शनिवार, 1 मई 2021

3 से 20 मई तक देश में कोईं लॉकडाउन नहीं: सरकार

अकांशु उपाध्याय                               
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बीच एक खबर बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रही है। जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने देश में 3 मई से 20 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। कुछ लोग अपने व्हाट्सएप पर स्टेटस लगा रहे हैं, तो कुछ लोग फेसबुक पर भी इस खबर को तेजी के साथ वायरल कर रहे हैं। 

पीआईबी ने इस खबर को चेक किया है और देशवासियों को इस खबर की सही जानकारी दी है। पीआईबी ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही खबरों की पीछे की सच्चाई जानने की कोशिश की। पीएम मोदी ने लॉकडाउन को लेकर देश के नाम संबोधन में साफ तौर पर राज्य सरकार को लॉकडाउन नहीं लगाने का संकेत दिया था। पीएम मोदी ने कहा था कि वर्तमान स्थिति में देश लॉकडाउन नहीं झेल पाएगा। 

ऐसी स्थिति में राज्य सरकार वायरस को नियंत्रित करने के लिए अन्य उपाय अपनाएं और जहां तक संभव हो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। पीआईबी फैक्ट चेक के माध्यम से पाया कि वायरल हो रही खबर पूरी तरीके से गलत। यानी पत्र सूचना कार्यालय ने केंद्र सरकार के मंत्रालय विभाग और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक तथ्य जांच इकाई गठित की। जिसकों पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। इसके बाद यह साफ हो गया कि 3 मई से 20 मई तक देश में कोई लॉकडाउन नहीं है।

गर्मी में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं 'खीरा'

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। गर्मी में सबसे ज्यादा अगर किसी सब्जी को पसंद किया जाता है तो वह है 'खीरा'। खीरा खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और इसीलिए गर्मी में खीरा ज्यादा खाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि आपके पसंदीदा खीरे के भी कुछ नुकसान हैं। अगर आप बहुत ज्यादा खीरा खाते हैं तो इसकी वजह से आपकी सेहत को नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि खीरे के हमारी सेहत पर क्या दुष्प्रभाव पड़ते हैं।खीरे में क्यूकरबिटासिन नामक तत्व होता है जिसकी वजह से खीरा खाने के बाद डकार आती है। यह अपच का कारण भी बन सकता है और अपच पेट फूलने एवं पेट दर्द की समस्या पैदा करती है। खीरे में मौजूद फाइबर पेट फूलने का कारण बन सकता है। यह खीरे के दुष्प्रभावों में सबसे ज्यादा आम है। खीरा मूत्रवर्द्धक होता है इसलिए इसके सेवन से बार-बार पेशाब आने लगती है। वहीं, ज्यादा पेशाब आने की वजह से शरीर से तरल पदार्थ अधिक मात्रा में बाहर निकल जा सकता जिससे डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी का खतरा रहता है। कई बार कड़वा खीरा भी आ जाता है। क्यूकरबिटासिन के कारण खीरा कड़वा हो जाता है। इस तत्व में टॉक्सिक यौगिक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। टॉक्सिक होने की वजह से खीरे के सेहत पर हल्घ्के और गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। खीरे के जूस से एलर्जी भी हो सकती है। कुछ लोगों को खीरा खाने की वजह से खुजली, चेहरे या मुंह में सूजन या गले में संक्रमण आदि की समस्या हो सकती है। अगर आप साइनस या सांस से जुड़ी किसी गंभीर या लंबे समय से चली आ रही बीमारी से ग्रस्त हैं तो आपको खीरे का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार खीरे की ठंडी तासीर इन बीमारियों को बढ़ा सकती है। जिनकी वजह से गंभीर जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। वैसे तो गर्भावस्घ्था में खीरा खाना सुरक्षित माना जाता है। लेकिन कुछ स्थितियों में ज्घ्यादा खीरा खाना खतरनाक साबित हो सकता है। मूत्रवर्द्धक होने के कारण बार-बार पेशाब आता है। जो कि प्रेग्नेंसी में आपको परेशान कर सकता है। इसकी वजह से आपको पेट दर्द और पेट फूलने की शिकायत भी हो सकता है।

