मंगलवार, 26 मई 2020

जुलाई के अंत तक विकराल होगा संक्रमण

नई दिल्ली। भारत में ताजा आकंड़ों (25 मई) के मुताबिक कोरोना वायरस के 1,38,845 मामले हैं और 4021 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन आने वाले महीनों में भारत में कोविड-19 और भी घातक हो सकता है। एक रिसर्च में दावा किया गया है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी से भारत में कोरोना स्थिति पर बात की है। भ्रमर मुखर्जी ने कहा है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी कम नहीं हुआ है ये और तेजी से बढ़ेंगे।


भ्रमर मुखर्जी की टीम का अनुमान है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 (2.1मिलियन) लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। देश भर में संक्रमण के कुल मामलों का पांचवां हिस्सा अकेले मुंबई शहर में है।


रिपोर्ट में भारत के अस्पतालों की स्थिति और बेड्स की कमी की भी बात की गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण में वृद्धि से जुड़े इन अनुमानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि वे बढ़ते मरीजों की देखभाल कैसे करेंगे।


भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले अनुमान लगाया था कि मई में भारत में कोविड-19 के केस एक लाख के पार हो जाएंगे


बता दें कि भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले ट्वीट कर इस बात की जानकारी अप्रैल में दी थी कि मध्य मई तक भारत में संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो जाएगी।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भारत के कोविड-19 अस्पताल पर क्या-क्या कहा है?


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने 24 मई 2020 को मीडिया से बात करते हुए बताया कि पूरे देश में कोविड-19 समर्पित 968 अस्पताल चिह्नित किए गए हैं ,जिनमें 2,50,397 बिस्तरों (1,62,237 पृथकवास बिस्तर और 20,468 गहन चिकित्सा बिस्तर) की व्यवस्था है। इनके अलावा कोविड-19 मरीजों को समर्पित 2,065 स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिनमें 1,76,946 बिस्तरों (1,20,596 पृथकवास बिस्तर और 10,691 गहन चिकित्सा बिस्तर) हैं।


वहीं कोविड-19 मरीजों की देखभाल को समर्पित 7,063 केंद्रों में 6,46,438 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।’


देश में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि 25 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा करने से प


