मंगलवार, 19 अक्तूबर 2021

एफटीए पर बातचीत शुरू करने का फैसला किया

एफटीए पर बातचीत शुरू करने का फैसला किया

येरूशलम। इजरायल ने भारत के साथ अपने रिश्तों को आगे बढ़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ (आईएसए) में शामिल होने तथा भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत पुन: शुरू करने का फैसला किया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर और इजरायल के वैकल्पिक प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री याइर लैपिड के साथ आज द्विपक्षीय बैठक में ये निर्णय लिये गये। इस बैठक में दोनों देशों के बीच लोगों के आवागमन को बहाल करने के लिए एक-दूसरे के वैक्सीन प्रमाणपत्र को मान्यता देने का भी फैसला लिया गया।
डॉ. जयशंकर ने बैठक के बाद अपने वक्तव्य में इजरायल के आईएसए में शामिल होने के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कोप-26 बैठक के करीब आने के मद्देनज़र हरित प्रगति हरित अर्थव्यवस्था के हमारे एजेंडा में प्रगति बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इजरायल के कारोबारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक काफी सफल रही है और इसमें दोनों देशों के बीच नवान्वेषण, डिजीटल, हरित प्रगति एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा हुई।
विदेश मंत्री ने भारत इजरायल राजनयिक संबंधों के 30वें वर्ष में प्रवेश को याद करते हुए कहा कि हमारे अधिकारी भारत इजरायल एफटीए पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गये हैं। नवंबर में पहली बैठक होगी और जून 2022 तक बातचीत पूरी होने की संभावना है।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि कोविड काल में यात्रा की सुविधा बहाल करने के लिए हम दोनों देश काम कर रहे थे। इस बारे में सैद्धांतिक रूप से हमने एक दूसरे के वैक्सीन प्रमाणन की प्रक्रिया को परस्पर मान्यता देने पर सहमति जतायी है। अभी अंतरिम व्यवस्था में इजरायल कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को इजरायल आने की अनुमति देगा।
विदेश मंत्री इजरायल की पांच दिन की यात्रा पर रविवार को यहां पहुंचे हैं। आज उन्होंने याद वाशेम मेमोरियल में हॉलोकास्ट के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और 1960 में भूदान आंदोलन में शरीक हुए सर्वोदय कार्यकर्ताओं की याद में एक शिलापट्ट का विमोचन किया।

विशेष दूत खलीलजाद ने पद से 'इस्तीफा' दिया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बताया कि अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब उनकी जगह राजनयिक थॉमस वेस्ट लेंगे। अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता में खलीलजाद की अहम भूमिका रही है। ब्लिंकन ने कहा कि जलमय खलीलजाद ने अफगानिस्तान के लिए विशेष दूत के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं दशकों तक अमेरिकी लोगों की सेवा करने के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने बताया कि थॉमस वेस्ट अब अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत होंगे। वेस्ट पहले, उप राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का हिस्सा रह चुके हैं। अब वह, राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सचिव तथा सहायक सचिव को सलाह देंगे औरअमेरिका के साथ निकटता से समन्वय करेंगे।
‘पोलिटिको’ के अनुसार, खलीलजाद ने अपने इस्तीफे में लिखा कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच राजनीतिक व्यवस्था उस प्रकार से नहीं बनी जैसे कि सोचा गया था। इसके कारण बहुत जटिल हैं और मैं आने वाले दिनों या हफ्तों में इस पर अपने विचार साझा करूंगा। उन्होंने कहा कि इससे आगे अब मैं न सिर्फ इसपर चर्चा करूंगा की क्या हुआ बल्कि आगे क्या किया जाना चाहिए।

