रविवार, 16 अक्तूबर 2022

प्रथम वर्ष के 3 विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन 

प्रथम वर्ष के 3 विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन 

मनोज सिंह ठाकुर

भोपाल। रविवार से देश में चिकित्सा शिक्षा का नया अध्याय शुरू हो गया है। पहली बार चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी शुरू हो गई है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के तीन विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन किया। यहां लाल परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम ‘हिंदी में ज्ञान का प्रकाश’ में करीब 30 हजार विद्यार्थियों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार शामिल हुए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहां चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी होगी। अब तक पूरे देश में MMBS की पढ़ाई अंग्रेजी में होती थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप प्रदेश में चिकित्सा पाठ्यक्रम को हिंदी में तैयार कराने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में उच्च स्तरीय टास्क फोर्स गठित की गई। साथ ही विषय निर्धारण एवं सत्यापन कार्य के लिए समितियों का गठन किया गया।

ग्वालियर में एयर टर्मिनल की रखेंगे नींव
केंद्रीय मंत्री अमित शाह रविवार को ग्वालियर जाएंगे। वे यहां नए एयर टर्मिनल का शिलान्यास करेंगे। 446 करोड़ की लागत से यह नया एयर टर्मिनल तैयार किया जा रहा है, जो मप्र का सबसे बड़ा टर्मिनल होगा। इसके साथ ही नल जल योजना व पीएम आवास- ग्रामीण व शहरी का लोकार्पण भी शाह के हाथों कराया जाएगा।

97 विशेषज्ञों के दल ने चार महीने में तैयार कर दीं हिंदी में पुस्तकें

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि 97 चिकित्सकों के दल ने चार महीने में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार की हैं। इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं। रात में भी शिक्षकों ने काम किया। हिंदी को बढ़ाने के लिए यह हुआ 2015 में विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल में आयोजित किया गया। इसमें दुनियाभर के हिंदी के जानकार शामिल हुए थे। चिकित्सा की हिंदी किताबें आने के बाद सम्मेलन में सुझाए गए अन्य सुझाव पर अमल करने की मांग हिंदी के विद्वानों ने मुख्यमंत्री से की है।

मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा कर रहा मध्य प्रदेश

चिकित्सा की हिंदी पुस्तकों के विमोचन की पूर्व संध्या पर ‘एक दीपक हिंदी के नाम’ कार्यक्रम यहां रोशनपुरा चौराहे पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हिंदी में चिकित्सा की पढ़ाई शुरू कर मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प पूरा कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होनी चाहिए।

जान गंवाने वालों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा 

जान गंवाने वालों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने सांड और नीलगाय के हमले से मारे गए लोगों के परिजनों के लिए बड़ा ऐलान किया है। सरकार जान गंवाने वालों के परिजनों को चार लाख का मुआवजा देगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने सांड और नीलगाय द्वारा किए गए हमले से हुई घटना को आपदा की सूची में रखते हुए यह फैसला लिया है।

बता दें, इस सप्ताह के अंत में जारी अधिसूचना में सांड और नीलगाय के हमले के कारण हुई मौतों को राज्य आपदा घोषित किया गया है। अब तक बेमौसमी अत्यधिक बारिश, आकाशीय बिजली गिरने, तूफान, लू, नौका दुर्घटना, सर्पदंश, सीवर की सफाई के दौरान मौत, गैस के उत्सर्जन, बोरवेल में गिरने, मानव-पशु संघर्ष और कुएं में डूबने से हुई मौतों को इस सूची में शामिल किया गया था। नदी, झील, तालाब, नहर, खाई और झरने को पहले ही राज्य आपदा (राज्य आपदा) के रूप में वर्गीकृत किया जा चुका है।

उपाध्यक्ष व विधायक मंडावी का हार्ट अटैक से निधन 

उपाध्यक्ष व विधायक मंडावी का हार्ट अटैक से निधन 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष व कांग्रेस विधायक मनोज सिंह मंडावी का रविवार सुबह 57 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक से निधन हो गया। पूर्व में प्रदेश के गृह मंत्री रहे मंडावी भानुप्रतापपुर से विधायक थे। उनके निधन पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मंडावी के आकस्मिक निधन का समाचार हम सभी के लिए दुखद है।

