मंगलवार, 22 जून 2021

महाराष्ट्र में ‘डेल्टा प्लस’ के 21 मामलें सामने आएं

कविता गर्ग             

मुंबई। महाराष्ट्र में कोविड-19 के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ के अभी तक 21 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को बताया कि इस स्वरूप के सबसे अधिक नौ मामले रत्नागिरी, जलगांव में सात मामले, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से 7,500 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। ये नमूने 15 मई तक एकत्रित किए गए थे और इनका जीनोम अनुक्रमण किया जा चुका है। जीनोम अनुक्रमण से सार्स-सीओवी2 में छोटे से छोटे उत्परिवर्तन (वायरस के स्वरूप बदलने का) का भी पता चल जाता है।

टोपे ने बताया कि जो लोग ‘डेल्टा प्लस’ से संक्रमित पाए गए हैं, उन्होंने हाल ही में यात्रा की थी या नहीं, कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था या नहीं और क्या वे दोबारा संक्रमित हुए। उनसे जुड़ी अन्य जानकारी एकत्रित की जा रही है। उनके सम्पर्क में आए लोगों की भी पहचान की जा रही है।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले सप्ताह एक प्रस्तुतिकरण (प्रेसेंटेशन) दिया था जिसमें कहा था कि संक्रमण का नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ राज्य में कोविड-19 की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य कोविड-19 कार्य बल के सदस्य और स्वास्थ्य विभाग के सदस्य भी इस बैठक में शामिल हुए थे। यह नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 6,270 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 59,79,051 हो गई। वहीं, 94 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,18,313 हो गई है।

यात्रियों और कंडक्टर में पहचान कर पाना मुश्किल

संदीप मिश्र                 
बरेली। रोडवेज के चालक-परिचालक बस का स्टेयरिंग अब सिविल ड्रेस में नहीं थाम सकेंगे। इसके लिए अधिकारियों ने सख्त आदेश जारी किया है। रूट पर अक्सर बस में यात्रियों और कंडक्टर में पहचान कर पाना मुश्किल होता है। चालक को सीट पर दिखता है, लेकिन परिचालक बस में कई बार सिविल ड्रेस में होने के कारण पहचान से बाहर होता है। लेकिन अब बस में चढ़ते ही चालक और परिचालक की अलग पहचान दिखेगी। इन नियमों का पालन नहीं करने पर चालक और परिचालक पर कार्रवाई भी जाएगी। रोडवेज के चालक और परिचालकों की लगातार शिकायतें मिलने के बाद अब उनके खिलाफ कार्रवाई का शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने अनिमियत और गैर जिम्मेदार चालक परिचालकों के खिलाफ अभियान चलाने और जुर्माना लगाने के आदेश जारी किए है। 
इसमें ड्रेस नहीं पहने मिलने पर 200 जुर्माना और बस को बाईपास से होकर गुजारकर ले जाने वालों पर 1000 और इससे ऊपर तक जुर्माना लगाया जा सकता है।अधिकारियों के पास पहुंच रही शिकायतों में पाया गया कि यात्री के हाथ देने पर भी रोडवेज की बसों को नहीं रोका जाता। न ही चालक परिचालक कोरोना गाइड लाइन का पालन करते है। चालक बस को बस अड्डे तक भी नहीं लेकर आते है। क्षेत्रीय प्रबंधक बरेली रीजन आरके त्रिपाठी का कहना है कि जो चालक परिचालक कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इन पर कितना जुर्माना लगाया जाएगा इसके लिए अभी तक रकम तय नहीं की गई है। जल्द ही इस पर भी जुर्मानें का प्रावधान बनाया जाएगा।

