मंगलवार, 12 नवंबर 2019

ननकाना साहिब जाने में भी सफल होंगे

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरुनानक ने जिस पवित्र स्थल करतारपुर साहिब में अपना आखिरी वक्त गुजारा था। उस स्थान पर अब सभी श्रद्धालु जा पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देते हैं। वह दिन दूर नहीं है जब हम गुरु नानक की जन्मस्थली ननकाना साहिब जाने में भी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान की पावन परम्परा को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता है। उनके त्याग और बलिदान के कारण ही देश और धर्म आज जिंदा है। उन्होंने कहा कि आज से 550 वर्ष पहले धर्म के प्रकाश के लिये जिस पुंज का जन्म हुआ उसका प्रकाश अभी फैला है। उन्होंने कहा कि सिख पंथ की नींव रख कर नानक जी ने त्याग और बलिदान का संदेश दिया। कार्तिक पूर्णिमा के साथ उन्हें याद किया जा रहा है। तीन संदेश, तीरथ, नाम और बांट कर खाने का संदेश दिया। गुरु नानक देव ने साधन विहीन होने के बावजूद उस समय ज्ञान का प्रसार किया। ज्योति पुंज से शक्ति पुंज का संदेश दिया। सिख समाज काम में विश्वास रखता है। सिमरन भी करता है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे के पास कोई भूखा नहीं रहता। गुरुद्वारा भले ही सिखों का हो, लेकिन लंगर में सद्भव नजर आता है। नगर कीर्तन के स्वागत करने का मौका भी मुझे मिला। हर भरतीय के लिये गर्व की बात है कि पूरी दुनिया गुरु का प्रकाश पर्व मना रहा है। गुरुनानक देव के सभी स्थानों को चिन्हीकरण कर सौन्दर्यी करण पर्यटन विभाग करेगा। कार्य योजना तैयार है।



प्रज्ञा ठाकुर को महात्मा गांधी से परहेज

भोपाल। क्या भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को वाकई महात्मा गांधी से परहेज है ? ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है। क्योंकि बापू की 150वीं जयंती पर निकाली गयी। बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा से उन्होंने लगातार दूरी बनाए रखी।


नेताओं के पास जवाब नहीं


बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा का समापन हो चुका है। लेकिन प्रज्ञा ठाकुर एक भी दिन इस यात्रा में शामिल नहीं हुईं। बीजेपी के जो नेता अब तक ये कह रहे थे प्रज्ञा, आने वाले दिनों में यात्रा में शामिल होंगी वो भी अब चुप हैं। जबकि कांग्रेस पूरी बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर कह रही है कि गोडसे के भक्त गांधी को कभी अपना ही नहीं सकते। संतोष जैन


अमेज़न-फ्लिपकार्ट के खिलाफ आंदोलन करेंगे

नई दिल्ली। छोटे खुदरा व्यापारियों के संगठन कैट ने रविवार को ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन, फ्लिपकार्ट और अन्य के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ने की घोषणा की। उन्होंने इसकी प्रमुख वजह इन कंपनियों द्वारा लगातार प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों का उल्लंघन करना बतायी है। कैट के तत्वाधान में नयी दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में देश के 27 राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं ने एक स्वर में अमेजन, फ्लिपकार्ट और अन्य ई-वाणिज्य कंपनियों के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई छेड़ने की प्रतिबद्धता दोहरायी।


कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ यह राष्ट्रव्यापी आंदोलन 13 नवंबर 2019 से शुरू होगा और 10 जनवरी 2020 तक जारी रहेगा। इस आंदोलन में ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया एल्युमिनियम यूटेंसिल्स मैन्युफैक्चरर्स, ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स मर्चेंट्स एसोसिएशन, टॉयज एसोसिएशन ऑफ इंडिया, ड्रग डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिकल गुड्स एंड अप्लायंस एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ हार्डवेयर मैन्युफैक्चरर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन सहित देश के 40 हजार व्यापारी शामिल होंगे।


खंडेलवाल ने बताया आंदोलन की रुपरेखा स्पष्ट करते हुए कहा कि 13 नवम्बर को देशभर में 'राष्ट्रीय जागरूकता अभियान दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। व्यापारी प्रतिनिधिमंडल देश के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपेंगे। 20 नवंबर को देश के 500 से अधिक शहरों में 'राष्ट्रीय विरोध दिवस' आयोजित किया जाएगा। इसमें सभी प्रदेशों की राजधानियां शामिल हैं। इस दिन देशव्यापी धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें लगभग 5 लाख व्यापारी भाग लेंगे। इसके बाद यह आंदोलन कई चरणों में आगे बढ़ेगा। कैट का आरोप है कि ये कंपनियां कानून को दरकिनार कर सरकार की एफडीआई नीति के प्रेस नोट नंबर 2 का उल्लंघन कर रही हैं।


