मंगलवार, 2 जून 2020

संकट में कौशलता से समृद्धिः एनटीपीसी

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने अपने 19,000 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को सीखने के अनेक नए अवसर प्रदान किए हैं। कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए लॉक डाउन से संबंधित शर्तों को पूरा करते हुए एनटीपीसी लर्निंग एंड डेवलपमेंट (एलएंडडी) रणनीति को गहन डिजिटलीकरण और ऑनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसकी सहायता से कर्मचारियों को और समृद्ध किया जा सके और वे इन सेवाओं को कहीं से भी हासिल कर सकें। इसके अलावा, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक कड़े ऑनलाइन तकनीकी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका देने के लिए विश्व बैंक के साथ सहयोग किया है।


इस तरह कर्मचारी आभासी कक्षाओं में भाग ले सकेंगे, असेसमेंट दे सकेंगे और फिर प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे। एनटीपीसी के अपेक्स एल एंड डी सेंटर पावर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ने तकनीकी, कार्यात्मक, स्वास्थ्य और सुरक्षा से लेकर विभिन्न विषयों में 250 से अधिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं। इसके अलावा, पावर प्लांट परियोजनाओं में स्थित एनटीपीसी के क्षेत्रीय अध्ययन और विकास केंद्रों ने लगभग 100 से अधिक ऑनलाइन सीखने के अवसर पैदा किए हैं। एनटीपीसी निरंतर लर्निंग सत्रों के माध्यम से अपने कर्मचारियों को सीखने की ओर प्रेरित करने का प्रयास करता रहा है और ऐसी लर्निंग प्रणालियों को अपनाता रहा है। इनकी सहायता से विशिष्ट परिदृश्यों के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। कंपनी का मानना है कि संकट के दौर में भी अपने कौशल को बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसलिए कंपनी ने एक और अनोखा कदम उठाते हुए ‘45-डे लर्निंग चैलेंज‘ के लिए साझेदारी की है, ताकि अपने कर्मचारियों को तकनीकी, वित्त और मानव संसाधन जैसे विभिन्न विषयों के बारे में 45 दिनों के दौरान पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जा सके। यह प्रक्रिया कर्मचारी अपने घर से पूरी करते हैं और इसके बाद प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। अत्याधुनिक सत्र प्रदान करने वाली बाहरी एजेंसियों के साथ भी कंपनी ने सहयोग किया है और ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के सहयोग से एक समग्र कल्याण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। सभी उम्र के कर्मचारी और परिवार के सदस्य इसमें भाग ले सकते हैं, जिससे वर्तमान मुश्किल हालात में उन्हें मजबूत और केंद्रित रहने में मदद मिल सके।


इसी तरह, कर्मचारी सहायता कार्यक्रम- ईएपी के माध्यम से परामर्श सेवाओं के आधार पर एक विशेष छह महीने की पहल, ‘स्नेहल 2.0’ को कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के लिए विस्तारित किया गया है। चैबीसों घंटे उपलब्ध ईएपी सेवा गोपनीय है और केवल चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को ही उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह, पावर प्लांट से संबंधित अनिवार्य उपकरण जैसे टर्बाइन, बॉयलर, वाटर केमिस्ट्री, रिन्यूएबल एनर्जी और अन्य महत्वपूर्ण ओ एंड एम (ऑपरेशंस एंड मेंटेनेंस) क्षेत्रों में इन-हाउस के साथ-साथ गेस्ट फैकल्टीज की सहायता से भी कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। नई शिक्षण पद्धतियों में ऑनलाइन फोरम, वेबिनार, आंतरिक रूप से विकसित मोबाइल एप्लिकेशन ‘सम्वाद‘ के साथ-साथ इंटरनेट और इसके आंतरिक शिक्षण पोर्टल का लाभ उठाना शामिल है।


नंबर एक पर आगरा, कुल मामले 8361

  
 
 


