मंगलवार, 5 अक्तूबर 2021

कार कंपनियों की तरफ से कई लुभावने ऑफर दिए

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। फेस्टिवल सीजन में कार कंपनियों की तरफ से कई लुभावने ऑफर दिए जाते हैं। यही वजह है कि ज्यादातर लोग नवरात्रि से दीवाली के दौरान गाड़ी खरीदते हैं। लोगों के ऑफर वाली सोच का कई हैकर्स भी फायदा उठाने के लिए तैयार रहते हैं। इन दिनों वॉट्सऐप पर एक मैसेज तेजी से फॉरवर्ड हो रहा है। इसमें टाटा ग्रुप की तरफ से फ्री कार जीतने का मौका मिल रहा है। लोग इसी ऑफर के लालच में इस लिंक पर क्लिक और फॉरवर्ड कर रहे हैं।
ऐसा मैसेज आपको मिल चुका है, या हो सकता है कि आने वाले दिनों में मिल जाए, तो इस पर क्लिक करने की गलती न करें। ये मैसेज पूरी तरह से फेक है। टाटा ने ऐसा कोई ऑफर जारी नहीं किया है। खुद कंपनी इस बात को बता चुकी है। यदि आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं तब आपको कई तरह से नुकसान हो सकता है। इसी नुकसान के बारे में हम आपको बता रहे है।
सबसे पहले जानते हैं टाटा ग्रुप की 150 एनीवर्सरी वाले वॉट्सऐप मैसेज में क्या कहा जा रहा है?
इस मैसेज में लिखा है, ‘टाटा ग्रुप। 150th एनीवर्सरी सेलिब्रेशन!! इवेंट में शामिल होने और कार जीतने के लिए लिंक पर क्लिक करें।’ मैसेज के साथ नीचे की तरफ एक लिंक को भी जोड़ा गया है।
जब हमने इस लिंक पर क्लिक किया, तो टाटा ग्रुप का एक पेज ओपन होता है। इस पर टाटा की पॉपुलर एसयूवी नेक्सन का फोटो लगा हुआ है। साथ ही लिखा है।
नीचे की तरफ स्क्रॉल करने पर यूजर से 4 सवाल पूछे जा रहे हैं। इनका जवाब देने के लिए आपको कुछ ऑप्शन भी मिल रहे हैं। ये 4 सवाल इस तरह है।

जलभराव को लेकर सबसे अधिक लापरवाही बरतीं

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट से पता चला है कि पाश इलाकों में रहने वाले लोग ही साफ सफाई और जलभराव को लेकर सबसे अधिक लापरवाही बरत रहे हैं। पक्षियों को पानी पिलाने के लिए घर के बाहर एवं छतों पर रखे जाने बर्तन में सबसे अधिक डेंगू का लार्वा मिल रहा है। कूलर और एसी में भी लार्वा मिल रहा है। मलिन बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के केस बहुत कम मिल रहे हैं।
शहर की पाश कालोनियों में डेंगू का कहर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। इनमें इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, कौशांबी, राजनगर एक्सटेंशन, कविनगर, शास्त्रीनगर, गोविदपुरम मुख्य रूप से शामिल हैं।
डीएम राकेश कुमार सिंह ने सोमवार को बैठक के बाद 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाए जाने के साथ ही 11 अक्टूबर तक माइक्रोप्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। अब जिले के सभी सरकारी विभाग संयुक्त रूप से मिलकर डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए कार्य करेंगे।
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने निर्देश जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। सीएमओ का मानना है कि बीस नवंबर तक डेंगू से बचाव के लिए बेहत सतर्कता एवं सावधानी बरतनी होगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भावतोष शंखधर का कहना है कि बीस नवंबर तक नागरिकों को सावधानी बरतनी होगी। मलेरिया और डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी ही बेहतर उपाय है। घर में साफ पानी जमा न होने दें। सुबह-शाम मच्छरों से बचाव के लिए मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव जरूर करें। अब तक 393 केस मिले हैं। इनमें 25 बाहरी जिलों के मरीज शामिल हैं।
सोमवार को एक बच्चे और पांच महिलाओं समेत डेंगू के 12 नए मरीज मिले हैं। इनमें चार मरीज मुरादनगर में मिले हैं। गांव डिडौली में तीन और कन्नौजा गांव में एक मरीज मिला है। दो मरीज नीतिखंड़ इंदिरापुरम में मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार गोविदपुरम में अब तक पचास से अधिक मरीज मिल चुके हैं। मलेरिया विभाग की टीम को लोनी, राजनगर एक्सटेंशन, नेहरूनगर, गोविदपुरम, विजयनगर, नंदग्राम और इंदिरापुरम में 45 जगहों पर डेंगू का लार्वा मिला है। सभी को नोटिस दिए गए हैं।