ऑस्ट्रेलिया मे अग्नि आपातकाल घोषित

कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में सोमवार को अग्नि आपातकाल घोषित कर दिया गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत होने और 150 से अधिक घरों के जल के खाक होने के बाद यह घोषणा की गई। न्यू साउथ वेल्स राज्य के आपातकाल सेवा मंत्री डेविड इलियट ने कहा कि स्थानीय निवासी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं, जो अब तक की सबसे खतरनाक आग में तब्दील हो सकती है।


ऑस्ट्रेलिया के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में तेज हवाओं के कारण आग फैल गई। न्यू साउथ वेल्स की नेता ग्‍लैडीस बेरेजिक्लयन ने सिडनी में कहा कि विनाशकारी मौसम का मतलब है कि चीजें तेजी से बदल सकती है। सप्ताहभर के आपातकाल की घोषणा से ग्रामीण अग्निशमन सेवा को किसी भी सरकारी एजेंसी को किसी भी कार्य को करने या करने से रोकने का निर्देश देने का अधिकार मिल जाता है।


तुर्की से बेहद नाराज ट्रंप, दो टूक बात करेंगे

तुर्की से बेहद नाराज, ट्रंप दो टूक करेंगे बात 


न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सप्ताह तुर्की के नेता से मुलाकात करेंगे और रूस की रक्षा प्रणाली खरीदने के तुर्की के निर्णय पर उनसे दो टूक बातचीत करेंगे। ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने रविवार को कहा कि रूसी रक्षा प्रणाली एस-400 खरीदने के तुर्की के फैसले से अमेरिका अब भी 'बेहद खफा' है। अमेरिका ने कहा कि यह रक्षा प्रणाली नाटो बलों के अनुकूल नहीं है और इससे एफ-35 लड़ाकू विमान कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है साथ ही यह रूस के खुफिया विभाग को मदद पहुंचा सकता है।


गौरतलब है कि अमेरिका ने जुलाई में तुर्की को एफ-35 कार्यक्रम से बाहर कर दिया था। ओ ब्रायन ने सीबीएस 'फेस द नेशन' में कहा कि अगर तुर्की रूस की रक्षा प्रणाली को नहीं छोड़ता तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप का बुधवार को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ और गुरुवार को नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग के साथ मुलाकात का कार्यक्रम है। ट्रंप और एर्दोआन बुधवार दोपहर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगे।


ओ ब्रायन ने कहा कि एस -400 के लिए नाटो में कोई जगह नहीं है। अहम रूसी सैन्य खरीद के लिए नाटो में कोई जगह नहीं है।और जब वह यहां वाशिंगटन में होंगे तो राष्ट्रपति उनसे स्पष्ट तौर पर यह बात कहेंगे। सुरक्षा सलाहकार ने हालांकि कहा कि अमेरिका तुर्की को नाटो में रखने के लिए वह सब कुछ करेगा जो वह कर सकता है। गौरतलब है कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका के साथ लड़ाई लड़ रहे कुर्द बलों पर हमले के लिए तुर्की की चौतरफा आलोचना हुई है। वहीं, इन हमलों के पहले अमेरिकी सेनाओं को हटाने के लिए ट्रंप की भी आलोचना हुई है लेकिन ओ ब्रायन ने कहा कि उनके इस कदम ने सीरिया में एर्दोआन के हमले का रास्ता साफ नहीं किया।


सरयू में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

अयोध्या: लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में लगाई डुबकी, हेलीकॉप्टर से हुई निगरानी


पवन पाण्डेय
अयोध्या। रामनगरी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। मेला क्षेत्र सहित पूरे जिले का कमिश्नर मनोज मिश्र, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने दोपहर में हवाई निरीक्षण भी किया। 


अयोध्या में राम जन्म भूमि के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीम फैसले के मद्देनजर भारी सुरक्षा पाबंदियों में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद से बाजार, घाट और मठ मंदिर गुलजार हैं। मंगलवार को मेले के अंतिम पर्व कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है। दोपहर में हवाई निरीक्षण भी चलता रहा।पूर्णिमा स्नान सोमवार की शाम पूर्णिमा तिथि शुरू होने के साथ ही सुरक्षाबलों तथा अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया।सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा तिथि सायं 4.34 बजे से प्रारम्भ हो चुका है जो मंगलवार को सायं 6.42 बजे समाप्त होगी।तिथि प्रारम्भ होने के बावजूद श्रधालु उदया तिथि में ही स्नान कर रहे। स्नान के बाद नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, मणिरामदास जी की छावनी, कनक भवन, राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन कर रहे है। श्रद्धालुओं का जमावड़ा अयोध्या की ओर हर आने वाले रास्तों पर श्रद्धालुओं का रेला ही दिख रहा है। रामनगरी आने वालों की नयाघाट, टेढ़ी बाजार सहित नगर में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर सघन जांच व तलाशी हो रही है। पहले के जैसा ही रुट डाइवर्जन से वाहनों को अयोध्या में नही आने दिया जा रहा है। बाईपास, रामसेवकपुरम सहित कई स्थानों पर वाहन स्टैंड बनाया गया है जहां भारी संख्या में वाहन पार्क है।


