रविवार, 28 जुलाई 2019

डग्गामार वाहनों के विरूद्ध चला अभियान

चंदौली ! परिवहन आयुक्त के निर्देश पर डग्गामार वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाया गया। आरटीओ वाराणसी के नेतृत्व में डग्गामार वाहनों के विरूद्ध सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन श्रीराम यादव नौबतपुर बिहार बार्डर तक डग्गामार वाहनों के विरुद्ध चलाये गये अभियान में कुल 11 बसों का चालान किया गया तथा एक बस सीज की गयी। चालान किये गये बस़ों में 5 बसों के परमिट नहीं पाये गये। 4 बसों पर ओवरलोड सवारी पाये गये बस में कोई प्रपत्र नहीं पाया गया। जिसे सैय्यदराजा थाने में बंद किया गया है 3 वाहनों का टैक्स नहीं जमा होने के कारण उनका चालान किया गया। इस अभियान में एआरटीओ प्रवर्तन विजय प्रकाश सिंह,आरटीओ प्रवर्तन विनय कुमार सामिल रहे।


प्रशान्त सिंह 


डीएस कॉलेज की कट ऑफ लिस्ट जारी


बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने लंबित मांगों को लेकर दो अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन का किया एलान
अलीगढ !बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीय अधिवेशन में बैंकर्स ने संघर्ष का एलान किया था।मुख्य अतिथि व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मदन मोहन राय ने लंबित मांगों को लेकर दो  अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन का एलान किया है।ऑल इंडिया बैंक ऑफ बड़ौदा एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव ने कहा कि रविवार को अधिवेशन का समापन होगा।आखिरी दिन एसोसिएशन के प्रदेश के कौने-कौने से आए प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी।तीन साल के लिए होने वाले एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी का चुनाव होगा।प्रदेश अध्यक्ष पीपी सिंह ने कहा कि बैंक हित में किया गया संघर्ष जारी रहेगा।एसोसिएशन के सहायक प्रदेश सचिव सुनील मल्होत्रा ने संचालन किया।आरसी मौर्य,वीके शर्मा आदि मौजूद थे।


डीएस कॉलेज में बीए, बीएससी व बीकॉम की कट ऑफ लिस्ट हुई जारी
डीएस कॉलेज में शनिवार को बीए,बीएससी व बीकॉम की कटऑफ जारी की गई।30 जुलाई से दो अगस्त तक प्रवेश प्रक्रिया संपन्न होगी।बीए में सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया 30 व 31 जुलाई, ओबीसी के लिए एक अगस्त व एससी,एसटी के लिए दो अगस्त को होगी।बीकॉम व बीएससी में   सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए 30 जुलाई,ओबीसी व एससी,एसटी की 31 जुलाई को प्रवेश प्रकिया होगी।


फर्जी तरीके से आवंटित,100 एकड़ जमीन


पट्टे के रूप में फर्जी तरीके से आवंटित की गई 100 एकड़ जमीन को प्रशासन वापस लेने की तैयारी में



अलीगढ ! पट्टों के रूप में फर्जी तरीके से आवंटित की गई 100 एकड़ जमीन को प्रशासन वापस लेने की तैयारी में है।डीएम चंद्र भूषण सिंह ने सभी मजिस्ट्रेटों को पट्टा निरस्तीकरण फाइलों पर तेजी से काम कर फैसला लेने के निर्देश दिए हैं।जिले भर के विभिन्न न्यायालयों में करीब 40 मामले लंबित हैं।अफसरों का मानना है कि अधिकांश फाइलें ऐसी हैं, जिनका तहसीलों में रिकॉर्ड ही नहीं है।इसकी जमीन प्रशासन के हिस्से में आना तय है।पूर्व की सरकारी जमीनों के पट्टों में फर्जीवाड़ा हुआ था।जो लोग इस दुनिया में नहीं है,उनके नाम से भी पट्टे कर दिए गए।जिनके पास अच्छी खासी जमीन थी,उन्हें भी पट्टे दे दिए गए।कुछ मामले ऐसे भी थे,जिनमें किसानों ने जमीन कब्जा कर खतौनी में फर्जी प्रविष्टि दर्ज करा ली।ये सभी मामले डीएम स्तर के न्यायालय में लंबित हैं।डीएम ने इन मामलों में तेजी से सुनवाई कर फैसला लेने के निर्देश दिए।इनसे प्रशासन के पक्ष में 100 एकड़ से अधिक जमीन आने की उम्मीद है।डीएम ने बताया कि जिन पट्टों में फर्जी आवंटन हुआ है,उन्हें वापस लिया जाएगा।


कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी का निधन

कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी नहीं रहे
बेंगलुरु ! पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता-प्रवक्ता जयपाल रेड्डी नहीं रहे। आज सुबह हैदराबाद में उन्होंने अंतिम सांस ली। 77 वर्षीय जयपाल बचपन से ही पोलियो के कारण विकलांग थे, पर उन्होने अपनी शारीरिक विकलांगता को कभी कमजोरी नहीं बनने दिया। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत उन्होने कांग्रेस के साथ की।  एक समय 1980 में वह मेडक में इंदिरा गांधी के विरुद्ध भी चुनाव लड़ गये थे। 
जयपाल रेड्डीव 4 बार आंध्र विधानसभा के सदस्य, पांच बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। इंद्र कुमार गुजराल की संयुक्त मोर्चा सरकार और डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। वह किसी भी दल के सबसे ज्यादा पढ़े लिखे, कुशल प्रवक्ताओं में से थे। राजधानी दिल्ली के पत्रकारों के वह सर्वाधिक पसंदीदा प्रवक्ता और मेजबान भी थे।


अनन्याश्री ने किया आसमान छूने का प्रयास

 


अनन्याश्री ने की आसमान छूने की कोशिश


प्रयागराज। बिशप जॉनसन स्कूल ऐंड कॉलेज प्रयागराज की 17 वर्षीय कक्षा ग्यारह की होनहार छात्रा कुमारी अनन्याश्री सिंह ने ऊँची कूद प्रतियोगिता में उन्नीस वर्षीय बालिका वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल की। इस खबर को पाते ही परिचितों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाओं के संदेश आने लगे।


इक्कीसवीं सदी के इस दशक को नारी दशक कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। देश की हर प्रतियोगिता में लड़कियाँ अव्वल आ रही हैं। हर प्रतिष्ठान में अपने को सिद्ध कर रही हैं। भूगोल से खगोल तक उनकी जद में है। 
प्रेरणा सिंह और नवनीत सिंह की बेटी अनन्याश्री बचपन से ही पढ़ाई के साथ साथ पाठ्य सहभागी अभिक्रियाओं में बढ़ चढ़कर भाग लेती रही है। इस बार होने वाली खेल प्रतियोगिता में अनन्याश्री ने ऊँची कूद में प्रयागराज जोनल लेवल में जीत दर्ज की है। अब अगली तैयारी सितम्बर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता जीतकर पदक झटकने की है। एक सवाल के जवाब में अनन्या ने सफलता का सारा श्रेय विद्यालय में मिलने वाले उचित मार्गदर्शन, मित्रों की दुवाएँ एवं परिजनों के प्रोत्साहन को दिया।


