गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

सहारनपुर से दिखी हिमालय की चोटी

नई दिल्ली/सहारनपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 24 मार्च के बाद से ही पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। भारत की पूरी आबादी इस वक्त अपने घरों में कैद है और कल-कारखानों पर भी ताला लगा है। इस लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण के स्तर में भी भारी कमी आई है और प्रकृति अपने पूराने स्वरूप में लौट आई है। लॉकडाउन में लोगों ने पहली बार प्रकृति को इतनी नजदीक से देखा व उससे जुड़ाव महसूस किया है। वाहन-फैक्ट्री सब बंद होने से हवा साफ व धूल-धुंए से मुक्त हो गईं है और प्रकृति के नजारे आम हो गए हैं। जी हां, नीले आसमान में दृश्यता का आलम यह है कि सहारनपुर से अपर हिमालयन रेंज की बर्फीली पहाड़ियां तक आसानी से देखी जा रही हैं। ऐसे ही कुछ खुशनुमा पल इनकम टैक्स अधिकारी दुष्यंत कुमार सिंह ने अपने कैमरे में कैद किए है। दुष्यंत सिंह के अनुसार, रविवार शाम बारिश के बाद नजारा देखकर वह भी एक बारी चौक गए थे। चकराता से ऊपर की ओर गंगोत्री यमुनोत्री पर्वत श्रंखला की बंदरपूंछ आदि की पहाड़ियां साफ दिखाई दे रही थी जिन्हें उन्होंने अपने कैमरे में कैद किया हैं। सिंह की अध्यापक पत्नी निधि बताती हैं कि यह पहाड़ियां करीब 200 किलोमीटर दूर है।


खास है कि अभी तक वायुमंडल में पसरे घने प्रदूषण के चलते देहरादून-मसूरी की पहाड़ियां भी कभी-कभार बारिश के बाद मुश्किल से दिखाई दे पाती थीं लेकिन आज अपर हिमालयन रेंज की पर्वत श्रृंखलाएं सहारनपुर से दिखाई दे रही हैं तो मतलब साफ है। हवाओं को साफ व प्रदूषण मुक्त बनाने का जो काम पूरी सरकारी मशीनरी न कर पाई हो, उसे लॉकडाउन ने कर दिखाया हैं। लॉक डाउन के चलते वाहन फैक्ट्री सब बंद होने से धूल धुंए के साथ हवा में हानिकारक गैसें आदि का प्रभाव खत्म हो गया और लोगों ने पहली बार प्रकृति को इतनी नजदीक से देखा और उसकी अप्रतिम सुंदरता का अहसास किया है।प्रदूषण विभाग के भी अनुसार, लॉक डाउन के चलते हवाओं की गुणवत्ता में करीब 35% तक सुधार है। जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई लेवल 70 पर आ गया है। जो दिवाली के आसपास 300 पार पहुंच जाया करता था और 120-125 से कम तो कभी आता ही नहीं था।


सहायक वैज्ञानिक अधिकारी गीतेश चंद्र कहते हैं कि लाक डाउन में वाहन फैक्ट्री आदि सब बंद है। बारिश में धूल-धुंआ आदि सब धुल गया है तो आसमान साफ दिखेगा ही। बता दें कि बीते 24 मार्च से देशभर में लॉकडाउन जारी है और इसकी वजह से गंगा नदी का जल भी काफी साफ हो गया है। इतना ही नहीं, वायु प्रदूषण में भी काफी कमी देखने को मिली है।


प्रयागराज-जौनपुर बॉर्डर का निरीक्षण

मण्डलायुक्त व आईजी ने प्रयागराज-जौनपुर बार्डर का किया निरीक्षण
बाहर से आने वाले लोगो की थर्मल स्कैनिंग करने के पश्चात ही उनको जाने की दे अनुमति-मण्डलायुक्त
आईजी ने पुलिस कर्मियों को लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के दिए निर्देश