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ना जारी है। सोमवार को 296 नए मरीजों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 8361 तक पहुंच गया। वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या अब 222 हो गई है। हालांकि संक्रमित हुए 5030 लोग अब स्वस्थ्य हैं। संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ़ विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि आगरा में 890, मेरठ में 449, नोएडा में 484, लखनऊ में 399, कानपुर शहर में 372, गाजियाबाद में 328, सहारनपुर में 255, फिरोजाबाद में 273 ,मुरादाबाद में 234, वाराणसी में 193, रामपुर में 179, जौनपुर में 183, बस्ती में 191, बाराबंकी में 159, अलीगढ़ में 160, हापुड़ में 148, बुलंदशहर में 126 सिद्धार्थनगर में 123 ,अयोध्या में 116, गाजीपुर में 126, अमेठी में 148, आजमगढ़ में 111, बिजनौर में 101, प्रयागराज में 95, संभल में 110, बहराइच में 87, संत कबीरनगर में 106, प्रतापगढ़ में 78, मथुरा में 77 ,सुल्तानपुर में 90, गोरखपुर में 104, मुजफ्फरनगर में 81, देवरिया में 95, रायबरेली में 72, लखीमपुर खीरी में 69, गोंडा में 65, अंबेडकर नगर में 66, बरेली में 56, इटावा में 55, महाराजगंज में 64, फतेहपुर में 54, कौशांबी में 49, कन्नौज में 60, पीलीभीत में 46, शामली में 46, बलिया में 56, जालौन में 44, सीतापुर में 42, बदायूं में 41, बलरामपुर में 41, भदोही में 44, झांसी में 42, चित्रकूट में 38, मैनपुरी में 52, मिर्जापुर में 34, फरु खाबाद में 37, उन्नाव में 37, बागपत में 43, औरैया में 29, श्रावस्ती में 32, एटा में 34, बांदा में 25, हाथरस में 33, मऊ में 29, चंदौली में 22, कानपुर देहात में 20, शाहजहांपुर में 26,कासगंज में 20, कुशीनगर में 24, महोबा में 12, सोनभद्र में 9, हमीरपुर में 5 और ललितपुर में 3 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश का रिकवरी रेट 59़71 फीसदी हो गया है। उन्होंने बताया कि रविवार को 8642 सैम्पल टेस्ट किए गए। टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाते हुए हर जिले में एक-एक ट्रनेट मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि 20 ट्रनेट मशीन 20 जनपदों में उपलब्ध करा दी गई। सोमवार को प्रदेश के स्टेट प्लेन से 21 और ट्रनेट मशीनें आ गई हैं, जिन्हें कल 21 जनपदों में लगा दिया जाएगा। बाकी जिलों में भी दो-तीन दिन में मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी। रविवार को 958 पूल टेस्ट किए गए, जिसमें से 847 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 111 पूल 10-10 सैम्पल के थे। प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर संपर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर कामगारों-श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 11,47,872 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर संपर्क किया गया, इनमें 1027 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण पाए गए। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप पर अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कंट्रोल रूम से कल किया जा रहा है। अब तक कुल 49,823 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई है। अब तक 1,00659 सर्विलांस टीम द्वारा 78,27,404 घरों के 3,97,54,181 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।



पंजाब में शराब पर लगेगा 'कोविड़-सैस'

चंडीगढ़। कोरोनावायरस और राज्य में लम्बे समय से लगाए गये लॉकडाउन के कारण भारी राजस्व घाटे का सामना करने की स्थिति के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को 1 जून से शराब पर कोविड सैस लगाने की मंजूरी दे दी। इस फ़ैसले से राज्य को मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान 145 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व एकत्रित होगा।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के समूह की सिफारिशों को मानते हुये कहा कि राज्य को 26000 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है जो साल 2020 -21 के कुल बजट राजस्व अनुमानों का 30 प्रतिशत बनता है जिस कारण अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लिए कुछ कठोर उपायों की ज़रूरत है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान शराब पर असैसड फीस और अतिरिक्त आबकारी ड्यूटी लगाने संबंधी मूल्यांकन करने के लिए मंत्रियों का समूह 12 मई को बनाया गया था।
मुख्यमंत्री ने आबकारी और कर विभाग को निर्देश देते हुये कहा कि अतिरिक्त जुटाए जाने वाले राजस्व की सारी रकम कोविड से सम्बन्धित कामों पर ख़र्ची जायेगी। यह सैस मौजूदा वर्ष के दौरान एल -1/एल -13 (थोक लायसेंस) से शराब की ट्रांसपोर्टेशन के पर्मिट जारी करते समय वसूला जायेगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इससे पहले मंत्रियों के समूह जिसमें वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री, आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री, वन और वन्य जीव मंत्री शामिल थे, को शराब की बिक्री पर विशेष सैस /कोविड सैस लगाने के प्रस्ताव का मूल्यांंकन करने के लिए कहा था जिससे कोविड के अनिर्धारित संकट के कारण हो रहे राजस्व के नुकसान के कुछ हिस्से की पूर्ति हो सके।
मंत्रियों के समूह की सिफारिशों की दिशा में आबकारी और कर विभाग ने फ़ैसला किया है कि आयातित विदेशी शराब और बीयर पर अतिरिक्त असैसड फीस लगाई जाये। इसके अलावा अन्य तरह की शराबों पर अतिरिक्त आबकारी ड्यूटी लगाई जाए।