अवधेश कुमार अवध


शिलान्यास कहीं और निर्माण कहीं और

जहाँ "सड़क" का "निर्माण" होना था,वहां न होकर अन्य "स्थान" पर हो रहा है, "मंत्री" ने किया था, "शिलान्यास"


संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सह क्षेत्रीय विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी  कांडी प्रखण्ड के सोनपुरा गांव में एक पीसीसी सड़क  निर्माण का शिलान्यास 10 जुलाई को किया था।शिलापट्ट में लिखित के अनुसार उक्त गांव के आंगनबाड़ी केंद्र से मुख्य सड़क से सोन नदी देवी मंदिर तक निर्माण होना था।
 
पीसीसी सड़क का निर्माण कहाँ हो रहा है ? आइए आपको रु-ब-रु कराते हैं। ग्रामीणों के द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार उक्त सड़क का निर्माण 44 लाख की लागत से तकरीबन पांच सौ मीटर से अधिक लंबी सड़क का निर्माण कार्य करना था।अब उक्त सड़क शिलापट के अनुसार व शिलान्यास के अनुसार न होकर ,सोनपुरा स्कूल से देवी धाम तक कराया जा रहा है।जहाँ की निर्माण कार्य मिट्टी मोरन के साथ प्रारम्भ है।जब ग्रामीणों को पता चला व लोगों ने देखा की शिलापट व मंत्री के शिलान्यास के अनुसार पीसीसी सड़क का निर्माण नहीं हो रहा है व नियम के विरुद्ध कार्य हो रहा है,तो सैकड़ों ग्रामीण भड़क उठे ।गलत स्थान पर सड़क निर्माण कार्य को लेकर पुरे गांव के लोगों में आक्रोश है।आक्रोशित ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया की गलत स्थान पर सड़क निर्माण से गांव के कई घर बाढ़ में डूब सकते हैं।जहाँ सड़क निर्माण किया जा रहा है,बाढ़ के पानी के निकासी का साधन केवल यही है।यदि शिलान्यास के अनुसार सड़क निर्माण होता तो बाढ़ से बचा जा सकता था।ग्रामीणों ने उक्त समस्याओं व गलत स्थान पर सड़क निर्माण को लेकर उपायुक्त गढ़वा को एक लिखित आवेदन देने का निर्णय लिया।ग्रामीणों ने बताया की बुनियाद बिगहा के कुछ दबंगों के  दबाव में पड़कर इस पथ का ठीकेदार सोनपुरा स्कूल से देवी धाम तक यानि गलत स्थान पर सरकारी नियम का उलंघन करते हुए सड़क निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया।इस सड़क की लंबाई उस चयनित सड़क की लंबाई से भी तकरीबन 200 मीटर कम है।ग्रामीणों ने बताया की इस विषय को लेकर ग्राम बुनियाद बिगहा के कुछ दबंगों द्वारा धमकी दी जा रही है की सड़क का निर्माण यहीं होगा।इस निर्माण कार्य में जो कोई बाधा पहुंचाएगा,उसे गोली मार दिया जाएगा।इस परिस्थिति में दोनों गांव के बिच काफी तनाव पैदा हो गया है।ग्रामीणों ने कहा की इस सड़क निर्माण में कभी भी खून-खराबा हो सकता है।उपायुक्त के पास लिखित आवेदन में सैकड़ों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर करके गुहार लगाया है की स्वयं स्थल का जाँच करके ग्राम-सोनपुरा में आरईओ पथ निर्माण से चयनित स्थल पर पीसीसी निर्माण कार्य कराया जाए।गलत स्थान पर हो रहे सड़क निर्माण व लिखित आवेदन में हस्ताक्षरित ग्रामीणों,जैसे;रविन्द्र मेहता,संजय राम,बैजनाथ राम,गुड्डू कुमार,सूर्यदेव राम,सुरिठ राम,सीता राम,रामाशीष राम,राजनाथ मेहता,भोला मेहता,डोमेन मेहता,जगदीश मिस्त्री सहित सैकड़ों ग्रामीणों का नाम शामिल है।वहीँ मुखिया-संध्या देवी, पंचायत समिति मीरा देवी व वार्ड सदस्य विमली देवी ,वार्ड सदस्य संगीता देवी ने भी पुष्टि की है।लिखित आवेदन का प्रतिलिपि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को भी भेज दिया गया है।


नेक्स्ट जेनरेशन अवार्ड 2019 का आयोजन

डॉ सौरभ पाण्डेय हुए दिल्ली में सम्मानित


 नई दिल्ली ! हिंदी भवन दिल्ली में स्वर्ण भारत परिवार द्वारा आयोजित नेक्स्ट जेनरेशन अवार्ड 2019 मे सहभागिता का अवसर मिला। जहां बड़ी-बड़ी राजनीतिक व सामाजिक हस्तियों के बीच धराधाम के प्रणेता मनीषी डॉ सौरभ पाण्डेय सम्मानित हुए । कार्यक्रम में प्रमुख रुप त्रिकाल पीठ के शंकराचार्य साध्वी भवंता सरस्वती,उत्तराखण्ड के सद्गुरु देवब्रत महाराज,भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सौरभ चौधरी,,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवम पूर्व महापौर रविन्द्र गुप्ता,पूर्व महापौर सरिता चौधरी,आलोक कार्यक्रम में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सांसद मनोज तिवारी को भी आना था, लेकिन अति व्यस्तता के चलते वे नहीं आ सके।
प्रो अवनीश निदेशक राष्ट्रीय हिंदी संस्थान, विमल दुबे महानिदेशक सुगर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया,स्वर्ण भारत परिवार की ट्रस्टी अंजू मिश्र,उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी की सदस्य जगनैंन सिंह नीटू,ज्योतिषीचार्य नमिता,गीता पाण्डेय। रेनुकोट,शिखा सिंह अलवर राजस्थान आदि सैकड़ो गणमान्य की शानदार उपस्थिति ने समारोह में चार चांद लगा दिया। इसके लिए धराधाम परिवार के रत्नाकर त्रिपाठी,डॉ सतीशचन्द्र शुक्ला,राजीव रंजन तिवारी,सोमनाथ पाण्डेय,गौतम पाण्डेय ,प्रेस विटर इंचार्ज संजय विन्सेन्ट, रीना विन्सेन्ट,गुरुद्वारा सभा जटाशंकर गोरखपुर के अध्यक्ष जसपाल सिंह,राष्ट्रपति पदक सम्मानित शिक्षाविद गोरखलाल श्रीवास्तव, शहर ये काजी वलीउल्लाह खान,संदीप त्रिपाठी, अच्छेलाल पहलवान,एन अंसारी,आशुतोष शुक्ल,आदि लोगो ने बधाई दी है।


