शनिवार, 18 अप्रैल 2020

रक्षा सौदे से पाक को हुई घबराहट

नई दिल्ली। अमेरिका और भारत के बीच रक्षा सौदा को मंजूरी मिलने पर पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तान ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह भारत को जहाज-रोधी मिसाइलें देकर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर रहा है। अमेरिका ने सोमवार को 15.5 करोड़ डॉलर की हारपून ब्लॉक-2 एयर लॉन्चड मिसाइलें और हल्के वजन के टॉरपीडो भारत को बेचने की मंजूरी दी थी। इस पर पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ गई है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता आइशा फारुकी ने कहा कि अमेरिका का भारत को मिसाइलों की बिक्री क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है। जब सारी दुनिया महामारी से लड़ रही हैं, ऐसे में इस तरह की मिसाइल प्रणालियों की बिक्री, तकनीकी सहायता और लॉजिस्टिक समर्थन देना परेशान करने वाला कदम है। यह दक्षिण एशिया में पहले से ही अस्थिर स्थिति को अस्थिर करेगा। बता दें कि पेंटागन ने रक्षा सौदे के बारे में अमेरिकी संसद को अवगत कराते हुए कहा कि भारत हारपून ब्लॉक-2 और एमके-54 का इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। 


पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में गोलाबारी की


वहीं पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रिहायशी इलाकों और अग्रिम चौकियों पर गोलाबारी की। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को लगातार 13वें दिन गोलाबारी और गोलीबारी की गई। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ और राजौरी जिलों के तीन सेक्टरों में गुरुवार को एलओसी पर रिहायशी इलाकों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया था। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि आज पूर्वान्ह्र लगभग 11 बजे पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के कस्बा और किरनी सेक्टरों को निशाना बनाकर अकारण संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना इन सभी सेक्टरों में कड़ी जवाबी कार्रवाई कर रही है।


पाक के मोर्टार के छह गोले निष्क्रिय किए
जम्मू। सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा से लगे जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार के छह गोलों को निष्क्रिय कर दिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को पाकिस्तानी सेना की ओर से जिले के कृष्णा घाटी, मेंढर और बालाकोट सेक्टरों में दागे गए मोर्टार के छह जिंदा गोले मिले, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया।


दावाः सितंबर में आएगी कोरोना वैक्सीन

लंदन। दुनिया के लगभग सभी देशों को प्रभावित कर चुके कोरोना वायरस से 22 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कई देश इस बीमारी का इलाज करने के लिए शोध कर रहे हैं। वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में शामिल ब्रिटेन भी उन देशों में शामिल है जिसके वैज्ञानिक कोरोना का उपचार ढूंढने के लिए शोध में जुटे हुए हैं। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वैक्सीनोलॉजी विभाग की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस का वैक्सीन बनाने का दावा किया है। पत्रकारों से शुक्रवार को बात करते हुए गिलबर्ट ने सितंबर तक कोरोना का टीका आने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे जिसे एक्स का नाम दिया गया था। इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरुरत थी। उन्होंने कहा कि सीएचएडीओएक्स1 तकनीक के साथ इसके 12 परीक्षण किए जा चुके हैं। हमें इसके एक डोज से ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के परिणाम मिले हैं। वहीं आरएनए और डीएनए तकनीक में इसके दो या दो से ज्यादा डोज की जरुरत होती है। प्रोफेसर गिल्बर्ट ने जानकारी दी कि इसका क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो चुका है। इसकी सफलता पर विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि सितंबर तक इसके 10 लाख डोज उपलब्ध हो जाएंगे।
ऑक्सफोर्ड की टीम को इस टीके पर इतना विश्वास है कि उसने क्लिनिकल ट्रायल से पहले ही इसका उत्पादन शुरू कर दिया है। इस बारे में प्रोफेसर एड्रियन हिल का कहना है कि टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है। वे सितंबर तक क्लिनिकल ट्रायल का इंतजार नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि हमने जोखिम के साथ बड़ी तादाद में वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कुल सात निर्माताओं के साथ इसका उत्पादन किया जा रहा है।
प्रोफेसर हिल का कहना है कि सात निर्माताओं में से तीन ब्रिटेन, दो यूरोप, एक चीन और एक भारत से हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल सितंबर या साल के अंत तक इस टीके के 10 लाख डोज उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि 510 वॉलंटियर्स के साथ तीन चरणों के ट्रायल की शुरुआत हो गई है। उम्मीद है कि तीसरे चरण में 5000 वॉलंटियर्स हमसे जुड़ेंगे।


