रविवार, 27 मार्च 2022

भारत: अगले 5 दिन गर्म हवाएं चलने की संभावना

भारत: अगले 5 दिन गर्म हवाएं चलने की संभावना   

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। देशभर के विभिन्न राज्यों में अप्रैल आने से पहले ही भीषण गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश के कई जिलों में पारा लगातार ऊपर जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में मार्च महीने में ही अधिकतम तापमान 38 डिग्री के पार पहुंच चुका है। इस बीच मौसम विभाग ने नॉर्थ, वेस्ट और मध्य भारत में अगले 5 दिन गर्म हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की है।
आईएमडी के मुताबिक, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में गर्मी का असर अभी और देखने को मिलेगा। अगले 4 से 5 दिनों में लू चलने के आसार हैं। वहीं, फिलहाल बारिश होने की भी कोई संभावना नहीं है। 
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। मौसम शुष्क के बीच दिन के समय सूरज की तपिश से तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा। राजस्थान के बांसवाड़ा में दिन का अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। इस बीच मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में फिर लू चलने की चेतावनी जारी की है।

29 से बेमियादी हड़ताल पर जाएंगे पेट्रोल पंप डीलर्स

29 से बेमियादी हड़ताल पर जाएंगे पेट्रोल पंप डीलर्स  

दुष्यंत टीकम         
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हिंदुस्तान पेट्रोलियम एचपीसीएल के सभी पेट्रोल पंप डीलर्स 29 मार्च से बेमियादी हड़ताल पर जा रहे हैं। इनका आरोप है कि एचपीसीएल के अधिकारी डीलर्स का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रहे हैं, जिसके चलते डीलर्स तनावग्रस्त हैं। प्रतिदिन मूल्य वृद्धि होने के कारण कंपनी ने डीजल-पेट्रोल की आपूर्ति भी बंद की जा रही है। छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पांडे ने बताया कि एचपीसीएल के अधिकारियों ने डिपो से पंप संचालकों को 25 मार्च से डीजल-पेट्रोल की आपूर्ति ही बंद कर दी है। ऐसे में एक-दो दिन में HP के अधिकांश पेट्रोल पंप ड्राई हो जायेंगे। पंप संचालक आखिर बेचेगा क्या ? 29 मार्च से पूरे प्रदेश में HP पंप डीलरों की हड़ताल की एक वजह यह भी है।
विजय पांडेय ने बताया कि उन्होंने डिपो से पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति नहीं किये जाने को लेकर स्थानीय अधिकारियों से लेकर कलकत्ता में पदस्थ CGM हरिप्रसाद तक से बात की, मगर सभी ने जवाब दिया कि ऊपर से ही पेट्रोल-डीजल देने की मनाही है। विजय पांडेय के मुताबिक कंपनी के अधिकारी फ़िलहाल पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। जब एक साथ कीमत बढ़ेगी तब सप्लाई की जाएगी, और कंपनी को फायदा होगा। इस फेर में पम्प डीलरों को नुकसान हो रहा है। दरअसल थोड़ी-थोड़ी कीमत बढ़ने पर पंप डीलरों को फायदा हो जाता है, मगर फिलहाल डीलर इस लाभ से वंचित हैं।
पिछले वर्ष ऐन दीवाली के वक्त HP के पम्प डीलरों को भारी नुकसान हो चुका है, पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पांडे ने बताया कि पिछले वर्ष दीवाली के वक्त तेल की कीमतें लगभग 12 रूपये कम हो गई थी, एकाएक कीमत कम होने से पूरे छत्तीसगढ़ के डीलरों को लगभग 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इस नुकसान की भरपाई आज तक नहीं हो सकी है।
पंप डीलरों का कहना है कि जब-जब पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी होती है, तब डिपो से बिना मांगे ही बिलिंग कर माल भेज दिया जाता है और जब वृद्धि होती है तब डीलरों को मांग करने पर भी माल नहीं दिया जाता है। एचपीसीएल अपने डीलर्स को इंजन ऑयल बाजार से दुगने दाम पर बिलिंग कर बिना मांगे भेज रहा है। इनका यह भी आरोप है कि शीर्ष अधिकारी लगातार डीलर्स के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
पंप डीलर्स का आरोप है कि डिपो से अक्सर निर्धारित मात्रा से कम नाप-तौल कर डीजल-पेट्रोल दिया जा रहा है, जिसके चलते डीलर्स की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इनका दावा है कि 20 हजार लीटर तेल की आपूर्ति में लगभग 100 लीटर कम दिया जाता है। इसका नुकसान डीलर को झेलना पड़ता है।
डीलर के साथ-साथ जो ट्रांसपोर्टर हैं, उनको टोल प्लाजा की राशि का पिछले 8 माह से भुगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा डिपो में ट्रक-टैंकरों की पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है। ड्राइवर-कंडक्टर के लिए भी कोई सुविधा डिपो प्रबंधन ने नहीं की है।
लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए एचपीसीएल के छत्तीसगढ़ प्रदेश में स्थित सभी डीलर्स अपने पेट्रोल पंप 29 अप्रैल से अनिश्चितकाल के लिए बंद रखते हुए मंदिर हसौद स्थित डिपो के सामने अनिश्चित हड़ताल पर बैठने जा रहे हैं। विजय पांडे ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, हड़ताल जारी रहेगी। साथ ही कोई भी डीलर एचपीसीएल को बकाया राशि जमा नहीं करेगा और ना ही उनसे कोई प्रोडक्ट खरीदेगा।
इस मुद्दे को लेकर हड़ताल की सूचना देने के लिए संगठन के पदाधिकारी कल ज्ञापन सौंपने के लिए रायपुर कलेक्टर से मिलेंगे। वहीं अगर HPCL के अधिकारियों की ओर से कोई पहल नहीं की गई तो 29 मार्च से उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू ही जायगी।
ग्लैमर दुनिया, जुर्म की गली हो या खेल गांव, टेकनोलॉजी हो या किसी मुद्दे पर बेबाक राय सब कुछ इसी प्लेटफॉर्म पर। हम बताएंगे इतिहास के कुछ ऐसे किस्से जिनसे आप हिल जाएंगे। 