24 घंटे, संक्रमण के 8171 नए मामले

कोरोना के 8171 नए मामले सामने आए, 204 लोगों की मौत


नई दिल्ली। देश में अब हर रोज 8 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 8 हजार 171 नए मामले सामने आए हैं और इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आकर 204 लोगों की मौत हो गई। वहीं, पिछले 24 घंटे में 3709 लोग ठीक हुए हैं।



अब देश में कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 98 हजार 706 है। इसमें से 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत की बात है कि करीब 50 फीसदी यानी 95 हजार 527 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। अभी देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 97 हजार 581 है। पिछले कुछ दिनों में मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।



सीबीआई के मुख्यालय तक पहुंचा वायरस

नई दिल्ली। महामारी के बढ़ते कहर के बीच कोरोना वायरस की चपेट में सीबीआई का दफ्तर भी आ गया है। सीबीआई मुख्यालय में नियुक्त दो अधिकारियों में कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि जांच एजेंसी में पहली बार संक्रमण का मामला सामने आया है। सीबीआई के इन दो अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है।


सूत्रों ने कहा कि कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों को स्वस्थ होने तक क्वारंटीन में रहने के लिए कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने दो संक्रमित सहयोगियों की पहचान उजागर नहीं की। एजेंसी उनके संपर्क में आने वालों का पता लगाएगी और जो लोग उनके संपर्क में आए, उन्हें सलाह देगी कि घर से काम करना शुरू करें। संपर्क में आने वाले लोगों को भी क्वारंटीन के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। सीबीआई ने मार्च के तीसरे हफ्ते से सामाजिक दूरी और सैनिटाइजेशन के नियमों का पालन करना शुरू कर दिया था, जिसमें प्रत्येक कर्मचारी के तापमान की जांच की गई और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया।


बता दें कि भारत में हर गुजरते दिन के साथ कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। अब तक देश में कोरोना वायरस के 1.90 लाख मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस की वजह से अब तक 5395 लोगों की जान जा चुकी है।


दिल्ली-एनसीआर में 'आंधी-तूफान' की संभावना

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा और पंजाब और उत्तर प्रदेश में बारिश ने गर्मी से राहत दी है। बारिश की वजह से अगले कुछ दिनों तक इन इलाकों में तापमान कम रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सो में अगले तीन घंटों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ हल्की बारिश की चेतावनी लखनऊ मौसम विभाग ने जारी की है। इनमें संत रविदास नगर, मिर्जापुर, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, ललितपुर, झांसी, महोबा, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, अमरोहा, बिजनौर, अलीगढ़, मथुरा, संभल, बदायूं, हाथरस, मुरादाबाद, कानपुर जिले और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।


मौसम विभाग ने हरियाणा के करनाल, सोनीपत, पानीपत में 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज़ हवाओं के साथ आंधी-तूफान की आशंका भी जताई है।


नशेड़ी पिता ने तीन मासूमों को नदी में फेंका

नशे में धुत पिता ने तीन मासूम बेटियों को नदी में फेंका, तलाश जारी




संतकबीरनगर। यूपी में बाप-बेटी के गहरे व पवित्र रिश्ते को दागदार करने वाला एक मामला सामने आया है। यूपी के संतकबीर नगर में नशे के आदी पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों को नदी में फेंक दिया। घंटों बाद भी उनका कोई पता नही चला है। गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हुए हैं । पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को भी सर्च के लिए बुलाया है। पुलिस ने आरोपी बाप व उस काम में उसकी मदद करने वाले उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।


मामला यूपी के संतकबीरनगर के बिड़हर पुल का है। यहां  धनघटा थाना क्षेत्र के डीहवा गांव निवासी सरफराज बाइक से पहुंचा। बाइक पर उसकी तीन बेटियां सना साढ़े सात साल, सबा साढ़े चार और समां ढाई साल भी थीं। उसके साथ उसका एक दोस्त भी था। उसने बाइक पुल पर रोकी और तीनों बच्चियों को एक-एक कर पुल से घाघरा नदी में फेंक दिया।सरफराज को ऐसा करते उधर से गुजर रहे लोगों ने देखा तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत गोताखोरों को तीनों बच्चियों की तलाश में पानी में भेजा। दूसरी ओर एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है। एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया की सरफराज नाम का व्यक्ति मुम्बई में रहकर ट्रक चलाता है। 20 दिन पहले ही वह मुम्बई से वापस आया है। सरफराज की 2012 में शादी हुई थी। उन्होंने बताया कि नशे का आदी होने के कारण उसके पारिवार में हमेशा पारिवारिक कलह होती रहती है।


