बुधवार, 30 दिसंबर 2020

आंदोलन: प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च किया गया स्थगित

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने बुधवार को सरकार के साथ होने वाली बातचीत के मद्देनजर अपना प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च बृहस्पतिवार तक स्थगित कर दिया है। इससे पहले, 40 किसान संगठनों के समूह ’संयुक्त किसान मोर्चा’ ने घोषणा की थी, कि 30 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर से कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) राजमार्ग तक ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया, ‘सरकार के साथ बातचीत को देखते हुए हमने ट्रैक्टर मार्च टालने का फैसला किया है। अब किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ ये मार्च 31 दिसंबर को निकालेंगे।’ उन्होंने कहा कि किसान नेता बुधवार को सरकार के साथ बातचीत करेंगे, ऐसे में किसान संगठनों ने यह मार्च स्थगित करने का फैसला किया। वहीं गाज़ियाबाद में यूपी गेट पर किसानों ने एक महापंचायत करने का फैसला किया है। इस महा पंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब से भारी संख्या में किसानों के भाग लेने की संभावना है। जिला प्रशासन ने पंचायत के मद्देनजर सुरक्षा प्रबंध बढ़ा दिए हैं और पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम मौके पर तैनात रहेगी।

एक हजार करोड़ से ज्यादा का प्रोजेक्ट बनी समस्या

श्रीराम मौर्य   
देहरादून। पिथौरागढ- टनकपुर के बीच बन रहा आँलवेदर रोड सवालों के घेरे में आ गया है। किसी भी मौसम में बंद नहीं होने के दावे के साथ शुरू किया गया। एक हजार करोड़ से अधिक का यह प्रोजेक्ट यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। सामाजिक कार्यकर्ता हरपाल राणा द्वारा मांगी गयी सूचना के आधार पर सरकारी आंकड़े बता रहे हैं, कि महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की यह सड़क मलवा आने से वर्ष भर मैं 182 बार बंद हुई। मार्ग बंद होने से कई बार यात्रियों की 18-18 घंटे तक फजीहत हुई। यह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र है। क्योंकि सीमांत पिथौरागढ से चीन और नेपाल की सीमा लगी है।चम्पावत से 'मीडिया4सिटीजन' के संवाददाता अर्जुन सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सामरिक महत्व को देखते हुए केन्द्र ने टनकपुर- पिथौरागढ हाईवे को आँलवेदर रोड में तब्दील करने की मंजूरी वर्ष 2016 में दी थी। वर्ष 2017 में पहाड़ियों को काटकर निर्माण शुरू हुआ। आशा थी कि पिथौरागढ और चम्पावत जिलों को राहत मिलेगी लेकिन हालत जस के तस हैं। चम्पावत जिला आपदा कंट्रोल रूम के आंकड़े बताते हैं कि इसी साल जनवरी से अब तक मार्ग 182 बार बंद हो चूका है।कई बार तो यह दो तीन दिन तक बंद रहा है। टनकपुर-पिथौरागढ तक150 किलोमीटर राजमार्ग को आँलवेदर रोड में तब्दील करने केलिए लगभग 1078 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी। मार्ग निर्माण के वक्त दावा था कि निर्माण पूरा होने के बाद टनकपुर से पिथौरागढ महज चार से पांच घंटे में पहुँचा जा सकेगा लेकिन अब इस रोड पर खतरा पहले से अधिक बढ़ गया है। आँलवेदर रोड की चौड़ाई 36 फीट रखी गयी। मकसद था कि पहाडी से मलवा भी आ जाए तो सड़क का काफी हिस्सा चलने लायक रहेगा जिसमें रुकावट नहीं आएगी।राजमार्ग पर दरकते पहाड़ हाईवे के पूरे हिस्से पर भारी पड़ रहे हैं। चम्पावत, स्वाला औरअमोडी के आसपास तैयार आँलवेदर रोड भी जमीदोज हो चुका है। परियोजना में पहले से कमजोर घोषित पहाड़ों का राँक ट्रीटमेट भी शामिल था। चम्पावत जिले में 12 से अधिक स्थानों पर राँक ट्रीटमेंट किया गया है। इसके तहत पहाडियों से भीतर तक ड्रिल करा कर मोटे सरिया डाले गए हैं। इनको एक जाल से बाँधा गया है। जाल के ऊपर से चटाईनुमा चादर डाली गई है लेकिन फिर भी कुछेक स्थानों पर पहाडी दरकी है।

भारतीय किसान मजदूर संघ ने किया धरना-प्रदर्शन

कौशांबी। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सिराथू तहसील के काशिया पश्चिम में भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के नेताओं ने धरना प्रदर्शन कर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए व्यवस्था सुधारे जाने की मांग की है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र पांडेय ने कहा कि किसानों को समय पर बिजली की आपूर्ति नहीं दी जाती है। जिससे किसानों की फसलों की सिंचाई बाधित हो जाती है।उन्होंने कहा कि नहरों में समय से पानी नहीं छोड़ा जाता है। जिससे फसलों की सिंचाई में किसानों की दिक्कतें होती हैं। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नरेंद्र पांडेय ने कहा कि आवारा पशु खेत की फसलों को नष्ट कर रहे हैं। इन पर रोक लगाने का प्रयास सरकार और उनके नुमाइंदों द्वारा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए वरना भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के पदाधिकारी अधिकारियों की नींद उड़ा देंगे।
इस मौके पर राजवीर सिंह मुंडेथ, राष्ट्रीय अध्यक्ष,जिला सचिव आफत हसन,मन्नू हासमी, राष्ट्रीय महा सचिव, ब्रजकिशोर, प्रदेश अध्यक्ष,नरेंद्र पांडेय ,बुदुल उर्फ शिव कुमार सरोज युवा जिला अध्यक्ष, महिला जिला अध्यक्ष प्रिया त्रिपाठी तंब्बा, मंजू,देवी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
अजीत कुशवाहा