इंडिया ने 16 सदस्यीय टीम का कप्तान नियुक्त किया

अकांशु उपाध्याय                                 
नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने अनुभवी स्ट्राइकर रानी को सोमवार को टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली 16 सदस्यीय टीम का कप्तान नियुक्त किया है। रानी न केवल अपने ऑन-फील्ड प्रदर्शनों के लिए, बल्कि टीम में युवाओं का मार्गदर्शन करने की अपनी सहज क्षमता के लिए भी कप्तान के रूप में पहली पसंद हैं। हॉकी इंडिया ने इसके अलावा बेहद भरोसेमंद डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का और अनुभवी गोलकीपरसविता को महिला टीम के दो उप कप्तानों के रूप में नियुक्त किया है। दोनों खिलाड़ी लगभग एक दशक से इंडियन कोर ग्रुप में हैं और लीडरशिप ग्रुप का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। उन्होंने भारत की शानदार जीतों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दोनों ने एफआईएच महिला विश्व कप में एक प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद 2018 में करियर की सर्वश्रेष्ठ नौ रैंकिंग हासिल की थी।
उल्लेखनीय है कि रानी की कप्तानी में भारतीय महिला हॉकी टीम ने पिछले चार वर्षों में महत्वपूर्ण परिणाम हासिल किए हैं, जिसमें 2017 में एशिया कप जीतना, एशियाई खेलों 2018 में रजत पदक जीतना, एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2018 में रजत और साथ ही 2019 में एफआईएच सीरीज का फाइनल जीतना शामिल है। रानी के नेतृत्व वाली टीम ने पहली बार लंदन में एफआईएच महिला विश्व कप 2018 के क्वार्टर फाइनल में भी जगह बनाई थी। वह भुवनेश्वर में एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर के दौरान भारत के प्रदर्शन का केंद्र बिंदु थीं, जहां उनके गोल ने टीम को क्वालीफिकेशन के लिए अमेरिका के खिलाफ 6-5 से आगे कर दिया था।

फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियां स्थापित, 4074.02 करोड़

हरिओम उपाध्याय                 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में फल और सब्जियों के प्रसंस्करण की क्षमता बढ़ाने को लेकर जागरूकता बढ़ी है। छोटे-छोटे कारोबारी ग्रामीण क्षेत्रों में सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग (खाद्य प्रसंस्करण) यूनिट लगाने में रूचि दिखा रहे हैं। इन छोटे कारोबारियों को सरकार 10 लाख रुपये तक लागत वाली फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर 35 प्रतिशत की दर से ऋण में सब्सिडी देकर उनका उत्साह बढ़ा रही है जिसके चलते गावों में छोटे उद्योगों को आधुनिक बनाने और फूड प्रोसेसिंग की क्षमता बढ़ाने को लेकर तमाम प्रस्ताव उद्यान विभाग को प्राप्त हुए हुए जिन्हे जल्द ही मंजूरी मिल जायेगी।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में 9301 सूक्ष्म खाद्य फूड प्रोसेसिंग उद्यमों को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय किया है। इन उद्यमों में करीब 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। और हजारों किसानों को उनके उत्पाद की वाजिब कीमत मिल गांव में ही मिलेंगी, उन्हें लाभ होगा। उत्तर प्रदेश देश में फल और सब्जियों का सबसे बड़ा उत्पादक है। फिर भी राज्य में उत्पादित फल और सब्जियों की 10 फीसदी से कम की ही प्रोसेसिंग हो पाती थी। बड़ी मात्रा में जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थ हर साल बर्बाद हो जाते थे। जिसके चलते किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल पाता था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की दिक्कतों को दूर करने के लिए कई फैसले लिए। किसानों के कर्ज को माफ़ करने के बाद किसानों को गन्ना, धान तथा गेहूं की खरीद का मूल्य दिलाने की व्यवस्था लागू की और इसके साथ ही फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश को बढ़ाबा देने के लिए खाद्य प्रसंस्करण नीति 2017 तैयार कराई।सूत्रों ने बताया कि इस नीति में फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने वाले उद्यमी को कई तरह की रियायते देने का ऐलान किया गया। प्रदेश सरकार की इस नीति से प्रभावित होकर वर्ष 2018 से अब तक 4109.74 करोड़ रुपए की लागत वाले 803 आवेदन उद्यमियों से प्राप्त हुए। इन आवेदनों में फल -सब्जी प्रसंस्करण के 81, उपभोक्ता उत्पाद के 232, खाद्यान्न मिलिंग के 397, हर्बल प्रोसेसिंग के 03, दुग्ध प्रसंस्करण के 35, तिलहन प्रसंस्करण के 27, दलहन प्रसंस्करण के 15, मांस प्रसंस्करण के 08, रेफर वैन के 10, मेगा फ़ूड पार्क और एग्रो प्रोसेसिंग का एक प्रस्ताव है। इन उद्योगों के लिए सरकार के स्तर से उद्यमियों को जमीन उपलब्ध कराई गई है और कई यूनिटों में उत्पादन भी शुरु हो गया है। इसके अलावा बड़े उद्योगपतियों ने भी प्रदेश सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर अपनी इकाई राज्य में लगाने की पहल ही है। इन उद्योगपतियों ने बीते चार सालों में 9105.58 करोड़ रुपए की लागत वाली 139 फूड प्रासेसिंग यूनिट (फैक्ट्री) राज्य में स्थापित करने के प्रस्ताव सरकार को सौंपे, जिनमें से 101 से फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो गया है। इन 101 से फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों की स्थापना पर 4074.02 करोड़ रुपए की लागत आयी है और इन फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों में 20,176 लोगों को रोजगार मिला है। जबकि 38 फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य चल रहा है। इन फैक्ट्रियों में 21,111 लोगों को रोजगार मिलेगा।