कल्याण भारती ने चलाया स्वच्छता-अभियान

बागपत,बडौत ! कल्याण भारती सेवा संस्थान के द्वारा कांवड़ सेवा हेतु मौसमी रस सेवा का आयोजन बड़ौत नगर के शिव चोंक, रेलवे रोड से किया गया सेवा कार्यक्रम के शुभारंभ हेतु शिव पूजन पंडित अवधेश प्रसाद मिश्र ने विधिवत सम्पन कराया।
कार्यक्रम का संचलन करते हुये संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने कहा कि कांवड़ सेवा हेतु यह सेवा नगर  के मुख्य मार्गो पर चलाई जायेगी ! जिसमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुये लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जायेगा, और कूड़ेदान के प्रयोग के लिए लोगों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया जायेगा। कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्ति- प्रेमचंद सैनी, ओमदत्त शर्मा, प्रमोद कुमार, विनित कुमार, रवि कुमार, आदि ने कार्यक्रम में भाग लिया।


पर्यावरण-संरक्षण रैली का आयोजन

पर्यावरण जागरूकता एवं संरक्षण रैली का आयोजन किया गया


अलवर,गोविंदगढ़ ! पंचवटी परिवार एवं जेपीएस स्कूल गोविंदगढ़ की ओर से पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई जिसमें स्कूल में के सभी विद्यार्थियों ने रैली तैयार कर लोगों को जागरूक करने के लिए नारे लगाए! जागरूकता रैली को एसडीएम अनिल सिंघल ने हरी झंडी देकर पेट्रोल पंप से रवाना किया रैली गोविंदगढ़ की गलियों से होकर राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविंदगढ़ पहुंची जहां पर वृक्षारोपण किया गया एवं पर्यावरण की मानव श्रंखला बनाकर रैली का समापन किया गया!


वहीं विद्यार्थियों द्वारा राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविंदगढ़ परिषर में पौधरोपण किया इस दौरान बच्चों ने पौधों के वृक्ष बनने तक उनकी देखभाल करने का भी संकल्प लिया।लक्ष्मणगढ़ उपखंड अधिकारी अनिल सिंघल ने कहा कि पौधरोपण पुण्य का कार्य है। इसमें सभी की भागीदारी होनी चाहिए। हम सभी को पौधरोपण तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। इन पौधों की देखभाल तब तक करनी चाहिए, जब तक वह वृक्ष का रूप धारण न कर ले। जब तक हम इनकी देखभाल नहीं करेंगे तब तक यह हमारे लिए किसी भी प्रकार से लाभदायक नहीं हो सकते। पौधों में परमात्मा का वास होता है। उनमें संजीवनी शक्ति होती है।इस मौके पर गोविंदगढ़ तहसीलदार हेमेंद्र गोयल, संयोजक पंचवटी परिवार प्रभु दयाल गोयल, गोविंदगढ़ सरपंच नीरज गर्ग, शक्तिधर भारद्वाज, सुखवंत सिंह,गंगाप्रसाद यादव, जेपीएस स्कूल के निदेशक सुनील भारद्वाज, मत्स्य कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट के निदेशक नीरज भारद्वाज, ओमदीप गुप्ता, लाखन सौलंकी, अन्य गणमान्य नागरिक व समस्त स्कूल स्टाफ सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।


योगेंद्र द्विवेदी


परिजनों के अनुसार कार्य करें:मीन

राशिफल


मेष राशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।अटका हुआ धन वापिस मिलेगा ।अपने बच्चों के भविष्य बारे सोचे।बुज्र्गॉ की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।अच्छी-खासी सेहत के लिये रोजाना व्यायाम जरुरी है।मेहनत करोगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।


2 -वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।यात्रा का योग नहीँ बन रहा हैं।लड़ाई झगड़े से बचने की कोशिश करे।हमेशा सादा जीवन उच्च विचार अपनाये परिवार को विश्वास में रखने के लिये सावधानी बरतनी चाहिए।
3 -मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमकहो।नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।धार्मिक कार्यों मे रूचि बढाये।ब्च्चॉ के भविष्य पर गौर करें और उनकी पढाई पर विशेष ध्यान दें।आज यात्रा का योग सुभ होगा।मन में शान्ति के लिये मन्दिर में अवश्य जाये।सच्चाई का मार्ग अपनाए।


4-कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है इसे पूरी तरह से निभाए।आज कारोबार में धन लाभ होगा।
5सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।अपनो से बिना बात पर नाराजगी ठीक नहीं।।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए!
6कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अटका हुआ धन मिलने के योग हैं।अपने माता पिता की सेवा करना अपका फर्ज है।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने का योग है।सुबह की सैर अवश्य करें।नियमितताअपनाए!


7-तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।धनलाभ की प्राप्ति होगी।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है।
8वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।
9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।धन लाभ का योग है। अचानक अटका हुआ धन वापस मिलेगा।
10मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।मेहनत करोगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।
11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।परिवार के साथ अच्छा विजेट का प्रोग्राम बनाये।सादा जीवन उच्च विचार अपनाये अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।परिवार के बुजर्ग की अनुमति अनुसार कार्य करे।आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है।माता पिता की सैर अवश्य करें ।


बरसाती जल संचयन प्रणाली (प्रयोग)

 वर्षा के जल को किसी खास माध्यम से संचय करने या इकट्ठा करने की प्रक्रिया को कहा जाता है। विश्व भर में पेयजल की कमी एक संकट बनती जा रही है। इसका कारण पृथ्वी के जलस्तर का लगातार नीचे जाना भी है। इसके लिये अधिशेष मानसून अपवाह जो बहकर सागर में मिल जाता है, उसका संचयन और पुनर्भरण किया जाना आवश्यक है, ताकि भूजल संसाधनों का संवर्धन हो पाये। अकेले भारत में ही व्यवहार्य भूजल भण्डारण का आकलन २१४ बिलियन घन मी. (बीसीएम) के रूप में किया गया है जिसमें से १६० बीसीएम की पुन: प्राप्ति हो सकती है। इस समस्या का एक समाधान जल संचयन है। पशुओं के पीने के पानी की उपलब्धता, फसलों की सिंचाई के विकल्प के रूप में जल संचयन प्रणाली को विश्वव्यापी तौर पर अपनाया जा रहा है। जल संचयन प्रणाली उन स्थानों के लिए उचित है, जहां प्रतिवर्ष न्यूनतम २०० मिमी वर्षा होती हो। इस प्रणाली का खर्च ४०० वर्ग इकाई में नया घर बनाते समय लगभग बारह से पंद्रह सौ रुपए मात्र तक आता है।


