बुधवार, 31 जुलाई 2019

साधारण पत्र:सुप्रीम कोर्ट (संपादकीय)


तो देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई साधारण पत्र पर भी संज्ञान लेते हैं। 
उन्नाव केस में एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई। 

31 जुलाई को देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि यूपी के बहुचर्चित उन्नाव बलात्कार कांड की पीडि़ता ने 12 जुलाई को जो पत्र लिखा उसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने नहीं दी। जस्टिस गोगोई ने पत्र को विलम्ब से प्रस्तुत करने की जांच के निर्देश भी दिए हैं। गोगोई का कहना रहा कि 30 जुलाई को अखबारों से पता चला कि पीडि़ता ने मुझे भी पत्र लिखा था। जब मैंने अपने कार्यालय से पूछा तो मुझे 30 जुलाई को ही पत्र की जानकारी दी गई। अब जस्टिस गोगोई ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर एक अगस्त को सुनवाई मुकर्रर की है। पीडि़ता ने यह पत्र 28 जुलाई को सड़क हादसे से पहले ही लिख दिया था। इस पत्र में भाजपा विधायक और बलात्कार के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर से सुरक्षा की मांग की गई थी। 12 जुलाई को लिखे पत्र में पीडि़ता ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी। आशंका के अनुरूप ही 28 जुलाई को पीडि़ता की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें पीडि़ता की चाची और मौसी की तो मृत्यु हो गई, जबकि स्वयं पीडि़ता और उसका वकील गंभीर रूप से जख्मी है। अब इस मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है, लेकिन देश के परेशान लोगों के लिए यह अच्छा संदेश है कि प्रधान न्यायाधीश गोगोई साधारण पत्र पर भी संज्ञान लेते हैं। यानि कोई पीडि़त व्यक्ति जस्टिस गोगोई को पत्र लिखेगा तो उस पर कार्यवाही होगी। यह तो सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री विभाग की लापरवाही है जो उन्नाव पीडि़ता का पत्र जस्टिस गोगोई के सामने पेश नहीं किया, यदि 12 जुलाई के बाद ही पत्र को पेश कर दिया जाता तो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पीडि़ता की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती थी। तब 28 जुलाई वाला हादसा भी नहीं होता। उम्मीद की जानी चाहिए कि अब एक अगस्त को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट सख्त आदेश दे, ताकि सेंगर जैसे अपराधियों को कड़ा सबक मिल सके। हालांकि सेंगर अभी भी जेल में बंद हैं। लेकिन आरोप है कि जेल के अंदर ही रणनीति बना कर 28 जुलाई को पीडि़ता की कार को ट्रक से कुचलवा दिया। इससे आरोपी की गुंडाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि भाजपा ने सेंगर को निलंबित कर दिया है, लेकिन इस घटनाक्रम से यूपी की भाजपा सरकार की भी बदनामी हो रही है। 
एस.पी.मित्तल


तीन तलाक पर बिफरा विपक्ष,सकारात्मक


तीन तलाक पर बिखर गया विपक्ष। 
यह देश के लिए सकारात्मक संदेश है। 
किसी की हार और जीत नहीं देखी जानी चाहिए।

30 जुलाई को तीन तलाक बिल राज्यसभा में भी पास हो गया और अब राष्ट्रपति के आदेश के बाद बिल कानून बन जाएगा। जिस किसी मुस्लिम पुरुष ने एक साथ तीन बार तलाक कह कर अपनी पत्नी को घर से निकाला उसे अब जेल जाना होगा। यह तभी होगा जब उसकी पत्नी या रिश्तेदार पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाए। अनेक मुस्ल्मि महिलाएं इस कानून की लम्बे अर्से से मांग कर रही थीं, लेकिन जो राजनीतिक मुसलमानों के वोट पर जीत कर आते हैं वे लगातार विरोध करते रहे। भाजपा एक मात्र राजनीतिक दल रहा जो तीन तलाक बिल के पक्ष में था। इसे भाजपा की रणनीति ही कहा जाएगा कि राज्यसभा में बहुमत नहीं होते हुए भी बिल को 84 के मुकाबले 99 मतों से पारिज करवा लिया। बिल को स्वीकृत करवाने में अखिलेश यादव की सपा, मायावती की बसपा, शरद पवार की एनसीपी, राहुल गांधी की कांग्रेस, ममता बनर्जी की टीएमसी, लालू प्रसाद की आरजेडी आदि पार्टियों के सांसदों का सहयोग मिला। यदि ये नेता अपने सांसदों को छूट नहीं देते तो 22 सांसद वोटिंग के समय अनुपस्थित नहीं रहते। भाजपा की सहयोगी अन्ना द्रमुक और जेडीयू ने बहिष्कार कर बिल को पास करवाने में मदद की। अब जब तीन तलाक बिल पर कांग्रेस से लेकर एनसीपी तक की पोल खुल गई तो यह माना जाना चाहिए कि यह देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है। हर राजनीतिक चाहता है कि मुस्लिम महिलाओं को अधिकार मिले। अब इस मामले में किसी की हार और जीत नहीं तलाशी जानी चाहिए। भले ही भाजपा की रणनीति रही हो, लेकिन बिल को स्वीकृत करवाने में सभी दलों के सांसदों का सहयोग रहा है। इसलिए बिल को पास करवाने के लिए कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों का धन्यवाद किया जाना चाहिए। कुछ मुसलमानों को खुश करने के लिए कांग्रेस के गुलामनबी आजाद जैसे नेताओं ने राज्यसभा में विरोध का दिखावा किया हो, लेकिन ऐसे नेता भी बिल को पास करवाना चाहते थे। आजाद इस समय राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता है। यदि आजाद का सहयोग नहीं होता तो विपक्ष के 22 सांसद अनुपस्थित नहीं रहते। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस बिल से तीन तलाक की पीडि़त महिलाओं को राहत मिलेगी। अब किसी मुल्ला-मौलवी के फतवे से आरोपी बच नहीं पाएगा। मुस्लिम महिला भी आरोपी पति के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा सकेगी। 
एस.पी.मित्तल


ईमानदारी का इससे बड़ा क्या सर्टिफिकेट


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में आईएएस समित शर्मा की प्रशंसा की। 
शर्मा को ईमानदारी का इससे बड़ा सर्टीफिकेट नहीं मिल सकता। 
दबंग मंत्री के दबाव में किया था तबादला।  