सीएम से कांग्रेस की 7 सूत्रीय मांग

हल्द्वानी। काग्रेस जिला महामंत्री हेमन्त साहू ने राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में घटिया पीपीई किट सप्लाई करने वालो पर कठोर कार्रवाई करने व कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे सभी कर्मचारियों को बेहतर सुविधा देने समेत 7 सूत्रीय मांग का मेल सीएम को भेजा है।


 बिन्दु: 1 हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना वार्ड में उपनल कर्मचारियों की जगह स्थाई कर्मचारियों को ड्यूटी में तैनात किया जाये मा. उपनल कर्मचारियों को महज 8300 मासिक वेतन मिलता है जबकि स्थाई कमर्चारियों लगभग 25000 हजार रुपये मिलते हैं जिससे उपनल कर्मचारियों में आक्रोश है अभी तक एक भी स्थाई कर्मचारी की कोरोना वार्ड में तैनाथ नही किया गया।


बिन्दु :2 कुछ कर्मचारियों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला जिसको भी तत्काल उपलब्ध कराया जाये।


बिन्दु : 3 सभी कर्मचारियों को बेहतर गुणवंता का भोजन उपलब्ध कराया जाये व समय समय पर भोजन की गुणवत्ता की जाँच के आदेश देने की कृपा करें।
बिन्दु : 4 कर्मचारी को सैनिटाइजर क्यों नहीं दिया जा रहा है इसके दोषियों पर कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाये।


 बिन्दु :5 डॉक्टर सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में रोस्टर बनाकर ही ड्यूटी में कमर्चारियों को  लगाया जाये।


 बिन्दु :6 टेंडर के बगैर कोई खरीददारी ना हो साथ ही साथ धांधली बाजी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाये।


बिन्दु:7 मरीजों की संख्या अधिक हो जाती है तो उससे निपटने के लिए अधिक कर्मचारियों को होटलों में ठहराने और उनके खाने की उचित व्यवस्था के अभी से इंतजाम किए जाये। साहू का कहना कहना पीपीई किट समेत अन्य खरीदारी में सुशीला तिवारी होस्पिलट में हो रही धंधली को रोकना चहिये। साथ ही डॉक्टरों कर्मचारियों को बेहतर से बेहतर सुविधाओं उपलब्ध करने प्रशासन इंतजाम करे जो भी निर्णय हो उसमें उपजिलाधिकारी व सिटी मजिस्ट्रेट को अवगत कराया जाये।


उत्तराखंड में संक्रमितो की संख्या- 42

देवम मेहता 


देहरादून। उत्तराखंड में जहां पिछले चार-पांच दिन से  कोरोना संक्रमित मरीजों  की संख्या स्थिर बनी हुई थी वही कल से यह संख्या बढ़ती जा रही है। कल 3 कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आई तो आज शनिवार को हरिद्वार जिले में दो और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इनमें एक महिला और एक पुरुष है। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी और प्रभारी सचिव पंकज कुमार पांडे ने इसकी पुष्टि की है। शुक्रवार को तीन और लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
उत्तराखंड में शनिवार को दो और लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। संक्रमित मरीजों की संख्या 42 हो गई है। इनमें से नौ मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी हेल्थ बुलेटिन आना बाकी है।


रमजानः मस्जिद में नमाज पर प्रतिबंध

हेमंत शर्मा


रायपुर। रमज़ान को छत्तीसगढ़ वक़्फ बोर्ड ने एडवायजरी जारी की है। वक़्फ बोर्ड ने एडवायजरी में कहा कि रमज़ाम महीने के दौरान मस्जिदों में नमाज़ नहीं होगी। सभी घर में ही नमाज़ अदा करेंगे। मस्जिद में नमाज़ प्रतिबंधित रहेगा।समयानुसार लाउडस्पीकर पर अज़ान देने की सुविधा रहेगी।सभी से लॉकडाउन के निर्देशों का कड़ाई से पालने करने को कहा गया है।


रमज़ान का महीना 25 अप्रैल से शुरू हो रहा है। रमज़ान या रमदान इस्लामी कैलेण्डर का नवां महीना है। मुस्लिम समुदाय इस महीने को परम पवित्र मानता है। इस मास की विशेषताएं महीने भर के रोज़े रखना रात में तरावीह की नमाज़ पढना क़ुरान तिलावत करना एतेकाफ़ बैठना, यानी गांव और लोगों की अभ्युन्नती व कल्याण के लिये अल्लाह से दुआ करते हुवे मौन व्रत रखना। ज़कात देना दान धर्म करना है।


