शुक्रवार, 14 जून 2019

अपराध और लंबी न्यायिक प्रक्रिया


कुदरती निजाम के खिलाफ अपरिपक्व देवी स्वरूपा मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म एवं निर्मम हत्याओ की बढ़ती घटनाओं एवं लम्बी न्यायिक प्रक्रिया पर विशेष
सम्पादकीय
मनुष्य का एक रूप ही देव मानव का तो मनुष्य का ही दूसरा रूप नर पशु और नर पिशाच का माना जाता है। दोनों इस धरती पर आम मानव के रूप में पैदा होते एवं मरते खाते पीते हैं किंतु पैदा होने के बाद दोनों अपनी अपनी प्रवृत्तियों व कार्यशैली के अनुसार देव और दानव हो जाते हैं। मनुष्य अपने कर्म से मानव से महामानव और देवमानव तथा नर से नरपशु नर पिशाच यानी इंसानियत से लाखों कोस दूर शैतान बन जाता है लेकिन इन दोनों में एक खूबी यह है कि यह दोनों अपनी-अपनी मान मर्यादाओं एवं कुदरत के निजाम में रहकर अपना अपना जीवन अपने अपने हिसाब से जीते हैं और दोनों विधि के विधान या कुदरत के खिलाफ काम नहीं करते हैं। मनुष्य जीवन में काम क्रोध मद लोभ से कोई नहीं बचा और जो बच गया है वह ईश्वर समान हो गया है इसीलिए कामवासना की तृप्ति के लिए कुदरत द्वारा परिपक्वता की समय सीमा निर्धारित की गई है जिसके तहत महिला पुरुष के संबंध पति पत्नी के रूप में निर्धारित किए गये हैं। इतना ही नहीं बल्कि कामवासना की दोनों की एक उम्र भी तय की गई है इस निर्धारित अवधि के पहले कामवासना करना कुदरत के ही खिलाफ नहीं बल्कि कानून के भी खिलाफ होता है। हम भारत जैसे देश में रहते हैं जहां पर बालिका को मासिक धर्म आने के पहले तक देवी स्वरूप कन्या मानकर उसकी पूजा की जाती हैं। जिस देश में कन्याओं को देवी माना जाता हो उस देश में कन्याओं के साथ असमय दुष्कर्म होना या कामवासना की नजर से कामुक होकर देखना देवी शक्ति एवं कुदरत के निजाम का अपमान करने जैसा होता है। इन अपरिपक्व कुंवारी कन्याओं के साथ दुष्कर्म को रोकने की अनुमति किसी भी काल में नहीं दी गई है और वर्तमान समय में भी कानून बने हुए हैं। लेकिन यहां पर सवाल कानून बनने या लागू होने का नहीं है बल्कि सवाल इस बात का है कि जिस उम्र में बालिकाओं को देवी स्वरूपा देखा जाना चाहिए उस उम्र में उसके साथ दुष्कर्म करने की बात मनुष्य के दिमाग में कैसे पैदा होने लगी है?क्या ऐसे लोगों को इंसान कहा जा सकता है? इधर देवी स्वरूपा बच्चियों के साथ असमय दुष्कर्म करके उनकी हत्या करने की घटनाओं की जैसे बाढ़ सी आ गई है। बच्चियों के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की घटनाएं देश के विभिन्न राज्यों खासतौर से उत्तर प्रदेश में हो रही हैं। अलीगढ़ घटना के बाद से एक तूफान सा खड़ा हो गया है और पूरे देश में इस घटना की निंदा की जा रही है। उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ हो रही घटनाओं को लेकर जहां जनमानस उद्वेलित एवं आक्रोशित है तो विपक्षी दल भी सरकार पर हमलावर हैं। वही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी प्रशासनिक आला अधिकारियों की मीटिंग बुलाकर उनके पेंच कस कर अन्य अपराधों के साथ इन शर्मनाक घटनाओं पर लगाम लगाने के कड़े निर्देश भी दे चुके हैं।फिलहाल अब तक बच्चियों के साथ हुई घटनाओं के आरोपियों को पकड़कर कानून के हवाले किया जा चुका है।इसके बावजूद घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है। कहा जाता है कि लोगों के मन के अंदर कानून का भय तब खत्म हो जाता है जबकि उस कानून को लागू कराने वाले लापरवाह हो जाते हैं। यह बात सही है कि शासन सत्ता चलाने के लिए सरकार या उसकी पुलिस का इकबाल बुलंद होना आवश्यक होता है क्योंकि अपराधियों के दिलों के अंदर कानून का खौफ तभी व्याप्त होता है जब पुलिस का इकबाल बुलंद होता है और लोग अपराध करने से भय खाते हैं। बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वालों को न तो मानव और न ही दानव ही कहा जा सकता है ऐसे लोगों को विवेकहीन पागल जरूर कहा जा सकता है। हमारे यहां एक परंपरा है कि जब विवेकहीन कुत्ता पागल हो जाता है और काटने लगता है तब उसे गोली मार दी जाती है।देवी स्वरूपा बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वाले कुदरत के अपराधी हैं और ऐसे अपराधियों को कुत्ता की मौत की सजा देना भी कम होगा क्योंकि कुदरत से छेड़छाड़ करने का मतलब खुद अपनी मौत को दावत देना होता है। समाज में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति के अंदर कानून तोड़ने पर प्रतिफल भुगतने का भय बना होना चाहिए क्योंकि अपराधी भयमुक्त होकर तभी घिनौने कृत्य को करता हैं जब कानून का भय खत्म हो जाता है और जंगल राज कायम हो जाता है। कुदरत के नियमों और सिद्धांतों के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ कानूनी अदालती दंड के साथ समाजिक दंड भी आवश्यक है।सरकार को ऐसे कुदरती अपराधियों के लिए ऐसे कानून बनाने चाहिए या कानूनों को लागू करना चाहिए जिसे देख कर लोगों की रूह कांप जाए और कोई ऐसे कुकृत्य करने की भविष्य में कोशिश तो क्या दिमाग में सोच भी न सके। गतवर्षो कठुआ में एक बच्ची के साथ हुये सामूहिक दुष्कर्म एवं निर्मम हत्या के मामले अदालती फैसला आने में एक लम्बा समय लगा है। जब तक सख्ती के साथ ऐसे कुदरत के अपराधियों के साथ पेश नहीं आया जाएगा तब तक ऐसे कुदरत विरोधी शैतानों और शैतानियत भरी हरकतों को रोका नहीं जा सकता है।रामायण में भी कहा गया है कि-" अनुज वधू भगिनी सुत नारी ते सब कन्या समचारी, इन्हें कुदृष्टि विलोकै जोई ताहि वधे कुछ पाप न होई"। दुनिया के कुछ देश इस बात के लिए गवाह है जहां अपराधियों को लंबी अदालती प्रक्रिया से न गुजार कर प्रमाणिकता सिद्ध होने पर तत्काल सरेआम सरेबाजार एवं खुले आम ऐसी कठोर सजा दी जाती है जिसके कारण वहां पर कोई कानून तोड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता है और वह देश आज भी दुनिया में मिसाल बने हुए हैं। लोकतंत्र की यही खूबी है इसमें किसी को अपराधी घोषित करने के लिए एक लंबी अदालती प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और न्याय देने में साक्ष्य को मुख्य आधार माना जाता है।मासूम बच्चियों के साथ हो रही दुष्कर्म की घटनाओं के आरोपियों को ईमानदारी के साथ एक सप्ताह में सुनवाई करके मामले को निपटाकर अकल्पनीय सजा देने की जरूरत है। जो घटनाएं सरेआम सरे चर्चा और सारे जहान होती हैं और दुनिया जानती है कि यह घटना किसने की है उनमे लम्बी प्रक्रिया अख्तियार करना अपराधियों को बढ़ावा देने जैसा है ।दुनिया में वियतनाम अमेरिका जैसे कुछ ऐसे भी देश हैंं जहां पर कुदरत के विधान के विरुद्ध बच्चियों से दुष्कर्म करने वालों को अदालती सजा के साथ ही उन्हें नपुंसक बना दिया जाता है जिससे वह भविष्य में ऐसी घिनौनी हरकतों की पुनरावृत्ति न कर सके!
भोलानाथ मिश्र