सोमवार सुबह नशे की हालत में अपने दोस्त की मदद से वह मोटरसाइकिल से अपनी तीन मासूम बेटियों को लेकर पुल पर पहुंचा और उन्हें नदी में फेंक दिया। चौथी बच्ची सात महीने की अनम को भी वह ले जाना चाहता था लेकिन वो उसे नही ले जा सका। एसपी ने बताया कि बच्चियों की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए हैं। एसडीआरएफ की टीम को भी मदद के लिए बुलाया गया है। हांलाकि अभी तक उनका कुछ पता नही चला है। आरोपी पिता व उसके दोस्त को दब्बिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया है।




टीआई ने किया 4 साल की बच्ची से रेप

4 साल की बच्ची से रेप मामले में टीआई निलंबित…एसडीओपी से मांगा गया जवाब



छतरपुर। 4 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले में एसपी ने टीआई को निलंबित कर दिया है। मामले में लापरवाही एवं आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न करने पर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।यह मामला नौगांव थाना क्षेत्र के वनगाये का है, जहां 4 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया गया था। थाना प्रभारी पर मामले की जांच में लापरवाही करने और आरोपी के खिलाफ कार्यवाही न करने का आरोप है। इस मामले में एसपी कुमार सौरभ ने थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा को निलंबित किया है और एसडीओपी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।जानकारी के मुताबिक पुलिस घटना के 48 घंटे बाद मौके पर जांच करने पहुंची थी। एसपी कुमार सौरभ के एक्शन के बाद 4-5 संदेहियों को पुलिस ने दबोचा है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि पूछताछ जारी है जल्द मामले से पर्दा उठेगा।



अस्थि विसर्जन के लिए 'श्रद्धांजलि' बस सेवा

 मिश्र्रेकर राजनांदगांव। लॉकडाउन की वजह से पिछले कुछ महीनों से गंगा नदी में अपने परिजनों की अस्थि विसर्जन नहीं कर पाए। लोगों के लिए शहर से श्रद्धांजलि बस को रवाना किया गया। शहर के स्टेट स्कूल मैदान से त्रिवेणी अस्थि विसर्जन व श्रद्धांजलि बस को प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अरुण ताम्रकार और महापौर हेमा देशमुख ने रवाना किया। इलाहाबाद में पूरे विधि-विधान के साथ अस्थि विसर्जन की प्रक्रिया फेसबुक के माध्यम से लाइव परिजनों को दिखाया जाएगा। इस अवसर पर मीडिया से चर्चा में महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि लॉकडाउन के  कारण आवागमन बंद होने से लोग अपने दिवंगत परिजन की अस्थि प्रयागराज संगम में विसर्जित नहीं कर पा रहें है। ऐसे लोगों की मदद करने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने निर्णय लिया है।


महापौर ने बताया कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी श्रद्धांजलि वाहन उपलब्ध कराएगी। वाहन के साथ पंडित जी भी प्रयागराज जाएंगे और लोगों से अस्थि कलश प्राप्त कर मां गंगा में प्रवाहित करेंगे।


भिखारीः भीख के पैसों से बांटा राशन

जालंधर। पंजाब के पठानकोट जिला के एक भिखारी (bagger) राजू ने मानवता की शानदार मिसाल पेश करते हुए अपने भीख मांगकर जुटाए पैसे से गरीबों-बेसहारा लोगों को राशन बांट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी अपना मुरीद बना दिया।


मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पंजाब (punjab) के इस भिखारी की जमकर तारीफ की। मोदी ने मन की बात 2.0’ की 12वीं कड़ी में अपने संबोधन में भिखारी राजू द्वारा की जा रही जन सेवा के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति के जीवन में, कोई अवसाद या तनाव, कभी नहीं दिखता।


उसके जीवन में, जीवन को लेकर उसके नजरिए में, भरपूर आत्मविश्वास, सकारात्मकता और जीवंतता प्रतिपल नजर आती है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पठानकोट से भी एक ऐसा ही उदाहरण मुझे पता चला। जहां गरीबों के लिए मसीहा बनने वाले इस शख्स का नाम राजू है। जो दिव्यांग है और वह भीख मांग अपना गुजारा करता है। राजू अब तक 100 गरीब परिवारों को एक महीने का राशन (ration) और 3000 मास्क बांट (distribute) चुका है।