सात जोन और 23 सेक्टर में विभाजित कर हो रही मेला निगरानी
मेला क्षेत्र को सात जोन में स्नान घाट, नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, यातायात, भीड़ जोन तथा गुप्तारघाट और 23 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर प्रभारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में मेले की सुरक्षा व व्यवस्था की निगरानी किया जा रहा है। श्रद्धालु की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ, आरएएफ़, बीएसएफ को लगाया गया है। साथ में पीएसी, जल पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार दस्ता समेत विभिन्न दस्तों भी मुस्तैद हैं।


चलती ट्रेन में दिया जुड़वा को तो जन्म

जांजगीर-चाम्पा। साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन में सफर के दौरान आज एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म  दिया है। जानकारी के अनुसार जांजगीर-चाम्पा जिले में आज दुर्ग से पटना जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 13287 प्रतिदिन की तरह अपने निर्धारित समय पर दुर्ग स्टेशन से छूटी। अभी वह अकलतरा स्टेशन पर पंहुची थी कि ट्रेन में अपने पति और एक बच्चे के साथ सवार 36 साल की पूजा को प्रसव पीड़ा प्रारंभ हो गई। आपातकालीन स्थिति में 108 को फोन किया गया। तब तक ट्रेन अकलतरा रेलवे स्टेशन पर रुकी रही। इसी बीच पूजा को ट्रेन से नीचे उतारा गया। वहां उनके साथ ही ट्रेन में सफर कर रही मांढर की स्टाफ  नर्स अनूपा सिंह की सहायता से सुरक्षित प्रसव कराया गया। रेलवे स्टेशन पर ही पूजा ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इसके बाद अकलतरा से जुड़वा बच्चों और उनकी मां को जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया। जच्चा-बच्चा पूर्णत: स्वस्थ बताए जा रहे है।


संगम तट पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़

प्रयागराज। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगा स्नान के उपलक्ष में संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई। श्रद्धा-भाव से सभी भक्त गुणों के द्वारा त्रिवेणी के धाम पर स्नान किया गया और उसके पश्चात स्तुति और आरती  की गई। त्रिवेणी के धाम की गौरवमई महिमा देखते ही बनती थी।


गुरु पर्व, देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था की कुंभ नगरी में मां गंगा के सुरम्य तट पर हरिहर गंगा आरती समिति रामघाट प्रयाग के द्वारा भव्य दीप महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस आयोजन के अंतर्गत मां गंगा के पावन तट पर संगीतमय मां गंगा की महाआरती एवं असंख्य दीपों से गंगा के तट को सुसज्जित किया गया। मां गंगा के तट को नयनाभिराम लोगों का आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा। दृश्य के माध्यम से ऐसा आभास हुआ की नभ के सितारे जमीन पर आ गए।


बृजेश केसरवानी


सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा दो अहम फैसले

नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर पर नौ नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ का फैसला आने के बाद 13 नवंबर का दिन एक बार फिर न्यायिक इतिहास में दर्ज होने जा रहा है। इस दिन एक नहीं बल्कि दो दो महत्वपूर्ण फैसले आने जा रहे हैं।


मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई सुनाएंगे फैसला


सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के अध्यक्ष मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई बुधवार को यह दो जटिल फैसले सुनाने जा रहे हैं। ये निर्णय न्यायाधिकरणों के पुनर्गठन और सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई अधिनियम) के तहत भारत के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय को लाने के मामलों में आने जा रहे हैं। मामलों की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ ने की और इसमें जस्टिस एनवी रमना, डी वाई चंद्रचूड़, दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना शामिल थे।


ये दोनो फैसले रोजर मैथ्यू मामले में वित्त अधिनियम, 2017 के सेक्शन 156 से 189 को चुनौती से संबंधित हैं, जो अधिकरणों की संरचना और पुनर्गठन से संबंधित प्रावधानों में संशोधन करते हैं। इस मामले में विभिन्न मुद्दों पर सुनवाई की गई, इसके अलावा उन पर भी सुनवाई हुई जो सभी न्यायाधिकरणों को विधि और न्याय मंत्रालय के तहत लाते हैं। इसमें न्यायाधिकरणों की एकरूपता, धन विधेयक के रूप में वित्त अधिनियम का पारित होना आदि शामिल था।