किसान नेता टिकैत को कॉल पर धमकी, शिकायत दर्ज

किसान नेता टिकैत को कॉल पर धमकी, शिकायत दर्ज 

संदीप मिश्र          
मुजफ्फरनगर। लंबे समय से किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ने वाले किसान नेता राकेश टिकैत कृषि कानून के विरोध को लेकर बेबाक और बहादुरी से आंदोलन में डटे रहने के बाद एक बड़े किसान नेता के रूप में उभरे हैं। लेकिन, आजकल राकेश टिकैत को एक अनजान कॉल का डर सताने लगा है। जिसे लेकर राकेश टिकैत बेहद खौफ ज्यादा नजर आ रहे हैं। अनजानी कॉल की खौफ के कारण चौधरी राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर पुलिस में अनजान नंबर से कॉल पर धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
आंदोलन के बाद लगातार उनको और उनके परिवार के सदस्यों को मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। जिस पर उन्हें मारने की धमकी के साथ-साथ गाली गलौच और अभद्र व्यवहार भी किया जा रहा है। इस अनजानी कॉल से मिल रही धमकी के कारण राकेश टिकैत और उनका पूरा परिवार बेहद खौफ में नजर आ रहा है।
राकेश टिकैत का कहना है कि उन्होंने कई मर्तबा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन आज तक पुलिस ने ना ही तो उस अनजान नंबर को ट्रेस किया है और ना ही फोन पर धमकी देने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। राकेश टिकैत का आरोप है कि कहीं ना कहीं फोन पर धमकी देने वाले बीजेपी के कार्यकर्ता हैं जो कृषि कानून आंदोलन के बाद से लगातार उन को धमकी दे रहे हैं और यही वजह है कि। मुजफ्फरनगर पुलिस फोन पर धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत को फोन पर मिल रही जान से मारने की धमकी को लेकर मुजफ्फरनगर की सिविल लाइन पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सीओ सिटी कुलदीप सिंह का कहना है कि अभी जानकारी में आया है कि किसान नेता राकेश टिकैत को किसी अनजान व्यक्ति द्वारा फोन पर धमकी और अभद्र व्यवहार के साथ साथ गाली गलौज की जा रही है इस मामले में किसान नेता राकेश टिकैत की ओर से प्रज्वल त्यागी द्वारा थाना सिविल लाइन पुलिस को एक शिकायत पत्र दिया गया है। शिकायत-पत्र के आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

'द कश्मीर फाइल्स’ को बैन करने की मांग: मौलवी

'द कश्मीर फाइल्स’ को बैन करने की मांग: मौलवी  

इकबाल अंसारी        
श्रीनगर। नब्बे के दशक में जम्मू-कश्मीर में हुए कश्मीरी पंडितों के जनसंहार और उनके पलायन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर एक नया विवाद बयान सामने आया हैै। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले की जामा मस्जिद के मौलवी फारूक ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को बैन करने की मांग करते हुए भड़काऊ बयानबाजी की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैै।

मौलाना फारूक ने कहा कि इस फिल्म के बहाने मुसलमानों के खिलाफ साजिश की जा रही है। मौलाना ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि समाज को बांटने के लिए यह फिल्म बनाई गई है। इस फिल्म के जरिए एक दीवार खड़ी करने की कोशिश की जा रही है। हिंदू-मुस्लिमों को आपस में लड़ाकर सियासत करने की कोशिश की जा रही है।

