रविवार, 13 फ़रवरी 2022

76 सपाइयों ने 'भाजपा' की सदस्यता ग्रहण की

76 सपाइयों ने 'भाजपा' की सदस्यता ग्रहण की   

संदीप मिश्र     

अमेठी। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव के ऐन वक्त अमेठी में समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी ने करारा झटका दिया है। एक साथ 76 सपाइयों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए भगवा चोला धारण कर लिया है। पार्टी में शामिल हुए यह सभी लोग अब बीजेपी प्रत्याशी के लिए जनता के बीच जाकर वोट मांगेंगे। दरअसल, अमेठी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजय सिंह की ओर से कस्बा स्थित दद्दन सदन कार्यालय में भाजपा का सदस्यता अभियान चलाया गया था। जिसमें अमेठी विधानसभा क्षेत्र के कई बड़े चेहरों ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर संजय सिंह के नेतृत्व को समर्थन देते हुए बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। 

इस सदस्यता अभियान में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने अपने 76 समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए भगवा चोला धारण कर लिया है। इसके अलावा भादर ब्लाक के सपा नेता एवं जिला कार्यकारिणी के सदस्य महेंद्र प्रताप सिंह ने भी दो दर्जन लोगों के साथ पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।


पाकिस्तान: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज

पाकिस्तान: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज  


सुनील श्रीवास्तव      

इस्लामाबाद। पाकिस्तान वित्तीय संकट से जूझ रहा हैं। पाकिस्तान में महंगाई लोगों की कमर तोड़ रहीं है। इस बीच इतिहास में पहली बार पेट्रोल की कीमत 150 रुपए प्रति लीटर पहुंचने की उम्मीद है। बता दें कि 1 फरवरी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का दौर जारी है। जिसके बाद पेट्रोल के दाम 147 रुपए के पार पहुंच गया है। यही स्थिति रहा तो इसी महीने दाम 150 रुपए के पार हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर इमरान सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों का बोझ उपभोक्ताओं पर डालने का फैसला करती है, तो संभावना जताई जा रही है कि 16 फरवरी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 13 रुपये और 18 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है।

जानकारी के अनुसार, वर्तमान में पाकिस्तान में पेट्रोल 147.83 रुपये प्रति लीटर, हाई-स्पीड डीजल  144.62 रुपये और हल्का डीजल तेल 114.54 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। दूसरी ओर वित्त मंत्री भी लोगों को महंगाई को लेकर अलर्ट कर रहे हैं। मंत्री ने दाम बढ़ने को लेकर संकेत दिए हैं। कहा जा रहा है कि “अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी देखी जाती है, तो सरकार को लोगों पर बोझ डालना होगा।” बढ़ती महंगाई के इस दौर में अब विपक्षी गठबंधन “मुद्रास्फीति विरोधी” का आयोजन करने वाली है। बढ़ती महंगाई के विरोध में यह मार्च निकाला जाएगा।


सास-ससुर को गोलियों से भूनकर उतारा मौंत के घाट

सास-ससुर को गोलियों से भूनकर उतारा मौंत के घाट   

संदीप मिश्र     

कासगंज। पत्नी को नहीं भेजने के विवाद में सास-ससुर को गोलियों से भून कर दामाद ने दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया और आराम के साथ मौके से फरार हो गया। दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक ने पुलिस की तीन टीमों का गठन करते हुए आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।

बताया जा रहा है कि कासगंज जनपद की सोरों कोतवाली क्षेत्र के अमित उपाध्याय का अपनी सास सुमन तिवारी एवं ससुर गोपाल तिवारी के साथ पारिवारिक मामले को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार को हथियारों से लैस होकर पहुंचे दामाद ने ससुराल में अपने सास-ससुर को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया और मौके से फरार हो गया। दिनदहाड़े गोलियां चलने की आवाज को सुनकर गांव में दहशत पसर गई। आरोपी के मौके से भागने के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने गोली लगी सास और ससुर को उठाया, लेकिन सास सुमन तिवारी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। आनन-फानन में ससुर गोपाल तिवारी को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। 

दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स को साथ लेकर कोतवाल मौके पर पहुंचे और मृतकों के शव कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की। उधर पुलिस अधीक्षक कासगंज रोहन प्रमोद बोत्रे ने दोहरे हत्याकांड के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसओजी, सर्विलांस एवं स्थानीय पुलिस की तीन टीमें गठित करते हुए आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अमित उपाध्याय जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ का रहने वाला है और 4 साल पहले ही उसकी शादी कासगंज की रमा के साथ हुई थी। आरोप है कि अमित उपाध्याय हमेशा शराब के नशे में धुत रहकर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। पति की आए दिन की मारपीट से तंग आई रमा 15 दिन पहले ही अपनी ससुराल से मायके चली आई थी। आज अमित उपाध्याय अपनी पत्नी को लेने के लिए ससुराल आया था और पत्नी को साथ ले जाने की जबरदस्ती करने पर जब सास ससुर ने आरोपी का विरोध किया तो उसने गोलियों से भूनकर दोनों की दिनदहाड़े हत्या कर दी।

मुंबई: अभिनेत्री माधुरी का डांस वीडियो वायरल हुआ

मुंबई: अभिनेत्री माधुरी का डांस वीडियो वायरल हुआ  


कविता गर्ग    

मुंबई। बॉलीवुड की ‘धक-धक’ गर्ल के नाम से मशहूर अभिनेत्री माधुरी दीक्षित आजकल खूब सुर्खियों में हैं। उन्हें टीवी पर तो अक्सर देखा जाता रहा है। लेकिन लेकिन अब वो वेब की दुनिया में भी नजर आने वाली हैं। वो जल्द ही संजय कपूर और मानव कौल के साथ ‘द फेम गेम’ सीरीज में नजर आने वाली हैं। माधुरी के पति श्रीराम नेने का हाल ही में बर्थडे था। जिसे माधुरी ने बड़े धूमधाम से मनाया। इस बर्थडे पार्टी में कई बॉलीवुड सेलेब्स भी शामिल हुए थे। इस बर्थडे पार्टी में माधुरी और उनके पति का डांस वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

इस वीडियो में माधुरी और डॉ श्रीराम नेन ’तम्मा तम्मा’ सॉन्ग पर जबरदस्त डांस किया। माधुरी के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी और उनके पति पूरे मस्ती के मूड में नजर आ रहे थे। इनदोनों की बर्थडे पार्टी की तस्वीर शेयर कर डायरेक्टर फराह खान ने उन्हें बर्थडे की शुभकामनाएं दी हैं और उनके इस बॉन्डिंग को कपल गोल बताया है। माधुरी दीक्षित के एक फैन इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है। जिसमें ये माधुरी और उनके पति श्रीराम नेने डांस करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो पर लोगों को खूब प्रतिक्रिया भी आ रही है। माधुरी के पति के इस बर्थडे पार्टी में फराह खान, जेनेलिया डिसूजा, रितेश देशमुख, संजय कपूर और कई बॉलीवुड सेलेब्स शामिल हुए थे। इस वीडियो में माधुरी अपने पति के साथ ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ फिल्म के गाने ‘ तम्मा तम्मा’ पर डांस करते दिख रहे हैं। जो इस समय खूब वायरल हो रही है।

मशहूर डायरेक्टर फराह खान ने इस वीडियो को अपनी स्टोरी पर शेयर करते हुए लिखा कि जन्मदिन की बधाई राम, माधुरी दीक्षित को सीरियस कंपीटिशन दे रहे हैं। आगे उन्होंने हैशटैग में कपल गोल लिखा। शनिवार को माधुरी ने एक पोस्ट करके अपने पति को बर्थडे की बधाई दी थी। इसमें उन्होंने लिखा था कि मेरे पति, मेरे दोस्त, मेरे कॉन्फिडेंट, मेरे दिल और दुनिया के बेस्ट पिता को हैप्पी बर्थडे। आपको बता दें, कुछ ही दिन पहले माधुरी की आने वाली सीरीज ‘द फेम गेम’ का ट्रेलर रिलीज किया गया है। इसमें माधुरी लीड रोल में नजर आने वाली हैं इसमें उनके साथ संजय कपूर और मानव कौल भी दिखाई देंगे। ये नेटफ्लिक्स की ओरिजनल सीरीज है।माधुरी एक लंबे गैप के बाद फिर से फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव नजर आई है।