सर्वोच्च अदालत 13 नवंबर को इस मामले में फैसला सुनाएगी


इस मामले में वरिष्ठ वकील अरविंद दातार द्वारा वित्त विधेयक और धन विधेयक के बीच अंतर को लेकर तर्क दिया गया था। भारत के अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इस पहलू का खंडन किया था, उनका तर्क था कि अध्यक्ष के बिल को मनी बिल के रूप में टेबल करने का निर्णय न्यायिक समीक्षा के अधीन नहीं हो सकता है। इसके अलावा जब संसद सत्र चल रहा हो तो संसद में की गई कार्यवाही को विधिक अदालत के समक्ष चुनौती नहीं दी जा सकती। अब सर्वोच्च अदालत कल इस मामले में फैसला सुनाएगी।


दूसरा फैसला जिस मामले पर आने वाला है वह यह सवाल उठाता है कि क्या भारत के मुख्य न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई के दायरे में आता है। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्रीय सूचना आयोग के एक आदेश के खिलाफ दायर की गई अपील पर आधारित है जिसमें कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित जानकारी को आरटीआई अधिनियम के तहत लाया जाना चाहिए।


यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस से भारतीय न्यायपालिका में पारदर्शिता के संबंध में भारी प्रभाव पड़ेगा। याचिका में कॉलेजियम के प्रस्तावों और फैसलों के आने के समय पारदर्शिता की अनुपस्थिति को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है। फैसला बुधवार 13 नवंबर को दोपहर 2 बजे सुनाया जाना है।


निगम कर्मचारी लगाते हैं कूड़े में आग

क्या नगर निगम के कर्मचारी ही लगाते हैं कूड़े के ढेरों में आग!


निग्रह आर्य


गाजियाबाद। इंदिरापुरम हिंडन बैराज पर लगी कूड़े के ढेर में आग। गाजियाबाद हिंडन बैराज इंदिरापुरम क्षेत्र में नहर के बराबर में प्राइवेट प्रॉपर्टी पर नगर निगम द्वारा दिए गए कूड़ा निस्तारण के टेंडर मालिक प्राइवेट प्रॉपर्टी पर कूड़ा डालते हैं। और वहां पर कुछ बंगालियों द्वारा कूड़े के ढेर से पॉलिथीन को निकालने का कार्य चलता है। जब कूड़े का ढेर ज्यादा मात्रा में हो जाता है, तो उसमें आग लगा दी जाती हैै। यह पहला वाक्य नहीं है जब नगर निगम के प्राइवेट टैंकरों द्वारा कूड़े में आग लगा दी गई है। गाजियाबाद में प्रदूषण दिन पर दिन बढ़ रहा है और नगर निगम गाजियाबाद आंखें मूंदे बैठा है!
जहां एक और  महापौर आशा शर्मा, नगर आयुक्त प्रमोद सिंह और पर्यावरण विभाग के सभी अधिकारी गाजियाबाद में प्रदूषण फैलाने बालों के खिलाफ यह कार्रवाई की वह कार्यवाही की कहते नजर आते हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के कर्मचारी स्वयं ही जगह-जगह कूड़े के ढेर में आग लगाते हैं, साथ ही महानगर में प्रदूषण कम  होने का नाम नहीं ले रहा और हम किसानों पर ठीकरा फोड़ते हैं!
कार्यवाही के नाम पर नगर निगम कर्मचारियों पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती!


