गुरुवार, 21 अप्रैल 2022

33 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास

33 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास    

दुष्यंत टीकम          
रायपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पतिवार को समारोह में छत्तीसगढ़ में 9240 करोड़ रूपए लागत की 33 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने माता कौशल्या की धरा पर केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए राज्य में सड़कों के निर्माण के प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य को मिले सभी कामों को तेजी से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। 
पदमश्री डॉ. दमयंती बेसरा गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का तेजी से काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हर महीने इसकी समीक्षा करते हैं। इस बीच गृहमंत्री ने बालोद गुंडरदेही को राष्ट्रीय मार्ग घोषित करने का आग्रह किया। इसके साथ ही भारत माला परियोजना के मुआवजा में अंतर का मुद्दा उठाते हुए सभी किसानों को एक समान मुआवजा देने का आग्रह किया।

'स्पेशलिस्ट कैडर ऑफिसर' पदों के लिए अधिसूचना

'स्पेशलिस्ट कैडर ऑफिसर' पदों के लिए अधिसूचना   

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने स्पेशलिस्ट कैडर ऑफिसर पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करते हुए भर्ती अधिसूचना जारी की है। इसके लिए रजिस्ट्रेश प्रक्रिया 13 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। आवेदक 04 मई तक आवेदन कर सकते है।
उम्मीदवार केवल एक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवार बैंक की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बैंक में कुल 11 रिक्त पद भरे जाएंगे।
उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट) और प्रमुख (हेड) (संपर्क केंद्र परिवर्तन) - 1 पद।
वरिष्ठ विशेष कार्यकारी कार्यक्रम प्रबंधक संपर्क केंद्र (Senior Special Executive Program Manager Contact Centre) - 04 पद
सीनियर स्पेशल एग्जीक्यूटिव कस्टमर एक्सपीरियंस, ट्रेनिंग एंड स्क्रिप्ट्स मैनेजर (इनबाउंड और आउटबाउंड) - 02 पद।

ब्राजील: 2 लिंग वाला बच्चा पैदा होने का मामला

ब्राजील: 2 लिंग वाला बच्चा पैदा होने का मामला    

अखिलेश पांडेय       

ब्रासीलिया। ब्राजील में दो लिंग वाला बच्चा पैदा होने का दुर्लभ मामला सामने आया है। यह एक तरह की जेनेटिक परेशानी है। चिकित्सा विज्ञान में इसे डाइफेलिया कहते हैं, जिसका मतलब है शरीर में दो लिंग होना। चिकित्सकों के अनुसार ऐसा दस लाख में किसी एक बच्चे को होता है। दुनिया में अब तक ऐसे सिर्फ 100 मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्राजील के डॉक्टरों ने इस दुलर्भ मामले को प्रकाशित करवाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कभी-कभी कुछ ऐसे लोग भी जन्म लेते हैं, जिनके पास एक अतिरिक्त लिंग होता है। इस बच्चे के के दोनों लिंग अगल-बगल थे। इसमें एक उम्र के हिसाब से सही आकार में था, जबकि दूसरा बड़ा था।