मिठाई की 2 दुकानों में लगीं आग, कोई हताहत नहीं

मिठाई की 2 दुकानों में लगीं आग, कोई हताहत नहीं   

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में रविवार को एक-दूसरे से सटी मिठाई की दो दुकानों में आग लग गई। जिसके बाद वहां फंसे तीन व्यक्तियों को बचाया गया। अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आग को बुझा दिया गया है और घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। दिल्ली अग्निशमन सेवा के महानिदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि पूर्वाह्न करीब पौने ग्यारह बजे आग लगने के बारे में सूचना मिली और पांच दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।

उन्होंने कहा कि, आग दो दुकानों में लगी थी। अंदर फंसे तीन व्यक्तियों को हमारी टीम ने बचाया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है और आग पौने बारह बजे तक बुझा दी गई। गर्ग ने कहा कि आग लगने की वजह का पता लगाया जा रहा है।

डाक विभाग के समावेशन संबंधी लक्ष्यों को मजबूती

डाक विभाग के समावेशन संबंधी लक्ष्यों को मजबूती   

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। डाक विभाग के सचिव विनीत पांडेय ने कहा है कि बजट आवंटन से डाक विभाग के वित्तीय समावेशन संबंधी लक्ष्यों को मजबूती मिलेगी और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए बैंकिंग की सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू किया जा सकेगा। बजट घोषणाओं के अनुसार, 2022 में सभी 1.5 लाख डाकघरों को कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा, जिससे फाइनेंशियल इनक्लूजन, नेट बैंकिंग  मोबाइल बैंकिंग  एटीएम के जरिये खातों तक पहुंच संभव हो सकेगी। इस कदम से डाकघर खातों और बैंक खातों के बीच पैसा का ऑनलाइन ट्रांसफर भी हो सकेगा। इससे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों और वरिष्ठ नागरिकों को काफी सुविधा मिलेगी।
डाक विभाग के लिए सकल बजटीय समर्थन वित्त वर्ष 2021-22 में 35,173.27 करोड़ रुपये (बजट अनुमान) के मुकाबले 2022-23 के लिए 36,395.89 करोड़ रुपये तय किया गया है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए शुद्ध बजटीय आवंटन 20,820 करोड़ रुपये है, जो 2021-22 में 16,528.22 करोड़ रुपये (बजट अनुमान) था।
 कहा, हमारे ज्यादातर लाभार्थी या हमारे ग्राहक दूसरी और तीसरी श्रेणी के क्षेत्रों से हैं। इनमें विशेष रूप से महिलाएं, किसान, कारीगर, वरिष्ठ नागरिक हैं। अब इन्हें वे सभी लाभ मिल सकेंगे, जिन्हें उद्योग में सर्वोत्तम माना जाता है। बैंकिंग उद्योग की सर्वोत्तम सुविधाएं अब डाकघर के ग्राहकों के लिए भी उपलब्ध होंगी।
पांडेय ने कहा कि डाकघर से अब पारंपरिक भूमिका के मुकाबले कहीं अधिक अपेक्षाएं हैं और डाक विभाग अपने डिजिटल और विशाल भौतिक नेटवर्क का पूरी तरह फायदा उठा रहा है।
उन्होंने कहा, इस बजट का लक्ष्य भी यही है। यह हमें इन उद्देश्यों को आगे बढ़ने के लिए एक आधार देता है और अब इसमें सभी प्रकार की सेवाओं को शामिल करना संभव है। जब आप वित्तीय समावेशन की बात करते हैं, तो डाकघर बचत एजेंसी के अलावा यह बीमा हो सकता है, प्रत्यक्ष हस्तांतरण जैसी अन्य चीजें भी हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि डाक विभाग विभिन्न प्रकार की वित्तीय सेवाओं के लिए खुद को तैयार कर रहा है।
डाक विभाग वर्तमान में मेल और पार्सल सेवाओं जैसी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। डाकघर बचत योजनाएं मनी ऑर्डर  और भारतीय पोस्टल ऑर्डर  डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा
इसकी अन्य सेवाओं में डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र आधार नामांकन और अपडेशन सुविधा, रेलवे यात्री आरक्षण सुविधा, कॉमन सर्विस सेंटर उपयोगिता बिल भुगतान आदि शामिल हैं।