विवादः चीन से बड़े टकराव की आशंका

2017 के डोकलाम विवाद के बाद सबसे बड़े टकराव की आशंका
लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के आस-पास चीन और भारतीय सेना के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। दोनों सेनाएं आमने-सामने हुईं तो 2017 के डोकलाम विवाद के बाद ये सबसे बड़ा विवाद होगा। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक भारत ने पेंगोंग त्सो झील और गालवान वैली में सैनिक बढ़ा दिए हैं। इन दोनों इलाकों में चीन ने दो हजार से ढाई हजार सैनिक तैनात किए हैं, साथ ही अस्थाई सुविधाएं भी बढ़ा रहा है। चीन लद्दाख के कई इलाकों पर अपना दावा करता रहा है। भारतीय सेना के एक उच्च अधिकारी का कहना है कि दोनों इलाकों में हमारी क्षमताएं चीन से बेहतर हैं। सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि भारतीय पोस्ट केएम120 और गालवान वैली समेत कई अहम पॉइंट्स के आस-पास चीन के सैनिक मौजूद हैं। नॉर्दन आर्मी के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी एस हुड्डा का कहना है कि चीन की ये हरकत सामान्य बात नहीं है, जबकि गालवान जैसे इलाकों में भारत-चीन के बीच कोई विवाद भी नहीं है।पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत-चीन के बीच करीब दो महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच चीन ने भारतीय इलाके में 10 किलोमीटर भीतर घुसकर 100 से ज्यादा तंबू गाड़ दिए हैं। इस महीने दोनों देशों के सैनिकों के बीच 3 बार झड़प भी हो चुकी है।
1) तारीख- 5 मई, जगह- पूर्वी लद्दाख की पेंगोंग झील
उस दिन शाम के वक्त झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर-5 इलाके में भारत-चीन के करीब 200 सैनिक आमने-सामने हो गए। भारत ने चीन के सैनिकों की मौजूदगी पर ऐतराज जताया। पूरी रात टकराव के हालात बने रहे। अगले दिन तड़के दोनों तरफ के सैनिकों के बीच झड़प हो गई। बाद में दोनों तरफ के आला अफसरों के बीच बातचीत के बाद मामला शांत हुआ।
2) तारीख- संभवत: 9 मई, जगह- उत्तरी सिक्किम में 16 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद नाकू ला सेक्टर
यहां भारत-चीन के 150 सैनिक आमने-सामने हो गए थे। आधिकारिक तौर पर इसकी तारीख सामने नहीं आई। हालांकि, द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां झड़प 9 मई को ही हुई। गश्त के दौरान आमने-सामने हुए सैनिकों ने एक-दूसरे पर मुक्कों से वार किए। इस झड़प में 10 सैनिक घायल हुए। यहां भी बाद में अफसरों ने दखल दिया, फिर झड़प रुकी।
3) तारीख– संभवत: 9 मई, जगह- लद्दाख
जिस दिन उत्तरी सिक्किम में भारत-चीन के सैनिकों में झड़प हो रही थी, उसी दिन चीन ने लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर अपने हेलिकॉप्टर भेजे थे। चीन के हेलिकॉप्टरों ने सीमा तो पार नहीं की, लेकिन जवाब में भारत ने लेह एयरबेस से अपने सुखोई 30 एमकेआई फाइटर प्लेन का बेड़ा और बाकी लड़ाकू विमान रवाना कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल के बरसों में ऐसा पहली बार हुआ जब चीन की ऐसी हरकत के जवाब में भारत ने अपने लड़ाकू विमान सीमा के पास भेजे।
डोकलाम पर 73 दिन टकराव चला था
भारत-चीन बॉर्डर पर डोकलाम इलाके में दोनों देशों के बीच 2017 में 16 जून से 28 अगस्त के बीच तक टकराव चला था। हालात काफी तनावपूर्ण हो गए थे। के आखिर में दोनों देशों में सेनाएं वापस बुलाने पर सहमति बनी थी।
क्या था डोकलाम विवाद?
डोकलाम में विवाद तब शुरू हुआ, जब भारतीय सेना ने वहां चीन के सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया था। हालांकि चीन का दावा था कि वह अपने इलाके में सड़क बना रहा था। इस इलाके का भारत में नाम डोका ला है जबकि भूटान में इसे डोकलाम कहा जाता है। चीन दावा करता है कि ये उसके डोंगलांग रीजन का हिस्सा है। भारत-चीन का बॉर्डर जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलोमीटर लंबा है। इसका 220 किलोमीटर हिस्सा सिक्किम में आता है।


रेल भवन पहुंचा वायरस, बंद की घोषणा

नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के कुछ अधिकारियों द्वारा COVID19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने एलर्ट होकर रेलवे मंत्रालय ने भवन के कीटाणुशोधन का पूरा होने तक रेल भवन को बंद करने की घोषणा की है। मंत्रालय के मुताबिक आगामी 26 और 27 मई को रेल भवन के सभी कार्यालयों को बंद रहेंगे। यही नहीं, रेल भवन की चौथी मंजिल पर स्थित कार्यालय भी कीटाणुशोधन के लिए 29 मई तक पूरी तरह से बंद रहेगा।गौरतलब है रेलवे बोर्ड का एक कर्मचारी सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। हालांकि पिछले दो सप्ताह में रेल भवन में कोविड-19 पॉजिटिव का पांचवां मामला है, लेकिन सोमवार को नया मामला सामने आने के बाद कीटाणुशोधन के लिए रेल भवन को दो दिन बंद रखने का फैसला किया है।


अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला, चिंता

नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष शासित राज्यों में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर लगातार हो रह हमले पर चिंता जताई थी।


अब छत्तीसगढ़ में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा के ख़िलाफ़ एफआईआर हुई है। तजिंदर बग्गा ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को सिखों का हत्यारा बताया था। राजीव गाँधी के खिलाफ उनकी इस टिप्पणी के लिए कॉन्ग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के काँकेर में एफआईआर दर्ज कराई गई।


घर में घुसा कुत्ता, पंचायत के बाद संघर्ष

पंचायत के बाद दोबारा हुआ संघर्ष,कई के घायल होने की खबर

 

