रविवार, 17 मई 2020

31 मई तक फिर बड़ा 'लॉक डाउन'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद 17 मई को खत्म हो रही है।राष्ट्रीय महामारी प्रबंधन प्राधिकरण ने देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं।कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा।


126 की मौत, संक्रमण 90 हजार के पार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि जारी है। देशभर में रविवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए लोगों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़े जारी करते हुए कहा, “देश भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 90 हजार 927 मामले सामने आए हैं, जबकि महामारी के चलते 2 हजार 872 लोगों की जान गई है।”


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में कुल 53 हजार 946 लोग अभी भी कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 34 हजार 108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश मे सिर्फ अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्त राज्य बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उधर, गुजरात में रविवार सुबह तक कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार 988 हो गई। इसमें से कुल 4 हजार 308 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 625 लोगों की यहां मौत हुई है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 9 हजार 333 पहुंच गया है। 3 हजार 926 मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। यहां मरने वालों की संख्या 129 तक पहुंच गई है। तमिलनाडु में भी पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। राज्य में रविवार सुबह तक कुल 10 हजार 585 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें 3 हजार 538 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 74 लोगों की मौत हुई है। असम में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 92 है, जिनमें से 41 को डिस्चार्ज किया गया है और 2 की मौत हुई है। बिहार में यह संख्या 1 हजार 179 पहुंच चुकी है, जिनमें से 453 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 7 लोगों की मौत हुई है। चंडीगढ़ में यह संख्या 191 है, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज किया चुका है। तीन की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 67 पहुंच चुकी है, जिनमें से 56 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। उधर, दादर नगर हवेली से सिर्फ एक मामला अब तक सामने आया है। गोवा में अब तक 17 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 7 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बीच हरियाणा में 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 514 को डिस्चार्ज किया गया है। राज्य में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में 78 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 43 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन लोगों की मौत हुई है। उधर, जम्मू एवं कश्मीर में 1 हजार 121 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 542 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां 12 मरीजों की मौत हुई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार सुबह तक झारखंड में 217 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 113 को छुट्टी दी जा चुकी है। यहां अब तक 3 मौतें दर्ज की गई हैं। कर्नाटक में यह आंकड़ा 1 हजार 92 पहुंच चुका है, 496 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 36 की मौत हुई है। केरल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 587 पहुंच गई है, 495 को डिस्चार्ज किया गया और राज्य में चार की मौत हुई है। लद्दाख में सिर्फ 43 मामले सामने आए, जिनमें से 22 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।मध्य प्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना से पीड़ित हुए मरीजों की संख्या 4 हजार 789 पहुंच चुकी है। इनमें से 2 हजार 315 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 243 लोगों की मौत की सूचना है। उधर, मणिपुर में सिर्फ 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मेघालय में भी 13 मामले सामने आए हैं और 11 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां एक की मौत हो गई है। उड़ीसा में 737 मामले सामने आए। 196 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन की मौत हो गई है। पुडुचेरी में अब तक 13 मामले सामने आए हैं, 9 को डिस्चार्ज किया गया है और एक व्यक्ति की मौत हुई है।


पंजाब में अब तक 1 हजार 946 मामले दर्ज किए गए हैं। 1 हजार 257 को डिस्चार्ज किया गया है और 32 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में 4 हजार 960 मामले सामने आए हैं। 2 हजार 839 को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 126 की यहां मौत हुई है। तेलंगाना में 1 हजार 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 971 को डिस्चार्ज किया गया और यहां 34 की मौत हुई है। त्रिपुरा में रविवार सुबह तक 167 मामले दर्ज किए गए हैं, 64 को डिस्चार्ज तक किया जा चुका है। उत्तराखंड में 88 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 1 की मौत हुई है। उधर उत्तर प्रदेश में 4 हजार 258 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 हजार 441 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। यहां रविवार सुबह तक 104 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 2 हजार 576 हो गया है। 872 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और राज्य में 232 लोगों की मौत हुई है।