उपयोग-संचयन के तरीके


पहाड़ियों में जल संचयन की प्रणाली का आरेख
शहरी क्षेत्रों में वर्षा के जल को संचित करने के लिए बहुत सी संचनाओं का प्रयोग किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र में वर्षा जल का संचयन वाटर शेड को एक इकाई के रूप लेकर करते हैं। आमतौर पर सतही फैलाव तकनीक अपनाई जाती है क्योंकि ऐसी प्रणाली के लिए जगह प्रचुरता में उपलब्ध होती है तथा पुनर्भरित जल की मात्रा भी अधिक होती है। ढलान, नदियों व नालों के माध्यम से व्यर्थ जा रहे जल को बचाने के लिए इन तकनीकों को अपनाया जा सकता है। गली प्लग, परिरेखा बांध (कंटूर बंड), गेबियन संरचना, परिस्त्रवण टैंक (परकोलेशन टैंक), चैक बांध,सीमेन्ट प्लग,नाला बंड, पुनर्भरण शाफ्‌ट, कूप डग वैल पुनर्भरण, भूमि जल बांध,उपसतही डाईक, आदि। ग्रामीण क्षेत्रों में छत से प्राप्त वर्षाजल से उत्पन्न अप्रवाह संचित करने के लिए भी बहुत सी संरचनाओं का प्रयोग किया जा सकता है। शहरी क्षेत्रों में इमारतों की छत, पक्के व कच्चे क्ष्रेत्रों से प्राप्त वर्षा जल व्यर्थ चला जाता है। यह जल जलभृतों में पुनर्भरित किया जा सकता है व ज़रूरत के समय लाभकारी ढंग से प्रयोग में लाया जा सकता है। वर्षा जल संचयन की प्रणाली को इस तरीके से अभिकल्पित किया जाना चाहिए कि यह संचयन,इकट्‌ठा करने व पुनर्भरण प्रणाली के लिए ज्यादा जगह न घेरे। शहरी क्षेत्रों में छत से प्राप्त वर्षा जल का भण्डारण करने की कुछ तकनीके इस प्रकार से हैं पुनर्भरण पिट (गड्ढा), पुनर्भरण खाई, नलकूप और पुनर्भरण कूप, आदि।


आकाशीय बिजली (परिभाषा-वर्गीकरण)

कपासीवर्षी मेघों में उत्पन्न होती है। इन मेघों में अत्यंत प्रबल ऊर्ध्वगामी पवनधाराएँ चलती हैं, जो लगभग ४०,००० फुट की ऊँचाई तक पहुँचती हैं। इनमें कुछ ऐसी क्रियाएँ होती हैं जिनके कारण इनमें विद्युत्‌ आवेशों की उत्पत्ति तथा वियोजन होता रहता है।


इन क्रियाओं के स्पष्टीकरण के लिए विल्सन, सिंपसन, सक्रेज  आदि ने अपने सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं, जो परस्पर विरोधी जान पड़ते हैं, किंतु इतना तो सभी बतलाते हैं कि तड़ित की जननप्रक्रिया मेघों में होती है और इसके लिये उन मेघों में विद्यमान जलसीकर, अथवा हिमकण आदि अवक्षेपण, ही उत्तरदायी होते हैं। बादलों में विद्युद्वितरण के संबंध में भी सभी एकमत हैं कि इनके ऊपरी स्तर धनाविष्ट तथा मध्य और निम्नस्तर ऋणाविष्टि होतें हैं। इन आवेशों का विभाजन मेघों के अंदर शून्य डिग्री सें० तापवाले स्तरों के भी काफी ऊपर होता है। इससे यह निष्कर्ष सहज ही प्राप्त होता है कि आवेशविभाजन मेघों में बननेवाले हिमकणों तथा ऊर्ध्वगामी पवनधाराओं से ही होता है, जल की बूँदों से नहीं। कभी-कभी निम्न स्तर में भी कहीं-कहीं धनावेशों का एक केंद्र सा बन जाता है।


बादलों के निम्न स्तरों पर ऋणवेश उत्पन्न हो जाने के कारण नीचे पृथ्वी के तल पर प्रेरण द्वारा धनावेश उत्पन्न हो जाते हैं। बादलों के आगे बढ़ने के साथ ही पृथ्वी पर के ये धनावेश भी ठीक उसी प्रकार आगे बढ़ते जाते हैं। ऋणावेशों के द्वारा आकर्षित होकर भूतल के धनावेश पृथ्वी पर खड़ी सुचालक या अर्धचालक वस्तुओं पर ऊपर तक चढ़ जाते हैं। इस विधि से जब मेघों का विद्युतीकरण इस सीमा तक पहुँच जाता है कि पड़ोसी आवेशकेंद्रों के बीच विभव प्रवणता विभंग मान तक पहुँच जाती है, तब विद्युत्‌ का विसर्जन दीर्घ स्फुलिंग के रूप में होता है। इसे तड़ित कहते हैं। पृथ्वी की ओर आनेवाली तड़ित कई क्रमों में होकर पहुँचती है। बादलों से इलेक्ट्रानों का एक हिल्लोल १ माइक्रो सेकंड (1x10E-६ सेकंड) में ५० मीटर नीचे आता है और रुक जाता है। लगभग ५० मा० से० के पश्चात्‌ दूसरा क्रम आरंभ होता है और इसी प्रकार कई क्रमों में होकर अंत में यह तरंग पृथ्वी तक पहुँचती है। इसे प्रमुख आघात कहते हैं। अपने उद्गमस्थल से पृथ्वी तक पहुँचने में इसे कुल ०.००२ सेकंड तक का समय लगता है।


उपर्युक्त तथ्य शॉनलैंड तथा उनके सहयोगियों द्वारा अत्यंत सुग्राही कैमरे की सहायता से लिए गए फोटो चित्र से प्रकट हुए थे। उसी फोटो पट्टिका पर यह भी दिखलाई पड़ा कि प्रमुख क्रम के पृथ्वी पर पहुँचने के क्षण ही एक अत्यंत तीक्षण ज्योति पृथ्वी से मेघों की ओर उन्हीं क्रमों में होकर गई जिनसे होकर प्रमुख क्रम आया था। इसे प्रतिगामी आपात कहते हैं। जहाँ प्रमुख क्रम का औसत वेग १०५ मीटर प्रति सेकंड होता है वहीं प्रतिगामी आधात का वेग १०७ मीटर प्रति सेकंड होता है, क्योंकि उसका मार्ग पहले से ही आयनित होने के कारण प्रशस्त रहता है।उपर्युक्त प्रमुख और प्रतिगामी आघातों के बाद भी कई आघात क्रमश:- नीचे और ऊपर की ओर आते-जाते दिखलाई पड़ते हैं। ये द्वितीयक आघात कहलाते हैं। नीचे आनेवाले ये द्वितीयक आघत प्रमुख आघात की भाँति क्रमों में नहीं आते।


