सोमवार, 7 अक्तूबर 2019

कांग्रेस को नहीं बचाया जा सकता:ओवैसी

कांग्रेस को अब 'कैल्शियम का इंजेक्शन' देकर भी नहीं बचाया जा सकता- असदुद्दीन ओवैसी


नई दिल्‍ली। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सफाया हो चुका है और अब उसे 'कैल्शियम का इंजेक्शन' देकर भी नहीं बचाया जा सकता है। ओवैसी ने दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व महाराष्ट्र और हरियाणा के महत्वपूर्ण चुनावों को नजरअंदाज कर रहा है। 


इससे पहले कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा था कि ''कल तक कांग्रेस के नेता उन्हें बीजेपी की ए टीम और बी टीम कहा करते थे। आज वही कांग्रेस के नेता कांग्रेस छोड़-छोड़ के बीजेपी को ज्वाइन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में मुस्लिमों को आरक्षण देने का समर्थन करते हुए ओवैसी ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर बराबर आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पिछड़े तबकों की आवाज है और उनकी पार्टी ने मुसलमानों समेत हिंदू धर्म की तमाम छोटी जाति के उम्मीदवारों को भी अलग-अलग विधानसभा सीटों से अपना उम्मीदवार बनाया है।


शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने पर ओवैसी ने कहा कि शायद अब रिमोट कंट्रोल काम नहीं कर रहा है यही कारण है कि उन्हें चुनाव लड़ना पड़ रहा है। ऐसा पहली बार है जब ठाकरे परिवार से कोई व्यक्ति चुनाव में उतर रहा है। एआईएमआईएम नेता 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जनसभा को संबोधित कर रहे थे।


शिक्षकों ने की सकारात्मकता की प्रशंसा

बलिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ का प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी सम्मेलन प्रेक्षाग्रह, कृषि निदेशालय, लखनऊ में सम्पन्न हुआ। जिसमें जनपद बलिया के जिला पदाधिकारी भी शामिल हुए, रविवार को अपने जनपद पहुँचे संगठन के जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने बातचीत में कहा कि सम्मेलन में ये बताया गया कि मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को निस्तारित कराने में जिला पदाधिकारियों को तत्परता से कार्य करने की जरूरत है। किसी प्रकार की दिक्कत आये हो तो तुरन्त प्रदेश पदाधिकारियों को सूचित किया जाए। लखनऊ सम्मेलन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष जुबेर अहमद ने जिला पदाधिकारियों से संगठन को मजबूती देने के लिए सदस्यता अभियान अक्टूबर में पूरा करने का निर्देश दिया। जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने  कहा कि सम्मेलन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि परियोजना निदेशालय द्वारा उच्च योग्यताधारी व कम्प्यूटर की डिग्री रखने वाले मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के योग्यतानुसार कार्य लेने के लिए आदेश जारी हो गया है। 9 सितम्बर को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा की अध्यक्षता में एक आधिकारिक बैठक उच्चाधिकारियों तथा संगठन के पदाधिकारियों एवम राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री जी के साथ संपन्न हुई थी।बैठक के बाद सभी उच्च योग्यताधारियों को नियुक्ति के समय बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा हुई गलतियों को स्वीकार करते हुए उनके उच्चीकरण हेतु प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया है ।इसके लिए प्रदेश के समस्त जनपदों से मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूचना मांगी गई है जिसकी कार्यवृति भी शासन द्वारा जारी हो चुकी है । शीघ्र ही प्रस्ताव शासन से मंजूरी के लिए जाएगा ।बेसिक शिक्षा में मृतक आश्रित नियुक्ति के लिए प्रयोग किये जाने वाले त्रुटिपूर्ण 4 सितम्बर 2000 के आदेश को एक माह में पुनः निरीक्षण के लिए कहा गया है।। इसके बाद मृतक आश्रितों को उच्च योग्यता का लाभ मिलेगा। प्रदेश महामंत्री विनोद कुमार एवं प्रदेश सचिव पंकज बाजपेई ने कहा कि अब बीएड टीईटी वाले शिक्षक बन सकते है । तो वही नियुक्त मृतक आश्रित बीएड टीईटी योग्यताधारी कर्मचारियों को यदि शासन से मंजूरी मिल जाती है तो वो भी जल्द ही शिक्षक बन सकेंगे। प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री हर्षित अरोरा ने बताया कि कार्यवृति के अनुसार बनने वाले प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिल जाती है तो इंटर व कम्प्यूटर की डिग्री रखने वाले पद रिक्त न होने के बावजूद भी अधिसंख्य संख्या में परिचारक के जगह पर लिपिक बनेंगे । वही नियुक्त ऐसे योग्यताधारी को उच्चीकृत किया जाएगा। सम्मेलन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एस पी तिवारी एवम महामंत्री आर के निगम भी शामिल हुए। जानकारी के बाद पूरे प्रदेश के मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में हर्ष का माहौल है। सम्मेलन में राज्य सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा मृतक आश्रित उच्च योग्यताधारी शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक पहल की प्रशंसा भी की गई।जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने बताया कि जनपद के सभी मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी, प्रदेश पदाधिकारियों को हमेशा हर प्रकार के सहयोग के लिए संकल्प लिया है।


