रविवार, 9 मई 2021

स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु मदद मांगी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ जंग के लिए राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु मदद मांगी। ममता बनर्जी ने मोदी से ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, सिलेंडर तथा कोविड-19 से संबंधित दवाओं पर लगने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), सीमा शुल्क माफ करने की मांग की है।
ममता ने लिखा, “देश में और सामान्य तौर पर पश्चिम बंगाल में कोविड के ​​मामलों आयी अचानक वृद्धि के कारण मैं आपको बुनियादी ढांचे, उपकरण, चिकित्सा और ऑक्सीजन सहित एक चिकित्सा प्रणाली को बढ़ाने की सुविधा पर एक महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में लिख रही हूँ। उन्होंने पत्र में कहा, “हम नई चुनौतियों का सामना करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और विभिन्न स्रोतों से संसाधनों को दिशा देने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। जिसमें कोविड उपचार के लिए जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करना भी शामिल है।

हिमंत बिस्वा को सीएम बनाने के लिए आमंत्रित किया

गुवाहाटी। नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (एनईडीए) के संयोजक हिमंत बिस्वा सरमा रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल के नेता निर्वाचित हुए और उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार बनाने के लिए जल्द ही आमंत्रित किया जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने रविवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा और भाजपा के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास और हाफलांग से नव निर्वाचित विधायक नंदिता गार्लोसा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। चूंकि और किसी के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया तो ‘‘सरमा को भाजपा विधायक दल का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया है।

शाहरुख को लेकर फिर फिल्म बना सकते हैं संजय

कविता गर्ग                     
मुबंई। बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली एक बार फिर किंग खान शाहरुख खान को लेकर फिल्म बना सकते हैं। संजय लीला भंसाली ने शाहरुख खान को लेकर सुपरहिट फिल्म ‘देवदास’ बनाई थी। भंसाली एक बार फिर शाहरुख को लेकर फिल्म बना सकते हैं। बॉलीवुड में चर्चा है कि भंसाली ने शाहरुख को अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट ‘इजहार’ के लिए अप्रोच किया है।
बताया जा रहा है कि भंसाली, शाहरुख के साथ यह फिल्म करीब चार साल पहले करने वाले थे। लेकिन तब बात नहीं बनी। फिल्म की कहानी सत्यघटित घटना पर आधारित है, जिसमें एक भारतीय लड़का अपने प्यार की तलाश में साइकिल से नॉर्वे जाता है। यदि सब कुछ सही रहा तो शाहरुख फिर से भंसाली की फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं।

10 से कार्यालयों में 5 दिन काम होगा: एलआइसी

  अकांशु उपाध्याय              
 नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। ये बदलाव कल से लागू हो जाएंगे।एलआइसी ने कहा है कि 10 मई से उसके सभी कार्यालयों में सप्ताह में पांच दिन काम होगा। बीमा कंपनी में शनिवार को अब अवकाश का दिन घोषित किया गया है। कंपनी ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि 15 अप्रैल 2021 की अधिसूचना में भारत सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम के लिए प्रत्येक शनिवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।LIC अपने कस्टमर्स को ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध करवाता है. उसकी आधिकारिक वेबसाइट https://licindia.in/ पर आप सारा काम ऑनलाइन कर सकते हैं. इसके अलावा कोरोना संकट के बीच अपने ग्राहकों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए LIC ने दावे के निपटान से जुड़ी शर्तों में कुछ ढील देने का घोषणा की है।
इसके अलावा LIC के कर्मचारियों को जल्द ही वेतन बढ़कर मिलेगा. वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) ने वेतन संशोधन बिल को मंजूरी दे दी है. एक लाख से ज्यादा एलआईसी कर्मचारियों को वेज रिवीजन बिल से फायदा होगा. सूत्रों के अनुसार, वेतन बिल में स्वीकृत बढ़ोतरी 16 फीसदी बताई गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई भत्ते (डीए) के 100 फीसदी बेअसर होने के बाद 15 फीसदी की लोडिंग बढ़ोतरी दी गई है।

ठीक हुए व्यक्तियों में ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण मिला