दूसरी तिमाही में कारों की कीमतों में बढ़ोतरी: मारुति

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने सोमवार को कहा कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते वह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अपनी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। एमएसआई के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने बताया, ”इस्पात और कुछ कीमती धातुओं, जैसे रोडियम और पैलेडियम की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। अप्रैल में हमने उपभोक्ताओं पर बढ़ी हुई लागत का एक हिस्सा यह सोचकर डाला था, कि इन वस्तुओं की कीमतें आखिरकार नीचे आ जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अंतिम उपाय के रूप में हम कंपनी की वित्तीय सेहत को बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि इस्पात की कीमत 38 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 68 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जबकि रोडियम की कीमत 19,000 रुपये प्रति ग्राम से बढ़कर लगभग 66,000 रुपये प्रति ग्राम हो गई है, जिससे उत्पादन लागत प्रभावित हुई है। दुनिया भर में सख्त उत्सर्जन मानकों को लागू किए जाने के चलते रोडियम और पैलेडियम की मांग कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि निकट भविष्य में इन धातुओं की कीमतों में कमी आएगी, इसलिए बढ़ी हुई कीमतों के भार का कुछ हिस्सा जुलाई-सितंबर तिमाही में उपभोक्ताओं पर डाला जाएगा। इससे पहले मारुति सुजुकी ने शेयर बाजार को बताया, ”पिछले एक साल में विभिन्न कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। 
ऐसे में कंपनी के लिए कीमतों में बढ़ोतरी के जरिये उपरोक्त अतिरिक्त लागत का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है। कंपनी ने अभी यह नहीं बताया कि कीमतों में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। वाहन कंपनी ने इससे पहले अप्रैल में भी कीमतों को बढ़ाया था। कंपनी ने कहा कि कीमतों में वृद्धि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर अवधि) में की जाएगी और यह विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी।

अपना नाम बदलकर लोगों के दिल में जगह बनाएं

मनोज सिंह ठाकुर                      
ग्वालियर। भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को सलाह दी है कि वह अपना नाम बदलकर लोगों के दिल में जगह बनाए। सिंधिया ग्वालियर का नाम बदलने की कांग्रेस नेताओं की हालिया मांग के बारे पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। सिंधिया ने कहा, ” कोरोना जैसी महामारी के समय कांग्रेस नेताओं को राजनीति दिखाई दे रही है। पहले बोले कि वैक्सीन (टीके) नहीं लगवाना, फिर कहा गया कि वैक्सीन में किसी का मांस मिला हुआ है और ऐसे लोग ही स्वयं वैक्सीन लगवाने के लिए भाग रहे हैं। 

अब नाम बदलने में इतनी ही रुचि है तो कांग्रेस को चाहिए कि पहले वे अपनी पार्टी का नाम बदल लें और दोबारा से जनता के मन व दिल में स्थान बनाएं। मालूम हो कि ग्वालियर के कुछ स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने 18 जून को ग्वालियर का नाम बदलकर महारानी लक्ष्मीबाई नगर करने की मांग की थी। सिंधिेया ने कहा, ” हमारे प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस नामदार लोगों की पार्टी है और भाजपा कामदार लोगों की।” उन्होंने बताया कि ग्वालियर में जल्द ही एक हजार बिस्तर की क्षमता वाला अस्पताल शुरु किया जाएगा। सिंधिया भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे।

ट्रेन और बस की टक्कर लगने से 2 लोगों की मौंत

काहिरा। मिस्र की राजधानी काहिरा के समीप हेलवान शहर में ट्रेन और बस की टक्कर होने से दो लोगों की मौत हो गई एवं छह अन्य घायल हो गए। स्वास्थ्य मंत्रालय यह जानकारी दी है। मंत्रालय के प्रवक्ता खालिद मुजाहिद ने यहां जारी बयान में बताया कि सोमवार को हुई इस दुर्घटना में यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं और फ्रैक्चर हुआ है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिये घटनास्थल पर 16 एम्बुलेंस पहुंची। मुजाहिद ने बताया कि सभी घायलों का अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