कई सेलेब्स की शाहरुख को मुश्किल में सपोर्ट 

इस्लामाबाद। बॉलीवुुुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को अब तक जमानत नहीं मिल पाई है। चार अक्टूबर से आर्यन खान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में हैं। आर्यन खान की बेल का एनसीबी ने पुरजोर विरोध किया था। एनसीबी ने अपनी तरफ से मजबूत दलीलें पेश कीं। ड्रग्स चैट, इंटरनेशनल ड्रग पेडलर संग कनेक्शन और ड्रग ट्रैफिकिंग जैसे कई गंभीर आरोप आर्यन खान पर लगाए गए। वहीं, आर्यन के वकील ने अदालत में दलील दी कि उनके पास से कोई ड्रग्स नहीं मिला है और आर्यन इस मामले में अपनी तरफ से सहयोग करते रहेंगे। ऐसे में उनसे जमानत का अधिकार नहीं छीना जा सकता है। अब इस मामले में 20 अक्टूबर को सुनवाई होगी। इस बीच पाकिस्तानी मीडिया में भी आर्यन खान के केस को लेकर काफी चर्चा है।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने एक लेख छापा है जिसका शीर्षक है। आर्यन खान की गिरफ्तारी भारत के सबसे बड़े मुस्लिम हीरो को निशाना बनाने की कोशिश है। इस आर्टिकल में लिखा है, शाहरुख खान ना केवल एक सफल बॉलीवुड स्टार हैं।बल्कि अपने चार्म, एटीट्यूड और हेल्पिंग नेचर के चलते इंडस्ट्री के सबसे मददगार लोगों में भी शुमार किया जाता है। यही कारण है कि ऋतिक रोशन, सुनील शेट्टी, अली फजल, सलमान खान, पूजा भट्ट, फराह अली, संजय गुप्ता, स्वरा भास्कर, जोया अख्तर, रवीना टंडन, सोमी अली जैसे कई सेलेब्स ने शाहरुख को इस मुश्किल घड़ी में सपोर्ट किया।
इस आर्टिकल में आर्यन खान के सपोर्ट में खड़े तमाम बॉलीवुड स्टार के बयान का जिक्र किया गया है। ट्रिब्यून ने लिखा, यहां तक कि स्वरा भास्कर ने लिखा कि आर्यन भले ही एक स्टार का बेटा है, पर इसका मतलब ये नहीं कि उसकी लाइफ में तांक-झांक करने का सबको हक है। उसे ना तो जनता ने चुना है और ना ही उस पर पब्लिक का रोलमॉडल बनने की जिम्मेदारी है। अगर उसने ड्रग्स किया भी है तो इससे उसकी हेल्थ, उसके पिता का पैसा और रेपोटेशन दांव पर है और एनसीबी के अलावा किसी को भी इस मसले को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप उसकी फिल्में बॉयकॉट करना चाहो तो कर सकते हो लेकिन प्लीज आर्यन ड्रग्स केस को नेशनल मुद्दा बताकर जरूरी मुद्दों से भटकाने की जरूरत नहीं है।
इस आर्टिकल में ये भी कहा गया कि एक लोकप्रिय मुस्लिम एक्टर के बेटे होने के चलते भी आर्यन के केस को ज्यादा तूल दिया जा रहा है। पूर्व एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा कहते हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं कि शाहरुख का बेटा होने के चलते आर्यन को टारगेट किया जा रहा है। इस केस में अरबाज और मुनमुन नाम के लोगों को भी पकड़ा गया है लेकिन हर तरफ सिर्फ आर्यन का ही नाम है। शाहरुख के बेटे के बहाने बीजेपी अपना पुराना स्कोर सेटल करना चाहती है।
आर्टिकल के मुताबिक, 'आर्यन का केस एक बार फिर साफ करता है कि भारत में मुस्लिमों के साथ भेदभाव में काफी वृद्धि देखने को मिली है। कई पार्टियों के कई नेताओं मसलन उदित राज, महबूबा मुफ्ती और नवाब मलिक के बयानों ने भी साफ किया कि चूंकि आर्यन एक मुस्लिम सुपरस्टार का बेटा है, इसलिए उसकी हरकत को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है वहीं लखीमपुर खीरी केस में बीजेपी के नेता के बेटे द्वारा कथित रूप से किसानों पर गाड़ियां चढ़ा देने वाले मामले को सरकार खास तवज्जो नहीं दे रही है।
इस एडिटोरियल में लिखा है, "बॉलीवुड के खान भले ही भारत की एंटरटेन्मेन्ट इंडस्ट्री के सबसे बड़ सुपरस्टार्स हों लेकिन इस शोहरत के साथ ही उन्हें कई प्रकार की मुसीबतों को भी झेलना पड़ा है। पिछले साल सैफ अली खान की वेबसीरीज तांडव को काफी विवाद झेलना पड़ा था। सैफ की इस वेबसीरीज पर आरोप था कि इससे हिंदू लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। सोशल मीडिया पर 'कैंसल कल्चर' का प्रभाव इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि तांडव को भी बॉयकॉट करने की मांग उठी थी। इसके अलावा पिछले साल जब आमिर खान अपनी फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में तुर्की गए थे और तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मिले थे, तब भी भारत में सोशल मीडिया पर राइट विंग ग्रुप्स ने आमिर की जमकर आलोचना की थी। आर्यन का केस इस मामले में उदाहरण है कि भारत में अगर मुस्लिम हस्तियां सत्तारुढ़ बीजेपी पार्टी के साथ सहयोग नहीं करती हैं तो उन्हें बड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।



पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं किया

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं किया
अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आज शुरूआती कारोबार में कुछ नरमी दिखने के बीच मंगलवार को घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन कोई बदलाव नहीं किया गया। रविवार को देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार चौथे दिन 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढोतरी की गयी थी। राजधानी दिल्ली मेंं पेट्रोल आज 105.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.57 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा।
मुंबई में पेट्रोल 111.77 रुपये और डीजल 102.52 रुपये प्रति लीटर पर है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल सबसे महंगा 114.45 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 103.78 रुपये प्रति लीटर पर है। अभी देश के अधिकांश प्रमुख बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गयी है और देश के अधिकांश बड़े शहरों में डीजल भी शतक लगाने की ओर बढ़ रहा है। कुछ शहरों में डीजल 100 रुपये के पार पहुंच चुका है। इस महीने में अब तक 19 दिनों में से 14 दिनों में इन दोनों की कीमतों में बढोतरी हुयी है। इस महीने में अब तक पेट्रोल 4.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल 4.70 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल अभी भी ऊंचे स्तर पर बना हुआ। मंगलवार को सिंगापुर में शुरूआती कारोबार में कच्चे तेल में नरमी देखी गयी। ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत उतरकर 84.26 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.01 प्रतिशत नरम होकर 82 .43 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। पिछले सप्ताह भी इन दोनों में करीब तीन फीसदी की तेजी देखी गयी थी।
तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल 105.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.57 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।
12वीं के चरण की परीक्षा की तारीखें जारी की

