शनिवार, 22 मई 2021

इजराइल की प्रतिबद्धता में कोई बदलाव नहीं: यूएसए

वाशिंगटन डीसी/ जेरूसलम। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इजराइल की सुरक्षा के प्रति उनके प्रशासन की प्रतिबद्धता में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिलीस्तीनियों के लिए एक अलग राष्ट्र बनाकर द्वि-राष्ट्र समाधान ही दोनों के बीच संघर्ष को समाप्त कर सकता है। बाइडन की यह टिप्पणी तब आई जब एक दिन पहले ही इजराइल और हमास के बीच मिस्र की मध्यस्थता में युद्धविराम की घोषणा के साथ 11 दिन से चला आ रहा संघर्ष समाप्त हुआ।

बाइडन ने अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मेरी प्रतिबद्धता में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इजरायल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता, कोई तर्क-वितर्क नहीं। कोई बदलाव नहीं, कोई भी नहीं, लेकिन मैं आपको बताता हूं एक बदलाव हो सकता है। यह बदलाव कि हमें अब भी द्वि-राष्ट्र समाधान की जरूरत है। यही एकमात्र रास्ता है। मेरा मानना है कि हम अब आगे बढ़ सकते हैं। मेरा पहले भी यही मानना था। संघर्षविराम पर बातचीत से पहले ही।’

सिद्धू के अलावा पार्टी नेताओं में कैप्टन से नाराजगी

राणा ओबराय            
चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में अंदर की उथल-पुथल बढ़ती जा रही है। कहीं न कहीं अब पंजाब में कांग्रेस विभाजित होती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव की स्थिति किस मोड़ पर जाकर क्या परिणाम देगी ? कुछ नहीं कहा जा सकता। वहीं, खबर यह भी है कि नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा अन्य पार्टी नेताओं में भी कैप्टन से नाराजगी का माहौल है। इस बीच यह चर्चा भी खूब जोरों पर है कि पार्टी में शांति कायम करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का नया प्रधान बनाया जा सकता है।
बतादें कि, अभी पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ हैं और अब उनकी जगह नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश प्रधान बनने की बात उछल रही है। कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू लोगों के बीच एक मशहूर चेहरा हैं और वह अपने जरिये चुनाव में कांग्रेस को लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं। फिलहाल, पार्टी में कई नेताओं का यह भी मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू पर पार्टी को ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। सिद्धू सिर्फ अमृतसर तक ही सीमित है। उनके तिरछे चलने से पार्टी की फिजा पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। सिद्धू सिर्फ दबाव बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि पंजाब में पार्टी के पास अभी कैप्टन से बड़ा चेहरा नहीं है। पार्टी कैप्टन को नजरअंदाज करती है, तो उसके लिए जीत आसान नहीं होगी। इधर, पार्टी भी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के बाद पंजाब पार्टी नेतृत्व कैप्टन पर दबाव डालने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है। ऐसे में पार्टी को अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री कैप्टन के नेतृत्व में ही लड़ना होगा। पार्टी हाईकमान को भी लगता है कि कैप्टन ही पंजाब में उसकी नैया को पार लगा सकते हैं। कांग्रेस मानती है कि किसान आंदोलन के बाद भाजपा को पंजाब चुनाव में बहुत ज्यादा कुछ मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में तमाम नाराजगी के बावजूद सिद्धू कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ेंगे और कैप्टन के सहारे ही पंजाब में कांग्रेस की दोबारा वापसी हो सकेगी, लेकिन पार्टी हाईकमान सिद्धू वाली टेंशन को भी दूर करने में जुटी हुई है। पार्टी हाईकमान को डर है कि यहां कांग्रेस में यह आपसी कलह चुनाव में कहीं न कहीं तो नुकसान पहुंचाने का काम कर ही सकती है। ऐसे में पार्टी हाईकमान कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। बतादें कि, इससे पहले चर्चा चली थी नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस छोड़कर दोबारा भाजपा में जायेंगे, लेकिन इसी बीच पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनकर आये उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने सिद्धू को मनाने की पुरजोर कोशिश की और वह एक पल इसमें सफल होते हुए भी नजर आये। सिद्धू जो कैप्टन से दूरी बनाकर रखे हुए थे। दोनों ने साथ बैठकर लंच किया और बाद में भी काफी दिन साथ-साथ दिखे, परन्तु यह सब ज्यादा दिन तक नहीं चल सका। नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर फिर बदल गए। अब देखना तो यह होगा कि सिद्धू के तेवर ठीक करने के लिए कांग्रेस क्या करती है और जैसे कि यह चर्चा जोरों पर है कि उन्हें पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाया जा सकता है?

पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की आशंका: यास

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि चक्रवात यास के “बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदलने और 26 मई को ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की आशंका है। शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना।

एक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात के गठन का पहला चरण होता है। यह आवश्यक नहीं है कि सभी निम्न दबाव वाले क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होते हैं। आईएमडी ने कहा, ” एक निम्न दबाव के क्षेत्र के कल, 23 ​​मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र पर विक्षोभ में केंद्रित होने की आशंका है। इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। जो 24 मई तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और अगले 24 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।”

यूपी में कोरोना कर्फ्यू को 31 मई तक के लिए बढ़ाया

हरिओम उपाध्याय                
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने व्यापारियों की मांगों को नज़रअंदाज़ करते हुए कोरोना कर्फ़्यू को 31 मई की सुबह 7 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। राज्य सरकार के इस निर्णय से स्पष्ट है कि योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता कोरोना कर्फ़्यू से राज्य की जनता को सुरक्षित रखना है। समाचार एजेंसी एएनआई ने उत्तर प्रदेश के एसीएस होम अवनीश अवस्थी के हवाले से बताया कि योगी सरकार ने कोरोना कर्फ़्यू को 31 मई तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। वैक्सीनेशन, अस्पताल, मेडिकल सर्विसेस, दवाई की दुकानों, परचून की दुकानों और औद्योगिक इकाइयों को पहले की तरह ही कोरोना कर्फ़्यू के प्रभाव से मुक्त रखा गया है।

विधायक ने राशन की दुकानों का स्वयं किया निरीक्षण

कौशाम्बी। विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता ने अपने विधानसभा में मूरतगंज ब्लॉक के ग्राम काजीपुर, हुसैनमई, उमरछा मोहद्दीनपुर गांव में राशन की दुकानों का लगातार निरीक्षण किया। चायल विधायक संजय गुप्ता के निरीक्षण के दौरान ग्राम काजीपुर मे घटतौली पाई गई कोटेदार राकेश बाबू पटेल पर ग्रामीणों ने कम राशन देने का भी आरोप लगाया। चायल विधायक संजय गुप्ता के निरीक्षण के दौरान बाकी अन्य तीनों ग्रामों में राशन का वितरण सही पाया गया। विधायक गुप्ता ने ग्रामीणों से कोटेदारों का फीडबैक भी लिया।काजीपुर के कोटेदार द्वारा राशन कम तौलने पर क्षमा मांगी जिस पर उसके गुनाह को माफ कर दिया गया। सप्लाई इंस्पेक्टर रेनू द्विवेदी को निर्देशित किया कि किसी भी कीमत पर घटतौली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चायल विधायक संजय गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि इस वैश्विक महामारी कोरोना काल में हमारी सरकार गरीबों को मुफ्त में राशन मुहैया करा रही है। गरीबों तक सरकार का राशन पहुंचे इसमें किसी प्रकार की हेरा फेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विजय कुमार

व्यापार हित, ऑफिस पर बैठक का आयोजन किया

गोपीचंद                 
बागपत। जिला महामंत्री अनुराग जैन की अध्यक्षता में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल जनपद बागपत के कार्यालय नार्मल स्कूल बड़ौत पर एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें व्यापारियों के हितों की बात की गई। लगभग 1 माह से व्यापार बिल्कुल बन्दी पर चर्चा की गई। जिसमें जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर ने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार को व्यापारियों के लिए बाजार को सुचारू रूप से खोलना चाहिए अन्यथा व्यापारी कोरोना से तो बाद में मरेगा पहले भुखमरी से मर जायेगा। बैठक में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र पवार ने सरकार से व्यापारियों के बिजली का बिल व 3 महीने का जीएसटी माफ करने की मांग कि और नगर अध्यक्ष अक्षय जैन ने कहा कि इस लोक डाउन के चलते व्यापारी की हुई खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त की। सभा में जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर, जिला महासचिव अनुराग जैन, संगठन मंत्री विपिन जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र पवार, नगर अध्यक्ष अक्षय जैन अभिषेक जैन आदि शामिल रहें।