यूपी: गाज़ियाबाद जिले में डेंगू के 393 मामलें मिलें

हरिओम उपाध्याय        
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का ज़ोर है। गाज़ियाबाद जिले में अब तक डेंगू के 393 केस मिल चुके हैं। जोकि पिछले 5 सालों में सबसे बड़ी संख्या है। अगर हम प्रदेश स्तर पर बात करें तो गाज़ियाबाद की गिनती टॉप 10 जिलों में हो रही है। प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यूपी में पहले नंबर पर फिरोजाबाद, दूसरे पर मेरठ, तीसरे पर कन्नौज, चौथे पर मथुरा, पांचवे पर लखनऊ और छठे स्थान पर गाजियाबाद है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट से पता चला है कि पाश इलाकों में रहने वाले लोग ही साफ सफाई और जलभराव को लेकर सबसे अधिक लापरवाही बरत रहे हैं। पक्षियों को पानी पिलाने के लिए घर के बाहर एवं छतों पर रखे जाने बर्तन में सबसे अधिक डेंगू का लार्वा मिल रहा है। कूलर और एसी में भी लार्वा मिल रहा है। मलिन बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के केस बहुत कम मिल रहे हैं।
शहर की पाश कालोनियों में डेंगू का कहर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। इनमें इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, कौशांबी, राजनगर एक्सटेंशन, कविनगर, शास्त्रीनगर, गोविदपुरम मुख्य रूप से शामिल हैं।
डीएम राकेश कुमार सिंह ने सोमवार को बैठक के बाद 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाए जाने के साथ ही 11 अक्टूबर तक माइक्रोप्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। अब जिले के सभी सरकारी विभाग संयुक्त रूप से मिलकर डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए कार्य करेंगे।
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने निर्देश जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। सीएमओ का मानना है कि बीस नवंबर तक डेंगू से बचाव के लिए बेहत सतर्कता एवं सावधानी बरतनी होगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भावतोष शंखधर का कहना है कि बीस नवंबर तक नागरिकों को सावधानी बरतनी होगी। मलेरिया और डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी ही बेहतर उपाय है। घर में साफ पानी जमा न होने दें। सुबह-शाम मच्छरों से बचाव के लिए मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव जरूर करें। अब तक 393 केस मिले हैं। इनमें 25 बाहरी जिलों के मरीज शामिल हैं।
सोमवार को एक बच्चे और पांच महिलाओं समेत डेंगू के 12 नए मरीज मिले हैं। इनमें चार मरीज मुरादनगर में मिले हैं। गांव डिडौली में तीन और कन्नौजा गांव में एक मरीज मिला है। दो मरीज नीतिखंड़ इंदिरापुरम में मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार गोविदपुरम में अब तक पचास से अधिक मरीज मिल चुके हैं। मलेरिया विभाग की टीम को लोनी, राजनगर एक्सटेंशन, नेहरूनगर, गोविदपुरम, विजयनगर, नंदग्राम और इंदिरापुरम में 45 जगहों पर डेंगू का लार्वा मिला है। सभी को नोटिस दिए गए हैं।

पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सुझाव दिए

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में कहा कि हाल में रोहिणी की एक अदालत में गोलीबारी से तीन लोगों के मारे जाने की घटना के बाद पुलिस ने अदालतों में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सुझाव दिए हैं। मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और विभिन्न बार एसोसिएशन समेत अन्य हितधारकों से भी सुझाव देने के लिए कहा है ताकि उन्हें आदेश में शामिल किया जा सके।
पीठ ने कहा, “अन्य सभी प्रतिवादियों को सुझावों पर एक रिपोर्ट या हलफनामा दायर करना होगा जिसे दिल्ली की अदालतों में पेश होने वाले वकीलों और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए दिए जाने वाले आदेश में शामिल किया जाएगा।” केंद्र और दिल्ली पुलिस की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में सुझाव सौंपे हैं। अदालत ने विभिन्न बार एसोसिएशन को भी ताजा नोटिस भेजे और उन्हें रिपोर्ट या हलफनामे पर अपने सुझाव देने का निर्देश दिया है।
इसके साथ ही अदालत ने इस मामले को 12 अक्टूबर के लिए सूचीबद्ध कर दिया। उच्च न्यायालय ने 24 सितंबर को रोहिणी की अदालत में हुई गोलीबारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी में अदालतों की सुरक्षा के लिए 30 सितंबर को स्वत: ही कार्यवाही शुरू की थी। अदालत ने कहा था कि अदालतों में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की उचित और प्रभावी तरीके से तैनाती जरूरी है।