स्विफ्ट कार को डीसीएम ने बगल से साइड मारी

कौशांबी। सिराथू तहसील के चाकवन चौराहे पर एक  स्विफ्ट कार को डीसीएम गाड़ी ने बगल से साइड मार दी। जिससे कार सवार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल चालक कानपुर की तरफ से प्रयागराज के रावत पुर का निवासी बताया जा रहा है। जो, कि अपनी गाड़ी को संजू 35 वर्ष पुत्र विश्वनाथ प्रजापति, स्वयं ही चलाता हैं। सूचना पर थाना प्रभारी कोखराज प्रदीप राय ने पहुँच कर घायल को मूरतगंज पी एच सी भेजा, व परिजनों को जानकारी दी।
अजीत कुशवाहा

चौथी बार सपा व्यापार सभा के अध्यक्ष चुने गए

कौशाम्बी। समाजवादी व्यापार सभा के चौथी बार संतोष केसरवानी को नगर अध्यक्ष घोषित किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है और संतोष केसरवानी के अध्यक्ष बनाए जाने पर लोगों ने मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर संतोष केसरवानी के निष्ठा पर लोगों ने विश्वास जताया है। भरवारी कस्बा निवासी संतोष केशरवानी को समाजवादी पार्टी व्यापार सभा का चौथी बार अध्यक्ष बनाकर उनके कार्यशैली पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने विश्वास जताया है। इस बात की जानकारी होने पर अध्यक्ष व्यापार सभा संतोष केशरवानी सहित उनके चाहने वालो ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का आभार व्यक्त किया है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई इस अवसर पर वरिष्ठ समाजवादी पूर्व विधान सभा प्रत्याशी सिराथू कैलाश केशरवानी, प्रेम नारायण कलेक्टर, अंकित यादव, हर्षित नागा, मेहबूब आलम, उर्फ सज्जू, विपिन, शिव बाबू फर्नीचर तथा राजेश केशरवानी आदि लोग मौजूद थे।
राजू सक्सेना

हरियाणा एमएलए हॉस्टल में इंचार्ज का बड़ा खेल

राणा ओबराय
चंडीगढ। हरियाणा एमएलए होस्टल चंडीगढ के इंचार्ज अधिकारी अवर सचिव मुकेश गुप्ता ने अपने कनिष्ठ अधिकारियों पर इस तरह से प्रभाव जमा रखा है, कि मौके के अधिकारी अपनी मर्जी से किसी भी विधायक को कमरा अलॉट नही कर सकते है। एमएलए होस्टल में गई न्यूज की टीम को यह नजारा देखने को मिला। 
मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा में कार्यरत अवर सचिव मुकेश गुप्ता को एमएलए होस्टल का इंचार्ज अधिकारी बना रखा है और यह भी अधिकार दे रखा है, कि यदि किसी एमएलए को होस्टल में कमरा अपने नाम या परिचित के नाम करवाना है। तो वह इंचार्ज अधिकारी मुकेश गुप्ता से सम्पर्क करें। 
मिली जानकारी के अनुसार अवर सचिव मुकेश गुप्ता लगभग चार दिन की छुट्टी पर है। शायद जब कोई कर्मचारी या अधिकारी छुट्टी पर होता है तो सरकारी कामकाज में दखलंदाजी नही कर सकता है? परन्तु आज हमने देखा कि एमएलए होस्टल का रिसेप्शन ऑफिसर अपनी मर्जी से किसी भी एमएलए को कमरा अलॉट नही कर पा रहा था। जब हमने रिसेप्शन अधिकारी चन्द्र शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि अवर सचिव मुकेश गुप्ता लगभग चार दिन की छुट्टी पर है। छुट्टी पर होने के बावजूद भी कमरे बुक करने या न करने का आदेश उन्ही के चल रहे हैं। जब हमने चन्द्र शर्मा से पूछा की क्या कोई अधिकारी छुट्टी पर होने के बावजूद सरकारी काम में दखलंदाजी कर सकता है क्या! तो उन्होंने बताया कानूनी रूप से तो नही कर सकता पर यहां ऐसा हो रहा है। इसका मतलब तो यह निकला होस्टल में अवरसचिव मुकेश गुप्ता ने ज्यादा प्रभाव जमा रखा है? क्या किसी अवरसचिव स्तर के क्लासवन अधिकारी को रोजाना पांच बजे डयूटी खत्म होने के बाद भी कई कई घण्टे एमएलए होस्टल में बैठे रहना चाहिये!यह सरकार के आदेश है या कोई व्यक्तिगत कारण है?
हमारा स्पीकर हरियाणा से सवाल यह है कि (1) क्या किसी अवरसचिव स्तर के जिम्मेदार क्लास वन अधिकारी को छुट्टी पर होंने के बावजूद सरकारी काम मे दखलंदाजी करनी चाहिए। (2) क्या हरियाणा स्पीकर होस्टल के स्वागत/ रिसेप्शन अधिकारी अधिकारी के कार्य से खुश नही है। (3) क्या हरियाणा स्पीकर का कोई ऐसा लिखित में आदेश है कि कई दिनों की छुट्टी पर होने के बावजूद भी अवर सचिव कनिष्ठ अधिकारी को आदेश देते रहेंगे? इसमें कोई शक नही हरियाणा स्पीकर ईमानदार है औऱ स्वच्छ प्रशासन चाहते हैं। परन्तु विधानसभा अध्यक्ष यह कभी नही चाहेंगे कि कोई अधिकारी अपनी मनमानी चलाये?