बिश्केक में मोदी और इमरान की वार्ता नहीं

किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हैं। साथ ही पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान भी इस सम्मेलन के लिए बिश्केक पहुंचे हैं। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान एक कार्यक्रम में मोदी और इमरान मौजूद थे, लेकिन दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई। इससे पहले इमरान खान ने दो बार पत्र लिखकर मोदी से वार्ता बहाल करने की अपील की थी, लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि एससीओ सम्मेलन से इतर मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष खान के बीच किसी द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं है। इस सब के बाद इमरान खान ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के संबंध अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं।


'सबसे बुरे दौर में संबंध'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत के साथ उनके देश के संबंध शायद अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने आशा जताई कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी कश्मीर सहित सभी मतभेदों को हल करने के लिए अपने 'प्रचंड जनादेश' का उपयोग करेंगे। खान और मोदी दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के लिए किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हैं। बिश्केक के लिए रवाना होने से पहले रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक को दिए एक 'इंटरव्यू' में खान ने कहा कि एससीओ सम्मेलन ने उन्हें दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए भारतीय नेतृत्व के साथ बात करने का अवसर दिया है।


किसी भी मध्यस्तता को तैयार पाक
खान ने कहा कि एससीओ सम्मेलन ने पाकिस्तान को भारत सहित अन्य देशों के साथ अपना संबंध विकसित करने के लिए एक नया मंच दिया है। खान ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी तरह की मध्यस्थता के लिए तैयार है और अपने सभी पड़ोसियों, खासतौर पर भारत के साथ शांति की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि तीन छोटे युद्धों ने दोनों देशों को इस कदर नुकसान पहुंचाया कि वे अभी भी गरीबी के भंवर जाल में फंसे हुए हैं।


भारत ने मुलाकात से किया था इनकार
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि एससीओ सम्मेलन से इतर मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष खान के बीच किसी द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है। वहीं, खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार पत्र लिख कर सभी मुद्दों पर वार्ता बहाल करने की अपील की है। मोदी ने गुरुवार को यहां चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ अपनी वार्ता के दौरान सीमा पार से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के मुद्दे को उठाया और कहा कि भारत वार्ता बहाली के लिए आतंक मुक्त माहौल बनाने के मकसद से पाक द्वारा ठोस कार्रवाई किए जाने की उम्मीद करता है।


'कश्मीर समाधान के लिए करें बहुमत इस्तेमाल'
इमरान खान ने कहा कि मुख्य जोर शांति बहाल करने और वार्ता के जरिए मतभेदों को दूर करने पर होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'भारत के साथ हमारा मुख्य मतभेद कश्मीर (मुद्दा) है। और यदि दोनों देश फैसला करते हैं तो यह मुद्दा हल हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य से हमें (इस सिलसिले में) भारत की ओर से ज्यादा सफलता नहीं मिली है। लेकिन हम आशा करते हैं कि मौजूदा प्रधानमंत्री (मोदी) के पास प्रचंड जनादेश है, हम आशा करते हैं कि वह बेहतर संबंध विकसित करने और उपमहाद्वीप में शांति कायम करने में इसका उपयोग करेंगे।'


