गुरुवार, 24 सितंबर 2020

कोविड सेंटर में जाने वाले की बिगड़ी हालत

कोविड सेंटर को जाने वाला मार्ग जर्जर हालत में, एक्सीडेंट जोन बना।


मोटाहल्दू। एक और क्षेत्रीय विधायक द्वारा लालकुंआ विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। वही इसे विभागीय लापरवाही कहें या अनदेखी, यहां मोटाहल्दू के पास सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर एक्सीडेंट जोन बन चुकी है।
मोटाहल्दू मुख्य मार्ग से रामपुर रोड को जोड़ने वाले बाईपास लिंक मार्ग के हालत खस्ताहाल हो चुकी है, बावजूद इसके कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति इस और देखने की जहमत नहीं उठा रहा है, क्षतिग्रस्त रोड़ में गिर कर आए दिन दर्जनों लोग चोटिल भी हो रहे हैं। देर रात क्षतिग्रस्त सड़क होने के कारण एक एंबुलेंस भी पलटते-पलटते बच गई, गनीमत रही कि उस वक्त सड़क पर कोई अन्य वाहन नहीं चल रहा था अन्यथा एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
विदित हो कि मोटाहल्दू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व कोविड-19 केयर सेंटर को जाने वाले एकमात्र सड़क मार्ग की हालत इतनी खराब है इसमें किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। प्रतिदिन दर्जनों एंबुलेंसओं का कोविड-19 केयर सेंटर व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बने प्रशव केंद्र में आना जाना लगा रहता है। लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी इन गड्ढों को भरने की कोशिश भी नहीं कर रहे हैं।
विगत दिनों इस मार्ग में जगह-जगह पैच वर्क का कार्य किया गया था। लेकिन घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने की वजह से सड़क में किया गया पैच वर्क एक महीना भी टिक नहीं पाया। अब देखना यह होगा कि क्या संबंधित विभाग इन गड्ढों को भरता है, या फिर किसी घटना के इंतजार में बैठा रहता है।                 


ब्राजील-बोलीविया वर्ल्ड कप नहीं देख पाएंगे

ब्राजील-बोलीविया फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर देखने नहीं जा सकेंगे दर्शक।


साओ पाउलो। अगले महीने यहां के कोरिंथियंस एरेना में होने वाला 2022 फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर दौर में ब्राजील का पहला मुकाबला होना है लेकिन इस मुकाबले को देखने के लिए दर्शकों को स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक साओ पाउलो स्टेट गवर्मेट ने यह आदेश जारी किया है। 
ब्राजीली फुटबाल महासंघ ने ब्राजीली स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने प्रस्ताव रखा था कि वह 30 फीसदी क्षमता के साथ स्टेडियम में मुकाबला कराने की अनुमति चाहत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने उसके इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था और इसी के बाद फुटबाल महासंघ ने यह आदेश पारित किया है।
ब्राजील और बोलीविया का मुकाबला दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े मेट्रोपॉटिन शहर साओ पाउलो में 9 अक्टूबर को खेला जाना है और इसके चार दिन बार उसे लीमा में पेरू के खिलाफ एक और क्वालीफायर खेलना है।
दक्षिण अमेरिकी वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की शुरुआत 23 मार्च से होनी था लेकिन पब्लिक हेथ क्राइसिस के कारण इस दो बार टालना पड़ा था। ब्राजील में कोरोना के कारण अमेरिका के बाद सबसे अधिक मौतें हुई हैं।                 


यूपीः तीसरे चरण के ट्रायल को दी मंजूरी

कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को योगी ने दी मंजूरी, लखनऊ और गोरखपुर में होगा परीक्षण।


लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसी क्रम में कोवैक्सीन का मानव परीक्षण लखनऊ और गोरखपुर में किये जाने की इजाजत मुख्यमंत्री योगी ने दे दी है। भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल उत्तर प्रदेश के इन दो शहरों में करने को लेकर मंजूरी दी गई है।
इसके लिए संजय गांधी पीजीआई के निदेशक डॉ. आर.के. धीमन को लखनऊ का नोडल अधिकारी और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. गणेश कुमार को गोरखपुर का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह लोग भारत बॉयोटेक के वैज्ञानिक नोडल अधिकारियों के सहयोग से वैक्सीन का क्लीनकल ट्रायल करेंगे।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इसका आदेश जारी कर दिया है। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए वैक्सीन बनायी जा रही है। कोवैक्सीन की क्षमता व सुरक्षा का पता लगाने के लिए यह ट्रायल होगा। मानव पर होने वाला यह तीसरे चरण का प्रयोग संवेदनशील होता है। कंपनी इस महीने के अंत या फिर अक्टूबर के पहले सप्ताह में तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर सकती है।
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) व राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी) के साथ मिलकर यह पहला स्वदेशी टीका कोवैक्सीन तैयार कर रहा है। फिलहाल दो चरण के ट्रायल किए जा चुके हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि तीसरे चरण का ट्रायल यूपी में लखनऊ व गोरखपुर में करने को मंजूरी दी गई है। इसमें इन दो संस्थानों के साथ-साथ और लोगों पर भी इसका परीक्षा किया जाएगा।
विशेषज्ञों के अनुसार वैक्सीन के तीसरे चरण में देखा जाता है कि लोगों की बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है या नहीं। इसका कोई दुष्परिणाम तो नहीं हो रहा है। टीका कोवैक्सीन के ट्रायल के तहत कोरोना के फ्रंट लाइन वर्कर व अन्य अलग-अलग उम्र के लोगों को टीका लगाया जाता है। टीका लगाने से पहले एंटीबाडी चेक की जाती है, अगर एंटीबाडी शून्य है तो टीका लगाया जाता है। फिर दोबारा खून के नमूने की जांच होती है, अगर एंटीबाडी बन रही है तो टीका काम कर रहा है।             


24 घंटे में वायरस के 576 मरीज स्वस्थ हुए

रायपुर। कोरोना संक्रमण कोविड 19 की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार बुलेटिन में नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष पांडेय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 576 मरीज स्वस्थ हुए। वहीं 2434 नए संंक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि की जानकारी मिली है। डॉ. पांडेय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब तक प्रदेश में 40 हजार 469 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर रवाना हो चुके हैं। वहीं 4196 मरीज होम आइसोलेशन में है अब तक 16 हजार 304 मरीज होम आइसोलेशन में क्वारंटाइन किये गए थे जिनमें बीते दिन के अनुसार 4 हजार 772 मरीजों की रिकव्हरी हुई है। प्रदेश में अब तक 56773 मरीज रिकवरर्ड होकर अपने घरों में है वहीं कुल एक्टिव मरीज अब तक प्रदेश में 35850 पाये गये हैं। 24 घंटे में 90 हजार 20 व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित होने की जानकारी दी गई है। जिलेवार कोरोना पाजीटिव मरीजों की संख्या इस प्रकार है। रायपुर 748, दुर्ग 292, बस्तर 187, राजनांदगांव 162, दंतेवाड़ा 118, धमतरी 112, बालोद 83, सुकमा 70, सरगुजा 60, बलरामपुर 73, बिलासपुर 52, रायगढ़-बीजापुर 51-51, बेमेतरा 49, सूरजपुर 48, महासमुंद 47, कबीरधाम 44, गरियाबंद 42, जांजगीर चांपा 35, कांकेर 28, मुंगेली 26, नारायणपुर 22, जशपुर 17, कोंडागांव 16, कोरबा 13, बलौदाबाजार व गौरेला पेड्रा मरवाही से दो-दो एवं सबसे कम एक मरीज कोरिया से कोरोना पाजीटिव पाया गया । तीन अन्य राज्यों से आए लोगों के कोरोना पाजीटिव होने की जानकारी बुलेटिन में दी गई है साथ ही कोरोना संक्रमित 6 मरीजों की मृत्यु हुई है। इनमें रायपुर से दो व दुर्ग से एक कोरोना संक्रमित मरीज की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।             


3 जिलों में लगा संपूर्ण लॉकडाउन, कार्रवाई

दुर्ग/रायगढ़। जिले में लगातार बढते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आज से 30 सितंबर तक सख्त लाकडाउन रहेगा। कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर आज से इसका परिपालन शुरु हो गया है। वहीं महासमुंद में भी आज रात 12 बजे से लाकडाउन लागू हो गया है, दुर्ग जिले में भी आज से लाकडाउन जारी हो गया है, बाहर निकलने वालों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लाकडाउन के दौरान इस बार जिले में फल, सब्जी व राशन दुकानें भी पूरी तरह बंद रहेंगी। इतना ही नहीं पेट्रोल पंप भी दोपहर 12 बजे के बाद पूरी तरह बंद रहेंगे। हालांकि दूध विक्रेताओं को सुबह 8 बजे तक और शाम 5 से 6.30 बजे तक विक्रय की अनुमति दी गई है।


