शुक्रवार, 17 सितंबर 2021

हत्या के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया

अविनाश श्रीवास्तव        

हाजीपुर। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-चिराग गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के जमुई से पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने वैशाली जिले के महनार थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व एक नाबालिग लड़की की बलात्कार के बाद हुई हत्या के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि सरकार का अब प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।

चिराग पासवान ने शुक्रवार को यहां पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद इस घटना को लेकर दुख जताते हुए कहा कि इतनी बड़ी वारदात हो गई लेकिन न तो सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन को ही इसकी चिंता है। नीतीश सरकार का अब प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है और इसी का नतीजा है कि लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार के लोग दहशत में हैं लेकिन प्रशासन अपनी जवाबदेही को ईमानदारी से निर्वहन नहीं कर रहा है।

सांसद ने कहा कि प्रशासन के सही भूमिका में नहीं होने के कारण इस तरह की घटनाएं राज्य में आए दिन घटित हो रही है। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही उन्होंने घटना में शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीड़ित के गांव आकर मामले का जायजा लेना चाहिए, इससे प्रशासन के अधिकारियों पर दबाव बनेगा और आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र हो सकेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ऐसी मंशा नहीं है कि बिहार में अपराध का दर्द कम हो। इसी कारण से राज्य में अपराधिक घटनाएं लगातार हो रही है। 

पूर्वमंत्री कृष्ण बेदी का एक बार फिर कार्यालय बदला

राणा ओबराय          
चंडीगढ़। सिविल सचिवालय चंडीगड़ में हरियाणा सीएम के राजनीतिक सचिव व पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी का एक बार फिर कार्यालय बदल दिया गया है। कृष्ण बेदी ने सचिवालय में 6 फ्लोर पर रूम नम्बर 40-बी बहुत मेहनत करके तैयार सुंदर कार्यालय बनाया था। कुछ दिन पहले बेदी की मेहनत पर पानी फेरते हुए इस रूम पर सीएम के प्रधान ओएसडी नीरज दफ़्तुआर की नेम प्लेट लग गयी है। 
बेचारा बेबस कृष्ण बेदी करे तो क्या करे! घूम फिर के 6 फ्लोर पर फिर अपने पुराने कार्यालय में आकर बैठ गया है।

आईपीएस अधिकारियों के स्थानातंरण किए, आदेश

राणा ओबराय       
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने आज तुरंत प्रभाव से पांच आईपीएस अधिकारियों के स्थानातंरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए हैं।
एससीबी, गुरुग्राम की एडीजीपी चारू बाली को भौंडसी पुलिस परिसर, गुरुग्राम का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
करनाल रेंज, करनाल की आईजीपी ममता सिंह को आईजी, एसटीएफ का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया हैं।
आईजी, एसटीएफ व परिवहन विभाग के परिवहन आयुक्त व सचिव का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे अमिताभ सिंह ढिल्लों को आईजी, आधुनिकीकरण, हरियाणा और परिवहन विभाग के परिवहन आयुक्त व सचिव का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
हिसार रेंज, हिसार के आईजीपी राकेश कुमार आर्य को आईजीपी, कार्मिक, हरियाणा का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
इसी प्रकार, इंटर-कैडर स्थानातंरण के तहत असम-मेघालय से हरियाणा आने पर मयंक गुप्ता को एएसपी, खरखौदा (सोनीपत) लगाया गया है। 

