शनिवार, 26 मार्च 2022

कक्षा-12 के बच्चों की विदाई पार्टी का आयोजन

कक्षा-12 के बच्चों की विदाई पार्टी का आयोजन   
राजू सक्सेना 
कौशाम्बी। भवन्स मेहता विद्याश्रम भरवारी स्कूल में कक्षा-12 के बच्चों की विदाई पार्टी का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा 11 के छात्रों ने कक्षा 12 के छात्रों  को सांस्कृतिक कार्यक्रमो के साथ विदाई दी। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य संजय कुमार श्रीवास्तव नें दीप प्रज्वलित करके किया। प्रधानाचार्य संजय कुमार श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में छात्रों को निरंतर आगे बढ़ने की सलाह देते हुए भविष्य में और भी बेहतर करने की शुभकामनाएं देते सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम के दौरान विदाई में अनेक गेम प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।छात्रों ने ग्रुप डांस करके सभी का मन मोह लिया। शनिवार के कार्यक्रम में दीपक पाल को मिस्टर बीएमवी तथा शिखा पांडेय को मिस बीएमवी चुना गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कक्षा 11 के छात्रों का सहयोग रहा। इस अवसर पर स्कूल के समस्त अध्यापक व अध्यापिकाएं मौजूद रहे कार्यक्रम का संचालन गरिमा सिंह और अन्जली भारती ने किया बिदाई समारोह के अवसर पर सुधाकर सिंह,अनिल मिश्रा,अवधेश मिश्रा,रामसनेही श्रीवास्तव,सुशील श्रीवास्तव आर0के0सिंह,नागेन्द्र,शिवम केसर्वानी,रश्मी,रजनी,पूनम साहिबा दीपाली,सीता,खुशबू सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

पूर्व सीएम समेत 6 लोगों को 1 साल की सजा सुनाई

पूर्व सीएम समेत 6 लोगों को 1 साल की सजा सुनाई 

मनोज सिंह ठाकुर        
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को उज्जैन मारपीट मामलें में 1 साल की सजा सुनाई है। इंदौर जिला न्यायालय ने करीब एक दशक पुराने मामले में शनिवार को फैसला सुनाया है। हालांकि कोर्ट से उन्हें जमानत मिल सकती है।
जिला न्यायालय ने अपने फैसले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू समेत 6 लोगों को एक साल की सजा और 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। कोर्ट में फिलहाल जमानत की कार्यवाही जारी है। बता दें कि कोर्ट ने अपने फैसले में अन्य तीन आरोपी महेश परमार, हेमंत सिंह चौहान और मुकेश भाटी को बरी कर दिया। जबकि दिग्विजय सिंह, प्रेमचंद गुड्डू, जय सिंह दरबार, अनंत नारायण मीणा, असलम लाला और दिलीप चौधरी को 1 साल का कारावास और 5 हजार का जुर्माना लगाया है।
मामला 17 जुलाई 2011 का है, जब दिग्विजय सिंह उज्जैन में एक निजी होटल के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे। यहां सिंह के काफिले को भाजयुमो कार्यकर्ता काले झंडे दिखा रहे थे। इसी दौरान दिग्विजय सिंह के समर्थकों और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई थी।

