मंगलवार, 19 अप्रैल 2022

राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग, ज्ञापन

राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग, ज्ञापन   

संदीप मिश्र           
लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस ने महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज कर देश भर में रामनवमी का जुलूस निकालने के बहाने मुस्लिम समुदाय के इबादतगाहों पर हमला करने वाले संघी गुंडों के खिलाफ़ कार्यवाही करने के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग की है। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी बयान में बताया कि विभिन्न ज़िला इकाइयों ने ज़िला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और मस्जिदों और मज़ारों पर भगवा झण्डा फहराने और पथराव करने वाले संघ परिवार और भाजपा से जुड़े गुंडों के खिलाफ़ सख़्त क़ानूनी कार्यवाई करने के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग की क्योंकि भाजपा शासित राज्य सरकारें और यहाँ तक की दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार भी क़ानून सम्मत कार्य नहीं कर रही है। 
वो पीड़ित मुस्लिमों के ही घर तुड़वा रही हैं, उन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित कर रही हैं और संघ से जुड़े गुंडों के खिलाफ़ कार्यवाई न कर उन्हें आगे भी ऐसी हिंसा करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि राष्ट्रपति महोदय अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी को समझते हुए राज्य सरकारों को दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाई करने के लिए निर्देशित करें। 
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अराजकता का यह देशव्यापी माहौल एक सुनियोजित साज़िश के तहत बनाया जा रहा है जिसका मकसद मुसलमानों के लिए एक स्थाई भय का माहौल बनाना है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यचकित करने वाला है कि ऐसी घटनाओं पर न तो अदालतें ही स्वतः संज्ञान ले रही हैं और ना तो राष्ट्रपति ही कुछ बोल रहे हैं। हत्या करने की खुलेआम धमकी देने वाले भाजपा के गुंडों के खिलाफ़ अदालतें यह कह कर कार्यवाई करने से मना कर दे रही हैं कि हत्या की धमकी हँसते हुए दी गयी थी इसलिए ऐसा करना अपराध नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले सुनाने वाले जजों के कारण संघ और भाजपा से जुड़े गुंडों का हौसला बढ़ रहा है और वो मुसलमानों के ऊपर और हमले करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के एक हिस्से द्वारा अपराधियों का मनोबल बढ़ाने का ऐसा उदाहरण शायद ही किसी देश में देखने को मिलता हो। 
शाहनवाज़ आलम ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को याद दिलाया गया है कि देश के बिगड़ते आंतरिक स्थितियों पर पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों के सार्थक हस्तक्षेप की समृद्ध परंपरा रही है और उन्हें भी इस गौरवमयी परंपरा का निर्वहन करते हुए लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। 
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि मोदी सरकार चाहती है कि संवैधानिक संस्थाओं का इस हद तक मुसलमानों के खिलाफ़ इस्तेमाल किया जाए कि मुसलमान वहाँ जाने को व्यर्थ समझने लगें और इन संस्थाओं की जवाबदेही अपने आप खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा सोचना सरकार के ट्रैप में फंसने जैसा होगा। इसलिए न्यायपालिका, राष्ट्रपति, कार्यपालिका, पुलिस हर संवैधानिक संस्थान पर कानून सम्मत काम करने के लिए दबाव डालते रहना लोकतंत्र को बचाने के लिए ज़रूरी है।

पिकअप पलटने से 2 महिला सहित 10 की मौंत

पिकअप पलटने से 2 महिला सहित 10 की मौंत   

नरेश राघानी            
झुंझुनूं। राजस्थान में झुंझुनूं जिले में गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र में पिकअप पलट जाने से मंगलवार को दो महिलाओं सहित दस लोगों की मौत हो गई‌। जबकि अन्य आठ घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार गुढ़ागौड़जी कस्बे से दो किलोमीटर दूर झुंझुनूं जाने वाली रोड़ पर लीलो की ढाणी के पास यह पिकअप अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। पिकअप पलटने से उसमें सवार एक महिला समेत आठ लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
घायलों को झुंझुनूं जिला मुख्यालय के राजकीय बीडीके अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दो लोगों ने और दम तोड़ दिया।
ये लोग अहीरो की ढाणी बड़ाऊ के बताए जा रहे है। अहीरों की ढाणी (कृष्ण नगर) के ये लोग सभी पिकअप गाड़ी में बैठक कर लोहार्गल नहाने गए थे। पिकअप में करीब 18 लोग सवार थे। परिवार में एक वृद्ध की मौत होने पर लोहार्गल में मृतक की भस्मी प्रवाहित कर वहां के कुंड में स्नान कर ये लोग वापिस लौट रहे थे।
पुलिस ने बताया कि हादसे के मृतकों कैलाश (35), भंवरलाल, (35), सुमेर, (50), राजबाला (35) अर्पित(15), मनोहर (50) नरेश (16) और कर्मवीर (20) , बलवीर एवं सावित्री शामिल हैं।

डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहीं पुलिस

डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहीं पुलिस  

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हाल की हिंसा की घटनाओं की जांच के संदर्भ में दिल्ली पुलिस डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जहांगीरपुरी इलाके में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं से जुड़े अपराधियों का पता लगाने के लिए फोन विवरण, सीडीआर, वायरल वीडियो क्लिप, सोशल मीडिया अकाउंट और सीसीटीवी फुटेज पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। पुलिस उस पिस्तौल को उपलब्ध कराने वालों का भी पता लगाने में जुटी है जिसका इस्तेमाल घटना के दौरान किया गया था।

