सोमवार, 24 मई 2021

सरकार को टीकाकरण की कोई परवाह नहीं: राहुल

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान में कथित तौर पर कमी आने को लेकर सोमवार को चिंता जताई और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को टीकाकरण की कोई परवाह नहीं है। उन्होने रोजाना होने वाले टीकाकरण की संख्या में कथित गिरावट का ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘टीकाकरण महामारी पर नियंत्रण करने की कुंजी है, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार इसकी परवाह नहीं करती।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली समेत कुछ राज्यों में 18 से 44 साल के बीच के आयुवर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण रुक जाने का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, दिल्ली और तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र ने टीकों की कमी का हवाला देते हुए 18 से 44 आयु वर्ग के टीकाकरण को निलंबित कर दिया है। फिर भी, केंद्रीय गृह मंत्री या गृह मंत्रालय ने टीकों की किसी भी कमी से इनकार किया है।’’
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘‘खबरों के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि भारत के दर्जनों जिलों में व्यावहारिक रूप से कोई टीकाकरण नहीं है, लेकिन जिलेवार आंकड़े प्रकाशित नहीं होते हैं। सरकार के इनकार और बेरुखी के शिकार वे लोग हैं जो अपने टीकाकरण की बारी का इंतजार कर रहे हैं।’

जम्मू कश्मीर: ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया

इकबाल अंसारी  

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) को महामारी घोषित कर दिया। इस संबंध में केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने महामारी बीमारी अधिनियम, 1897 की धारा दो के तहत अधिसूचना जारी की।इससे कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ब्लैक फंगस को अधिसूचित बीमारी घोषित करने का निर्देश दिया था।

अधिसूचना के अनुसार सभी सरकारी और निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को इस बीमारी की जांच, पहचान और इलाज के संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से जारी दिर्शानिर्देशों का पालन करना होगा। केंद्र शासित प्रदेश में शुक्रवार को ब्लैक फंगस की वजह से मौत का पहला मामला दर्ज किया गया।

1 जून तक लाॅकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार सरकार ने कोरोना वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को एक जून तक बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (सीएमजी) की बैठक के तुरंत बाद खुद सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 5 मई 2021 से तीन सप्ताह के लिए लाॅकडाउन लगाया गया था। आज फिर से सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई। नीतीश कुमार ने कहा कि लाॅकडाउन का अच्छा प्रभाव पड़ा है और कोरोना संक्रमण में कमी दिख रही है। इसलिए बिहार में 25 मई के आगे एक सप्ताह के लिए अर्थात 1 जून, 2021 तक लाॅकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

महामारी से मौत, मुआवजे पर केंद्र से जवाब मांगा

अकांशु उपाध्याय   नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि दिए जाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर केन्द्र से सोमवार को जवाब मांगा। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एमआर शाह की अवकाशकालीन पीठ ने केन्द्र को कोविड-19 से मरने वाले लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशा-निर्देशों की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

पीठ ने कह कि इसके लिये समान नीति अपनाई जाए। शीर्ष अदालत दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। इन याचिकाओं में केन्द्र तथा राज्यों को 2005 के आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए समान नीति अपनाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।

पीठ ने कहा कि जब तक कोई आधिकारिक दस्तावेज या मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए एक समान नीति नहीं होगी, जिसमें कहा गया हो कि मृत्यु का कारण कोविड था, तब तक मृतक के परिवार वाले किसी भी योजना के तहत, अगर ऐसी कोई है, मुआवजे का दावा नहीं कर पाएंगे। पीठ ने केन्द्र को अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश देते हुए मामले की आगे की सुनवाई के लिये 11 जून की तारीख तय की।

हादसा: डबल डेकर बस पलटीं, 6 गंभीर 29 घायल

शैलेंद्र श्रीवास्तव   
कन्नौज। उत्तरप्रदेश के कन्नौज में रविवार देर रात एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार डबल डेकर बस पलट गई जिसमें करीब 29 लोग घायल हो गए। एक की मौत हो गई और 6 की हालत गंभीर बनी हुई है। गंभीर रूप से घायलों को कानपुर रैफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात बंगाल से गुड़गांव जा रही डबल डेकर बस अपना नियंत्रण खो बेठी और तेज रफ्तार होने की वजह से पलट गई। वहीं दूसरी ओर पीछे से आ रही तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार बस से टकरा गई जिसमें कार सवार 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 29 लोग घायल हो गए। बता दें कि घायलों में 6 लोगों की हालत काफी गंभीर है जिन्हें इलाज के लिए कानपुर रैफर किया है। साथ ही बाकी सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

155-165 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी

अकांशु उपाध्याय   

भुवनेश्वर/कोलकाता/लखनऊ। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘यास’ में बदल गया है और इसके अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। कोलकाता के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक संजीब बंदोपाध्याय ने बताया कि ‘यास’ के 26 मई की दोपहर को पारादीप और सागर द्वीपों के बीच होते हुए ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों से गुजरने का अनुमान है।