कांग्रेस की संचार इकाई के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि मंडावी (58) को दिल का दौरा पड़ने के बाद पड़ोसी धमतरी शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सुबह उनका निधन हो गया। कांकेर जिले में भानुप्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मंडावी शनिवार रात को जिले के चरामा इलाके में अपने पैतृक गांव नथिया नवागांव में थे। 

शुक्ला ने बताया कि उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें चरामा में एक अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की। उन्होंने बताया कि इसके बाद मंडावी को धमतरी शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया। तीन बार विधायक रहे और बस्तर क्षेत्र में पार्टी का अहम आदिवासी चेहरा रहे मंडावी 2000 से 2003 के बीच राज्य में अजीत जोगी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के दौरान गृह एवं कारागार मंत्री थे।

75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां राष्ट्र को समर्पित: पीएम 

75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां राष्ट्र को समर्पित: पीएम 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां राष्ट्र को समर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के सामान मानव के जीवन को आसान बनाने के लिए जो अभियान चल रहा है, डिजिटल बैंकिंग इकाइयां उस दिशा में एक और बड़ा कदम है। ये एक ऐसी विशेष बैंकिंग व्यवस्था है जो कम से कम इंफ्रास्ट्रक्चर में अधिक से अधिक सेवा देने का काम करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि 75 डिजिटल बैंकिग यूनिट्स के शुभारंभ के इस अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आज देश डिजिटल इंडिया के सामर्थ्य का फिर एक बार साक्षी बन रहा है। आज 75 डिजिटल बैंकिग यूनिट्स देश के 75 जिलों में धरातल पर उतर रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि यूपीआई अपने तरह की दुनिया की पहली टेक्नोलॉजी है। भारत में आप इसे शहर से लेकर गांव तक शोरूम हो या सब्जी का ठेला हर जगह यूपीआई देख सकते हैं। जब हमने जन-धन अकाउंट की मुहिम शुरू की तब आवाजें उठीं कि गरीब बैंक खाते का क्या करेगा। यहां तक की इस फील्ड के कई एक्सपर्ट भी नहीं समझ पा रहे थे, इस अभियान का महत्व क्या है। लेकिन बैंक खाते की ताकत क्या होती है,ये आज पूरा देश देख रहा है। हमारा संकल्प है – व्यवस्थाओं में सुधार का, पारदिर्शता लाने का, आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचने का। आज देश में हर एक लाख वयस्क आबादी पर जितनी बैंक शाखाएं मौजूद हैं, वो जर्मनी, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से भी ज्यादा है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम सामान्य मानवी के जीवन स्तर को बदलने का संकल्प लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। हमने बैंकिग सेवाओं को दूर-सुदूर में, घर-घर तक पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। आज भारत के 99% से ज्यादा गांवों में पांच किमी के अंदर कोई न कोई बैंक ब्रांच, बैकिंग आउटलेट या बैंकिंग मित्र मौजूद है।

पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार ने दो चीजों पर एक साथ काम किया है। पहला, बैंकिग व्यवस्था को सुधारना, मजबूत करना, पारदर्शिता लाना। दूसरा, वित्तीय समावेशन किया।,भारत के सामान्य मानवी को सशक्त करना है, उसे मजबूत बनाना है इसलिए हमने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखकर नीतियां बनाई और पूरी सरकार उसकी सुविधा और प्रगति के रास्ते पर चली है। भारत के सामान्य मानवी के जीवन को आसान बनाने का जो अभियान देश में चल रहा है, डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स उस दिशा में एक और बड़ा कदम है।ये ऐसी विशेष बैंकिंग व्यवस्था है, जो मिनिमम डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से मैक्सिमम सेवाएं देने का काम करेगी।

शेयर बाजारों से करीब 7,500 करोड़ रुपए निकालें

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर के पहले दो हफ्तों में भारतीय शेयर बाजारों से करीब 7,500 करोड़ रुपए निकालें हैं। अमेरिकी का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व तथा विश्वभर के अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति सख्ती की चिंताएं धारणा को प्रभावित कर रही हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़े बताते हैं कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 2022 में अब तक 1.76 लाख करोड़ रुपए निकाले हैं।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा कि आने वाले महीनों में भू-राजनीतिक जोखिमों और बढ़ती मुद्रास्फीति आदि के कारण एफपीआई प्रवाह अस्थिर रह सकता है।आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने तीन से 14 अक्टूबर के दौरान शेयर बाजार से 7,458 करोड़ रुपये निकाले। सितंबर में उन्होंने शेयर बाजार से 7,600 करोड़ रुपये से अधिक निकाले थे। इससे पहले एफपीआई ने अगस्त में 51,200 करोड़ रुपये का और जुलाई में करीब 5,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।

अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर छापा 

अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर छापा 

नरेश राघानी 

भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में कामां थाना क्षेत्र के दौलाबास गांव के पहाड़ों में अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर रविवार को पुलिस ने छापा मार कर भारी संख्या में अवैध हथियार और हथियार बनाने की मशीनें जब्त की। पुलिस की इस कार्यवाही की भनक लगते ही दोनो फैक्ट्रियों से आरोपी फरार हो गए। फिलहाल दोनों थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दौलाबास गांव के पहाड़ों में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही है जहां भारी मात्रा में अवैध हथियार बनाए जा रहे हैं। दौलाबास के पहाड़ों के ऊपर एक टैंट लगाकर बनाई गई हथियार बनाने की फैक्ट्री पर दबिश देने के बाद पुलिस को दूसरी फैक्ट्री के बारे में पता लगा जिसके बाद पुलिस ने दूसरी फैक्ट्री पर दबिश दी।

दूसरी फैक्ट्री पेड़ों की ओट लेकर बनाई गई थी जहां हथियार बन रहे थे। फिलहाल पुलिस को तीसरी फैक्ट्री की भी सूचना मिली है जिसकी पहाड़ों में तलाश की जा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कार्रवाई खत्म होने के बाद ही जब्त हथियारों के बारे में पता लग पाएगा।

सूर्य ग्रहण: 26 को मनाया जाएगा 'गोवर्धन' पर्व

सूर्य ग्रहण: 26 को मनाया जाएगा 'गोवर्धन' पर्व

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा त्यौहार धूम-धाम से मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं होगा। बता दें कि गोवर्धन पूजा इस वर्ष 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा। इस साल दीपावली पर्व 24 अक्टूबर को है लेकिन अगले दिन यानी 25 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। जिसके कारण गोवर्धन पर्व पर्व 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा। किवदंतियों के अनुसार गोवर्धन पूजा के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र देव के अहंकार को परास्त किया था और ब्रज वासियों को भगवान श्री कृष्ण ने देवराज इंद्र के प्रकोप से बचाया था। इसी उपलक्ष में आज भी गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाता है। आइए जानते हैं, इस साल गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त और पूजा के नियम।

गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त

गोवर्धन पूजा तिथि- 26 अक्टूबर 2022, बुधवार

गोवर्धन पूजा प्रातः काल मुहूर्त – 26 अक्टूबर सुबह 06:29 से सुबह 08:43 तक

पूजा अवधि- 02 घण्टे 14 मिनट

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 25 अक्टूबर शाम 04:18 बजे से

प्रतिपदा तिथि समाप्त- 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02:42 बजे तक

गोवर्धन पूजा के दिन गोबर का इस्तेमाल कर गोवर्धन देवता को बनाया जाता है और उन्हें फूलों से सजाया जाता है। पूजा के दौरान गोवर्धन देवता को नैवेद्य, दीप, फूल, फल और दीप अर्पित किए जाते हैं। बता दें कि गोवर्धन देवता को शयन मुद्रा में बनाया जाता है और उनकी नाभि की जगह मिट्टी का दिया रखा जाता है। इस दीपक में दूध, दही, गंगाजल, शहद और बताशे अर्पित किया जाते हैं और प्रसाद के रूप में इन्हें बांटा जाता है। पूजा के बाद इनकी सात बार परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा के वक्त लोटे से जल गिराते हुए और जौ बोते हुए परिक्रमा करने का विधान है। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा की जाती है।

शास्त्रों में बताया गया है कि गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का आयोजन अनिवार्य है। अन्नकूट का अर्थ होता है, अन्न का मिश्रण। इस मिश्रण को भगवान श्री कृष्ण को भोग के रूप में अर्पित किया जाता है और पूजा के बाद इन सभी चीजों को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...