24 घंटे में कोरोना के 42,640 नए मामलें सामने आएं

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में आ रही कमी के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 42,640 नये मामले सामने आये और यह संख्या पिछले 91 दिनों में सबसे कम है। इस बीच सोमवार को 86 लाख 16 हजार 373 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये। देश में अब तक 28 करोड़ 87 लाख 66 हजार 201 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 42,640 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 99 लाख 77 हजार 861 हो गया है। इस दौरान 81 हजार 839 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महमारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 26 हजार 038 हो गई हैं। सक्रिय मामले 40 हजार 366 कम होकर छह लाख 62 हजार 521 रह गये हैं। इसी अवधि में 1,167 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर तीन लाख 89 हजार 302 हो गया है। देश में सक्रिय मामलों की दर कम होकर 2.21 फीसदी, रिकवरी दर बढ़कर 96.49 फीसदी और मृत्यु दर 1.30 फीसदी हो गई है।

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 7,840 कमी आने के बाद यह संख्या घटकर 1,27,523 रह गयी है। इसी दौरान राज्य में 13,758 और मरीजों के स्वस्थ हाेने के बाद कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 57,33,215 हो गयी है। जबकि 352 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,18,313 हो गया है। केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 6,241 कम होकर 1,00,135 रह गये हैं तथा 13,596 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 27,04,554 हो गयी है। जबकि 94 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 12,154 हो गयी है।

मिजोरम के मंत्री ने सरकारों को करारा झटका दिया

अकांशु उपाध्याय                          
आइजोल। जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों में लगी केंद्र और कई राज्य सरकारों को मिजोरम के एक मंत्री ने अनोखा ऐलान करते हुए करारा झटका दिया है। खेलमंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक बच्चों वाले माता-पिता को 100000 रूपये की नकद प्रोत्साहन राशि देने के साथ एक प्रमाण-पत्र और एक ट्राफी दिए जाने की भी घोषणा की है। बढ़ती जनसंख्या के कारण पैदा हो रही अव्यवस्थाओं को थामने के लिए देश के कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन कर रहे हैं। 
उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक मसौदा भी तैयार किया जा रहा है। ऐसे हालातों के बीच मिजोरम के खेल मंत्री राबर्ट रोमाविया रोयते ने एक अटपटी घोषणा करते हुए कहा है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र आइजोल पूर्वी-2 में सर्वाधिक संतान वाले पुरुष या महिला को 100000 रूपये की नगद प्रोत्साहन राशि देने के साथ उसे एक प्रमाण पत्र और एक ट्राफी भी देंगे। दरअसल खेलमंत्री रोमाविया रोयते के इस कदम का उद्देश्य कम जनसंख्या वाले मिजो समुदायों को जनसंख्या वृद्धि के लिए प्रोत्साहित करना है। खेलमंत्री ने कहा है कि मिजो समुदाय में जनसंख्या वृद्धि की दर का कम होना अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है। मिजोरम में कई मिजो जनजातियां निवास करती हैं। अरुणाचल प्रदेश के बाद मिजोरम का जनसंख्या घनत्व देश में सबसे कम है। 
उधर बढती जनसंख्या को जूझ रहे मिजोरम के पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा ने हाल ही के दिनों में घोषणा की थी कि उनकी सरकार क्रमिक रूप से 2 बच्चों की नीति राज्य में लागू करेगी। इस बीच उत्तर प्रदेश के विधि आयोग के अध्यक्ष आदित्यनाथ मित्तल ने भी कहा है कि बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगनी चाहिए। क्योंकि यह राज्य में तरह-तरह की समस्याएं पैदा कर रही है। इसके लिए उन्होंने एक मसौदा भी तैयार करना शुरू कर दिया है। जिसे जल्दी राज्य सरकार को लागू करने के लिए सौंप दिया जाएगा।