'राष्ट्रपति' ने रामानुजाचार्य प्रतिमा का अनावरण किया

'राष्ट्रपति' ने रामानुजाचार्य प्रतिमा का अनावरण किया   

तेलांगना। रविवार को राष्ट्रपति कोविंद हैदराबाद का दौरा किया। यहां वह ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ परिसर के पास समाज सुधारक और 11वीं सदी के संत रामानुजाचार्य की स्वर्ण प्रतिमा का अनावरण किया। आयोजकों ने जानकारी दी कि कोविंद रविवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे ‘जीवा’ आश्रम पहुंचे। इससे पहले यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच फरवरी को रामानुजाचार्य की 216 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। जिसे ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ कहा जाता है।

राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी हैदराबाद गए। राष्ट्रपति के दौरे को मद्देनजर राज्य सरकार ने अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने गुरुवार को बीआरकेआर भवन में विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की है। उन्होंने अधिकारियों से सड़कों की मरम्मत, उस मार्ग की बैरिकेडिंग करने के लिए कहा, जिससे राष्ट्रपति का काफिला गुजरेगा और यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा, राष्ट्रपति की हैदराबाद यात्रा को तेलंगाना सरकार की प्रतिष्ठा और दुनियाभर में हैदराबाद की पहचान को और बढ़ाने के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। किसी भी तरह की कमी ना हो इसके लिए अधिकारियों को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। राष्ट्रपति मंदिर का दौरा करने के बाद रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। फिर वह ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ के दर्शन किया।

राष्ट्रपति ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ भी देखने गए। इसे दुनिया की सबसे ऊंची धातु की बैठी हुई मूर्तियों में से एक कहा जाता है। यह प्रतिमा हैदराबाद के बाहरी इलाके में 45 एकड़ के परिसर में स्थित है। इसकी आधारशिला 2014 में रखी गई थी। इस प्रोजेक्ट की लागत 1,000 करोड़ रुपये रही है और यह पैसा दुनियाभर के श्रद्धालुओं से दान के तौर पर आया है। प्रतिमा का निर्माण एक आधार ‘भद्र वेदी’ पर किया गया है, जो 54 फीट लंबा है। स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी का दौरा करने वालों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं।

वित्त वर्ष में 8,000 करोड़ रुपयें की वसूली की उम्मीद

वित्त वर्ष में 8,000 करोड़ रुपयें की वसूली की उम्मीद   

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक को 31 मार्च 2022 को खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण द्वारा समाधान वाले खातों सहित रिटन ऑफ अकाउंट्स से लगभग 8,000 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद है। एसबीआई  ने दिसंबर 2021 को खत्म हुई तीसरी तिमाही के दौरान रिटन-ऑफ अकाउंट्स  से 1,500 करोड़ रुपये की वसूली की और वित्त वर्ष 2021-22 के पहले नौ महीनों अप्रैल-दिसंबर के दौरान कुल वसूली राशि 5,600 करोड़ रुपये रही। बैंक ने निवेशकों के साथ एक बातचीत में यह बात कही है। बैंक ने कहा कि कुल मिलाकर उसे चालू वित्त वर्ष में लगभग 8,000 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद है। इसमें न्यायाधिकरण द्वारा हल किए गए मामलों से वसूल की गई राशि भी शामिल है। इसके चलते बैंक के फंसे हुए कर्ज में भी सुधार हुआ है और 31 दिसंबर 2021 के आखिर में उसका सकल एनपीए घटकर 4.5 फीसदी रह गया, जो सितंबर, 2021 के आखिर में 4.9 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी तिमाही आधार पर 1.52 फीसदी से गिरकर 1.34 फीसदी पर आ गया है।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के आंकड़ों से पता चलता है कि बैंक के प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है। आपको बता दें कि दिसंबर तिमाही में एसबीआई के प्रॉफिट में सालाना आधार पर 62 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है। इस तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 8432 करोड़ रुपए रहा। दिसंबर 2020 तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 5196 करोड़ रुपए रहा था। बैंका प्रदर्शन ज्यादातर सर्वे के मुकाबले बेहतर रहा है। इस तिमाही में बैंक की इंट्रेस्ट इनकम में 4.41 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा 69 हजार 678 करोड़ रुपए का रहा। दिसंबर 2020 में यह आंकड़ा 66 हजार 734 करोड़ रुपए था।