एस पी मित्‍तल

जयपुर ! राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 29 जुलाई को विधानसभा में आईएएस अफसर समित शर्मा की जयपुर में प्रशंसा की। बजट पर विपक्षी नेताओं के आरोपों का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि 2013 में भाजपा की सरकार बनने पर तब के चिकित्सा मंत्री ने नि:शुल्क दवा योजना के प्रभारी आईएएस को बुलाया और कहा कि इस योजना में 150 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इस अफसर ने कहा कि मैं तो होली-दीवाली मिठाई का डिब्बा भी नहीं लेता हंू। गहलोत ने कहा कि जिस नि:शुल्क दवा योजना की प्रशंसा विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की उस योजना में भाजपा के मंत्री घोटाला तलाश रहे थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि गहलोत ने अपने 2009 से 2013 तक के कार्यकाल में प्रदेशभर में नि:शुल्क दवा योजना लागू की थी और इसका प्रभारी आईएएस समित शर्मा को बनाया गया था। शर्मा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी और स्वास्थ्य सचिव के पद पर रहते हुए जैनेरिक दवाओं का चलन भी बढ़ाया। गहलोत को भी पता है कि समित शर्मा की मेहनत से ही प्रदेश में नि:शुल्क दवा योजना सफल हुई। यही वजह रही कि गहलोत ने अपनी योजना के साथ साथ समित शर्मा की भी प्रशंसा की। शर्मा की यह प्रशंसा इसलिए भी मायने रखती है कि पिछले दिनों ही एक दबंग मंत्री के दबाव की वजह से शर्मा का चिकित्सा सचिव और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी के पद से हटाया गया था। इस समय शर्मा श्रम आयुक्त और कौशल एवं आजीविका विकास निगम के एमडी के पद पर नियुक्त हैं। जिन हालातों में शर्मा को हटाया उससे वे भी मायूस रहे, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने शर्मा की जोरदार हौंसला अफजाई कर दी है। दबंग मंत्री कुछ भी कहें, लेकिन मुख्यमंत्री ने दर्शा दिया है कि समित शर्मा आज भी उनकी नजर में बेहद ईमानदार आईएएस हैं। शर्मा के लिए ईमानदारी और मेहनत का इससे बड़ा सर्टीफिकेट नहीं हो सकता। एक तरह से मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को भी संकेत दे दिए हैं। गहलोत उन मुख्यमंत्रियों में से है जो समय आने पर सबका हिसाब चुकता करते हैं। यदि शर्मा को राजनीतिक दबाव से हटाया भी तो अब विधानसभा में भरपाई कर दी।


मुर्गी अंडे देती है (शिक्षाप्रद)

मुर्गी अंडे दे रही थी और मालिक बेंच रहा था। 
मुर्गी देशहित में अंडे दे रही थी।
उसके मालिक ने कहा था-
'' आज राष्ट्र को तुम्हारे अंडों की जरूरत है। 
यदि तुम चाहती हो कि तुम्हारा घर सोने का बन जाये तो जम के अंडे दिया करो। आज तक तुमसे अंडे तो लिये गये लेकिन तुम्हारा घर किसी ने सोने का नही बनवाया। हम करेंगे। तुम्हारा विकास करके छोड़ेंगे।''
मुर्गी खुशी से नाचने लगी। 
उसने सोचा देश को मेरी भी जरूरत पड़ती है। 
वाह मैं एक क्या कल से दो अंडे दूंगी। 
देश है तो मैं हूं। 
वह दो अंडे देने लगी।
मालिक खुश था। 
अंडे बेचकर खूब पैसे कमा रहा था। 
मालिक निहायत लालची सेठ था।
उसने मुर्गी की खुराक कम कर दी। 
मुर्गी चौंकी। -'' आज मुझे पर्याप्त खुराक नहीं दी गई। कोई समस्या है क्या ?'' 
-'' देश आज संकट में है। किसी भी मुर्गी को पूरा अन्न खाने का हक नहीं। जब तक एक भी मुर्गी भूखी है मैं खुद पूरा आहार नहीं लूंगी। हम देश के लिए संकट सहेंगे।'' 
मुर्गी आधा पेट खाकर अंडे देने लगी। मालिक अंडे बेचकर अपना घर भर रहा था। 
बरसात में मुर्गी का घर नहीं बन पाया। 
मुर्गी बोली- आप मेरे सारे अंडे ले रहे हैं। मुझे आधा पेट खाने को दे रहे है। कहा था कि घर सोने का बनेगा। नहीं बना। मेरे घर की मरम्मत तो करवा दो। 
मालिक भावुक हो गया। 
बोला "तुमने कभी सोचा है इस देश में कितनी मुर्गियां हैं जिनके सर पर छत नहीं हैं। रात-रात भर रोती रहती हैं। तुम्हें अपनी पड़ी है। तुम्हें देश के बारे में सोचना चाहिए। अपने लिए सोचना तो स्वार्थ है।''
मुर्गी चुप हो गई। देशहित में मौन रहने में ही उसने भलाई समझी।
अब वह अंडे नहीं दे पा रही थी।
कमजोर हो गई थी। 
न खाने का ठिकाना न रहने का।
वह बोलना चाहती थी लेकिन भयभीत थी। 
वह पूछना चाहती थी-
"इतने पैसे जो जमा कर रहे हो- वह क्यों और किसके लिए?
देशहित में कितना लगाया है?"
लेकिन पूछ नहीं पाई।
एक दिन मालिक आया और बोला- '' मेरी प्यारी मुर्गी तुझे देशहित में मरना पड़ेगा। देश तुमसे बलिदान मांग रहा है। तुम्हारी मौत हजारों मुर्गियों को जीवन देगा।'' 
 मुर्गी बोली "लेकिन मालिक मैने तो देश के लिय बहुत कुछ किया है,"
मालिक ने कहा अब तुम्हे शहीद होने पड़ेगा। 
बेचारी मुर्गी को अब सब कुछ समझ आ गया था
लेकिन अब वक्त जा चुका था और मुर्गी कमज़ोर हो चुकी थी, मालिक ने मुर्गी को बेच दिया।
मुर्गी किसी बड़े भूखे सेठ के पेट का भोजन बन चुकी थी।
मुर्गी देशहित में शहीद हो गई.