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 10वीं और 12वीं की एक परीक्षा की तारीखें जारी कर दी गयी है। सीबीएसई कक्षा 10 के छात्रों की परीक्षा 30 नवंबर से 11 दिसंबर तक चलेंगीं, वहीं, कक्षा 12 के छात्रों की मुख्य विषयों की परीक्षाएं एक दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेंगी। 12वीं कक्षा में 19 मुख्य विषयों की ही परीक्षा होगी जबकि कक्षा 10 में सात मुख्य विषयों की परीक्षा होगी। सीबीएसई चरण एक की परीक्षा में कोई भी छात्र फेल नहीं होगा। छात्रों को परीक्षा में कम अंक आने के बाद न तो 'कंपार्टमेंट' देना होगा और ना ही परीक्षा दोबारा देनी पड़ेगी। बोर्ड द्वारा परीक्षा के बाद छात्रों को उनके अंक बताए जाएंगे। इसकी जानकारी सीबीएसई ने सभी स्कूलों को दे दी है।
छात्र आधिकारिक वेबसाइट से सीबीएसई 'डेट शीट' डाउनलोड कर सकते हैं। सीबीएसई के अनुसार, चरण एक की परीक्षा 90 मिनट की होगी।
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ''चरण- एक परीक्षाएं लेने के बाद अंकों के रूप में परिणामों की घोषणा की जाएगी। प्रथम चरण के बाद किसी भी छात्र को उत्तीर्ण, कंपार्टमेंट और आवश्यक रिपीट श्रेणियों में नहीं रखा जाएगा। अंतिम परिणामों की घोषणा चरण एक और चरण दो की परीक्षा के बाद की जाएगी। उन्होंने कहा, ''प्रैक्टिकल परीक्षाएं या आंतरिक मूल्यांकन, चरण एक परीक्षाओं के संपन्न होने से पहले विद्यालयों में पूरा किया जाएगा। चरण दो कि परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी और क्या यह वस्तुनिष्ठ या लंबे उत्तरों वाली होगी, वह देश में कोरोना की स्थिति पर निर्भर करेगी।
चार्टर्ड बैंक पर 1.95 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक पर एक करोड़ रुपये का और ग्राहक संरक्षण के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने पर विदेशी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक पर 1.95 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका है। रिजर्व बैंक ने कल देर शाम इन बैंकों पर जुर्माना करने की जानकारी दी। बैंक नियामक के निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण स्टेट बैंक पर यह जुर्माना किया गया है। उस पर आरबीआई निर्देश 2016 का पालन नहीं करने पर यह कार्रवाई की गयी है। केन्द्रीय बैंक ने स्पष्ट किया है कि इस जुर्माने का प्रभाव बैंक के किसी भी ग्राहक पर नहीं पड़ेगा और न:न ही ग्राहक सेवा में किसी तरह की कमी की जा सकेगी।
 के खाते की जाँच की जिसमें उसके निर्देशों का पालन नहीं किये जाने का पता चला था। साथ ही यह भी पता चला कि धोखाधड़ी की सूचना उसके देर से दी गयी। इसके बाद स्टेट बैंक को नोटिस जारी किया गया था और उसके स्पष्टीकरण के बाद केन्द्रीय बैंक ने एक करोड़ रुपये का जुर्माना किया है।
विदेशी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक पर रिज़र्व बैंक द्वारा 'ग्राहक संरक्षण - अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन में ग्राहकों की सीमित देयता', 'बैंकों में साइबर सुरक्षा ढांचा', 'बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता पर दिशानिर्देश' के साथ 'बैंकों के क्रेडिट कार्ड संचालन' और बड़े ऋण पर सूचना का केंद्रीय भंडार (सीआरआईएलसी) - रिपोर्टिंग में संशोधन' के साथ 'बड़े सामान्य एक्सपोजर के केंद्रीय भंडार का निर्माण - बैंकों में' पर जारी निदेशों के अननुपालन नहीं करने के लिए 1.95 करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया है। यह बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 46 (4)(आई) के साथ पठित धारा 47 ए(1) (सी) के प्रावधानों के तहत रिज़र्व बैंक में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए लगाया गया है। केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि यह कार्रवाई विनियामक अनुपालन में कमियों पर आधारित है और इसका उद्देश्य उक्‍त बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल करना नहीं है। 
भारत: 8 महीनों बाद सबसे कम नए मामलें दर्ज 

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। कोरोना मामलों में गिरावट जारी है। लगातार पांचवे दिन कोरोना केस की संख्या घटी है और आठ महीनों बाद सबसे कम नए कोरोना मामले दर्ज हुए हैं। मंगलवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ताजा आंकड़ा जारी किया गया। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 13,058 नए कोरोना केस आए और 164 कोरोना संक्रमितों की जान चली गई। 19,470 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि 6152 एक्टिव केस कम हो गए। देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति
कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अबतक कुल तीन करोड़ 40 लाख 94 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 4 लाख 52 हजार 454 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि अबतक 3 करोड़ 34 लाख 58 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। देश में कोरोना एक्टिव केस की संख्या दो लाख से कम हो गई। कुल 1 लाख 89 हजार 694 लोग अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
कोरोना के कुल मामले- तीन करोड़ 40 लाख 94 हजार 373।
98 करोड़ वैक्सीन की डोज दी गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, 18 अक्टूबर तक देशभर में 98 करोड़ 67 लाख 69 हजार कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 12.05 लाख टीके लगाए गए। वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, अबतक करीब 59.19 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन 9.89 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 2 फीसदी से कम है।
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.33 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 98.12 फीसदी है। एक्टिव केस 0.56 फीसदी हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत अब 10वें स्थान पर है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। जबकि अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है। 
दिल्ली हिंसा के मामले में सुनवाई करेगा एससी