सहारनपुर। घर में कुत्ता घुसने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। दोनों ओर से जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले। संघर्ष में दो महिलाओं सहित 8 लोग घायल हो गए। घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है।

पूरा मामला कोतवाली बेहट इलाके के गांव दबकोरा का है। जहां एक घर में पड़ोसियों का पालतू कुत्ता घुस गया। कुत्ते के घर में आने  का विरोध करने को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जाता है कि मामले को लेकर दोनो पक्षो में पंचायत हुई और फैसला हो गया। लेकिन छींटाकशी को लेकर फिर से दोनो पक्ष भिड़ गए। दोनो पक्षो में जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले। संघर्ष में दो महिलाओं सहित दोनो पक्षो के 8 लोग घायल हो गए। ख़बर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने कई लोगो को हिरासत में लिया है। पुलिस मामले को लेकर कार्यवाही में जुट गई है।

आज़म खान

पूर्व सांसद अतीक के घर पुलिस का छापा

देवरिया। खुल्दाबाद इलाके के चकिया में सोमवार शाम एक दर्जन से ज्यादा गाडिय़ों में पुलिस बल ने जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके साढू इमरान के घर में छापा मारा। सूचना थी कि ईद के मौके पर अतीक का पुत्र उमर, भाई अशरफ और देवरिया जेल कांड में वांछित साढ़ू इमरान घर पर मौजूद हैं मगर दो घंटे तक खोजबीन में कोई मिला नहीं।पूर्व सांसद अतीक अहमद करीब तीन साल से जेल में हैं। देवरिया जेल कांड के बाद पिछले साल भर से वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अहमदाबाद जेल में बंद हैैं।उनका भाई पूर्व विधायक अशरफ तो तीन साल से भी ज्यादा वक्त से फरार है। वह अतीक के साथ ही उनके निवास के एक हिस्से में रहता था।अतीक के पुत्र 22 वर्षीय उमर को भी सीबीआइ देवरिया जेल कांड में दो लाख रुपये का इनामी भगोड़ा घोषित कर खोज रही है। साढ़ू इमरान पर कई आपराधिक मुकदमे हैं। जनवरी 2019 में धूमनगंज के  डीलर जैद को बंधक बनाकर देवरिया जेल में अतीक के पास ले जाकर पीटने और पैसे छीनकर धमकाने के मामले में इमरान भी वांछित है। पिछले महीने भी पुलिस ने इमरान के घर छापेमारी की थी मगर वह मिला नहीं था।रविवार को इमरान के खिलाफ खुल्दाबाद और अशरफ के खिलाफ धूमनगंज थाने में लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी असलहा नहीं जमा करने का मुकदमा लिखा गया था।


पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी, 7 पर मामला

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर भगवान श्रीराम व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोपित सात युवकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। अवंतीनगर भूड़ निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उनके बेटे गोल्डी के फेसबुक एकाउंट पर 21 मई को आंबेडकर नगर भूड़ के रहने वाले कुछ युवकों ने पोस्‍ट डाली थी। जिसमें आरोपितों ने प्रधानमंत्री के साथ-साथ भगवान श्रीराम, महाराणा प्रताप, सरदार वल्लभ भाईपटेल पर अभद्र टिप्पणी की थी। इस पर राजेंद्र सिंह ने सभी आरोपितों के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। शहर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय ने बताया कि इन सभी पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।पुलिस ने जानकारी दी कि इन लोगों ने फेसबूक पर भगवान श्रीराम और प्रधानमंत्री समेत सरदार पटेल औरमहाराणा प्रताप पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी की थी। इसके तहत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। विवेक कुमार, चंद्रप्रकाश गौतम, दीपक कुमार, ऋषभ, विकास कुमार, प्रियांशु और रघुराज ने अपने-अपने फेसबुक एकाउंट से पोस्ट डाली थी। थाने में एफआईआर दर्ज कराने के बाद से पुलिस इनको गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।


उन्नावः महिला समेत दो बच्चियों की हत्या

उन्नाव। उन्नाव में विवाहिता समेत दो बच्चियों की हत्या कर दी गई है। एक तालाब के किनारे महिला और दोनों बच्चियों के शव बरामद हुए हैं। इससे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस पति और उसके भाई को हिरासत में लेकर जांच कर रही है।