हरीश रावत की तबीयत बिगड़ी,मैक्स में भर्ती

देहरादून। उत्‍तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत गर्दन और कमर में दर्द की शिकायत के बाद मैक्‍स अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी सभी जांच रिपोर्ट डॉक्टरों ने सामान्य बताई हैं। जानकारी के अनुसार, पूर्व सीएम हरीश रावत को आज सुबह घर में चक्‍कर आया। इस दौरान उन्‍होंने गर्दन और कमर में दर्द की शिकायत की। इस पर उन्‍हें मैक्‍स अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। मैक्स अस्पताल के यूनिट हेड डॉ संदिप तंवर ने बताया कि डाक्टरों की टीम ने उनका डायग्नोस किया। उनकी सारी रिपोर्ट ठीक है। उन्‍होंने सीने में दर्द की बात से भी इन्‍कार किया है।


उधर, हरीश रावत के पीआरओ जसबीर रावत के मुताबिक, उनकी सभी जांच रिपोर्ट डॉक्टरों ने सामान्य बताई हैं। गर्दन के दर्द के कारण आज सुबह चक्कर महसूस होने पर मैक्स हॉस्पिटल लाया गया। बता दें कि मुख्‍यमंत्री के काल के दौरान गर्दन में चोट आई थी, जिसका लंबा उपचार चला था।


स्थानीय पुलिस ने किया भंडारे का आयोजन

पुलिस द्वारा किया गया विशाल भंडारे का आयोजन



गाजियाबाद। नवरात्रे की नवमी को थाना ट्रोनिका सिटी क्षेत्र की पुस्ता चौकी पर पुलिस स्टाप द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहाँ पूजा पाठ व कन्या पूजन के साथ प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से एसपी ग्रामीण नीरज जादौन ,सीओ लोनी राजकुमार पांडेय ,ट्रोनिका सिटी थाना प्रभारी सुभाष सिंह ,पुस्ता चौकी प्रभारी राममेहर सिंह मलिक ,एसआई रविन्द्र कुमार ,हैड कांस्टेबल राम चन्द्र सिंह ,हैड कांस्टेबल बिजेंद्र सिंह ,हैड कांस्टेबल विक्रम जादौन ,का राघवेंद्र सिंह ,का हरिओम ,का सुनील कुमार ,का आशुतोष कुमार ,का विकास कुमार ,का सुशील कुमार ,का सचिन कुमार, सहित पुलिस स्टाप ने हिस्सा लिया।


महाराष्ट्र सरकार के लिए मुसीबत बने पेड़

करीब 2500 से अधिक पेड़ों का काटा जाना राज्य सरकार के लिए मुसीबत बना है, लेकिन इस मसले पर बॉम्बे हाईकोर्ट, NGT की ओर से ग्रीन सिग्नल पहले ही मिल चुका था.


