रविवार, 19 अप्रैल 2020

तमिलनाडुः 15 की मौत, 1500 जांच

चेन्नई। देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों के लिहाज से अगर देखा जाए तो शीर्ष चार राज्यों में से एक तमिलनाडु है। जहां पिछले हफ्ते के दौरान नए मामलों की संख्या में कमी आनी शुरू हो गई और अब उसे आने वाले दिनों में संक्रमण के केसों में गिरावट आने की उम्मीद है। अधिकारियों ने इस गिरावट की वजह सरकार द्वारा अपनाए गए रुख को बताया है। राज्य में इस संक्रामण से अभी तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है।


स्वास्थ्य मंत्री सी. विजय भास्कर ने शनिवार को कहा, 'पिछले तीन दिनों में कोविड-19 के मामलों में कमी देखी गई है जो यह दिखाता है कि बीमारी पर प्रभावी रूप से निगरानी की हमारी कोशिशों, उचित एहतियाती कदम उठाने और नियंत्रण की योजनाओं के नतीजे मिलने शुरू हो गए हैं। तमिलनाडु में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसके पीछे की एक वजह सरकार द्वारा नई दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे सभी करीब 1,500 लोगों की जांच करना बताया है। इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों जैसे कि चेन्नई में नगर निकाय, निवासियों पर नजर रख रहा है, घर-घर जाकर नए मामलों का पता लगाया जा रहा है और इसके अलावा इलाकों को सील करने जैसे कदम उठाए गए हैं।


मेघालय-असम में ओले गिरने का अनुमान

पुणे। असम और मेघालय के अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटे के दौरान 50-60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से तूफान के आने तथा गरज के साथ बारिश और ओले गिरने का अनुमान हैं।


इसके साथ ही नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर 50-60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ हवा चल सकती है और साथ ही बिजली गिरने के भी आसार हैं। जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे तक की गति से हवा के साथ बिजली और ओले गिर सकते हैं। झारखंड और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर 40-50 किमी प्रति घंटे तक की गति के साथ हवा चलने और बिजली गिरने का अनुमान है। पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मराठावाड़ा, कोंकण, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश, यमन और मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने और बिजली चमकने का अनुमान है।


23 किमी पैदल चली घायल वृद्ध महिला

लॉकडाउन में अस्पताल-पुलिस ने नहीं की मदद 23 किमी पैदल चली वृद्ध घायल महिला


दिसपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है लेकिन इस दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। असम में 75 साल की घायल वृद्ध महिला को अस्पताल और पुलिस से मदद नहीं मिलने की वजह से मजबूरी में 23 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।


घटना असम के जोरहाट की है, जहां 75 वर्षीय कदमी गोगोई और उनकी बहू शिवसागर जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल से अपने घर तक पैदल जाने के लिए मजबूर हो गईं क्योंकि किसी ने उनकी मदद नहीं की।


करतारपुर गुरुद्वारा के 4 गुबंद क्षतिग्रस्त

पाकिस्तान स्थित सिख धर्म के पवित्र स्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारे केचार गुंबद तेज आंधी में क्षतिग्रस्त हो गए। गुरुनानक देव जी के 550वें जन्मोत्सव पर करतारपुर गलियारा खोला गया था।


इस्लामाबाद। छह माह पहले गलियारा खुलने के वक्त आठ नए गुंबद पाकिस्तान सरकार ने स्थापित करवाए थे। शुक्रवार देर रात तेज आंधी में इनमें से चार गुंबद गिर गए। दो गुंबद म्यूजियम की तरफ जबकि एक दर्शन ड्येढ़ी और एक देवनिस्थान की तरफ थे। इस घटना के बाद सिख समुदाय के लोगों ने इस गुंबद के गिरने पर अफसोस जताया है। आरोप लग रहे हैं कि गुंबद फाइबर का था, जिसके कारण तेज आंधी में यह गिर गया।उधर, शनिवार देर शाम पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने अमृतसर के पत्रकार रविंदर सिंह के ट्वीट पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मंत्री नूर उल हक को इस मामले की जांच केआदेश दे दिए गए हैं।


सब्जियों की कमी की सलाह, समीक्षा

ईटानगर। देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच राज्य कृषि विभाग ने बाजारों में सब्जियों की कमी से निपटने के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों को कृषि उत्पादन विपणन समिति ऐपीएमसी कामकाज की समीक्षा करने की सलाह दी है।
उपायुक्तों को लिखे पत्र में कृषि सचिव बिडोल तायेंग ने कहा कि असम से सब्जियों का आयात या तो रोक दिया गया है या परिवहन की कमी के कारण आ नहीं पा रहा है। इसके कारण राज्य में सब्जियों की कमी हो रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जियां कस्बों के बाजार में आने के कारण अधिकतर जिलों में स्थिति अभी ठीक है लेकिन राजधानी में स्थिति बिगड़ रही है।


कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम शनिवार को भी बदला रहा। सुबह से ही पहाड़ों से लेकर मैदान तक बादलों के बीच धूप की आंख-मिचौनी चलती रही। दोपहर बाद गरज वाले बादल विकसित हुए और पहाड़ी इलाकों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। जबकि, मैदानों में तेज हवाओं के साथ बौछार पड़ीं। वहीं, चारधाम समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में देर शाम हिमपात हुआ।


मौसम के बिगड़े तेवर से तापमान में भी दो से तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को प्रदेश में मौसम साफ रहने से लेकर आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं। शनिवार को कुमाऊं के नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के मैदानी क्षेत्रों में बादल घिरे रहे, लेकिन हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम साफ हो गया।पिथौरागढ़ की ऊंची चोटियों पंचाचूली, छिपलाकेदार, राजरंभा, नंदा देवी आदि में हिमपात हुआ। बागेश्वर जिले में भी तेज हवाओं के साथ बौछार पड़ीं। नैनीताल में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई। इधर, चारधाम में भी हल्की धूप खिलने के बाद बादलों का डेरा रहा और हल्की बर्फबारी हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार मौसम के करवट लेने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है।


झारखंडः संक्रमित 38, 2 लोगों की मौत

कोरोना वायरसः झारखंड में कोरोना के 4 नए मामले, कुल 38 संक्रमितों में दो की मौत


रांची। झारखंड में कोरोना वायरस का मामला बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को राज्‍य में कोरोना वायरस के 4 नए मामले सामने आए। रविवार को दोपहर तक 93 टेस्‍ट किए गए। इसमें 89 निगेटिव और चार पॉजिटिव पाए गए। इस तरह से झारखंड में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्‍या 38 हो गई है। मिल रही जानकारी के अनुसार एक मामला रांची के हिंदपीढ़ी, एक मेन राेड, एक रांची के बेडो प्रखंड और एक सिमडेगा का है। बता दें कि रांची का हिंदपीढ़ी इलाका कोरोना मरीजों का हब बनता जा रहा है। अधिकतर मामले यहीं से सामने आ रहे हैं।


रविवार को सामने आए कोरोना के चार नए मरीजों में एक 42 वर्षीय शख्स रांची के हैदरी अपार्टमेंट पंजाब स्वीट हाउस, मेन रोड के पीछे रहता है। वहीं 17 वर्षीय युवक खैरिया टोली सिमडेगा का है। तीसरा कोरोना पॉजिटिव 24 वर्षीय युवक हिंदपीढ़ी तथा 58 वर्षीय बुजुर्ग बेड़ो का रहनेवाला है। बेड़ो बुजुर्ग कोरोना मरीज तब्‍लीगी जमात से जुड़े हैं।


भारतः संक्रमितो की संख्या- 15700

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है।


लगातार बढ़ रही कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15700


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए संक्रमित मरीजों की हर रोज पुष्टि हो रही है। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन में किसी भी तरह की छूट देने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोरोना तेजी से फैल रहा है लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है।साथ ही फैसला लिया गया है कि लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हालात को देखते हुए लॉकडाउन जरूरी है। वहीं दिल्ली में शनिवार को मिले कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'शनिवार को दिल्ली में मिले सभी 186 मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे। उन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें कोरोना वायरस है। यह ज्यादा चिंताजनक है। बता दें कि देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। देश में अब तक 15700 से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं दिल्ली में करीब 1900 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। साथ ही दिल्ली में अभी तक 42 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। वहीं कोरोना संकट को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है।


पुणे आश्रम में 1300 लोग हुए एकत्र

पुणे। लॉकडाउन के कारण देश के कई इलाकों में लोग जहां-तहां फंसे हैं। प्रदेश की सरकारें इनके लिए उचित प्रबंध कर रही हैं ताकि कोरोना के संक्रमण का खतरा पैदा न हो। कुछ राज्यों में लोगों को वहीं रोक कर खाने-पीने का इंतजाम किया जा रहा है तो कहीं लोगों को उनके गृह प्रदेश भेजने का भी काम हो रहा है। कुछ ऐसा ही वाकया महाराष्ट्र के लातूर जिले का है। यहां राठोडा गांव में लॉकडाउन में फंसे करीब 1300 लोगों को निजी बस से उनके गांव जाधववाडी भेजा जा रहा है। जाधववाडी पुणे जिले में आता है।


जिन लोगों को निजी बसों से भेजा जा रहा है वे सभी सभी लोग राठोडा गांव में महानुभव पंथ के सत्संग कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। बता दें, फरवरी महीने से यहां सत्संग चल रहा था। सत्संग के चलते लॉकडाउन की घोषणा की गई तो ये लोग यहीं फंस गए। चार-पांच दिन पहले यहां जोरों से बारिश हुई और बरसात में सत्संग का मंडप उखड़ गया। खाना बनाने का सामान भी खराब हो गया। इसकी वजह से इन महानुभवी साधकों को सिर छुपाने के लिए मंदिर और स्कूलों का सहारा लेना पड़ा।