मौलाना फारूक ने कहा कि बीते 32 साल में न जाने कितने कश्मीरी मुस्लिम मारे गए लेकिन, उनका कोई जिक्र ही नहीं हो रहा है. कश्मीरी मुस्लिमों के दु:ख-दर्द को भुला दिया गया है। उनका खून किसी को नजर नहीं आता। जामिया मस्जिद के मौलवी ने आगे कहा, ”हम अमनपसंद लोग हैं, हमने इस मुल्क पर 800 वर्षों तक हुकूमत की है, इन लोगों तो ने 70 साल शासन किया है, लेकिन हमारी पहचान को मिटाना मुमकिन नहीं है। तुम मिट जाओगे लेकिन हम नहीं मिटेंगे।

वीडियो वायरल होने के बाद मौलाना फारूक ने सफाई देते हुए कहा कि कश्मीरी पंडित जम्मू-कश्मीर का एक अहम हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बयान गलत तरीके से न लिया जाए। हम शांति चाहते हैं और सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।विवादों के बीच, विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ के आकड़े को पार कर लिया है और 250 करोड़ के आकड़े की ओर बढ़ रही है। यह फिल्म 11 मार्च को रिलीज हुई थी, जिसमें अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी और दर्शन कुमार ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं।

कार्यालय सभागार में बैठक व प्रशिक्षण का आयोजन

कार्यालय सभागार में बैठक व प्रशिक्षण का आयोजन   

पंकज कपूर           
चंपावत। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 तक नेशनल डीवार्मिंग डे एवं एनीमिया मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु रविवार को जिलाधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय सभागार में बैठक व प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के उद्देश्य के तहत राजकीय विद्यालयों/मान्यता प्राप्त विद्यालयों/आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत तथा नामांकित एवं विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चों को एलबेंडाजोल टैबलेट खिलाई जानी हैं। साथ ही एनीमिया मुक्त भारत बनाए जाने का उद्देश हैं। चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता खर्कवाल ने बताया कि जिले में एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक आशा व आगंनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर पेट के कीड़े (कृमि) मारने की दवा एल्बेण्डाजाल खिलाने का अभियान चलाया जाएगा।
इसके साथ ही जनपद को अनीमिया मुक्त बनाने का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि हीमोग्लोबिन हमारे खून में पाया जाता हैं और हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है। खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा का एक स्तर से कम हो जाना अनीमिया कहलाता है। जिसके लक्षण त्वचा, चेहरे, जीब व आंखों में लालीमां की कमी।काम करने में जल्दी थकावट हो जाना।सांस फूलना या घुटन होना होते हैं।
भोजन में आयरन की कमी होना, पेट मे कीड़े होना व पीने के पानी मे फ्लोरोसिस की मात्रा अधिक अनीमिया का कारण हो सकता हैं।उन्होंने बताया इस कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से कार्य करगें।उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जनपद के 4 ब्लाकों, 714 विद्यालयों व 397 आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाया जाएगा।आई0एफ0ए व एल्बेलडाजोल की गोली सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी से निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
पेट के कीड़ों से बचाव के लिए एल्बेलडाजोल की एक गोली साल में दो बार जरूर लेनी चाहिए।उन्होंने बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण होने से कुपोषण और खून की कमी होने के साथ साथ थकावट होना, पढ़ाई में मन न लगना, जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, भूख न लगना जैसे लक्षण हो जाते हैं।
ज्यादा छोटे बच्चों को टेबलेट चूरा कर पानी के साथ खिलाया जाए। बड़े बच्चों को भी दवा चबा चबाकर ही खानी चाहिए। किसी भी तरह की बीमारी होने पर बच्चे को एल्बेण्डाजाल टेबलेट नहीं खिलानी है। यदि किसी भी तरह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो खबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है।इसके अलावा फिर भी किसी अन्य तरह की बड़ी परेशानी हो तो चिकित्सक से सम्पर्क अवश्य करें।
इस दौरान अपरजिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी, मुख्य चिकिसाधिकारी के0के0अग्रवाल, मुख्य शिक्षाधिकारी बी0पी कुशवाहा, एसीएमओ डॉ इंदरजीत पांडेय, डॉ कुलदीप यादव, एमओआईसी, सीडीपीओ, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा कार्यकत्री समेत अन्य मौजूद रहे।