मुंबई। आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर बवाल, लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग, बॉम्बे हाईकोर्ट-NGT से मिल चुकी है मंजूरी।


महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार के सामने नया मुद्दा खड़ा हो गया है। मुंबई की आरे कालोनी में मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों को काटा जा रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर जोरदार विरोध हो रहा है। करीब 2500 से अधिक पेड़ों का काटा जाना राज्य सरकार के लिए मुसीबत बन गया है, हालांकि ये भी सच है कि इस मसले पर बॉम्बे हाईकोर्ट, NGT की ओर से ग्रीन सिग्नल पहले ही मिल चुका था।


बॉम्बे हाईकोर्ट से मिली थी इजाजत


मुंबई में मेट्रो प्रोजेक्ट-3 के लिए इन पेड़ों को काटा जा रहा था, लेकिन कई प्रदर्शनकारी, सेलेब्रिटी इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। आरे के इन पेड़ों को मुंबई का फेफड़ा कहा जाता है, कटाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिकाएं दाखिल की गईं. जिसमें इन्हें जंगल घोषित किए जाने की अपील की, ताकि पेड़ ना काटे जा सकें। हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन्हें जंगल नहीं माना और तुरंत पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया।


NGT ने भी दी थी मंजूरी!


बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका से पहले ही पर्यावरण संरक्षण संगठन वनशक्ति और आरे बचाओ ग्रुप के बैनर तले इस मामले को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के सामने उठाया गया, जिसके बाद NGT की पुणे बेंच ने दिसंबर 2016 में निर्माण न कराने का आदेश दिया था।
चुनावी मुद्दा ना बन जाए आरे!


महाराष्ट्र में इस बार चुनाव हैं और इस बीच इस विवाद ने राष्ट्रीय राजनीति में भी जगह बना ली है। भाजपा के साथ गठबंधन में होने के बावजूद शिवसेना ने आरे में पेड़ कटाई का विरोध किया है और ऐसा करने वालों पर एक्शन लेने की बात की है। आदित्य ठाकरे लगातार सोशल मीडिया पर मोर्चा खोले हुए है, ऐसे में आने वाले दिनों में ये मसला चुनावी दंगल का रूप ले सकता है।


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, मुंबई के आरे में मेट्रो कार शेड बनना है। इसके लिए आरे के जंगलों के करीब 2,700 पेड़ काटे जाने है जिसका विरोध हो रहा है। मेट्रो के लिए पेड़ों की कटाई का मुंबई की सड़कों पर उतरकर लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं। इस मामले में 'सेव आरे' प्रोटेस्ट चल रहा है, सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाए जा रहे हैं।


भाजपा नेता सहित पांच की जान ली

जलगांव (महाराष्ट्र)। घर के बाहर बैठे भाजपा नेता व उनके परिवार के चार सदस्यों को गोलियों और चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद भुसावल शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। घटना के दौरान हुई हाथापाई में दो हमलावर भी घायल हुए हैं  उन समेत पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है।


जलगांव जिले के भुसावल शहर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नगर सेवक रविंद्र खरात के परिवार पर अज्ञात व्यक्तियों ने गोलीबारी की और चाकू से हमला भी किया।  इस हमले के बाद कुल 5 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद पूरे  भुसावल शहर  में दहशत का माहौल है तथा स्थिति तनावपूर्ण है। लोग पुलिस की कार्यकुशलता पर नाराजगी जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि शहर में गुंडागर्दी फिर से दिख रही है। 