घटना के बाद पुलिस ने कांग्रेस के 4 नेताओं जयसिंह दरबार (वर्तमान में बीजेपी नेता), अनंत नारायण मीणा, मुकेश भाटी और असलम लाला पर केस दर्ज किया था। बाद में दिग्विजय सिंह और सांसद प्रेमचंद गुड्डू पर भी मामला दर्ज हुआ। दरअसल, थाने में FIR दर्ज होने के बाद शासन की ओर से कोर्ट में अर्जी दायर कर मामले में दिग्विजय सिंह, प्रेमचन्द्र गूड्डू, हेमंत चौहान और दिलीप चौधरी को भी आरोपी बनाने की मांग की गई थी।
भाजयुमो कार्यकर्ता जयंत राव की शिकायत पर जीवाजी गंज थाने उज्जैन में मामला दर्ज हुआ था। दिग्विजय सिंह पर एक भाजयुमो कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने का आरोप था। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ता अमय आप्टे ने स्वयं पर जानलेवा हमले की कोशिश के भी आरोप लगाए थे।
हमारी नजर में आम आदमी की आवाज जब होती है बेअसर तभी बनती है बड़ी खबर। पूरब हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण सियासत का गलियारा हो या गांव गलियों का चौबारा हो सारी दिशाओं की हर बड़ी खबर, खबर के पीछे की खबर और एक्सक्लूसवि विश्लेषण का ठिकाना है TheRuralPress सटीक सूचना के साथ उसके सभी आयामों से अवगत कराना ही हमारा लक्ष्य है। ग्लैमर दुनिया, जुर्म की गली हो या खेल गांव, टेकनोलॉजी हो या किसी मुद्दे पर बेबाक राय सब कुछ इसी प्लेटफॉर्म पर। हम बताएंगे इतिहास के कुछ ऐसे किस्से जिनसे आप हिल जाएंगे। TRP के इरादे हैं आपको खबर के हर उस पहलू से रू-ब-रू कराने के, जो आपके लिए जरूरी हैं।

सीएम व राज्यपाल ने 'राष्ट्रपति' का स्वागत किया

सीएम व राज्यपाल ने 'राष्ट्रपति' का स्वागत किया      

अकांशु उपाध्याय/पंकज कपूर         
नई दिल्ली/देहरादून। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को देहरादून पहुंच गए हैं। शनिवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति शनिवार रात राजभवन में बिताएंगे, जबकि कल उन्हें शांतिकुंज हरिद्वार के समारोह में भाग लेना है। राष्ट्रपति के 27 मार्च को दिव्य प्रेम सेवा मिशन सेवाकुंज के भ्रमण कार्यक्रम के दृष्टिगत जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा तृप्ति भट्ट ने शुक्रवार को बीएचईएच हेलीपैड, सेवाकुंज आश्रम चंडीघाट, समस्त मुख्य मार्ग, कंटीजेंसी मार्ग एवं सेफ हाउस में सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
अधिकारियों की टीम ने पहले बीएचईएच स्थित हेलीपैड का बारीकी से जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। तृप्ति भट्ट ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से हेलीपैड की व्यवस्था, पेड़ों की लॉपिंग, झाड़ियों को साफ किया जाना आदि के संबंध में जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश दिए।
 अधिकारियों से ब्लड ग्रुप, डॉक्टरों की ड्यूटी, कंटीजेंसी अस्पताल आदि के संबंध में भी चर्चा की। इसके पश्चात बीएचईएल स्थित त्रिशूल गेस्ट हाउस में एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें हेलीपैड की सुरक्षा-व्यवस्था, उपकरणों के चेकिंग की क्या व्यवस्था होगी, कोविड-19 के नियमों का पालन करना, सुरक्षा व्यवस्था आदि के बारे में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। मौके पर सीडीओ सौरभ गहरवार, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पीएल शाह आदि मौजूद रहे।

असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर व हेड कांस्टेबल के पदों पर भर्ती

असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर व हेड कांस्टेबल के पदों पर भर्ती   

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल के पदों पर बंपर भर्ती निकाली गई है। इसके लिए योग्य और इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। उम्मीदवार आधिकारीक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 अप्रैल 2022 है। इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती के इन पदों के लिए रजिस्टर्ड डाक के जरिए भी आवेदन कर सकेंगे।एएसआई के लिए अभ्यर्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से स्नातक होना जरूरी है। वहीं हेड कांस्टेबल पद के लिए अभ्यर्थी को 12वीं पास होना जरूरी है। इस भर्ती के तहत इन पदों के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार इस बात का ध्यान रखें की उनकी आयु  56 वर्ष के अधिक न हो। इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए गए नोटिफिकेशन को देख सकते हैं।

इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन फॉर्म को भरकर उसके साथ जरूरी दस्तावेजों की प्रति संलग्न करें। इसके बाद दिए गए पते – एसपी (एडमिन), एनआईए मुख्यालय, अपोजिट सीजीओ कम्प्लेक्स, लोदी रोड, नई दिल्ली – 110003 पर भेज भेज दें। ध्यान रखें, कि दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियां ही भेजें। इस भर्ती के तहत पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा लिखित परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवारों को ही इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

जापान में बिकने वाले खरबूजों की लाखों में कीमत

जापान में बिकने वाले खरबूजों की लाखों में कीमत  

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव         
नई दिल्ली/टोक्यो। भारत में आजकल खरबूजे और तरबूज का मौसम चल रहा है। इस मौसम में इनका भाव रेट 40 से ₹80 प्रति किलोग्राम के आस-पास होता है, लेकिन जापान में बिकने वाले खरबूजों की कीमत लाखों में है। दरअसल, जापान में हमेशा से खरबूजे को एक लग्जरी फ्रूट्स में माना गया है। वैसे सिर्फ खरबूजा ही नहीं, बल्कि दूसरे फल भी यहां काफी महंगे हैं।
सबसे पहले तो यह पढ़कर आपके दिमाग में ख्याल आया होगा कि ऐसे फल को खाने से अच्छा हीरा ही खरीद लें, कम से कम उसमें मुनाफा तो मिलेगा। लेकिन क्या आपको पता है, जापान में इस फल के लिए लोग नीलामी तक करवाते हैं।
भारत में लोग जहां एक-दूसरे के घर जाते हैं तो महंगे महंगे गिफ्ट ले जाते हैं, लेकिन वहीं जापान में लोग एक दूसरे को तोहफे के तौर पर फल देना पसंद करते हैं। अब आप सोच रहे होंगे की जापान में ऐसा क्या है कि फल इतने महंगे होते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसा कौन सा खरबूजा है जिसकी कीमत सोने से भी ज्यादा है।
दुनिया के सबसे महंगे फलों में शामिल इस फल का नाम है युबरी खरबूजा, लेकिन इस फल की खेती सिर्फ जापान में ही होती है। 
इसके साथ ही इस फल को दूसरे देशों में कम ही निर्यात किया जाता है। इस फल की सबसे खास बात यह है कि इस फल को सीधे सूरज की रोशनी में यानि कि सीधे खेत में नहीं उगाया जाता, बल्कि ग्रीन हाउस में उगाया जाता है।
दरअसल यहां के किसान फल के आकार को लेकर बहुत ध्यान देते हैं। अगर फल सही आकार का नहीं होता तो उसे इस्तेमाल में नहीं लाते हैं। उदाहरण के तौर पर होक्काइडो खरबूजे को तभी अच्छा माना जाता है, जब यह खरबूजा आकार में पूरी तरह से गोल दिखाई देता हो। इसके अलावा उसका वजन भी तय मानक में होना चाहिए। जापान में यही चीज दूसरे फलों के साथ भी लागू होती है।