गाजियाबाद में बैडमिंटन चैंपियनशिप संपन्न

गाजियाबाद। महामाया स्टेडियम में आयोजित जिला गाजियाबाद बैडमिंटन चैंपियनशिप, बैडमिंटन एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव श्री नरेंद्र शर्मा द्वारा संपन्न कराई गई ।एवं इसमें जिला क्रीड़ा अधिकारी गदाधर बारीकी व उप क्रीड़ा अधिकारी मधु अवस्थी का विशेष सहयोग रहा। इस प्रतियोगिता में 100 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। सभी कैटेगरी खेली गई। जिसमें दिनांक 10 नवंबर 2019 को मेंस ओपन एवं वेटर्न कैटेगरी के मैच हुए, मेंस ओपन के विजेता शुभम सेंगर एवं अनुज भास्कर उपविजेता रहे। विशाल एंड शिवम पांडये पार्टनर रहे, वरुण पवार एवं उनके पार्टनर गगन पासवान तृतीय स्थान पर रहे। इसके उपरांत वेटर्न्स मुकाबले खेले गए। जिनमें 50 प्लस सुधीर सिंह एवं उनके पार्टनर जितेंद्र चौहान विजेता रहे। 45 प्लस में जितेंद्र चौहान एवं उनके पार्टनर अजय त्यागी उपविजेता रहे। 35 प्लस में नीरज उनके पार्टनर मोनू विजेता रहे तथा वरुण पवार एवं सुनील त्यागी उपविजेता रहे। वही अजय त्यागी एवं उनके पार्टनर दिनेश सिंह तृतीय स्थान पर रहे। सभी मुकाबले बहुत ही संघर्षशील रहे। बहुत नजदीक के परिणाम से हार जीत तय हुई। समापन समारोह पर श्री नरेंद्र शर्मा, गोविंद सिंह, अरविंद चौधरी एवं क्रीड़ा अधिकारी श्री बारीकी उपस्थित रहे। जिनके द्वारा प्रतियोगिता का समापन किया गया।


नानक के सिद्धांत को समझे,आदर्श बनाएं

बिलासपुर। श्री गुरूनानक देव जी ने ऊंच-नीच, छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद से ऊपर उठकर मानवता का संदेश दिया है, उसे अमल में लायें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर के गुरूनानक स्कूल परिसर में श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।


मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि समाज में जब कुरीतियां व्याप्त थी, ऐसे समय में गुरूनानक जी का अवतरण हुआ। वे बाल्यकाल से ही चिंतन, मनन करने वाले और मानवता के प्रति अगाद श्रद्धा उनके मन में रही है। छुआछूत को छोड़ सब एक साथ एक ही पंगत में भोजन करें, इसलिये लंगर प्रथा शुरू की। उन्होनें अज्ञानता के खिलाफ संदेश दिया। गुरूनानक देव जी एक मात्र ऐसे संत थे, जिन्होंने काफी लंबी दूरी पद यात्रा की और समानता, भाईचारा और प्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सब एक ही ईश्वर के संतान हैं, इसमें भेदभाव नहीं होना चाहिये। समाज की समृद्धि, सुख, शांति के बिना संभव नहीं है। गुरू नानक देव जी ने एक सहज, सरल और संगठित समाज की नींव रखी। जिसमें जात-पांत और अमीर-गरीब के भेद को मिटाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि करतारपुर की यात्रा के लिये प्रदेश सरकार की तरफ से व्यवस्था की गई है। इच्छुक व्यक्ति इस यात्रा में जा सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर आयोजित शानदार कार्यक्रम के लिये बधाई एवं शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम में गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने प्रकाश पर्व के संबंध में जानकारी देते हुए गुरू सिंह सभा एवं सिख समाज द्वारा पिछले एक वर्ष में जनकल्याण के लिये आयोजित कार्यक्रम की जानकारी दी।


कार्यक्रम में विधायक शैलेष पाण्डेय एवं श्रीमती रश्मि सिंह, महाधिवक्ता सतीशचन्द्र वर्मा, मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा एवं बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग मौजूद थे।


भाजपा को एलजेपी ने दिया एक और झटका

रांची। महाराष्ट्र के बाद अब भाजपा को झारखंड में बड़ा झटका एनडीए गठबंधन की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने दिया है। सीट बटवारें को लेकर चल रहे विवाद के बाद झारखंड में लोक जनशक्ति पार्टी ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करके नामों की घोषणा करेंगी। एलजेपी बीजेपी के खिलाफ 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 11 नवंबर को कहा था कि पार्टी झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार है। बीजेपी ने राज्य की अधिकांश सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है,जो लोजपा ने भगवा पार्टी से एनडीए के साथी के रूप में मांगे थे। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 30 नवंबर से शुरू होने वाले पांच चरणों में होंगे। पासवान ने जोर दिया कि लोजपा इस बार "टोकन" के रूप में दी गई सीटों को स्वीकार नहीं करेगी।


महाराष्ट्र में पार्टियों ने मांगा अलग-अलग समय

महाराष्ट्र। यहां सरकार बनाने को लेकर लगातार राजनीतिक दल अपना हित साधने में लगे हैं। ले​किन फिर भी सरकार नहीं बन पाई है,और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है। वहीं राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
शिवसेना का कहना है कि उन्हें दावा पेश करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया गया, जबकि बीजेपी को 48 घंटे का वक्त दिया गया था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के अवसर से इनकार करने के लिए बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया। बता दें कि इस मामले में जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े की अगुआई वाली पीठ कल सुनवाई कर सकती है।