अहमदाबाद। कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस या ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच गुजरात सरकार ने ऐसे रोगियों के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड स्थापित करना शुरू कर दिया है और इसके उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा की 5,000 शीशियों की खरीद की है। गुजरात में म्यूकरमाइकोसिस के अब तक 100 से अधिक मामले सामने आये हैं। यह एक गंभीर लेकिन दुर्लभ कवक संक्रमण है, जिसके चलते कई रोगी दृष्टहीन हो गए हैं और इससे अन्य गंभीर दिक्कतें भी उत्पन्न हो रही हैं। राज्य सरकार के अनुसार वर्तमान में अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 19 रोगियों का इसके लिए इलाज किया जा रहा है।

लॉकडाउन की बढ़ी मांग, सीएम की पीएम से बात

पंकज कपूर   

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना के नए मामलों और मौत के आंकड़ों पर कुछ खास फर्क नहीं दिख रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 5 से 7 हजार प्रतिदिन पॉजिटिव केस आ रहे हैं, साथ ही प्रतिदिन औसतन 100 लोगों की जान जा रही है। ऐसे में लगातार आमजन, व्यापारी, कर्मचारी से लेकर मंत्री और कई विधायक अब लॉकडाउन को ही एकमात्र विकल्प की बात कह रहे हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत हुई है। इसकी जानकारी देते हुए सीएम तीरथ ने कहा कि, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी ली। मैंने प्रधानमंत्री को वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है, मैं प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।”

वहीं इसके बाद से ही माना जा रहा है कि, लॉकडाउन को लेकर प्रदेश सरकार आज कोई बड़ा फैसला ले सकती है। फिलहाल प्रदेश में 10 मई तक कोविड कर्फ्यू लागू है। तीन-तीन दिन कर सरकार चार बार कोरोना कर्फ्यू लागू कर चुकी है। लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक कोरोना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले सात दिनों में घातक हुआ कोरोना 817 लोगों की जिंदगी लील चुका है। ऐसे में अब कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए लोगों को घरों में ही कैद करने यानी पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की मांग उठ रही है।

प्रदेश के सभी 13 जिलों में से तो राजधानी देहरादून कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है, देहरादून कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। लगातार बढ़ रही मौत और संक्रमितों के संख्या के चलते दून देश के टॉप-10 संक्रमित जिलों में शामिल हो गया है। दून ने श्रीनगर, चंडीगढ़, गुवाहाटी को भी पछाड़ दिया है। इस सूची में गुरुग्राम, हरियाणा पहले और कोलकाता छठवें स्थान पर है। संक्रमितों की संख्या के आधार पर जारी आंकड़ों के अनुसार, अभी दून देश में नौवां सबसे ज्यादा संक्रमित जिला है। खुद स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े दून में कोरोना की भयानक तस्वीर पेश कर रहे हैं।

बता दें कि ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में इस समय 71,174 एक्टिव केस हैं, जबकि 30 हजार से ज्यादा सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। वहीं प्रदेश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 375 कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं।

सरकार पर इस समय सख्त कदम उठाने का दबाव है। माना जा रहा है कि, कोविड कर्फ्यू के अगले चरण में प्रदेश सरकार अब आवाजाही को नियंत्रित करने की कोशिश कर सकती है। साथ ही बाजार खुलने के समय को और कम किया जा सकता है। सप्ताह में दो दिन ही बाजार खोलने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और दून शहर के अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हैं, उनमें सरकार को संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार करना चाहिए।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि, कोरोना संक्रमण के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सख्त कदम उठाने की पूरी तैयारी है। इसके कौन-कौन से तरीके होंगे और किस तरह से उन्हें लागू किया जाएगा, इस पर विचार किया जा रहा है।

कोरोना पर काबू पाने के लिए अधिकारी तैनात कियें

पंकज कपूर              
देहरादून। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहे हैं। जिलों में कोरोना के हालात पर काबू पाने के लिए नोडल अधिकारी तैनात किये गये हैं। ये नोडल अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितने जिम्मेदार हैं। ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने 'आपरेशन मदद' शुरू किया। जिसमें हमने सागर नाम के एक शख्स के लिए आईसीयू बेड की व्यवस्था करने की कोशिश की। इसके लिए हमनें देहरादून, टिहरी, चमोली, हरिद्वार, पौड़ी, उत्तरकाशी, श्रीनगर सभी जगहों के कंट्रोल रूम में फोन किया। जहां से हमें नंबर गेम में खूब घुमाया गया।