शिवा स्वरूप सती की अराधना (शिव-महापुराण)

सती दक्ष प्रजापति की पुत्री और भगवान शिव की पत्नी थी। इनकी उत्पत्ति तथा अंत की कथा विभिन्न पुराणों में विभिन्न रूपों में उपलब्ध होती है।


शैव पुराणों में भगवान शिव की प्रधानता के कारण शिव को परम तत्त्व तथा शक्ति (शिवा) को उनकी अनुगामिनी बताया गया है। इसी के समानांतर शाक्त पुराणों में शक्ति की प्रधानता होने के कारण शक्ति (शिवा) को परमशक्ति (परम तत्त्व) तथा भगवान शिव को उनका अनुगामी बताया गया है।श्रीमद्भागवतमहापुराण में अपेक्षाकृत तटस्थ वर्णन है। इसमें दक्ष की स्वायम्भुव मनु की पुत्री प्रसूति के गर्भ से 16 कन्याओं के जन्म की बात कही गयी है। देवीपुराण (महाभागवत) में 14 कन्याओं का उल्लेख हुआ है तथा शिवपुराण में दक्ष की साठ कन्याओं का उल्लेख हुआ है जिनमें से 27 का विवाह चंद्रमा से हुआ था।इन कन्याओं में एक सती भी थी। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्मा जी को भगवान शिव के विवाह की चिंता हुई तो उन्होंने भगवान विष्णु की स्तुति की और विष्णु जी ने प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी को बताया कि यदि भगवान शिव का विवाह करवाना है तो देवी शिवा की आराधना कीजिए। उन्होंने बताया कि दक्ष से कहिए कि वह भगवती शिवा की तपस्या करें और उन्हें प्रसन्न करके अपनी पुत्री होने का वरदान मांगे। यदि देवी शिवा प्रसन्न हो जाएगी तो सारे काम सफल हो जाएंगे। उनके कथनानुसार ब्रह्मा जी ने दक्ष से भगवती शिवा की तपस्या करने को कहा और प्रजापति दक्ष ने देवी शिवा की घोर तपस्या की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर शिवा ने उन्हें वरदान दिया कि मैं आप की पुत्री के रूप में जन्म लूंगी। मैं तो सभी जन्मों में भगवान शिव की दासी हूँ; अतः मैं स्वयं भगवान शिव की तपस्या करके उन्हें प्रसन्न करूँगी और उनकी पत्नी बनूँगी। साथ ही उन्होंने दक्ष से यह भी कहा कि जब आपका आदर मेरे प्रति कम हो जाएगा तब उसी समय मैं अपने शरीर को त्याग दूंगी, अपने स्वरूप में लीन हो जाऊँगी अथवा दूसरा शरीर धारण कर लूँगी। प्रत्येक सर्ग या कल्प के लिए दक्ष को उन्होंने यह वरदान दे दिया।तदनुसार भगवती शिवा सती के नाम से दक्ष की पुत्री के रूप में जन्म लेती है और घोर तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न करती है तथा भगवान शिव से उनका विवाह होता है। इसके बाद की कथा श्रीमद्भागवतमहापुराण में वर्णित कथा के काफी हद तक अनुरूप ही है।


प्रयाग में प्रजापतियों के एक यज्ञ में दक्ष के पधारने पर सभी देवतागण खड़े होकर उन्हें आदर देते हैं परंतु ब्रह्मा जी के साथ शिवजी भी बैठे ही रह जाते हैं। लौकिक बुद्धि से भगवान शिव को अपना जामाता अर्थात पुत्र समान मानने के कारण दक्ष उनके खड़े न होकर अपने प्रति आदर प्रकट न करने के कारण अपना अपमान महसूस करता है और इसी कारण उन्होंने भगवान शिव के प्रति अनेक कटूक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें यज्ञ भाग से वंचित होने का शाप दे दिया। इसी के बाद दक्ष और भगवान शिव में मनोमालिन्य उत्पन्न हो गया। तत्पश्चात अपनी राजधानी कनखल में दक्ष के द्वारा एक विराट यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने न तो भगवान शिव को आमंत्रित किया और न ही अपनी पुत्री सती को। सती ने रोहिणी को चंद्रमा के साथ विमान से जाते देखा और सखी के द्वारा यह पता चलने पर कि वे लोग उन्हीं के पिता दक्ष के विराट यज्ञ में भाग लेने जा रहे हैं, सती का मन भी वहाँ जाने को व्याकुल हो गया। भगवान शिव के समझाने के बावजूद सती की व्याकुलता बनी रही और भगवान शिव ने अपने गणों के साथ उन्हें वहाँ जाने की आज्ञा दे दी। परंतु वहाँ जाकर भगवान शिव का यज्ञ-भाग न देखकर सती ने घोर आपत्ति जतायी और दक्ष के द्वारा अपने (सती के) तथा उनके पति भगवान शिव के प्रति भी घोर अपमानजनक बातें कहने के कारण सती ने योगाग्नि से अपने शरीर को भस्म कर डाला। शिवगणों के द्वारा उत्पात मचाये जाने पर भृगु ऋषि ने दक्षिणाग्नि में आहुति दी और उससे उत्पन्न ऋभु नामक देवताओं ने शिवगणों को भगा दिया। इस समाचार से अत्यंत कुपित भगवान शिव ने अपनी जटा से वीरभद्र को उत्पन्न किया और वीरभद्र ने गण सहित जाकर दक्ष यज्ञ का विध्वंस कर डाला; शिव के विरोधी देवताओं तथा ऋषियों को यथायोग्य दंड दिया तथा दक्ष के सिर को काट कर हवन कुंड में जला डाला। तत्पश्चात देवताओं सहित ब्रह्मा जी के द्वारा स्तुति किए जाने से प्रसन्न भगवान शिव ने पुनः यज्ञ में हुई क्षतियों की पूर्ति की तथा दक्ष का सिर जल जाने के कारण बकरे का सिर जुड़वा कर उन्हें भी जीवित कर दिया। फिर उनके अनुग्रह से यज्ञ पूर्ण हुआ।


शनिवार, 27 जुलाई 2019

वानी-मूसा:इलाकों से जीत पाएगी भाजपा

तो बुरहान वानी और जाकीर मूसा के इलाकों से भी जीत पाएगी भाजपा। 
उमर अब्दुल्ला को अब हो रही है राजनीतिक घबराहट।