रूस से हथियार खरीद रहा पाक
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि पैसों का इस्तेमाल लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में किया जाना चाहिए। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए यह बात कही जिसने अपने लाखों लोगों को गरीबी के भंवर जाल से बाहर निकाला है। खान ने कहा, ''हम आशा करते हैं कि भारत के साथ हमारा तनाव घटेगा, इसलिए हमें हथियार नहीं खरीदना है क्योंकि हम मानव विकास पर धन खर्च करना चाहते हैं। लेकिन हां, हम रूस से हथियार खरीदने पर विचार कर रहे हैं और मैं जानता हूं कि हमारी सेना रूसी सेना के साथ संपर्क में है।' उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान रूस के साथ पिछले कुछ बरसों से संयुक्त सैन्य अभ्यास करता आ रहा है। इसके अलावा वह रूस से रक्षा खरीद भी कर रहा है, जिसने नई दिल्ली को कुछ चिंतित किया है।


पतंजलि के उत्पादन की बिक्री में गिरावट दर्ज

पतंजलि की बिक्री में 10% गिरावट दर्ज


बाबा रामदेव पतंजलि को 'सिंहासन' तक पहुंचने का 'आसन' लगाए बैठे रहे! मगर कंपनी को 'शिथिलासन' लग गया! रामदेव बड़े-बड़े दावे करते रहे! वे कहते ही रह गए- 'हम मल्टीनेशनल कंपनियों को कपालभाती कराएंगे.' उलटे, उनकी पतंजलि ही भांति-भांति के भवजाल में फंस गई है! रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रामदेव के कमाई बढ़ाने के दांव बेअसर होते दिख रहे हैं! कंपनी की बिक्री में 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है!


साल 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने! उसके बाद से पतंजलि स्वदेशी के सहारे अपने कारोबार को दिन दूनी- रात चौगुनी स्पीड से बढ़ा रही थी! उसके सस्ते प्रोडक्ट कंज्यूमर हाथों-हाथ ले रहे थे! मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए पतंजलि के नारियल तेल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट चिंता का सबब बने हुए थे! मगर आज सब कुछ बदला हुआ नजर आ रहा है!


क्या से क्या हो गया?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक साल 2017 में रामदेव ने दावा किया, 'उनकी कंपनी के टर्नओवर के आंकड़े मल्टीनेशनल कंपनियों को कपालभाती करने को मजबूर कर देंगे! कपालभाती को एक मुश्किल योग माना जाता है! रामदेव का दावा था कि मार्च 2018 तक पतंजलि की बिक्री दोगुनी हो जाएगी! ये 20,000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी. पर हुआ उल्टा! कंपनी की सालाना फाइनेंशियल रिपोर्ट बाबा रामदेव के होश उड़ाने के लिए काफी है! रामदेव के दावों के उलट पतंजलि की बिक्री 10 फीसदी घट गई है! कंपनी की सेल 10,000 करोड़ रुपए के मनोवैज्ञानिक स्तर से भी नीचे 8,100 करोड़ रुपए रह गई है! साल 2016-17 में कंपनी का कारोबार 11,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था!


बहन के बाद, बुजुर्ग भाई ने भी दम तोड़ा

नई दिल्ली ! ज़िंदगी यूं हुई बसर तन्हा.. काफ़िला साथ और सफर तन्हा। गीतकार गुलजार की लिखी लाइनें भारत नगर में बुजुर्ग भाई-बहन की जिंदगी पर सटीक हैं। दरअसल, चमनलाल के पड़ोसी ने बताया कि पुश्तैनी कोठी होने की वजह से भाई-बहन ने कभी घर नहीं छोड़ा। 1957 में बनी कोठी से दोनों को गहरा लगाव था।  एक-दूसरे का खयाल रखते थे। पड़ोसियों से ज्यादा वास्ता नहीं रखते थे। काफी समय से चमनलाल को पड़ोसियों ने नहीं देखा। 

राजकुमारी ही घर से बाहर सामान लेने निकलती थीं। अक्सर पड़ोसी उन्हें बस दरवाजे पर दूध लेने के लिए निकलते हुए देखते थे। पड़ोसियों का कहना है कि आनंद विहार में रहनेवाले चमन के भाई-भतीजे ही फोन करके हालचाल पूछते रहते थे। बता दें कि भारत नगर में एक घर में दो बुजुर्गों की लाशें मिली थीं। 

छानबीन कर रही पुलिस को किसी बाहरी के घर में एंट्री के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस जब मौके पर पहुंची, घर के लाइट पंखे चल रहे थे। राजकुमारी का फोन भी चार्जिंग पर लगा था। चमन के घर का सामान भी सुरक्षित मिला। पुलिस को मौत के पीछे किसी तरह का अंदेशा फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा। दोनों के शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं। 

आसपास के लोगों के मुताबिक, राजकुमारी ने रविवार सुबह आखिरी बार दूध लिया था। उसके बाद दूधवाला घर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। वह बिना दूध दिए ही लौट गया। अंदेशा है कि रविवार को ही किसी समय राजकुमारी की मौत हो गई। उसके बाद गर्मी, भूख और प्यास से किसी दिन चमनलाल की भी मौत हो गई। क्राइम टीम ने घर की जांच की है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस चमन के भाई और भतीजों से पूछताछ कर रही है। 

सीनियर सिटिजन सेल में नहीं थे रजिस्टर्ड
 
पुलिस अफसरों ने बताया कि बुजुर्ग भाई-बहन ने खुद को दिल्ली पुलिस की सीनियर सिटिजन सेल में रजिस्टर्ड भी नहीं कराया था। कई बार पुलिसकर्मियों और बीट स्टॉफ ने उनसे मिलने की कोशिश की। उन्होंने खुद को रजिस्टर्ड कराने से मना कर दिया था। उसके बाद भी बीट स्टाफ उनका हालचाल लेने घर आता-जाता रहता था। वहीं, पड़ोसी इससे इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों के घर कभी किसी भी पुलिसकर्मी को आते-जाते नहीं देखा। हो सकता है कि फोन पर हालचाल ले लेते होंगे।