एक्ट्रेस शर्लिन ने शिल्पा के बयान पर रिएक्ट किया

कविता गर्ग       
मुबंई। पोर्नोग्राफी केस में बिजनेसमैन राज कुंद्रा जेल में हैं। राज कुंद्रा पर अश्लील फिल्में बनाकर उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बेचने का आरोप है। इस केस में शिल्पा शेट्टी ने मुंबई क्राइम ब्रांच में अपना बयान भी दर्ज किया था। शिल्पा ने अपने बयान में कहा कि वे राज कुंद्रा के बिजनेस के बारे में कुछ नहीं जानती थी। वे ना ही राज से उनके बिजनेस के बारे में पूछती थीं और ना ही राज कुंद्रा उन्हें कुछ बताते थे। वो अपने काम में बिजी थीं।
अब एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने शिल्पा शेट्टी के बयान पर रिएक्ट किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। बता दें कि शर्लिन चोपड़ा ने राज कुंद्रा के खिलाफ कई बयान दिए हैं।
शर्लिन ने वीडियो में कहा- कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दीदी का ये कहना है कि उन्हें अपने पति देव की इन एक्टिविटीज के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। और तो और दीदी का ये भी कहना है कि उनके पति देव की चल-अचल संपत्ति के स्त्रोत की जानकारी भी नहीं थी। अब इस बात में कितनी सच्चाई है इसका अनुमान आप खुद लगा सकते हैं। वैसे इसे क्या कहते हैं ऐडा बनके पेड़ा खाना।
बता दें कि वहीं शर्लिन चोपड़ा ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने 'द शर्लिन चोपड़ा एप' नाम से एप्लिकेशन बनाने के लिए फर्म आर्म्सप्राइम मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए थे। एप्लिकेशन 'द शर्लिन चोपड़ा एप' के जरिए शर्लिन चोपड़ा के बोल्ड वीडियो और फोटोज पब्लिश किए जा रहे थे। राज ने उनसे कहा कि हॉटशॉट एप्लिकेशन पर कंटेंट थोड़ा ज्यादा बोल्ड और हॉट होगा और उन्हें केयरफ्री होकर काम करने की जरूरत है। क्रिएटिविटी और रिवेन्यूसे जुड़ी दिक्कतें सॉल्व नहीं होने की वजह सेशर्लिन ने हॉटशॉट के लिए काम नहीं किया।

सुधारात्मक याचिका पर नोटिस जारी किया: एससी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने अडानी समूह द्वारा बिजली खरीद समझौते को समाप्त करने के मामले में गुजरात ऊर्जा विकास लिमिटेड (जीयूवीएल) की सुधारात्मक याचिका (क्यूरेटिव पिटीशन) पर नोटिस जारी किया है। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन, न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की संविधान पीठ ने गुरुवार को बंद कमरे में सुनवाई करते हुए कहा कि उसके विचार से सुधारात्मक याचिका में कानून के व्यापक प्रश्न उठाये गये हैं जिनपर विचार किया जाना जरूरी है।
इसके साथ ही न्यायालय ने अडानी पावर को नोटिस जारी करते हुए कहा कि इस मामले में 30 सितम्बर को खुली अदालत में सुनवाई होगी। अडानी पावर ने जीयूवीएल के साथ विद्युत खरीद करार यह कहते हुए तोड़ दिया था कि गुजरात मिनरल डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन (जीएमडीसी) उसे कोयला आपूर्ति करने में विफल रहा है। इसके खिलाफ जीयूवीएल ने गुजरात राज्य विद्युत नियामक आयोग का दरवाजा खटखटाया था, जिसने करार रद्द किये जाने को अवैध ठहराया था।

यूपी: पीएम मोदी का मनाया गया 71वां जन्मदिन

हरिओम उपाध्याय    
बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71वां जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं रक्तदान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। वहीं, मौजूद बदायूं सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य, जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गोविंद पाठक ने प्रधानमंत्री द्वारा लागू योजनाओं की जानकारी भी दी।

किसानों से संवाद, संकट का हल ढूंढने की कोशिश

राणा ओबराय        
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि कानूनों के एक साल पूरा होने पर आज केंद्र सरकार से मांग की कि तीनों ‘काले‘ कृषि कानून रद्द किये जाएं और किसानों से संवाद कर संकट का हल ढूंढने की कोशिश की जाए। यहां पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना की तरफ से आयोजित तीसरे प्रदेश स्तरीय ‘किसान मेला‘ का उद्घाटन करते हुए कैप्टन ने कहा कि किसान आंदोलन में कई किसानों की मौत हुई है और समय आ गया है कि केंद्र अपनी गलती महसूस करे और किसान व राष्ट्रहित में कानून वापस ले।
वह कमीज पर ‘नो फार्मर्स, नो फूड‘ (‘किसान नहीं, भोजन नहीं‘) का बैज लगाये हुए थे। किसान मेला की थीम ‘करें पराली की संभाल, धरती माता हो खुशहाल‘ है और उद्देश्य किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करना है।उन्होंने कहा कि संविधान में 127 बार संशोधन किया गया है, तो एक बार और क्यों नहीं किया जा सकता कि कृषि कानून निरस्त किये जाएं और किसान आंदोलन का हल निकाला जा सके। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने पिछले नवंबर में उन्हें पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से हतोत्साहित करने को कहा था लेकिन उन्होंने कह दिया कि वह किसानों को नहीं रोकेंगे क्योंकि विरोध करने का लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...