दिल का राजा है राजू


भिखारी राजू चौक चौराहों में भीख मांग कर अपना जीवन निर्वाह करने के साथ ही वह मांगी गई राशि से जनसेवा भी करता रहता है। असर्मथ होने के बावजूद राजू दिल का राजा है और बड़ी सोच का मालिक है। वह हमेशा ज़रूरतमंदों के लिए आगे आता है। पठानकोट के बहुत से लोग राजू को उसके कार्यों की वजह से पहचानते हैं और मदद भी करते हैं।


किसान ने की आत्महत्या, सपा ने दी सांत्वना

भानु प्रकाश गुप्ता के परिजनों से मिले सपा नेता प्रदेश उपाध्यक्ष कार्तिक तिवारी शैलू 

लखीमपुर खीरी। मैगलगंज खीरी समाजवादी पार्टी के नेता  मोहम्मदी के कार्तिक तिवारी शैलू ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने वाले खखरा निवासी भानु गुप्ता के घर परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता कार्तिक तिवारी शैलू परिजनों से मिलकर उनके दुख दर्द को बांटने का प्रयास किया। सपा नेता ने मृतक की मां को बंद लिफाफे में आर्थिक मदद दी। साथ ही सपा नेता कार्तिक तिवारी ने कहा कि समाजवादी पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। वक्त जरूरत हर संभव मदद कराई जाएगी। इस मौके पर छात्रनेता मधुर सिंह, फिरोज मंसूरी प्रधान, विनोद गुप्ता आसिफ मंसूरी, अबरार मंसूरी, जमाल मंसूरी, समसुद्दीन मंसूरी राजन बाल्मिक एडवोकेट गुड्डू ठेकी लक्ष्मण गुप्ता मोहम्मदी नगर अध्यक्ष इकरार अहमद खान उमंग गुप्ता आदि।

हैरानीः पेट में मिली शराब की बोतल

नागापट्टिनम। तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले में एक विचित्र मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में एक शख्स के पेट में शराब की बोतल पाए जाने से डॉक्टर हैरान रह गए।असल में, एक 29 वर्षीय व्यक्ति को 28 मई, गुरुवार को पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद नागपट्टिनम सरकारी अस्पताल में लाया गया। जब मेडिकल जांच की गई तो डॉक्टरों की हैरानी का ठिकाना नहीं रहा है। स्कैनिंग रिपोर्ट में पेट में शीशे की सबूत बोतल देखकर डॉक्टर हैरान रह गए।


शुक्रवार को 2 घंटे की लंबी सर्जरी के बाद उस शख्स के पेट से शीशे की बोतल को निकाला जा सका। जब उस शख्स को होश आया तो उसने बताया कि धुत नशे की स्थिति में उसने मलाशय के रास्ते बोतल अंदर डाल ली थी। तमिलनाडु का यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब धीरे धीरे कोरोना लॉकडाउन खुल रहा है। लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद रहीं। हालांकि बाद के चरणों में राज्य सरकारों ने शराब की दुकानों को केंद्र की गाइडलाइंस और कोरोना प्रोटोकॉल के हिसाब से खोलना शुरू किया। लॉकडाउन में शराब की दुकानें खुलीं तो कई जगह लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा या फिर राज्य सरकारों ने शराब बेचने की नई व्यवस्था की।


 


दुष्कर्म के बाद जान से मारने की धमकी

शिवपुरी। साहब...! पहले गांव के ही रहने वाले युवक ने पहले उसके साथ दुष्कर्म किया। जब शिकायत करने की बात कही तो मेरे पति परिवारजनों पर झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया। यह गुहार एसपी को ज्ञापन सौंपने आई विजयपुर की महिला ने एसपी को ज्ञापन देते हुए बताया। महिला ने बताया कि 24 जून की रात 12 बजे जब वह अपने दो बच्चों के साथ घर पर सो रही थी। तभी नरेंद्र पुत्र हरिशंकर श्रीवास्तव निवासी विजयपुरा घर पर आ धमका और उसके भरपूर विरोध के बाद भी उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद उसका पति घर पर मौजूद नहीं था। उसने पानी की टंकी से उसके पति को फोन लगाकर बुलाया। इसके बाद आरोपित महिला के पति और उसके नौकर के साथ भी गाली-गलौंज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग निकला। पीड़ित महिला का कहना है कि जाते-जाते आरोपित उसके पति और नौकर को झूठे प्रकरण में फसाने की धमकी दे गया। इसके बाद आरोपित के डर से वे रिपोर्ट करने थाने नहीं गए, लेकिन इस बीच आरोपित ने रन्नौद थाने में उसके नौकर, देवर और ससुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवा दिया। अभी भी उसके परिजनों को पुलिस ने बैठा रखा है। महिला ने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर परिवार के सदस्यों को रिहा करने की मांग की है।