गुरुवार, 13 जून 2019

एमआरआई के लिए बुलाया, महिला की मौत

अस्‍पताल में भर्ती महिला को एमआरआई के लिए ढाई महीने बाद बुलाया, मौत


 नई दिल्ली ! दिल्‍ली के सबसे बड़े सरकारी अस्‍पताल सफरजंग हॉस्‍पिटल की लापरवाही के चलते एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। 47 साल की विमला कोमा में थीं और सफदरजंग में भर्ती थीं। वो जिंदगी और मौत से जूझ रही थीं। उनके ब्रेन का MRI होना था। भर्ती होने के बावजूद एमआरआई के लिए उन्‍हें 26 अगस्‍त का टाइम दिया गया।


खराब हालत के चलते विमला इतना लंबा इंतजार कर नहीं पाई और उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जांच के अभाव में इलाज प्रभावित हुआ, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। यही नहीं ऐेसा ही एक और मामला सामने आ रहा है जब अन्य महिला मरीज को एमआरआई के लिए 12 नवंबर की डेट मिली है।


आपको बता दें कि विमला सफदरजंग के न्यूरॉलजी विभाग में ऐडमिट थीं। परिजनों का आरोप है कि वह बोल तक नहीं पा रही थीं, कोमा वाली स्थिति में थीं। उन्होंने कहा कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने खुद एमआरआई ब्रेन की जांच कराने को लिखा था, बावजूद इसके अस्पताल के रेडियॉलजी विभाग ने 26 अगस्त का समय दिया था।


परिजनों ने बताया कि हमें तो यही डर था कि बिना जांच के इलाज कहीं इस कदर प्रभावित न हो जाए कि हमें इसका बड़ा खामियाजा हमें भुगतना पड़े। रिश्तेदार ने एक अखबार से बातचीत में बताया कि जब मरीज ऐडमिट हो जाता है तो उसके इलाज की जरूरत के अनुसार जल्दी जांच होती है, ताकि इलाज सही तरीके से हो सके। यहां तो ऐडमिट मरीज को भी ओपीडी की तरह डेट दी जा रही थी।


समस्या को लेकर की गई प्रेस वार्ता

ज्वलंत समस्याओं को लेकर ब्रजेन्द्र पाठक ने किया प्रेस वार्ता


संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा) ! बिजली की ज्वलंत समस्याओं को लेकर भाजपा नेता-ब्रजेन्द्र पाठक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ब्रजेन्द्र पाठक ने कांडी प्रखंड की जनता को लोकसभा चुनाव में बीडी राम को वोट देने व सांसद बनाने के लिए आभार प्रकट किया। कहा कि भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय मंत्री-नितिन गडकरी से मिलकर तीनों प्रखंड-कांडी,बरडीहा व मझिआंव के ज्वलंत समस्याओं को दूर करने के लिए मांग करेंगे।साथ ही श्री पाठक ने कहा कि मझिआंव-सुंडिपुर रोड, मझिआंव-कांडी रोड व मझिआंव-विशुनपुरा रोड में बिना भूमि अधिग्रहण किए ही सड़क का निर्माण कर दिया गया।उक्त रोड में भूस्वामियों को मुवावजा आज तक नहीं मिला।साथ ही बुलंद आवाज में उन्होंने कहा कि मंत्री से इसी वितीय वर्ष में श्रीनगर में पुल निर्माण की शुरुवात अविलम्ब कराने के लिए मांग किया जाएगा।साथ ही मझिआंव में बाई पास रोड व प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल को पर्यटक स्थल का दर्जा देने के लिए मांग किया जाएगा।झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री व बिजली विभाग के एमडी को सतबहिनी में ग्रिड निर्माण की स्वीकृति देने के लिए धन्यवाद दिया।कहा कि उक्त तीनों प्रखंड की जनता बिजली के लिए त्रस्त है।लोग प्राचीन समय के तरह आज भी ढिबरी युग मे रहने पर विवश हैं।मौके पर-पूर्व जिला बिस सूत्री सदस्य-विनोद चौधरी,सत्येन्द्रनाथ तिवारी,सुशील कुमार दुबे,मोहन सोनी,अजमेर चौबे,नरेश रजक सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।


भारत-न्यूजीलैंड का बारिश ने बिगाड़ा खेल

भारत-न्यूजीलैंड मैच रद्द, बारिश ने बिगाड़ा खेल


 नॉटिंघम ! भारत-न्यूजीलैंड के बीच गुरुवार को खेले जाने वाला विश्व कप का 18वां मुकाबला खराब मौसम के चलते रद्द हो गया। नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान में रुक-रुककर हो रही लगातार बारिश के चलते मैदान बेहद गीला था, इसलिए भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे मैच को रद्द करने की अधिकारिक घोषणा कर दी गई। बारिश के कारण बिना टॉस हुए ही मैच रद्द करना पड़ा। दोनों टीम के बीच 1-1 अंक बांट दिए गए।मैच नहीं होने से दर्शकों को खासी निराशा झेलनी पड़ी। दर्शक मैच में कुछ देर का खेल होने की उम्मीद को लेकर मैदान पहुंचे थे, लेकिन बारिश के कारण एक भी बॉल नहीं फेंकी जा सकी और दर्शकों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।


गौतरलब है कि विश्वकप में यह चौथा मैच है जो बारिश की वजह से नहीं हो सका है । इससे पहले 4 जून को कार्डिफ में श्रीलंका-अफगानिस्तान के मैच के लिए 41-41 ओवर ही निर्धारित किए जा सके। 7 जून को ब्रिस्टल में पाकिस्तान और श्रीलंका का मैच रद्द करना पड़ा।इस मैच में तो टॉस तक नही हो पाया। 10 जून को साउथैम्प्टन में साउथ अफ्रीका-वेस्टइंडीज का मैच 7.3 ओवरों से आगे खेला नहीं जा सका। 11 जून को बारिश की वजह से ब्रिस्टल में श्रीलंका और बांग्लादेश मुकाबले का टॉस हो नहीं पाया।