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने चिंता जताई है कि यदि यही हालात रहे तो विधानसभा चुनाव में बुरहान वानी और जाकीर मूसा के गृह जिलों से भी भाजपा की जीत हो जाएगी। वानी और मूसा खूंखार आतंकी रहे, लेकिन सुरक्षा बलों के ऑल आउट ऑपरेशन में मारे गए। दोनों की मौत पर कश्मीर घाटी में कई दिनों तक तनाव रहा। घाटी में इन आतंकियों का खास प्रभाव है। उमर अब्दुल्ला का ताजा बयान इसी संदर्भ में देखा जा रहा है। चूंकि लोकसभा के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को भी तगड़ा झटका लगा है और भाजपा की मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में भी जीत हुई है, इसलिए उमर अब्दुल्ला में  राजनीतिक घबराहट है। उमर नहीं चाहते हैं कि भाजपा को जो सफलता लोकसभा चुनाव में मिली, वैसी सफलता विधानसभा में भी मिले। कश्मीर में इसी वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। यही वजह है कि उमर अब्दुल्ला अब बुरहान वानी और जाकीर मूसा जैसे आतंकियों को आगे रख कर अपनी नेशनल कॉन्फ्रेंस को मजबूत करने में लगे हुए हैं। वैसे तो उमर का यह बयान घाटी के मुसलमानों को उकसाने वाला है, लेकिन इससे उमर की घबराहट का भी पता चलता है। अब उमर भी मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है और हो सकता है कि विधानसभा में भाजपा को अकेले दम पर बहुमत मिल जाए। अब जम्मू कश्मीर पर अब्दुल्ला और महबूबा के खानदानों का ही कब्जा रहा है। कांग्रेस ने भी इन्हीं दलों के साथ मिल कर सरकार बनाई। महबूबा मुफ्ती और उनके पिता सीएम रहे तो उमर अब्दुल्ला से लेकर दादा शेख अब्दुल्ला तक सीएम रहे। यदि विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिलता है तो आजादी के बाद यह पहला अवसर होगा, जब कोई हिन्दू विधायक मुख्यमंत्री बनेगा। यूं तो आजादी के बाद से ही कश्मीर अशांत रहा है, लेकिन तीस वर्ष पहले जब हिन्दुओं को घाटी से भगा दिया गया, तब हालात ज्यादा बिगड़े हैं। लेकिन अब हालातों में सुधार भी हो रहा है। अब घाटी में आतंकियों और अलगाववादियों की गतिविधियों पर अंकुश लगा है। आतंकवाद से परेशान लोग अब केन्द्र सरकार की ओर देख रहे हैं। उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती कश्मीरियों को कितना भी डराएं, लेकिन कश्मीरी भी अब अमन चैन चाहता है। राज्य सरकारों के भ्रष्टाचार की वजह से कश्मीरी कंगाल हो गया है। युवओं के सामने भूखों मरने की स्थिति है।
एस.पी.मित्तल


राहत देने में असफल रही सरकार


देश की पहली और सबसे बड़ी मुसीबत में फंसे डेढ़ हजार यात्रियों को समय पर राहत देने में विफल रही केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार। बाढ़ के पानी में फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन।


मुंबई ! देश में यह पहला मौका रहा, जब डेढ़ हजार यात्रियों से भरी ट्रेन बाढ़ के पानी में कोई बीस घंटे तक फंसी रही। यात्रियों में छोटे बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाएं भी थीं। 27 जुलाई को सूर्योदय होते ही  खबरिया चैनलों पर पानी में फंसी ट्रेन के दृश्य दिखना शुरू हो गए। बताया गया कि मुम्बई से कोल्हापुर के बीच चलने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन मुम्बई से 50 किलोमीटर दूर बदलापुर  रेलवे स्टेशन के निकट उल्लास नदी के भराव क्षेत्र में फंस गई है। चूंकि पटरियों के जमीन में धंसने की आशंका थी, इसलिए ट्रेन के ड्राइवर ने अपने विवेक से ही ट्रेन को जंगल में खड़ा कर दिया। 27 जुलाई को तड़के तीन बजे ट्रेन को रोका गया जो शाम तक खड़ी रही। देश के इतिहास में यह पहला अवसर था, जब डेढ़ हजार यात्रियों से भरी ट्रेन इस तरह पानी में फंस गई। टीवी चैनलों पर दावे किए गए कि यात्रियों को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ से लेकर वायु सेना तक को तैयार कर दिया गया है। चूंकि यह हादसा देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई के पास हुआ था, इसलिए उम्मीद थी कि आज देशवासियों राहत की नई तकनीक देखने को मिलेग की। जब हम चांद पर पहुंच रहे हैं तो धरती पर ट्रेन यात्रियों को निकालने में कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन ऐसा लगता है कि जरुरत पडऩे पर सरकार की सभी तैयारियां धरी रह जाती है। रेल प्रशासन तो इसी इंतजार में था कि पानी कम हो जाए तो ट्रेन को जंगल से निकाल कर निकट के रेलवे स्टेशन पर ले जाए। लेकिन लम्बे इंतजार के बाद भी पानी कम नहीं हुआ तो फिर एनडीआरएफ की नावें मंगा कर यात्रियों को डिब्बों से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया। राहत के दावे तो लम्बे चौड़ किए, लेकिन मौके पर मुश्किल से 6 नावें ही देखी गई। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर प्रयास कर यात्रियों की मदद की। दो हेलीकॉप्टरों को भी ट्रेन पर मंडराते देखा गया। हेलीकॉप्टर से कितने यात्री निकाले, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सवाल उठता है कि मुम्बई जैसे महानगर से मात्र पचास किलोमीटर दूर फंसी ट्रेन से भी यदि समय पर यात्रियों क ो नहीं निकाला जा सकता है तो सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है। 
रेल प्रशासन फेल:
महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन में फंसे यात्रियों को राहत देने में रेल प्रशासन तो पूरी तरह फेल रहा। डेढ़ हजार यात्री तड़के तीन बजे से दोपहर दो बजे तक फंसे रहे लेकिन रेल प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। यात्रियों के पास खाने-पीने का जो सामान था उसे ही मिल बांट कर खाया गया। छोटे बच्चे पानी के लिए बिलखते रहे, लेकिन रेलवे ने ट्रेन में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं करवाया। क्या यात्रियों को चाय नाश्ता उपलब्ध करवाने का दायित्व रेलवे का नहीं था? राहत कार्यों में भी रेलवे की कोई भूमिका नजर नहीं आई। नावों के जरिए ट्रेन से बाहर आए अधिकांश यात्री रेल प्रशासन को कोस रहे थे। हालांकि केन्द्र और महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार है, लेकिन इस मुसीबत में दोनों सरकारों के बीच आपसी तालमेल भी देखने को नहीं मिला। चूंकि ऐसी घटना देश की पहली घटना थी, इसलिए सरकार अपने आधुनिक और योग्य होने का उदाहरण पेश कर सकती थी, लेकिन इस मामले में दोनों ही सरकारें विफल रही हैं। ऐसी मुसीबत के समय आधुनिक उपकरण कहां चले जाते हैं?
एस.पी.मित्तल


