सोमवार, 27 सितंबर 2021

परिसर मोहल्ला खेल में किया सभा का आयोजन

भानु प्रताप उपाध्याय         
शामली। सैनी समाज द्वारा एक महत्वपूर्ण सभा का आयोजन गोगा महाडी परिसर मोहल्ला खेल में किया गया। बैठक की अध्यक्षता रमेश सैनी व संचालन अमित सैनी ने किया। सभा में सभासद नामित नगर पालिका परिषद कैराना रोहताश सैनी के साथ मायापुरी फार्म पर अनुज चौहान एवं भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र तोमर द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार एवं सैनी समाज के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में विचार-विमर्श किया। 
सभा में उपस्थित सैनी समाज के के लोगों सभासद विनोद सैनी, मुकेश सैनी, सभासद ऋषि पाल सैनी, कन्हैया सैनी, शशी किरण सैनी, राजेंद्र सैनी, धर्मेंद्र सैनी, सभी वक्ताओं ने कहा कि सैनी समाज हमेशा से ही हिंदुत्व एवं राष्ट्रवाद के चलते बीजेपी को वोट देता आया है। रोहताश सैनी के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया। उसके बारे में सभी ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि जल्द से जल्द जिलाध्यक्ष सतेंद्र कुमार का भाजपा से निष्कासन नहीं किया गया तो सैनी समाज बड़ी महापंचायत कर इसका विरोध करेगा और यदि जल्द ही कोई निर्णय नही लिया गया तो आने वाले 2022 चुनाव में सैनी समाज भाजपा का बहिष्कार करेगा। समाज किसी भी तरह का दुर्व्यवहार पसंद नहीं करेगा। बैठक में विशाल सैनी, अभिषेक सैनी ,आयुष सैनी, विनीत सैनी, बिट्टू सैनी, सुरेश सैनी, पंकज सैनी, अमित सैनी, आकाश सैनी, राजकुमार सैनी, अमित सैनी, विष्णु सैनी, आदि लोग मौजूद रहे।

300 से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया

अमित शर्मा         
जालंधर। केन्द्र सरकार के तीन विवादित कृषि कानूनों के विरोध का सोमवार को एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में किसान संगठनों के ‘भारत बंद’ के आह्वान पर पंजाब में किसानों ने 300 से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, लिंक रोड और रेलवे ट्रैक गंभीर रूप से अवरुद्ध होने से सड़क और रेल यातायात ठप हो गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने हड़ताल की अवधि के दौरान सरकारी और निजी कार्यालयों, शैक्षणिक और अन्य संस्थानों, दुकानों, उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आह्वान किया है। अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य और व्यक्तिगत आपात स्थिति में शामिल लोगों सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं हालांकि छूट दी गई है।
इस दौरान एंबुलेंस, सेना और पत्रकारों के वाहनों को आने जाने की छूट रहेगी। मोर्चा ने किसानों के लिए व्यापारियों, कर्मचारियों समेत सभी वर्गों से समर्थन का आह्वान किया है। हड़ताल को विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जहां बंद को समर्थन दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने बरनाला में सुबह छह बजे से शहर की ओर जाने वाली सड़कों के अलावा रेल ट्रैक को जाम कर दिया, जबकि बाजार बंद रहे। भारती किसान यूनियन, डकौंडा के प्रेस सचिव बलवंत सिंह उप्ली ने कहा “हमने जिले में 10 सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है।
जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर, गुरदासपुर और वेरका बस अड्डा चौक में जिन जगहों पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वहां सुबह पांच बजे से सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। जालंधर के पीएपी चौक और जालंधर फगवाड़ा राष्ट्रीय मार्ग पर किसानों ने धरना लगा कर सड़क यातायात को रोक दिया है।
जालंधर के दकोहा में किसानों ने रेलगाड़ियों को रोक कर रेल यातयात भी रोक दिया है। पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने राज्य के पुलिस बलों को विरोध स्थलों पर कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं। सभी धरना स्थलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