गरीब देशो को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। 73वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा के पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति किरिल रामफोसा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन समेत 140 से अधिक राजनीतिज्ञों और विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से खुला पत्र जारी कर यह अपील की कि कोविड-19 के टीके का विकास होने के बाद उसे पेटेंट अधिकारी नहीं होगा और विश्व भर में इस का मुफ्त प्रयोग किया जाना चाहिए।


गरीब देशों को पंक्ति के पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। 
इस खुले पत्र को जारी करने की पृष्ठभूमि ऐसी है: फ्रांसीसी दवा कंपनी सानोफी के उच्च पदाधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका ने उस टीके के विकास में सर्वाधिक पूंजी लगायी, अमेरिका को टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी। यह बात सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हल्ला मच गया है। फ्रांसीसी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव से उस कंपनी ने अपना रूख बदलकर कहा कि अमेरिका को सिर्फ अपने ही देश में उत्पादित होने वाले टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी।


इस घटना से जाहिर है कि अमेरिका को कोविड-19 के टीके पर एकाधिकार जमाने की बदनीयत है।


गरीब की जिंंदगी पर लगा दो 'रासुका'

लखनऊ। समजावादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रवासी मजदूरों को राज्य में न घुसने देने पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार तंज कसते हुए कहा कि सरकार लोगों को गैर कानूनी काम करने के लिये बाध्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा क्यों नही करती कि गरीबों की जिंदगी पर ही रासुका लगा दे।


जिस राज्य ने देश को महामहिम और प्रधानमंत्री दिये है उसी उत्तर प्रदेश ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मजदूरों से श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। यादव ने रविवार को ट्वीटकर कहा “भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे।


भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियां ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो!” उन्होंने कहा कि ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो कौन प्रवासी मजदूर काम पर लौटेगा। उन्होंने ट्वीटकर कहा “अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे।


अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे। ” यादव ने कहा “जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?।”


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासियों के पैदल, दो पहिया या ट्रक से उत्तर प्रदेश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। शासन ने कहा है कि जिलाधिकारी तय करें कि कोई भी पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करे। ऐसा कही पाया गया तो लापरवाही मानी जायेगी।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


जल्दी शुरू हो सकती है 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना के संकट को देखते हुए लॉकडाउन (पूर्णबंदी) में घरेलू उड़ानों पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध था।हालांकि 17 मई को पूर्णबंदी का तीसरा चरण खत्म हो रहा है। और इसके चौथे चरण में काफी हद तक ढील दी जाएगी। और यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एक बार फिर से घरेलू उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी।


देश में घरेलू हवाई यातायात का संचालन करने वाली एयलाइन कंपनियों ने जल्द ही घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू करने की संभावना के साथ नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) के लिए अपने विमान की वायु योग्यता रिपोर्ट शुक्रवार को प्रस्तुत की है। प्रोटोकॉल के अनुसार, एयरलाइनों को अपने उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने से पहले अपने विमान का विवरण डीजीसीए और एमओसीए को प्रस्तुत करना होता है। एमओसीए ने एक बयान जारी कर बताया है कि एयरलाइंस विनियामक रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। केंद्र सरकार कई दिशा-निर्देशों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया हैै। एमओसीए ने एयरलाइनों और एयरपोर्ट ऑपरेटरों सहित सभी विमानन हितधारकों को एसओपी के मसौदे के माध्यम से सूचित किया है कि 80 साल से अधिक आयु के लोगों को उड़ान शुरू होने के पहले चरण में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एमओसीए के ड्राफ्ट एसओपी के अनुसार, प्रारंभिक स्तर पर किसी भी केबिन बैगेज को अनुमति नहीं दी जाएगी और चेक-इन बैगेज जिसका वजन 20 किलोग्राम से कम है, उसे ही अनुमति दी जाएगी. इस बीच भारत सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AFI) ने उड़ानों को फिर से शुरू करने से पहले आवश्यक कदम उठाए हैं।


AFI के निर्देशों के मुताबिक यात्रियों को हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले अपने स्मार्टफोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा, एक मुखौटा, एक हाथ सैनिटाइजर और दोनों हाथ में दस्ताने पहनने होंगे। एएआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में यह गाइडलाइन दी गयी है। देश में विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों में विस्तारा के पास 41 विमान, इंडिगो के पास अपने बेड़े में लगभग 260 विमान हैं, स्पाइसजेट के साथ 120 विमान और एयर इंडिया समूह के बेड़े में 155 से अधिक विमान हैं।