देश के तीन राज्यों में अनियंत्रित संक्रमण

नई दिल्ली। लॉक डाऊन 4 के बाद से कोरोना की रफ्तार और तेज हो गई थी और अब जबकि अनलॉक डाउट शुरू हो चुका है तो भी इसकी रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है। यह चिंता का बहुत बड़ा कारण है। दिल्ली मैं तो कोरोना की रफ्तार डराने वाली नजर आ रही है। यही हाल महाराष्ट्र तमिलनाडु गुजरात का है। तसल्ली की बात यह है कि रिकवरी रेट हमारा बहुत अच्छा है। लेकिन सिर्फ रिकवरी रेट के भरोसे कोरोना से लड़ाई नहीं जीती जा सकती। यह खुश रहने के लिए ख्याल अच्छा है कि हमारा रिकवरी रेट अच्छा है लेकिन कोरोना के संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाना बहुत जरूरी है। कोरोना का संक्रमण अगर नहीं रुकता तो स्थिति धीरे-धीरे भयानक हो सकती  है। अब अनलॉकडाउन में मिली छूट पता नहीं कोरोना की रफ्तार को कितना नियंत्रित करती है या फिर कोरोना अपनी रफ्तार से आगे बढ़ कर खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ता जाएगा।


पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देश में जारी लॉक डाउन के बाद भी कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 8,171 नए मामले सामने आए हैं और 204 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देश भर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1,98,706 हो गई है, जिनमें से 97,581 सक्रिय मामले हैं, 95,527 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 5,598 लोगों की मौत हो चुकी है।


सावधानी छोड़ने पर कठोर परिणाम होंगे

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। देश कोरोना से संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख के करीब पहुंच गया है। जबकि अब तक 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है। यदि सावधानी नहीं बरती गई, तो आने वाले दिन और भयावह हो सकते हैं। क्योंकि अभी तक कोरोना का कोई भी दवा नहीं बनाया जा सका है। इसलिए सावधान रहें, सतर्क रहें।









केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 8 हजार171 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 204 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1 लाख 98 हजार 706 हो गई है। जिनमें से 97 हजार 581 सक्रिय मरीज हैं। वही इस महामारी से 95 हजार 527 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है।








पिछले कई दिनों से कोरोना के केस में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली है। प्रतिदिन आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। 30 मई को 7 हजार 964 मामले सामने आए थे. 31 मई को 8 हजार 380 और 1 जून को 8392 नए केस सामने आए थे। आज 2 जून को भी 8 हजार171 नए मामले सामने आए हैं।


'इंडिया या भारत' सुप्रीम कोर्ट तय करेगा

नई दिल्ली। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर इंडिया (India) शब्द हटाकर देश का नाम भारत (Bharat) या हिन्दुस्तान (Hindustan) रखने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज (2 जून) को सुनवाई होनी है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन उस दिन प्रधान न्यायाधीश (CJI) एसए बोबडे के उपलब्ध न होने से सुनवाई 2 जून तक के लिए टाल दी गई थी।


किसने दायर की है याचिका?
दरअसल, दिल्ली के रहने वाले एक शख्स ने अपनी याचिका में अदालत से मांग की है कि संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर इंडिया शब्द हटा दिया जाए। अभी अनुच्छेद 1 कहता है कि भारत अर्थात इंडिया राज्यों का संघ होगा। याचिका में कहा गया है कि इसकी जगह संशोधन करके इंडिया शब्द हटा दिया जाए और भारत या हिन्दुस्तान कर दिया जाए।


याचिकाकर्ता का कहना है कि इंडिया शब्द गुलामी का प्रतीक लगता है। देश को मूल और प्रमाणिक नाम भारत से ही मान्यता दी जानी चाहिए। याचिका में दावा किया है कि यह संशोधन इस देश के नागरिकों की, औपनिवेशिक अतीत से मुक्ति सुनिश्चित करेगा। याचिका में 1948 में संविधान सभा में संविधान के तत्कालीन मसौदे के अनुच्छेद 1 पर हुई चर्चा का हवाला दिया गया है और कहा गया है कि उस समय देश का नाम ‘भारत’ या ‘हिन्दुस्तान’ रखने की पुरजोर हिमायत की गई थी।


