शुक्रवार, 21 जून 2019

डीएम के निर्देशन में किया योगाभ्यास

गौतमबुध नगर! अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर पूरे जनपद में योगाभ्यास कार्यक्रमों की धूम। जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देशन में कई स्थानों पर योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित। अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों तथा गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा लिया गया भाग आज क्रीड़ा भारती गौतम बुध नगर द्वारा 21 जून अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का भव्य आयोजन क्षेत्रीय क्रीड़ा कंपलेक्स सेक्टर 37 ग्रेटर नोएडा में किया गया जिसमें जिले के लगभग हजार सदस्यों ने प्रतिभाग किया और योगा से संबंधित सभी आसन कर स्वास्थ्य हेतु टिप्स लिए| योगा गुरु डॉक्टर अनिल जी ने ने प्रात 6:00 बजे से 7:30 बजे तक सभी आसन करा कर उन लोगों को योगा करने हेतु प्रेरित किया तथा सभी से अनुरोध किया कि योगा के द्वारा ही में स्वस्थ रह सकते हैं! इसलिए योगा एवं खेलों में अपने बच्चों को प्रतिभाग कराएं व स्वस्थ स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करने में सहयोग करें। इस अवसर पर क्रीड़ा भारती गौतम बुध नगर के जिला अध्यक्ष पुष्कर ठाकुर ने सभी आए हुए खिलाड़ियों ,बच्चों एवं अभिभावकों से एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण में सहयोग देने हेतु प्रेरित किया ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राजेश जी, मनजीत जी, एस पी सिंह ,मेजर सुरेश जी आदि लोग उपस्थित रहे ।अंत में जिला अध्यक्ष पुष्कर ठाकुर ने सभी क्रीड़ा भारती के पदाधिकारियों का अनिता नागर ,कोषाध्यक्ष वीरपाल भाटी ,मंत्री पल्लवी शुक्ला, धर्म सिंह भाटी, सोनू भाटी, चंदन दुबे, सुमित नागर ,सुधा जी एवं अन्य सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।


राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी, गौतम बुध नगर!


घंटों बाद ट्रेन यातायात हुआ सुगम

पनवेल ! मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे पर तकनीकी कठिनाइयों के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही थी, शुक्रवार को ट्रैफिक बंदरगाह ट्रेन सेवा बंद हो गई। ट्रांस हार्बर के पनवेल स्टेशन के पास एक लोकल ट्रेन के बंद होने के कारण कुछ समय के लिए गाड़ी को रोक दिया गया था। वर्तमान में, ट्रेन के किनारे पर यातायात फिर से शुरू हो जाता है, हालांकि उथल-पुथल के कारण यात्रियों को दर्द सहना पड़ता है।


पनवेल स्टेशन के पास आज सुबह तकनीकी दिक्कतों के कारण एक लोकल ट्रेन को बंद कर दिया गया। ट्रांस हार्बर मार्ग पर अधिकांश स्थान पुराने हैं। इसलिए ये ट्रेनें अक्सर तकनीकी कठिनाइयों का कारण बनती हैं। हालाँकि, रेलवे प्रशासन द्वारा इसकी अक्सर अनदेखी की जाती है। ट्रेन के बेपटरी होने के कारण अरली-ठाणे मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया। इस ट्रैक पर ट्रेनों की कतारें थीं। आधे घंटे की कोशिश के बाद लोकल ट्रेन को ट्रेन रूट से हटा दिया गया। हालांकि, इस दौरान ट्रांस हार्बर का शेड्यूल पूरी तरह से धूमिल हो गया था। इसलिए, रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की एक बड़ी भीड़ है। इसके चलते काम पर जाने वाले यात्रियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।


पिछले कुछ दिनों से मध्य रेलवे का आवागमन लगातार चरमरा रहा है। इस दौरान यात्रियों को रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों के बारे में सूचित नहीं किया गया था। इससे यात्री दुर्घटनाओं में बहुत वृद्धि हुई। ज्यादातर समय, ट्रेनों के आवागमन के कारण ट्रेनें देरी से चल रही थीं। यात्रियों को लगातार दुख सहन करना पड़ता है क्योंकि यातायात को पूर्व-पुनर्प्राप्ति को प्राप्त करने में कई घंटे लगते हैं।