मृतका सरोजिनी देवी की शादी अनंतू उर्फ अंतू से हुई थी। इनके 5 लड़के लड़कियां हैं। इसमें दो लड़कियों रोशनी (5 वर्ष) शिवानी (7 वर्ष) का शव मां के साथ मिला है। यह शव पूरण खेड़ा मजरा टिकरा के खड़ंजा से सटे तालाब के किनारे मिले हैं। इसमें दोनों बच्चियों की चप्पल, साड़ी और कुछ जरूरी सामान भी मौके से बरामद हुआ है। मृतका के पिता चंद्रपाल ने बताया कि पति-पत्नी में विवाद होता रहता था।


मौके पर पुलिस कप्तान विक्रांत वीर समेत कई पुलिस अफसर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए उन्नाव भेजा गया है। पुलिस ने पति अनंतु और उसके भाई रजनीश उर्फ छोटू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।


दक्षता-मेहनत का फल जन्मभूमि को मिले

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सरकार कटिबद्ध है और इसके लिये उनके स्किल मैंपिंग की पहली सूची तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि कामगारों की दक्षता और मेहनत का फायदा उनकी जन्मभूमि को मिलेगा। श्रमिकों की दक्षता का विवरण संकलित करने के लिए स्किल मैपिंग का कार्य आगे भी जारी रहेगा। श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जिला सेवायोजन कार्यालयों की उपयोगिता को भी पुन: स्थापित किया जायेगा।


योगी ने मंगलवार को ट्वीटकर कहा “ घर वापस आने वाले कामगार/श्रमिक बहनों-भाइयों की ‘स्किल मैंपिंग’ कर पहली सूची तैयार है। सभी जनों को अब प्रदेश में ही रोजगार मुहैया कराने लिए ‘कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग’ के गठन की तैयारी शुरू कर दी गयी है। अब इनका हुनर,दक्षता व मेहनत जन्मभूमि को अभिसिंचित करेगी।”


उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए एमएसएमई सेक्टर, ‘एक जिला एक उत्पाद’ और ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। कृषि, डेयरी व पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों में भी रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से श्रमिकों को इन सेक्टरों से जोड़ा जाए। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के कर्मियों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों, ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना व ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना से जुड़े परम्परागत कामगारों का एक डाटाबैंक तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए गये है।


योगी ने कहा कि मनरेगा, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, महिला स्वयं सहायता समूह, डेयरी, दुग्ध समितियों, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, गौ-आश्रय स्थल, पौध नर्सरी, कॉमन सर्विस सेंटर और स्कूल-कॉलेजों में रोजगार सृजन की सम्भावनाएं चिह्नित किया जायेगा।


मरूभूमि में प्रवेश कर गया है 'टिड्डी दल'

नई दिल्ली। कोरोना काल में जहां पूरा देश कोविड —19 संक्रमण से बचाव में जुटा है, वहीं कम लोगों को मालूम होगा कि कोरोना जैसा ही एक अन्य बड़ा संकट भारत में प्रवेश कर चुका है। यह है मरूभूमि से आने वाले सबसे बड़े आतंकी ‘टिड्डी दल’ !
लाखों—करोड़ों की संख्या में यह टिड्डी दल जहां पहुंचता है, वहां खेतों में तैयार अनाज, बगीचों में तैयार फल और हर उपयोगी जड़ी—बूटियां सभी को चट कर जाता है। इनका हमला इतना भयानक होता है कि किसी को संभलने तक का मौका नही मिलेगा। यह दल फिलहाल जयपुर में तबाही मचान के बाद झांसी के करीब पहुंच गया है। जल्द ही उत्तर प्रदेश फिर उत्तराखंड में तबाही मचाने आ सकता है। वहीं टिड्डी दल के इस हमले को देख कर लोग अपने घरों में लगे पेड पौधों को बचाने की जुगत में लग गए। जयपुर शहर में आने से दो दिन पहले तक यह टिड्डी दल जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में कहर बरपा चुका है। ज्ञात रहे कि राजस्थान में पिछले वर्ष टिड्डी दल ने नवम्बर में हमला किया था, लेकिन जैसलमेर, बाडमेर, जोधपुर जैसे सरहदी जिलों तक ही सीमित था, लेकिन इस बार टिड्डी दल सरहदी जिलों से आगे बढ कर नागौर, अजमेर, भीलवाडा होता हुआ जयपुर तक आ पहुंचा है। जयपुर के आस—पास के इलाकों में पिछले तीन चार दिन से लगातार टिड्डी दल देखा जा रहा है। हालांंकि सरकार इन पर नियंत्रण के दावे कर रही है, लेकिन इसके बाद भी टिड्डी दल पाकिस्तानी सीमा से जयपुर तक आ पहुंचा है। अधिकारियों का कहना है कि हवा के रूख के कारण इस बार टिड्डी दल इतना अंदर तक आ गया है। इस पर नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैंं। वहीं टिड्डी दल के आगमन के चलते उप्र के कई जनपदों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अलबत्ता उत्तराखंड में फिलहाल टिड्डी दल के पहुंचने की कोई सूचना नही है, लेकिन फिर भी उप्र से लगे हुए इलाकों में सावधानी बरतने की जरूरत है।