संक्रमण: लोगों की सुरक्षा के लिए गाइडलाइन लागू की

गोपीचंद                   
बागपत। जिला बागपत के बड़ौत नगर में सुबह होते ही अपनी जान की परवाह न कर समान की खरीदारी के लिये टूट पड़ते है। लोग जिससे नगर के बाजार भीड़ से लबालब भर जाते है और रास्ते जाम हो जाते हैं। जहा एक और सुबे के मुख्यमंत्री ने आम जन की कोरोना से सुरक्षा के लिये गाईडलाइन लागू की हुयी है। वही दूसरी ओर उसके पालन में बड़ी लापरवाही देखने मे आरही है। लेकिन पालिता लगाने के लिए जिले का शासन-प्रशासन भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जिलाधिकारी राज कमल यादव वह पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह बागपत ने भी एड़ी से चोटी तक का जोर लगाकर व्यवस्था पर काबू पाने के लिए व्यापारियों को भी समझाया परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ऐसी कोई जानकारी नहीं है। केवल यह मालूम है कि सुबह 6:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक मार्केट खुलेगी। सिर्फ इसी को ध्यान में रखते हुये क्षेत्र के देहात में रहने वाले ग्रामीण सुबह-सुबह ही लंबी लाइनों के साथ एटीएम परचून व मेडिकल स्टोर वह अन्य दुकानों पर जाकर सामान की खरीद करने के लिए आते हैं। परन्तु उस समय पर पुलिस प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठ रहते है। और कोविड-19 गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ती रहती है। जिसमें बाजार चौकी के पास खत्री गढ़ी के निकट आज इतनी भीड़ थी कि वहां पर पैर रखने की जगह भी नहीं थी सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात हैं।लोग मास्क लगाने से भी प्रेज़ कर रहें हैं और बाज़ार चौकी पर बैठे पुलिस कर्मी अमुख दर्शक बने हुये बैठे रहे। वही दुसरी और जनपद के जिला अधिकारी कमल यादव ने नाराजगी जताते हुए पुलिस अधीक्षक बागपत से वार्ता कर ऐसे मामलों को नियंत्रण में रखने की हिदायत दी है।

बड़ौत: कार्यवाही की मांग पर ग्रामीणों ने किया हंगामा

गोपीचंद               
बागपत। क्षेत्र के पिलाना गांव में स्वयं सहायता समूह के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी का मामला गर्माता जा रहा है। सेकड़ो की संख्या में स्वयं सहायता समुह की महिलाओं के साथ ग्राम प्रधान संजय त्यागी के नेतृत्व में सैंकड़ों ग्रामीण पिलाना विकास खण्ड पहुँचे और उक्त मामले कार्यवाही की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों को आता देख एडीओ पंचायत सहित कार्यालय पर मौजूद सभी कर्मचारी ब्लॉक से फरार हुये। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिनों में उन्हें न्याय नही मिला है तो वे बागपत डी लएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को पिलाना निवासी ओमबती, बिमलेश, राजकुमारी, ज्योति, मीनू, सुनीता आदि दर्जनों महिलाओं ने आरोप लगाया था कि चार समूहों के नाम पर 6 लाख रुपये के लोन और 6 लाख रुपये की 6 वर्षो में उनके द्वारा जमा की गई क़िस्त को पिलाना निवासी राजपाल पुत्र चंद्ररू ने कैनरा बैंक शाखा पिलाना मैनेजर व राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन पिलाना के प्रभारी एडीओ पंचायत सतीश कुमार की मिली भगत के चलते रुपयों की ठगी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया की वे सभी गरीब मजदूर परिवार की महिलायें हैं और बैंक द्वारा लाखो रुपये का नोटिस उन्हें भेज दिया गया। शुक्रवार को इसी मामले को समूह सदस्यों के साथ ग्राम प्रधान संजय त्यागी के नेतृत्व में सैकड़ो ग्रामीण और महिलाएं पिलाना विकास खण्ड कार्यालय पहुँचे, ग्रामीणों को आता देख एडीओ सतीश कुमार व अन्य कर्मचारी कार्यालय छोड़ फरार हो गए। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने ब्लॉक परिसर में जमकर हंगामा काटा। और महिलाओं ने चेतावनी दी है, कि अगर दो दिनों में उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बागपत डीएम के यहाँ धरना प्रदर्शन करेंगे। इस बारे में जब एडीओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे भी संपर्क नही हो सका।