चोटिल शिखर धवन की अनुपस्थिति में भारतीय टीम की वैकल्पिक व्यवस्था की गुरूवार को न्यूजीलैंड के दमदार आक्रमण के सामने कड़ी परीक्षा होनी थी, लेकिन यह लगातार खराब चल रहे मौसम के रुख बदलने पर ही संभव हो पाया। दोनों टीमों के बीच विश्व कप में 16 साल बाद टक्कर होती।


 


आरक्षक से लेकर एसपी बन सकते हैं टीचर

रायपुर: पुलिस पब्लिक स्कूल के लिए भर्तियां.. पीएचक्यू ने जारी किया सभी पुलिस यूनिट को पत्र.. एसपी से लेकर आरक्षक बन सकते है टीचर


रायपुर ! टीचर बनने की हसरत लेकर जिन्होंने जनसुरक्षा का जिम्मा सम्हाल लिया उन्हें उनके ही विभाग ने उन्हें टीचरशिप का एक अनोखा और सुनहरा मौका दिया है! राजधानी स्थित पुलिस पब्लिक स्कूल में शैक्षणिक कार्य के लिए पुलिस मुख्यालय रायपुर की तरफ से टीचरशिप के लिए आवेदन मंगाए गए है ! इस कार्य हेतु पुलिस विभाग के एसपी से लेकर आरक्षक स्तर के पुलिसकर्मी पात्र होंगे. डीजीपी की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक हायर क्वालिफाइड पुलिस अधिकारी और कर्मी शैक्षणिक कार्य के लिए सम्बद्ध कर दिए जाएंगे ! पत्र के मुताबिक इच्छुक अभ्यर्थी (पुलिस अधिकारी/कर्मी) 15 दिवस के भीतर अपने समस्त दस्तावेज पीएचक्यू में जमा कर सकते है!


सत्या साहू


पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच वार्ता

बिश्केक में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच वार्ता


शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे हैं। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव का नाम शामिल है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक गए हैं। जहां पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पीएम मोदी और हसन रुहानी के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।


प्राइवेट एक्सपर्ट्स बन सकेंगे सरकारी अधिकारी

मोदी सरकार का नया प्लान, 40 प्राइवेट एक्सपर्ट्स को देंगे अफसर बनने का मौका


 नई दिल्ली ! मोदी सरकार जीत के बाद अपनी नई सत्ता को मजबूत करने के लिए कई बड़े फेरबदल कर रही है। केंद्र सरकार ने एक नया प्लान बनाया है, जिसके तहत निजी क्षेत्र के 40 विशेषज्ञों को ब्यूरोक्रेसी में शामिल किया जाएगा। नए प्लान के तहत अब आईएएस लॉबी में निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ भी एंट्री कर सकेंगे। इन विशेषज्ञों को भी वहीं पद, वेतन, सुविधाएं और अधिकार रहेंगे, जो अफसरों के होते हैं।


अंतर इस बात का है कि निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर तीन साल के लिए होगी. और अगर इनका प्रदर्शन अचछा रहता है तो इस कॉन्ट्रैक्ट को पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इनकी नियुक्ति सलाहकार के रूप में होगी। फिलहाल कार्मिक मंत्रालय इस पर एक मसौदा तैयार कर रहा है। फिलहाल ऐसे 40 विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।


इनको फिक्सड टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाएगा। नीति आयोग भी ऐसे विशेषज्ञों को उप सचिव से लेकर के संयुक्त सचिव के पद पर रखेगी। फिलहाल सरकार ऐसे लोगों को सलाहकार के पद पर नियुक्त कर रही है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) इस बारे में जल्द ही एक विज्ञापन को जारी करेगा। इससे पहले अप्रैल में नौ व्यक्तियों को संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया था। संयुक्त सचिव पर ज्यादातर आईएएस, आईपीएस या फिर अन्य प्रमुख सेवाओं के लोगों को नियुक्त किया जाता है।


एएन-32 में सवार 13 लोगों के शव बरामद

एएन -32 विमान में सवार सभी 13 लोगों के शव बरामद


एएन-32 विमान में सवार सभी 13 जवान के शव बरामद कर लिए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनास्थल से अब शवों को लाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी। बता दें कि आज ही वायुसेना ने 3 जून से लापता विमान एएन 32 में सवार 13 लोगों की मौत की पुष्टि की थी। वायुसेना ने कहा कि आज आठ सदस्यों की टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची। एयरफोर्स को दुख है कि एएन 32 की दुर्घटना में कोई भी नहीं बचा है।


वायुसेना ने ट्वीट कर कहा था, ''एएन 32 विमान की दुर्घटना में विंग कमांडर जीएम चार्ल्‍स, स्‍क्‍वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वारंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कॉरपोरल शेरीन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज, नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी पुतली और नॉन काम्‍बटेंट कर्मचारी राजेश कुमार का निधन हुआ है।''


वायुसेना ने इस बड़े नुकसान पर दुख प्रकट किया है और इन्हें एयर वॉरियर कहा है। साथ ही जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। वायुसेना का विमान एएन 32 इसी महीने 3 जून को लापता हो गया था। विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी और करीब आधे घंटे बाद विमान का संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया था।


इजराइल ने मोदी को कहा, धन्यवाद

यूएन में भारत ने किया इजरायल का समर्थन, नेतन्याहू ने पीएम मोदी को कहा- धन्यवाद


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इजरायल के पक्ष में मतदान किया था। इजरायल ने फिलिस्तीन के गैर सरकारी संगठन शहीद को सलाहकार का दर्जा दिए जाने पर आपत्ति जताई थी। इसी के पक्ष में भारत ने इजरायल के लिए वोट किया था।