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में बुधवार को उच्चतम न्यायालय सुनवाई करेगा। हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की एक पीठ मामले पर सुनवाई करेगी। इसी पीठ ने आठ लोगों की ‘बर्बर’ हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई पर आठ अक्टूबर को असंतोष व्यक्त किया था।
मामले में अभी तक केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीजेआई को एक पत्र लिखकर दो वकीलों ने घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की थी, जिसमें सीबीआई को भी शामिल किया जाए। इसके बाद ही शीर्ष अदालत ने मामले पर सुनवाई शुरू की। गौरतलब है कि किसानों का एक समूह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था, तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कुचल दिया।
इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक की कथित तौर पर पीट कर हत्या कर दी, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई। किसानों के अनेक संगठन ‘कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून, 2020’, ‘कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) कानून, 2020’ और ‘आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून’ को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले साल नवंबर से आंदोलन कर रहे हैं।
पंजाब से शुरू हुआ यह आंदोलन धीरे-धीरे दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी फैल गया। शीर्ष अदालत ने जनवरी में कानूनों को अमल में लाने पर रोक लगा दी थी। शीर्ष अदालत ने आठ अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के आरोपियों को गिरफ्तार ना करने के कदम पर सवाल उठाए थे और साक्ष्यों को संरक्षित रखने का निर्देश दिया था।





बुजुर्ग-युवाओं में ब्लड शुगर का खतरा तेजी से बढ़ा

बुजुर्ग-युवाओं में ब्लड शुगर का खतरा तेजी से बढ़ा

खराब खानपान और जीवनशैली का ही नतीजा है कि बुजुर्गों के साथ युवाओं में भी ब्लड शुगर का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। अगर आप ब्लड शुगर जैसी बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपने अपनी जीवनशैली में कई तरह के बदलाव करने होंगे। क्योंकि इस बीमारी का इलाज किसी भी दवाई से नहीं किया जा सकता है। रोज़ाना दवाई खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है, लेकिन ये बीमारी जड़ खत्म नहीं हो सकती है।

कई बार ब्लड शुगर के मरीजों के मन में फ्रूट्स को लेकर संशय होता है। एक स्टडी में सामने आया है कि फ्रूट जूस से बहुत तेजी से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। अगर आप अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए फ्रूट जूस पीना चाहते हैं तो आप ऐसे फ्रूट्स खा सकते हैं, जिनमें कम मिठास होती है।

तनाव, चिंता आदि को दूर करने में मददगार 'संतरा'

विटामिन-सी से भरपूर होता है। संतरे का छिलका।आपको बताते चलें कि इसके छिलके में भी विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन बी 6 भी प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। जो शरीर से डिप्रेशन,तनाव,चिंता आदि को दूर करने में मददगार साबित होता है। वहीँ इसके साथ-साथ संतरे के छिलके में विटामिन बी भी पाया जाता है। जो कि नर्वस सिस्टम को मजबूत बना के रखता है।

खनिज से भरपूर होता है संतरे का छिलका।
आपको बताते चलें कि संतरे कि तरह इसके छिलके में भी विटामिन और खनिज पाया जाता है। ये शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बना के रखने में कारगर साबित होता है। जिसकी जैसी वजह से ढेरों बीमारियां शरीर से दूर रहती हैं। वहीं ये स्किन में ग्लो लेकर आने में भी सक्षम होता है। इसका सेवन त्वचा से पिम्पल्स के दाग हटाने में आपकी काफी हद तक मदद कर सकता है। वहीं यदि बालों के झड़ने या टूटने से परेशान हैं। तो ये फायदेमंद साबित हो सकता है। कैल्शियम से होता है भरपूर। संतरे के छिलके में कैल्शियम उचित मात्रा में मौजूद होता है। कैल्शियम के सेवन से दांत और हड्डियों को मजबूती मिलती है। यदि आपकी हड्डियां कमजोर हैं तो संतरे के साथ इसका छिलका भी आपके लिए फायदेमंद होगा।कब्ज की समस्या को करता है दूर। आपको बताते चलें कि इसके छिलके में पेक्टिन नामक एक तत्त्व पाया जाता है। जिसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। ये पेट को साफ़ रखने में तो मदद करता ही है वहीं पेट से अनेकों बीमारियों को भी दूर कर देता है। पेट से जुड़ी बीमारियों के लिए संतरे का छिलका लाभदायक होता है। वेट कंट्रोल करने में होता है मददगार। संतरे के छिलके में अनेकों तत्त्व पाए जाते हैं। जो वेट को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। वहीं ये नेचुरल तरीकों से वजन को कम करता है। जिससे सेहत को कोई भी नुकसान नहीं होता है। दिल की सेहत के लिए होता है लाभदायक। संतरे के छिलके की बात करें तो इसमें कई सारे ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो बीमारियों को शरीर से दूर करते हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बेहद कम होती है जो दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में दो गुना सक्षम होती है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-363 (साल-04)
2. मंगलवार, अक्टूबर 19, 2021
3. शक-1984,अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:02, सूर्यास्त 05:40।
5. न्‍यूनतम तापमान -16 डी.सै., अधिकतम-29+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक शिवाशुं व राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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सोमवार, 18 अक्तूबर 2021