बैंक का नेट इंट्रेस्ट इनकम 6.48 फीसदी के उछाल के साथ 30 हजार 687 करोड़ रुपए रहा। एक साल पूर्व समान तिमाही में बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम 28820 करोड़ रुपए थी। दिसंबर तिमाही के लिए बैंक का स्लीपेज 2334 करोड़ रुपए रहा। कोरोना के कारण पहले और दूसरे चरण के रिजॉल्यूशन प्लान के कारण बैंक का टोटल री-स्ट्रक्चरिंग 32 हजार 895 करोड़ रुपए रहा। डिपॉजिट की बात करें तो इसमें सालाना आधार पर 8.83 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 38 लाख 47 हजार 794 करोड़ रुपए रहा। एडवांस में सालाना आधार पर 8.47 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 26 लाख 64 हजार 602 करोड़ रुपए रहा।

तमिलनाडु के 12 मछुआरों को अरेस्ट किया: श्रीलंका

तमिलनाडु के 12 मछुआरों को अरेस्ट किया: श्रीलंका   

सुनील श्रीवास्तव       

कोलंबो। तमिलनाडु के 12 मछुआरों को उनकी दो नौकाओं से श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया है। रामेश्वरम मछुआरा संघ के अध्यक्ष एन देवदास ने बताया कि ये सभी मछुआरे शनिवार की रात कच्छदिवु और धनुषकोडी के बीच मछली पकड़ने गए थे। इसी दौरान श्रीलंकाई नौसेना के गश्ती दल ने पकड़ लिया है। इससे पहले भी 8 फरवरी को श्रीलंका की नौसेना ने तमिलनाडु के 16 मछुआरों को पकड़ लिया था। क्यू ब्रांच पुलिस के मुताबिक, सोमवार-मंगलवार को मध्यरात्रि दो बजे रामेश्वरम के दो मछुआरों और तीन नावों को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ लिया। 

आपको बता दें कि कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है। श्रीलंका की तरफ से इस तरह की कार्रवाई लगातार की जा रही है। तमिलनाडु सरकार ने भी एक बार केंद्र से मछुआरों को छुड़ाने के लिए श्रीलंका से बात करने का आग्रह किया था। श्रीलंका के पास कई भारतीय मछुआरे कैद हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को नई दिल्ली में श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस से मुलाकात की थी और द्वीप राष्ट्र को मजबूत करने के लिए आर्थिक निवेश पहल की संभावनाओं के साथ-साथ मछुआरों के मुद्दे पर चर्चा की थी। जयशंकर ने कहा था कि उन्होंने अपने श्रीलंकाई समकक्ष के साथ बातचीत की, जिसमें श्रीलंका की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदमों पर ध्यान केंद्रित किया गया। दोनों मंत्रियों ने आर्थिक सुधार के लिए अधिक पर्यटन के महत्व को लेकर भी बात की।

दोनों नेताओं के बीच कोलंबो की ऊर्जा सुरक्षा, द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश मजबूत करने और लगातार जारी मछुआरों के मुद्दे पर सकारात्मक बातचीत हुई। इस बीच मछुआरों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, दोनों देशों के बीच रिश्ते में यह मुद्दा लंबे समय से बना हुआ है। तीन दिनों की यात्रा के लिए पेइरिस पिछले रविवार को नई दिल्ली आए थे। मछुआरों के मुद्दे का उल्लेख करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी कि द्विपक्षीय तंत्र की जल्द से जल्द बैठक होनी चाहिए। वहीं श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के विरोध में विभिन्न मछुआरा संघों के नेता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने मछुआरों की शीघ्र रिहाई की मांग की है।