इनकी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निजी बसों से इन सभी लोगों को इनके गांव जाधववाडी आश्रम लौटने की अनुमति दे दी है। इन लोगों को भेजने के लिए 44 सीट वाली एक बस में 22 यात्रियों को बैठाकर पुणे की जाधववाडी भेजा जा रहा है। फिलहाल 32 बसें उपलब्ध हुई हैं। इन बसों से सभी साधकों को वापस भेजने के लिए तीन दिन लगेंगे। इन सभी साधकों पर प्रशासन ध्यान दिए हुए है। इन सभी साधकों के टेस्ट करने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जा रही है।


स्तनपान से कैंसर का खतरा कम

अध्ययन में सामने आया है कि जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उनमें ओवेरियन कैंसर का खतरा काफी कम रहता है। इसमें हाई-ग्रेड ट्यूमर भी शामिल है। कई अध्ययनों में स्तनपान और ओवेररियन कैंसर के खतरे के बीच संबंध की बात सामने आई है। इनमें से कुछ रिसर्च में पता चला कि स्तनपान करवाने वाली महिलाओं में अंडाशय के कैंसर का खतरा कम होता है जबकि कुछ रिसर्च में इन दोनों के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया। 
13 ओवेरियन कैंसर एसोसिएशन कंसोरटियम अध्ययनों के आंकड़ों का इस्तेमाल हुए शोधकर्ताओं ने स्तनपान और ओवेरियन कैंसर के खतरे के बीच संबंध की जांच की। इस पूरी रिसर्च में लगभग 24,000 महिलाओं को शामिल किया गया जिनमें से 57.4 साल की उम्र की 9,973 महिलाएं ओवेरियन कैंसर से ग्रस्त थीं। वहीं 56.4 साल की 13,843 महिलाएं कंट्रोल ग्रुप में थीं। 
स्तनपान का प्रसार कंट्रोल ग्रुप के बीच 41त्न से 93त्न तक था और स्तनपान के लिए औसत अवधि 3.4 से 8.7 महीने तक थी। 
कंट्रोल ग्रुप की तुलना में ओवेरियन कैंसर से ग्रस्त महिलाओं की उम्र अधिक थी और इनमें से ज्यादा महिलाएं मेनोपॉज से गुजर चुकी थीं, इनका एक बच्चा था और इन महिलाओं ने कभी भी गर्भ निरोधक दवाओं का इस्तेमाल नहीं किया था और न ही एंडोमेट्रियोसिस या ओवेरियन कैंसर की हिस्ट्री रही थी। शोधकर्ताओं ने जाना कि स्तनपान करवाने से 24 फीसदी ओवेरियन कैंसर और 28 प्रतिशत बॉर्डरलाइन ट्यूमर का खतरा कम हो जाता है। जिन महिलाओं ने अपने जीवन में कभी भी स्तनपान करवाया था उनमें ओवेरियन कैंसर खासतौर पर हाई ग्रेड एंडोमेट्रियल कैंसर का खतरा कम पाया गया। 
जिन प्रतिभागियों ने एक से तीन महीने तक स्तनपान करवाया था उनमें 18 फीसदी और एक या इससे ज्यादा समय तक दूध पिलाने वाली महिलाओं में 34 फीसदी ओवेरियन कैंसर का खतरा कम था।
स्तनपान के फायदे 
मां के दूध से शिशु को संपूर्ण पोषण मिलता है।
मां के दूध में एंटीबॉडीज भरपूर होते हैं जो कि शिशु को वायरस एवं बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते हैं।
स्तनपान करवाने से शिशु में कान में संक्रमण, श्वसन मार्ग में इंफेक्शन, जुकाम और इंफेक्शन, पेट में इंफेक्शन और सडन इंफैंट डेथ सिंड्रोम से बचाता है। कुछ अध्ययनों में सामने आया है कि मां का दूध पीने वाले बच्चों के मस्तिष्क का विकास फॉर्मूला दूध पीने वाले बच्चों की तुलना में बेहतर होता है।
इसके अलावा स्तनपान करवाने से मां और शिशु को और भी कई तरह के लाभ होते हैं जिनमें से ओवेरियन कैंसर से बचाव भी शामिल है। हम सभी जानते हैं कि स्तनपान से मां और शिशु की सेहत को कई तरह के लाभ मिलते हैं। शिशु को दूध पिलाने से मां को सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि उनमें ओवेरियन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।