बृजेश केसरवानी
 प्रयागराज।मण्डलायुक्त प्रयागराज श्री आर0 रमेश कुमार व आईजी के0पी0 सिंह ने फूलपुर तहसील स्थित प्रयागराज-जौनपुर बार्डर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि लोगो की एवं माल वाहक गाड़ियों की बिना चेकिंग आने-जाने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां पर एक डाॅक्टर्स की टीम लगाये, जो कि बाहर से आने वाले लोगो की थर्मल स्कैनिंग करें, उसके पश्चात ही उनको जाने की अनुमति दी जाये। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि आने वाले लोगांे का एक रजिस्टर तैयार करें, जिसमें इनका पूरा विवरण साथ ही इनकी यात्रा का डिटेल अंकित किया जाये। उन्होंने विशेष तौर पर बाहर से आने वाले लोगो को क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन के लिए क्वारंटीन करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बार्डर पर किसी स्कूल को क्वारंटीन सेंटर के रूप में विकसित करें, जिससे वहां पर लोगो को क्वारंटीन किया जा सके।
तत्पश्चात मण्डलायुक्त फूलपुर तहसील स्थित उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यालय में साफ-सफाई, सैनीटाइजेशन इत्यादि कार्यों का जायजा लिया एवं इसे और बेहतर करने के निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत कनेहटी स्थित कान्हा गौशाला, गो-वंश आश्रय स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने वहां कर्मचारियों से गायों को दिया जाने वाला चारा, पानी एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली एवं इनकी देखभाल प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कान्हा गौशाला में साफ-सफाई एवं जानवरों की देखभाल हेतु पशुचिकित्सकों की लगायी गयी ड्यूटी के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने गौशाला कार्यरत कर्मचारियों का रजिस्टर देखा एवं उनके ड्यूटी चार्ट के बारे में भी पूछा।
पुलिस महानिरीक्षक श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह ने बार्डर पर चेकिंग के दौरान पुलिस अधिकारियों को अपनी ड्यूटी कड़ाई से करने, किसी भी व्यक्ति को बिना जांच किए एवं उनका पूरा विवरण लिए बिना अंदर प्रवेश न करने देने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बार्डर एरिया पर अन्य साइड मार्गो की चेकिंग पूरी मुस्तैदी के साथ करें, जिससे कि जिले की सीमा पर कोविड-19 की बिना जांच कराये कोई भी व्यक्ति जिले में प्रवेश न कर सके। उन्होंने कहा कि अनाउंसमेंट सिस्टम एवं पम्फलेट के माध्यम से कोविड-19 की जानकारी आम लोगो तक पहुंचाये।
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने शास्त्रीपुल पर आने-जाने वाले लोगो को रोककर उनसे पूछताछ की एवं लाॅकडाउन का पालन करने के निर्देश दिए। इसके साथ बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त प्रथम-श्री भगवान शरण, संयुक्त विकास आयुक्त-श्री शिव कुमार पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।