लालू की तबीयत बिगड़ी, ऑक्सीजन लेवल गिरा

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से जुड़े इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। लालू यादव की तबीयत बिगड़ गई है। उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे चला गया है, जिसके कारण वह आज की वर्चुअल मीटिंग में बहुत लंबा संबोधन नहीं करेंगे। तेजस्वी यादव ने खुद वर्चुअल मीटिंग के दौरान सबसे पहले इस बात की जानकारी दी हैआपको बता दें कि तकरीबन 3 साल 5 महीने यानि 41 महीने बाद रविवार को लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति में एंट्री किये हैं। दोपहर दो बजे लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में बिहार में आरजेडी के विधायक, विधान पार्षदों के साथ साथ पिछले विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी मौजूद हैं। लेकिन राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए बुरी खबर ये है कि आरजेडी सुप्रीमो की तबीयत फिर से ख़राब हो गई है। उनका ऑक्सीजन लेवल नीचे गिरा है, जिसके कारण वह बैठक में ज्यादा देर तक संबोधित नहीं करेंगे। तेजस्वी यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है।
बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि "कोरोना काल में लाखों-लाख लोगों की मृत्यु हुई है। चारों तरफ इसी को लेकर तबाही मची हुई है। ऐसे समय में आपका फर्ज बनता है कि अपने क्षेत्र में जाकर अपनी जनता की सेवा करें। सेवा के साथ-साथ लोगों को जागरूक भी करें. मैं तो बीमार हूँ। नहीं जा रहे हैं कहीं भी। डॉक्टर छुट्टी नहीं दे रहें।" इतना कहकर लालू ने सबको "नमस्कार" कह अपना संबोधन खत्म किया।
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव की बैठक को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सभी विधायक-विधान पार्षदों के साथ साथ पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे नेताओं को निर्देश जारी किया था। नेताओं को कहा गया था कि समय से पहले सभी नेता वर्चुअल तरीके से जुड़े जायें। सब अपने घऱ से ही सेल फोन के जरिये जुड़े। ये सुनिश्चित कर लें कि बैठक के दौरान मोबाइल कैमरे के फ्रेम में कोई दूसरा आदमी न हो। ऐसा न हो कि विधायक-विधान पार्षद या उम्मीदवार के साथ उनके परिवार का आदमी भी बैठा हो। सब ध्यान से राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात सुनें। जिन्हें बोलने के लिए कहा जाये सिर्फ वही बोलें।

लालू प्रसाद यादव की इस बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी मौजदू हैं। इससे पहले जगदानंद ने बताया कि लालू प्रसाद यादव की ये कोई सिय़ासी बैठक नहीं है। बल्कि कोरोना महामारी के वक्त पार्टी के नेता कैसे लोगों की मदद करें वे ये दिशा निर्देश देंगे। जगदानंद ने बताया कि लालू प्रसाद से  बेहतर तरीके से बिहार के गरीबों के दर्द को समझने वाला कोई दूसरा नेता नहीं है। लालू ये बतायेंगे कि गरीबों की मदद कैसे करनी है।


कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार का साथ दें

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री ने लोगों से मदद की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में सरकार का साथ देना है। सीएम ने बिहारवासियों से आह्वान किया कि आइए संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर इस जंग को जीतेंगे।मुख्यमंत्री ने कोरोना के इस संकट में एक के बाद एक तीन ट्वीट्स कर लोगों को साथ आने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। इस आपदा से निपटने में बेहद धैर्य, अनुशासन और हिम्मत के साथ काम करने वाले चिकित्सकों, नर्सों, सफाई कर्मियों, प्रशासन और पुलिस के लोगों सहित सभी कोरोना योद्धाओं का हम पूरे बिहार परिवार की तरफ आभार व्यक्त करते हैं। सीएम ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि इस आपदा में अनेक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिगण मानवता की सेवा कर रहे हैं। युवा साथी जनता की सेवा के लिए विशेष रूप से सक्रिय हैं और सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर रहे हैं, जो सराहनीय है। ऐसे सभी लोगों का भी हम बिहार परिवार की तरफ से धन्यवाद करते हैं।
जंग में सरकार का साथ देना है-सीएम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान बिहार ने बहुत दृढ़ता और साहस के साथ ये लड़ाई लड़ी। इस बार भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए हमें अपने को और अपनों को बचाना है। कोरोना के खिलाफ इस जंग में सरकार का साथ देना है। आइए संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर इस जंग को जीतेंगे।