अब तक क्या हुआ महाराष्ट्र में


राज्‍य में भाजपा 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी विधायक संख्या वाली पार्टी है। लेकिन बीते शनिवार को भाजपा ने सरकार गठन में असमर्थता जाहिर कर दी थी। इसके बाद राज्‍यपाल ने रविवार को 56 विधायकों के साथ शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। लेकिन, पार्टी कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन के पत्र उपलब्ध नहीं करा सकी। शिवसेना ने राज्यपाल से और समय मांगा, जिन्होंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।


जानकारी के अनुसार एनसीपी ने आज सुबह 11:30 बजे राज्यपाल को एक खत लिखा था, जिसमें दो दिन का समय मांगा था। राज्यपाल ने एनसीपी के पत्र को आधार बना कर गृहमंत्रालय से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की।


ड्रेस कोड जैसी प्रथाओं का किया विरोध

नई दिल्ली। देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों के विरोध में सैकड़ों छात्रों ने सोमवार को विश्वविद्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे। लेकिन गेटों पर बैरियर लगा दिए गए हैं। उप राष्ट्रपति वेकैंया नायडू इस स्थान पर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे हैं।


छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में कोई सर्विस चार्ज ना लगाया जाए, छात्र हॉस्टल में ड्रेस कोड लागू करने हॉस्टल में आने-जाने के टाइम की पाबंदी को खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं।


जेएनयू के सैकड़ों छात्रों ने फ्रीडम स्क्वायर से एआईसीटीई सभागार तक 'बड़े पैमाने पर फीस वृद्धि' के खिलाफ बैनर के साथ मार्च निकाला। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि हम पिछले 15 दिनों से हम फीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। कम से कम 40 फीसदी छात्र गरीब परिवार से आते हैं, वो छात्र यहां कैसे पढ़ेंगे? एक अन्य छात्र ने कहा कि विश्वविद्यालय को सब्सिडी दी जाती है ताकि गरीब भी यहां पढ़ सकें. “एक गरीब छात्र यहां कैसे पढ़ सकेगा, अगर छात्रावास की फीस 6 से 7 हजार से अधिक होगी।


छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थ सारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी और छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है।


रेलवे के खिलाफ 141वें दिन आंदोलन जारी

सन्दीप मिश्र


रायबरेली। रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी नेता आदर्श सिंह बघेल ने बताया कि आज एमसीएफ में निगमीकरण के खिलाफ आंदोलन का 141 वा दिन लगातार जारी है। ज्ञात रहे कि निगमीकरण के खिलाफ भारत की सभी प्रोडक्शन यूनिटों में संघर्ष जारी है। इसीक्रम में एमसीएफ में आज के आन्दोल में सुयक्त संघर्ष समिति के सचिव सुशील गुप्ता ने कहा कि यह आंदोलन रेलवे के इतिहास में सबसे बड़े आंदोलन के रूप में दर्ज होगा और निगमीकरण के खिलाफ हमारी जीत अवश्य होगी ।
वही कर्मचारी नेता ऋतुराज शुक्ला ने कहा कि अब हमें निर्णायक व बड़े संघर्ष की तैयारी करनी चाहिए हम किसी भी स्तर में बोर्ड के अधिकारी अगर एमसीएफ आते है तो जोरदार आंदोलन के साथ सपरिवार रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के खिलाफ घेराव किया जाएगा ।
सयुक्त संघर्ष समिति के चैयरमैन नैब सिंह ने कहा अब हमें संघर्ष के दिनों की गिनती छोड़ देना चाहिए, क्योकि रेलवे बोर्ड के 100 दिनों के एक्शन प्लान को बीते हुए बहुत समय हो गया, अब हमें निर्णायक लड़ाई की ओर संघर्ष को बढ़ाना है, और जब तक जीत नही मिल जाती हैं, तबतक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर आदर्श बघेल, रामबरन वर्मा, मनोज ओझा,कुणाल, विनोद, प्रतीक गुप्ता, संजीव ,हितेश आदि उपस्थित रहे।


गैरकानूनी चेयरमैन अभी भी कार्यरत

राणा ओबराय
हरियाणा सरकार द्वारा तीन दर्जन से अधिक चेयरमैन के इस्तीफे लेने के बाद भी चेयरमैन पद पर बरकरार!