भारत ने फिलिस्तीनी गैर-सरकारी संगठन 'शहीद' को पर्यवेक्षक का दर्जा देने से इनकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में इज़राइल के पक्ष में मतदान किया। इज़राइल ने कहा कि संगठन ने हमास के साथ अपने संबंधों का खुलासा नहीं किया है । नेतन्याहू ने 6 जून के वोट के लगभग एक हफ्ते बाद बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को समर्थन के लिए धन्यवाद, यूएन में इजरायल के साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद।


दरअसल, भारत ने अपने अब तक के रुख से हटते हुए संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में इजरायल के एक प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रस्ताव के समर्थन में 28 देशों ने वोटिंग की थी जिनमें अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान भी शामिल हैं। वहीं, विरोध में चीन, ईरान, पाकिस्तान और सऊदी सहित 14 देशों ने वोट डाला था।


भाजपा की बैठक में वसुंधरा का जलवा फीका


भाजपा की बैठक में वसुंधरा राजे का जलवा फीका रहा।
पर अमित शाह ने दिया सम्मान।


 नई दिल्ली ! नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व दोबारा से सरकार बनने के बाद 13 जून को दिल्ली में भाजपा की बैठक हुई। इस बैठक मे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और संगठन महासचिवों को खासतौर से बुलाया गया। हालांकि बैठक में भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को नहीं बुलाया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया। इस नाते राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी उपस्थित रही। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी और संगठन महासचिव चन्द्रशेखर के चेहरे पर जो चमक थी, वैसी चमक राजे के चेहरे पर देखने को नहीं मिली। अलबत्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने सम्मान देते हुए दीप प्रज्ज्वलन के लिए राजे को मंच पर बुलाया। संभवत: यह पहला अवसर रहा जब भाजपा की राष्ट्रीय बैठक में वसुंधरा राजे की चमक देखने को नहीं मिली। असल में राजस्थान में विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर प्रदेशों की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन राजे ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का कामकाज नहीं संभाला। राजे की रुचि राजस्थान में ही बनी रही। लोकसभा चुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जो रणनीति अपनाई उसका परिणाम रहा कि भाजपा को सभी 25 सीटों पर जीत हासिल हुई। राजे ने न तो प्रदेशभर में दौरा किया और न ही अन्य प्रदेशों में जाकर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में कोई सभा की। राजे का अधिकांश समय अपने पुत्र दुष्यंत सिंह के झालावाड़ संसदीय क्षेत्र में लगा रहा। कुछ स्थानों पर दिखाने के लिए राजे ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता भी मानते हैं कि जो भूमिका विधानसभा चुनाव में थी, वो भूमिका लोकसभा चुनाव में देखने को नहीं मिली। भाजपा के कुछ उम्मीदवारों ने तो राजे के नकारात्मक व्यवहार की शिकायत राष्ट्रीय नेतृत्व को की है। चाहे आरएलपी के नेता हनुमान बेनीवाल को नागौर से उम्मीदवार बनाने का मामला हो या फिर गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को भाजपा में शामिल किया जाना हो। इन सभी निर्णयों में राजे की अनदेखी की गई। लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि यदि 21 सीटे मिल जाती है तो फिर राजस्थान में भाजपा के नेतृत्व में बदलाव होगा। परिणाम बताते हैं कि भाजपा को सभी चौबीस सीटों के साथ साथ नागौर की सीट भी हासिल हुई। ऐसे में अब राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे का बहुत कम महत्व रह गया है। राजे का दारोमदार अब राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है। सब जानते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय नेतृत्व ने राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की सलाह दी थी, लेकिन गजेन्द्र सिंह की नियुक्ति पर वसुंधरा राजे अड़ गई। बाद में समझौते के तहत मदनलाल सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ा। इसकी वजह से भाजपा को सरकार भी गवानी पड़ी। लेकिन अब राजस्थान के हालात बदल चुके हैं। वसुंधरा राजे के बगैर ही लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत हासिल की है। जीत भी लाखों मतों की रही है।
एस.पी.मित्तल


समाचार पत्र संकलन मोदी को दी बधाई

विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्र संकलन करके दी पीएम मोदी को अनूठी बधाई


पीलीभीत जिले के एक शख्‍स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार सरकार बनाने पर अनोखे तरीके से बधाई दी है। कलीम अतहर खान नाम के इस शख्‍स ने प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह वाले दिन के समाचार छपे हुए विभिन्न भाषाओं के 520 समाचार पत्रों का संग्रह करके उन्‍हें बधाई देने का अनूठा तरीका अपनाया है।


हॉबीज हैरिटेज इंडिया सोसायटी के संस्थापक सचिव कलीम के इस संग्रह में हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, कन्नड़, मलयालम, उडि़या, तेलुगू, बंगाली, असमिया, उर्दू आदि भाषाओं के विभिन्न समाचार पत्र हैं, जिनमें नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण की खबरें छपी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन सारे समाचार पत्रों के संकलन की सूचना के साथ उन्हें बधाई संदेश भी भेजा है।


अपने बधाई संदेश में कलीम ने लिखा है, 'ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं। आपके नेतृत्‍व में देश और विकासशील नहीं बल्कि विकसित देश बनेगा।' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने समाचार पत्रों और विभिन्न विषयों से संबंधित संग्रह से भी अवगत कराया है।


 


मोदी ने शी जिनपिंग को दी जन्मदिन की बधाई

पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को दी जन्मदिन की अग्रिम बधाई, कहा- मिलकर आगे बढ़ सकते हैं