गरुड़ ड्रोन से सैनिटाइजेशन का काम

वाराणसी। वाराणसी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बढ़ते मामलों को देखते हुए बड़े स्तर पर सेनेटाइजेशन का काम शुरू किया गया है। ज्यादा से ज्यादा इलाकों को कम समय में सेनेटाइज करने के लिए चेन्नई से अत्याधुनिक गरुड़ एयरस्पेस का ड्रोन मंगाया गया है। शनिवार की सुबह हॉटस्पॉट मदनपुरा से ड्रोन ने सेनेटाइजेशन शुरू किया।


वाराणसी में 14 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें एक की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद पांच इलाकों को हॉटस्पॉट मानते हुए सील किया जा चुका है। शुक्रवार को ही एक साथ पांच मामले सामने आने से सतर्कता बढ़ा दी गई है। कुछ समय पहले ही सरकार ने देश की चुनिंदा स्मार्ट सिटी में इस तरह के ड्रोन से सेनेटाइजेशन का फैसला लिया था। यह ड्रोन कम समय में ज्यादा से ज्यादा इलाकों को कवर कर सकता है। एक बार में यह दस लीटर केमिकल लेकर उड़ सकता है। ड्रोन सौ मीटर की ऊंचाई तक उड़ते हुए केमिकल का छिड़काव कर सकता है। इससे न सिर्फ सड़कों को सेनेटाइनज करने में मदद मिल रही है बल्कि गलियों, दीवारों और मकानों की छतों को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।नगर स्वास्थ्य अधिकारी रामशकल यादव के अनुसार गरुड़ ड्रोन एक बार में दस किलो केमिकल लेकर बीस किलोमीटर एरिया को सेनेटाइज कर सकता है। अभी तक हम लोग सड़कों और दीवारों पर केवल सात मीटर तक ही केमिकल का छिड़काव कर सकते थे। इसके जरिये ऊंची दीवारों और मकानों की छतों को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।


बांग्लादेशी सहित 14 जमाती भेजें जेल

जनपद में बांग्लादेशी सहित 14 जमातियों को भेजा गया जेल, वीजा और लॉकडाउन उल्लंघन में मुकदमा
प्रशांत कुमार


भदोही। जनपद में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मस्जिद के तब्लीगी जमात में शामिल हुए बांग्लादेशी सहित 14 जमाती शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिनव यादव की अदालत में पेश किए गए। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उनके लिए कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित सैनिक पुनर्वास केंद्र में अस्थायी जेल बनाया गया है। 


मिली जानकारी के अनुसार जिले के काजीपुर स्थित मरकज मस्जिद के निजी गेस्ट हाउस में छिपाए गए 11 बांग्लादेशी और तीन भारतीय को पकड़ लिया गया था। उनका स्वैब जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें क्वरंटाइन में रखा गया था। क्वारंटाइन पूर्ण होने के बाद शुक्रवार को मो. इंसेर अली, त्वाहिदुल इस्लाम परवेज, सैयद मोहिबुर्रहमान, नजरूल हक, नवाज अली, नजरूल इस्लाम, दराज्जुद्दीन मुतब्बर, रफिकुल इस्लाम, फैजल रैबी, शेख अख्तरुज्जमा, मनौवर रसीद, जमात अली, शहिदुल्ला, अनवर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया।


बता दे कि पुलिस ने मामला संज्ञान में आने पर उनके खिलाफ वीजा और लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने उनका बांग्लादेश का वीजा भी जब्त कर लिया। मेडिकल कराने के बाद आरोपितों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपितों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एसपी रामबदन ने बताया कि निर्देश मिलने पर जमातियों को जेल भेज दिया गया। उनके लिए कलेक्ट्रेट परिसर में अस्थायी जेल बनाया गया है।


20 अप्रैल से शुरू होगी टोल टैक्स वसूली

नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएचएआई को लिखे पत्र में कहा है, ‘केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सभी ट्रकों और अन्य मालवाहक वाहनों को राज्य के भीतर और राज्यों में आवागमन के लिए जो छूट दी गयी थी, उसी संबंध में एनएचएआई को गृह मंत्रालय के आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए और टोल टैक्स की वसूली 20 अप्रैल, 2020 से की जानी चाहिए।’सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान 25 मार्च से टोल टैक्स की वसूली अस्थाई तौर पर रोक दी थी ताकि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई में आसानी हो।