यह एक बहुत ही भीषण चक्रवाती तूफान होगा। जिसमें 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार की सुबह यह दबाव का क्षेत्र ओडिशा के पारादीप तथा पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच था और इसके उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने तथा मंगलवार तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है। विभाग के अनुसार बुधवार सुबह तक ‘यास’ अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।

एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात पर नजर रखने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय नबन्ना में नियंत्रण कक्ष खोले हैं। उन्होंने बताया कि तटीय जिलों पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण तथा उत्तर 24 परगना, हावड़ा तथा हुगली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यहां कुछेक स्थानों पर 25 मई से भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 26 मई को झारग्राम, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण तथा उत्तर 24 परगना, हावड़ा तथा हुगली और कोलकाता में जयादातर जगहों पर हल्का से मध्यम और एक या दो स्थानों पर भारी से ले कर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है।

ओडिशा सरकार ने बचाव दलों को तैनात किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने की योजना बना रही है। विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल और दमकल सेवा कर्मियों को तैनात किया है।

उसका अनुमान है कि बालासोर तथा भद्रक जिलों में चक्रवात का बहुत अधिक असर हो सकता है। मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया, ”ओडिशा के चार तटीय जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा तथा जगतसिंहपुर इस चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित हो सकते हैं।” उन्होंने बताया कि 120-165 प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और ओडिशा में भारी बारिश होगी। जेना ने बताया कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन को योजना बनाने को कहा गया है।


लखनऊ। चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के बाद अब बंगाल की खाड़ी से उठ रहे तूफ़ान ‘यास’ को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक चक्रवाती तूफान यास का असर उत्तर प्रदेश में 28 से 30 मई  तक रहेगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बनारस सीतापुर, हरदोई आदि में जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।

किसानों का नया फरमान, राजनीतिक खेमे में हलचल

जींद। हरियाणा में कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए किसान संगठन सरकार के विरोध में आए दिन नए फैंसले और रणनीति बनाते रहते हैं। लेकिन इसी बीच जींद जिले के खटकड़ टोल प्लाजा पर सैकड़ों किसानों की मौजूदगी में एक अनोखा फरमान जारी कर अजब-गजब निर्णय लिया गया, जिसमें कहा गया कि जो भी लोग बीजेपी-जेजेपी से संबंध रखेंगे उनके घर में अपनी बेटी या बेटे की शादी नहीं करेंगे।
किसान नेता सतबीर पहलवान और आजाद पालवां ने संयुक्त रूप से कहा कि इस सरकार को हम कलंकित समझते हैं, जिसके चलते हमने ये फैसला लिया है कि बीजेपी और जेजेपी के साथ समर्थकों के साथ रिश्ता नहीं करेंगे। जिस तरह किसी व्यक्ति का गांव में हुक्का पानी बंद हो तो लोग उनके साथ रिश्ता नहीं करते। उसी तरह किसान भी बीजेपी और जेजेपी के साथ कोई रिश्ता नहीं करेंगे। ना छोरी ब्याहेंगे और न छोरे को ब्याहेंगे। इनके साथ आना-जाना तो तोड़ ही रखा है, अब आगे से इनके साथ रिश्तेदारी भी नहीं बनाएंगे।
बता दें कि इससे पहले किसानों ने बीजेपी और जेजेपी नेताओं का गांवों और शहरों में घुसने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। वैसे तो प्रतिबंध के बाद नेता आते नहीं अगर कोई आ भी जाता है तो उन्हें काले झंडे दिखाए जाते हैं। उनका सामाजिक और राजनीतिक बहिष्कार तो किया ही गया है, अब इनके साथ रिश्ते ना करने का भी फरमान किसानों द्वारा सुना दिया गया है।

हिसार: किसानों का प्रदर्शन, सकते में आया प्रशासन

राणा ओबरॉय   
चंडीगढ़। हिसार में आज किसान प्रदर्शन करेंगे। आयुक्त कार्यालय पर किए जाने वाले प्रदर्शन को लेकर किसानों ने सभी तैयारियां कर ली हैं। वहीं, किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन भी सतर्क है। किसानों के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन ने रैपिड एक्शन फोर्स, हरियाणा आर्म्ड पुलिस के अलावा सात जिलों की पुलिस को हिसार में बुलाया है। जिले में करीब चार हजार से अधिक पुलिस जवान बुलाए गए हैं। जिला प्रशासन ने 26 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं। सात जिलों के खुफिया विभाग के कर्मियों को हिसार में लगाया गया है।किसानों की मीटिंग, टोल प्लाजा पर लिए जा रहे फैसलों और पंचायतों के बारे में पूरी रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जा रही है। 
प्रदर्शन को लेकर जिले भर से किसान शहर के क्रांतिमान पार्क में एकत्रित होंगे और वहां से जुलूस के रूप में आयुक्त कार्यालय की ओर जाएंगे और घेराव करेंगे। उधर, जिला प्रशासन की तरफ से किसानों को बातचीत का निमंत्रण दिया गया है। मगर किसान नेताओं का कहना है कि वे तहसीलदार आदि से बातचीत नहीं करेंगे। अगर खुद आयुक्त उन्हें बुलाएं तो वे बातचीत के लिए तैयार हैं।