राहुल को पार्टी की विरासत, समझने की दरकार

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। अब तो यह तय है, कि कांग्रेस ने ठान लिया है, कि 'बरउं संभु न त रहौं कुआरी' अर्थात कांग्रेस नेता बनाएगी तो राहुल गांधी को ही अन्यथा कार्यकारी अध्यक्ष से ही काम चलता रहेगा। कांग्रेस जैसी गरिमामयी राजनीतिक पार्टी के 136 साल बीत चुके हैं। और अभी 28 दिसम्बर को उसका स्थापना दिवस मनाया गया। युवराज राहुल गांधी को इस पार्टी की बिरासत में समझना चाहिए। राहुल अगर इसको महत्व देते तो स्थापना दिवस से पहले विदेश यात्रा पर नहीं जाते। स्थापना दिवस से एक दिन पहले ही राहुल गांधी का विदेश यात्रा पर जाना यही संकेत देता है। कि राहुल पार्टी को अपने निजी स्वार्थ से ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। इसके बावजूद वे उन नरेन्द्र मोदी से मुकाबला कर रहे हैं। जो अपनी पार्टी भाजपा को मां की तरह सम्मान देते हैं। इसलिए राहुल गांधी की स्थापना दिवस से पहले विदेश यात्रा का विपक्षी दल उपहास उड़ा रहे हैं। तो उसे अनुचित नहीं कहा जा सकता।
देश में कृषि कानून के मसले पर चल रहे आंदोलन और कांग्रेस के स्थापना दिवस (28 दिसम्बर) के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विदेश दौरे पर गए हैं। विवाद होने के बाद कांग्रेस की ओर से इस यात्रा की पुष्टि भी कर दी गई, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी को फिर एक बार कांग्रेस को आड़े हाथों लेने का मौका मिल गया है। बीजेपी के हमलों के बीच कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है। कि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं। बल्कि सोनिया गांधी हैं।भाजपा सांसद जनरल वीके सिंह ने राहुल की यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल को बधाई, यहां कांग्रेस स्थापना दिवस मना रही है। और राहुल विदेश में आराम कर रहे है। शायद बहुत थक गए हैं। कांग्रेस का हाल ये है। कि जो समझदार है उसे बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जनरल वीके सिंह ने कहा कि यूपीए का नेतृत्व कोई भी करे चाहे शरद पवार करें, कपिल सिब्बल करें आज कांग्रेस का क्या हाल है सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की हालत उस बच्चे की तरह है। जो पहले एक खिलौना मांगता है और जब वो मिल जाता है तो कहता है। ये नहीं दूसरा चाहिए। वीके सिंह से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भी तंज कसा था। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस इधर अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है। और राहुल जी '9 2 11' हो गये।
बीजेपी की ओर से लगातार किए जा रहे हमले के बीच कांग्रेस अब सफाई देने में जुट गई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी एक निजी यात्रा पर गए हैं। उनकी नानी की तबीयत ठीक नहीं है। ऐसे में बीजेपी को इस पर सवाल नहीं खड़े करने चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी अभी पार्टी अध्यक्ष नहीं हैं। सोनिया गांधी हैं। पार्टी राहुल को जो भी जिम्मेदारी देती है। वो उसका वहन करते हैं। रणदीप सुरजेवाला के अलावा केसी वेणुगोपाल ने भी बीजेपी द्वारा उठाए गए सवालों पर निशाना साधा। जबकि पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर जब महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुख्यालय पहुंचीं। तो उनसे भी राहुल गांधी को लेकर सवाल हुआ। हालांकि, प्रियंका ने कोई जवाब नहीं दिया। कुछ दिनों पूर्व ही राहुल गांधी के इटली जाने की खबर सामने आई थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर काफी विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद ही कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल की विदेश यात्रा की खबर की पुष्टि की गई थी। विदेश दौरे पर रहते हुए भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के स्थापना दिवस पर बधाई दी। राहुल गांधी संक्षिप्त निजी यात्रा पर विदेश रवाना हुए। हालांकि, कांग्रेस ने यह नहीं बताया कि राहुल गांधी कहां गए हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पुष्टि की है कि राहुल कुछ दिनों तक बाहर रहेंगे। उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी संक्षिप्त व्यक्तिगत यात्रा के लिए विदेश रवाना हुए हैं। और वह कुछ दिनों तक बाहर रहेंगे। यह पूछे जाने पर कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख कहां गए हैं। सुरजेवाला ने कोई खुलासा नहीं किया। इस बीच सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी सुबह कतर एयरवेज की उड़ान से इटली के मिलान रवाना हुए हैं। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस, जो काँग्रेस के नाम से प्रख्यात है। भारत के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं। जिन में अन्य भारतीय जनता पार्टी हैं। काँग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में 28 दिसंबर 1885 में हुई थी। इसके संस्थापकों में ए0 ओ0 ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। 19वीं सदी के आखिर में और शुरूआत से लेकर मध्य 20वीं सदी में, काँग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने 1.5 करोड़ से अधिक सदस्यों और 7 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी। सन् 1947 में आजादी के बाद, काँग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आजादी से लेकर 2014 तक, 16 आम चुनावों में से, काँग्रेस ने 6 में पूर्ण बहुमत जीता है। और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया। अत कुल 49 वर्षों तक वह केन्द्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, काँग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैंय पहले जवाहरलाल नेहरू (1947-1965) थे। और हाल ही में मनमोहन सिंह (2004-2014) थे। 2014 के आम चुनाव में, काँग्रेस ने आजादी से अब तक का सबसे खराब आम चुनावी प्रदर्शन किया और 543 सदस्यीय लोक सभा में केवल 44 सीट जीती। तब से लेकर अब तक कोंग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की स्थापना 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति के साथ 28 दिसम्बर 1885 को बॉम्बे के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी। इसके संस्थापक महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) ए ओ ह्यूम थे। जिन्होंने कलकत्ते के व्योमेश चन्द्र बनर्जी को अध्यक्ष नियुक्त किया था। अपने शुरुआती दिनों में काँग्रेस का दृष्टिकोण एक कुलीन वर्ग की संस्था का था। इसके शुरुआती सदस्य मुख्य रूप से बॉम्बे और मद्रास प्रेसीडेंसी से लिये गये थे। काँग्रेस में स्वराज का लक्ष्य सबसे पहले बाल गंगाधर तिलक ने अपनाया था। 1907 में काँग्रेस में दो दल बन चुके थे। गरम दल एवं नरम दल। गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय एवं बिपिन चंद्र पाल (जिन्हें लाल-बाल-पाल भी कहा जाता है) कर रहे थे। नरम दल का नेतृत्व गोपाल कृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता एवं दादा भाई नौरोजी कर रहे थे। गरम दल पूर्ण स्वराज की माँग कर रहा था। परन्तु नरम दल ब्रिटिश राज में स्वशासन चाहता था। प्रथम विश्व युद्ध के छिड़ने के बाद सन् 1916 की लखनऊ बैठक में दोनों दल फिर एक हो गये और होम रूल आंदोलन की शुरुआत हुई जिसके तहत ब्रिटिश राज में भारत के लिये अधिराजकीय पद (अर्थात डोमिनियन स्टेट्स) की माँग की गयी।परन्तु 1915 में गाँधी जी के भारत आगमन के साथ काँग्रेस में बहुत बड़ा बदलाव आया। चम्पारन एवं खेड़ा में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को जन समर्थन से अपनी पहली सफलता मिली। 1919 में जालियाँवाला बाग हत्याकांड के पश्चात गान्धी काँग्रेस के महासचिव बने। उनके मार्गदर्शन में काँग्रेस कुलीन वर्गीय संस्था से बदलकर एक जनसमुदाय संस्था बन गयी। तत्पश्चात् राष्ट्रीय नेताओं की एक नयी पीढ़ी आयी जिसमें सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद, महादेव देसाई एवं सुभाष चंद्र बोस आदि शामिल थे। गाँधी के नेतृत्व में प्रदेश काँग्रेस कमेटियों का निर्माण हुआ, काँग्रेस में सभी पदों के लिये चुनाव की शुरुआत हुई एवं कार्यवाहियों के लिये भारतीय भाषाओं का प्रयोग शुरू हुआ। काँग्रेस ने कई प्रान्तों में सामाजिक समस्याओं को हटाने के प्रयत्न किये जिनमें छुआछूत,पर्दा प्रथा एवं मद्यपान आदि शामिल थे। 1947 में भारत की स्वतन्त्रता के बाद से भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस भारत के मुख्य राजनैतिक दलों में से एक रही है। इस दल के कई प्रमुख नेता भारत के प्रधानमन्त्री रह चुके हैं। जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, नेहरू की पुत्री इन्दिरा गांधी एवं उनके नाती राजीव गांधी इसी दल से थे। राजीव गांधी के बाद सीताराम केसरी काँग्रेस के अध्यक्ष बने जिन्हे सोनिया गांधी के समर्थकों ने निकाला तथा सोनिया को हाईकमान बनाया, राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी काँग्रेस की अध्यक्ष तथा यूपीए की चेयरपर्सन भी रह चुकी हैं।