मुनमुन का 'सिजलिंग डांस' मूव्स इंटरनेट पर वायरल

मुनमुन का 'सिजलिंग डांस' मूव्स इंटरनेट पर वायरल   

कविता गर्ग        
मुंबई। 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' रविवार को हर घर में देखा जाने वाला एक टॉप टीवी शो में से एक है। इस सीरियल के हर कलाकार ने अपने फैंस के दिलो में एक अलग सी जगह बना ली है। वहीं इस शो से रातों-रात स्टार बनी मुनमुन दत्ता यूं तो किसी पहचान की मोहताज नहीं है। शो मे बबिता का किरदार निभाती मुनमुन दत्ता की हर एक अदाओं पर दर्शक दिल हार जाते हैं। ऐसी ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें मुनमुन दत्ता के सिजलिंग डांस मूव्स इंटरनेट पर तबाही मचा चुके हैं। उनकी दमदार कातिलाना अदाओं ने इंटरनेट पर बिजलियां गिरा दी हैं। फैंस इनकी तस्वीरों पर धड़ाधड़ लाइक व कमेंट की बरसात कर रहे हैं और मुनमुन को अपना ढेर सारा प्यार भेज रहे हैं।
इस वीडियो में मुनमुन ग्रीन स्पार्कली ड्रेस पहने खुले बालों और अट्रैक्टिव मेकअप के साथ कमर लचकाती दिखाई दी हैं। बता दें इन दिनों मुनमुन का यह सॉन्ग फेवरेट बना हुआ है। तमन्ना भाटिया और बादशाह के इस गाने को बबीता जी का खूब प्यार मिल रहा है। तबाही गाने पर तबाही मचाती मुनमुन दत्ता कातिलाना लग रही हैं। साथ ही वह अपने घर के हर एक कोने पर इस गाने को शूट करती नजर आई है। थाई स्लट ड्रेस पहने, बिखरे बालों के साथ वो कातिलाना अदाओं का भी जादू चला रही हैं।

महिलाओं ने 'दशामाता' के पूजन की शुरुआत की

महिलाओं ने 'दशामाता' के पूजन की शुरुआत की   

पंकज कपूर         
उज्जैन। शीतला माता का पूजन करने के बाद एक बार फिर महिलाओं ने रविवार को दशामाता के पूजन की शुरुआत की है। घरों के आासपास मंदिरों में सुबह से ही महिलाएं पूजन के लिए पहुंच रही हैं और पीपल के पेड़ पर सूत का धागा बांधकर राजा नल और रानी दमयंती की कथा का श्रवण कर रही हैं।
चैत्र माह के कृष्ण-पक्ष की दशमी पर रविवार को महिलाओं द्वारा सुख-समृद्धि और परिवार की दशा सुधारने के लिए दशामाता का पूजन किया जा रहा है। महिलाएं सुबह से घर के आसपास बने मंदिरों में पूजन की थाली लेकर पहुंचती दिखाई दे रही हैं। मंदिर परिसरों में लगे पीपल के पेड़ पर सूत के धागे में दस गांठ बांधकर उसे पेड़ की परिक्रमा लगाकर बांधा जा रहा है और सुख समृद्धि की कामना कर दशामाता से आशीर्वाद लिया जा रहा है। पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं द्वारा राजा नल और दमयंती की कथा सुनी जा रही है। दशामाता पूजन का क्रम शहर में देर शाम तक जारी रहेगा। दो दिन पूर्व महिलाओं ने शीतला माता का पूजन कर ठंडे भोजन का नैवेद्य अर्पित किया था। धार्मिक नगरी में पारंपरिक पर्वों का काफी महत्व है जिसके चलते हर दिन आस्था दिखाई देती है। विद्वानों के मतों के अनुसार दशा माता महामारी-बीमारी, दोष, ग्रह बाधा और काली-बुरी नजर को दूर कर देती हैं। माता का प्रताप इतना है कि वह किसी भी व्यक्ति को राजा बना सकती है। आर्थिक संकट के कारण जीवन अगर कष्ट में है तो मां उसे तार देती हैं।
दशामाता का व्रत करने के पीछे पौराणिक मान्यता है कि इस व्रत को द्वापर युग से बहुत पहले राजा नल की पत्नी दमयंती ने किया था। दुर्भाग्यवश दमयंती के पति राजा नल का राजपाट छीन गया था और उन्हें अज्ञातवास में भटकना पड़ा था। इसके बाद दमयंती ने दशा माता का व्रत रखा और 11 वर्ष तक उनकी पूजा की। जिसके परिणाम स्वरूप राजा नल को उनका राज्य मिल पुन: गया था।
रंगपंचमी पर्व के एक दिन बाद महिलाओं ने घरों में भोजन बनाकर अगले दिन शीतला सप्तमी पर माता को ठंडे भोजन का नैवेद्य अर्पित कर पूजन अर्चन किया था और घरों में ठंडे भोजन का सेवन किया था। वहीं आज दशामाता पर्व पर घरों में चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ा है और दाल-बाटी बनाई गई है।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

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