चण्डीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा त्यागपत्र देने के बाद पुनः शपथ ली गई। संवैधानिक तौर पर मुख्यमंत्री द्वारा त्यागपत्र देने के बाद उनके द्वारा की गई, सभी नियुक्तियां रद्द हो जाती हैं। परंतु अभी तक हरियाणा के चेयरमैन व अन्य पदों पर बैठे लोग कार्य कर रहे हैं। इसलिए हरियाणा के राज्यपाल और मुख्य सचिव को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। स्मरण रहे गत दिवस हरियाणा सरकार ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश के लगभग 36 चेयरमैन और अन्य पदों पर बैठे लोगों से त्यागपत्र ले लिए थे। परन्तु आज भी खट्टर सरकार 1 के द्वारा नियुक्त चेयरमैन अपने पद पर ज्यों का त्यों कार्य कर रहे हैं! यदि मुख्यमंत्री उनको पद रखना चाहते है तो जरूर रखेंं। परन्तु बिना नई नियुक्ति पत्र के यथावर्त रखना गैर कानूनी माना जायेगा?


मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर पढ़ रही तकरार

राणा ओबराय
भाजपा व जेजेपी में मंत्रियों के बटवारे को लेकर हो रही है तकरार!


सीएम और डिप्टी सीएम में हो रही है मंत्रणा!
चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा-जेजेपी सरकार के विस्‍तार की हलचल तेज हो गई है। उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला कैबिनेट के विस्‍तार को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि दुष्‍यंत चौटाला जेजेपी कोटे से बनाए जानेवाले मंत्रियों की सूची लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मिलने पहुंचे हैं। जेजेपी कोटे के दोनों मंत्रियों के विभागों को लेकर भी चर्चा होनी है। संभावना है कि बुधवार को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। वही बताया गया है कि हरियाणा की भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार का नया मंत्रिमंडल छोटा होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट में पहले चरण में छह से सात मंत्री बनाए जा सकते हैैं। चार मंत्री भाजपा कोटे के, दो जेजेपी और एक मंत्री निर्दलीय विधायकों में से बन सकते हैैं।


भ्रष्टाचार के दोषियों को सजा दिलाएंगे

बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर में टेंडर घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता सामने आ गया है। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत ठेकेदार द्वारा पेश सारे दस्तावेज की कापी मांगी है। उनका कहना है कि दस्तावेज हाथ लगते ही वे इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे।


बता दें कि नगर निगम प्रशासन ने जोन क्रमांक 4 (अब 6) में 18 निर्माण कार्य के लिए 19 सितंबर 2019 को एक टेंडर निकाला था। 14 अक्टूबर टेंडर भरने की अंतिम तिथि थी। टेंडर में वार्ड क्रमांक 42 स्थित सामुदायिक भवन की रिपेयरिंग और पेंटिंग की प्राक्कलन राशि 4 लाख रुपए और वार्ड क्रमांक 43 स्थित सामुदायिक भवन सीनियर क्लब की रिपेयरिंग पेंटिंग की प्राक्कलन राशि 4 लाख रुपए थी। दोनों कार्यों के लिए ठेकेदार जितेंद्र कुमार ठाकुर, मयंक गुप्ता और अनिल मजुमदार ने टेंडर भरा था। 15 अक्टूबर को टेंडर खोला गया, जिसमें सबसे कम रेट वाले ठेकेदार जितेंद्र कुमार ठाकुर को दोनों कार्यों का ठेका मिल गया।


ठेकेदार अनिल मजुमदार ने नगर निगम आयुक्त को सौंपे शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि जितेंद्र कुमार ने ई-पंजीयन के दस्तावेज में कूटरचना की है। जितेंद्र कुमार ने (www.pwd.cg.nic.in) में 4 अक्टूबर 2014 को ई-पंजीयन कराया था। यह ई-पंजीयन 5 साल के लिए वैध था। इस हिसाब से ई-पंजीयन की वैधता तिथि 3 अक्टूबर 2019 को समाप्त हो गई थी। यानी कि जिस दिन टेंडर खोला गया, उस दिन जितेंद्र कुमार के ई-पंजीयन की वैधता तिथि समाप्त हो गई थी। अनिल मजुमदार का आरोप है कि जितेंद्र कुमार ने वैधता तिथि दिखाने के लिए ई-पंजीयन की तारीख में छेड़छाड़ की है। मसलन, उन्होंने 4 अक्टूबर 2014 की जगह 4 अक्टूबर 2015 दर्ज कर कंप्यूटराइज्ड कापी जमा की। इस तरह से कूटरचना कर जितेंद्र कुमार ने टेंडर हथिया लिया। मजुमदार की शिकायत के बाद भी नगर निगम के अफसर मामले की जांच करने में आनाकानी कर रहे हैं।