उप मुख्यमंत्री को बताई जन समस्याएं

उपमुख्यमंत्री को बताई क्षेत्र की समस्याएं
गाजियाबाद,लोनी! क्षेत्र में कार्यरत भारत रक्षा मंच क्षेत्र के विकास और मानवीय विकास के कार्यों में प्रयासरत है! समस्याओं के लिए भारत रक्षा मंच संघर्ष कर रहा है !प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार को बढ़ाना होगा ! जिससे योजनाओं का लाभ सीधा जनता को मिल सके! इसके लिए प्रदीप गोस्वामी महामंत्री और महंत चंद्रपाल भगत विधान सभा अध्यक्ष के द्वारा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात कर, इस विषय पर चर्चा की गई !वहीं नगर पालिका के विकास को लेकर भी चर्चा की गई! विकास की गति बहुत कम है जिसे तेज कर करना जरूरी है ! क्षेत्र की जनसमस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है ! उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा !साथ-साथ लोकसभा में भाजपा की प्रचंड विजय की शुभकामनाएं दी !


आरक्षक ने दो साथियों को मारी गोली

बीजापुर ! छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स (सीएएफ) के एक आरक्षक ने अपने ही दो साथियों को सर्विस रिवाल्वर से गोली मार दी है! इससे दोनों ही आरक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई है! आरोपी सीएएफ आरक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है! बीजापुर एसपी दिव्यांग पटेल ने घटना की पुष्टि की है! घटना के बाद एसपी समेत आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और आरोपी आरक्षक से पूछताछ की जा रही है! मृतक आरक्षकों का नाम संजय कुमार भास्कर और सुरेन्द्र कुमार साहू है! जबकि आरोपी का नाम संजय निषाद बताया जा रहा है!


विधायक ने बताया योग का महत्व और उपयोग

 


 गाजियाबाद, लोनी !अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जनता के बीच लगाया आसन, कहा योग से स्वस्थ्य शरीर के साथ खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोनी इंटर कॉलेज में सुबह सूरज निकलते ही भारी संख्या में योग प्रेमी इकट्ठा हुए ! एक साथ योग कर लोगों को योग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर और पार्टी के पदाधिकारियों ने भी जनता के बीच आसन लगाकर योग किया। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने क्षेत्रवासियों के साथ तड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, सुखासन और सूर्य नमस्कार के जरीए शरीर का स्वस्थ्य और चुस्त रखने का संदेश देते हुए कहा कि जीवन में निरोगी काया का आधार ही योग है। वहीं विधायक ने लोनी इंटर कॉलेज में लगाए गए योग शिविर के बाद, ट्रोनिका सिटी, साहिबाबाद और गिजयाबाद के कविनगर में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित योग शिविरों में भी पहुंचकर योग कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया। जिला प्रशासन द्वारा विधायक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार मे राज्यमंत्री अतुल गर्ग, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सहित जिला के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी, एसएसपी, सीडीओ ने भी योगासन कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया।


गाजियाबाद में भारी संख्या में एकत्र हुए योग प्रेमियों को संबोधित करते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि भारत देश में योग का प्राचीन समय से ही अहम स्थान है। पतंजलि योग दर्शन में कहा गया है कि - योगश्चित्तवृत्त निरोधः अर्थात् चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हृदय की प्रकृति का संरक्षण ही योग है। जो मनुष्य को समरसता की और ले जाता है। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व को योग के प्रति एकजुट किया है आज संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देशों में बड़े ही उत्साह के साथ योग दिवस मनाया गया है। योग भारत द्वारा विश्व को दिया गया एक अनुपम भेंट है और भविष्य में यह माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरू बनाने की तरफ उठाए गए कदमों में से एक होगा। योग मनुष्य की समता और ममता को मजबूती प्रदान करता है। योग शरीर को तो स्वस्थ्य रखता ही है इसके साथ-साथ मन और दिमाग को भी एकाग्र रखने में अपना योगदान देता है। योग मनुष्य में नए-नए सकारात्मक विचारों की उत्पत्ति कर नकारात्मक प्रवृति में जाने से रोकता हैं। योग को हिन्दू धर्म, बौध्द धर्म और जैन धर्म में आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाता है। आज भागती दौड़ती जिंदगी में योग मनुष्य को अनेक बीमारियों से बचाता है और योग से हम कई बीमारियों का इलाज भी कर सकते हैं। श्रीमद्भागवत गीता में कई प्रकार के योगों का उल्लेख किया गया है। भगवद गीता का पूरा छठा अध्याय योग को समर्पित है।