उल्लेखनीय है कि हाल ही में एमओसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्री समूह (जीओएम) के सामने एक विस्तृत प्रस्तुति दी थी, जब भारत वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से भारतीयों को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रत्यावर्तन उड़ानों पर निर्णय लिया गया था। एयर इंडिया उन लोगों के लिए घरेलू उड़ानों का संचालन कर रही है जो वंदे भारत मिशन के तहत प्रत्यावर्तन उड़ानों में विदेश से भारत आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 17 मार्च से 17 मई तक व्यावसायिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।


मुठभेड़ में जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर

श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के डोडा में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी की मौत हो गई, जबकि कार्रवाई के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलि के डीजी ने कहा, मुठभेड़ जारी है, एक आतंकवादी मारा गया और एक सैनिक ने अपनी जान गंवाई है। सुरक्षाबलों को क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद डोडा में मुठभेड़ शुरू हो गई।


सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों के ठिकाने पर पहुंचे। जवानों को देखकर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। इसकी पुष्टि जम्मू कश्मीर पुलिस ने की है। वहीं एक जवान के शहीद होने की भी खबर है। अभी मुठभेड़ जारी है। एक से दो आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर हारून अब्बास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस महीने की शुरुआत में जिले में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से कुछ हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए थे।
बता दें कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के कश्मीर कमांडर रियाज नायकू के सफाए के बाद हिजबुल ने कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। हिजबुल के इस नए कमांडर के साथ ही 3 और हिजबुल के आतंकी सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं। जिन 10 आतंकियों के सफाए का टारगेट है उसमें 4 हिजबुल के, 3 जैश के आतंकी शामिल हैं। सिक्यॉरिटी एजेंसी सूत्रों के मुताबिक अब जो आतंकी निशाने पर हैं उनमें हिजबुल का नया कमांडर सेफुल्ला है।


आतंकी संगठन में इसका कोड नेम गाजी हैदर है। सेफुल्ला 8 अक्टूबर 2014 को हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ। हिजबुल का दूसरा आतंकी जो हिट लिस्ट में है उसका नाम मोहम्मद अशरफ खान उर्फ अशरफ मौलवी हैं जो 9 सितंबर 2016 से हिजुबल के साथ है। हिजबुल को दो और आतंकी इस लिस्ट में है- जुनैद सहराई और अब्बास शेख।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


आसमान में दिखाई दे रहा 'शुक्र ग्रह'

नई दिल्ली। शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में आसानी से लोगों को नजर आ रहा है। आसमान में जब भी रात के वक्त चांद देर से दिखाई देता है या कई बार नहीं भी दिखता है तो शुक्र ग्रह एक अकेला ऐसा तारा है जो सबसे ज्यादा चमकीला नजर आता है। बता दें आसमान में सूरज और चांद के बाद शुक्र ग्रह तीसरा सबसे ज्यादा चमकदार ओब्जेक्ट है।


शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में नजर आ रहा है। हालांकि, जल्द ही ग्रह अपनी जगह बदलेंगे और ऐसे में शुक्र ग्रह आसमान में नजर आना बंद हो जाएगा। इस वजह से शुक्र ग्रह जल्द ही आसमान से गायब होने वाला है।28 अप्रैल को यह ग्रह आसमान में सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई दिया था और मई के अंत तक यह आसमान में दिखाई देगा। अर्थस्काय कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूरज के बीच से गुजरेगा और इस वजह से यह पूर्वी आकाश में सूर्य उदय से कुछ देर पहले दिखाई देगा और इसके बाद गायब हो जाएगा। आप चाहें तो शुक्र ग्रह को मई के महीने में रोज रात को देख सकते हैं।