मुंबई: अभिनेत्री सारा ने अपनी अलग पहचान बनाई

सारा अली खान की है अलग पहचान 

मुंबई। अभिनेत्री सारा अली खान स्टारडम की चाहत नहीं रखती है। सैफ अली खान और अमृता सिंह की पुत्री सारा अली खान ने महज दो साल में अपनी अलग पहचान बना ली है। सारा इंडस्ट्री के तौर-तरीकों से बचपन से ही वाकिफ हैं। हालांकि वह खुद स्टारडम में यकीन नहीं रखती हैं। सारा ने कहा मुझे स्टारडम की चाहत नहीं है। अभी तक मैंने फैंस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। स्टार शब्द का उपयोग नहीं किया है। मैं इन सभी चीजों पर यकीन नहीं रखती हूँ क्योंकि हर शुक्रवार को यहां सितारों की तकदीरें बदलती रहती हैं।
मेरे ख्याल से एक आपकी नीयत ही ऐसी चीज है। जो मायने रखती है। आपकी जो नीयत होती है वो मैटर करता है और कहीं न कहीं जो आपकी शिद्दत, पैशन और जुनून होता है। वो मैटर करता है। इनके अलावा सारी चीजें बदलती रहती है और बदलती रहेंगी।

पूर्व आईएएस अफसरों ने सीएम को लिखा पत्र

सैकड़ों पूर्व आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, ‘ यूपी घृणा की राजनीति का केंद्र बन गया है।
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। 104 पूर्व आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है। कि विवादास्पद धर्मांतरण विरोधी अध्यादेश ने राज्य को घृणा विभाजन और कट्टरता की राजनीति के केंद्र बना दिया है। 
उत्तर प्रदेश सरकार  को  पत्र लिखने वालों में पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार टीकेए नायर  भी शामिल हैं।
पत्र के माध्यम से उनलोगों ने मांग की है। कि अवैध अध्यादेश को वापस ले लिया जाए, हस्ताक्षरकर्ताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सहित सभी राजनेताओं को संविधान के बारे में अपने आप को फिर से शिक्षित करने की जरूरत है। जिसे आपने बरकरार रखने के लिए शपथ ली है। मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र के अनुसार, यूपी, जिसे कभी गंगा-जमुनी तहजीब को लेकर जाना जाता था।  वो अब घृणा विभाजन और कट्टरता की राजनीति का केंद्र बन गया है। और शासन की संस्थाएं अब सांप्रदायिक जहर में डूबी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में युवा भारतीयों के खिलाफ आपके प्रशासन द्वारा किए गए जघन्य अत्याचारों की एक श्रृंखला तैयार हो गयी है। जो भारतीय बस एक स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक के रूप में अपना जीवन जीना चाहते हैं।
पत्र में कई मामलों का जिक्र किया गया है। जिसमें इस महीने के शुरू में यूपी के मुरादाबाद में हुए मामले का जिक्र किया गया था। जिसमें अल्पसंख्यकों को कथित रूप से बजरंग दल द्वारा कथित रूप से दोषी ठहराया गया था। पत्र में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के हवाले से लिखा गया है। यह अक्षम्य है कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और उत्पीड़ित दंपत्ति से पूछताछ करती रही। जिसके बाद महिला का गर्भपात हो गया था।
पिछले हफ्ते यूपी के बिजनौर में दो किशोरों को पीटा गया था। परेशान किया गया और एक पुलिस स्टेशन में ले जाया गया जहां लव जिहाद का मामला दर्ज किया गया एक किशोर को 16 साल की हिंदू लड़की को जबरन शादी करने की कोशिश करने के आरोप में एक हफ्ते से अधिक समय से जेल में रखा गया था। हालांकि लड़की और उसकी मां दोनों द्वारा आरोप को गलत बताया जा रहा था।
साथ ही पत्र में लिखा गया है। कि ये अत्याचार, कानून के शासन के लिए समर्पित भारतीयों के आक्रोश की परवाह किए बिना, जारी हैं। धर्मांतरण विरोधी अध्यादेश का उपयोग एक छड़ी के रूप में किया जा रहा है। विशेष रूप से उन भारतीय पुरुषों को पीड़ित करने के लिए जो मुस्लिम हैं। और महिलाएं हैं जो अपनी स्वतंत्रता का प्रयोग करने की हिम्मत रखते हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी पिछले सप्ताह यही बात कहा था।  एक अंतरजातीय दंपति को फिर से मिलाने के लिए। कोर्ट ने कहा था कि महिला एक वयस्क है। और उसे अपनी शर्तों पर जीवन जीने का अधिकार है।
हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा है। कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय सहित विभिन्न उच्च न्यायालयों ने इस बात पर फैसला सुनाया है। कि किसी के जीवनसाथी का चयन करना एक मौलिक अधिकार है। जिसकी गारंटी संविधान के तहत यूपी राज्य को है।अध्यादेश तथाकथित लव जिहाद अपराधों को टार्गेट करता है। जो कि दक्षिणपंथी साजिश सिद्धांत का दिया गया नाम है। जिसके तहत मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को अपने धर्म में परिवर्तित करने के लिए बहकाते हैं।