आरटीआई कार्यकर्ता मामले को कोर्ट में देंगे चुनौती


बस्तर बंधु समाचार पत्र के बिलासपुर संभाग प्रमुख व आरटीआई कार्यकर्ता मोबिन फारुकी ने नगर निगम बिलासपुर के जनसूचना अधिकारी के पास आरटीआई के तहत एक आवेदन लगाया है, जिसमें उन्होंने ठेकेदार जितेंद्र कुमार द्वारा ठेका पाने के लिए जमा किए गए सारे दस्तावेज की सत्यापित प्रतिलिपि मांगी है। आरटीआई कार्यकर्ता फारुकी का कहना है कि ठेका देने में अफसर और ठेकेदार के बीच मिलीभगत की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जब ई-पंजीयन की अवधि खत्म हो गई थी तो उसे टेंडर कैसे मिल गया। दस्तावेज मिलने के बाद वे मामले को हाईकोर्ट जाएंगे, जहां नगर निगम बिलासपुर और ठेकेदार को पक्षकार बनाया जाएगा। उनका कहना है कि यदि ठेकेदार ने फर्जीवाड़ा किया होगा, उसका ई-पंजीयन निरस्त कराने की मांग की जाएगी। टेंडर घोटाले में अफसरों के हाथ रंगे होंगे तो ऐसे भ्रष्ट अफसरों को सजा दिलाने की मांग की जाएगी।


प्रचार-प्रसार के लिए जिला अध्यक्ष नियुक्त

अविनाश श्रीवास्तव 


गाजियाबाद। प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना प्रचार प्रसार अभियान के क्षेत्रीय अध्यक्ष सेवाराम मलिक के दुारा लोनी निवासी व वरिष्ठ समाजसेवी श्री देवेन्द्र ढाका को आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष श्री शैलेश कुमार सिंह "शैलु" के निर्देश पर प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना प्रचार प्रसार अभियान का जिलाध्यक्ष गाजियाबाद मनोनीत किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष सेवाराम मलिक ने देवेन्द्र ढाका को मनोनयन पत्र सौंपते हुये, अपने विचार रखते हुये कहा कि उन्हें पूर्ण आशा व विश्वास है कि नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्री देवेन्द्र ढाका इस अभियान की नीति व उद्देश्यों का पालन करते हुये अभियान का विस्तार करेंगे एवं अभियान के कार्यो को सिद्ध करने मे अपना पूर्ण योगदान देंगे। 
इस अवसर पर सेवाराम मलिक ने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष को शुभकामनाएं देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
इस अवसर पर नवनियुक्त जिलाध्यक्ष देवेन्द्र ढाका ने अपने विचार रखते हुये कहा कि वो आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष व क्षेत्रीय अध्यक्ष के द्वारा दी गयी जिम्मेदारी का पूर्ण व शुद्ध अंत्:करण से निर्वहन करेंगे तथा जिस उद्देश्य को लेकर समिति का गठन किया गया है। उसको लेकर हमेशा अपनी जिम्मेदारी पूरी करेंगे। 
सरकार के द्वारा बनायी गयी प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना के प्रचार प्रसार के अभियान को गति देंगे तथा सरकार के द्वारा चलायी जा रही, विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र के हर वर्ग व समाज को समान रूप से मिले इसको लेकर प्रयासरत रहेंगे । 
इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ,सभासद अमित तोमर, शिब्बन तोमर, सतेन्द्र पहलवान, योगेन्द्र भारदुाज आदि लोग उपस्थित रहे।


दो खालिस्तानी आतंकवादी किये गिरफ्तार

लुधियाना। पंजाब पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर दो खालिस्तानी आतंकियों को गिरप्तार किया है। इन में से एक महिला है, जो कि लुधियाना में बतौर नर्स काम कर रही थी। वहीं दूसरी गिरफ्तारी पंजाब के गुरदासपुर से हुई है, यह आतंकी दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। बताया जा रहा है कि दोनों ही खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर कई  हिंदू नेता थे। इसके अलावा इनका मकसद पंजाब में फिर से आतंकी गतिविधियों को बढ़ाना है। इसके लिए इन्हें विदेश से फंड भी मिल रहे थे।


पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों कई बड़ी हत्याओं की साजिश रच रहे थे। उनकी योजना कुछ हिंदूवादी नेताओं की हत्या करने की भी थी।गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान हो गई है। सुरिंदर कौर नाम की गिरफ्तार महिला फरीदकोट की रहने वाली है जो लुधियाना के एक निजी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। जबकि सुरिंदर कौर का पुरुष साथी की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है जो होशियारपुर का रहने वाला है और दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। पुलिस अफसरों का कहना है कि दोनों एक-दूसरे सोशल मीडिया के जरिए दोस्त बने थे और फेसबुक फ्रेंड थे। पंजाब पुलिस की साइबर क्राइम सेल इन दोनों पर पिछले महीने से ही नजर बनाए हुई थी।पकड़े गए सुरिंदर कौर और लखबीर सिंह को कोर्ट में पेश कर दिया गया जहां से उन्हें 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...