हालांकि, इसे टेलीस्कोप से देखना एक अच्छा आइडिया है क्योंकि ऐसा करने से आप काफी साफ-साफ इस ग्रह को देख पाएंगे. टेलीस्कोप से यह आपको अर्धचंद्राकार का दिखाई देगा और काफी बड़ा नजर आएगा। लेकिन अगर आपके पास टेलीस्को नहीं है तो भी आपको इसे देखने का मौका नहीं गवाना चाहिए।


27 मई को दिखेगा 'हरे बर्फ' का गोला

नई दिल्ली। साल 2020 कई अजीबोगरीब घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा। साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग से शुरू हुई थी। इसके बाद तो चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने जो तांडव शुरू किया, उसका असर ऐसा हुआ कि दुनिया के कई देश लाशों के ढेर में बदल गया। इस बीच अप्रैल से अंतरिक्ष में भी हलचल शुरू हो गए। 29 अप्रैल को तो अंतरिक्ष से गिरने वाले एक उल्कापिंड से दुनिया के खत्म होने की भी बात आई। हालांकि, ये उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक से गुजर गया। इसके बाद से अभी तक कई छोटे उल्कापिंड आए दिन अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिर ही रहे हैं। अब सूरज से एक विशाल धूमकेतु पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु को एस्ट्रोनॉमर ने अप्रैल में ही ढूंढा था। इसकी तस्वीरें  NASA/ESA के मॉनेटरिंग स्पेसशिप से ली गई। कहा जा रहा है कि जब ये धूमकेतु जब पृथ्वी की सतह पर आएगा तब आसमान हरा हो जाएगा। स्वान धूमकेतु तेजी से अंतरिक्ष से गिरता हुआ पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु की 11 मिलियन लंबी पूंछ इसकी खासियत बन गई है। स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा।
स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा। साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए।


साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए। इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा।
इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा।    एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।


एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।  27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।
27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।


एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाएगी। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाए।
एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाए। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाऐगा। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है।


दिल्ली में 31 मई तक बढ़ा 'लॉकडाउन'

प्रयागराज। लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए राज्यों की तरफ से केंद्र को 15 मई तक भेजे जा चुके हैं कई सुझावलॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 तक चल सकता है, इस दौरान छूट का दायरा बढ़ना संभवऑटो, टैक्सी, कैब के सथ डोमेस्टिक फ्लाइट्स को शर्तों के साथ शुरू किया जा सकता हैशॉपिंग मॉल्स में भी कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है, रेस्ट्रॉन्ट और ढाबों को भी अनुमति संभव


नई दिल्ली विश्व मे कोहराम मचा रही वैश्विक महामारी के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद रविवार को खत्म हो रही है। अभी वायरस जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तीसरी बार लॉकडाउन का बढ़ना तय है, जिसका संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दिया था। लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की छूट दिए जाने की संभावना है। इस बारे में अब किसी भी वक्त ऐलान जा सकता है।


सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। उसे भी बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। अब तीसरी बार लॉकडाउन फिर बढ़ने वाला है। 


पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शर्तों के साथ इजाजत संभवः ऑटो रिक्शा और कैब एग्रीगेटरों को शर्तों के साथ इजाजत दी जा सकती है। उन्हें अधिकतम 2 यात्रियों को बैठाने की अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ानों को भी मंजूरी दी जा सकती है बशर्ते कि जहां से फ्लाइट जानी हो और जिस जगह पर उसे पहुंचनी है, वे दोनों संबंधित राज्य इसके लिए राजी हों। केंद्र तो सभी घरेलू उड़ानों को शुरू करना चाहता है लेकिन कई राज्य इसके विरोध में हैं। 


रेड जोन्स में मेट्रो सर्विसेज को आगे भी सस्पेंड रखा जा सकता है। रेस्ट्रॉन्ट और शॉपिंग मॉल्स को भी कुछ शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी जा सकती है।  कंटेनमेंट जोन्स में और ज्यादा सख्ती हो सकती है। किस जोन में किन गतिविधियों की इजाजत रहे, इसे तय करने का अधिकार राज्यों को मिल सकता है। अब तक केंद्र सरकार ही रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तय करती रही है। इसमें बदलाव भी केंद्र ही कर सकता है। हालांकि, राज्य मांग कर रहे हैं कि उन्हें जोन तय करने और किस जोन में किन तरह की गतिविधियों को इजाजत रहे, यह तय करने का अधिकार उन्हें मिले। 