शिकारपुर पुलिस ने किया पैदल मार्च

शिकारपुर ! एसएसपी के दिशानिर्देश में शिकारपुर सीओ मनीष कुमार यादव,एसओ सतेन्द कुमार, ने कि पैदल गस्त नगर के खुर्जा अड्डा,बडा़ बाजार,छोटा बाजार,बर्फ चौराहा,इमली बाजार,पैठ चौराहा,मौहल्ला नौगज,चेनपुरा चौराहा, होते हुए कोतवाली पर सम्पन्न हुआ! बारिश में भी करी गश्त कोतवाली एसो सतेन्द कुमार,एस आई मेजर सिंह विर्क, ने सर्राफा बाजार में व्यापारियों से पूंछा कि आपके बाजार में सीसी टीवी कैमरे लग रहे हैं ! तो सही है नहीं तो सीसी टीवी कैमरे लगवा लें नगर के लोगों में चर्चा है कि पुलिस बारिश में भी बजार में धूम रही हैं! रोजना गस्त कर रही हैं कोई-ना-कोई तो बात है ! एसआई मेजर सिंह विर्क, ने एक मोटरसाइकिल पर तीन नवयुवक लड़के बैठे मिले !एसआई मेजर सिंह विर्क ने उन्हें रोक कर उनकी चैकिंग की और हिदायत दे कर छोड़ दिया !


पत्रकार पर हमला,एसएसपी को ज्ञापन

कानपुर जनर्लिस्ट क्लब ने एसएसपी को ज्ञापन सौपकर फोटो जर्नलिस्ट के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की


कानपुर। शुक्रवार देर रात बेकनगंज थाना क्षेत्र के तलाक़ महल इलाके में केबिल बॉक्स में करंट उतरने से पूर्व सविंदा गैंगमैन मुन्ने खां की मौत हो गयी थी। मुन्ने की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने वहाँ पहुँची केस्को टीम को बंधक बनाकर पीटने लगे। बवाल की सूचना पाकर एसएसपी, एडीएम सिटी कई थाने का फ़ोर्स पहुँचा तभी वहाँ बवाल को कवरेज़ करने   हिंदुस्तान अखबार के वरिष्ठ छायाकार रोहित त्रिवेदी भी पहुँचे, तो वहाँ मौजूद बवालियों ने रोहित को घेर कर उसका कैमरा और पैसे लूट लिए और जान से मारने की नीयत से पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया जिससे रोहित गम्भीर रूप से घायल हो गए।


शनिवार सुबह घटना की जानकारी होते ही पत्रकारों में भारी आक्रोश फैल गया कानपुर जर्नलिस्ट क्लब की अगुवाई में सैकड़ों पत्रकारों ने बवालियों पर तत्काल मुकदमा, बवालियों की अविलंब गिरफ्तारी और लूटा गया कैमरे को बरामद करने की मांग को लेकर कानपुर पुलिस ऑफिस पहुँचकर एसएसपी अनन्त देव को एक ज्ञापन सौंपा, एसएसपी ने कानपुर जर्नलिस्ट क्लब की सभी मांगो को मानते हुए तत्काल बेकनगंज थाना प्रभारी को एफआइआर दर्ज कर बवालियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए साथ ही अवगत कराया कि कल की इस घटना को लेकर आज पुलिस, प्रशासन केस्को और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई थी जिसमे विधायक अमिताभ बाजपेयी द्वारा छायाकार रोहित के लूटे गए कैमरे की चर्चा की थी जिसपर केस्को द्वारा छायाकार को कैमरा दिया जाएगा। एसएसपी द्वारा जर्नलिस्ट क्लब के प्रतिनिधि मंडल को हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया जिसपर जर्नलिस्ट क्लब द्वारा कहा गया कि अगर जल्द दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो पत्रकार सड़को पर उतरकर चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगा।


प्रमुख रूप से जर्नलिस्ट क्लब के चेयरमैन सुरेश त्रिवेदी,महामंत्री अभय त्रिपाठी, उपाध्यक्ष श्याम तिवारी,कोषाध्यक्ष-अविनाश उपाध्याय , मन्त्री दिलीप सिंह सँयुक्त मन्त्री तरुण अग्निहोत्री, शैलेन्द्र मिश्रा, नीरज तिवारी, पुष्कर बाजपेयी, वरिष्ठ पत्रकार विनोद पाण्डेय,राजेश द्विवेदी, कुमार त्रिपाठी, गौरव चतुर्वेदी, गौरव श्रीवास्तव, संजय त्रिपाठी, अभिषेक गुप्ता, गजेन्द्र सिंह, संजय लोचन पांडेय, ब्रजेश दीक्षित, चन्द्र प्रकाश गुप्ता, शाहिद पठान,अजय पत्रकार, प्रभात गुप्ता, डिम्पल श्रीवास्तव, अमित गुप्ता, मार्शल विपिन गुप्ता,सुबोध शर्मा,नवनीत जयसवाल आदि पत्रकार मौजूद रहे।


प्रधानमंत्री आवास अनुदान की वास्तविकता

जिवाना में कई दिन से चल रहे भारी बारिश के कारण एक गरीब परिवार के मकान के छत और दीवार गिरकर कच्चा मकान हुआ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त एक महिला सहित तीन लोग हुए घायल


संवाददाता नितिन चौहान
बागपत ! जिले के ब्लाक-तहसील बड़ौत क्षेत्र के गांव जिवाना निवासी चंद्र बल तोमर का गांव में कच्चा मकान है !कई दिन से चल रही भारी बारिश के कारण उसके कच्चे मकान की छत और दीवार गिरकर मकान क्षतिग्रस्त हो गया! मकान के बराबर की दीवार भी पूरी तरह से ग्रस्त हो गई! यह घटना 23 जुलाई की रात्रि को हुई! उनके द्वारा इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई! सूचना पर हल्का लेखपाल मौके पर पहुंचा और घटना की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी! इस घटना में उनकी माता दयावती देवी तथा पुत्र निखिल तोमर चोटे लगी है! पीड़ित परिवार उच्च अधिकारियों से मुआवजे की मांग कर रहा है! 


प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पात्र होते हुए मकान बनाने की गुहार लगा रहा है ! लेकिन अधिकारी उन्हें चक्कर लगा हुआ रहे हैं! उनका आरोप है कि जब शहरों में कच्ची छत को पक्की बनाने के लिए ढाई लाख रुपए दिए जा रहे हैं ! तो ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मकानों में आपदा से चल रहे कई दिनों से भारी बारिश के कारण मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण उनके पास अन्य रहने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है! उन्होंने प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत कच्चे मकान को पक्का बनवाने के लिए आग्रह किया है! 
भारतीय नौजवान इंकलाब पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद गोस्वामी ने गरीब परिवार से इस घटना की जानकारी ली और उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराते हुए गरीब परिवार के कच्चे मकान को पक्का बनवाने का आग्रह किया है!