हापुड़: पुलिस ने तपस्यारत बाबा को हिरासत में लिया

अतुल त्यागी               
हापुड़। हरियाणा पुलिस ने जनपद में तपस्या कर रहे बाबा को हिरासत में लिया। जनपद थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव फरीदपुर गोसाई में हरियाणा पुलिस ने दबिश दी। मामला दो 2 माह पूर्व थाना मधुबन जिला करनाल हरियाणा से नाबालिक लड़की अपने प्रेमी व प्रेमी के दोस्त के साथ थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव फरीदपुर गोसाई में तांत्रिक बाबा के पास आई तंत्र-मंत्र विद्या से अपनी शादी कराने के लिए परंतु प्रेमी व उसके दोस्त और महाराज अजय गिरी ने 3 दिन तक बंधक बनाकर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया। जिसका मुकदमा मधुबन थाना जिला करनाल हरियाणा में दर्ज हुआ। हरियाणा पुलिस और हापुड़ पुलिस ने 3 घंटे तक तपस्या कर रहे महाराज की कुटिया घेर कर रखी तपस्या के उठने के बाद महाराज को गिरफ्तार किया गया।मधुबन थाने के एसआई मनजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया 11/ 2 / 2021 को नाबालिक लड़की अपने घर से अपने प्रेमी अमन पुत्र राजकुमार दोस्त अंकित पुत्र रामनिवास निवासी ऊंचा समाना थाना मधुबन जिला करनाल हरियाणा थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव फरीदपुर में एक महाराज के कुटिया में 3 दिन तक बंधक रही।जिसके खिलाफ 363 366 365 120 बी का मुकदमा दर्ज है। नाबालिक लड़की की तहरीर के आधार पर किया गया महाराज को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसने नाबालिक लड़की के साथ तीन दिन तक हैवानियत की गई।

संक्रमण की रफ्तार हुई धीमी, 100 से भी कम मौत

रमेश कुमार   
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज 4 हजार 943 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में 9 हजार 867 मरीज डिस्चार्ज, स्वस्थ हुए हैं। वहीं दूसरी ओर 24 घंटे में 96 मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 12391 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है।
आज 4 हजार 943 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि होने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9 लाख 41 हजार 366 संक्रमित हो गई है। छत्तीसगढ़ में अब तक 8 लाख 52 हजार 529 मरीज स्वस्थ हुए हैं। नए मरीज मिलने और डिस्चार्ज होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 76446 हो गई है।

