गुरुवार, 17 नवंबर 2022

हत्या के मामलें में 5 आरोपियों को उम्रकैद की सजा 

हत्या के मामलें में 5 आरोपियों को उम्रकैद की सजा 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। वर्ष 2007 की 2 जनवरी को जनपद के थाना ककरौली क्षेत्र के गांव खेड़ी फिरोजाबाद में पुरानी रंजिश को लेकर हुई हत्या के मामलें में दोषी पाए गए पांच आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। अदालत ने आरोपियों के ऊपर 14-14 हजार रुपए का जुर्माना भी किया है। बृहस्पतिवार को जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश की अदालत में वर्ष 2007 की 2 जनवरी को थाना ककरौली क्षेत्र के ग्राम खेड़ी फिरोजाबाद में पुरानी रंजिश को लेकर मस्जिद के भीतर की गई हत्या के मामले की सुनवाई की गई।

जनपद न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद हत्या के इस मामले में दोषी पाए गए पांच आरोपियों भूरा, सदा हसन, मुनव्वर, जहीर आलम और मुदस्सीर को उम्र कैद की सजा सुनाई है। अदालत की ओर से पांचों दोषियों के ऊपर 14-14 हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया है। अदालत की ओर से कहा गया है कि जुर्माने की रकम में से 20000 रूपये की धनराशि मृतक के पिता आबाद मोहम्मद को दी जाएगी।

एक आरोपी जावेद को सबूत के अभाव में अदालत द्वारा बरी कर दिया गया है। हत्या के इस मामले में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए अभियोजन की ओर से जिला शासकीय अधिवक्ता राजीव शर्मा की ओर से जोरदार पैरवी की गई, जबकि वादी पक्ष की ओर से ठाकुर दुष्यंत सिंह ने अपनी दलीलें अदालत के सम्मुख रखी।

पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की अनुमति

पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की अनुमति

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। श्रद्धा वॉकर हत्याकांड मामले में लगातार हो रहे खुलासे से पूरा देश दंग रह गया है। दिल्ली की अदालत ने शहर पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी। कोर्ट ने मामले का खुलासा करने के लिए उसका नार्को टेस्ट’ कराने की भी अनुमति दी।

श्रद्धा हत्याकांड ने दिलाई अनुपमा की कहानी
श्रद्धा के लिव इन पार्टनर आफताब आमीन पूनावाला ने उसे गला दबाकर मारने के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। फिर इन्हें जंगल में ठिकाने लगा दिया। इस हत्याकांड ने देहरादून के चर्चित अनुपमा गुलाटी हत्याकांड को एक बार ताज़ा कर दिया है। इस घटना ने 2010 की उसी खौफनाक कहानी को याद दिला दिया, जहां अनुपमा के पति राजेश गुलाटी ने उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी।

शरीर के किए थे 70 टुकड़े
हत्या के दोनों मामलों में काफी समानताएं हैं। तब 36 साल की अनुपमा गुलाटी की उसके पति राजेश गुलाटी ने उत्तराखंड के देहरादून में हत्या कर दी थी। सिर्फ इतना ही नही दरिंदगी की हदें बार करते हुए हत्यारे ने अनुपमा को मारने के बाद उसके शरीर के 70 टुकड़े करने के लिए बिजली से चलने वाले कटर का इस्तेमाल किया था, जिन्हें वो कुछ दिनों तक राजपुर रोड पर मसूरी मोड़ पर एक नाले में फेंकता रहा।

दोनों के बीच हुआ था झगड़ा
दिल्ली की रहने वाली अनुपमा की शादी देहरादून के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी से 1999 में हुई थी। दोनों अमेरिका रहने चले गए थे। दंपति के दो बच्चे भी थे
जो अमेरिका में ही पैदा हुए। फिर छह साल बाद 2006 में ये लोग भारत लौट आए। अनुपमा ने राजेश पर कोलकाता की एक महिला के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया।

आफताब के जैसा तरीका अपनाया
आफताब पूनावाला हत्या को कवर अप करने के लिए श्रद्धा का सोशल मीडिया हफ्तों तक इस्तेमाल करता रहा। ताकि सबको लगे कि वह जिंदा है। ठीक इसी तरह अनुपमा का पति भी उसके परिवार और दोस्तों को गुमराह करने के लिए अनुपमा की मेल आईडी से उन्हें मैसेज भेजा करता था। उसने अपने दोनों बच्चों और यहां तक कि पड़ोसियों तक से कह दिया था कि अनुपमा दिल्ली गई है। हत्या का खुलासा दिसंबर में हुआ। जब अनुपमा का भाई कई दिनों तक उससे संपर्क नहीं कर पाया
तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