कोर्ट परिसर में वकील की हत्या, आरोपी फरार

कोर्ट परिसर में वकील की हत्या, आरोपी फरार   

आदर्श श्रीवास्तव   

शाहजहांपुर। जिला शाहजहांपुर में एक दुस्‍साहिक वारदात को अंजाम देते हुए हत्‍यारों ने कचहरी परिसर के अंदर एक वकील की गोली मारकर हत्‍या कर दी। वकील की लाश अदालत की तीसरी मंजिल पर मिली है। हत्‍या के बाद कातिल मोके पर देसी पिस्‍टल फेंककर चले गए। इस घटना ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। घटना की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल के साथ डीएम-एसपी भी मौके पर पहुंचे। उधर, घटना से आक्रोशित वकीलों ने चौराहे पर जाम लगा दिया है। वकीलों को समझाने के लिए एसएसपी, एसपी सिटी सहित लिस के कई आला अधिकारी पहुंचे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर के ईदगाह मोहल्ले के रहने वाले अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह ( उम्र 36 वर्ष) ने दो साल पहले ही कचहरी में वकालत शुरू की थी। इससे पहले यह टीचिंंग करते थे। सोमवार को भूपेंद्र सिंह की लाश अदालत की तीसरी मंजिल पर मिली। बताया जा रहा है भूपेंन्‍द्र तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रूम में कागज चेक करने गए थे। यहां पर ज्यादा लोगों की आवा-जाही नहीं रहती है। दोपहर करीब सवा 12 बजे हमलावरों ने भूपेंद्र पर तमंचे से गोली मारी दी और फरार हो गए। उन्‍हें पीछे से गोली मारी गई है।

 कचहरी परिसर में गोली चलने से हड़कंप मच गया। तमाम वकील मौके पर दौड़कर मौके पहुंच गए। भूपेंद्र सिंह खून से लथपथ गैलरी में पड़े थे। उनकी सांसें थम चुकी थीं। शव से कुछ दूरी पर 315 बोर का तमंचा पड़ा था। पुलिस ने तुरंंत ही कचहरी के गेटों की नाकाबंदी कराकर चेकिंग कराई, पर नतीजा शून्य रहा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह और एसपी एस आनंद भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। वकीलों से पूछताछ भी की। एसपी ने घटना के जल्‍द खुलासे का दावा करते हुए कई टीमों का गठन किया है।



किसानों के रेल रोको आंदोलन में प्रशासन अडा  
अकांशु उपाध्याय  
गाजियाबाद। गाजियाबाद में किसानों के रेल रोको आह्वान के चलते प्रशासन एवं रेलवे के अधिकारी पूरा दिन अलर्ट पर रहे। गाजियाबाद, साहिबाबाद, मोदीनगर व लोनी आदि रेलवे ट्रैक पर भारी पुलिस बल एवं रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे। लोनी रेलवे स्टेशन पर पंडित सचिन शर्मा प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अंबावता के रेल रोको आंदोलन के चलते क्षेत्राधिकारी लोनी अतुल कुमार सोनकर एवं लोनी प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। पं सचिन शर्मा एवं जिला अध्यक्ष अमित कसाना को पुलिस ने नजर बंद करके सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखीं। जिससे रेल आवागमन में कोई बाधा नही हुई।

मेरठ में रेल रोको आंदोलन रस्म अदायगी बना 

सत्येंद्र पंवार   

मेरठ। लखीमपुर कांड और कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन द्वारा किया गया ‘रेल रोको आंदोलन’ मेरठ जिले में महज रस्म अदायगी बनकर रह गया। दरअसल अन्य जिलों में किसानों द्वारा ट्रेनों को पहले से ही रोक लिए जाने के कारण मेरठ में ट्रेन नहीं पहुंचीं। इक्का-दुक्का स्थानों पर ट्रेनों के सामने रस्म अदायगी करते हुए किसानों ने सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की गिरफ्तारी और कृषि कानूनों को ‘काला कानून’ बताते हुए अविलंब वापस लिए जाने की मांग उठाई गई।

लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की गिरफ्तारी की मांग और कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन और अन्य किसान संगठनों ने सोमवार को देशभर में Kisan Protest ‘रेल रोको आंदोलन’ का ऐलान किया था। मेरठ में भी किसानों ने तीन रेलवे ट्रैक पर जाम लगाने की घोषणा की थी। जिसके चलते मेरठ का परतापुर रेलवे स्टेशन, कंकरखेड़ा रेलवे स्टेशन और सकौती रेलवे स्टेशन सोमवार की सुबह से ही छावनी में तब्दील रहे।

परतापुर रेलवे स्टेशन

सोमवार की सुबह परतापुर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर किसान नेता विजयपाल घोपला, लोकदल के महासचिव सचिन शर्मा घाट, सपा नेता पवन गुर्जर, पूर्व चेयरमैन नरेंद्र चौधरी और प्रखर चौधरी सहित सैकड़ों किसानों ने रेलवे ट्रैक पर जाम लगा दिया। इस दौरान किसान नेताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। मौके पर मौजूद पीएसी और आरपीएफ सहित परतापुर पुलिस और एसडीएम गणेश कन्नौजिया किसानों को समझाने में जुटे रहे। हालांकि दोपहर तक रेलवे ट्रैक पर कोई ट्रेन ना पहुंचने के कारण किसान कोई ट्रेन नहीं रोक सके।

कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे

कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे किसान नेता मनोज त्यागी, बबलू जिटौली, विनोद जिटौली, जगबीर सिंह दबथुवा और रविंद्र दौरालिया के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने रेलवे ट्रैक पर जाम लगाया। मगर पीछे से ही कोई ट्रेन ना आने के कारण यहां भी किसान दोपहर तक ट्रेन का इंतजार करते दिखाई दिए। उधर, ट्रेनों के समय पर ना पहुंचने के चलते रेलवे स्टेशन पर यात्री परेशान दिखाई दिए।


वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलीला का शुभारंभ किया

कौशाम्बी। कौशाम्बी में इन दिनों भक्ति की बयार चल रही है। नगर पंचायत अझुवा कार्यालय के सामने स्थित गांधी चबूतरा मैदान में बीती देर शाम सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल, उर्फ पप्पू पटेल ने गणेश पूजा ,रामलीला की मुकुट पूजन के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के   बीच रामलीला का शुभारंभ करवाया। इसके साथ ही 10 दिनों तक चलने वाले रामलीला कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ओमप्रकाश कुशवाहा ने बताया कि नगर में 25 और 26 अक्टूबर को विशाल मेले का आयोजन होगा। जिसमें विविध प्रकार की सांस्कृतिक झांकियों का भी प्रदर्शन होगा। हलांकि कोरोना संक्रमण के चलते बीते वर्ष नगर का विशाल रामलीला -दशहरा नही हो पाया था इस वर्ष नगर पंचायत अझुवा में दशहरा और रामलीला धूमधाम पूरे लाव लश्कर के साथ मनाया जा रहा है। आयोजकों ने दशहरा और रामलीला की तैयारी की कमर कस ली है। जिसकी बानगी गणेश पूजन,मुकुट पूजन के समय दिखाई भी दी है। रामलीला मैदान जय श्री राम के घोष से गूंजता रहा है। मुकुट पूजन के बाद चित्रकूट धाम से आये रामलीला के उत्कृष्ट कलाकारों ने नारद मोह का सजीव मंचन किया है। लीला का मंचन देख दर्शक निहाल हो गए रात भर रामलीला मैदान जयश्री राम के घोष से गूंजता रहा है। भगवान शिव ने मां पार्वती को विस्तार से भगवान राम की कथा सुनाई कि अहंकार सभी जीवों का शत्रु होता है। चाहे भगवान हो या इंसान ,मुनि नारद ने घोर तपस्या कर रिद्धि-सिद्धि को प्राप्त कर लिया था। इसी के बल पर देव विजय प्राप्त कर लिया था। जिसका उन्हें अहंकार हो गया कि मुझसे बढ़कर कौन भगवान विष्णु ने नारद का घमंड तोड़ने के लिए लीला रची। एक सुंदर मायानगरी का निर्माण कर एक स्वयंबर का आयोजन किया। नारद मुनि भगवान विष्णु से सुंदर अक्स मांगने गए तो प्रभु ने उन्हें बंदर का रूप दे दिया। स्वयंवर में बंदर का रूप लेकर नारद मुनि इठला रहे थे। लेकिन स्वयंबर में हंसी का पात्र बन गए। इस प्रकार भगवान ने नारद मुनि का अहंकार चकनाचूर किया। जिस पर नारद मुनि ने भगवान को श्राप भी दिया। मुकुट पूजन के अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ओमप्रकाश कुशवाहा, डॉ भोला नाथ,शंकरलाल केसरवानी,कपूर चंद्र केसरवानी,पंकज मौर्य ,रमेश चंद्र,अनिल केसरवानी(अनिल बाबा) राजू केसरवानी, उदय अग्रहरी,ज्ञानचंद्र पाल,दौलत राम पंडा,छोटेलाल केसरवानी सहित तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।
सन्तलाल मौर्य 

हाईकोर्ट ने धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया         

दुष्यंत टीकम    

बिलासपुर। द मिलादुन्नबी पर्व पर बिलासपुर हाईकोर्ट ने वक्फ बोर्ड की अनुशंसा पर इस बार धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश के खिलाफ बिलासपुर के मुस्लिम समुदाय ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। प्रकरण की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने ये कहते हुए याचिका खारिज की उन्हें इस फैसले में राहत देने का अधिकार नहीं है।

हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने अपने फैसले में कहा कि यह राज्य का नीतिगत निर्णय है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत राज्य के नीतिगत फैसलों पर यह कोर्ट कोई निर्णय नहीं कर सकती। कोर्ट ने कहा कि इस समय कोरोना की परिस्थितियां भी हैं, लिहाजा यदि किसी जिले में जुलूस आयोजन की अनुमति दी गई और किसी में नहीं तो ऐसे में व्यवस्था का संकट खड़ा हो जाएगा। यह निर्णय प्रशासन और राज्य शासन ही ले सकता है। इस फैसले के बाद साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ में मंगलवार को ईद पर कहीं जुलूस, रैली और बड़े आयोजन नहीं होंगे। बिलासपुर की ‘उसकी देन कमेटी’ के अध्यक्ष हाजी गफूर हुसैन ने अधिवक्ता विवेक श्रीवास्तव के माध्यम से याचिका दायर की थी। इसमें वक्फ बोर्ड एवं छत्तीसगढ़ सरकार के जारी आदेश को चुनौती दी गई थी। याचिका में बताया गया है कि वक्फ बोर्ड को मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों की देखरेख व संरक्षित करने की जिम्मेदारी दी गई। वक्फ बोर्ड को समुदाय के धार्मिक आयोजनों पर फतवा जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।