 योग को भारत के जन-जन से विश्व के मन तक पहुंचाने में देश के योग गुरूओं और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम योगदान रहा है जिससे ने केवल भारतवर्ष बल्कि पूरे विश्व में योग के प्रति लोगों की रूचि बढ़ी है। योग मनुष्य में सकारात्मकता तो बढाता है ही, साथ ही साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढाता है। इसलिए लोगों को इस तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए योग करना चाहिए। और दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए। जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।


लोनी नगर पालिका ने मनाया योग दिवस

 गाज़ियाबाद ! लोनी नगर पालिका के द्वारा बलराम नगर स्थित लोनी इण्टरकालिज मे आयोजित योग शिविर मे भाग लिया ।इस अवसर पर रंजीता धामा ने कहा कि स्वस्थ एवं आरोग्य जीवन के लिए योग का विशेष महत्व है। पिछले कुछ वर्षों में योग लोगों के दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बना है ! वैश्विक स्तर पर भी इसके महत्व को स्वीकार किया गया है। इसके लिये प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है ।
योग दिवस के अवसर पर सभी को ढेरों शुभकामनाएं देते हुये रंजीता धामा ने कहा योग अनुशासन है, समर्पण है और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत -पंथ ,अमीरी-गरीबी ,प्रांत ,सरहद के भेद से परे हैं ।
योग सबका है सब योग के हैं ।
हम सभी को नियमित रूप से योग करना चाहिए। योग शरीर के लिये बेहद ही नितांत आवश्यक है। आज के समय मे जिस तरह से बिमारियों से हमारा शरीर घिर चुका है मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को पता भी नही चलता कब हमारे शरीर को घेर लेती है योग के दुारा अनेकों बिमारियों मे फायदा होता है । शास्त्रों मे भी योग का महत्व बताया गया है विभिन्न प्रकार के आसनों का उल्लेख हमारे शास्त्रों मे किया गया है ।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी,
योगेन्द्र मावी, अधिशासी अधिकारी ,एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी,अधिशासी अभियंता, तप्सी बाबू, प्रणव बाबू, नगरपालिका के समस्त कर्मचारी, अधिकारी, व सैकड़ों की संख्या में लोनी के सम्मानित व्यक्ति उपस्थित रहे।


बेपरवाह सरकार,लाइलाज 'चमकी'


आसमान छूता आधुनिक चिकित्सा विज्ञान एवं लाइलाज चमकी बुखार और बेपरवाह बिहार सरकार पर विशेष