खास बात ये है कि इस लाकडाउन के दौरान जिले के सारे नगरीय निकाय क्षेत्रों में धारा 144 लागू करते हुए पूरी तरह सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। लाकडाउन के दौरान अनावश्यक घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
दरअसल जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या जहां पांच हजार चुकी है तो वहीं मौतों का आंकड़ा भी 45 तक जा पहुंचा है जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने ये आदेश जारी किया है। लाकडाउन का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस होम गार्ड के 5 सौ से अधकि जवानों की शहर में तैनाती कीगई है वहीं राजपत्रित अधिकारी भी मानीटरिंग के लिए नियुक्त किए गए हैं।                 


सेल्फी लेने से पहले जान लें 'साइड इफेक्ट'

अगर हम कही घूमने जाते है, तो दोस्तों के साथ अपनी सेल्फी क्लिक कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना नहीं भूलते। जरूर आपकी जिंदगी का भी अहम हिस्सा बन चुका होगा। सोशल मीडिया पर भी आप ऐसी कई तरह की सेल्फी देखते होंगे, जिन्हें सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। ऐसे में सेल्फी की लत भी आपके लिए बड़ी समस्या बन सकती है। यदि आप भी बहुत अधिक सेल्फी खींचने का शौक रखते हैं, तो अब जरूरत है आपको अलर्ट होने की।
जानकारी के अनुसार भारत में एक अध्य्यन से पता चला है कि आपको सैल्फी की दीवानगी आपको काफी नुकशान पंहुचा सकती है। हाल ही में ब्रिटेन की नाटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी और तमिलनाडु के थिगाराज स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (टीएसएम) ने रिसर्च कर बताया कि, हमारे देश में सबसे ज्यादा मोते सेल्फी के कारण ही हुयी है।


शोधकर्ताओं का मानना है की हमें पता भी नहीं चलता और सेल्फी धीरे-धीरे एक विकार बन जाती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक बताया गया कि, फेसबुक के सबसे ज्यादा यूजर्स हमारे देश में ही हैं।
रिसर्च से यह बात सामन आई है कि, सेल्फी का स्किन पर इतना ज़्यादा प्रभाव पड़ता है कि जिस साइड से आप अक्सर सेल्फी लेते हैं, उस साइड की स्किन ड्राई हो जाती है। ऐसे में जब आप उस जगह पर कोई भी क्रीम लगाते हैं तो वह बेअसर रहती है। मोबाइल फोन से पडऩे वाली लाइट और रेडिएशन स्किन को धूप की किरणों से 3 गुना ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में सेल्फी की आदत आपकी स्किन को बूढ़ा बना सकती है।
दरअसल मोबाइल फोन की तरंगें सीधे डीएनए को नुकसान पहुंचाती है, जिसकी वजह से स्किन की नेचुरल रिपेयर क्षमता दिन-प्रतिदिन कम होती जाती है और आप समय से पहले ही बूढ़े दिखने लगते हैं।


सेल्फी नया ट्रेंड हैं और इससे होने वाले नुकसान के पीढि़तों की कहानी आपको सुनाई नहीं दी परंतु अब इसके नुकसानों पर चर्चा शुरू हो चुकी हैं और आपकी त्वचा इसका पहला शिकार हो सकती है। अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें सेल्फी का शौक नहीं तो आप भी जान लें स्मार्टफोन अपने आप में आपकी त्वचा के रंग के लिए बुरी खबर है।
इसके अलावा टेक नेक जैसे शब्दों ने आपके शरीर को स्मार्टफोन से होने वाले नुकसानों के लिए शब्दावली देना शुरू कर दिया है। टेक नेक लगातार स्क्रीन की तरफ देखने से होने नुकसान को दिखाता है। आपके स्मार्टफोन का लगातार आपके गालों को दबाने से आपकी त्वचा पर बैक्टेरिया आ जाते हैं तो टॉयलेट सीट से भी अधिक नुकसानदायक हो सकते हैं।
सेल्फी लेने से न केवल त्वचा सम्बंधित बीमारियां होने का खतरा होता है बल्कि अन्य घातक बीमारियां आपको घेर सकती हैं। सेल्फी लेने के लिए जब आप हाथ ऊपर उठाते हैं, तो कोहनी मुड़ी हुई रहती है। लोग इसी स्थिति में लगातार 20-30 क्लिक कर जाते हैं। ऐसे में मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे उनमें सूक्ष्म विघटन होता है। इससे कोहनी में सूजन और दर्द की समस्या शुरू हो जाती है।               


घर में ही तैयार करें 'नैचरल ऑइल ब्लैंड'