ओवरों के क्रिकेट में अपने कैरियर को विस्तार दिया

लंदन। इंग्लैंड के अनुभवी हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने कैरियर को विस्तार देने के लिये टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अपने कैरियर से वह संतुष्ट हैं ,भले ही लोग कहते हों कि वह और उपलब्धियां हासिल कर सकते थे।
मोईन अली ने 64 टेस्ट में 28 . 29 की औसत से 2914 रन बनाये और 36 . 66 की औसत से 195 विकेट लिये हैं। वह 2019 एशेज श्रृंखला के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले थे लेकिन भारत के खिलाफ हाल ही में घरेलू श्रृंखला के लिये उनकी टेस्ट टीम में वापसी हुई । उन्होंने कहा ,” मैं 34 वर्ष का हो गया हूं और जब तक खेल सकता हूं, खेलना चाहता हूं । मैं अपने खेल का मजा लेना चाहता हूं ।”
उन्होंने कहा ,” टेस्ट क्रिकेट अद्भुत है । अच्छा प्रदर्शन करने प़र यह किसी भी दूसरे प्रारूप से बेहतर और संतोषजनक है ।” मोईन ने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और कोच क्रिस सिल्वरवुड को अपने फैसले से पहले ही अवगत करा दिया था । उन्होंने कहा ,” मुझे टेस्ट क्रिकेट की कमी खलेगी।
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलना और गेंदबाजी करते समय नर्वस होना। मुझे पता है कि अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंद पर मैं किसी भी बल्लेबाज को आउट कर सकता हूं ।” उन्होंने कहा ,” मैने टेस्ट क्रिकेट का पूरा मजा लिया लेकिन अब लगता है कि काफी खेल लिया। मैने जो कुछ हासिल किया, उससे मैं खुश हूं ।” खबरों के अनुसार लंबे समय तक परिवार से दूर रहने में वह सहज नहीं हैं।
उन्होंने आस्ट्रेलिया के एशेज दौरे के लिये इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से कोरोना प्रोटोकॉल साझा किये जाने से पहले ही मन बना लिया था। वह फिलहाल यूएई में आईपीएल खेल रहे हैं जिसमें वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं । वह इंग्लैंड के लिये सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलते रहेंगे।
भारत के खिलाफ पांचवां टेस्ट कोरोना संक्रमण के कारण रद्द किये जाने से पहले वह 3000 टेस्ट रन और 200 विकेट पूरे करने वाले 15वें टेस्ट क्रिकेटर बनने की दहलीज पर थे । इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि मोईन को उम्मीद है कि उनका टेस्ट कैरियर ब्रिटिश मुस्लिमों को इंग्लैंड के लिये खेलने की प्रेरणा देगा और उनके लिये दरवाजे खोलेगा।
उन्होंने अपने सभी कोचों, कप्तानों और परिवार को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा ,” मैं पीटर मूर्स और सिल्वरवुड को धन्यवाद देना चाहता हूं । कोच पीटर के कार्यकाल में मैने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। एलेस्टेयर कुक और जो रूट को भी धन्यवाद दूंगा जिनकी कप्तानी में मैने खेला । अपने माता पिता और परिवार को भी धन्यवाद दूंगा जिनकी कुर्बानियों, संयम और सहयोग की वजह से मैं यहां तक पहुंचा।