विशेष ट्रेनों के संचालन की मांग की

जालोर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा श्रमिकों एवं प्रवासियों के अन्तराज्यीय आवागमन के संबंध में बुधवार को जारी किए गए आदेश का स्वागत किया है। प्रवासियों को सकुशल उनके घर पहुंचाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक व्यवस्थित एवं सुगम प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है जिसमें बुधवार रात तक करीब 6 लाख 35 हजार श्रमिकों एवं प्रवासियों ने अपना पंजीयन कराया है।
आने वाले समय में और भी श्रमिक अपना पंजीयन करा सकते हैं। ऐसे में कामगारों की इतनी बड़ी संख्या तथा लंबी दूरी को देखते हुए विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाना  कामगारों के सुरक्षित घर लौटने का व्यावहारिक समाधान होगा। प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इन लाखों प्रवासियों एवं श्रमिकों के सुरक्षित आवागमन के लिए भारत सरकार को बिना किसी देरी के विशेष ट्रेनों का संचालन प्रारंभ करना चाहिए।
राजस्थान सरकार द्वारा लगातार की जा रही मांग के बाद केन्द्र सरकार द्वारा श्रमिकों एवं प्रवासियों को उनके गृह स्थान पहुंचाने के लिए जारी आदेश का स्वागत है। बड़ी संख्या में राजस्थान के प्रवासी विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे। साथ ही अन्य राज्यों के लोग भी यहां अटके हुए थे। दोनों ही संकट की इस घड़ी में अपने परिवारजनों के पास पहुंचना चाहते थे। राज्य सरकार ने उनकी भावनाओं को समझा और इस दिशा में लगातार सकारात्मक प्रयास किए, जिससे उनकी घर लौटने की राह खुल सकी।
विभिन्न पत्रों एवं प्रधानमंत्री के साथ समय-समय पर हुई वीडियो कांफ्रेंस में प्रवासियों एवं श्रमिकों की इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया था। साथ ही प्रवासी राजस्थानियों की सहायता एवं उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी दी गई थी। पत्र में कहा कि काफी समय से घर से दूर रहने की पीड़ा झेल रहे इन श्रमिकों एवं प्रवासियों की इस समस्या को दूर करने के लिए हमें व्यावहारिक मार्ग अपनाना होगा।


रोजेदारों को वितरण की खाद सामग्री

मनरेगा मजदूर यूनियन रमजान के पाक महीने में कर रही है रोजेदारों की मदद


वाराणसी। एक तरफ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से देश ही नहीं पूरा विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में काशी की गंगा जमुनी तहजीब लोगों में जिंदा रखने के लिए मनरेगा मजदूर यूनियन ने पहल किया है। यूनियन के संयोजक सुरेश राठौड़ का कहना है कि विभिन्न राजनीतिक दल, धर्म, मजहब और जाति के नाम पर अपनी राजनीति करते हैं लेकिन वाराणसी में हमारी संगठन रमजान के पाक महीने में रोजेदारों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने में जुटी हुई है। इस नेक काम मे पूर्वांचल किसान यूनियन भी पूरी शिद्दत के साथ सहयोग कर रहा है। कोरोना महामारी में मजदूर बुनकर लॉक डाउन होने की वजह से  आर्थिक संकट में हैं और भुखमरी के कगार पर आ गया है प्रशासन तो खूब दावे कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं है। मनरेगा मजदूर यूनियन संगठन गरीब बुनकरों के बीच जाकर उनकी सेवा में लगी हुई है। गुरुवार को आराजी लाइन ब्लॉक के परमंदापुर गांव में लगभग 15 गरीब वंचित बेसहारा परिवारों को खाद्य सामग्री और रोजे का खाघ सामान पैकेट संगठन के द्वारा वितरित किया गया गौरतलब हो कि जब से लॉक डाउन है तब से मनरेगा मजदूर यूनियन की तरफ से अबतक 350 से अधिक परिवारों को राहत सामग्री वितरित किया जा चुका है। आशा ट्रस्ट, साझा संस्कृति मंच के सहयोग से ऐसे  मुस्लिम परिवारों को रमजान के महीने में मुस्लिम बस्तियों में जाकर खाद्य सामग्री और रोजे का सामान बांटा जा रहा है। और इसी तरह आगे भी मदद जारी रहेगा जिनके पास इस रमजान में खाने का सामान नही है।
इस कार्यक्रम में मनरेगा मजदूर यूनियन के सुरेश राठौर, महेंद्र राठौर, ओमप्रकाश पटेल, मनोज कुमार, पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल आदि लोग उपस्थित थे।


रिपोर्ट राजकुमार गुप्ता वाराणसी


योगी सख्त, दोषियों पर गैंगस्टर लगाएं

लखनऊ। कानपुर में पुलिसकर्मियों के साथ हुई हिंसा पर बेहद नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा है कि कोरोना योद्धाओं पर हमले जैसा कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने हमले के दोषियों पर डिजास्टर मैनेजमेंट, एपिडेमिक एक्ट, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, गैंगस्टर और आइपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने कानपुर में मेडिकल टीम और पुलिस टीम पर हमला करने वालों पर सख्‍त कार्रवाई करने के आदेश द‍िए है।