30 सालों में 5,000 से अधिक बाहरी ग्रहों को खोजा

30 सालों में 5,000 से अधिक बाहरी ग्रहों को खोजा   

अखिलेश पांडेय          
वाशिंगटन डीसी। ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने के लिए वैज्ञानिक लगातार शोध कर रहे हैं। इस दौरान वैज्ञानिकों ने कई खोजें की हैं। जो दुनिया को हैरत में डालती हैं। अब इस बीच नासा के वैज्ञानिकों ने सबसे बड़ी खोज की है। उन्होंने ऐसे ग्रहों का पता लगाया है, जो सूर्य की प्रक्रिमा करते हैं। यह ग्रह अरबों किमी की दूरी पर स्थित हैं। सौर मंडल का निर्माण ये ग्रह मिलकर करते हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पता लगाया है कि सौर मंडल के बाहर भी कई ग्रह मौजूद हैं। नासा की तरफ से 21 मार्च 2022 तक 65 नए एक्सोप्लैनट्स का पता लगाया गया है। नासा ने बताया कि एजेंसी ने इसके साथ ही 30 सालों में 5,000 से अधिक बाहरी ग्रहों को खोजा है। नासा एक्सोप्लैनेट आर्काइव में इसकी जानकारी को रखा गया है। इसके बाद यहीं पर एक्सोप्लैनेट्स के बारे में पीयर रिव्यू होता है। कई तरह की जांच की जाती है।
अंतरिक्ष की खोज में नासा के लिए यह एक मील का पत्थर है। नासा ने जिन एक्सोप्लैनेट्स की खोज की है उनमें से कुछ छोटे और पथरीले हैं। इनमें से कुछ धरती, बड़े गैसे के गोले,  बृहस्पति और कुछ सूरज की तरह बेहद गर्म हैं। इनमें कुछ धरती से कई गुना बड़े हैं जहां जीवन की संभावना हो सकती है जबकि कुछ बेहद छोटे हैं। नासा ने जिन 65 नए ग्रहों को रिसर्च के लिए खोजा है उन पर पानी, सूक्ष्मजीव या जीवना की संभावना हो सकती है। नासा की इस खोज को बहुत बड़ी खोज माना जा रहा है। नासा का कहना है कि यह सिर्फ संख्या नहीं है, बल्कि ये सभी एक नई दुनिया हैं और नए ग्रह हैं। हम लोगों को हर नए ग्रह के बारे में जानकर खुशी होती है, लेकिन हम इन ग्रहों के बारे में कुछ नहीं जानते। इन पर शोध किया जा रहा है। नासा का कहना है कि 5000 एक्सोप्लैनेट की संरचना और विशेषताएं अलग-अलग तरह की हैं। नासा के वैज्ञानिक का कहना है कि हम जानते हैं कि आकाशगंगा में ग्रहों की संख्या करोड़ों में है। साल 1992 में इनकी खोज शुरू हुई थी। इसकी खोज तब शुरू की गई जब एक नए तारे का पता लगा। इसके साथ एक न्यूट्रॉन स्टार मिला जिसे पल्सर कहा जाता है। यह तेजी से घूमते हैं और तरंगे छोड़ते नजर आते हैं फिर अचानक गायब हो जाते हैं। सेकेंड्स के अंतर पर दिखने वाली रोशनी की गणना करने के बाद ग्रहों की तलाश शुरू हुई थी। नासा ने साल 2018 में द ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) को लॉन्च किया था जिसने एक्सोप्लैनेट खोजने में सहायता की। जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) भविष्य में अंतरिक्ष में मौजूद ग्रहों और तारों की खोज करेगा। यह भी पता लगाएगा कि उन पर जीवन संभव है या नहीं।

रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहन

रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहन    

दुष्यंत टीकम          
रायपुर। छत्तीसगढ़ की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था को उद्योगों से जोड़ने की पहल नई उद्योग नीति में की गई है। राज्य में कृषि उत्पादनों और वनोपजों के वैल्यूएडिशन के जरिए भी लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य में पिछड़े वर्गों को उद्योगों से जोड़ने के नये प्रावधान भी किए गए हैं। राज्य में उद्योग हितैषी नीतियों के कारण नये-नये उद्योगों की स्थापना हो रही है। युवाओं को उद्यमियता से जोड़ने के लिए नये स्टार्टअप विशेष प्रोत्साहन पैकेज दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में निवेश प्रोत्साहन को बढ़ावा दिया जा रहा है। कोर सेक्टर के साथ ही नये क्षेत्रों में भी उद्यमियों को आकर्षित किया जा रहा है। विगत 3 वर्षों में कुल एक हजार 751 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुई है, जिसमें 19550.72 करोड़ रूपए का निवेश किया गया है। इससे 32 हजार 912 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इस दौरान कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित 478 इकाईयां स्थापित हुई है, जिसमें कुल 1167.28 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है तथा 6319 व्यक्तियों को रोजगार भी मिला है।
किसानों की फसल का वैल्यूएडिशन कर नये उत्पाद तैयार करने के लिए 200 फूड पार्कों की स्थापना के लिए काम शुरू कर दिया गया है। लगभग 110 फूड पार्कों के लिए जमीन का चिन्हांकन एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में फुडपार्क स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है, आने वाले वर्षों में राज्य में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित कई उद्योग भी स्थापित होंगे और जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
छत्तीसगढ़ खाद्य प्रसंस्करण मिशन योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण सहायता अनुदान के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 14 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। इस योजना के तहत उद्योगों का उन्नयन, स्थापना, आधुनिकीकरण तथा उद्यानिकी एवं गैर उद्यानिकी दोनों क्षेत्रों में कोल्ड चेन, मूल्य संवर्धन एवं संरक्षण अधोसंरचना का विकास, प्रसंस्करण केंद्र व संग्रहण केंद्र भी योजना में सम्मिलित है।
सहकारिता के क्षेत्र में देश में पहली बार पीपीपी मोड पर कंवर्धा जिले के भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने में एथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए अनुबंध किया गया है। इसी प्रकार कोण्डागांव जिले के कोकड़ी गांव में प्रस्तावित मक्का प्रसंस्करण ईकाई में मक्का आधारित एथेनॉल संयंत्र की स्थापना का निर्णय लिया गया है।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिला वर्ग के उद्यमियों के लिए स्वयं का उद्योग स्थापित करने हेतु अंशपूंजी सहायता के रूप में अनुदान योजना लागू की गई है। अन्य पिछड़ा वर्ग के उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में 10 प्रतिशत भूमि आरक्षित करने का निर्णय लिया गया है। राज्य के बंद एवं बीमार उद्योगों को क्रय किए जाने पर नवीन पंजीयन के साथ ही अनुदान एवं छूट की भी पात्रता देने का निर्णय लिया गया है।
नए उद्योग की स्थापना के लिए जनवरी 2019 से फरवरी 2022 तक कुल 167 एमओयू किए गए हैं। जिनमें 78 हजार करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है। जिसके तहत 90 इकाइयों ने उद्योग स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक 2,750 करोड़ रूपए से अधिक का निवेश किया गया है। कुछ इकाइयों ने व्यवसायिक उत्पादन प्रारंभ कर दिए हैं।
औद्योगिक नीति 2019-24 में स्टार्टअप इकाईयों को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य स्टार्टअप पैकेज लागू की गई है। जिसके तहत विगत 3 वर्षों में 508 स्टार्टअप इकाईयां पंजीकृत हुई है। भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त इकाइयों को छत्तीसगढ़ में स्थापित होने पर विशेष प्रोत्साहन पैकेज देने की घोषणा की गई है। इसके तहत ब्याज अनुदान, स्थाई पूंजी निवेश अनुदान, विद्युत शुल्क पर छूट, स्टांप शुल्क में छूट, परियोजना प्रतिवेदन में छूट इत्यादि छूट प्रदान की जा रही है।

औद्योगिक नीति 2019-24 के अंतर्गत 16 प्रमुख से एमएसएमई सेवा श्रेणी उद्यमों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, सेवा केंद्र बीपीओ 3 डी प्रिंटिंग, बीज ग्रेडिंग इत्यादि सेवाओं को सामान्य श्रेणी के उद्योगों की भांति औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन दिए जाने का प्रावधान किया गया है। महिला स्व-सहायता समूह एवं तृतीय लिंग के उद्यमियों को उद्योग निवेश प्रोत्साहन हेतु पृथक से वर्गीकृत किया गया है। इसके अलावा मेडिकल एवं लेबोरेटरी उपकरण, मेडिकल ऑक्सीजन गैस, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, फेस मास्क, कोविड जैसे संक्रमण वाली बीमारियों के टेस्ट में उपयोग होने वाले उपकरण, टीका बनाने के उपकरण को प्राथमिकताओं वाली उद्योगों की भांति औद्योगिक निवेश प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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