दूसरे चरण में बेहतर प्रदर्शन का भारी दबाव होगा

लंदन। अपनी टीम पर भारी निवेश और क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे सितारे की वापसी के बावजूद पिछले दौर में पराजय झेलने वाली मैनचेस्टर युनाइटेड पर मंगलवार से शुरू हो रहे चैम्पियंस लीग फुटबॉल के दूसरे चरण में बेहतर प्रदर्शन का भारी दबाव होगा। पिछले दो मैचों में मैनचेस्टर युनाइटेड को एक गोल से पराजय झेलनी पड़ी।
क्लब में वापसी करने वाले रोनाल्डो ने हालांकि शनिवार को एस्टोन विला के खिलाफ एक ही मैच खेला लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके । अब ग्रुप एफ के मैच में उनका सामना विलारीयाल से है जिसने यूरोपा लीग के पिछले सत्र के फाइनल में उसे हराया था। दूसरी ओर रीयाल मैड्रिड का सामना शेरिफ से होगा । इस सप्ताह स्पेनिश लीग में मैड्रिड ने विलारीयाल से गोलरहित ड्रॉ खेला।
पहले सात मैचों में आठ के मुकाबले 22 गोल करने वाली मैड्रिड पहली बार इस सत्र में किसी मैच में गोल नहीं कर सकी । वहीं शेरिफ ने ग्रुप डी के पिछले मैच में शखतार दोनेस्क को मात दी है । ग्रुप ए में पेरिस सेंट जर्मेन का सामना मैनचेस्टर सिटी से होगा । घुटने की मामूली चोट के कारण पिछले दो मैचों से बाहर रहे लियोनेल मेस्सी यह मैच खेल सकते हैं । मेस्सी ने चैम्पियंस लीग में आखिरी गोल बार्सीलोना के लिये पीएसजी के खिलाफ ही किया था।
बोरूसिया डॉर्टमंड की टक्कर ग्रुप सी में स्पोर्टिंग लिस्बन से होगी । पिछले मैच में डॉर्टमंड को बोरूसिया मोंशेंग्लाबाख ने 1 . 0 से हराया था । खराब फॉर्म से जूझ रही बार्सीलोना का सामना ग्रुप ई में बेनफिका से होगा । स्पेनिश लीग के पिछले मैच में लेवांटे पर 3 . 0 से मिली जीत ने हालांकि उसके लिये टॉनिक का काम किया होगा ।

युवेंटस की दिक्कतें बढी हुई है जिसे बुधवार को चेलसी से खेलना है लेकिन उसके स्टार स्ट्राइकर पाउलो डायबाला चोट के कारण बाहर है । सैम्पडोरिया के खिलाफ स्पेनिश लीग के मैच में गोल करने के बाद वह चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए थे । युवेंटस ने यह मैच 3 . 2 से जीता।

बयान: नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया पर पलटवार किया

हुबली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भारतीय जनता पार्टी को तालिबानी बताने वाले कथित बयान के लिए नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया पर पलटवार करते हुए कांग्रेस को गुलामगीरी की पार्टी बताया। सिद्धरमैया के बयान पर एक सवाल के जवाब में बोम्मई ने कहा, ”यह (कांग्रेस) गुलामगीरी की पार्टी है, इसलिए वे देशभक्ति को भी अलग तरह से देखते हैं।
हमारी पार्टी देशभक्त है, वह गुलामगीरी की पार्टी हैं।” उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान अपनाई गई मैकाले की शिक्षा नीति के कारण, भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के अवसरों से वंचित हो गया। उन्होंने कहा, ”अब नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री के रूप में) शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव सुनिश्चित करने के लिए एक नयी शिक्षा नीति लाए हैं जो हमारे बच्चों, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को 21 वीं सदी के ज्ञान युग में ले जा सकती है, लेकिन वे (कांग्रेस) उसमें भी दोष ढूंढ रहे हैं।”
इससे पहले, रविवार को सिद्धरमैया ने आरोप लगाया था कि ”भाजपा” तालिबानी” हैं । उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में वास्तव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) सरकार चला रहा है। बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, ”आरएसएस और भाजपा हिटलर के वंश से हैं। भाजपा तालिबानी हैं। उनसे सावधान रहें।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बोम्मई ने कहा कि सिद्धरमैया के बयान से साफ पता चलता है कि वह ‘निराश’ हैं।