एनएचएआई के पत्र का जवाब देते हुए, मंत्रालय ने कहा कि एनएचएआई ने 11 और 14 अप्रैल की अपनी चिट्ठियों में टोल टैक्स वसूली शुरू करने का कारण बताते हुए कहा था कि गृह मंत्रालय ने व्यावसायिक एवं निजी प्रतिष्ठानों तथा विनिर्माण गतिविधियों सहित कई कार्यों को 20 अप्रैल से अनुमति दे दी है। पत्र में लिखा है कि एनएचएआई ने कहा है कि टोल टैक्स की वसूली से सरकार को राजस्व मिलता है और इससे एनएचएआई को भी धन लाभ होता है।


हालांकि, परिवहन उद्योग से जुड़े ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए कहा है कि यह बहुत ही गलत है, सरकार चाहती है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति अबाध जारी रहे, और हमारा समुदाय तमाम बाधाओं के बावजूद ऐसा कर रहा है। बता दें कि एआईएमटीसी के तहत करीब 95 लाख ट्रक और परिवहन प्रतिष्ठान आते हैं।


भारतीय नौसेना में 21 नाविक संक्रमित

नई दिल्ली। कोरोनावायरस ने भारतीय नौसेना को भी अपनी चपेट में ले लिया है। 21 नाविक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी को मुंबई के कोलाबा में स्थित नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। आर्मी के बाद नौसेना में संक्रमण का पहला मामला है। नेवी ने बताया कि ये सभी एक नाविक के संपर्क में आए थे, जिसका 7 अप्रैल को टेस्ट पॉजिटिव आया था।


नौसेना ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, 'मुंबई में नौसेना परिसर में 21 नेवी पर्सनल की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें नौसेना बेस आईएनएस आंग्रे के 20 नाविक शामिल हैं।' ये सभी आईएनएस-आंग्रे में रह रहे थे। नौसेना के अफसर उन लोगों का पता लगा रहे हैं, जो संक्रमित नौसैनिकों के संपर्क में आए हैं। इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि संक्रमित नौसैनिक ड्यूटी या फिर अन्य कामों से किन-किन जगहों पर गए थे। आईएनएस आंग्रे को सील किया गयाः आईएनएस आंग्रे को सील कर दिया गया है। सभी आवासीय ब्लॉक के लोगों को क्वारैंटाइन कर दिया और इसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है। नेवी का कहना है कि शिप्स और सबमरीन पर कोई संक्रमण का केस सामने नहीं आया है। आर्मी में 8 जवान कोरोना से संक्रमितः आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने 17 अप्रैल को बताया था कि सेना में कोरोना संक्रमण के 8 मामले सामने आए हैं। इनमें दो डॉक्टर और एक नर्स भी शामिल है। वहीं, हमारे जो जवान किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए, उन्हें यूनिट में वापस भेजा जा रहा है। हमने इसके लिए एक बेंगलुरु से जम्मू और दूसरी बेंगलुरु से गुवाहाटी, दो स्पेशल ट्रेनें निर्धारित की हैं। क्यों अहम है आईएनएस आंग्रे? मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में मौजूद आईएनएस आंग्रे वेस्टर्न नेवल कमांड का एडमिनिस्ट्रेटिव और लॉजिस्टिक बेस है। समुद्रतट पर बने आईएनएस आंग्रे से कुछ ही मीटर की दूरी पर कई सारे युद्धपोत और पनडुब्बियां रहती हैं। आंग्रे से ही मुंबई में मौजूद नौसेना की यूनिट और फैसिलिटी ऑपरेट की जाती हैं। मुंबई देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है, महाराष्ट्र मेंअब तक 3323 केस मिल चुके हैं। दुनिया की नौसेनाओं पर कोरोना का असरः फ्रांस में फ्रेंच न्यूक्लियर पावर एयरक्राफ्ट कैरियर युद्धपोत शार्ल द गोल पर मौजूद 1081 क्रू कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अमेरिका के न्यूक्लियर एयरक्राफ्ट कैरियर रूजवेल्ट के 660 क्रू मेंबर का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था।


चीन ने इथोपिया भेजें चिकित्सा विशेषज्ञ

आदीश अबाबा। स्थानीय समयानुसार चीन द्वारा भेजा गया चिकित्सा विशेषज्ञ दल इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में पहुंचा। इस दल में कुल 12 चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। जो चीन सरकार द्वारा अफ़्रीका में भेजा गया पहला चिकित्सा विशेषज्ञ दल है। वे इथियोपिया में 15 दिनों तक काम करेंगे। साथ ही चार्टर विमान में इथियोपिया को सहायता देने के लिये रक्षात्मक उपकरण भी शामिल हुए हैं।