पुलिस ने अपनी स्थिति रिपोर्ट में कई सुझाव दिये हैं। इनमें अदालत में आधुनिक तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल करने और नितांत आवश्यक होन की स्थिति में पक्षकारों की प्रत्यक्ष उपस्थिति सुनिश्चित करने का सुझाव भी शामिल है। पुलिस का यह भी सुझाव है कि अदालत परिसर में प्रवेश करने वाले वकीलों के पहचान पत्रों की जांच की जानी चाहिए और उचित तरीके से सुरक्षा जांच के बाद ही अधिकृत वाहनों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए।

25 अक्टूबर को होगी 2 फ्रेंचाइजियों की घोषणा

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। पंजाब किंग्स के सह मालिक नेस वाडिया का मानना है कि दो नई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीमों के लिए दो हजार करोड़ रुपये का आधार मूल्य सतर्कता बरतते हुए रखा गया है। जिसमें बोली के दौरान 50 से 100 प्रतिशत का इजाफा होना चाहिए। दो नई आईपीएल फ्रेंचाइजियों की घोषणा 25 अक्टूबर को होगी। जिससे आईपीएल 10 टीमों का टूर्नामेंट बनेगा।
वाडिया ने कहा कि दो नई टीमों के जुड़ने से आईपीएल के अलावा मौजूदा फ्रेंचाइजियों की कीमत में इजाफा होगा। वाडिया ने पीटीआई से कहा, ”फिलहाल न्यूनतम आधार मूल्य दो हजार करोड़ रुपये है, इसमें काफी अधिक हजाफा होगा। आईपीएल के अपने अनुभव और जानकारी के आधार पर बताऊ तो दो हजार करोड़ सतर्कता बरतते हुए रखा गया आंकड़ा है और अगर इसमें न्यूनतम 50 से 100 प्रतिशत का इजाफा होता है तो मुझे हैरानी नहीं होगी। मुझे कम से कम तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ”सभी आईपीएल का हिस्सा बनना चाहते हैं लेकिन कुछ ही लोग इसका हिस्सा बन सकते हैं।” यह पूछने पर कि क्या नई टीमों के शामिल होने से मौजूद टीमों को कोई चिंता है, वाडिया ने कहा, ”कोई चिंता नहीं है। यह अच्छा है कि दो नई टीमों को शामिल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ”मेरा भी मानना है कि आईपीएल शीर्ष टूर्नामेंट है और इसमें सीमित संख्या में टीमें हैं, दो नई फ्रेंचाइजी के शामिल होने से सभी फ्रेंचाइजी की कीमत में इजाफा होगा। 10 टीमों के होने से आईपीएल में विस्तार होगा। ” वाडिया का मानना है कि नई टीमों के आने से आईपीएल मजबूत बनेगा। उन्होंने कहा, ”आईपीएल बीसीसीआई के ताज का रत्न है और इसलिए इस रत्न की सही कीमत होनी चाहिए। सिर्फ दो नई टीम हो सकती है इसलिए स्वत: ही मौजूदा फ्रेंचाइजी की कीमत में भी इजाफा होगा।