पुलिस कर रही किसी अनहोनी का इंतजार

पुलिस कर रही है हत्या का इंतजार ? पीड़ित दहशत में !सरताज खान


गाजियाबाद। ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र में बीते 18 जुलाई को आजाद इन्कलेव खुशहाल पार्क में दुकानदार की हत्या की गई थी।  मामले में पुलिस ने मात्र 36 घण्टे में 3 हत्यारोपियों को जेल भेज कर इतिश्री कर ली। शायद हत्या के मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस पकड़ से दूर है या यूं कहिये कि मास्टरमाइंड तक पुलिस जाना नही चाहती। हत्या के पीछे का कारण परिजनों को करीब हफ्ते बाद पता चला जब 25 जुलाई की शाम करीब 7 बजे मृतक के रिश्तेदार शाकिर को धमकी मिली कि " तू बहुत फुदक रहा है अभी तो एक ही मारा है अगली बारी तुम्हारी है " इस धमकी से मृतक का परिवार व रिश्तेदार दहशत में है और पुलिस से इंसाफ की उम्मीद किये बैठे है ,मगर पुलिस का रवैया वही ढुलमुल है। पीड़ित का आरोप है कि शुक्रवार करीब 11 बजे थाना प्रभारी ट्रोनिका सिटी को तहरीर दी थी। जिसे उन्होंने रिसीव करने को तो मना कर दिया था और कार्रवाई का आश्वासन दे दिया था। लेकिन अभी तक आरोपी खुलेआम घूम रहा है तथा पीड़ित पक्ष व उनके बच्चे भयभीत है और शायद उनका भयभीत होना भी लाजिमी है क्योंकि जिस दुकानदार बरकत उल्लाह की हत्या हो चुकी है ,वह बहुत ही सीधा साधा व साधारण व्यक्ति था।जिसकी किसी से रंजिश भी नही थी।लेकिन अकारण उसकी हत्या हो जाती है ,अब उसके रिश्तेदार को खुलेआम धमकी मिलना और पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई न करना पीड़ित को भयभीत कर रहा है। पीड़ित का कहना है कि आरोपी पक्ष इतना रसूखदार है कि पुलिस उसके व हथियार तश्कर बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई नही करना चाहती। अगर पुलिस का ऐसा ही रवैया रहा तो वह बच्चो के साथ कही अन्य जगह जाने को विवश है। अब ट्रोनिका सिटी पुलिस पर सवाल उठता है कि क्या असल मे आरोपी रसूख दार है और उसके हथियार तश्कर बेटे को जान बूझकर महीनों बाद भी पुलिस पकड़ना नही चाहती ? सूत्रों की माने तो आरोपी का बेटा सैफ अली लोनी में करीब 100 से भी अवैध हथियार तस्करी कर चुका है और इसकी खबर पुलिस के आलाधिकारियों को बखूबी है। बता दे कि करीब 2 महीने पहले ट्रोनिका सिटी पुलिस ने 3 हथियार तश्कर जेल भेजे थे और उस समय अवैध हथियार तस्करी में सैफ अली का नाम प्रमुखता से प्रकाश में आया था।


ननि 5 करोड,नपपा 1 करोड:भूपेश

रायपुर ! भूपेश सरकार पार्षद निधि, अध्यक्ष निधि जल्द ही जारी करेगा! मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नगर पंचायतों को 50 लाख, नगर पालिका को एक करोड़ और नगर निगम को 5 करोड़ से 10 करोड़ देने की घोषणा की है! इसके साथ ही नगर पंचायत, नगर पालिका और निगम के अध्यक्ष को पैसे जारी करने का अधिकार वापस किया गया है! इस अधिकार को रमन सरकार ने खत्म कर दिया था!


अनुमति के बिना नहीं होगी नवाज-चालीसा


सड़क पर नमाज, हनुमान चालीस का पाठ आदि धार्मिक आयोजन के लिए अब प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। यूपी के अलीगढ़ के डीएम का यह आदेश कितना उचित? क्या इससे शांति कायम हो सकेगी?

अलीगढ ! उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट चन्द्रभूषण सिंह ने एक आदेश जारी कर कहा है कि सड़क पर किसी भी प्रकार के धार्मिक आयोजन के लिए अब जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। यदि कोई व्यक्ति बगैर अनुमति के धार्मिक गतिविधियां सड़क पर करेगा तो उसके विरुद्ध कार्यवाही होगी। असल में पिछले कुछ दिनों से अलीगढ़ में शनिवार और मंगलवार को सार्वजनिक स्थलों पर हनुमान चालीस के पाठ हो रहे हैं। आयोजकों का साफ कहना है कि जब शुक्रवार और अन्य खास मौकों पर सड़कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढ़ी जा रही है तो हनुमान चालीसा के पाठ भी होंगे। इस तनातनी को देखते हुए ही अलीगढ़ के डीएम को आदेश जारी करना पड़ा है। सवाल है कि क्या यह आदेश उचित है? क्या इस आदेश से शांति कायम हो जाएगी? कानून व्यवस्था की दृष्टि से देखे तो डीएम का आदेश सही है, क्योंकि यह आदेश समान रूप से सभी धर्मों के लोगों पर लागू होगा और इससे विवाद की स्थिति को टाला जा सकता है, लेकिन सवाल यह भी है कि क्या मौजूदा हालातों में डीएम के आदेशों की क्रियान्विति हो सकती है? यूपी ही नहीं पूरे देश में शुक्रवार और खास अवसरों पर मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर नमाज पढ़ते हैं। इस दौरान यातायात बंद कर दिया जाता है। कई बार यातायात रुकने से एम्बुलैंस भी फंस जाती हैं। मरीज का समय पर इलाज नहीं हो पाता। अब यदि मंगलवार और शनिवार को बीच सड़क पर हनुमान चालीसा के पाठ भी होंगे तो लोगों की परेशानी और बढ़ जाएगी। धर्म तो आम लोगों की परेशानियों को दूर करता है। कोई भी धर्म लोगों को परेशान करने की शिक्षा नहीं देता। मुस्लिम विद्वानों के अनुसार नमाज की वजह से किसी को भी परेशानी नहीं होनी चाहिए और नमाज की जगह कभी भी विवादित नहीं होनी चाहिए। विवादित भूमि और लोगों को परेशान करने वाली नमाज कभी भी कबूल नहीं होगी। इसलिए इस्लाम में नमाज के लिए मस्जिद बनाई हैं ताकि सुकून के साथ नमाज पढ़ी जा सके। वैसे भी नमाज में अल्लाह से अमन चैन और देश की खुशहाली की दुआ की जाती है। जहां तक हिन्दू समुदाय का समाज है तो रामलीला जैसे धार्मिक आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर ही होते रहे हैं। धार्मिक आयोजनों को लेकर विवाद की स्थिति नहीं होनी चाहिए। देखना होगा कि अलीगढ़ के डीएम का आदेश कितना प्रभाव होती है।
एस.पी.मित्तल


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...