खतरों का 'मुकाबला' करने के लिए​ तैयार हैं राफेल

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के ​​​​हाशिमारा एयरबेस में​ ​​​राफेल ​फाइटर जेट की दूसरी ​स्क्वाड्रन ​​चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए​ तैयार है​​। भारतीय वायुसेना ने पांच ​​​जेट विमानों के साथ शुरू की गई इस दूसरी स्क्वाड्रन ​का नाम 101 ​​'फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' ​रखा है।​ हालांकि स्क्वाड्रन ​शुरू करने का ​​औपचारिक समारोह ​​कोरोना महामारी की वजह से नहीं हो पाया है। लेकिन अगले एक या दो महीने के भीतर होने की सम्भावना है। फ्रांस के साथ ​सितम्बर, 2016 में​ हुए ​59​ हजार करोड़ रुपये के सौदे के तहत ​36 में से अब तक सात खेपों में 23 राफेल जेट भारत आ चुके हैं​ वायुसेना को मिलने वाले 36 राफेल विमानों में से 30 युद्धक विमान और छह प्रशिक्षण विमान होंगे फ्रांसीसी कम्पनी से पांच राफेल जेट का पहला जत्था 29 जुलाई​, 2020 को अंबाला एयरबेस पहुंचा था। 

भारतीय वायुसेना ने औपचारिक रूप से इन फाइटर जेट्स को अपने बेड़े में 10 सितम्बर को शामिल किया था। पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर 'टू फ्रंट वार' की तैयारियों के बीच राफेल फाइटर जेट की मिसाइल स्कैल्प को पहाड़ी इलाकों में अटैक करने के लिहाज से अपग्रेड किया ​गया है।​ ​एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों को लद्दाख के फ्रंट-लाइन एयरबेस पर तैनात किया है। वायुसेना की एक स्क्वाड्रन 16 युद्धक विमानों और पायलट ट्रेनिंग के दो विमानों से मिलकर बनती है। राफेल के लिए अम्बाला में बनाई गई पहली 17 'गोल्डन एरोज' स्क्वाड्रन 18 जेट्स मिलने के बाद पूरी हो गई है। भारत को अब तक मिले 23 विमानों में से 5 राफेल जेट विमानों के साथ अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस ​की ​दूसरी ​​स्क्वाड्रन शुरू​ की गई है। पूर्वी लद्दाख में चीन से चल रही तनातनी के बीच राफेल फाइटर जेट्स की इस दूसरी स्क्वाड्रन की जिम्मेदारी सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक से सटी एलएसी की होगी। 

पूर्वी क्षेत्र में चीन-भूटान ट्राइ-जंक्शन के बेहद करीब ​​हाशिमारा ​एयर​बेस उसी विवादित डोकलाम इलाके के बेहद करीब है, जहां वर्ष 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच 75 दिन लंबा टकराव हुआ था। ​​​ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 19 जून को वायुसेना अकादमी डुंडीगल में आयोजित संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए कहा था कि शेड्यूल के अनुसार 2022 तक सभी 36 राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जायेगा। हाशिमारा ​एयर​बेस स्थित 101 ​​स्क्वाड्रन पहले पुराने मिग-21 लड़ाकू विमानों को संचालित करती थी। भारतीय वायु सेना ने ​​पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस ​को '101 फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' ​नाम दिया है​ ​​​राफेल ​फाइटर जेट की दूसरी ​स्क्वाड्रन चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए है। 

ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया 17 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर हैं, जबकि ग्रुप कैप्टन नीरज झाम्ब 'जैमी' 101 स्क्वाड्रन के प्रमुख हैं यानी इन्हीं दोनों वायुसेना अधिकारियों के हाथों में राफेल जेट की कमान होगी। ​दोनों एयरबेस पर राफेल के लिए हैंगर, शेल्टर, मेंटेनेंस सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए गए हैं। चीन के साथ 1962 की लड़ाई के बाद हासिमारा एयरबेस का निर्माण किया गया था। यह एयरबेस सिक्किम-भूटान-तिब्बत के ट्राइ-जंक्शन के करीब है। तेजपुर और चबुआ में पहले से ही रूसी मूल के सुखोई-30 एमकेआई तैनात हैं। हाशिमारा एयरबेस पर राफेल की तैनाती हो जाने से पूर्वी मोर्च पर वायु सेना की ताकत और बढ़ जाएगी। राफेल घातक हथियार पैकेज, उन्नत एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस हैं। 

ताकि दुश्मन के हवाई क्षेत्र में बेहतर हमले सुनिश्चित किये जा सके। राफेल 300 किलोमीटर से अधिक दूरी की हवा से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल स्कैल्प मिसाइल और 120 से 150 किमी की स्ट्राइक रेंज के साथ हवा से हवा में मार करने वाली उल्का मिसाइलों से भी लैस हैं। 