(नोट-जो आप सोच रहे हैं ऐसा बिल्कुल भी नही है। 
ये सिर्फ एक मुर्गी की कहानी है।
युवा बेरोजगारों, किसानों ,मध्यवर्गीय नागरिकों, मजदूरों,गरीबों , कर्मचारियों को और अधिक उन्मादी होकर राष्ट्रभक्ति में बिना चू चप्पड़ किये देशी नेताओ और कॉरपोरेट्स की तिजोरी भरना महान राष्ट्रभक्ति और युगधर्म की कसौटी है। इसपर चलते रहें


प्रशासनिक आश्वासन के बाद तोड़ा अनशन

संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! जिले के कांडी अंचल कार्यालय के समक्ष पिछले तीन दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में अनसन पर बैठे चोका निवासी- कृष्ण मोहन दुबे व निर्मला कुंवर ने अनसन समाप्त किया।प्रशासनिक अधिकारी अपर समाहर्ता-प्रवीण कुमार गगरई ने दोनों अनसनकारीयों को अपने हाथों से जूस पिलाकर, अनसन समाप्त कराया।वहीँ एसी व सीओ ने अनसन कारी को लिखित आश्वासन भी दिया कि एक सप्ताह के अंदर आपकी समस्या को दूर कर दिया जाएगा। वहीँ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-गुलाम समदानी ने अनसनकारी को आश्वासन दिया कि आपकी माँ के नाम पर एक यूनिट बाबा भीमराव आवास  की स्वीकृति दी जाएगी ।दस दिनों के अंदर बैंक खाते में पहली किस्त भेज दी जाएगी।अनसनकारी कृष्ण मोहन दुबे ने पदाधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि यह एक सप्ताह का दिया गया भरोशा टूट तो नही जाएगा,न ।पदाधिकारियों ने पूर्ण विश्वाश देते हुए कहा कि सरकारी काम मे थोड़ा समय लगता ही हैं।आप प्रशासन व पदाधिकारी पर भरोशा करें।बिदित हो कि पिछले तीन दिनों से चोका निवासी-कृष्ण मोहन दुबे ने अपनी रैयती जमीन से अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए आमरण अनसन पर थे।
बताते चलें की आख़िरकार कांडी प्रखंड के लोगो को न्याय पाने के लिए विवश होकर अनसन पर क्यों बैठना पड़ रहा है।पत्रकारों के पूछे जाने पर एसी-प्रवीण कुमार गगरई ने कहा कि यह सब प्रशासन की कमी है।मौके पर-प्रखण्ड प्रमुख प्रतिनिधि-सत्येंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ़ पिंकू पाण्डेय, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-गुलाम समदानी,अंचलाधिकारी-राकेश सहाय,बीस सुत्री अध्यक्ष -रामलाला दुबे,राम लखन प्रसाद ,मुखिया-विनोद प्रसाद सहित काफी संख्या में लोग उपास्थित थे।


नशे से बचाने के लिए अभियान:गौतमबुध नगर

स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा चलाया जाए विशेष जागरूकता अभियान


शिक्षण संस्थाओं के आसपास तंबाकू की बिक्री पर अंकुश लगाने की विभागीय अधिकारियों के द्वारा की जाए कार्यवाही


डीएम बीएन सिंह ने अपने कैंप ऑफिस नोएडा के सभागार में तंबाकू नियंत्रण अभियान के अंतर्गत की महत्वपूर्ण बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश !


गौतमबुध नगर ! जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले बच्चे देश का भविष्य हैं। अतः सभी शिक्षण संस्थाओं में स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाने के उद्देश्य से संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित किए जाएं ताकि शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में तंबाकू नियंत्रण अभियान क्रियान्वित हो सके। जिलाधिकारी अपने कैंप ऑफिस नोएडा के सभागार में जिला स्तरीय समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को नशे की लत से बचाने में तमाकू नियंत्रण अभियान की अहम भूमिका है। अतः सभी संबंधित अधिकारी गणों के माध्यम से जनपद के शिक्षण संस्थाओं में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित किया जाए ताकि स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाया जा सके। इस संबंध में जिलाधिकारी ने झुग्गी झोपड़ियों में जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों के आसपास तमाकू बिक्री पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और यदि कोई भी व्यक्ति शिक्षण संस्थाओं के आसपास तंबाकू की बिक्री करते हुए पाए जाएं तो उनके विरुद्ध तमाकू अधिनियम के अंतर्गत जुर्माना आदि कार्रवाई संबंधित अधिकारियों पुलिस के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट एवं क्षेत्राधिकारी पुलिस का भी मीटिंग में आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा हुक्का बार एवं ई सिगरेट के संदर्भ में निरंतर रूप से कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सके और शासन के तंबाकू नियंत्रण अभियान का लाभ जनसामान्य को प्राप्त हो सके। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में नगर मजिस्ट्रेट नोएडा शैलेंद्र कुमार मिश्र क्षेत्राधिकारी पुलिस स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


एसीबी ने रिश्वत लेते एएसआई किया गिरफ्तार

एसीबी ने एएसआई 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया


नीमकाथाना। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) मुख्यालय स्पेशल यूनिट में बुधवार को कार्यवाही करते हुए सीकर जिले के पाटन पुलिस थाने में कार्यरत एएसआई अशोक कुमार रेगर को 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अतिरिक्त महानिदेशक श्री सौरव श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी ने पाटन पुलिस थाने में 18 जुलाई को मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया था जिस पर सामने वाली पार्टी ने भी क्रॉस मुकदमा दर्ज करवा दिया।उक्त मुकदमें में से परिवादी की लड़की का नाम हटाने की एवज में एएसआई अशोक कुमार रैगर परिवादी से 5 हजार रुपए की रिश्वत की राशि की मांग कर रहा था। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अतिरिक्त अधीक्षक पुलिस स्पेशल यूनिट जयपुर श्री हेमाराम चौधरी के नेतृत्व में उक्त मांग का सत्यापन करवाया गया ।सत्यापन के दौरान एएसआई ने 15 सौ रुपए की रिश्वत ली। एवं आज ट्रैप कार्रवाई के दौरान एएसआई अशोक कुमार रेगर को 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया रिश्वत की यह राशि आरोपी की पहनी हुई पेंट की जेब  से बरामद की गई एवं अग्रिम कार्रवाई जारी।


हेपेटाइटिस-बी एक संक्रमित रोग

समय पर हस्तक्षेप भारत में हेपेटाइटिस को महामारी बनने से रोक सकता है



नई दिल्ली ! 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के तौर पर मनाया जाता है। हर साल इस अवसर पर हेपेटाइटिस की बीमारी और बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है। इस वर्ष विश्व हेपेटाइटिस दिवस सभी देशों से आग्रह कर रहा है कि वे इस साल की थीम (हेपेटाइटिस को कम करें) को बढ़ावा दें।