 शंघाई ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिश्केक में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की। पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि मिलकर दोनों देश आगे बढ़ सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा, "सबसे पहले तो 15 जून को आपका जन्मदिन है, इसलिए मेरी तरफ से और भारत के लोगों की तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।


भारत में चुनाव नतीजे के बाद आपका मुझे संदेश मिला, आपने मुझे बधाई दी। आज आपने मुझे दोबारा बधाई दी जिसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार। जैसा कि आपने कहा कि आगे आने वाले दिनों में बहुत सारे विषयों में पर हम आगे बढ़ सकते हैं। हम दोनों एक समान कार्यकाल मिला, एक तरह से मिलकर काम करने के लिए।


पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग को भारत आने का भी न्यौता दिया। मसूद अजहर मामले पर शुक्रिया कहा। इससे पहले, पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए गुरुवार को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे। मोदी लोकसभा चुनाव में दोबारा जीतने के बाद पहले बहुपक्षीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।


 


कांग्रेस पदाधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया


अजमेर नगर निगम में कुछ भी हो सकता है। कांग्रेस प्रत्याशी रहे महेन्द्र सिंह रलावता के भाई को वार्डों की परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी बनाया।


अजमेर ! नगर निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने एक आदेश निकाल कर निगम के उपायुक्त (विकास) गजेन्द्र सिंह रलावता को वार्डों के परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कमेटी के सभी छह सदस्य सप्ताह में एक बार रलावता को रिपोर्ट पेश करेंगे। निगम में अभी तक 60 वार्ड थे, लेकिन 80 वार्ड बनाए जाने है, इसलिए वार्डों के क्षेत्रों में बदलाव भी होगा। राजनीतिक दृष्टि से यह कार्य महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता अपने अपने नजरिए से वार्डों का परिसीमन करवाने के इच्छुक होंगे। चूंकि यह कार्य प्रदेशभर में हो रहा है, इसलिए सभी की नजर लगी हुई है। लेकिन अजमेर में रलावता को परिसीमन कमेटी का नोडल अधिकारी बनाए जाने के साथ ही राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। रलावता के बड़े भाई महेन्द्र सिंह रलावता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं और हाल ही में उन्होंने शहर के उत्तर क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में भी रलावता कांग्रेस की ओर से उत्तर क्षेत्र के प्रभारी थे। रलावता भले ही विधानभा का चुनाव हार गए हों, लेकिन कांग्रेस की सरकार में रलावता को ही विधायक के तौर पर माना जाता है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया था कि गजेन्द्र सिंह रलावता अपने सरकारी पद का दुरुपयोग कर अपने भाई के समर्थन में चुनाव कार्य कर रहे हैं। तब जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा ने रलावता के विरुद्ध कार्यवाही भी की। हालांकि तब रलावता केकड़ी नगर पालिका में ईओ के पद पर कार्यरत थे। कांग्रेस का शासन आने पर रलावता फिर से अजेमर नगर निगम में नियुक्त हो गए।
चार्जशीट भी: अजमेर के बहुचिर्चित 13 कॉमर्शियल नक्शों की दोषपूर्ण स्वीकृति देने के मामले में गजेन्द्र सिंह रलावता को चार्जशीट भी जारी हुई है। राज्य सरकार के निर्देश पर अब इस मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कर रहा है। दो दिन पहले ही निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने 13 फाइलों को एसीबी को सौंपा है। उल्लेखनीय है कि रलावता ने विवादित 13 कॉमर्शियल नक्शों की स्वीकृति जारी की है एक ओर रलावता की भूमिका को लेकर एसीबी जांच कर रही है तो दूसरी ओर परिसीमन का महत्वपूर्ण कार्य रलावता को ही सौंपा गया है।
सर्वदलीय बैठक की मांग:शहर भाजपा के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा है कि वार्डों के परिसीमन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वार्डों का परिसीमन निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ होना चाहिए।
एस.पी.मित्तल


भाजपा सफलता के शीर्ष पर नहीं पहुंची


भाजपा की सफलता अभी भी शीर्ष स्तर पर नहीं है।
भूपेन्द्र यादव ने अमितशाह के हवाले से कहा।
चौहान को बनाया सदस्यता अभियान का संयोजक।
राजस्थान के अरुण चतुर्वेदी होंगे सहसंयोजक।


नरेन्द्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद 13 जून को दिल्ली में भाजपा की एक उच्च स्तरीय बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की समाप्ति के बाद जानकारी देते हुए राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव ने कहा कि अभी भी भाजपा को शीर्ष स्तर की सफलता नहीं मिली है। यादव ने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने कहा कि वर्ष 2014 में जब वे अध्यक्ष बने थे, तब भाजपा को शीर्ष स्तर पर ले जाने का संकल्प लिया था। शाह ने कहा कि लोकसभा का चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ 303 सीटें मिली है, लेकिन अभी भी कई राज्यों में भाजपा को विस्तार करना है। शाह ने कहा कि 303 सीटों में से 200 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को पचास प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल हुए हैं। यह दर्शाता है कि लोगों का विश्वास भाजपा की नीतियों की ओर बढ़ा है। यादव ने अमितशाह के हवाले से कहा कि इस बार चुनाव में जातिवाद, परिवारवाद और साम्प्रदायिक्ता पर मतदाताओं ने चोट की है। अब तक चुनावों में ऐसे मुद्दे हावी रहे, लेकिन इस बार मतदाताओं ने भाजपा के उम्मीदवारों को लाखों मतों से जिता कर सारे भ्रम तोड़ दिए हैं। यूपी में तो परिवारवाद और जातिवाद के आधार पर ही गठबंधन हुआ था, लेकिन यह गठबंधन पूरी तरह धराशायी हो गया। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली है वहां कार्यकर्ताओं को अभी और मेहनत करनी है।
सदस्यता अभियान:भूपेन्द्र यादव ने मीडिया को बताया कि मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में देशभर में भाजपा का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। अभियान का संयोजक चौहान को ही बनाया गया है। इसके साथ ही चार सहसंयोजक रखे गए हैं इनमें दुष्यंत गोतम, सुरेश पुजारी, श्रीमती शोभना तथा राजस्थान के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी को सहसंयोजक बनाया गया है। मौजूद समय में भाजपा के 11 करोड़ सदस्य हैं। लेकिन अब इसमें दस प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है। यादव ने बताया कि सदस्यता अभियान के लिए बनी कमेटी जल्द ही बैठक कर तिथि की घोषणा करेगी।
एस.पी.मित्तल


