मंगलवार, 19 जनवरी 2021

चाणक्य नीति: पशु-पक्षियों से सीखने चाहिए 5 गुण

आचार्य चाणक्य को महान अर्थशास्त्री और शिक्षाविद माना जाता है। नीति शास्त्र में चाणक्य ने जीवन से जुड़े अहम पहलु जैसे तरक्की, विवाह, कारोबार, सेहत और परिवार आदि के बारे में भी बात की है। चाणक्य ने जीवन को आसान बनाने के लिए कई नीतियां बताई हैं। कहते हैं कि इन नीतियों को जो अपनाते हैं, उन्हें जीवन में अपार सफलता हासिल होती है। सफलता के रास्ते को आसान बनाने के लिए चाणक्य ने नीति शास्त्र में पशु-पक्षियों से सीखे जाने वाले गुणों का भी जिक्र किया है। जानिए पशु-पक्षियों के किन गुणों को हर व्यक्ति को जीवन में अपनाना चाहिए। 1. बगुला- चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को बगुले की तरह ही अपनी इंद्रियों पर संयम रखते हुए अपनी शक्ति या क्षमता के हिसाब से काम काम करना चाहिए। 2. मुर्गा- चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति को मुर्गे की तरह ही सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। रण में पीछे न हटते हुए हटकर मुकाबला करना चाहिए। परिवार या प्रियजनों में मिल बांट कर खाना चाहिए। मुर्गे की तरह ही इंसान को अपने बल पर भोजन को प्राप्त करना चाहिए। 3. कौआ– चाणक्य कहते हैं कि इंसान को कौए की भांति हर वक्त सतर्क और सावधान रहना चाहिए। इसके साथ ही समय-समय पर अपने लिए चीजें भी जुटाना चाहिए।

4. श्वान- चाणक्य के अनुसार, हर इंसान को कुत्ते से स्वामी भक्ति का गुण सीखना चाहिए। इसके साथ ही श्वान निद्रा लेनी चाहिए, ताकि आहट मिलते ही आपकी आंख खुल जाए।

5. शेर- चाणक्य नीति के अनुसार, हर व्यक्ति को शेर की भांति कोई भी काम पूरी शक्ति या ताकत से करना चाहिए। जिस तरह से शेर अपने शिकार पर पूरी ताकत से हमला करता है, चाहे वह छोटा पशु या पक्षी ही क्यों न हो। उसी तरह से व्यक्ति को अपने काम में सफलता पाने के लिए अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए।

आओ फिर से दीप जलाएं 'कविता'

आओ फिर से दीप जलाएँ...
भरी दुपहरी में अंधियारा,
सूरज परछाई से हारा।
अंतरतम का नेह निचोड़ें...
बुझी हुई बाती सुलगाएँ,
आओ फिर से दीप जलाएँ।

हम पड़ाव को समझे मंज़िल,
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल।
वतर्मान के मोहजाल में...
आने वाला कल न भुलाएँ,
आओ फिर से दीप जलाएँ।

आहुति बाकी, यज्ञ अधूरा,
अपनों के विघ्नों ने घेरा।
अंतिम जय का वज़्र बनाने...
पुनः दधीचि हड्डियां गलाएँ,
आओ फिर से दीप जलाएँ।
शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

ट्रैफिक सिग्नल में तीन रंगों का जानियें मतलब

बालोद। दोस्तो सिग्‍नल में लाल रंग का अपना एक खास महत्‍व है। लाल रंग की गति अन्‍य रंगों के मुकाबले सबसे तेज होती है। इस रंग को कितनी भी दूर से हम आसानी से देख सकते हैं। ट्रैफिक सिग्‍नल में लाल रंग का प्रयोग न केवल आपको रोकने के लिए किया जाता है बल्कि यह इस बात का भी संकेत देता है कि आपके आगे खतरा है। पिला रंग: दोस्तो पिला रंग आपको निर्देशित करता है आप तैयार हो जायें। ट्रैफिक सिग्‍नल पर जब पिले रंग की लाईट जलती है तो उसका मतलब यही होता है कि आप अपने वाहन के इंजन को स्‍टार्ट रखें और आप धीमे -धीमे आगे बढ़ सकते हैं। पिले रंग में आपको रुकना नहीं होता है लेकिन आप धीरे धीरे आगे बढ़ सकते है। हरा रंग: दोस्तो यह रंग खतरे के बिलकुल विपरीत होता है। जैसा कि लाल रंग का प्रयोग वाहनों को रोकने के लिए किया जाता है उसी प्रकार हरे रंग का प्रयोग वाहनों को आगे बढ़ने के लिए किया जाता है। हरे रंग का मतलब है कि रास्ता आपके लिए खाली है और आप आगे बढ़ सकते हैं। सावधान रहें सुरक्षित रहें।