हेपेटाइटिस बी और सी के उपचार में प्रगति और विकास के बावजूद, जनता में जागरूकता की कमी के कारण इन दोनों ही बीमारियों को कम करना मुश्किल है। विश्व स्तर पर,लगभग 350 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से जूझ रहे हैं और यह लिवर की विफलता और कैंसर का प्रमुख कारण बन रहा है। केवल 10% से 15% आबादी इसके कारणों से अनजान है जिसके कारण वे इस बीमारी की पहचान नहीं कर पाते हैं। सभी देशों में, भारत चौथे स्थान पर है, जो पुरानी हेपेटाइटिस के वैश्विक प्रतिशत का लगभग 50% वहन करता है।


सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी के एचओडी, डॉक्टर रमेश गर्ग ने बताया कि, “लिवर का काम प्रोटीन, एंजाइम और अन्य पदार्थों का उत्पादन करके पाचन में मदद करना है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करता है और भोजन से ऊर्जा उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में असामान्यता एक बीमारी का गंभीर संकेत है कि लिवर अच्छी तरह से काम नहीं कर रहा है। लिवर की इस असामान्यता पर लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) किया जा सकता है, जिसमें विश्लेषण के लिए रक्त का नमूना लिया जाता है।”  


इस बीमारी में व्यक्ति के लिवर में सूजन आ जाती है। इसके होने का प्रमुख कारण वायरस या संक्रमण है। इसके सभी लक्षण एक दूसरे से काफी मिलते जुलते हैं इसलिए बिना निदान के इनके बीच के फर्क को पहचाना नहीं जा सकता है। हेपेटाइटिस पूरे भारत को अपनी चपेट में ले चुका है। नियमित रुप से जांच और निदान न करवाने के कारण ही बीमारी की पहचान नहीं हो पाती है जो समय के साथ गंभीर होती चली जाती है। इसके अन्य कारणों में टैटू करवाना, फूड सप्लीमेंट का सेवन, ड्रग्स इंजेक्ट करना आदि शामिल हैं।


हेपेटाइटिस वायरस 5 प्रकार के होते हैं- हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई जिसमें ए और ई संक्रमित भोजन और पानी से फैलते हैं। हेपेटाइटिस बी, सी और डी रक्त से जन्म लेते हैं और हेपेटाइटिस डी केवल उन लोगों में ही होता है जो पहले से ही हेपेटाइटिस बी से संक्रमित होते हैं। हेपेटाइटिस बी को लेकर ध्यान देने वाली बात यह है कि एक मिहला जो इस वायरस से संक्रमित है, वह अपने होने वाले बच्चे को भी हेपेटाइटिस बी से संक्रमित कर देती है। हेपेटाइटिस के 90% मामले मां का संक्रमण बच्चे में फैलने से होते हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी के वक्त होने वाली मां की जांच करके यह पता लगाना जरूरी है कि कहीं वह हेपेटाइटिस बी से संक्रमित तो नहीं है। यदि वह संक्रमित है तो वैक्सीन और उपचार से समय पर बचाव किया जा सकता है। हेपेटाइटिस सी का अब पूरा इलाज उपलब्ध है इसलिए अब इससे छुटकारा पाना मुश्किल नहीं है।


ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर,मौत:बस्ती

रिपोर्ट-जितेंद्र कुमार


बस्ती ! राम जानकी मार्ग दुबौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो पहिया वाहन सवार को ट्रक ने मारी टक्कर 24 वर्षीय युवक की हुई मौके पर मौत! दुबौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो पहिया वाहन सवार को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर मौके पर हुई मौत!


राम जानकी मार्ग कूदरही गांव के पास में दो पहिया वाहन सवार (बजाज सिटी 100 )एटवा से आ रहा था छावनी जा रहा था कि ट्रक संख्या-U P 78 CN 3623 ठोकर मार दी युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई! आस-पड़ोस के लोग दौड़े किसी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और गाड़ी को थाने ले आए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया! मृतक की पहचान महेश गुप्ता पुत्र जगलाल निवासी नांदे कुआं उम्र करीब 24 वर्ष बताई जा रही है!


स्थानीय पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दे दी गई थी ट्रक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी!


दिनदहाड़े अधेड़ से रुपया लूटे:फतेहपुर

बैंक से रुपया निकालकर जा रहे अधेड़ से दिनदहाड़े लूट 


विवेक मिश्र 


फतेहपुर ! जिले की पुलिस पर इन दिनों चोर-लुटेरे भारी पड़ रहे हैं !चोरियों की तो जिले में सिलसिलेवार घटनाएं हो ही रही हैं !उन पर रोक लगाने में पुलिस नाकाम है वहीं आज जहानाबाद कस्बे में दिनदहाड़े लूट से हड़कम्प मच गया। 
बता दें कि बैंक से रुपये निकालकर घर वापस जा रहे अधेड़ से बाइक सवार दो लोगों ने 50 हजार की लूट कर ली। भुक्तभोगी ने इसकी तहरीर थाने में दी है। थाना बकेवर के गांव बेता कंजरन डेरा निवासी जयकरन गिहार मंगलवार को अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ जहानाबाद कस्बे की शाखा भारतीय स्टेट बैंक में आकर ₹50000 निकाले तथा वह रुपयों को एक पॉलीथीन में लेकर एक ई रिक्शे में बैठकर अपने गांव वापस जा रहे थे रिक्शा चालक कस्बे के लालूगंज तिराहे के समीप रिक्शा रोककर एक दुकान मेंं पानी पीने चला गया तभी पीछे से एक अपाचे गाड़ी में सवार दो युवक आए और जयकरण से रुपयों की थैली छीन कर बकेवर की ओर रफूचक्कर हो गए। अधेड़ की चीख-पुकार पर कस्बे के एक युवक ने बाइक से काफी दूर तक उनका पीछा किया लेकिन वह हाथ न लग सके। भुक्तभोगी ने इसकी तहरीर थाने में दी है समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया था। बिंदकी सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी ईरिक्शा चालक की भूमिका संदिग्ध नज़र आ रही है उससे पूछताछ जारी है। जल्द ही लुटेरों को पकड़कर घटना का अनावरण किया जाएगा।


लूटपाट के बाद सामूहिक दुष्कर्म:बुलंदशहर

बुलंदशहर में लूटपाट के बाद परिवार को बनाया बंधक, महिला से सामूहिक दुष्कर्म


बुलंदशहर ! उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में लूटपाट के बाद नकाबपोश बदमाशों ने परिजनों को बंधक बनाकर एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी समेत कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। फिलहाल पुलिस ने लूट और सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