संक्रमित पार्थिव शरीर की अत्येष्टि नि:शुल्क: यूपी

संदीप मिश्र  

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए हर संभव मदद कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को सीएम योगी ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 को अहम दिशा-निर्देश दिए हैं। योगी सरकार कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के बाद अब सभी पार्थिव शरीर की अत्येष्टि नि:शुल्क कराएगी। इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में कोविड से मृत्यु की दशा में निःशुल्क अंतिम संस्कार होगा, यह आदेश नगर निगम सीमा में लागू होगा।

अपर मुख्य सचिव नगर विकास मनोज सिंह ने आदेश जारी करते हुए बताया कि अंतिम संस्कार के लिए श्मशान गृह और कब्रिस्तान में निशुल्क अंतिम संस्कार कराया जाएगा। सिंह के मुताबिक अंतिम संस्कार में घर छोड़ने वाला धन नगर निकाय अपने स्वयं के मदों से खर्च करेंगे। उन्होंने बताया कि नगर निगम का मूल कर्तव्य है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से अनुपालन करते हुए कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों का निशुल्क अंतिम संस्कार कराएं। इसके साथ ही इस प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन करना अनिवार्य है।


लॉकडाउन में शराब की कालाबाजारी से स्टॉक खत्म

सुनील पुरी   
सिधौली सीतापुर। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान शराब तस्करी भले ही बड़े पैमाने पर नहीं हो रही हो, लेकिन प्रदेश में शराब अभी भी महंगे दामों पर बेची जा रही है। प्रदेश में फिर से लॉकडाउन शुरू हुआ, जिसके बाद से बहुत कम लोगों को शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, कई जगहों पर शराब बेहद महँगी बेची जा रही है। मांग और मजबूरी देखते हुए चोरी छिपे लोग 200 रुपए की बोतल 1000 से 1200 तक में खरीद रहे हैं। 
हालांकि शराब के नियमित उपभोक्ताओं का दावा है कि उनका पसंदीदा ब्रांड सिधौली में आसानी से उपलब्ध है, मगर यह काफी महंगे दामों पर मिल रहा है, आमतौर पर 600 रुपये में बिकने वाली रॉयल स्टैग की एक बोतल वर्तमान में 1,200 रुपये में उपलब्ध है, जबकि ब्लेंडर्स प्राइड जिसकी कीमत 800 रुपये है, उसे 1600 रुपये में बेचा जा रहा है। या कही जगहों पर इससे ज्यादा महँगी है। इतनी महँगी होने के बाद भी लोग किसी भी कीमत पर शराब खरीदने को तैयार हैं। पीने वालों की लत का फायदा उठाया जा रहा है और मनमाफिक दाम वसूले जा रहे हैं। 
सूत्रों का कहना है कि वैसे तो शराब की दुकानें बाहर से बंद हैं, मगर चुपके से जानकार ग्राहकों को शराब अभी भी उपलब्ध कराई जा रही हैजब से लॉकडाउन हुआ, उस दिन से शराब की दुकानें भी बंद हैं। सबसे ज्यादा उन लोगों की मुश्किल हुई जो शराब के लती हैं। शराब न मिलने की वजह से लोग बेहद परेशान हैं। और कसी तरह से जुगाड़ कर शराब पी रहे हैं और इसके एवज में कोई भी कीमत देने को तैयार हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते 10 अप्रैल तक लॉकडाउन है। 10 अप्रैल के बाद लॉकडाउन बढ़ाये जाने की पूरी संभावना है। प्रदेश में अब तक कोरोना के हज़ारों मामले सामने आ रहे हैं, जबकि हज़ारों से अधिक लोगों की मौत हो रही है।

4,03,738 नए संक्रमित, कुल 2,22,96,414 हुए

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,03,738 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,22,96,414 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 4,092 और मरीजों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,42,362 हो गई। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार बढ़कर 37,36,648 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.76 प्रतिशत है, जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 82.15 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में 3,86,444 और मरीजों के ठीक होने के साथ अब तक स्वस्थ हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,83,17,404 हो गई है, जबकि मृत्युदर 1.09 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामले पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे।इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।
वैश्विक महामारी के मामले पिछले साल 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारत में महामारी के मामले चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, आठ मई तक 30,22,75,471 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 18,65,428 नमूनों की जांच शनिवार को की गई।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...