याचिका में बताया गया था कि राज्य शासन ने वक्फ बोर्ड की अनुशंसा पर ईद मिलादुन्नबी पर्व पर किसी प्रकार के जुलूस निकालने, जलसा व सामूहिक आयोजन नहीं करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार ही कलेक्टर ने भी यहां समाज के धार्मिक आयोजन को बैन करने का आदेश दिया है। याचिका में वक्फ बोर्ड व शासन के आदेश को संवैधानिक अधिकारों का हनन बताया गया है। इस प्रकरण में सोमवार को ही याचिका दायर कर अर्जेंट हियरिंग करने की मांग की गई थी। हाईकोर्ट ने इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सुनवाई की और शासन-प्रशासन का भी पक्ष सुना। सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया है।

याचिका में कहा गया है कि राज्य शासन व जिला प्रशासन ने धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध लगाकर समुदाय को उनके आयोजन से वंचित किया है। वह भी सिर्फ वक्फ बोर्ड की अनुशंसा को आधार बनाकर शासन ने आदेश जारी किया है। जबकि, वक्फ बोर्ड को इस तरह से समुदाय के धार्मिक आयोजनों पर फैसला लेने का कोई अधिकार ही नहीं है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता रोहित शर्मा ने इस मामले में तर्क देते हुए मुस्लिम लॉ कमेटी, वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र पर बहस की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत राज्य शासन व जिला प्रशासन ने प्रदेश में सभी जगहों पर नवरात्रि व दशहरा पर्व पर गरबा व उत्सव मनाने की अनुमति दी है। उसी तरह मुस्लिम समुदाय को भी निर्धारित शर्तों के तहत धार्मिक आयोजन करने की अनुमति दी जाए।

कश्मीर: आतंकी हमले में कई बिहारी मजदूर मारें गए

अविनाश श्रीवास्तव      

श्रीनगर/ पटना। कश्मीर में पिछले दिनों से लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। वहीं, इस आतंकी हमले में कश्मीर में अब तक कई बिहारी मजदूर मारे गए है। जिसके बाद उन सभी मजदूरों के परिवारों में कोहराम मच गया है। लेकिन, कश्मीर में हो रहे आतंकी हमले को लेकर अब बिहार में सियासत शुरू हो गयी है।

 कश्मीर में पिछले दिनों से लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। वहीं, इस आतंकी हमले में कश्मीर में अब तक कई बिहारी मजदूर मारे गए हैं। जिसके बाद उन सभी मजदूरों के परिवारों में कोहराम मच गया है। लेकिन, कश्मीर में हो रहे आतंकी हमले को लेकर अब बिहार में सियासत शुरू हो गयी है। बिहार में हमले और हत्या के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। इस हमले को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भड़क गए हैं।

इस गुस्से में जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पे ले लिया है।मांझी ने बड़ा हमला बोलते हुए मोदी-शाह को चुनौती दे डाली है कि यदि उनसे यह सब नहीं संभल रहा तो इसकी जिम्मेदारी बिहारियों पर छोड़ दे। वे खुद ही निपट लेंगे। दरअसल, जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर लिखा कि, “कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रहीं है, जिससे मन व्यथित है। अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह जी से आग्रह है। कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड दिजिए 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा।

प्रयागराज: सिविल लाइंस पृथ्वी गार्डन में हुईं बैठक       

बृजेश केसरवानी    

प्रयागराज। महानगर उद्योग व्यापार मंडल और महिला उद्योग व्यापार मंडल संयुक्त बैठक सिविल लाइंस पृथ्वी गार्डन में हुई। जिसमें, कि बोलते हुए संगठन के जिला अध्यक्ष सुशांत कुमार केसरवानी ने कहा कि भारत सरकार को वर्ल्ड कप टी-20 में पाकिस्तान के साथ मैच का बहिष्कार करना चाहिए। जिस तरह से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद कश्मीर में गैर कश्मीरियों का कत्ल कर रहा है। उसे इस्थिति में पाकिस्तान से सभी प्रकार के रिश्ते खत्म कर लेना चाहिए। इस संबध में शीर्षक से भारत सरकार प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी समेत रक्षामंत्री, और खेल मंत्री को ट्वीट कर अपनी भावनाएं जताई और मांग की। संरक्षक राजीव कृष्ण श्रीवास्तव और वरिष्ठ महामंत्री अनुप वर्मा ने कहा की जंग और खेल एक साथ नही हो सकते जिला कोषाध्यक्ष मनीष कुमार गुप्ता ने भारत सरकार से निवेदन किया, कि क्रिकेट के खेल की जगह पाकिस्तान को आतंक का खेल ज्यादा पसंद है तो एक बार आर पार का खेल हो जाना चाहिए। नगर वरिष्ठ महामंत्री निखिल पांडेय ने कहा की किसी भी विपरीत परिस्थिति में व्यापारी समाज देश हित में सरकार के साथ खड़ा है।

आज की बैठक में मुख्य रूप से वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता, विशाल वर्मा, नमनजोत सिंह, संजीव मेहरोत्रा, उज्जवल टंडन, संदीप जायसवाल, मुसाब खान, जैकी खान, अमित केसरवानी, आशीष केसरवानी, शरद केसरवानी, बृजेश चौरसिया, राजेंद्र अग्रवाल, मुनीमजी रचना त्रिवेदी, रोशनी अग्रवाल सारिका भरद्वाज, रीता सोढ़ी आदि पदाधिकारियों ने भी सहमति जताई और 2 मिनट का मौन रखे मारे गए। लोगो की आत्मा की शांति की प्रार्थना की।