इस्लाम धर्म में मानसिकता अभी भी कायम हैं: आरिफ

इस्लाम धर्म में मानसिकता अभी भी कायम हैं: आरिफ  


इकबाल अंसारी    

बेंगलुरु। हिजाब विवाद पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने रविवार को कहा कि अरब समाजों में ऐसे लोग थे। जो जन्म के तुरंत बाद अपनी बच्चियों को दफना देते थे। इस्लाम धर्म ने इसे समाप्त कर दिया। लेकिन वह मानसिकता अभी भी कायम है। पहले उन्होंने तीन तलाक का आविष्कार किया, फिर हिजाब और फिर मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित रखने के लिए अन्य प्रकार की चीजों का आविष्कार किया। राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत को यह मानने के लिए कहा जा रहा है कि हिजाब आंतरिक है। अगर हम उस तर्क को स्वीकार करते हैं, तो मुस्लिम लड़कियों को फिर से उनके घरों में धकेल दिया जाएगा क्योंकि अगर वे शिक्षा नहीं ले सकती हैं, तो उनकी शिक्षा में रुचि कम हो जाएगी। इससे पहले शनिवार को आरिफ मोहम्मद खान ने हिजाब विवाद को एक ‘साजिश’ करार दिया था और कहा था कि यह पसंद का मामला नहीं है, बल्कि सवाल है कि क्या कोई व्यक्ति किसी संस्थान के नियमों, ड्रेस कोड का पालन करेगा या नहीं। कर्नाटक में इस मुद्दे पर छिड़े विवाद के संबंध में कहा कि ‘कृपया इसे विवाद के रूप में न ले। 

यह एक साजिश है। खान ने कहा, ‘मुस्लिम लड़कियां हर जगह ‘‘बहुत अच्छा’’ कर रही हैं और इसलिए उन्हें प्रोत्साहन की जरूरत है। उन्हें नीचे धकेलने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह (हिजाब पहनना) पसंद का सवाल नहीं है, बल्कि यह सवाल है कि अगर आप किसी संस्थान में शामिल हो रहे हैं तो क्या आप नियमों, अनुशासन और ड्रेस कोड का पालन करेंगे या नहीं। इससे एक दिन पहले केरल के राज्यपाल ने कहा था कि अगर इस्लाम के इतिहास पर गौर किया जाए तो महिलाओं के पर्दा करने से इनकार करने के उदाहरण रहे हैं। हालांकि, उन्होंने खुलकर अपनी राय जाहिर नहीं की लेकिन अपनी बात रखने के लिए एक युवा महिला की कहानी सुनाई, जो पैंगबर की रिश्तेदार बताई जाती है। खान ने पत्रकारों से कहा था, ‘मैं आपको एक बात बताऊंगा। एक युवा लड़की, जो पैगंबर के घर में पली-बढ़ी थी। वह पैगंबर की पत्नी की रिश्तेदार थीं। वह काफी सुंदर थी। इतिहास यही कहता है। इसे पढ़िए। कहानी के हवाले से उन्होंने कहा कि मध्यकाल में जब उस महिला का पति कूफा का गवर्नर था तो उसे हिजाब न पहनने के लिए फटकार लगायी गई थी। उसने तब कहा था कि अल्लाह ने उसे खूबसूरत बनाया और अल्लाह ने उस पर खूबसूरती की मुहर लगा दी थी।

खान ने कहा, ‘उसने कहा कि मैं चाहती हूं कि लोग मेरी सुंदरता देखे और मेरी सुदंरता में अल्लाह का रहम देख। और अल्लाह का शुक्रगुजार रहे। इस्लाम की पहली पीढ़ी की महिलाओं की यह सोच थी। मैं यही कहना चाहता हूं। बता दें कि पिछले दिनों कर्नाटक के उडुपी में सरकारी महाविद्यालय में हिजाब पहनकर आई छात्रों को कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने से विवाद शुरू हुआ था। मुस्लिम छात्राओं ने इसका विरोध किया। उन्होंने इसे धार्मिक स्‍वतंत्रता करार दिया। इसके बाद हिजाब के विरोध में कुछ बच्चों ने भगवा गमछे या शॉल पहनने शुरू कर दिया। इससे विवाद और बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। इस मामले में सियासत भी लगातार जारी है।