जानकारी के मुताबिक, मामला बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र के एक इलाके का है। पीड़ित महिला के पति के अनुसार मंगलवार की रात वह अपने परिवार के साथ घर में सो रहा था।उसी दौरान तीन नकाबपोश बदमाशों ने उसके घर में धावा बोल दिया। बताया कि बदमाशों ने हथियारों के बल पर घर में मौजूद लोगों को बंधक बना लिया। पीड़ित महिला के पति के अनुसार बदमाश उसकी पत्नी को जबरन दूसरे कमरे में ले गए और सामूहिक दुष्‍कर्म किया।


भूमि-अधिग्रहण:सबको उचित मुआवजा मिलेगा

संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! जिले के कांडी प्रखंड के सुन्डीपुर मध्य विद्यालय के प्रांगण में बुधवार को जिला उप समाहार्ता-प्रविण कुमार गगरई के द्वारा सुन्डीपुर पंसा पुल के एप्रोच रोड निर्माण को लेकर जनसुनवाई का आयोजन किया गया।जनसुनवाई में अपर समाहार्ता द्वारा भूमि अधिग्रहण के मामले में मुआवजा से वंचित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वैसे लोग जिनकी भूमि का मुआवजा नहीं मिल पाया है,वे सारा कागजात अंचल अधिकारी को दें। अंचल अधिकारी द्वारा जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने लोगों से कहा कि पुल से पहुंच पथ का निर्माण कार्य उसी जगह पर हरहाल में कराया जायेगा, जहां पर नक्शा पास हुआ है। इस बात को सुनते ही जन अदालत में बैठे दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी हाल में पहुंच पथ का निर्माण विद्यालय की जमीन में नहीं होने दिया जायेगा। ग्रामीणों ने विद्यालय की भूमि का दस्तावेज अपर समाहर्ता को दिखाया , परंतु अपर समाहार्ता द्वारा कहा गया कि हरहाल में एलाइनमेंट के आधार पर ही पहुंच पथ की निर्माण कराई जायेगी। मौके पर उपस्थित भूअर्जन पदाधिकारी-दिनेश सुरिन ने कहा कि किये गये भूमि अधिग्रहण के लाभुकों को मुआवजा दी गई है। कुछ लोग का रिपोर्ट आते ही उचित मुआवजा दिलाया जायेगा। मौके पर- प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-गुलाम समदानी , अंचलाधिकारी-राकेश सहाय , संवेदक-पुनित अग्रवाल, मंत्री प्रतिनिधि-ललित बैठा ,भाजपा मंडल-अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय , अंचल अमिन- धर्मदेव राम , कर्मचारी-इंद्रेश्वर बैठा , मुखिया प्रतिनिधि-नीरज सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।


शिवलिंग को उखाड कर दूर फेंका:तनाव

संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पतिला गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास बजरंग बली मंदिर के ठीक बगल में स्थित चबूतरा पर स्थापित शिवलिंग को अज्ञात लोगों ने उखाड़ कर खेत में फेंक दिया।घटना मंगलवार की रात की है।जिस कारण एक ही समुदाय के दो वर्गों के बीच भारी तनाव कायम है।पुलिस मौके पर कैम्प कर रही है।उक्त चबुतरा पर गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को ही मेदिनीनगर से शिवलिंग लाकर सीमेंट व बालू से जाम कर रख दिये थे ।लोगों ने बताया कि शुभ मुहूर्त देखकर विधि विधान से पूजा अर्चना कर शिवलिंग की स्थापना करना था।बुधवार की सुबह चबूतरा से शिवलिंग गायब देखा गया।पतिला गांव के ही छोटू कुमार सिंह ने चार बजे अहले सुबह खेत में शिवलिंग को फेका हुआ देखा, लोगों को इसकी सूचना दी।वे उस समय शौच के लिए उधर गए थे।शिवलिंग चबूतरा से लगभग दो सौ मीटर दूर पश्चिम दिशा की ओर फेका गया है।


शिवलिंग वजनी है।


जिस कारण एक ब्यक्ति उसे उठाकर नही ले जा सकता।चार -पांच ब्यक्ति उसे उठाकर ले गए होंगे।ग्रामीण बैधनाथ पांडेय,बीडीसी आशिक अंसारी,उप-मुखिया राम प्रवेश राम,छुनु सिंह,मनोज पासवान, अनुज कुमार,नवल किशोर पांडेय,सतेंद्र कुमार,मुन्ना सोनी,अखिलेश पाण्डेय, प्रमोद सिंह,रामचंद्र चंद्रवंशी, नन्हकूट राम,जयप्रकाश कुमार सहित कई लोगों ने इस घटना को सोची समझी हरकत बताया।सभी ने कहा कि इस घटना की पर्दाफास होना चाहिये।


भगवान के साथ इस तरह की हरकत करना घिनौनी व शर्मनाक घटना है।इसे कोई बर्दास्त नही करेगा।वर्तमान में जहां पर बजरंग बली मंदिर व चबूतरा स्थापित है,उक्त जमीन को गांव के ही लगन राम व रामकिशुन राम दोनों भाइयों ने 1989 में दो डिसमिल जमीन मंदिर के नाम पर मौखिक रूप से दान किया था।आज भी घटना स्थल पर उपस्थित दोनों भाइयों ने कहा कि हमलोग उक्त जमीन को मंदिर के नाम पर दान कर दिया है।


आज भी उक्त जमीन मंदिर की है।


उधर इसी परिवार की महिलाएं व पुरुष सदस्य उक्त जमीन को अपना बताते हुए कह रहे हैं कि किसी भी कीमत पर चबूतरा पर शिवलिंग स्थापित नही होने देंगे। रविकांत ,कलावती देवी,सुनीता कुंवर,कुवारी देवी,सिमतिया देवी,प्रेमा देवी,मखोला देवी,लखमानी देवी ,सुषमा देवी सहित कई ने कहा कि जान दे देंगे लेकिन इस चबूतरा पर मंदिर नही बनने देंगे।सभी ने बताया बिगत 20वर्षों से इस चबूतरा पर संत रविदास की पूजा हमारे समाज के लोग करते आ रहे हैं।हमारे परिवार के किसी ने भी मंदिर के नाम पर जमीन दान नही किया है ।सब मनगढंत बातें हैं।शिवलिंग को कौन फेका हमलोग नही जानते ।एएसआई-विनोद सिंह व नक्की ईमाम खान ने घटना स्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल किये ।समाचार लिखे जाने तक घटना स्थल पर ही ग्रामीणों के साथ बैठकर घटना की जायजा ले रहे थे।