याचिका के अनुसार, यद्यपि यह अंग्रेजी नाम बदलना सांकेतिक लगता हो लेकिन इसे भारत शब्द से बदलना हमारे पूर्वजों के स्वतंत्रता संग्राम को न्यायोचित ठहराएगा. याचिका में कहा गया है कि यह उचित समय है कि देश को उसके मूल और प्रमाणिक नाम ‘भारत’ से जाना जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जून 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-295 (साल-01)
2. बुधवार, जूूून 03, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


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सोमवार, 1 जून 2020

देश में राशन कार्ड किया जा रहा हैं लागू

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रवासी मजदूरों और गरीब तबके लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। आज से देशभर में वन नेशन वन राशन कार्ड को लागू किया जा रहा है। एक जून से देश में इसकी शुरुआत 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हो रही है। सरकार इस योजना पर तेजी से काम कर रही थी। अब जिसके पास राशन कार्ड नहीं है, वह किसी भी राज्य में इस कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर राहत पैकेज की घोषणा के दौरान वन नेशन, वन राशन कार्ड का जिक्र किया था। इस कल्याणकारी योजना के तहत देश के गरीबों को किफायती कीमत पर देश के किसी भी हिस्से में सस्ते दाम पर राशन मिलेगा। राशन कार्ड का सबसे ज्यादा फायदा बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे) कार्ड धारकों को मिलता है।


क्या है वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना
वन नेशन वन राशन कार्ड केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत पूरे देश में पीडीएस के लाभार्थियों को कहीं भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चलने वाली राशन की दुकानों से राशन मिलेगा। यानी किसी भी राज्य का राशन कार्ड धारक दूसरे किसी भी राज्य में भी कार्ड दिखाकर राशन ले सकेगा। उदाहरण के तौर पर किसी का बिहार में राशन कार्ड बना हुआ है और वो दिल्ली में काम करता है तो वो बिहार के राशन कार्ड से दिल्ली में राशन ले सकेगा।


वन नेशन, वन राशन कार्ड के फायदेः इस योजना के लागू हो जाने के बाद पूरे देश में एक ही तरह का राशन कार्ड होगा। लाभार्थी देश में कहीं भी ई-पीओएस उपकरण पर बॉयोमेट्रिक प्रमाणन करने के बाद अपने मौजूदा राशन कार्ड से राशन ले सकते हैं। लाभार्थियों को अंगूठा लगाना अनिवार्य होगा, यही प्रमाण होगा। बॉयोमेट्रिक इस्तेमाल में आधार का इस्तेमाल होगा यानी आधार से लाभार्थियों की पहचान होगी।


राशन कार्ड 10 नंबर का होगाः केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी। इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे। इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा। इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा शुरू होगी।


कई चीजों से किडनी पर होगा 'असर'

रोजाना के खाने में हम ऐसी कई चीजों के सेवन करते हैं जो हमारी किडनी के लिए सही नहीं होतीं या जो हमारी किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं। अक्सर ऐसी चीजों के असर हमें एक या दो दिन में दिखाई नहीं देते और हमें लगता है कि हमें कोई नुक्सान नहीं हो रहा है। लेकिन आप क्या खा रहे हैं, यह आपके स्वास्थ्य पर लंबा और गहरा असर डालता है। इसलिए अपनी डाइट पर ध्यान देना और ज्यादा से ज्यादा हेल्दी भोजन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। अपनी किडनी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान देना न भूलें, क्योंकि इन खाने की चीजों से आपकी किडनी की सेहत पर असर पड़ता है, जो शायद आप जानते भी नहीं होंगे:
नमक: अधिक नमक खाने से कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इससे किडनी खराब होने की गति भी बढ़ सकती है। इससे किडनी स्टोन भी होने की संभावना होती है।
अधिक प्रोटीन नहीं लाभकारी : प्रोटीन हेल्दी डाइट के लिए काफी अच्छा होता है, लेकिन अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो ज्यादा प्रोटीन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं। किडनी से सम्बंधित समस्या होने पर छोटे पोरशन में प्रोटीन लेना होता है। अंडा, मछली, नट्स आदि में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।
केम्पा/सोडा : अगर आप एक दिन में दो या उससे अधिक सोडा या केम्पा के ग्लास पी जाते हैं तो आपको किडनी से जुडी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के अनुसार, डाइट सोडा पीने वाली महिला की किडनी 20 साल बाद आम महिला की किडनी से 30 प्रतिशत कम काम कर रही थी।
डिहाइड्रेशन: यह तो सभी को पता है कि हमारा शरीर अधिकतर पानी से बना है। इसलिए हमारे शरीर में ठीक मात्रा में पानी होना जरूरी है। अगर आप सही मात्रा में रोज पानी नहीं पी रहे हैं तो किडनी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अब आप यह कैसे पता लगाएं कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं? इसका जवाब है कि अगर आपके मूत्र का रंग हल्का पीला है तो समझ लें कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं।
अधिक एक्सरसाइज : काफी लम्बे समय तक बहुत अधिक वर्क-आउट करना भी परेशानी का सबब बन सकता है। इससे रेब्डोमाईओलाइसिस नामक बीमारी होने का खतरा रहता है। इस बीमारी में डैमेज हुए मसल टिश्यू बहुत जल्दी टूटने लगते हैं। आपके खून में इसके टूटे हुए पदार्थ किडनी फेल करने तक में सक्षम होते हैं। इसलिए अगर आप बॉडी बना रहे हैं या वर्क आउट कर रहे हैं तो धीरे-धीरे इसे अपने रूटीन में लाएं। अगर आपको गाढ़े पीले रंग का यूरिन आता है और मसल में दर्द भी हो तो डॉक्टर को दिखाएं।