रेड जोन में छूट, सेवाओं की बहाली

जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार ने 18 मई को घोषित किए गए लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देशों में कुछ संशोधन करते हुए रेड जोन में टैक्सी, ऑटो और कैब सेवाओं की बहाली की अनुमति दे दी है और सार्वजनिक पार्कों को भी सुबह सात बजे से शाम 6.45 बजे तक खोलने की अनुमति दी है। लॉकडाउन 4 में पान, गुटखा और तंबाकू को बेचने के लिए प्रतिबंधित वस्तुओं से हटाते हुए राज्य में इनकी बिक्री की अनुमति दे दी गई है, हालांकि गृह विभाग ने यह स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे उत्पादों के इस्तेमाल पर मनाही होगी। आदेशानुसार, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना आगे आने वाले समय में भी एक दंडनीय अपराध बना रहेगा।


लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देशों को संशोधित करते हुए राज्य सरकार ने रेड जोन में सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को सुनिश्चित करते हुए टैक्सी, ऑटो व कैब सेवाओं को संचालित करने की अनुमति दे दी है। संशोधित आदेश में कहा गया है कि एक कैब में चालक सहित दो लोग सवार हो सकेंगे, जबकि ऑटो रिक्शा में केवल दो व्यक्तियों को यात्रा करने की अनुमति होगी। ड्राइवर को मास्क पहनना होगा और सीटों की सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी।


सरकार ने रेड जोन इलाकों में सुबह सात बजे से शाम 6.45 बजे तक सार्वजनिक पार्कों को भी खोलने की अनुमति दे दी है। पहले केवल ऑरेंज और ग्रीन जोन में पड़ने वाले क्षेत्रों में ही इस तरह की गतिविधियों को अनुमति दी गई थी। इन सबके बीच ही सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के भीड़ जमा करने पर अब भी प्रतिबंध लगा रहेगा। इसके अलावा संशोधित आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया कि हाथ रिक्शा, खाने-पीने से संबंधित छोटी-मोटी दुकानें, जूस, चाय और अन्य दुकानों को संचालित करने की स्वीकृति दी गई है, लेकिन इस शर्त पर कि स्वच्छता से संबंधित दिशा-निर्देशों का पर्याप्त ध्यान रखना होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने कहा कि इन सभी आदेशों का पालन हो रहा है या नहीं, यह नगर निगम के अधिकारी सुनिश्चित करेंगे


उत्तराखंड में राहत नहीं, संक्रमित-359

देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार का दिन भी राहत भरा नहीं रहा। कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन इसके संक्रमण से लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। राज्य में संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।दरअसल मंगलवार को राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं। जिसमें बाद अब राज्य में संक्रमितों की संख्या 359 पहुंच गई है।

सूत्रों के अनुसार बताते चलें कि आज मिले दो पॉजिटिव में से पहला मरीज मंडी में संक्रमित के संपर्क में आने के बाद कोरोना की चपेट में आया है। वहीं दूसरा मरीज मैक्स हॉस्पिटल में मिला है। जिसे दून अस्पताल लाया जा रहा है। दरअसल स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. एनएस खत्री ने दोनों मामलों की पुष्टि की है।कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन अवश्य करे स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे।

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...