 संपादकीय, 


मनुष्य की जब मौत होती है तभी वह मरता है, लेकिन यह भी सही है कि कभी-कभी मनुष्य की मौत प्रकृतिक मौत के पहले ही हो जाती है! जिसे अकाल मौत कहा जाता है। अकाल मौत का मतलब होता है कि मनुष्य अपनी स्वाभाविक मौत से नहीं बल्कि किसी शारीरिक खराबी अथवा आकस्मिक घटना-दुर्घटना के चलते, समय पर स्वास्थ्य सुविधा न मिल पाने के कारण आदि से मर जाता हैं। देश व प्रदेश की सरकार का यह परम दायित्व होता है कि वह अपने नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराकर उन्हें बेमौत मरने से बचाए। आज हम भले ही चांद पर पहुंच गये हो एवं दुनिया में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहे हो! लेकिन दुख की बात है इसके बावजूद आज भी देश में हजारों लोग चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न होने के कारण मर रहे हैं ! हम चाहकर भी कुछ कर नहीं पा रहे हैं। मनुष्य का जीवन बहुत कीमती माना गया है जिसकी कोई कीमत नहीं होती है तथा वह अनमोल होता है इसलिए इसे बचाना खुद का और सरकार का सर्वोच्च धर्म होता है। आज हम स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं रह गए हैं और देश में खुले विभिन्न रिसर्च सेंटर एवं बड़े बड़े एम्स मेडिकल कॉलेज जैसे अस्पताल खुले हुए हैं।ऐसी कोई बीमारी नहीं है जिसका इलाज चिकित्सा विज्ञान में असंभव हो।इसके अलावा देश में हजारों छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट चिकित्सा संस्थान खुले हुए हैं जिन पर करोड़ों अरबों रुपये खर्च हो रहा है।चिकित्सा विभाग किसी को बेमौत न मरने देने का दावा कर रहा है इसके बावजूद विभिन्न क्षेत्रों पिछले कई दशकों से बच्चों बूढ़ों की जान की दुश्मन बनी विभिन्न बीमारियों की पहचान करके स्थाई निदान नहीं कर पा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में एक लम्बे अरसे से साल में एक बार अजब बीमारी महामारी का रूप धारण कर मौत का तांडव करती है और सैकड़ों बच्चों बूढ़ों की अकाल मौत हो जाती है।यह बीमारी अक्सर गर्मी के मौसम में बुखार बनकर आती है और मौसम बदलने तक अपना तांडव करती है जिसे इंसफ्लिट्स दिमागी जपानी चमकी बुखार आदि कहते हैं।इन बुखारों का पता लगाकर इसकी पहचान करने के प्रयास दशकों से किये जा रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।इस समय चमकी बीमारी पिछले वर्षों की तरह इस बार भी बिहार में तबाही मचाये हुये और डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चों की देखते ही देखते अबतक मौतें हो चुकी हैं।स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि लोग गाँव घर छोड़कर भागने लगे है। हमेशा की तरह हमारा चिकित्सा विज्ञान इस बीमारी के कारणों का पता लगाकर इसकी पहचान नहीं कर पा रहा है।इस प्राणघातक बीमारी की पहचान करने के देशी विदेशी चिकित्सकों वैज्ञानिकों को बुलाया जा चुका है फिर इस बीमारी का पता नहीं लग सका है।इस बार अकेले मुजफ्फरपुर एवं बैशाली में अबतक सैकड़ों बच्चों की मौत इस अज्ञात चमकी बीमारी से हो चुकी है।बड़े शर्म की बात है कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे वैज्ञानिक इस मौत की आँधी बनी बीमारी की पहचान नहीं कर पा रहे हैं और इस बार भी उसे चमकी नाम दे रखा गया है।मुजफ्फरपुर के जिला अस्पताल में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की भीड़ लगी हुयी है लेकिन मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। न तो पर्याप्त चिकित्सक है न तो दवाएं बिस्तर और न ही अन्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।महीनों से इस अस्पताल में मौत डेरा डाले तांडव नृत्य कर रही है और चीखने चिल्लाने एवं अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। मौतों का सिलसिला जारी है लेकिन शासन प्रशासन कान में तेल डालें बैठा हुआ था और समुचित व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।चिकित्सा सुविधाओं का अभाव एवं चिकित्सकों की मनमानी नागरिकों के आक्रोश को बढ़ा रही है।जनाक्रोश आसमान पर पहुंचने में बाद स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने आ सके हैं! असहाय बनकर वापस जा चुके हैं। अकाल हो रही इन मौतों एवं सरकारी व्यवस्था एवं सरकार की लापरवाही से वहां पर बगावत जैसी स्थित पैदा होने लगी है और मुख्यमंत्री के पहुंचने पर गो बैक सहित विभिन्न तरह के विरोधी नारों का सामना करना पड़ चुका है। पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में हर साल अज्ञात बीमारी से होने अकाल मौतों का स्थाई विकल्प चिकित्सा सुविधा के रूप में उपलब्ध कराना सरकार का नैतिक दायित्व बनता है। लोकतंत्र में जनता की सरकार होती है और सरकार जनता के लिए काम करती है। जनता मरती हो और सरकार मौज मस्ती करती हो? ऐसी सरकार को प्रजातांत्रिक सरकार नहीं बल्कि राजतंत्र से भी बदतर अलोकतांत्रिक सरकार ही कहा जा सकता है। बिहार में फैला मौत का तांडव अभी भी जारी है ! स्वास्थ्य विभाग एवं सरकार दोनों 'हाथ पर हाथ'धरे घुटने टेके असहाय से खड़े देख रहे हैं। इस बीमारी के सामने सारा चिकित्सा विज्ञान फेल दिखने लगा है।चिकित्सा विज्ञान से जुड़े देशी विदेशी सभी वैज्ञानिकों को चाहिए कि वह तुरंत इस बीमारी का पता लगाकर हर साल होने वाली बेमौत मौतो को होने से बचाए। 


भोलानाथ मिश्र


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...