किसानों की वार्ता पर टिकी पूरें देश की निगाहें

सरकार और किसानों की वार्ता पर टिकी है पूरे देश की निगाहें
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। किसानों और सरकार के बीच आज होने वाली बातचीत पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। किसानों ने सरकार को अपने एजेंडे की याद दिला दी है। जिसमें वो तीनों कृषि कानूनों के साथ ही बिजली से जुड़े एक कानून को वापस करने की मांग पर अड़े हैं। देेश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को चलते हुए लगभग एक माह से भी अधिक का समय हो चुका है। इस दौरान सरकार की किसानों के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन दोनों पक्षों के अपनी बातों पर अडे रहने से अब तक हुई बातचीत का कोई नतीजा हाथ नही आया हैं। किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की केंद्र सरकार के साथ अगले दौर की बातचीत आज राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर दो बजे होगी। जिसके नतीजों को लेकर सरकार और किसानों नेे अपने-अपने कयास भी लगाने शुरू कर दिये है। वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोमप्रकाश ने कहा हैं। कि हमें उम्मीद है। कि वार्ता निर्णायक होगी। किसानों से एमएसपी सहित अन्य सभी मुद्दों पर खुले दिल से बात की जाएगी।
मुझे उम्मीद है। कि किसानों का आंदोलन आज समाप्त हो रहा है। हालांकि, इस वार्ता के नतीजों को लेकर संशय है। क्योंकि किसान संगठन इन कानूनों को वापस लिए जाने से कम पर कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं। दूसरी तरफ सरकार पहले की कह चुकी है। कि कृषि कानूनों में संशोधन तो हो सकता है। लेकिन उन्हें रदद नहीं किया जाएगा। उधर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ धरनें पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा है। कि देश में मजबूत विपक्ष होना जरूरी है। जिससे की सरकार को डर हो, लेकिन यहां विपक्ष का वजूद नहीं है। इसी कारण किसानों को सड़कों पर आना पड़ा। विपक्ष को अपने टेंट में बैठने के बजाए कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करना चाहिए। अब यह देखना होगा कि दोपहर 2 बजे की बैठक के बाद क्या नतीजे निकलते हैं।

बस-पिकअप की टक्कर में 2 श्रद्धालुओं की मौत

बस और पिकअप टक्कर में दो श्रद्धालुओं की मौत 17 घायल

कासगंज। उत्तर प्रदेश में कासगंज के सोरो इलाके में पिकअप और राज्य परिवहन निगम की बस के बीच बुधवार हुई टक्कर में दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई तथा 17 अन्य घायल हो गये। पुलिस ने यहां कहा कि श्रद्धालु सोरों से गंगा स्नान कर लौट रहे थे। सोरों के आगरा बरेली राजमार्ग पर मल्लाह नगर के पास यह हादसा हुआ। घायलों को कासगंज के अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सभी श्रद्धालु मैनपुरी के रहने वाले हैं। दोनो मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।

छत्तीसगढ़ में 16 आईपीएस का हुआ तबादला

छत्तीसगढ़ में 16 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला, गृह विभाग ने जारी किया आदेश 

रायपुर। राज्य सरकार ने 6 आईपीएस अफसरों का तबादला किया है। जारी सूची में दीपांशु विजय काबरा टी.आर.पैकरा, रतन लाला डांगी, आर.पी.साय, संजीव शुक्ल और विनीत खन्ना का नाम शामिल है। इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किया है।

ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को यूके में मिली मंजूरी

ऑक्सफोर्ड की कोविड-19 ऑक्सफोर्ड की स्टार जॉन्स वैक्सीन को यूके में मिली मंजूरी, अगला नंबर भारत का? 

लंदन। यूनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों में ही ब्रिटेन के लोगों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की खुराक लगनी शुरू हो जाएगी ब्रिटेन की मंजूरी के बाद भारत में उम्मीदें बढ़ गई है। क्योंकि यहां इस्तेमाल के लिए अप्रूवल की लाइन में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन सबसे आगे खड़ी है।

सीजी: सीएम भूपेश का दो दिवसीय दौरा कार्यक्रम

सीएम भूपेश बघेल का 2 दिवसीय दौरा कार्यक्रम
रायपुर। सीएम भूपेश बघेल 2 जनवरी को रायगढ़ जिले के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान सीएम बघेल रायगढ़ में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर के दौरे पर रहेंगे। 3 जनवरी को सीएम बघेल बिलासपुर में विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। आयोजित आम सभा को मुख्यमंत्री संबोधित करेंगे। अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान सीएम गौठान और अंग्रेजी माध्यम स्कूल का भी निरीक्षण करेंगे।

मुंबई: लाल निशान में बीएसई, सेंसेक्स 151 अंक टूटा

रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुलने के बाद लाल निशान में बीएसई, सेंसेक्स 151 अंक टूटा