फ्रिज में रखे गए शरीर के टुकड़े
आफताब पूनावाला की तरह ही राजेश ने भी अपनी पत्नी के शरीर के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था। पुलिस ने शरीर के कई हिस्सों को बरामद कर लिया था
जिसमें अनुपमा की सिर भी शामिल था। जो डीप फ्रीजर में मिला।

राजेश को उम्रकैद की सजा सुनाई गई
साल 2017 में देहरादून की एक अदालत ने राजेश को हत्या का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास और 15 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई। देहरादून के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी एस मर्तोलिया
 ने कहा था कि अपने पूरे करियर मेंमैंने कभी इस तरह का मामला नहीं देखा थाजहां हत्यारे ने शव पर इस तरह का क्रूर अत्याचार किया हो। ऐसी हत्याएं अचानक नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि झगड़े और घरेलू हिंसा के कृत्यों के रूप में संकेत प्रकट होने लगते हैं।

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी बंडारू विल्सन बाबू को समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, बंडारू विल्सन बाबू अभी मेडागास्कर में भारत के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं और उन्हें समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। वह एक साथ दोनों जगह के राजदूत का दायित्व संभालेंगे। विल्सन बाबू भारतीय विदेश सेवा के 2004 बैच के अधिकारी हैं।

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

अमित शर्मा 

जालंधर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत मान शहीद भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग करने से पहले भगत सिंह को आंतकवादी कहने वाले सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें। कालिया ने मुख्य मंत्री भगवंत मान को गुरूवार को एक पत्र लिख कर कहा कि वे और भारतीय जनता पार्टी पंजाब स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, करतार सिंह सराभा, लाला लाजपत राय और अन्य महान शहीदों को भारत रत्न देने और करतार सिंह सराभा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देने की आपकी मांग का पूर्ण समर्थन करते हैं

उन्होने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद भारत के प्रत्येक नागरिक के दिल में रहते हैं। कोई भी पुरस्कार शहीद के सर्वोच्च बलिदान की बराबरी नहीं कर सकता। यदि शहीद को कोई पुरस्कार दिया जाना है तो वह सभी शहीदों के लिए होना चाहिए। शहीदों में कोई भेदभाव नहीं हो सकता क्योंकि देश के लिए दिया गया हर बलिदान सर्वोच्च है। भाजपा नेता ने कहा कि संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद सिमरनजीत सिह मान ने 17 जुलाई को शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। उन्होने कहा कि आपने एक मुख्यमंत्री के रूप में न तो उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी और न ही सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई का आदेश दिया

कालिया ने कहा कि उन्होने 22 जुलाई को पत्र लिख कर मुख्य मंत्री से सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी लेकिन मुख्य मंत्री कार्यालय ने उनके पत्र को डीजीपी पंजाब को भेजने की बजाए विशेष मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग को प्रेषित कर दिया। उन्होने कहा कि चार महीने का समय बीत जाने पर भी अभी तक सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होने कहा कि अगर सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो माना जायेगा कि आप दोहरे मापदंड अपना रहे हैं। 

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस नहीं लिए जाने से बुरी तरह गुस्साए किसानों द्वारा अब 24 नवंबर को नेशनल हाईवे जाम का ऐलान किया गया है। इसी दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड पर धरना देते हुए यहां के यातायात को भी बंद किया जाएगा। रेलवे की ओर से दर्ज मुकदमे वापस ले लिए जाने के बाद अब रेलवे ट्रैक के बंद के प्रोग्राम को वापस ले लिया गया है।

बृहस्पतिवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि किसानों की ओर से दी गई चेतावनी के बाद रेलवे ने किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस ले लिए है। इसलिए अब 24 नवंबर को किसान ट्रेनों का चक्का जाम नहीं करेंगे। लेकिन इस दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड को बाधित करते हुए इसे जाम किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि राज्य के गृहमंत्री द्वारा किसानों के साथ हुई मीटिंग को लेकर दिया गया बयान पूरी तरह से गुमराह करने वाला है। किसान नेता ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने अभी तक अपने वादे के मुताबिक किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस नहीं लिए हैं। कई मामले ऐसे हैं, जिन्हें वापस लेने की प्रक्रिया ही अभी तक शुरू नहीं की गई है।