अतिक्रमण हटाने के लिए दिया ज्ञापन:गाजियाबाद

गाजियाबाद,साहिबाबाद ! पुलिस अधीक्षक यातायात एसपी सिटी ट्रैफिक गाज़ियाबाद को 80 फुट रोड शालीमार गार्डन पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए झापन दिया l पार्षद सरदार सिंह भाटी ने बताया की वार्ड 37 के 80 फुट रोड जो दिल्ली से शालीमार गार्डन होकर भोपुरा वज़ीराबाद रोड को जोड़ता है! यह मुख्य मार्ग है लाखो वाहन हज़ारो लोग इस मार्ग से निकलते  है l 80 फुट मार्ग पर कबाड़ियों के गोदाम बने हुए जिसका कबाड़ रोड पर बाहर पड़ा रहता है! इसी मार्ग पर कई वाहन वॉशिंग सेंटर व वर्कशॉप है जिनकी गाड़िया रोड पर ही खड़ी रहती है वही सड़क पर ही ट्रेवल्स वालों की बसें खड़ी रहती है ! जिसके कारण 80 फुट रोड अतिक्रमण की वजह से 20 फुट ही रह गया है! जिसके कारण आने जाने वालों को जाम से जूझना पड़ता है l पार्षद ने निवेदन किया जल्द से जल्द इस अतिक्रमण को हटाया जाए lएसपी ट्राफिक श्याम नारायण सिंह जी ने आश्वासन दिया है की जल्द ही 80 फुट रोड विक्रम एन्क्लेव साहिबाबाद की सड़क पर खड़े हुए अवैध वाहन एवम कबाड़ियों से हो रहे  अतिक्रमण को अभियान चलाकर हटवाया जायेगा l इस मोके पर रवि भाटी प्रदेश मंत्री,कालीचरण पहलवान,मुन्ना सिंह, आर सी शर्मा, नन्द किशोर सक्सेना, सोमनाथ चौहान आदि लोग मौजूद रहे l


सरकार को किया जा रहा बदनाम:रेलवे

झांसी ! कामचोर रेलकर्मियों अथवा सरकारी कर्मचारियों की छंटनी होनी चाहिए, इससे किसी को कोई ऐतराज नहीं, पर यह कौन तय करेगा? वे लोग, जो खुद कामचोर हैं! इसके साथ ही इस विषय का अतिप्रचार करके सरकारी कर्मियों को सरकार द्वारा ही जनसामान्य के बीच बदनाम क्यों किया जा रहा है?


इसके अलावा इस तथाकथित परफॉर्मेंस रिव्यू में यह भी देखा जाना चाहिए कि प्रोत्साहनप्राप्त कर्मचारी वही काम कर रहा है, जिसके लिए उसका प्रोत्साहन हुआ था, क्योंकि ऐसा अक्सर देखने में आता है कि प्रोत्साहन अधिकांश उनको ही मिलता है जो अपने इमीडिएट इंचार्ज या बॉस की चापलूसी करते हैं! इस विषय पर जब सरकार ने अपने कार्मिकों की परफॉर्मेंस सुनिश्चित करने का निर्णय कर ही लिया है, तो अब उन सभी सरकारी अधिकारियों की भी परफॉर्मेंस रिव्यू की जानी चाहिए, जिन्हें सरकारी खर्च पर साल में दो-तीन बार प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा जाता है। इसमें यह देखा जाना चाहिए कि विदेशी प्रशिक्षण प्राप्त इन अधिकारियों ने भारतीय व्यवस्था को सुधारने में क्या योगदान किया? उनको मिले इस विदेशी प्रशिक्षण का लाभ रेलवे सहित अर्थव्यवस्था, रोजगार सृजन, जनसुविधाओं के विस्तार इत्यादि में किस हद तक हुआ!


 उमेश शर्मा


बिच्छू का तेल (संपादकीय)

मधुकर कहिन
बिच्छुओं  का तेल निकाल कर दवाई बनाने वाले बिच्छू बाबा के लिए मेरे कुछ सुझाव 


नरेश राघानी


दरगाह बाजार में एक दुकान पर बिच्छू बाबा नाम से प्रसिद्ध व्यक्ति बिच्छू का तेल निकालकर दर्द निवारक दवा बेच रहा था। माँ क़सम !!! जानकर ही उंगलियों में खुजली सी होने लगी। अंदर तक हिला डाला इस बंदे ने। सो खुद को रोक नहीं पाया। लिखने को मजबूर हो गया हूँ। 


अब बताओ यह भी कोई बात हुई भला ??? सबसे ज्यादा दर्द देने वाले जीव का तेल निकालकर दर्द का इलाज !!!! भाई वाह मज़ा आ गया ...


बिच्छू बाबा से मेरा करबद्ध निवेदन है कि - अगर उनके पास वाकई कोई ऐसा साइंस है ? तो कृपया इस शहर में पाए जाने वाले नाना प्रकार के दुष्ट बिच्छुओं का तेल निकालने की विधा पर भी अवश्य काम करें। यदि आप थोड़ी और मेहनत करेंगे तो हो सकता है कि सरकार अथवा वन विभाग आपकी इस रिसर्च में थोड़ी आर्थिक मदद भी कर दे। 
 खैर !!! अजमेर में पाए जाने वाले उन नाना प्रकार के  बिच्छुओं का विवरण इस तरह से है। 


खद्दड़ धारी बिच्छू - आमतौर पर खादी के कुर्ते पहन कर घूमते हैं । बिल्कुल बिच्छू की तरह सामने से डराने का दिखावा करते हैं। और सदैवअपनी पूछ से ही डंक मारते हैं। जिससे डंक खाने वाले को मालूम ही नहीं पड़ता कि कमबख्त हमला हुआ कहां से ??? इन चमत्कारी कीटों में जबरदस्त प्रजनन क्षमता होती है,वे रति क्रिया में भी बहुत पारंगत होते हैं । जिन्हें कभी भी बूढ़े होने का अहसास नहीं सताता। संभवत ऐसे बिच्छूओं का तेल निकाल कर आप बड़ी आसानी से अपने अंग विशेष में कमजोरी महसूस कर रहे नपुंसक लोगों हेतु जापानी की टक्कर का इलाज ढूंढ पाए।