7 हजार केन्द्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत

भोपाल। मध्यप्रदेश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सोमवार को सुबह 10 बजे सात हजार केन्द्रों पर कोरोना टीकाकरण महा-अभियान की शुरुआत हुई। इस महा-अभियान के तहत पहले दिन प्रदेश में रात 8 बजे तक 15 लाख 43 हजार से अधिक लोग कोरोना का टीका लगवा चुके हैं। यह देश में अब तक का एक दिन में लगाये गये टीकों का रिकार्ड है। विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों में अभी भी टीकाकरण जारी है। टीकाकरण महा-अभियान में 10 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। प्रत्येक जिले के लिये लक्ष्य निर्धारित किये गये थे। 

लगभग सभी जिलों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण किया गया। जनसम्पर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने बताया कि टीकाकरण का यह रिकार्ड मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई लगातार अपील और विभिन्न वर्ग के लोगों से संवाद और उसमें मिले व्यापक जन-सहयोग के कारण ही संभव हुआ है। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने में जन-भागीदारी का जो मॉडल लागू किया गया था। आज का रिकार्ड भी उसी मॉडल की कामयाबी में एक मील का पत्थर है। 

उन्होंने बताया कि इस अभियान में मंत्री-मण्डल के सदस्यों के साथ ही सभी जन प्रतिनिधि, धर्मगुरुओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, बुद्धिजीवियों,  पत्रकारों, कोरोना वॉलेंटियर्स और गणमान्य नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। टीकाकरण केन्द्रों में टीका लगवाने के लिये आने वाले लोगों का स्वागत किया गया। उन्हें कोरोना से बचाव के लिये जरूरी उपाय करने का संकल्प दिलाया गया।

बीमारी व वैक्सीन को लेकर राजनीति, घटियापन

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि उन्होंने कोरोना की बीमारी और वैक्सीन को लेकर राजनीति की और इस महामारी से लड़ाई को नुकसान पहुंचाने का भरसक प्रयास किया। भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जब भी हिंदुस्तान में कुछ अच्छा होता है और देश अच्छा प्रदर्शन करता है, तो कहीं न कहीं कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है। राहुल गांधी से रुका नहीं जाता और वो प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करते हैं।" डॉ. पात्रा ने कहा कि योग दिवस के साथ ही कल का दिन बहुत महत्वपूर्ण था। 

कल पूरे विश्व में हिंदुस्तान एक मात्र ऐसा देश बना जिसने एक ही दिन में लगभग 87 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया लेकिन गांधी ने देश की इस उपलब्धि का सम्मान नहीं किया। उन्होंने कहा, "कोरोना की लड़ाई में जब भी निर्णायक मोड़ आए। तब-तब राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने राजनीति करने की भरसक प्रयास किया है। गांधी ने कहीं न कहीं भारत की कोरोना से इस लड़ाई को डिरेल करने का अथक परिश्रम किया है।" भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गांधी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हर तरफ और हर बार भ्रम फैलाने का प्रयास किया। कभी वैक्सीन पर सवाल उठाये तो कभी वकालत की। कभी लॉक डाउन को गलत बता कर विरोध किया और बाद में कठोर लॉक डाउन की वकालत की। 

उन्होंने कहा कि श्री गांधी ने अभी तक वैक्सीन नहीं लिया है। डॉ. पात्रा ने कहा कि गांधी को 15 अप्रैल को कोरोना हुआ था। उन्होंने 16 को कहा कि वह रैली नहीं करेंगे। चार दिन बाद 20 तारीख को पता चला कि उन्हें कोरोना हुआ है। पर फिर भी वह बीमारी एवं वैक्सीन पर राजनीति करते रहे। उन्होंने कहा कि गांधी को बीमारी एवं वैक्सीन को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-311 (साल-02)
2. बुधवार, जून 23, 2021
3. शक-1984, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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सोमवार, 21 जून 2021