उन्होंने कहा है कि हरियाणा में दर्ज बहुत सारे मुकदमे अभी अदालतों में निलंबित पड़े हुए हैं। हालांकि हरियाणा सरकार ने ज्यादातर मामलों को रद्द करने की सिफारिश कर दी है। लेकिन इसके बावजूद अभी बहुत सारी संख्या में केस अदालतों में विचाराधीन हैं। जिस कारण से बहुत से लोगों के शस्त्र लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं और उनके पासपोर्ट भी नहीं बनाए जा रहे हैं।

3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी

3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी

इकबाल अंसारी 

सिलीगुड़ी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद तबीयत खराब हो गई और डॉक्टरों ने उनकी स्वास्थ्य जांच की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नीरज जिम्पा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गडकरी की तबीयत बाद में ठीक हो गई और वह अपनी कार में सवार होकर रवाना हो गए।

जिम्पा ने कहा, “कार्यक्रम खत्म होने के बाद गडकरी जी ने बेचैनी की शिकायत की। डॉक्टरों ने मंच के पीछे ले जाकर उनकी स्वास्थ्य जांच की। बाद में वह अपनी कार में सवार होकर रवाना हो गए।” गडकरी के स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए गडकरी ने सिलीगुड़ी में 1,206 करोड़ रुपये की 3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

'अग्निपथ’ योजना घातक, वापस लेने की मांग: सीएम 

'अग्निपथ’ योजना घातक, वापस लेने की मांग: सीएम 

इकबाल अंसारी/नरेश राघानी 

शिलोंग/जयपुर। मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर अल्पकालिक अवधि के लिए संविदा नियुक्ति के आधार पर सेनाओं में युवाओं की भर्ती की केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना को घातक बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के बहुप्रचारित 'गुजरात मॉडल' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'वहां कहीं कोई स्वर्ग नहीं आया है।'

यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, 'इनको अंदाज नहीं है कि ये कितना नुकसान देश का कर रहे हैं। अग्निपथ बहुत ही घातक योजना है। केद्र सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए और फौज की पेंशन आदि सुविधाओं वाली पूर्णकालिक नौकरी वापस लानी चाहिए।' भाजपा के बहुप्रचारित गुजरात मॉडल के बारे में उन्होंने कहा,'गुजरात मॉडल कुछ नहीं है। वही गरीबी है। उसी तरह के गांव हैं। उसी तरह का किसानों को कष्ट है। बेरोजगारी है, चिकित्सा सुविधाएं नहीं है। स्कूल भी अच्छे नहीं हैं।

कहीं गुजरात में कोई स्वर्ग नहीं आया हुआ।' गुजरात में विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा, 'गुजरात में तो नगरपालिका चुनाव भी सांप्रदायिक करके जीतते रहे हैं। इस बार ऐसा नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 'गुजरात तो मैं घूमा हूं मैं नरेंद्र मोदी जी के चुनाव में गया था। मैं इनका प्रशंसक था।

जब ये गुजरात में थे तो ये किसानपरस्त थे इन्होंने एमएसपी लागू करने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी थी।’’ मलिक ने कहा, ‘‘लोहिया कहते थे कि दिल्ली बहुत खराब जगह है यहां आकर आदमी बदल जाता है तो ये दिल्ली आकर बदल गए पता नहीं क्या हुआ है और उनकी किसान परस्ती खत्म हो गयी। मेरे तो इनसे जितनी भी मुलाकात हुईं वह किसानों के मुद्दे पर लड़ाई के साथ खत्म हुई।'

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में किसानों से किए अपने वादे को निभाना चाहिए। उन्होंने कहा किक कृषि जिंसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है अगर इसे लागू नहीं किया गया तो फिर आंदोलन छिड़ेगा व देश में अफरा तफरी मचेगी इससे बचा जाना चाहिए।

मलिक ने कहा, 'देश की अर्थव्यवस्था भी नीचे जा रही है ऐसे में अगर महत्वपूर्ण लोग नहीं बोलेंगे या लड़ाई नहीं करेंगे तो यह देश रसातल में चला जाएगा क्योंकि जो लोग राज करते हैं वे तो अपने आत्ममुग्ध होते हैं कि अपने सब अच्छा कर दिया। उन्हें पता नहीं होता कि बाहर क्या हो रहा है।'

राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में कथित गुटबाजी संबंधी सवाल को उन्होंने यह कहते हुए टाल दिया कि 'सबको मिलजुल कर काम करना चाहिए। लड़ने का समय नहीं है। राजस्थान की तरक्की के लिए इनका लड़ना ठीक नहीं है। चुनाव आ रहा है, मिलकर रहना चाहिए।' 

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...