घटना रविवार रात करीब 9 बजे की बताई जा रही है। रविंद्र खरात भुसावल शहर स्थित समता नगर परिसर में अपने घर के बाहर बैठे थे तभी दो आरोपियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी।हमले में वे बुरी तरह से घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि गोलीबारी की आवाज सुनकर उनके भाई सुनील बाबू राव खरात बाहर आए। हमलावरों ने उन पर भी गोली चला दी। सुनील खरात जान बचाने के लिए बगल वाले घर में घुस गए, वहां पर भी हमलावर उनका पीछा करते हुए पहुंच गए। 


हमलावरों ने चाकू से सुनील खरात पर बुरी तरह से हमला किया और उनका गला काट दिया। उनकी वहीं पर मौत हो गई। हमलावर यहीं नहीं रूके उन्होंने बाद में रविंद्र खरात के दोनों बेटों रोहित और प्रेम सागर के साथ उनके एक दोस्त पर भी चाकू से हमला बोल दिया। इस दौरान हमलावरों ने रविंद्र खरात के दोनों बेटों सहित दोस्त को भी बुरी तरह से घायल कर दिया। हमला करने के बाद बदमाश फरार हो गए। इसमें दो व्यक्तियों की तत्काल घटनास्थल पर ही मौत हो गई। तीनों को हमले के तत्काल बाद जलगांव सिविल अस्पताल में एडमिट कराने ले जाया गया, लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। 


इस घटना में मृतक रविंद्र की पत्नी भी घायल हुई है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना के आधे घंटे के बाद जलगांव के पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधीक्षक पंजाबराव उगले ने कहा कि इस घटना के बाद भुसावल शहर में माहौल तनावपूर्ण है। 


घटना के समय हाथापाई भी हुई थी, उसमें ये दो आरोपी भी जख्मी हुए थे। पुलिस इस घटना की तहकीकात कर रही है।  भुसावल शहर के समता नगर में पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दी गई है। इस लोमहर्षक घटना के की खबर फैलते ही भुसावल शहर के साथ पूरे जिले में बहुत खलबली मची है। शुरुआती जानकारी के बाद पुलिस सूत्रों ने इस घटना के पीछे आपसी रंजिश को माना है। हालांकि अभी विस्तृत जांच की जा रही है।


कोयले से लदी मालगाड़ी में लगी आग

कोयले से लदी मालगाड़ी में लगी आग से मचा हड़कंप


मनोज सिंह ठाकुर 


रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे डब्ल्यूआरएस कालोनी के निकट रेलवे ट्रेक में खड़ी एक मालगाड़ी में आग लगने की सूचना मिल रही है। बताया जाता है कि मालगाड़ी पूरी तरह से कोयले से लदी है, इसीलिए आग तेजी से फैल रही है। मालगाड़ी डब्ल्यूआरएस कालोनी से लगे टे्रक में खड़ी है, इसलिए आग फैलने से यहां एक तरह से अफरातफरी मच गई। तत्काल इसकी सूचना रेलवे प्रशासन को दी गई।


चूंकि डब्ल्यूआरएस कालोनी के ठीक पहले डीआरएम कार्यालय है, लिहाजा सूचना मिलते ही यहां बड़ी संख्या में रेलवे के अफसर भी पहुंच गए। इस दौरान दमकल विभाग को भी इसकी सूचना दे दी गई थी। बताया जाता है कि रेलवे यातायात तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस टे्रक के ऊपर से गुजर रही ओएचई में विद्युत सप्लाई रोक दी गई है। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मचारियों को भी समझ नहीं आ रहा था कि आग पर काबू कैसे पाया जाए। रेलवे अफसरों के निर्देश पर पहले उन बोगियों में आग को बुझाया गया, जिसमें आग ज्यादा भड़क रही थी। इसके बाद बोगियों को अलग करने का जतन शुरू किया गया।