कोरोना की रफ्तार को लेकर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी

कोरोना की रफ्तार को लेकर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी  

अखिलेश पांडेय       
वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में कोरोना वायरस की धीमी होती रफ्तार के साथ अब ये चर्चा भी होने लगी है कि शायद हम इस महामारी के अंत की ओर बढ़ रहे हैं। कुछ लोग ओमिक्रॉन के माइल्ड संक्रमण को इसकी वजह मान रहे हैं। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने इसे लेकर बड़ी चेतावनी दी है। स्वामीनाथन ने ब्लूमबर्ग से बातचीत में कहा है कि महामारी के खत्म होने की अफवाहों पर भरोसा करना हमारी बेवकूफी होगी।
जवाब: इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। महामारी खत्म होने की अफवाहों पर भरोसा करके सतर्क रहना छोड़ देना हमारी बेवकूफी होगी। कोरोना का नया वैरिएंट कभी भी, कहीं भी ईजाद हो सकता है और हम फिर से उसी स्थिति में लौट सकते हैं। इसलिए अब भी सावधानी बरतने की जरूरत है। उम्मीद है कि 2022 के अंत तक हम बेहतर स्थिति में आ जाएंगे।
जवाब: इससे मुझे बहुत हैरानी हुई। महामारी के दौरान वैज्ञानिकों और विज्ञान पर हमले देखकर मुझे बहुत निराशा हुई। हमें लोगों को विज्ञान और स्वास्थ्य के विषयों पर जागरूक करने की जरूरत है। युवाओं को ऐसी शिक्षा देनी चाहिए, जिससे वो हर जानकारी पर तर्क के साथ सवाल उठा सकें।
सवाल: अमीर देशों में वैक्सीन की एक से ज्यादा डोज मिल रही हैं, लेकिन गरीब देश इस मामले में स्ट्रगल कर रहे हैं। क्या इससे नया वैरिएंट बनने की संभावना है?
जवाब: फिलहाल अमेरिका जैसे अमीर देशों में वैक्सीन की भरमार है और अफ्रीका के कई गरीब देशों में वैक्सीन की कमी। अफ्रीका के 85% लोगों को अब तक वैक्सीन की पहली डोज भी नसीब नहीं हुई है। ऐसे में कोरोना के नए वैरिएंट्स बनने की पूरी संभावना है, क्योंकि लोगों में ये वायरस फैलता ही चला जा रहा है।
जवाब: डब्लूएचओ की जिस टीम ने चीन का दौरा किया था, उसे वायरस के जानवर से इंसान में ट्रांसफर होने की संभावना ज्यादा लगी। ये जानवर जंगली था या पालतू, पक्षी था या चमगादड़, ये कहना अभी मुश्किल है। हालांकि इसका मतलब ये नहीं कि ये लैब लीक नहीं हो सकता। हमें इस विषय पर और रिसर्च करने की जरूरत है।
जवाब: अधिकतर वायरस जानवरों से ही इंसानों में ट्रांसफर होते हैं। किस जानवर से कौन सा वायरस आया, ये पता करने में सालों लग जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, सर्स और मेर्स नाम के दो कोरोना वायरस मुश्क बिलाव (सिवट कैट) और ऊंट से इंसानों में आए, वैज्ञानिकों को ये समझने में सालों लग गए थे। वहीं, एचआईवी वायरस चिंपैंजी से ट्रांसफर हुआ था, ये पता लगाने में भी बहुत समय लग गया था।
जवाब: हम और बेहतर काम कर सकते थे, लेकिन डब्लूएचओ ने कोरोना को हेल्थ इमरजेंसी तब घोषित किया था, जब दुनिया में इसके 100 से भी कम मामले थे और एक भी मौत नहीं हुई थी। यदि उस समय विश्व ने हमारी चेतावनी को गंभीरता से लिया होता तो शायद आज हमें महामारी से न जूझना पड़ता। चेतावनी के कुछ हफ्ते बाद ही यूरोप और अमेरिका में कोरोना ने तबाही मचाना शुरू कर दिया था।
जवाब: भविष्य में आने वाली खतरनाक महामारियों से बचने के लिए हमें पहले से तैयार रहने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ के 194 मेंबर देशों को साथ मिलकर काम करना होगा। वायरस के आउटब्रेक की जांच करने के लिए कुछ नियम बनाने होंगे और सभी को उनका पालन करना होगा। इससे हम सभी को फायदा होगा।

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