चारधाम यात्रा पर हाइकोर्ट ने सरकार को राहत दी

पंकज कपूर       
नैनीताल। चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड हाइकोर्ट ने सरकार को बड़ी राहत दी है। हाइकोर्ट ने चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाए जाने के मामले को लेकर दायर याचिका पर मंगलवार को सुनवाई की। कोर्ट ने चारों धाम में प्रतिबंध के साथ यात्रियों की निर्धारित से अधिक के जाने व दर्शन करने पर लगी रोक को हटा दिया है। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान और न्यायमूर्ति आलोक वर्मा की खंडपीठ में हुई। अब कोर्ट के आदेश के बाद श्रद्धालु बेरोकटोक चारधाम दर्शन के लिए जा सकेंगे। हालांकि कोर्ट ने साफ किया कि शासन को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराना होगा। इधर कोर्ट के आदेश के बाद सरकार को बड़ी राहत मिली है। 
आपको बता दे कि हाइकोर्ट के आदेश के बाद सीमित संख्या में चारधाम यात्रा को शुरू किया गया था, इससे तीर्थ यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों की संख्या सीमित होने के कारण व्यापारियों को भी समस्या हो रही है। ऐसे में एक बार फिर राज्य सरकार चारधाम यात्रा को लेकर हाईकोर्ट पहुंची थी। आज मंगलवार को नैनीताल हाईकोर्ट में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाए जाने के मामले में सुनवाई हुई। जिसमें राज्य सरकार ने कोर्ट द्वारा पूर्व में दिए गए फैसले को संशोधित करने की मांग की। मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने अब प्रतिबंध को हटा दिया है। ये व्यवस्था कल यानी 6 अक्टूबर से लागू होगी। कल से केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की 15 अक्टूबर से आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया जा सकेगा। फ़िलहाल बुकिंग फुल हो चुकी है। 

विपक्षी दलों ने वीडियो को ट्वीटर पर शेयर किया

आदर्श श्रीवास्तव           
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें प्रदर्शन करने वाले किसानों पर गाड़ी चढ़ती हुई दिख रही। वीडियो में वहां का दर्दनाक मंजर साफ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और अन्य विपक्षी दलों ने इस वीडियो को ट्वीटर पर शेयर किया है।
कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह वीडियो शेयर किया गया है, इसमें लिखा गया है। लखीमपुर खीरी से बेहद विचलित करने वाले दृश्य, हालांकि वीडियो में साफ नहीं दिख रहा है कि गाड़ी कौन चला रहा था। लेकिन गाड़ी वहां खड़े लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ रही है। वीडियो में  देखा जा सकता है कि वहां अधिक मात्रा में लाेग एकत्रित थे।

22 से बेंगलुरू में किया जाएगा सत्र का आयोजन

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आठवें सत्र का आयोजन दो साल के इंतजार के बाद 22 दिसंबर से बेंगलुरू में किया जाएगा। लेकिन इसमें दर्शकों को आने की अनुमति नहीं होगी। पीकेएल के आयोजक मशाल स्पोर्ट्स की यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार खिलाड़ियों और हितधारकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दर्शकों के बिना टूर्नामेंट का आयोजन करवाने का फैसला किया गया है।
कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में इस लीग का आयोजन नहीं हो पाया था। इसमें कहा गया है, ”लीग का आयोजन दर्शकों के बिना एक ही स्थान पर किया जाएगा जो पिछले सत्र के पारंपरिक स्वरूप से हटकर होगा। पीकेएल की वापसी भारत में आपसी संपर्क वाले इंडोर खेलों को फिर से शुरू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। अहमदाबाद और जयपुर के नाम पर भी विचार किया लेकिन आखिर में बेंगलुरू को मेजबानी सौंपने का निर्णय किया। इसके लिये सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) तैयार किया जाएगा। पीकेएल में 12 टीमें भाग लेंगी।
इसके लिये खिलाड़ियों की नीलामी अगस्त में की गयी थी। लीग के आयुक्त और मशाल स्पोर्ट्स के मुख्य कार्यकारी अनुपम गोस्वामी ने कहा, ”हमें खुशी है कि प्रो कबड्डी लीग के आठवें सत्र की मेजबानी कर्नाटक करेगा। बेंगलुरू में सुरक्षा के तमाम उपायों के साथ बड़ी खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिये सभी तरह की सुविधाएं हैं।

अफगान को कम मात्रा में बिजली की आपूर्ति जारी

दुशांबे। तजाकिस्तान ने कहा कि वह अफगानिस्तान को कम मात्रा में बिजली की आपूर्ति जारी रखे हुए है। बरकी तोजिक ऊर्जा के प्रवक्ता नोजिरजोन योडगोरी ने यह जानकारी दी है। इससे पहले सोमवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अफगान स्टेट एनर्जी कॉरपोरेशन दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट (डीएबीएस) के पूर्व प्रमुख दाउद नूरजई के हवाले से बताया कि अफगानिस्तान राजधानी काबुल में सर्दियों में बिजली की आपूर्ति में कटौती की सकती है।
योडगोरी ने बताया कि तजाकिस्तान अफगानिस्तान को कम मात्रा में 180 मेगावाट प्रति दिन बिजली की आपूर्ति जारी रखे हुए है। उन्होंने कहा कि देश डीएबीएस के साथ 2020 के आखिर में हुए समझौते के तहत सभी दायित्वों को पूरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी समझौते का पालन जारी रखेेगी। उन्होंने कहा,“यह एक निजी कंपनी है, जो भुगतान हमें वास्तव में प्रत्येक महीने आखिर में मिलता है। उन्होंने हमें अगस्त में आपूर्ति के लिए पूरा भुगतान किया है।”