मुंबई। बीएसई इन दिनों लगातार रिकॉर्ड बनाते दिख रहा है। बुधवार को बाजार में खुलते समय भारी उछाल देखा गया लेकिन थोड़ी ही देर में बाजार लाल निशान पर पहुंच गया। इससे निवेशकों भारी चिंता के भाव साफ देखे जा सकते हैं। सेंसेक्स 176 अंकों की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई 47,789 पर और निफ्टी 48 अंकों की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई 13,980.90 पर खुला।
हालांकि थोड़ी ही देर में बाजार सपाट हो गया और सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में आ गये। अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले-जुले संकेतों की वजह से शेयर बाजार सपाट हो गया।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स बढ़ते हुए 47,807.85 की नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 13,982.90 के स्तर तक पहुंचा। इसी तरह गिरते हुए सेंसेक्स 151 अंक टूटकर 47,462.03 तक और निफ्टी 13,886.75 तक पहुंचा।
इन शेयरों में आयी तेजी
निफ्टी में शुरूआती कारोबार में करीब 886 शेयरों में तेजी और 343 शेयरों में गिरावट आयी। पीएसयू बैंक इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आयी। निफ्टी पर बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में यूपीएल, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, कोटक महिंद्रा बैंक और आयशर मोटर्स शामिल।

सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर, अभियान

जम्मू कश्मीर: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर, सर्च अभियान जारी

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के बाहरी इलाके में मंगलवार शाम से जारी मुठभेड़ में बुधवार को तीन आतंकवादी मारे गये तथा सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर उमराबाद लवायपोरा के समीप अभियान छेड़ा था।
सुरक्षा बल के जवान लक्षित इलाके की ओर बढ़ रहे थे, तभी एक मकान में छुपे आतंकवादियों ने स्वाचालित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलायीं। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक मुठभेड़ चलती रही। उन्होंने बताया कि अंधेरे और ठंड के कारण अभियान रोक दिया गया। सुरक्षा बलों ने कड़े गश्त और आतंकवादियों के भागने के प्रयास को विफल करने के लिए लक्षित मकान के आसपास लाइटें लगवायीं।
आज सुबह हाेने पर अभियान तेज कर दिया गया। करीब सात बजे तक दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई। इसी दौरान सुरक्षा बलों ने मकान में मोर्टार से गोले दागे, जहां आतंकवादी छुपे हुए थे। इसके बाद आतंकवादियों की ओर से गोलियां चलनी बंद हो जाने पर सुरक्षा बल के जवान मकान के भीतर घुसे। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये हैं। मृत आतंकवादियों की शिनाख्ती का प्रयास किया जा रहा है।
अंतिम रिपोर्ट मिलने तक अभियान जारी था। कानून एवं व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिए समीप के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इलाके के निवासियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से सुरक्षा बलों ने लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी, जिससे काफी संख्या में लोग अपने घरों से नहीं निकल सके।
दिल का दौरा पड़ने से सीआरपीएफ के जवान की मौत
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलवामा में आज सुबह सीआरपीएफ के एक जवान को दिल का दौरा पड़ा। उसे तुरंत पुलवामा के जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सिकों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। जवान की पहचान विनोद कुमार के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि विनोद कुमार मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। वह सीआरपीएफ की 183 बटालियन में तैनात था।

लगभग डेढ़ करोड़ मोबाइल उपभोक्ता प्रभावित

पंजाब में दूरसंचार टावरों में तोड़फोड़ से डेढ़ करोड़ मोबाइल उपभोक्ता प्रभावित
हरिओम उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के दौरान दूरसंचार टावरों में बड़ी संख्या में तोड़फोड़ से संपर्क सेवाओं पर बुरा असर पड़ा है। और करीब डेढ़ करोड़ उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं। तथा कोरोना के संकट में घर से पढ़ाई कर रहे छात्र और वर्क टू होम पेशेवर सबसे अधिक कठिनाई में हैं।
किसानों के प्रदर्शन का आज 35 वां दिन है। आज सरकार से भी सातवें दौर की बातचीत होनी है। इन सबके बीच हर गुजरते दिन के साथ आंदोलन के उग्र होने का प्रभाव नजर आने लगा है। पहले रेल और सड़कें रोकी जा रही थीं। किंतु अब धीरे-धीरे तोड़फोड़ की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार पंजाब में 3.9 करोड़ मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले लोग हैं। इनमें रिलायंस जियो के अनुसार करीब डेढ़ करोड़ उसके उपभोक्ता हैं।
पंजाब में आंदोलन के नाम पर रिलायंस जियो के 2000 के करीब मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की अपील और चेतवानी भी खास असर नहीं डाल पाई। मंगलवार को सेलुलर आपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओआईए)ने भी टावरों में तोड़फोड़ से संपर्क व्यवस्था के चरमरा जाने की आशंका और चिंता जताई है। सीओएआई रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन- आइडिया जैसी कंपनियों की एसोसिशन है।
किसान आंदोलन समर्थक का अधिक गुस्सा रिलायंस जियो के टावरों पर नजर आ रहा हैं। क्योंकि उन्हें अंदेशा है। कि नए कृषि कानूनों का सबसे अधिक लाभ मुकेश अंबानी और अडानी की कंपनियों को ही मिलेगा, हालांकि न तो अंबानी का रिलायंस समूह और न ही अडानी की कंपनियां किसानों से अनाज खरीदने के कारोबार में हैं। यही नहीं अब बाबा रामदेव की पतांजलि के उत्पादों की भी आवाज उठने लगी है। मुख्यमंत्री कैप्टन सिंह की चेतावनी और किसान संगठनों की अपीलें बेसर साबित हुई है।
एयरटेल, वोडा-आइडिया और रिलायंस जियो जैसी टेलीकॉम कंपनियों की साझा एसोसियेशन सीओएआई और टावर कंपनियों के संगठन, टावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर एसोसिएशन (टीएआईपीए) भी पंजाब में टावर को नुकसान न पहुंचाने की अपील कर चुके हैं। मुख्यमंत्री की सख्त कार्यवाही की चेतावनी देने के बावजूद तोड़फोड़ जारी है। सरकारी आदेशों के स्पष्ट अभाव दिख रहा है। हालांकि पुलिस जरूर कुछ हरकत में आई है। रिलायंस जियो पिछले कुछ दिनों में तोड़फोड़ के कारण खराब हुए कुछ टावरों की तेजी से मरम्मत कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार मंगलवार शाम तक कुल 826 साइटें डाउन थीं। सूबे में जियो के करीब नौ हजार टेलीकॉम टावर हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2020 में जियो के दूरसंचार टावर संपत्ति का बड़ा हिस्सा कनाडा की ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एलपी को बेच दिया था। यह डील 25,215 करोड़ रुपये में हुई थी। इसका मतलब है। कि किसान जो टावर रिलायंस जियो का समझ कर तोड़ रहे हैं। दरअसल उसमें कनाडा की ब्रुकफील्ड की भी हिस्सेदारी हैं। और इस तोड़फोड़ का नुकसान ब्रुकफील्ड को भी होगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक कनाडा की ब्रुकफील्ड कंपनी की संपत्ति के नुकसान से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि और निवेश की संभावनाओं को धक्का लगेगा। उद्योगों के लगातार विरोध से पंजाब से उद्योगों के पलायन का खतरा भी बढ़ जाएगा। आम लोगों का मानना है। कि राजनीतिक नफे नुकसान से इतर सरकारी या निजी संपत्ति के नुकसान से किसी को कोई फायदा नहीं पहुंचता।
मोबाइल टावरों की विद्युत आपूर्ति काटना सूबे की जीवन रेखा को शिथिल करने जैसा है। बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं से महरूम हैं। कोविड में जो लोग घर से काम कर रहे थे। यानी वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। उन्हें भी खतरे में धकेल दिया गया है। ऑनलाइन बिजनेस से जुड़े युवाओं के धंधे मंदे हो गए हैं।