शीर्ष नेताओं से शेख हसीना की मुलाकात

नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इसकी अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने की। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता शामिल रहे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी गर्मजोशी के साथ शेख हसीना से मिलीं।
इससे पहले शनिवार को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जहां तीन परियोजनाओं के उद्घाटन सहित करीब सात द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इस दौरान एलपीजी निर्यात समेत तीन परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया गया। इनमें से एक परियोजना बांग्लादेश से एलपीजी के आयात से संबंधित है। इस आयातित एलपीजी का भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में वितरण किया जाएगा। शेख हसीना के भारत के दौरे के दौरान ही असम में एनआरसी का भी मुद्दा उठा। बांग्लादेश ने शनिवार को कहा कि वैसे तो भारत का कहना है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी देश का आंतरिक मामला है लेकिन असम में उससे जुड़े घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। बांग्लादेश के विदेश सचिव शहिदुल हक ने बताया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने एनआरसी की पूरी प्रक्रिया समझायी।


बालाकोट एयरस्ट्राइक में सम्मिलित 9को सम्मान

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की 51 स्क्वाड्रन को सम्मानित किया। 27 फ रवरी को पाकिस्तानी एफ -16 को खदेडऩे के लिए 51 स्क्वाड्रन को यूनिट प्रशस्ति पत्र दिया गया। कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन सतीश पवार ने यह सम्मान लिया।
इसके अलावा बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम देने वाले 9 स्क्वाड्रन को भी सम्मानित किया गया। इस स्क्वाड्रन के ही मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने श्ऑपरेशन बंदरश् को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। 9 स्क्वाड्रन को भी यूनिट प्रशस्ति पत्र दिया गया। बालाकोट एयरस्ट्राइक और पाकिस्तान के हवाई हमलों को नाकाम करने वाली स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल की 601 सिग्नल यूनिट को भी यूनिट प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।


अभिनंदन ने 27 फरवरी को मिग-21 से उड़ान भरते हुए नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी एफ-16 विमान को मार गिराया था। इस दौरान उनका विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और वह इजेक्ट करने के बाद पीओके में लैंड हुए थे। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने अभिनंदन को हिरासत में ले लिया था। मेडिकल टेस्ट के बाद उन्हें दोबारा विमान उड़ाने की इजाजत मिल गई थी। गौरतलब है कि बीते महीने ही उन्होंने लड़ाकू विमान उड़ाया था। इंडियन एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ ने विंग कमांडर अभिनंदन के साथ लड़ाकू विमान मिग-21 में उड़ान भरी थी।


अनियंत्रित कार खाई में गिरी, 4 की मौत

शिमला। हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के भरमौर क्षेत्र में ढकोग-तुन्दाह सड़क पर आज वाहन के गहरी खाई में गिरने से इसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई।
चम्बा पुलिस के अनुसार हादसा तरेल्ला के निकट हुआ जब एक वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे लगभग 600 फुट गहरी खाई में गिर गया जिससे इसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वाहन तुन्दा से ठकोग की तरफ आ रहा था। मृतकों की शिनाख्त राजेंद्र कुमार(30), रमेश कुमार(34), संजीव कुमार(30) और सुरिंदर कुमार(34) के रूप में की गई है। गम्भीर रूप से घायल वाहन चालक बिटू (27) को जिला अस्पताल चम्बा में भर्ती कराया गया है।
राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हादसे में चार लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायल चालक के शीघ्र स्वास्थ होने की भी कामना की है।