डॉक्टरों ने बड़ा वाला लिंग काट कर निकला दिया है। इस सर्जरी के वक्त बच्चे की उम्र दो साल थी। सर्जरी में देरी की वजह का रिपोर्ट में जिक्र नहीं है।
डॉक्टरों के अनुसार, शुरुआत में बच्चे के दोनों लिंग एक ही आकार के थे। लेकिन बाद में एक लिंग सामान्य से बड़ा हो रहा था। डॉक्टरों ने देखा कि बच्चा छोटे वाले लिंग से ही पेशाब कर पा रहा है। अंग की सक्रियता और शरीर के साथ अंदरूनी जुड़ाव के आधार पर उन्होंने बड़े वाले लिंग को काटने का फैसला लिया।
दूसरे लिंग की जगह पर टांके लगाकर उस जगह को बंद कर दिया गया है। फिलहाल यह बड़ा सवाल है कि भविष्य में इस छोटे लिंग का इरेक्शन चैंबर काम करेगा या नहीं? डॉक्टर इस मुद्दे पर स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को मेडिकल स्टडीज के लिए रिकॉर्ड किया है।
इस तरह का एक मामला उज्बेकिस्तान में भी सामने आया था। वहां पर सात साल के बच्चे के पास भी दो लिंग थे। उस बच्चे के दोनों लिंग हर तरह से काम कर रहे थे। तब डॉक्टरों ने बताया था कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसके पास दो लिंग है, वह सामान्य तरीके से यौन जीवन का आनंद ले सकता है।
हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक दो लिंग होने पर किडनी पर दबाव बढ़ता है और किडनी फेल होने की आशंका बढ़ जाती है। इसका असर रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है। दरअसल, डाइफेलिया जेनेटिक असमानता की वजह से होता है। गर्भ में भ्रूण के लिंग निर्धारण के दौरान 23वें से 25वें दिन के बीच जीन्स में किसी तरह की कमी होने पर यौन अंगों में विकृति आ सकती है।

रूस के साथ अपना कारोबार बंद करेगी स्टील कंपनी

रूस के साथ अपना कारोबार बंद करेगी स्टील कंपनी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी स्टील कंपनी जल्द ही रूस के साथ अपना कारोबार बंद करेगी। के चलते कई ग्लोबल कंपनियों ने रूस में अपना बिजनेस रोका है और टाटा स्टील इस कड़ी में जुड़ने वाली नई ग्लोबल कंपनी है। टाटा स्टील ने एक बयान में साफ किया कि कंपनी रूस में ना तो किसी फैक्टरी को चलाती है, ना ही उसका कोई ऑपरेशन वहां हैं। रूस मे कंपनी के कर्मचारी भी नहीं हैं। रूस में कारोबार बंद करने का निर्णय काफी सोच समझकर किया गया है। फैक्ट्री चलाने और स्टील बनाने के लिए रूस से कोयला आयात करती है। भारत के अलावा कंपनी के स्टील कारखाने ब्रिटेन और नीदरलैंड में है। 
कंपनी का कहना है कि इन कारखानों में आपूर्ति सही रखने के लिए वैकल्पिक बाजारों से कच्चे माल का प्रबंध किया जा रहा है। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने पिछले हफ्ते ही रूस से बाहर आने की जानकारी दी थी। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण  करने के बाद कई देशों ने मॉस्को पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके बाद दुनियाभर की कई कंपनियों ने वहां अपनी कारोबारी गतिविधियां बंद की हैं। भारत की भी कई कंपनियों ने इस तरह के फैसले लिए हैं। हालांकि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण का विरोध करने के कई आधिकारिक मौकों पर भारत अनुपस्थित रहा। ना ही भारत ने रूस पर किसी तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसे लेकर भारत पर कई पश्चिमी देशों की ओर से लगातार दबाव बना हुआ है।

हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपाय, जानिए

हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपाय, जानिए  

सरस्वती उपाध्याय         
हड्डियां शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं। जैसे शरीर को स्ट्रक्चर प्रदान करना, अंगों की रक्षा करना, मांसपेशियों को सपोर्ट करना, कैल्शियम स्टोर करना आदि‌। बचपन से ही मजबूत और स्वस्थ हड्डियों का निर्माण करना महत्वपूर्ण है। आप वयस्कता में भी हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपायों को आजमा सकते हैं। हालांकि, प्रॉपर देखभाल, एक्सरसाइज, वेट मैनेज, हेल्दी डाइट आदि का सेवन करें, तो हड्डियां मजबूत बनी रह सकती हैं। 
आजकल लोगों में 30-35 की उम्र से ही हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस, हड्डियां जल्दी फ्रैक्चर होने की समस्या आम होती जा रही है। उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है, जिससे हड्डियां दर्द करने लगती हैं, कमजोर हो जाती हैं। बुजुर्गावस्था में ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है।लंबी उम्र तक हड्डियों को स्वस्थ रखना है, तो इन बातों का ध्यान रखें।