मुजफ्फरनगर: युवती का अपहरण,सामूहिक दुष्कर्म

अरविंद कुमार सैनी 
मुजफ्फरनगर। एक युवती घर के आंगन में सूख रहे कपड़े उतारने के लिए बाहर निकली तो पहले से ही घात लगाकर बैठे कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। सुबह एक पोखर के पास अचेत अवस्‍था में वह पड़ी मिली। उसके साथ सामूहिक दुष्‍कर्म हुआ था। शर्मसार कर देने वाली यह घटना बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की है। मुज़फ़्फ़रपुर के कांटी थाना क्षेत्र में किशोरी के साथ सामूहिक रेप की घटना सामने आई है। मंगलवार की रात करीब 10 बजे से ही युवती गायब थी। बुधवार की सुबह वह एक पोखर के पास अचेत अवस्था में मिली जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। परिजन व स्थानीय लोगों की मदद से दो आरोपित को पकड़ लिया गया है। मामले की तफ्तीश में कांटी व महिला थाना की पुलिस जुटी हुई है। मौके पर पहुंचे एएसआई हरीबल्‍लभ कुमार ने बताया कि रेप की घटना हुई है। और दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अब परिजनों का बयान लिया जा रहा है। उसके बाद केस दर्ज होगा। पीड़िता की मां ने बताया कि रात करीब दस बजे वह घर के आंगन में सूख रहे कपड़े उतारकर रूम में लाने के लि‍ए निकली. उसी दौरान घर के दरवाजे पर से मुंह दबाकर उसे लेकर कुछ लोग भाग गए। जब उसके पिताजी आए तो बेटी हम लोगों को नहीं दिखी तब जाकर घर के बाहर खोजबीन शुरू की लेकिन वो नहीं मिली अंत में आसपास के लोग चले गए लेकिन मैं ढूंढती रही सुबह पांच बजे पोखर के पास हमको मिली, तब पुलिस को सूचना दी गई। मेरे बेटी के साथ गलत काम किया गया है।

भारत: वायरस संक्रमण के 20,549 नए मामले

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 20,549 नए मामले
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 20,549 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 1,02,44,852 हो गई है। जबकि इनमें से ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 98.34 लाख हो गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। लोगों के संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 95.99 प्रतिशत है। सुबह आठ बजे जारी इन आंकड़ों के अनुसार 286 और रोगियों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,48,439 हो गई है।
मंत्रालय ने कहा कि अब तक कुल 98,34,141 लोग ठीक हो चुके हैं। जिससे संक्रमण से उबरने की दर 95.99 प्रतिशत हो गई है। जबकि कोविड-19 मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या लगातार नौवें दिन तीन लाख से कम रही। देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 2,62,272 है। जो कुल संक्रमितों का 2.56 प्रतिशत है।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आईसीएमआर) के मुताबिक 29 दिसंबर तक 17,09,22,030 नमूनों की जांच की चुकी है। इनमें से 11,20,281 जांच मंगलवार को की गई।

भारत में भी पैर पसार रहा कोरोना का नया स्ट्रेन

भारत में भी पैर पसार रहा कोरोना का नया स्ट्रेन, ब्रिटेन से लौटै 20 लोग संंक्रमित
नई दिल्ली। ब्रिटेन से भारत लौटे कुल 20 लोग सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित पाए गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि इन 20 लोगों में मंगलवार को संक्रमित पाए गए छह लोग भी शामिल है।
मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) में जांच के दौरान आठ मामले, कल्याणी (कोलकाता के पास) स्थित ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स’ (एनआईबीएमजी) में एक मामला, पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक मामला, बेंगलुरू के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में सात मामले हैदराबाद के कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो मामले और दिल्ली के जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) में एक मामला सामने आया।
मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि ब्रिटेन से आए छह लोग वायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी लोगों को चिह्नित स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों में अलग पृथक-वास कक्षों में रखा है। और उनके सम्पर्क में आए लोगों को भी पृथक-वास में रखा गया है। इन लोगों के साथ यात्रा करने वाले लोगों उनके परिवार के सदस्यों और उनके सम्पर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है। अन्य नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि हालात पर निकटता से नजर रखी जा रही है। और सतर्कता बढ़ाने, संक्रमण को रोकने जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है। उसने कहा कि यह गौर करने वाली बात है। कि सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है।
मंत्रालय ने बताया कि 25 नवम्बर से 23 दिसम्बर के बीच करीब 33,000 यात्री ब्रिटेन से भारत के विभिन्न हवाईअड्डों पर पहुंचे। इन सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है। और केन्द्र तथा राज्य सरकार इनकी आरटी-पीसीआर जांच करा रही है। भारत ने विषाणु के उत्परिवर्तित प्रकार (म्यूटेंट वेरिएंट) का पता लगाने तथा इसे रोकने के लिए एक अग्र-सक्रिय रणनीति तैयार की है।
इसमें 23 दिसम्बर की मध्यरात्रि से 31 दिसम्बर तक ब्रिटेन से आनेवाली सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से रोकने और ब्रिटेन से लौटे सभी हवाई यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करना शामिल है। नागर विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी। कि वायरस के ज्यादा संक्रामक नए स्वरूप के सामने आने की वजह से ब्रिटेन एवं भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक स्थगित रहेगी।