अनियंत्रित ट्रैक्टर ने मारी टक्कर, 3 की मौत 1 घायल

अनिल कुमार  
एटा। जिले के सहवार रोड पर हुई एक सड़क दुर्घटना में दो महिलाओं समेत तीन की मौत हो गयी तथा एक युवक घायल हो गया।बताया जा रहा है कि दो बाइकों पर सवार लोग मिरहची थाना क्षेत्र के कुसाडी गांव में एक शादी समारोह में जा रहे थे।घटना अनियंत्रित ट्रैक्टर के धक्का मारने के कारण हुआ है जहां दोनों बाइकों के लोग चपेट में आ गये।बताया कि हादसे में कस्तूरी देवी,चन्द्रावती और कमलेश की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि प्रेम कुमार नामक युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया,युवक को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।घटना के बाद मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया।मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेंजा।

कम लक्षण वालों की चिकित्सा उनके घर पर होगी

राणा ओबरॉय  
चंडीगढ़। प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। इसी दौरान हरियाणा सरकार ने कोविड मरीजों के लिए एक संजीवनी परियोजना शुरू की है। इस परियोजना की शुरूआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा की है। बता दें कि परियोजना में कोविड-19 के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले मरीजों की देखभाल तुरंत उनके घर पर ही की जाएगी। इससे उन्हें इलाज के लिए घर से नहीं निकलना होगा और न ही अस्पताल जाना पड़ेगा। सरकार के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। इससे अस्पतालों पर दबाव भी कम होगा।

वहीं संजीवनी परियोजना’ उन ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा देखभाल का विस्तार करेगी, जहां वायरस की दूसरी लहर के फैलने और इस बीमारी के इलाज के बारे में जागरूकता कम है। सरकार का मानना है कि समुचित देखभाल से 90 प्रतिशत से अधिक रोगियों का घर पर ही इलाज किया जा सकता है।

परीक्षा करा कर एक माह में परीक्षा परिणाम: यूपी

हरिओम उपाध्याय   

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बीच स्कूल कॉलेज से लेकर परीक्षा भी पूरी तरह प्रभावित हुई है। ऐसे में उन बच्चों का भविष्य भी अधर में लटक गया था जो अपनी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे और परीक्षा बेहद नजदीक थी। मगर बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकार को लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी और परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी।

बोर्ड परीक्षाओं को लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहां है कि यूपी की बोर्ड परीक्षा की तैयारियां पूरी है। भारत सरकार द्वारा जिस तिथि से परीक्षा कराए जाने के संबंध में सुझाव प्राप्त होंगे उसी तिथि से परीक्षा करा कर एक माह के अंदर परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। वहीं यूपी में हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा के संबंध में मुख्यमंत्री खुद निर्णय लेंगे। जल्द ही मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर उत्तर प्रदेश की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा का कहना है कि यूपी की बोर्ड परीक्षाएं संपादित करने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आएगी। वही बोर्ड परीक्षा देने वाले 18 वर्ष से ऊपर के विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए भी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। सीबीएसई बोर्ड की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अध्यक्षता की थी। जिसमें सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों ने अपने अपने सुझाव भी दिए थे। बैठक में तय हुआ कि जैसे ही कोरोना संक्रमण कम होगा सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा कराई जाएगी।

दिल्ली: बिना राशन कार्ड भी गरीबों को मिलेगा राशन

हरिओम उपाध्याय  

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर को थामने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन की वजह से रोजाना कमाकर खाने वाले गरीब लोगों को भूखे पेट ना सोना पड़े। इसलिए सरकार ने राजधानी में ऐसे लोगों को भी राशन देने का फैसला लिया था। जिनके पास अभी तक राशन कार्ड नहीं है। ऐसे लोगों के लिए इस सप्ताह पंजीकरण शुरू कर दिए जाएंगे। इसके लिए दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर लिंक दिया जाएगा। कुछ सरकारी तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद पंजीकरण आरंभ कर दिए जाएंगे।

सोमवार को दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि गरीबी की रेखा के तहत राशन पाने के लिए किसी भी तरह के आय प्रमाण पत्र अथवा गरीबी रेखा का प्रमाण पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी। खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद लाभार्थी को एक ई-कूपन मिलेगा। जिसे दिखाने मात्र से ही संबंधित को राशन दे दिया जाएगा। सरकार की ओर से कहा गया है कि पंजीकरण कराने के बाद जो भी व्यक्ति यह ई-कूपन प्राप्त करेगा। उसे राशन दे दिया जाएगा। सरकार की मुफ्त खाद्यान्न योजना के तहत संबंधित व्यक्ति को 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल प्रति व्यक्ति के हिसाब से मिलेगा। दिये जाने वाले खाद्यान्न के बदले कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। गौरतलब है कि 3 दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न दिए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि राजधानी दिल्ली में 17.50 राशन कार्ड से लगभग 7200000 लोगों को हर महीने राशन प्राप्त होता है। परंतु दिल्ली में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो बाहर से आकर रोजी रोटी कमा रहे हैं। रोजाना कमाकर खाने वाले लोगों की आमदनी पर गहरा असर पड़ा है। राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने के लिए इसी सप्ताह पंजीकरण के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...