सिर के दर्द में नींबू का प्रयोग रामबाण

मनोज सिंह ठाकुर


माइग्रेन सिर दर्द की एक ऐसी अवस्था होती है जिससे पीडि़त व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है और वह इसे रोकने के लिए या फिर उसके उपचार हेतु हर संभव कोशिश करता है। या दर्द व्यक्ति के आधे सिर में महसूस होता है और कभी-कभी पीडि़त को मतली और कमजोरी भी महसूस होती है। इतना ही नहीं, माइग्रेन से पीडि़त लोगों को तेज रोशनी और तेज आवाज से भी घबराहट महसूस होती है, इसलिए ऐसे लोगों को विशेष तौर पर सावधानी बरतनी चाहिए। 
जिन व्यक्तियों को माइग्रेन की समस्या है उनके लिए यहां पर एक ऐसा ही घरेलू उपचार बताया जा रहा है, जिसे अपनाकर लोग काफी हद तक आराम पा सकते हैं। 
कौन-सा है घरेलू उपचार
यह घरेलू उपचार बेहद सरल और आसान है और इसका सकारात्मक फायदा भी थोड़ी ही देर में देखने को मिल सकता है। यह ड्रिंक के रूप में पीने के लिए इस्तेमाल भी किया जा सकता है जिसे आप घर पर किसी भी वक्त बना सकते हैं। नींबू से तैयार होने वाली इस ड्रिंक में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो माइग्रेन से राहत दिलाने का प्रभाव दिखा सकते हैं। 
रिसर्च में हुआ है दावा 
माइग्रेन के इलाज में नींबू का सेवन कितना असरकारी है। इसको लेकर नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉर्मेशन के अनुसार एक अध्ययन किया गया है। इसमें इस बात की पुष्टि भी की गई है कि नींबू रस का सेवन करने से माइग्रेन अटैक में तुरंत राहत दिलाने का गुण पाया जाता है। इसलिए माइग्रेन की स्थिति में अगर आप चाहें तो नींबू रस से तैयार की गई ड्रिंक का भी सेवन कर सकते हैं जिससे आपको कम समय में ही काफी हद तक आराम मिल सकता है 
घर पर ऐसे तैयार करें ये ड्रिंक – 
सामग्री – 1 गिलास 
1 नींबू 
1 चुटकी नमक 
1 गिलास पानी 
कैसे बनाएं 
सबसे पहले नींबू को काट लें और स्क्वीजर के जरिए इसका रस निकाल लें। 
अब पानी में इस रस को डालें और इसे अच्छी तरह मिक्स कर लें।
अब ऊपर से नमक डालें और चम्मच के सहारे इसे ड्रिंक में मिला लें। 
अब माइग्रेन से पीडि़त व्यक्ति को इसका सेवन काराया जा सकता है।
दरअसल, माइग्रेन से बचे रहने के लिए कुछ दवाओं का सेवन आपके शरीर पर दुष्प्रभाव भी छोड़ सकता है। इसलिए बिना किसी डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की दवा का सेवन करने से बचें। इसकी जगह आप चाहें तो प्राथमिक उपचार के तौर पर इस ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं।


संक्रमित टीआई की 19 दिन बाद मौत

इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में स्वास्थ्यकर्मियों के मौत के बाद अब एक पुलिसकर्मी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। इंदौर के जुनी थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी कोरोना संक्रमण से पीड़ित है। जहाँ उनका इलाज इंदौर के ही अरविंदो अस्पताल में हो रहा था। जिसके बाद शनिवार देर रात टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी मृत्यु पर शोक जताया है और उनकी पत्नी को एस आई पद पर अनुकंपा नियुक्ति देने की बात कही है। इसके अलावा सरकार द्वारा 50 लाख रुपए की सुरक्षा राशि भी दी जाएगी।


इंदौर में 45 वर्षीय थाना प्रभारी की शनिवार रात 2 बजे मौत हुई। इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी जूनी थाने के प्रभारी थे। वे पिछले 19 दिन से अरविंदो अस्पताल में भर्ती थे। टीआई चंद्रवंशी की पहली कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, लेकिन बाद में13 और 15 अप्रैल की रिपोर्ट निगेटिव आईं। अस्पताल प्रबंधन के प्रमुखडॉ. विनोद भंडारी का कहना है किचंद्रवंशी की मौत का मुख्य कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म है। रविवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलनी थी। वहीं, टीआई के साथ तैनात रहा एएसआई भी संक्रमित है। इंदौर में अब तक कोरोना के 890 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जबकि 48 लोगों की मौत हुई। इसी बीच पुलिसकर्मियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए शिवराज सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद पुलिस एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वह कोरोना संक्रमण के बीच स्वयं का खासा ध्यान रखें। राज्य सरकार ने इसके मद्देनजर पुलिस एवं स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई किट की उपलब्धता के साथ अन्य व्यवस्था पर भी नजर बनाए हुए है।


यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...