बिग बॉस 14 में राखी के आने से एंटरटेनमेंट बढ़ा

मुंबई। ब‍िग बॉस 14 में राखी सावंत के आने से एंटरटेनमेंट बढ़ गया है। जहां एक ओर राखी का ड्रामा नजर आता है। वहीं वे शो में अभ‍िनव शुक्ला पर लट्टू भी नजर आती हैं। लेक‍िन शो में मस्ती-मजाक के बीच राखी सावंत ने अपनी शादीशुदा जिंदगी के कई राज से पर्दा भी उठाया है। सोमवार के एप‍िसोड में राखी ने एक और बड़ा खुलासा किया। राखी सोनाली फोगाट से अपने पति और जिंदगी के बारे में बात करती हैं। वे पति के बारे में बात करते हुए इमोशनल हो जाती हैं। इसी बीच राखी ने बताया क‍ि उन्होंने अपने एग्स फ्रीज करवा दिए हैं ताक‍ि आगे चलकर वे डोनर की मदद से मां बन सकती हैं। राखी कहती हैं- सालों हो गए, मेरी जिंदगी में अभी तक कोई नहीं आया। एक बॉयफ्रेंड था अभ‍िषेक। मैं अभ‍िनव और रुबीना के बीच में नहीं आना चाहती। उनकी जिंदगी खुशी से भरी रहे, बस मैं अभ‍िनव का एक कटोरी प्यार पाना चाहती हूं। मां बनने की बात पर राखी ने कहा- ''मैंने अपने एग्स संभाल कर रख लिए हैं।कोई सही डोनर मिल जाएगा तो मैं मां बन जाउंगी।सोनाली के साथ इस कन्वर्सेशन के बीच राखी इनडायरेक्टली अभ‍िनव के बारे में बात करते हुए कहती हैं ''इसकी पत्नी और फैमिली को बाहर जाकर पूछूंगी क‍ि अगर उन्हें कोई दिक्कत नहीं है तो डोनर बन जाए। फिर मैं मां बन सकती हूं।

आंदोलन पर बोले भूपेश, विरोध को दबाने का प्रयास

रायपुर। केंद्र सरकार के कृषि संबंधी कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (हृढ्ढ्र) के नोटिस से केंद्र सरकार पर राजनीतिक हमला तेज हो गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जब भी कहीं विरोध होता है भाजपा उसे बदनाम करने की कोशिश करती है। लेकिन इस बार सामने किसान हैं, वे डरेंगे नहीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश भाजपा के प्रस्तावित आंदोलन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्चछ्वक्क की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी हंटर मार रही हैं, इसलिए यहां के भाजपा नेता आंदोलन कर रहे हैं। हकीकत यह है कि भाजपा के पास छत्तीसगढ़ में कोई मुद्दा नहीं बचा है। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा प्रदेश के 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने के लिए आंदोलन करे तो अच्छा है। उन्होंने पूछा कि भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि क्या वे अपना धान खुली मंडियों में बेचना चाहते थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर पुलवामा हमले को लेकर केन्द्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस महत्वपूर्ण मामले की जांच सिटिंग जज की देखरेख में होनी चाहिए। दरअसल सीएम भूपेश ने अर्णब गोस्वामी के चैट के सामने आने के मामले में कहा कि देश की सुरक्षा के लिए यह बेहद खतरनाक है। इतनी गोपनीय जानकारी किसी पत्रकार को कैसे हो गई? अगर यह सच है तो इस मामले की जांच होनी चाहिए। इस मामले में तो एनआईए औैर न्यायालय को स्वत: संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए।

सीएम पुरंदेश्वरी की सक्रियता से परेशान : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह सिंह ने कहा कि पुरंदेश्वरी की सक्रियता से सीएम बघेल को तकलीफ हो रही है। प्रदेश में अगर किसानों को समस्याएं नहीं है, तो 255 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या क्यों की है? किसानों को रूला-रूला कर धान खरीदी करने का क्या मतलब है? दूसरी ओर पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पुरंदेश्वरी की सक्रियता से कांग्रेस परेशान हो उठी है। भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है। हमें दो साल विपक्ष में हुए हैं और हम जनता के साथ खड़े हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को बोलने से पहले सोच लेना चाहिए कि वह क्या कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम लोगों को समझ जाना चाहिए कि मंडियां चालू रहेंगी, सपोर्ट प्राइज में फसल खरीदी जाएगी, केंद्र सरकार सब की मांगों को लेकर सहमत है। इस कानून के विरोध में हरियाणा-पंजाब के कुछ सीमित लोग ही हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जो तीन कानून लाई है वह कांग्रेस भी लाना चाहती थी।

अयोध्या: श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा समाप्त

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा अब समाप्त हो गई है। श्रीराम जन्मभूमि पर नींव की खोदाई के साथ ही रामलला का भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण आरंभ हो गया है। जन्मभूमि के नीचे की मिट्टी जांच, भूमि के समतलीकरण और नींव की डिजाइन पर चर्चा की खबरें लगातार आ रही थी, लेकिन अब वहां नींव की खोदाई शुरू हो गई है। इसके साथ राममंदिर निर्माण की तिथि को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सोमवार को यह बात नई दिल्ली में सार्वजनिक की। एक न्यूज चैनल से वार्ता में उन्होंने यह भी बताया कि फरवरी से पत्थरों को लगाने का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि की सतह के नीचे की मिट्टी की जांच तीन बार कराई गई ताकि कोई चूक न होने पाए। विशेषज्ञों ने गंभीर मंथन के बाद नींव की श्रेष्ठतम डिजाइन तैयार की है। इस पर ट्रस्ट ने मुहर लगा दी है। अब इसी के अनुरूप नींव की खोदाई प्रारंभ हो गई है।फरवरी से 39 माह की अवधि में पूरा होगा निर्माण : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने स्पष्ट किया कि फरवरी से 39 माह की अवधि में मंदिर का निर्माण पूरा किए जाने का लक्ष्य है। 39 माह में मंदिर निर्माण पूर्ण होने का लक्ष्य गत वर्ष पांच अगस्त से तय किया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था।

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सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...