 इच्छाधारी बिच्छू-  यह बिच्छू की एक विशेष प्रकार है, जिनमें  जबरदस्त प्रशासनिक क्षमता होती है ।जो अपनी योग्यता के आधार पर सारी *उम्र राज में रहने का आदि होने की वजह से जबरदस्त सनक की शिकार होती है। इस प्रकार की प्रजाति का दिमाग अक्सर सातवें आसमान पर चढ़ा रहता है ।अपने ही आसपास के कनिष्ठ और वरिष्ठ लोगों को डंक मार मार कर पीड़ित करते रहना इनकी फितरत है। इनकी अपनी प्रजाति में ही आपसी विवाद चलते रहते हैं । जिसके चलते डंकों का आदान-प्रदान होता रहता है। फिर यदि इनके आपसी झगड़े के बीच में किसी और प्रकार का जीव आकर गलती से फँस जाए , तो उसकी माँ की बहन मौसी ... ( हाँ वही) होना तय समझिए। खद्दर धारी बिच्छू की विशेष तौर से दुश्मन और अपनी ही इच्छा के घोड़े पर सवार इस इच्छाधारी बिच्छु प्रजाति का यदि आप तेल निकाल पाए ? तो शायद मानसिक तनाव से ग्रस्त , दिमागी रूप से कमज़ोर रोगियों का इलाज भी बड़े सफलतापूर्वक उस तेल से कर पाएंगे। 
अहंकारी बिच्छू - यह अपनी कलम के अहंकार में चूर, एक विशेष तौर की सरफिरी प्रजाति है । जो अपने अहंकार के आगे किसी भी और कीट पतंगे से ज्यादा कुछ नहीं समझती है किसी भी अन्य प्रजाति के बिच्छू को डंक मार कर घायल करने में खुद को सक्षम समझती , इस प्रजाति को यह भारी गलतफहमी होती है की उसका जन्म इस प्रदूषित सिस्टम को साफ करने के लिए हुआ है।और यदि  वह किसी को भी डंक मार देगी तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। अक्सर विषम परिस्थितियों में फँस जाने पर यह उकड़ू प्रजाति  बहुत पीड़ा का अनुभव करते हुए भी अहंकार वर्ष किसी से कुछ कह नहीं पाती। और अपना दर्द पिछवाड़े में दबोच कर रख जाती है । जिससे इसका डंक और जहरीला हो जाता है। किसी से भी पंगा मोल लेने की घातक मानसिकता से ग्रस्त यह प्रजाति अक्सर *सिस्टम की गंदगी में व्याप्त नाना प्रकार के पिस्सूओं को डंक मारने की आदि होती है। और सिस्टम के गंदे खून को साफ करने में बेवजह प्रयासरत रहती है। संभवत इस प्रजाति का यदि बिच्छू बाबा तेल निकाल पाए ? तो यह किसी के भी शरीर में गंदे खून को साफ करने के लिए एक बड़ी सटीक औषधि सिद्ध हो सकती है।
इसके अलावा इस शहर में नाना प्रकार के कीट पतंगे और संगठनात्मक पिस्सू भी व्याप्त हैं। जिनका उम्र भर कुछ भी नहीं हो पाता है। सिस्टम में कहीं भी फिट नहीं होने के बावजूद उन्हें भारी गलतफहमी होती है - कि वह सिस्टम का अभिन्न अंग है । इन पिस्सूओंऔर कीट पतंगों का बिच्छू बाबा चाहे तो अचार डाल सकते हैं। जो कि बड़ा स्वादिष्ट होगा। क्योंकि वैसे भी इन बचे कुचे कीट पतंगों को बाकी अन्य प्रजातियां अचार की तरह चटकारे मार मार कर खाती रहती हैं । जिससे इनकी गलतफहमी भी बरकरार रहती है। कि यह भी सिस्टम का  में जिंदा है । यह प्रजाति सिस्टम में छोटे-मोटे संगठन बनाकर अक्सर लोगों की नजर में आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करती रहती है। परंतु सच मानिए इन छोटे-मोटे कीट पतंगों का फर्क इस सिस्टम कोई बस नहीं चलता है। या फिर यह कह दीजिए कि इस मोटी खाल वाले सिस्टम की टांट का बाल ( सही समझे) भी नहीं उखाड़ सकती। इन समस्त प्रजातियों का प्रतिनिधित्व इस शहर में कौन कौन कर रहा है ? इसका ब्यौरा दूँगा तो शायद अतिशयोक्ति हो जाएगी । इसलिए यह किस्सा फिर कभी .... ज़रा इंतज़ार कीजिये ।


देसी शराब के साथ, तस्कर गिरफ्तार

89 देशी शराब के क्वाटरों के साथ शराब तस्कर गिरफ्तार


इस्पेक्टर विनोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में अपराधियो एवं शराब तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है


कासगज गंजडुंडवारा ! पुलिस अधीक्षक कासगंज सुशील घुले के आदेश पर जनपद में अपराधियों एवं शराब तस्करो के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर एसआई अशोक कुमार ने हमराही स्टाफ हेड का0 साहब सिंह , का0 मुलायम सिंह एवं ब्रजेश कुमार  के साथ सहावर रोड पर तम्बाकू गौदाम के निकट एक दुकान पर चैकिंग के दौरान देशी शराब बेचते रामदास पुत्र अंगनलाल निवासी खेरु गंजडुंडवारा को गिरफ्तार किया ।उसके कब्जे से 89 देशी शराब के क्वाटर बरामद किए है ।सम्बंधित धाराओ में मुकद्दमा दर्ज कर कार्यवाही की गई है।


रिपोर्टर बिपिन कुमार


न्यूनतम मजदूरी विधेयक लोकसभा में पास

लोकसभा में पास हुआ न्यूनतम मजदूरी बिल


नई दिल्ली ! लोकसभा ने मंगलवार को न्यूनतम मजदूरी से संबंधित बिल मजदूरी संहिता 2019 को पास कर दिया है। इस बिल के पास हो जाने के बाद कामगारों को न्यूनतम मजदूरी, काम के दौरान अनुकूल माहौल मुहैया कराना और श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित किया जाएगा।


केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि मजदूरों को न्यूनम वेतन और देश के 50 करोड़ कामगारों को समय पर वेतन मिलना इस बिल से सुनिश्चित होगा। यह एक ऐतिहासिक कदम है। इससे जीवन को सरल बनाने और मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही व्यापार में बेहतरी आएगी।इस बिल के पास हो जाने से इसका सीधा लाभ देश के 50 करोड़ मजदूरों को होगा। गंगवार ने कहा कि 2002 में इस पर श्रम संबंधी समिति ने विचार किया था और कहा था कि श्रम से संबंधित 44 कानूनो को कम किया जाए। 2014 में सत्ता में आने के बाद हमारी सरकार ने इसकी पहल की और तमाम संगठन, राज्य और उद्योगपतियों से चर्चा के बाद इस बिल को पास किया गया है।