परिजन के शव को सड़क किनारे छोड़ा

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। कोरोना वायरस के खौफ के चलते एक परिवार ने 35 वर्षीय एक परिजन के शव को सड़क के किनारे छोड़ दिया, जबकि उसकी मौत अस्थमा और दिल की बीमारियों से हुई थी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रवासी श्रमिक चार दिन पहले मुंबई से प्रतापगढ़ में अपने गांव लौटकर आया था और शनिवार को उसे सांस और हृदय रोगों के चलते स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया था। रानीगंज के डिप्टी एसपी अतुल अंजन त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया, “एक डॉक्टर से सलाह लेने के बाद घर लौटते समय उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। परिवार के सदस्यों को संदेह था कि उसकी मौत कोरोनावायरस से हुई है, लिहाजा उसके शव को गांव के बाहर छोड़ दिया और घर चले गए।”


रविवार तड़के प्रयागराज-प्रतापगढ़ राजमार्ग पर रानीगंज पुलिस स्टेशन के अंडर आने वाले दमदम गांव में सड़क किनारे पड़े शव को लोगों ने देखा। पुलिस ने परिवार का पता लगाया लेकिन उन्होंने शव को लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने आगे बताया, “प्रवासी को थर्मल स्कैनिंग और चिकित्सीय जांच के बाद 21-दिवसीय होम संगरोध की सलाह दी गई थी। उसको अस्थमा और हृदयरोग की समस्या थी।” एक स्वास्थ्य टीम ने बाद में मृत व्यक्ति के चिकित्सा इतिहास का विश्लेषण किया और कहा कि अस्थमा और दिल की बीमारी के कारण हुई जटिलताओं से उसकी मृत्यु हो गई। वरिष्ठ पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने तब परिवार को आश्वस्त किया कि वह कोरोनावायरस से नहीं मरा और यहां तक कि शरीर से एक नमूना भी लिया और परीक्षण के लिए भेजा। अधिकारियों ने परिवार के डर को दूर करने के लिए उन्हें पीपीई किट और सैनिटाइजर दिया। अंतत: रविवार शाम को प्रयागराज में शव का अंतिम संस्कार किया गया।


बृजेश केसरवानी


बिना सब्सिडी वालें सिलेंडर हुए महंगें

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रसोई गैस के दाम बढ़ने के कारण देश में बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर आज से महँगा हो गया है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली 14.2 किलोग्राम के बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य जून महीने के लिए 593 रुपये तय किया गया है।


मई में इसकी कीमत 581.50 रुपये थी। इस प्रकार इसमें 11.50 रुपये की वृद्धि की गयी है। इससे पहले मई में कीमत में 162.50 रुपये की बड़ी कटौती की गयी थी। इंडियन ऑयल के बयान में कहा गया है “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जून महीने के लिए रसोई गैस की कीमत बढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत में बढ़ोतरी के कारण दिल्ली में रसोई गैस का बाजार मूल्य प्रति सिलेंडर 11.50 रुपये बढ़ाया गया है। हालाँकि इससे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 30 जून तक उन्हें मुफ्त सिलेंडर दिया जायेगा।”


यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...