जल्द शुरू हो सकती हैं दिल्ली मेट्रोः गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि राज्यों की यह मांग मानी जा सकती है यानी राज्यों को जोन तय करने का अधिकार दिया जा सकता है। सूत्रों की माने टी शॉपिंग मॉल्स में कुछ दुकानों, रेस्तराओं को खोलने की इजाजत दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन जरूरी होगा। प्रवासी मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए राज्यों को नई गाइडलाइंस में स्पष्ट निर्देश होगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे ताकि वे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की मदद कर सकें। 


बृजेश केसरवानी


राष्ट्रपति भवन मे वायरस, एसीपी संक्रमित

कोरोना वायरस पहुंचा राष्ट्रपति भवन, एसीपी पॉजिटिव मिले, अस्पताल में भर्ती


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण राष्ट्रपति भवन पहुंच गया है। राष्ट्रपति भवन के एसीपी फंक्शन करन सिंह कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसीपी राष्ट्रपति भवन के ऑफिस में कार्यरत हैं और यह ऑफिस राष्ट्रपति भवन के अंदर है। करन सिंह राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन हैं। राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन का अहम रोल होता है।


एसीपी करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। राष्ट्रपति भवन में तैनात कई पुलिसकर्मी और स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है।


सैनिटाइज सिस्टम कई दिनों से खराब

अतुल त्यागी


हापुड़। कोरोना महामारी की चेन तोड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन किया हुआ है और लोगों की बचाव हेतु जिला प्रशासन ने पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में लोगों को सैनिटाइज करने के लिए हजारों रुपए की लागत से सैने डाइज सिस्टम गत दिनों लगाया था। ताकि वहां आने वाले कर्मचारी व बाहरी लोग सेने डाइज  होकर कोरोना महामारी से बच सकें लेकिन वहां के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह सिस्टम पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है और वहां पर आने वाले लोग सैनिटाइज होने से वंचित हो रहे हैं।


चंडीगढ़ः दूरवर्ती मरीजों की सुनेंगे समस्या

राणा ओबराय

19 मई से चंडीगढ़ पीपीई में डॉक्टर दूरवर्ती मरीजो की सुनेंगे समस्या


चण्डीगढ़। चंडीगढ़ पीजीआई प्रशासन ने निर्णय लेते हुए ऑनलाइन ओपीडी शुरू करने की पहल की है। मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सिर्फ संडे और छुट्टी वाले दिन ऑनलाइन ओपीडी बंद रहेगी। पीजीआई प्रशासन ने मरीजों के लिए फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं।जिस पर मरीज डॉक्टर से अपना रोग बता करके उपचार पूछ सकता है।


चिलचिलाती धूप में छांंव ढूंढते रहे प्रवासी

चिलचिलाती धूप में छांव ढूंढते रहे प्रवासी


सीएचसी में थर्मल स्क्रीनिंग कराने वाले प्रवासियों की रही भीड़


सुनील पुरी


फतेहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने आए प्रवासी चिलचिलाती धूप में बेहाल दिखे और छाव खोजते रहे इनमें से अधिकांश प्रवासी मुंबई और सूरत से आए हुए थे। लाइन में खड़े होने को लेकर कई बार प्रवासियों के बीच नोकझोंक भी हुई और पुलिस भी पहुंची


कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन की स्थिति चल रही है जिसके कारण प्रवासियों का आना लगातार जारी है इनमें से अधिकांश प्रवासी महाराष्ट्र के मुंबई शहर तथा  गुजरात प्रांत के सूरत शहर से आ रहे हैं इसके अलावा अन्य प्रांतों दिल्ली पंजाब हरियाणा राजस्थान से भी प्रवासी लगातार आ रहे प्रवासियों की भीड़ देर रात से ही होने लगी थी सुबह भारी संख्या में प्रवासी दिखाई दिए प्रवासियों की लंबी लाइन सीएससी परिषद से गेट और रोड तक लगी हुई थी थर्मल स्क्रीनिंग कराने के लिए लाइन में खड़े प्रवासियों के बीच आगे-पीछे होने को लेकर कई बार आपस में कहासुनी हुई यहां तक कि झगड़े की भी नौबत आई लेकिन कुछ अन्य प्रवासियों ने मामले को शांत करा दिया सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची पुलिस ने वासियों को लाइन से खड़ा कराया जब दोपहर को धूप तेज हुई तो प्रवासियों की हालत बिगड़ी और छाया खोजने लगे दोपहर बाद काफी देर तक प्रवासियों की लाइन लगी रही और उन्होंने अपनी थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ परीक्षण कराया वहीं थर्मल स्क्रीनिंग करने वाले लोगों ने उन्हें 21 दिन तक आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी।


मजदूरों के साथ, ट्रक वालें कर रहे खिलवाड़

अतुल त्यागी


गरीब मजदूरों के साथ कर रहे डग्गामार ट्रक वाले खिलवाड़


आपको बतादे की गरीब मजदूरों के साथ हो रहा है खिलवाड़ जहा देखनी वाली बात है, कि सोनीपत और पानी पत में कम्पनियों में काम करते थे। जहाँ कम्पनियों के मालिकों ने उन्हें कम्पनी से बाहर निकाल दिया है और उनकी सैलरी भी नही दी गरीब मजदूर परेशान होकर अपनी कम्पनी के पास के मकानों में किराये के कमरों में रहते थे और मकान मालिको ने उन्हें बाहर निकाल दिया है। जहा देखने वाली की बात है कि सरकार के नियमो की उड़ा रहे है। धज्जियाँ गरीबो की मजबूरी को देखते हुए सरकार के नियम थे कि कम्पनियों में काम करने वालो की नहीं काटी जाएगी सेलरी और किराये के मकानों में रहने वालों को नही दिया जायेगा किराया जहा देखने वाली बात है कि गरीब मजदूरों को नही सेलरी मिली और किराये के मकान मालिकों ने उन्हें मकानों से बाहर निकाल दिया और गरीब मजदूर भूखे प्यासे रहने लगे गरीब मजदूर अपने घरों के लिए पानीपत का डग्गामार ट्रक वाले से घर जाने के लिए बात करी थी ट्रक वाले हमारे साथी सोनीपत और पानीपत में भी रहते है डग्गामार ट्रक वाले ने सभी लोगो की गिनती करी तो गिनती करने पर 200 लोग थे डग्गामार ट्रक वाले ने 2,000 रुपये सवारी की बुकिंग कर ली थी जहाँ गरीब मजदूरों से 4,00000 लाख रुपये पहले ही एडवांस में ले लिए थे गरीब मजदूरों को घर पहुचाने के लिये रुपये लिए थे और गरीब मजदूरों के जनपद हापुड के कोतवाली गढमुक्तेश्वर के ब्रजघाट नगरी में सभी मजदूरों को उतारने लगा था गरीब मजदूरों ने 112 की पुलिस को बुलाकर अपनी समस्या बताई और मोके पर डग्गामार ट्रक चालक को किया गिरफ्तार।


जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा

जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा 
आकांशु उपाध्याय 
गाजियाबाद। कोरोना वायरस कोविड-19 अपने साथ बहुत सारी समस्याएं लेकर आया है। जिनका वर्तमान व्यवस्थाओं के पास समुचित समाधान नहीं है। उचित और आवश्यक दृष्टिकोण का भी अभाव महसूस किया जा रहा है। वायरस अपनी गति से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। जिसका प्रभाव निकट भविष्य में हम सबके सामने होगा। सरकार की विवेक शीलता के अनुसार योजनाओं का यथावत लाभ वायरस को मिल रहा है। बैंक, राशन और शराब के लिए सड़कों पर जनता की अव्यवस्थित भीड उमड पडी़ है। इससे प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। देश के प्रधानमंत्री के प्रति जनता ने कृतज्ञता का उदाहरण पेश किया है मूल मंत्र सामाजिक दूरी का स्पष्ट परिहास किया गया है।
वहीं दूसरी ओर जनपद गाजियाबाद में कमोबेश 85 लाख से अधिक नागरिक निवास करते हैं। जनपद सघन आबादी वाला क्षेत्र है। जिसमें लोनी और खोड़ा नगर पालिका अति सघन आबादी वाले क्षेत्र है। दोनों क्षेत्रों की सीमाएं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से लगी हुई है। दोनों ही स्थानों पर संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। लोनी और खोड़ा में संक्रमण का संचार नियंत्रित कर पाने में जिला प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। परिणाम स्वरूप संक्रमण तेज गति से बढ़ रहा है। जनपद में शनिवार को कुल 172 संक्रमितो की सूचना दी गई। उसके पश्चात रविवार को लोनी स्थित बाजार में एक संक्रमित मिला है।लोनी बाजार में संक्रमित व्यक्ति एवं साहिबाबाद स्थित संजय नगर में एक महिला संक्रमित के मिलने से स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया है। जनपद में कुल 5251 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिसमें 4683 की जांच रिपोर्ट मिली है। 568 लोगों की अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। 106 लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। संभावित क्षेत्रों में 18 हॉट स्पॉट बनाए गए हैं। यह सब आंकड़ा जिला प्रशासन के द्वारा प्रदान किया गया है। लेकिन तेजी से बढ़ने वाले संक्रमण पर नियंत्रण का प्रभावी तरीका अपनाने का उपयुक्त समय आ गया है। लॉक डाउन को अधिक प्रभावशाली प्रणाली के अनुसार लागू करने की आवश्यकता है। सरकार आवश्यक दिशा-निर्देश लागू कर रही है। जिला प्रशासन को स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। नियमों की कठोरता और आवश्यक लचीलापन की मांग के प्रति संतुलन बनाने की सख्त आवश्यकता है। जिला प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा का दौर प्रारंभ हो गया है।


भोजन मिलने के बाद छलक पड़े आंसू

हाइवे पर पैदल चल रहे मज़दूरों का सहारा बनी कांग्रेस


सैनी चौराहे पर कांग्रेस की सांझी रसोई से भोजन मिलने के बाद छलक पड़े भूखे मजदूरों के आँसू


कौशाम्बी। कोरोना वायरस की महामारी के बाद पूरे देश मे 57 दिनों से लगातार लॉक डाउन घोषित कर दिए जाने के चलते फैक्ट्रियों से निकाले गए मजदूर रोटी के लिए भूखे है और इन स्थितियों में मजदूर भूखे प्यासे परिवार के साथ पैदल चल कर घर पहुँचना चाहते है। जिससे हाइवे पर मजदूरों का झुंड पैदल चल रहा है। भूखे प्यासे मजदूरों को भोजन का इंतजाम कर उन्हें संतुष्टि देने का जिम्मा कांग्रेस पार्टी ने उठाया है और जिले के सैनी चौराहे पर प्रतिदिन भूखे प्यासे हजारो मजदूरों को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू  के आवाहन पर सड़को पर पैदल चल रहे मज़दूरों को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अरुण विधार्थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने सांझी रसोई से दिन रात खाना पानी खिलाने का इंतजाम कर रहे हैं। जैसे ही मज़दूरों को खाना पानी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया। कुछ मज़दूरों के आंसू छलक पड़े और मज़दूर बोले कि कभी भी कांग्रेस का यह एहसान नही भूलेंगे। खाने पीने का भरपूर इंतजाम जिले में कांग्रेस पार्टी प्रतिदिन कर रही है।


कांग्रेस की सांझी रसोई से प्रतिदिन डेढ़ हजार से अधिक लोगों को सैनी हाईवे पर भोजन पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके पूर्ब भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा गरीब जरूरतमंद भूखे लोगो के घर घर भोजन सामग्री पहुचाई गयी थी। भोजन उपलब्ध कराने के समय कांग्रेस पार्टी के पूर्ब जिलाध्यक्ष तलत अज़ीम के साथ में इब्ने हसन सरफराज राशिद कन्हई गौतम प्रदीप सक्सेना इजहार अब्बास,धर्मेंद्र श्रीवास्तव राजकुमार पासी मोहम्मद रफी आदि लोग मौजूद रहे।