बुर्किना फासो सरकार के निमंत्रण पर चीनी विशेषज्ञ दल 16 अप्रैल को बुर्किना फासो की राजधानी औगाडौगौ पहुंचा। दल में कुल 12 सदस्य शामिल हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों को महामारी की रोकथाम से जुड़े चिकित्सा सामान भी दिये हैं।  बुर्किना फासो में कोविड-19 के कुल 546 पुष्ट मामले और 32 मृत मामले दर्ज किये गए हैं। वर्तमान में 257 रोगियों का उपचार चल रहा है। रवांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 16 अप्रैल को जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस देश में उसी दिन कोविड-19 के और दो नये मामलों की पुष्टि की गयी। रोगियों की कुल संख्या 138 तक पहुंच गयी। 60 रोगी उपचार के बाद स्वस्थ हो गये हैं। अब मौजूदा मामलों की संख्या 78 है। चीनी विशेषज्ञों ने इंटरनेट कांफरेंस के माध्यम से रवांडा के चिकित्सकों के साथ अस्पताल के प्रबंध, आपात प्रतिक्रिया, और चिकित्सकों के प्रशिक्षण आदि अनुभव साझा किया। स्थानीय समयानुसार चीन सरकार द्वारा नाइजीरिया को भेजे गये दूसरे खेप वाला चिकित्सा सामान नाइजीरिया की राजधानी अबुजा पहुंचा। उस सामान में चिकित्सा रक्षात्मक कपड़ा, केएन95 मास्क, सामान्य चिकित्सा मास्क आदि आवश्यक चीजें शामिल हुई हैं। राजधानी ब्राजाविल में चीन सरकार ने कांगो(ब्राजाविल) सरकार को महामारी की रोकथाम से जुड़ी सामग्री दान की। कांगो(ब्राजाविल) की स्वास्थ्य मंत्री जैक्वेलिन लिदिया मिकोलो ने इस रस्म में भाग लिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कांगो(ब्राजाविल) में महामारी तेजी से फैल रही है। महामारी की रोकथाम से जुड़े सामान का अभाव है। चीन द्वारा तेजी से दिया गया सामान बहुत आवश्यक है। चीनी सामान का मापदंड बहुत ऊंचा है, और गुणवत्ता भी बहुत अच्छी है। जो महामारी की रोकथाम में सकारात्मक भूमिका अदा करेगा।


चंद्रिमा


रूस में संक्रमितो की संख्या- 32000

मास्को। रूस में संक्रमितों की संख्या 32 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। पिछले चौबीस घंटे में 4,070 लोग और संक्रमित हुए हैं। संक्रमितों में आधे मास्को और उसके आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो से तीन हफ्तों में हालात बदतर हो सकते हैं। इस दौरान राजधानी मास्को में संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। कोरोना से अब तक रूस में 273 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले चौबीस घंटे में 41 लोगों की जान गई है।


दुनियाभर में 21.4 लाख चपेट मेंः समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, दुनियाभर में 21.4 लाख से ज्‍यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं जबकि 143,744 लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोप के सबसे बड़े शहर मास्को में मार्च से लॉकडाउन है। एक महीने से ज्यादा समय से शहर की 1.20 करोड़ की आबादी ताले में बंद है, लेकिन अधिकारियों ने शिकायत की है कि लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो मैसेज में डिप्टी मेयर अनास्तासिया राकोवा ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो से तीन सप्ताह मुश्किल भरे होंगे।


बांग्लादेशः समुंद्री क्षेत्र में मछलियां खत्म

बांग्लादेश एक ऐसी जगह है जहां की एक बड़ी आबादी मछलियों पर निर्भर है।


ढ़ाका। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश में इसी तेजी से मछलियां पकड़ी जाती रहीं तो आने वाले सालों में बांग्लादेश के समुद्री क्षेत्र में मछलियां ख़त्म हो जाएंगी। बंगाल की खाड़ी पर आधारित एक रिपोर्ट कहती है कि इस क्षेत्र में ज़्यादातर मछलियों की प्रजातियों की आबादी घट रही है, वहीं कुछ मछलियों की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। थाइलैंड जैसा हाल न हो जाएः इस रिपोर्ट के लेखक सयैदुर रहमान चौधरी बताते हैं, "दुनिया में कुछ समुद्रों में, जैसे थाइलैंड की खाड़ी में मछलियां ख़त्म हो चुकी हैं। हम बंगाल की खाड़ी का यही हश्र होते हुए देखना नहीं चाहते हैं। बांग्लादेश दुनिया के सबसे ज़्यादा आबादी वाले देशों में से एक है।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...