विश्व: 17.89 लाख से अधिक लोग की मौत

विश्व में कोरोना से 17.89 लाख से अधिक लोग की मौत
वाशिंगटन/नई दिल्ली। विश्व में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच इस महामारी से अब तक 8.19 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। तथा 17.89 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक विश्व के 191 देशों में कोरोना वायरस से अब तक 8,19,68,448 लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि 17 लाख 89 हजार सात मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 95 लाख के पार पहुंच गई है जबकि 3,38,561 लोगों की मौत हुई है। संक्रमणों के मामलों में दूसरे सबसे बड़े देश भारत में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ दो लाख 44 हजार से अधिक हो गयी है जबकि 98.34 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रहने से सक्रिय मामले घटकर 2.62 लाख रह गये हैं। जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 1,48,439 हो गयी है।
ब्राजील में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 75.63 लाख से ज्यादा हो गयी है। जबकि इस महामारी से 1,92,681 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 30.73 लाख से ज्यादा हो गयी है। जबकि 55,107 लोगों की मौत हो गई है। फ्रांस में करीब 26.31 लाख लोग इस वायरस से प्रभावित हुए हैं। और 64,204 मरीजों की मौत हाे चुकी है। ब्रिटेन में 23.89 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। और 71,675 लोगों की मौत हुई है।
तुर्की में कोविड-19 से अब तक 21.78 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। तथा 20,388 लाेगों की मौत हुई है। इटली में अब तक 20.67 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं। और 73,029 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से अब तक 18.93 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। तथा 50,442 लोगों की मौत हुई है। जर्मनी में इस वायरस की चपेट में करीब 16.92 लाख लोग आ चुके हैं। तथा 31,655 लोगों की मौत हुई है।
कोलंबिया में इस जानलेवा वायरस से अब तक 16.14 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। तथा 42,620 लोगों ने जान गंवाई है। अर्जेंटीना में कोविड-19 से अब तक 16.02 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। तथा 43,018 लोगों की मौत हो चुकी है। मेक्सिको में कोरोना से अब तक 14.01 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 1,23,845 लोगों की मौत हो चुकी है। पोलैंड में संक्रमण के 12.68 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं तथा 27,454 लोगों की मौत हो गई है।
ईरान में इस महामारी से अब तक 12.12 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा 54,946 लोगों की मौत हो गई है। यूक्रेन में 10.68 लाख से ज्यादा लाेग इस वायरस से प्रभावित हुए हैं। जबकि 18,801 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में करीब 10.21 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। तथा 27,568 लोग काल के गाल में समा गए हैं। पेरू में इस वायरस से अब तक करीब 10.08 लाख लोग संक्रमित हुए हैं। और 37,525 लोगों की मौत हो चुकी है।
नीदरलैंड में कोरोना से 7.89 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। तथा 11,305 लोगों की मौत हुई है। इंडोनेशिया में संक्रमितों की संख्या करीब 7.27 लाख हो गयी है।और मृतकों का आंकड़ा 27,703 तक पहुंच गया है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 6.85 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। तथा 11,302 लोगों की मौत हुई है। बेल्जियम में कोरोना से करीब 6.41 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि 19,361 लोगाें की मौत हो चुकी है।
रोमानिया में कोरोना से करीब 6.23 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि 15,469 लोगाें की मौत हो चुकी है। चिली में कोविड-19 से अब तक 6.03 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। तथा 16,488 लोगों ने जान गंवाई है। वहीं इराक में संक्रमितों की संख्या 5.93 लाख और मृतकों का आंकड़ा 12,800 तक पहुंच गया है। कनाडा ने बंगलादेश को कोरोना संक्रमितों के मामले में पीछे छोड़ दिया है। जहां अब तक 5.68 लाख से ज्यादा लोग संक्रमति हुए हैं। जबकि 15,387 लोगों की मौत हुई है।
बंगलादेश में संक्रमितों की संख्या 5.11 लाख को पार कर गयी है। और 7,509 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान में कोरोना से अब तक करीब 4.77 लाख लोग संक्रमित हुए हैं। तथा 10,047 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलीपींस में इस महामारी से अब तक करीब 4.71 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा 9,162 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्विट्ज़रलैंड में इस महामारी से अब तक करीब 4.42 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। और 7,493 लोगों की मौत हो चुकी है। मोरक्को में इस महामारी से अब तक 4.35 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और 7,314 लोगों की जान जा चुकी है। स्वीडन में भी कोरोना से 4.28 लाख लोग प्रभावित हैं। जबकि 8,484 लोगों की मौत हो चुकी है।
इजरायल में इस महामारी से 4.12 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और 3,292 लोगों की जान जा चुकी है। पुर्तगाल कोरोना में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। जबकि 6,751 लोगों की मौत हो चुकी हैं। सऊदी अरब में भी कोरोना से 3.62 लाख लोग प्रभावित हैं। जबकि 6,204 लोगों की मौत हो चुकी हैं। कोरोना वायरस से इक्वाडोर में 14,001 बोलीविया में 9135, मिस्र में 7520, चीन में 4777 और ग्वाटेमाला में 4781 लोगों की मौत हो चुकी है।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...