हड्डियों की सेहत कैसे होती है खराब ?
रिपोर्ट के अनुसार, कई तरह के कारक हड्डियों की सेहत को प्रभावित करते हैं। आपकी डाइट में कैल्शियम की मात्रा कितनी है, आप कितना फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। धूम्रपान और शराब का सेवन कितना करता है।शरीर में हार्मोन लेवल कितना है। यदि बहुत ज्यादा थायरॉएड हार्मोन होगा, तो बोन लॉस होने की संभावना महिलाओं में अधिक होती है। फूड इनटेक कम करना, ईटिंग डिसऑर्डर और हद से ज्यादा वजन कम होने से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। कुछ खास तरह की दवाओं के सेवन से भी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। 

कैल्शियम जरूर करें डाइट में शामिल....

कैल्शियम के सेवन से भी हड्डियां मजबूत रहती हैं। 19 से 50 वर्ष की आयु के वयस्कों और 51 से 70 वर्ष की आयु के पुरुषों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है। वहीं, 51 वर्ष की उम्र की महिलाओं और 71 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों के लिए 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।कैल्शियम का मुख्य स्रोत डेयरी प्रोडक्ट्स, बादाम, ब्रोकली, केल, सार्डिन्स, सोया प्रोडक्ट्स जैसे टोफू आदि हैं।

विटामिन- डी की कमी ना होने दें...
कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए शरीर को विटामिन डी की जरूरत होती है। ऐसे में विटामिन डी का सेवन प्रतिदिन बहुत जरूरी है। विटामिन- डी के मुख्य स्रोत हैं ऑयली फिश जैसे टूना, सैल्मन, व्हाइटफिश, मशरूम, अंडा, फोर्टिफाइड फूड्स जैसे दूध, अनाज आदि. इनके अलावा, विटामिन- डी का सबसे जरूरी सोर्स है धूप, इसलिए सुबह में कम से कम 10 से 15 मिनट धूप में जरूर बैठें‌।

डेली रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी हो शामिल...

वजन कम करने वाले एक्सरसाइज जैसे चलना, टहलना और सीढ़ियां चढ़ना-उतरना आपको मजबूत हड्डियां बनाने और बोन लॉस को धीमा करने में में मदद कर सकते हैं।

स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन करें कम...
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए धूम्रपान न करें।महिलाओं को प्रतिदिन एक से अधिक गिलास शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, पुरुषों को एक दिन में दो से अधिक पेग शराब पीने से बचना चाहिए।

सब्जियां खाएं हड्डियों को मजबूत बनाएं...
चाहते हैं लंबी उम्र तक आपको घुटनों में दर्द ना हो, आराम से चल-फिर सकें, दौड़ सकें, तो आज से ही डाइट में हर तरह की सब्जियों को शामिल करना शुरू कर दें। सब्जियां हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैंं। इनमें विटामिन सी होता है, जो हड्डियों को फॉर्म करने वाली कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाता है। विटामिन सी का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव हड्डियों की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैंं। साथ ही सब्जियां हड्डियों की घनत्वता को भी बढ़ाती हैं।

नमक का सेवन सीमित करें...
नमक का सेवन बहुत अधिक ना करें‌। आजकल लोग जंक फूड्स, चिप्स, पिज्जा, बर्गर, चीज, प्रॉसेस्ड फूड्स आदि चीजों का सेवन अधिक करते हैंं। इनमें नमक अधिक होता है। कुछ लोग भोजन में ऊपर से भी नमक डाल लेते हैं, ऐसा करने से हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। सीमित मात्रा में नमक का सेवन करेंगे तो ब्लड प्रेशर भी हाई नहीं होगा। साथ ही सोडा ड्रिंक्स और कैफीन भी अधिक लेना बोन हेल्थ के लिए हानिकारक होता है। इनमें फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों के लिए सही नहीं होता है।

विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत हैं सूर्य की रोशनी

विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत हैं सूर्य की रोशनी  

सरस्वती उपाध्याय         
हमारी बेहतर सेहत के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की दैनिक आवश्यकता होती है। विटामिन-डी उनमें से एक है। सूर्य की रोशनी को विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। यही कारण है कि सभी लोगों को रोजाना सुबह की हल्की धूप में वॉक करने की सलाह दी जाती है। सूर्य की रोशनी सिर्फ विटामिन-डी के लिए ही नहीं, शरीर के लिए कई अन्य प्रकार से भी लाभदायक मानी जाती है। रोजाना सूर्य के प्रकाश में कुछ समय बिताने की आदत आपके सेहत को गजब का बूस्ट दे सकती है। आइए सूर्य के प्रकाश से होने वाले विभिन्न स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से जानते हैं...

हड्डियों के लिए फायदेमंद...
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन-डी की आवश्यकता होती है। सूर्य की रोशनी इसका सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती है। विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम की उचित मात्रा बनाए रखने में सहायक है, ऐसे में सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना आपके लिए विशेष लाभप्रद हो सकता है। कैल्शियम, हड्डियों को मजबूत करने, पतले होने और आसानी से टूटने से बचाने में सहायक है।

मूड विकारों को कम करती है...
सूर्य की रोशनी का संपर्क आपके मूड को बेहतर बनाए रखने में सहायक है। धूप, आपके शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाती है। सेरोटोनिन, एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड को खुश रखने में मददगार मानी जाती है। मन को शांत रखने और ध्यान केंद्रित करने में इसका लाभ है।
सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ावा देने में काफी मददगार हो सकता है। विटामिन-डी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, और सूरज की रोशनी के लगातार संपर्क में रहने से आप इसे बेहतर बनाए रखने में सफल हो सकते हैं। स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली सर्जरी के बाद बीमारी, संक्रमण, कुछ प्रकार के कैंसर, कोरोना संक्रमण आदि के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।

व्हाट्सएप का नया फीचर, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट

व्हाट्सएप का नया फीचर, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट   

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। व्हाट्सएप अपने ग्लोबल यूजर्स के चैटिंग एक्सपीरियंस को पहले से और बेहतर बनाने के लिए नए-नए फीचर लाता रहता है। इसी कड़ी में अब कंपनी व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा एक बेहद सुविधाजनक और काम का फीचर लाई है। इस फीचर का नाम क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट हैं। नए फीचर की मदद से यूजर किसी भी कॉन्टैक्ट के साथ शॉर्टकट के जरिए तुरंत ग्रुप बना सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट का ऑप्शन यूजर्स को कॉन्टैक्ट इन्फो सेक्शन में मिलेगा। बताया जा रहा है कि शॉर्टकट पर टैप करने के साथ ही वॉट्सऐप ऑटोमैटिकली उस कॉन्टैक्ट को एक नया ग्रुप बनाने के लिए ऐड कर लेगा। 
यह ग्रुप तुरंत नहीं नहीं क्रिएट होगा क्योंकि इसके लिए आपको इसमें और मेंबर्स को भी ऐड करना होगा। यह शॉर्टकट आपको तभी नजर आएगा, जब आपका और उस कॉन्टैक्ट का कोई कॉमन ग्रुप होगा। ऐंड्रॉयड बीटा वर्जन 2.22.9.13 के लिए रोलआउट कर रही है। ऐसे में यह अभी ज्यादा यूजर्स तक नहीं पहुंच पाया है। बग फिक्स के बाद कंपनी आने वाले कुछ हफ्तों में इसके स्टेबल अपडेट को रोलआउट कर सकती है। कुछ दिन पहले कंपनी ने कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए ऐप लैंग्वेज को चेंज करने का फीचर रोलआउट किया था। हालांकि, अब इसे कुछ वजहों के कंपनी ने डिसेबल कर दिया है। माना जा रहा है कि ऐप लैंग्वेज चेंज करने वाले इस फीचर में कुछ खामियां हैं, जिन्हें ठीक करके कंपनी इसे फिर से रिलीज करेगी।

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