यूपी: अस्करी को फूल माला पहनाकर नवाज़ा गया

बृजेश केसरवानी      

प्रयागराज। बख्शी बाज़ार में अन्जुमन ग़ुन्चा-ए-क़ासिमया के सदस्यों के उत्कृष्ट योगदान के लिए ओलमाओं द्वारा फूल माला पहना कर इनामात से नवाज़ा गया। अस्करी अब्बास की ओर से अन्जुमन ग़ुन्चा-ए-क़ासिमया के शायर तालिब इलाहाबादी को बेहतरीन कलाम लिखने, नौहाख्वान शादाब ज़मन को नौहे की बेहतरीन अदायगी,मिर्ज़ा अज़ादार को अन्जुमन को संचालित करने और सै.मो.अस्करी को नशरो अशात मे बेहतरीन कार्य के लिए स्व सग़ीर अब्बास स्मृति सम्मान से नवाज़ा गया। वहीं हसनैन अख्तर की ओर से ओलमाओं, शायर, नौहाख्वानों, मीडिया इन्चार्ज सै.मो.अस्करी अन्जुमन के अध्यक्ष रिज़वान जव्वादी, महासचिव मिर्ज़ा अज़ादार हुसैन को गिफ्ट पैक तो मोहम्मद नक़वी की ओर से इत्र और रुमाल भेंट किया गया। मौलाना रज़ी हैदर के हाँथो इनामात मिलने पर ओहदेदारों के चेहरे खिल गए। उपाध्यक्ष बाक़र मेंहदी व नजमुल हुसैन उप महासचिव महमूद अब्बास, बाशू भाई ,ज़ैग़म नक़वी ,हसन हैदर, दस्ता सेक्रेट्री अली रज़ा रिज़वी, मिर्ज़ा दानिश को भी इनामात से नवाज़ा गया।


हवाई चप्पल में जहाज की यात्रा, अब महगें दिन

हवाई चप्पल में जहाज की यात्रा, महगें दिन
हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बढ़ती कीमतों को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘वादा किया था कि हवाई चप्पल वाले हवाई जहाज से सफर करेंगे, लेकिन सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ा दिए कि अब हवाई चप्पल वालों और मध्यम वर्ग का सड़क पर सफर करना भी मुश्किल हो गया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट में भाजपा लाई महंगे दिन हैशटैग भी इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में एक मीडिया रिपोर्ट का भी जिक्र किया है। इस रिपोर्ट में लिखा है कि विमान के ईंधन से 30 फीसदी महंगा हुआ पेट्रोल।

इससे पहले भी प्रियंका गांधी ने पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एनपीके (उर्वरक) की कीमत में 275 रुपये और एनपी (उर्वरक) की कीमत में 20 रुपये की बढ़ोतरी की है। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘दैनिक बढ़ोतरी के साथ सरकार ने डीजल की कीमतों को 100 रुपये के पार कर दिया है। भाजपा शासन के तहत, कार्यकर्ता और किसान बढ़ती कीमतों के बोझ से दबे हैं, जबकि केवल मोदी के दोस्त ही अमीर हो रहे हैं।

वहीं रविवार को राहुल गांधी ने भी महंगाई को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर लिखा था‘‘सभी के लिए विनाश’’ और ‘‘बढ़ती कीमतों’’ का विकास है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर रिपोर्ट को टैग किया, जिसमें दावा किया गया है कि अगर सरकार ने करों में वृद्धि नहीं की होती तो पेट्रोल 66 रुपये प्रति लीटर होता और डीजल 55 रुपये प्रति लीटर होता। गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ‘‘कर उगाही’’ में लिप्त है। गांधी ने ‘टैक्स एक्सटॉर्शन’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘सबका विनाश, महंगाई का विकास।’’

81 गांवो के किसानों का धरना, प्रशासन हलकान  

सुरेंद्र भाटी    गौतम बुध नगर। नोएडा में किसानों आज नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे (परी चौक से नोएडा की ओर आने वाले रास्ते) पर ट्रैक्टर खड़े कर जाम कर दिया।  नोएडा में 81 गांवों के किसान पिछले 50 दिनों से हरौला गाँव के बारात घर में धरने पर बैठे हैं। किसान सरकार से बेहतर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। 

किसान आज पहले नोएडा में महामाया फ्लाई ओवर पर एकत्र हुए और उसके बाद नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टरों में सवार होकर चलने लगे। बहुत से किसान पैदल भी चल रहे थे।  रास्ते में पुलिस के आला अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की किन्तु, वे नहीं माने। इसके बाद किसान नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के घर के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगा कर नोएडा बार्डर को बंद कर दिया था।  पुलिस की इस हरकत से नोएडा से दिल्ली आने वाले लोगों को बहुत परेशानी हुई और कुछ ही देर में लंबा जाम लग गया। इसके बाद यूपी पुलिस ने वाहनों को डीएनडी फ्लाईओवर की ओर डाइवर्ट कर दिया। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण में बैठे अधिकारी खुद को कॉरपोरेट कंपनी का अधिकारी मानते हैं तथा उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि किसानों की जमीन पर ही उनका दफ्तर बना है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी सारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।   


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...