शुरुआती कारोबार में 74.63 पर पहुंचा रुपया

कविता गर्ग              
मुंबई। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजारों में नरमी के साथ रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32 पैसे टूटकर 74.63 पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और जोखिम की भावना से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई जिससे रुपये को नुकसान हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोरी के साथ 74.63 पर खुला, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 32 पैसे की गिरावट को दर्शाता है। रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.31 पर बंद हुआ था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.22 प्रतिशत बढ़कर 93.98 पर था।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 107.03 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,192.29 पर कारोबार कर रहा था। वहीं व्यापक एनएसई निफ्टी 22.50 अंक या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,668.75 पर कारोबार कर रहा था। इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे और शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने 860.50 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.23 प्रतिशत बढ़कर 81.45 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

‘नीट-यूजी’ परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी, फैसला किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा है कि एमबीबीएस और इसके समकक्ष विभिन्न चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए 12 सितंबर को आयोजित ‘नीट-यूजी’ परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी।
न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव और बी. आर. गवई की पीठ ने परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाली रिट याचिका को महत्वहीन बताते हुए इसे खारिज कर दिया गया। 
शीर्ष अदालत ने कहा कि परीक्षा में कदाचार से संबंधित सिर्फ पांच प्राथमिकी दर्ज किए जाने के कारण हम उस परीक्षा को रद्द करने का आदेश नहीं दे सकते, जिसमें करीब साढे सात लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। पीठ ने सुनवाई के शुरुआत में इस याचिका के महत्व पर सवाल खड़े किए। अदालत ने सुनवाई के शुरुआत में इस याचिका को गैर जरूरी करार देते हुए हुए पांच लाख रुपए जुर्माना करने का संकेत दिया था लेकिन बाद में कहा कि यह राशि उस वकील से वसूल की जानी चाहिए जिसने इस याचिका के लिए गलत सलाह दी थी।

चीन की गतिविधि को उकसावे वाला करार दिया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका ने ताइवान के समीप चीन की सैन्य गतिविधि को उकसावे वाला करार दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम ताइवान के समीप चीन की उकसावे वाली सैन्य गतिविधि को लेकर चिंतित हैं। जो क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को कमतर करती है।
हम बीजिंग से ताइवान के खिलाफ अपना सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव तथा बलपूर्वक कार्रवाई बंद करने का अनुरोध करते हैं। ताइवान जलडमरूमध्य में शांति एवं स्थिरता में हमारा स्थायी हित है, इसलिए हम आत्म-रक्षा की क्षमता बनाए रखने में ताइवान की सहायता करते रहेंगे। साकी ने कहा कि हम ताइवान के प्रति चीन की दबाव और बलपूर्वक कार्रवाई को लेकर अपनी चिंता के बारे में स्पष्ट रहे हैं और हम स्थिति पर निकटता से नजर रखते रहेंगे।
एक अलग बयान में सांसद मार्को रुबियो ने कहा कि शुक्रवार से लेकर अब तक ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में चीन के 145 लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी है। ये गतिविधियां ताइवान के राष्ट्रीय दिवस से कुछ दिनों पहले और चीन के राष्ट्रीय दिवस पर शुरू हुईं। रुबियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का आक्रामक व्यवहार ताइवान को डराने-धमकाने के लिए है और वह बाकी की दुनिया को एक संदेश भेजना चाहता है।

अगर चीन की इन हरकतों की अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने निंदा नहीं की तो राष्ट्रपति शी चिनफिंग सोचेंगे कि उन्हें आगे और आक्रामक गतिविधियों की हरी झंडी मिल गयी है। राष्ट्रपति जो बाइडन को यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे सहयोगियों के साथ काम करना चाहिए कि चीन ताइवान और अपने पड़ोसी देशों की यथास्थिति का सम्मान करें। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी पत्रकारों से कहा कि अमेरिका, ताइवान के समीप चीन की उकसावे वाली सैन्य गतिविधि को लेकर बहुत चिंतित है।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...