गंगवार ने कहा कि अगर मजदूर समय पर सैलरी नहीं पाता है तो उसके परिवार को काफी संकट से गुजरना पड़ता है। लेकिन यह बिल श्रमिकों को हर महीने समय पर सैलरी मुहैया कराने में मदद करेगा, साथ ही न्यूनतम मजदूरी को भी सुनिश्चित करेगा।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खेत में काम करने वाले श्रमिकों का वेतन हर दो वर्ष में संशोधित होगा, जबकि जबकि अन्य क्षेत्र में हर चार वर्ष में वेतन में संशोधन किया जाएगा। लोकसभा सांसद सौगत राय ने कहा कि श्रमिकों की हालत बहुत खराब है। अगर मालिक फायदा कमा रहा है तो अब श्रमिक अपनी सैलरी को लेकर बातचीत कर सकते हैं। आईटी और कॉल सेंटर में श्रमिकों की कोई यूनियन नहीं है, जहां श्रमिकों को उनके मूलभूत अधिकार भी नहीं मिलते हैं।


धार्मिक स्थल के पास ब्लास्ट,हताहत नही

बिजनौर,नगीना। धार्मिक स्थल के पास तेज धमाके की आवाज होने से मोहल्ले में सनसनी फैल गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने धार्मिक स्थल के अंदर पहुंचकर निरीक्षण किया लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली लेकिन पुलिस ने   इस मामले में  एक युवक को  पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है ।नगर के मौहल्ला विशनोई सराय रेती में  पिरहाईयों वाली मस्जिद  के पास मंगलवार की सुबह साढ़े दस बजे करीब तेज धमाके की आवाज से मोहल्ले में सनसनी फैल गई और हड़कंप मच गया और आसपास के लोग घबराकर घरों से बाहर आ गए पास के ही एक अन्य मांटेसरी स्कूल के बच्चों में हाहाकार सा मच गया और वे स्कूल से बाहर निकल आये । धमाके की आवाज के तुरंत बाद दो युवकों को थैले के साथ बाईक से भागते हुए भी देखा गया। धमाके की आवाज की सूचना मोहल्ले वासियों ने पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे थाना प्रभारी ने धार्मिक स्थल में पहुंचकर निरीक्षण किया लेकिन वहां कोई संदिग्ध वस्तु न मिली।सी ओ महेश कुमार व बिजनौर से आई एल आई यू की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। निरीक्षण के दौरान  मस्जिद के पास  मोहल्ले वासियों  वह नगर वासियों की  भीड़ लगी रही पिरहाईयों वाली इस मस्जिद में सुधानिया मदरसे के नाम से एक मदरसा भी चल रहा  है जिसमें बच्चे भी पढ़ते हैं मदरसे मेंं मौजूद हाफिज मौ.आदिल व हाफिज मौ. तहसीन तथा मौलाना सलीम ने मीडिया कर्मियों को बताया कि धमाके की आवाज उन्होंने भी  सुनी है लेकिन धमाका कहांं हुआ उन्हें नहीं पता उधर आसपास रहने वाले मोहल्ले वासियो ने बताया कि धार्मिक स्थल के पास तेज धमाके हुआ और मदरसे  से निकलकर दो युवकों को थैला लेकर बाईक से भागते देखा गया बाईक से भागने वाले युवक कोतवाली देहात क्षेत्र के बता जा रहे हैं। पुलिस ने इस संबंध में मदरसे की देखरेख करने वाले एक युवक सलीम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है,और मामले की जांच में लगी है।


शामली: 25 हजार का इनामी मुठभेड़ में ढेर

बदमाशों का प्लान नाकाम, पुलिस अफसरों ने 25 हजार के इनामी को मारी गोली


शामली ! जिले में कैराना रोड पर पेट्रोल पंप लूटने की नीयत से खड़े दो बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया।


मुठभेड़ के दौरान हाथ में गोली लगने से सिपाही भी जख्मी हो गया। घायल बदमाश हिस्ट्रीशीटर है और उस पर लगभग 24 मुकदमे दर्ज हैं। वह पुलिस मुठभेड़ के मुकदमे में वांछित चल रहा था। बदमाश के कब्जे से बिना नंबर की बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद हुए।एसपी अजय कुमार ने बताया कि मंगलवार रात को शहर कोतवाली प्रभारी सुभाष सिंह राठौर पुलिस टीम के साथ कैराना रोड पर वांछित अपराधियों की तलाश में जा रहे थे। खेड़ीकरमू बिजलीघर के पास बाग में उन्हें बाइक सवार दो लोग दिखाई दिए।पुलिस टीम ने उन्हें टोका तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। बदमाशों की तरफ से किया फायर पुलिस की गाड़ी में लगा। पुलिस ने बदमाशों को पकड़ना चाहा तो पुलिस टीम पर फायर करते हुए वे भाग निकले।


वाराणसी में व्यापारी की हत्या,फरार

वाराणसी में पाइप व्यवसायी का हत्यारा मिला नहीं, इधर एक और व्यापारी को बदमाशों ने गोली मारी


वाराणसी ! कोयला बाजार क्षेत्र के जेरगुलर निवासी शीशा व्यापारी हाजी रिजवान अहमद(70) से उनके घर के पास बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने झोला छीन लिया। झोले में रुपये ना मिलने से नाराज बदमाशों ने व्यापारी की बाई कलाई पर गोली मार दी और भाग निकले। सूचना पाकर पहुंची पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल कर बदमाशों को पहचानने में जुट गई है।


पुलिस के अनुसार व्यापारी के झोले में रुपये होने की संभावना पर बदमाशों ने उनकी दुकान से ही उनका पीछा किया। इसके बाद लूट के लिए मुफीद स्थान देख कर झोला छीने और रुपये ना मिलने पर नाराजगी में गोली चलाई। पुलिस के अनुसार बदमाश स्थानीय ही थे, इसी वजह से क्षेत्र से भलीभांति वाकिफ होने के कारण वह गलियों से होते हुए भागे।दालमंडी में हाजी रिजवान अहमद की शीशे की पुश्तैनी दुकान है। दुकान और घर दोनों जगह से वह अपने दो बेटों के साथ बड़े पैमाने पर शीशे का व्यापार करते हैं। शाम के समय हाजी रिजवान रिक्शे से दुकान से घर जा रहे थे। घर के समीप वह रिक्शे से उतर कर पैदल जाने लगे तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें धमकाते हुए झोला छीन लिया।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...