एटीएम में नहीं मिलेगा 2000 का नोट

नई दिल्‍ली। आठ नवंबर 2016 नोटबन्दी का ऐलान और 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण (नोटबंदी) लेकिन बैंक नहीं थे पूरी तरह तैयार। ऐलान के बाद सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों ने अपने-अपने एटीएम अपग्रेड किए थे, नए नोटों के रंग और आकार को देखते हुए बड़े नोट के कैसेट को बदला गया था उधर सरकार ने नये जारी 100, 200, 500,  रुपये के नोटों का रंग और आकार भी बदल दिया । सभी बैंकों को उस वक्त अपने एटीएम को अपग्रेड करना पडा था। 
अब फिर से बैंकों द्वारा अपने एटीएम को अपग्रेड किया जा रहा है । दो हजार रुपये के नोट बैकों द्वारा लेन देन में कम किये जा रहे हैं। कुछ बैंक एटीएम में ही यह नोट ग्राहकों को मिल रहे हैं जो आने वाले दिनों में शायद नहीं मिलेंगे। क्योंकि बड़े नोट के स्थान पर छोटे नोट को ज्यादा महत्व देने की योजना पर बैंकों ने काम शुरू किया है और एटीएम से 2000 के नोटों की कैसेट को हटाया जा रहा है। उन्नाव की बात करें तो बैंक अधिकारियों के अनुसार एसबीआई के आवास विकास, सिविल लाइंस और शुक्लागंज एटीएम में सिर्फ 2000 रुपये के नोट की कैसेट है बाकी एटीएम से 2000 के नोटों की कैसेट हटा दी गई है। एसबीआई के मुख्य शाखा प्रबंधक सुनील कुमार के अनुसार जिले में 24 एटीएम में से 21 एटीएम से 2000 रुपये की कैसेट निकाली जा चुकी है। तीन एटीएम भी जल्द अपडेट होंगे। उधर,  पीएनबी चेस्ट ब्रांच और इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों ने बताया कि छोटे नोट को ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस तरह बड़े नोट धीरे-धीरे बैंक के साथ एटीएम में भी कम होंगे। इसकी शुरुआत 2000 रुपये के नोट से हो चुकी है। आरबीआई से मिले संकेत के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने एटीएम से बड़े नोट की कैसेट हटाना शुरू किया है। जिले में 24 में 21 एटीएम से कैसेट निकाली जा चुकी हैं। अब  500 रुपये के नोटों की कैसेट का नम्बर है। फिर सिर्फ 100 व 200 रुपये के नोट ही एटीएम में रह जाएंगे और इसके साथ ही 'डेबिट-क्रेडिट' कार्ड व्यवस्था को बढ़ाया जाएगा।
एटीएम या ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए 'योनो एप' से एटीएम जुड़ रहे हैं । इसके तहत बिना डेबिट और क्रेडिट कार्ड के ओटीपी के जरिये खाते से रुपये का लेन—देन किया जा सकता है। 
ज्ञात रहे कि आरबीआई द्वारा 2000 के नोटों की छपाई बंद किए जाने के बाद अब बैंकों के द्वारा ने इस तरह से एटीएम में परिवर्तन किया जा रहा है एटीएम से 2000 के नोट नहीं निकल पाऐगे अगर किसी ग्राहक को 2000 रुपये का नोट चाहिए होगा, तो उसे वह बैंक शाखाओं में से ले सकेगा। 
बन्द नहीं होगें 2000 के नोट रहेंगे चलन में। 
2000 रुपये के नोट को एटीएम से हटाने पर यह अफवाह फैल सकती है तो ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दे ऐसी अफवाह ना तो फैलाए और ना फैलने दे , कि बैंक आने वाले दिनों में इसका प्रचलन भी बंद कर देगा, ऐसा कुछ भी नहीं है। एक निजी बैंक से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरबीआई ने बैंकों से एटीएम में 2000 रुपये का कैसेट हटाने पर चरणबद्ध तरीके से काम करने के लिए कहा है। बैंकों से कहा गया है कि वो एटीएम में ज्यादा से ज्यादा 500, 200 और 100 रुपये के नोट रखें, जिससे लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो क्योंकि एटीएम में 2000 रुपये का नोट निकलने पर कई ग्राहकों को परेशानी होती है । ऐसा इसलिए क्योंकि इस नोट का छुट्टा मिलने में बड़ी दिक्कत होती है। हालांकि बड़े भुगतान करने के लिए 2000 रुपये का नोट काफी काम आता है।


 


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...