बच्चन की मर्सिडीज़ ओएलएक्स पर पोस्ट

मुंबई ! बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी मर्सिडीज कार बेचने का फैसला किया है! अमिताभ की यह कार ई-कॉमर्स साइट OLX पर बिक रही है ! OLX पर कार सेलिंग का एड पोस्ट हुआ है! इस ऐड में अमिताभ बच्चन की मर्सिडीज कार नजर आ रही है!


ऐड में इस मर्सिडीज कार की कीमत 9.9 लाख रुपये रखी गई है. कार 2007 मॉडल की है! कोई भी व्यक्ति इस कार को खरीद सकता है! कार का मॉडल नंबर S क्लास है! OLX के इस एड में बताया गया है कि गाड़ी अपने थर्ड ओनर के पास है!


ऐड के मुताबिक, यह कार 50 हजार माइल्स का सफर तय कर चुकी है. इसकी कीमत 9 लाख 99 हजार रुपये रखी गई है. कार का लोकेशन बांद्रा वेस्ट मुंबई दिया गया है! बता दें कि अमिताभ बच्चन ने अपने कार के कलेक्शन में मर्सिडीज की बेंज वी क्लास को शामिल किया है!


अडानी को अंतिम मंजूरी दे दी गई

क्वींसलैंड !ऑस्ट्रेलिया सरकार ने गौतम अदानी एक बड़ी राहत देते हुए विवादित कारमाइकल कोयला खदान परियोजना पर काम शुरू करने के लिए अपनी अंतिम मंजूरी दे दी है! क्वींसलैंड राज्य के अधिकारियों ने इसके भूजल प्रबंधन को मंजूरी दी है ! गौतम अडानी की लम्बे समय से इस मेगा कोयला खदान परियोजना के लिए अंतिम मंजूरी प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की चुनावी जीत के हफ्तों बाद ही आई है ! चुनाव के बाद लेबर पार्टी के नेता बिल शॉर्टेन, जिन्होंने कोयला और खनन के खिलाफ एक मजबूत स्टैंड लिया था, क्वींसलैंड में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दे दिया था!


गौतम अडानी ने ऑस्ट्रेलिया में स्थानीय अधिकारियों द्वारा अंतिम मंजूरी दिए जाने के बाद ट्विटर पर कहा “आज ऑस्ट्रेलिया में दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता की हमारी उल्लेखनीय यात्रा एक नए चरण में प्रवेश करती है! भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए अवसर पैदा करने के लिए अडानी की दृष्टि में विश्वास करने के लिए मैं क्वींसलैंड सरकार और ऑस्ट्रेलियाई संघीय सरकार का शुक्रगुजार हूं!


क्वींसलैंड के पर्यावरण और विज्ञान विभाग ने कहा कि उसने अदानी के भूजल आश्रित पारिस्थितिकी तंत्र प्रबंधन योजना को "सबसे बेहतर उपलब्ध विज्ञान के आधार पर एक कठोर मूल्यांकन के बाद मंजूरी दी है ! यह मंजूरी संभावित रूप से आधा दर्जन नई थर्मल कोयला खानों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है ! इससे पहले 31 मई को क्वींसलैंड राज्य सरकार से अपनी खदान परियोजना के स्थल पर महत्वपूर्ण पर्यावरणीय योजना के भाग के रूप में लुप्तप्राय काले गले वाले पक्षी आबादी की रक्षा के लिए पहली मंजूरी मिली थी!


असांजे को ब्रिटिश पुलिस ने किया गिरफ्तार

ब्रिटिश गृह सचिव साजिद जाविद ने खुलासा किया है कि उन्होंने जूलियन असांजे को अमेरिका में प्रत्यर्पित करने के अनुरोध पर हस्ताक्षर किए हैं ! जहां वह कंप्यूटर हैकिंग के आरोपों का सामना कर रहे हैं ! इससे पहले इक्वाडोर के दूतावास में आमंत्रित किए जाने के बाद जूलियन असांजे को गुरुवार को ब्रिटिश पुलिस ने गिरफ्तार किया था!


असांजे ने स्वीडन में यौन उत्पीड़न के मामले को खत्म करने से बचने के लिए सात साल पहले दूतावास में शरण ली थी! पुलिस ने कहा कि उन्हें अदालत में आत्मसमर्पण करने में विफल रहने के लिए गिरफ्तार किया गया ! इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में उनके बार-बार उल्लंघन के बाद असांजे की शरण वापस ले ली गई!


घरेलू गैस के लिए किया पैनल का गठन

जामनगर ! सरकार ने लोगों को रियायती रसोई गैस बेचने की अनुमति देने पर विचार करने के लिए एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी निजी कंपनियों की लंबे समय से मांग है ! क्योंकि राज्य की कंपनियां ग्राहकों को ढेर सारी सब्सिडी देकर लुभाती हैं!


रिलायंस इंडस्ट्रीज जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी चलाती है और वह एलपीजी का एक बड़ा उत्पादक है! रिलायंस प्राइवेट प्लेयर्स को सब्सिडी वाले सिलेंडर वितरित करने की अनुमति देने के लिए वर्षों से सरकार की पैरवी कर रही है!


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...