होकर उन्हें रोग रहित कर देंगे। तब देवताओं तथा ऋषियों के कहने से ब्रह्माजी की आज्ञा के अनुसार चंद्रमा ने वहां 6 महीने तक निरंतर तपस्या की। मृत्युंजय मंत्र से भगवान का पूजन किया। 10 करोड मंत्र का जप और महामृत्युंजय मंत्र का ध्यान करते हुए चंद्रमा वहां स्थिर चित्त होकर लगातार खड़े रहे। उन्हें तपस्या करते देख भक्तवत्सल भगवान शंकर प्रसन्न हो उनके सामने प्रकट हो गए और चंद्रमा से बोले चंद्रदेव तुम्हारा कल्याण हो। तुम्हारे मन में जो अभीष्ट है वह वर मांगो, मैं प्रसन्न हूं, तुम्हें संपूर्ण उत्तम वर प्रदान करूंगा। चंद्रमा बोले देवेश्वर यदि आप प्रसन्न है तो मेरे लिए क्या असाध्य हो सकता है। शंकर आप मेरे शरीर के इस क्षय का निवारण कीजिए। शिव जी ने कहा, चंद्रदेव एक पक्ष में प्रतिदिन तुम्हारी कला छीन हो और दूसरे पक्ष में फिर वह निरंतर बढ़ती रहे। तदनंतर चंद्रमा ने भक्ति भाव से भगवान शंकर की स्तुति की। देवताओं पर प्रसन्न हो उस क्षेत्र के महत्व को बढ़ाने तथा चंद्रमा के यश का विस्तार करने के लिए भगवान शंकर उन्हीं के नाम पर वहां सोमेश्वर कहलाए और सोमनाथ के नाम से तीनों लोकों में विख्यात हुए। सोमनाथ का पूजन करने से उपासक के क्षय तथा कोढ़ आदि रोगों का नाश हो जाता है। वहीं संपूर्ण देवताओं ने सोंम कुंड की भी स्थापना की। जिसमें शिव और ब्रह्मा का सदा निवास माना जाता है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...