अमेरिका में तबाही, ‘क्लाउडेट’ तूफान मजबूत हुआ

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के अलबामा प्रांत में तबाही मचाने के बाद उत्तरी एवं दक्षिणी कैरोलिना के तट की ओर बढ़ रहा ‘क्लाउडेट’ तूफान सोमवार तड़के फिर मजबूत हो गया और इसके फिर से उष्णकटिबंधीय तूफान में बदलने की आशंका है। इससे पहले इस तूफान के कारण शनिवार को हुए हादसों में 13 लोगों की मौत हो गयी थी और इसकी वजह से अचानक आई बाढ़ के कारण कई घर नष्ट हो गए थे। हादसे में मारे गए लोगों में वैन में सवार आठ बच्चे भी शामिल हैं। अलबामा प्रांत की बटलर काउंटी के कोरोनर वेन गारलॉक ने बताया कि शनिवार को मोंटगोमरी के दक्षिण की ओर करीब 55 किलोमीटर दूर ‘इंटरस्टेट’ 65 पर कई वाहन आपस में टकरा गए। जिसके कारण नौ बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गयी। यह हादसा संभवत: सड़कों पर फिसलन के कारण हुआ। इस हादसे में एक वैन में सवार आठ बच्चों की मौत हो गयी। जिनकी उम्र चार से 17 वर्ष के बीच बताई जा रही है। यह वैन अलबामा शेरिफ एसोसिएशन द्वारा संचालित एक आश्रय स्थल की थी।

इसके अलावा एक अन्य वाहन में एक व्यक्ति और उसकी नौ महीने की बच्ची की मौत हो गयी। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। इस बीच, टस्कलोसा शहर में एक मकान पर एक पेड़ गिरने से 24 वर्षीय एक व्यक्ति और तीन वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई। तूफान के कारण मिसीसिपी खाड़ी तटीय क्षेत्र में 30 सेंटीमीटर तक बारिश हुई। ‘डब्ल्यूबीआरसी-टीवी’ ने अपनी खबर में बताया कि बर्मिंघम में एक व्यक्ति की तलाश की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि वह व्यक्ति अचानक आई बाढ़ के दौरान पानी में गिर गया था। तूफान की वजह से हुई मूसलाधार बारिश के चलते उत्तरी जॉर्जिया, दक्षिण कैरोलिना के अधिकतर हिस्सों, उत्तरी कैरोलिना तट और दक्षिणपूर्व अलबामा के कुछ हिस्सों और फ्लोरिडा पैनहैंडल में रविवार को अचानक बाढ़ आ गयी। राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने परामर्श जारी करके कहा कि सोमवार की शुरुआत में, क्लाउडेट के कारण अधिकतम 35 मील प्रति घंटे (55 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से निरंतर हवाएं चलीं। पूर्वी उत्तरी कैरोलिना के ऊपर सोमवार सुबह बने एक दबाव के एक उष्णकटिबंधीय तूफान में बदलने का अनुमान जताया गया था। क्लाउडेट इसके बाद अटलांटिक महासागर की ओर बढ़ेगा और फिर मंगलवार को नोवा स्कोटिया की ओर बढ़ेगा।

दिल्ली में सोमवार को कोरोना के 89 नए मामलें मिलें

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोविड-19 के 89 नए मामले दर्ज किए गए। जो इस साल अब तक के सबसे कम मामले है। वहीं संक्रमण से 11 लोगों ने दम तोड़ा है और संक्रमण दर भी घटकर 0.16 प्रतिशत हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में आंकड़ा साझा किया है। इस साल 16 फरवरी को कोविड-19 के सबसे कम 94 मामले आए थे।

जिसके बाद यह पहली बार है। जब कोविड-19 के रोजाना के मामले घटकर 100 से कम 89 हो गये हैं। रविवार को 124 नए मामले आये थे और सात मरीजों की मौत हुई थी तथा संक्रमण दर 0.17 प्रतिशत थी। दिल्ली में शनिवार को संक्रमण से सात लोगों की मौत हुई थी और 135 नए मामले आए थे। जो एक अप्रैल के बाद से सबसे कम है। वहीं, संक्रमण दर 0.18 प्रतिशत थी।


अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला: वायरस

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा की तैयारी कर रहे बर्फानी बाबा के भक्तों के लिए एक बुरी खबर है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा इस वर्ष भी अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया गया है। हालांकि, श्रद्धालु ऑनलाइन बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाएंगे। बता दें कि 2020 में भी कोरोना संक्रमण के कारण अमरनाथ यात्रा को रद्द किया गया था।

श्राइन बोर्ड की ओर से कहा गया है। इस यात्रा में देश भर के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु शामिल होंगे। ऐसे में कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा हो सकता है। वर्तमान में जो स्थितियां हैं। उसको देखते हुए श्रद्धालु घर पर ही सुरक्षित रहें ये जरूरी है। बोर्ड की ओर से यह भी कहा गया है कि हर साल की तरह सभी पारंपरिक रस्में पहले की तरह पूरी की जाएंगी। अमरनाथ श्राइन बोर्ड करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं समझता है और इसका ध्यान रखते हुए बोर्ड ने सुबह और शाम की आरती के लाइव दर्शन का इंतजाम करने का भी निर्णय लिया है। हर रोज दोनों आरती के लाइव दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।