इससे पहले पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि 'सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो फुटेज की प्रत्येक कोण से जांच की जा रही है। उन्होंने जोर दिया कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से घटना से जुड़े तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि घटना के सिलसिले में दो आरोपियों सोनू (28) और शेख हमीद (36) को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस जहांगीरपुरी के ब्लॉक सी का रहने वाला है, जिसे 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर प्रसारित एक कथित वीडियो में देखा गया था। बताया गया है कि सोनू ही वहीं व्यक्ति है जो नीले रंग के कुर्ते में पिस्तौल लिए नजर आ रहा है। वहीं दूसरे आरोपी कबाड़ का व्यवसाय करने वाले हमीद ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने हिंसा के दौरान पथराव के लिए इस्तेमाल की बोतलें उपलब्ध करायी थी।पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।

देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की

देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की 

सुनील श्रीवास्तव                  
स्टॉकहोम। स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने डेनमार्क के दक्षिणपंथी राजनेता रासमस पालुडन द्वारा आयोजित मुस्लिम विरोधी और अप्रवास विरोधी रैलियों के बाद देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले गुरुवार को पालुडन और उनके अप्रवास विरोधी राजनीतिक दल ने स्थानीय अधिकारियों की अनुमति से एक प्रदर्शन आयोजित किया जिसमें स्वीडिश शहर लिंकोपिंग में मुस्लिम पवित्र पुस्तक कुरान की एक प्रति को जलाना शामिल था। इसके विरोध में इकट्ठा हुए मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों पर हमला किया और पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
प्रधानमंत्री एंडरसन के अनुसार, लिंकोपिंग और अन्य शहरों में इस तरह की झड़पों के बाद कुल 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 आफटनब्लैडेट अखबार से कहा, "मैं यह स्पष्ट कर दूं कि स्वीडिश पुलिस पर हमला करने वाले स्वीडिश लोकतांत्रिक समाज पर हमला कर रहे हैं। अपराधियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें जेल में सजा काटनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि वह पालुडन के कुत्सित विचारों से घृणा करती हैं, लेकिन उसका जवाब हिंसा के साथ देना "अस्वीकार्य, गैर-जिम्मेदार और अवैध" था।
श्रीमती एंडरसन ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में हमने स्वीडन के कई शहरों में भयानक नजारे देखे। पुलिस अधिकारी जो शांतिपूर्ण माहौल में अपने परिवारों के साथ ईस्टर मनाना चाहते थे, उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर कानूनों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए मजबूर किया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस के पास यह मानने के लिए सबूत हैं कि अशांति आपराधिक समूहों द्वारा आयोजित की गई थी, और प्रदर्शनों में स्थानीय मुस्लिम समुदाय शामिल हुए थे।
पालुडन ने पहले भी कई बार अपने मुस्लिम विरोधी विचारों की अभिव्यक्ति के आधार पर कुरान को सार्वजनिक रूप से जलाकर बड़े पैमाने पर असंतोष फैलाया है। वह डेनमार्क में इस्लाम पर प्रतिबंध लगाने और देश में प्रवास ले रहे गैर-पश्चिमी मूल के सभी लोगों को निर्वासित करने का आह्वान कर चुका है।

रूस, आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग

रूस, आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग  

अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी/मास्को। यूक्रेन पर हमले के लिए अमेरिका-रूस, आतंकवाद प्रायोजक मुल्कों की लिस्ट में शामिल हो सकतें है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस के मुताबिक, हम इसके लिए तथ्यों और कानून पर बेहद करीब से नजर डाल रहे हैं।
हम इसे प्रभावी और उपयुक्त होने पर लागू करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से रूस को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग की है। 
राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूक्रेन जाने के सवाल पर व्हाइट हाउस ने कहा है कि फिलहाल बाइडेन की कीव जाने की कोई योजना नहीं है।

पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें: नोमानी

पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें: नोमानी 

संदीप मिश्र        
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित देवबंद के इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम के चांसलर मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बड़ा बयान दिया है। नोमानी ने मुसलमानों को बुजदिली का रास्ता छोड़ने और समझदारी से हालात का मुकाबला करने के लिए कहा है।
नोमानी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ऑडियो जारी करते हुए कहा कि ‘अगर जान-माल पर आंच आए तो छत पर चढ़कर नारा-ए-तकबीर बुलंद न करें, पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें। साथ ही दुनिया के सामने मजहब-ए-इस्लाम की सही तस्वीर पेश करें।’ मुफ्ती ने कहा कि यदि हमारी जानमाल, इज्जत और आबरू पर कोई हमला करता है, तो अल्लाह ने जितनी ताकत दी है, उसके साथ मुकाबला करें।
मौत इज्जत के साथ आए, क्योंकि मौत तो एक दिन आनी है। दिलों में बुजदिली और कमजोरी बैठाकर अपने आपको दूसरों के सुपुर्द कर देना ईमान वालों की शान में नहीं है। मौलाना ने देश के वर्तमान हालात पर सियासतदानों की खामोशी पर भी गहरी चिंता जाहिर की है।

साउथ व बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बेटे को दिया जन्म

साउथ व बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बेटे को दिया जन्म        

कविता गर्ग       
मुंबई। साउथ और बॉलीवुड एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने बेटे को जन्म दिया है। पति गौतम किचलू संग एक्ट्रेस मदरहुड पीरियड को एन्जॉय करने के लिए तैयार हैं। दोनों बेबी बॉय के पेरेंट्स बन चुके हैं।
काजल अग्रवाल ने अपनी प्रेग्नेंसी की जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए फैन्स को दी थी। प्रेग्नेंसी पीरियड काजल का काफी अच्छा निकला है। 
खुद को फिट रखते हुए एक्ट्रेस ने योग पर ध्यान दिया। सोशल मीडिया पर जैसे ही फैन्स को काजल अग्रवाल के बेटे को जन्म देने की बात पता लगी, वह दोनों ही पेरेंट्स को बधाइयां देने लगे। एक्ट्रेस पर प्यार बरसाने लगे हैं।

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...