एडीएम ने किसानों से जाम हटाने का अनुरोध किया

अतुल त्यागी              
हापुड़। कृषि आंदोलन को लेकर धौलाना में लगाएं जाम को समाप्त करवानें के लिए जनपद की नवनियुक्त एडीएम ने कमांन संभालते हुए जाम लगा रहे किसानों के बीच पहुंची और जाम हटानें का अनुरोध किया। एडीएम के अनुरोध पर किसानों ने उनका मान रखते हुए तुरन्त ही जाम खोल दिया और ज्ञापन देकर वापस अपनें घरों को लौट गए।
जानकारी के अनुसार भाकियू के भारत बंद के आवाहन पर धौलाना में भी किसानों ने वशिष्ठ चौक पर जाम लगा दिया।
मौकें पर पहुंची एडीएम श्रद्धा शाडिल्यान ने जाम लगा रहे किसानों को समझा कर शान्त किया व उनका विभिन्न मांगों का ज्ञापन लेकर सभी को वापस भेज दिया।
एडीएम के नम्र व्यवहार से किसान तुरन्त मान गए और वापस लौट गए। जाम खुलने से क्षेत्र के लोगो को बड़ी राहत मिल गई। 

सेनानी की पेंशन रोके जाने को अनुचित बताया

कविता गर्ग    
मुंबई। बंबई उच्च न्यायालय ने एक स्वतंत्रता सेनानी की विधवा की पेंशन रोके जाने को अनुचित बताया और महाराष्ट्र सरकार से जवाब मांगा है। स्वतंत्रता सेनानी की 90 वर्षीय पत्नी ने याचिका में सरकार की पेंशन योजना का लाभ देने का अनुरोध किया है। महिला के पति की 56 साल पहले मौत हो गई थी।
न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति माधव जमादार की पीठ ने 24 सितंबर को आदेश जारी किया और इसकी एक प्रति सोमवार को उपलब्ध कराई गई। अदालत रायगढ़ जिले की निवासी शालिनी चव्हाण की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने ‘स्वतंत्र सैनिक सम्मान पेंशन योजना, 1980’ का लाभ देने का अनुरोध किया क्योंकि उनके दिवंगत पति एक स्वतंत्रता सेनानी थे।
याचिका के अनुसार महिला के पति लक्ष्मण चव्हाण स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। चव्हाण को सजा सुनाई गई जिसके बाद उन्हें 17 अप्रैल, 1944 से 11 अक्टूबर, 1944 तक मुंबई की भायखला जेल में रखा गया। चव्हाण की 12 मार्च 1965 को मृत्यु हो गई। याचिकाकर्ता के वकील जितेंद्र पाठाडे ने अदालत को बताया कि शालिनी चव्हाण को पेंशन योजना का लाभ इस आधार पर नहीं दिया गया कि उनके पति की गिरफ्तारी और कारावास का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है।
पाठाडे ने दलील कि याचिकाकर्ता ने 1966 में अपने दिवंगत पति के कारावास का प्रमाण पत्र राज्य सरकार को प्रस्तुत किया था, लेकिन इसका सत्यापन नहीं हो सका क्योंकि भायखला जेल के पुराने रिकॉर्ड जिसमें उनके पति के कारावास का विवरण था, नष्ट हो गया था। अदालत ने मामले की संक्षिप्त सुनवाई के बाद कहा कि रिकॉर्ड में उपलब्ध सामग्री से लक्ष्मण

चव्हाण के स्वतंत्रता सेनानी होने की स्थिति और याचिकाकर्ता के उनकी विधवा होने के संबंध में कोई विवाद नहीं लगता है। उच्च न्यायालय ने कहा कि अगर ऐसा है भी तो एक स्वतंत्रता सेनानी की पेंशन को इतनी लंबी अवधि के लिए रोकना उचित नहीं है। पीठ ने सरकारी वकील पूर्णिमा कंथारिया को राज्य सरकार से निर्देश प्राप्त करने और 30 सितंबर को वस्तुस्थिति से अदालत को अवगत कराने का निर्देश दिया।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...