 ज़ैगम अब्बास 


बसें तैयार, सरकारी अनुमति का इंतजार

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजस्थान के अलवर और भरतपुर से प्रवासियों को देश के अन्य हिस्सों में ले जाने के लिए 500 बसों की व्यवस्था की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा, “लेकिन, उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में इस बाबत प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली है।”बसों को मथुरा जाने के लिए बहज गोवर्धन सीमा पर पहुंचना है और बताया जा रहा है कि बस में प्रवासी मजदूर हैं। प्रियंका गांधी ने शनिवार को औरैया में हुई दुखद सड़क दुर्घटना के बाद प्रवासियों को लाने के लिए एक हजार बसों को चलाने की अनुमति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। हादसे में 24 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी।


पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस इन चार्टर्ड बसों की कीमत ऐसे समय में वहन करेगी, जब प्रवासियों को सुरक्षित घर लौटने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में प्रियंका ने कहा, “देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक पैदल ही यात्रा कर अपनी घर वापसी के लिए प्रयत्न कर रहे हैं और ऐसे में उनके लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा, “ऐसे समय में राष्ट्र निर्माण करने वालों को उनके हाल पर नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए हम गाजीपुर और नोएडा सीमाओं से 500-500 बसों का संचालन करना चाहते हैं।”


प्रवासियों की मदद की, हिरासत में लिया

नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार चौधरी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें पूर्वी दिल्ली स्थित उनके आवास पर हिरासत में लिया है। चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य में प्रवासियों की मदद करने के लिए हिरासत में लिया गया है। चौधरी ने एक बयान में कहा, “एसएचओ ने पूछा – क्या गाजीपुर सीमा पर गए थे, जहां बड़ी तादाद में प्रवासी जुटे हुए थे? तो, प्रवासियों की मदद करना अपराध बन गया।”दिल्ली पुलिस के सूत्र ने कहा, “वह पिछले दो दिनों में कई प्रवासी मजदूरों को दिल्ली-यूपी की सीमा पर लेकर आए। कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बरती जा रही थी। इससे आगे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शनिवार को दिल्ली-फरीदाबाद सीमा के पास सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर प्रवासियों के एक समूह से मुलाकात की थी।


राहुल गांधी ने महिलाओं और बच्चों सहित 20 प्रवासियों के एक समूह के साथ एक घंटे मुलाकात की थी। कांग्रेस ने बाद में आरोप लगाया कि पुलिस ने मजदूरों को यह कहते हुए एहितियाती हिरासत में लिया है कि उन्हें ‘ऊपर से’ ऐसा करने का निर्देश मिला है। लेकिन, बाद में पार्टी ने उन्हें उनके संबंधित स्थान पर भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था की।


हमलों में अफगान के 120 नागरिक मरे

काबुल। अफगानिस्तान में पिछले तीन सप्ताह में तालिबान के हमलों में 120 नागरिक मारे गए हैं और 350 अन्य घायल हुए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद कार्यालय (ओएनएससी) के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। टोलो न्यूज के मुताबिक, ओएनएससी के प्रवक्ता जावेद फैसल ने शनिवार को कहा, ” तालिबान और उनके समर्थकों द्वारा शुरू किए गए हमलों में रमजान के पवित्र महीने के दूसरे सप्ताह की तुलना में 33 फीसदी की वृद्धि दिखाई दी है।”


इस बीच, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा बलों (एएनडीएसएफ) ने राष्ट्रपति अशरफ गनी के एक आदेश के बाद जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।


मंत्रालय के प्रवक्ता रोहुल्लाह अहमदजई ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हम दुश्मन की चौकियों पर कई शक्तिशाली हमले करने और उन्हें मानवीय स्तर पर बड़ा नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहे हैं।


25 अप्रैल को ओएनएससी के आंकड़ों ने दर्शाया कि तालिबान ने दोहा में 29 फरवरी को शांति समजौता होने के बाद से रोज औसतन 55 हमले किए थे। इसने कहा कि तालिबान ने मार्च की शुरुआत से लेकर 19 अप्रैल तक 2,804 हमले किए।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...