24 मई से 1 हफ्ते तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा

इकबाल अंसारी  
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए 24 मई से एक हफ्ते की अवधि तक पूर्ण लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की है। स्टालिन ने चिकित्सा, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सभी पार्टी नेताओं के साथ विचार विमर्श करने के बाद घोषणा की कि राज्य में एक हफ्ते की अवधि तक पूर्ण लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा। वर्तमान लॉकडाउन की अवधि 24 मई को समाप्त हो रही है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सोमवार से लागू होने वाले पूर्ण लॉकडाउन के मद्देनजर आज राज्य में सभी दुकानें शाम नौ बजे तक खुलेंगी और कल से इनका समय सुबह छह बजे से शाम नौ बजे तक होगा। शनिवार और सोमवार को सभी सार्वजनिक और निजी ट्रांसपोर्ट सेवाएं जारी रहेंगी।
लॉकडाउन की अवधि में फार्मेसी, मेडिकल स्टोर, वेटरनरी क्लीनिक, दूध, पानी और अन्य सामान की दुकानें तथा समाचार वितरण कार्यालय खुलेंगे। इसमें कहा गया है कि लॉकडाउन में सब्जियों और अन्य सामान की दुकानें बंद रहेंगी लेकिन लोगों की जरूरतों को देखते हुए फलों तथा सब्जियों को चेन्नई शहर और अन्य जिलों में बागवानी विभाग और स्थानीय निकाय की मदद से बेचा जाएगा। सभी आवश्यक विभागों में राज्य सचिवालय से काम होगा लेकिन प्राइवेट फर्मा, बैंकों, बीमा कंपनियों, आईटी और आईटीईएस स्टाफ को घर से काम करने की अनुमति होगी।

इस अवधि में पेट्रोल पंप, एटीएम, कृषि सामानों को ले जाने वाले वाहनों तथा आवश्यक सामग्री को ढोने वाले वाहनों को छूट रहेगी। लोगों को एक जिले से दूसरे जिले में आवश्यक चिकित्सा कारणों और अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए ई-रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी लेकिन एक ही जिले में आने जाने के लिए यह आवश्यक नहीं होगा।

मिट्टी खाना आदत नहीं, बल्कि एक डिसऑर्डर है

बचपन में कई बच्चों को मिट्टी खाने की आदत होती है, लाख कोशिशों के बाद भी बच्चे जमीन से मिट्टी खोदकर या दिवारों से खुरचकर मिट्टी खाते है। लेकिन कुछ लोग बचपन की आदत समझकर इसे टाल देते हैं। लेकिन ऐसे परिजनों को ये समझना बहुत जरुर है कि बच्चे मिट्टी आदत की वजह से नहीं बल्कि एक डिसऑर्डर है। जिसे PICA के नाम से जाना जाता है। मिट्टी के अलावा अगर आपका बच्चा पेंट, प्‍लास्‍टर, चॉक, कॉर्नस्‍टार्च, साबुन या फिर ऐसी चीजें खाता तो तुरंत डॉक्‍टर से सलाह लेने की जरूरत है।
क्योंकि पीका डिसऑर्डर बच्‍चों में काफी आम समस्‍या है। लेकिन लोग इसपर ध्यान नहीं देता। एक स्‍टडी के मुताबिक 10 से 20 फीसदी बच्‍चे पीका डिसऑर्डर से कभी न कभी ग्रसित होते हैं। अमेरिकी वेबसाइट पिडियाट्रिकऑनकॉल.कॉम के मुताबिक बच्चों को डाटने की बजाय डॉक्‍टर से सलाह लेनी चाहिए।पीका डिसऑर्डर को लेकर डॉक्‍टरों का मानना है कि बच्‍चे में खून की कमी होने के कारण वो मिट्टी खाते है। इसलिए बच्चों को सिर्फ दूध ना दें। बच्चों की खुराक में अनाज, दाल या सब्जियों की कमी होने से भी यह दिक्कत देखी जाती है। वक्त रहते मिट्टी खाने की आदत है नहीं छुड़वाई गई तो इसकी वजह से वो ऑटिज्‍म नामक बीमारी से भी ग्रसित हो सकते हैं। अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्‍नोलॉजी इनफॉर्मेशन की मानें तो पीका की वजह से बच्‍चों की रोजाना की गतिविधियों पर असर पड़ने लगता है।
  • ये बीमारी इसलिए पर नुकसानदायक है क्योंकि पीका का कोई इलाज नहीं है।
  • विशेषज्ञों की माने तो इस डिसऑर्डर के लिए आपको अपने न्‍यूट्रीशिनल से सलाह लीजिए।
  • बच्चों की खाने-पीने की आदतों में बदलाव करना चाहिए।
  • न्‍यूट्रीशिनल के साथ किसी मनोवैज्ञानिक से सलाह जरुर लें।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...