सीएम ने कहा, कानपुर में हमलावरों को तत्काल चिन्हित किया जाए और क‍िसी भी दोषी को क‍िसी भी कीमत पर बख्शा न जाये। सभी दोषियों पर गैंगस्टर और NSA के तहत कार्रवाई की जाए।कानपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि पूरा प्रदेश मिलकर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे समय में इस कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हमने एपिडेमिक एक्ट में व्यापक संशोधन की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है और इसके तहत सुरक्षाकर्मी, स्वच्छता कर्मी और कोरोना वॉरियर्स पर अगर कोई भी व्यक्ति हमला करता है तो उसे सात वर्ष की सजा और पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भुगतना होगा। योगी ने कहा कि कानपुर में कुछ लोगों ने दुस्साहस किया है। इसके पीछे जो भी लोग हैं, सबके ऊपर सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए गए हैं।


इस साल अगस्त से शुरू होंगे कॉलेज

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाऊन के कारण सभी स्कूल व कॉलेज बंद हैं जिससे छात्रों को पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। लेकिन अब कॉलेज और विश्वविद्यालय से जुड़े छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। जी हां… विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अब कॉलेजों के खुलने की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बता दें कि इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था जो कि मामले में सुझाव दे सके। यूजीसी ने अब इस समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। यूजीसी ने बुधवार को बताया है कि वर्तमान छात्रों के लिए कॉलेज का नया सत्र अगस्त में शुरू होगा और नए छात्रों का नया सत्र सितंबर में शुरू होगा। नए छात्रों का मतलब, जो इस बार कॉलेज में एडमिशन लेंगे। क्लास में दाखिले की प्रक्रिया 01 अगस्त से 31 अगस्त तक चल सकती है। पहले और दूसरे साल के छात्रों के लिए कक्षा की शुरुआत 01 अगस्त से हो सकती है। पहले सेमेस्टर की कक्षा 01 सितंबर से शुरू की जा सकती हैं। परीक्षा का आयोजन अगले साल 01 जनवरी से 25 जनवरी के बीच किया जा सकता है। इसके बाद 27 जनवरी से अगले सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। जो कि अगले साल 25 मई तक चलेंगी। इसके बाद परीक्षा का आयोजन 26 मई 2021 से 25 जून 2021 के बीच किया जाएगा। फिलहाल सत्र 2019-20 के लिए शिक्षकों को 31 मई तक ऑनलाइन टीचिंग के लिए कहा गया है. कोर्स का सिलेबस और इंटरनल एसेसमेंट पूरा करने केलिए 01 जून से 15 जून तक का समय तय किया गया है। यूजीसी के मुताबिक इसके बाद टर्मिनल सेमेस्टर/सालाना परीक्षा 01 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी। जिसके नतीजे 31 जुलाई तक दिए जाएंगे। इंटरमीडिएट सेमेस्टर /ईयर परीक्षा का आयोजन 16 जुलाई से 31 जुलाई के बीच किया जाएगा और उसका रिजल्ट 14 अगस्त तक दिया जा सकता है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिनों के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा कर दी।


प्रतिभा के पावर हाउस का निधन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह प्रतिभा के पावरहाउस थे। मोदी ने कहा कि इस दुखद समाचार से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है।


प्रधानमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, “ऋषि कपूर जी बहुआयामी, सभी के प्रिय और खुशमिजाज थे। वह प्रतिभा के पावरहाउस थे। मैं हमेशा सोशल मीडिया पर उनके साथ हुई बातचीत को याद करूंगा। वह फिल्मों और भारत की प्रगति के बारे में जुनूनी थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ऊं शांति।” ऋषि कपूर का कैंसर की लंबी जंग के बाद आज सुबह निधन हो गया।ऋषि कपूर के निधन से दुखी, प्रतिभा के पावरहाउस थे।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...