गाजियाबाद में साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति

अश्वनी उपाध्याय           

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले कई महीनों से बेरोजगार साप्ताहिक पैठ बाज़ार विक्रेताओं के लिए एक अच्छी खबर है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने हाकर्स जाइंट एक्शन कमेटी के साथ हुई एक मीटिंग के बाद गाज़ियाबाद में साप्ताहिक बाज़ार लगाने की अनुमति दे दी है। 

आज (21 जून ) को जारी एक आदेश के अनुसार पैठ विक्रेताओं को बाज़ार में कोविड19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इसके साथ ही बाज़ार में दो गज़ की दूरी, मास्क पहनने और साफ-सफाई आदि की ज़िम्मेदारी भी पैठ विक्रेताओं की होगी।

कोरोना: गाजियाबाद में 5 मरीजों को डिस्चार्ज किया

अश्वनी उपाध्याय           

गाज़ियाबाद। जिलें में 2 नए मरीज मिले और 5 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में एक भी मरीज की मौत दर्ज नहीं की गई और 80 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार, जनपद में अब तक 54,961 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 461 है।

गौतमबुद्ध नगर जिले में 17 नए मरीज मिले और 33 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में 121 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार, जनपद में अब तक 62,415 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 466 है।

मेरठ जिले में 12 नए मरीज मिले और 8 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में 187 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार जनपद में अब तक 68,198 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 889 है।

नोएडा: गंगाजल प्लांट की पानी सप्लाई को बंद किया

विजय भाटी         

गौतमबुद्ध नगर। पहाड़ों में हो रही बरसात के कारण गंग नहर में भारी मात्रा में सिल्ट आ जाने के कारण सिद्धार्थ विहार व प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट की पानी सप्लाई को बंद कर दिया गया है। हालांकि, फिलहाल प्लांट में जमा पानी की आपूर्ति की जा रही है। किन्तु, सोमवार शाम से नोएडा और ट्रांस हिंडन में गंगाजल की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। ट्रांस हिंडन में नलकूप से जीडीए व नगर निगम सिर्फ सुबह के वक्त ही पानी की आपूर्ति करेगा।

प्रताप विहार गंगाजल प्लांट के परियोजना अधिकारी शुभेंद्र चौधरी ने बताया कि गंग नहर से पानी प्लांट में नहीं आ रहा था। पहले से जो पानी था उसकी शनिवार और रविवार को आपूर्ति की गई। अब प्रताप विहार व सिद्धार्थ विहार प्लांट में पानी खत्म होने वाला है। सोमवार से नोएडा और ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम, वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी डेल्टा कालोनी में गंगाजल की आपूर्ति बंद हो सकती है। पत्र लिखकर नगर निगम व जीडीए को इससे अवगत करा दिया गया है।

मृत्यु-जीवन: सांसें दिखतीं नहीं, लेकिन फिर भी हैं

राणा ओबराय      
नई दिल्ली। इन सांसों को देख रहें हो ? क्या ये सांसें दिखाई दे रही है ? नहीं, लेकिन है। ये जो सांसों के दो तार है, जो लगातार चल रहे हैं। इनको तुम रोक नहीं सकते एक सांस आ रही है तो एक सांस जा रही है। इनको समान रूप से चलाने वाला कोन है ? जब सांस ले रहे हो तो जीवन है और जब छोड़ रहे हो तो मृत्यु है। इन सांसों के आधार पर ही शरीर का वजन हैं। किसी का अस्सी किलो,किसी का सौ किलो, तो किसी का सात किलो उसे अपना वजन भारी नहीं लगता। लेकिन जब सो जाएं, या मर जाए तो उस आदमी को अकेला कोई नहीं उठा सकता। 
पर सांसों में इतनी पावर, शक्ति है कि, अकेले इतने शरीर का भार उठा रखा है। इसी की धोनी से वो ज्योति जल रही है। जो बिना घी तेल बाती के जल रही है। जहां सांस रूकी खेल खत्म इन सांसों के तार किसके हाथ में है ? कोन इनको चला रहा है? इन सांसों के तार, करतार के हाथ में है। वहीं परमात्मा इन सांसों को चला रहा है।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...