गर्मी और पसीने के कारण खुजली की समस्या होना, रैशेज होना आम बात है। इसके साथ ही यदि नींद में कभी तेज खुजली करते समय नाखून लग जाए तो समस्या और अधिक बढ़ जाती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए हम आज आपको यहां नैचरल ऑइल ब्लेंड घर पर ही तैयार करने का तरीका बता रहे हैं। ताकि आपकी स्किन कैमिकल मुक्त रहे और आप स्किन इंफेक्शन जैसी समस्याओं से भी बचे रहें…
घर में ब्लैंड तैयार करने के लिए चाहिए
घर में नैचरल ऑइल ब्लैंड तैयार करने के लिए आपको तीन ऑइल्स की जरूरत है। कोकोनट वर्जिन ऑइल (नारियल वर्जिन तेल), ऑल्मंड ऑइल (बादाम का तेल) और क्लोव ऑइल (लौंग का तेल)। इन सभी तेल को एक निश्चित मात्रा में आपको मिलाना होगा। इस बारे में यहां बताया जा रहा है…
इन तेलों की खूबियां
नारियल तेल: त्वचा को प्राकृतिक रूप से नमी देने, ड्राइनेस से बचाने और त्वचा की कोशिकाओं को पोषण देने के लिए नारियल तेल एक बहुत ही अच्छा माध्यम है। यह एक ऐंटिबैक्टीरियल प्राकृतिक औषधि की तरह काम करता है।
बादाम का तेल: त्वचा को प्राकृतिक रूप से रंगत प्रदान करने, दाग-धब्बे मिटाने और त्वचा को स्मूदनेस देने के लिए बादाम का तेल बहुत ही उपयोगी होता है। यह आपकी त्वचा को डीप नरिशमेंट देने का काम करता है।
लौंग का तेल: यह तेल ऐंटिफंगल और ऐंटिएलर्जिक होता है। किसी भी तरह के पैथोजेन्स (बैक्टीरिया, फंगस और हानिकारक माइक्रोब्स) को आपकी स्किन पर ऐक्टिव नहीं होने देता है।
इस कारण यदि आप किसी त्वचा पर होनेवाले संक्रमण की चपेट में आ भी जाते हैं तो यह ऑइल उस संक्रमण को बढऩे से रोकता है। साथ ही आपका स्किन डिफेंस मैकेनिज़म को अधिक मजबूत बनाने का काम करता है।
ऐसे तैयार करें ब्लैंड
जैसा कि हमने आपको बताया कि घर पर नैचरल ऑइल ब्लैंड तैयार करने के लिए सबसे अधिक जरूरी है सही ऑइल्स का चुनाव और सही मात्रा में इनका उपयोग।
घर पर ब्लैंड तैयार करने कि लिए आपको 2 टेबल स्पून नारियल वर्जिन तेल चाहिए और इतनी ही मात्रा में बादाम का तेल लें। अब इन दोनों तेल को एक साथ मिला लें।
जब ये दोनों तेल एक साथ मिल जाए तो इनमें 1 से 2 बूंद तेल लौंग का तेल मिक्स करें। तीनों तेल को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। ध्यान रखें कि लौंग का तेल 2 बूंद से ज्यादा नहीं होना चाहिए नहीं तो आपकी त्वचा की दिक्कत कम होने की जगह बढ़ सकती है।
अधिक मात्रा में बनाते हुए
यदि आप इस ब्लैंड को एक बार में ही अधिक मात्रा में तैयार करना चाहते हैं तो इस बात की गांठ बांध लें कि आप नारियल वर्जिन तेल और बादाम तेल को बराबर मात्रा में मिला सकते हैं। लेकिन इन दोनों तेलों की कुल मात्रा को मिलाकर, उसका 5 प्रतिशत ही लौंग का तेल रखना है।
रैशेज ना बढऩे दे
घर पर तैयार किया गया यह नैचरल ऑइल ब्लैंड आपको त्वचा पर रैशेज की समस्या से बचाएगा और यह समस्या अगर आपको हो चुकी है तो इसे जल्दी ठीक कर देगा।
एग्जिमा से बचाए
एग्जिमा जैसी स्किन डिजीज होने से बचाएगा। यदि आपको किसी कारण यह रोग हो भी गया है तब भी खुजली को शांत करने और रोग को जल्दी ठीक करने के लिए आप इस ब्लैंड का उपयोग कर सकते हैं।
बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाए
कई बार गर्मी और पसीने के कारण त्वचा पर देर तक नमी बनी रहती है। इस कारण त्वचा पर हानिकार बैक्टीरिया ऐक्टिव हो जाते हैं और दाने, फुंसी या फोड़े जैसी समस्या की वजह बन जाते हैं।
आप नहाने के बाद इस ब्लैंड से अपने पूरे शरीर को पोषण दें, आपको किसी तरह की समस्या नहीं होगी। साथ ही आपकी त्वचा प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बनेगी।               


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...