टीकाकरण कार्यक्रम को गति, मदद कर रहा हैं यूएसए

वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की बाल एजेंसी कोविड-19 की प्रलयकारी नई लहर से लड़ने में भारत की मदद करने के लिए 3,000 ऑक्सीजन सांद्रक, जांच किट और अन्य उपकरण समेत अहम जीवनरक्षक आपूर्तियां भेज रही है। यूनिसेफ ने यह भी कहा कि वह सभी आयु वर्गों को टीका देने के लिए भारत सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम को गति देने में भी मदद कर रहा है। संवाददाता सम्मेलन के दौरान, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के उपप्रवक्ता फरहान हक ने महासचिव एंतोनियो गुतारेस के ट्वीट का संदर्भ दिया कि वह और संयुक्त राष्ट्र परिवार देश के लोगों के साथ कोविड-19 की इस भयावह स्थिति के दौरान एकजुटता से खड़ा है और संयुक्त राष्ट्र देश के प्रति अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है। हक ने कहा कि भारत में संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट समन्वयक रेनाटा लोक डेसालियन भी महासचिव की तरह विचार रखती हैं।संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यूनिसेफ पूर्वोत्तर भारत और महाराष्ट्र के अस्पतालों के लिए 25 ऑक्सीजन संयंत्रों की खरीद एवं स्थापना में मदद करने के साथ ही देश में प्रवेश के स्थानों पर थर्मल स्कैनर लगाने में मदद कर रहा है। इसमें कहा गया, “यूनिसेफ और साझेदार सभी आबादी समूहों में समान रूप से टीका देने के लिए उसके राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम को गति देने के लिए सरकार का लगातार समर्थन कर रहे हैं।

विश्व में कोरोना से 31,76,404 लोगाें की मौंत हुईं

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। विश्व भर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इस वायरस के संक्रमण से 15 करोड़ नौ लाख 95 हजार 578 लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 31 लाख 76 हजार 404 लोगाें की जान जा चुकी है। कोरोना संक्रमण से मरने वालों में अमेरिका शीर्ष पर है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15 करोड़ नौ लाख 95 हजार 578 हो गयी है। जबकि 31 लाख 76 हजार 404 लोगों की मौत हो चुकी है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है तथा यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 23 लाख 45 हजार 62 से अधिक हो गयी है। जबकि 5,76,232 मरीजों की इस महामारी से मौत हो चुकी है।दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में चौथे स्थान पर है। यहां संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ 91 लाख 64 हजार 969 हो गयी है और इस वायरस के संक्रमण को एक करोड़ 56 लाख 80 हजार लोग मात दे चुके हैं तथा अभी तक दो लाख 15 हजार 376 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे एक करोड़ 46 लाख 59 हजार 11 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि इसके संक्रमण से 403,781 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक करीब 5,677,835 लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 1,04,385 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 104,675 लाख से अधिक पहुंच गयी है और 1,07,902 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की में अब तक 4,820,591 लोग संक्रमित हुए हैं और 40,131 लाेगों की जान जा चुकी है।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 4,432,246 हो गयी है और 127,775 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में संक्रमितों की संख्या 4,022,653 अधिक हो गयी है और 120,807 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से 3,524,077 लोग प्रभावित हुए हैं और 78,216 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के मामले में जर्मनी दसवें स्थान पर है और यहां इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 3,405,365 हो गई है और 83,098 लोगों की मौत हो चुकी है।
अर्जेंटीना में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 2,977,363 हो गयी है और इसके संक्रमण से 63,865 लोगों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 2,859,724 लोग प्रभावित हुए हैं और 73,720 लोगों ने जान गंवाई है। पोलैंड में कोरोना से 2,792,142 लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 67,502 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान ने कोरोना संक्रमितों के मामले में मेक्सिको को पीछे छोड़ दिया है यहां कोरोना वायरस से 2,499,077 लोग प्रभावित हुए हैं और 73720 लोगों की मौत हो चुकी है।

महामारी: राजनीतिक सर्वसम्मति बनाने की अपील की

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने को लेकर एक राष्ट्रीय नीति पर राजनीतिक सर्वसम्मति बनाने की केंद्र से शनिवार को अपील की। गांधी ने वीडियो संदेश में कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र एवं राज्य सरकारें जागें और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 का टीका सभी नागरिकों को नि:शुल्क लगाया जाना चाहिए और देश की टीकाकरण मुहिम को गति देने के मकसद से टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिए लाइसेंस हासिल करने को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”मैं केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि देश में कोविड-19 संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय नीति तैयार की जाए और इसे लेकर राजनीतिक सर्वसम्मति बनाई जाए। उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि केंद्र एवं राज्य सरकारें जागें और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह हर गरीब परिवार के खाते में छह-छह हजार रुपए पहुंचाए, ताकि मौजूदा संकट से निपटने में उन्हें मदद मिल सके। उन्होंने जांच बढ़ाने और आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की काला बाजारी रोकने की अपील की। गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में केंद्र के साथ खड़ी रहेगी और उन्होंने सभी भारतीयों से इस मुश्किल समय में एकजुट रहने की अपील की।
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक चार लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या अब 32 लाख के पार हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 4,01,993 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,91,64,969 हो गई तथा 3,523 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,11,853 हो गई।

24 घंटें में संक्रमण के 4 लाख से अधिक नए मामलें

अकांशु उपाध्याय                         
नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक चार लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या अब 32 लाख के पार हो गई है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 4,01,993 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,91,64,969 हो गई तथा 3,523 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,11,853 हो गई। देश में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और उपचाराधीन लोगों की संख्या बढ़कर 32,68,710 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.06  प्रतिशत है तथा मरीजों के ठीक होने की दर और गिरकर 81.84 प्रतिशत रह गई है।आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,56,84,406 हो गई है और मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। वहीं, कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी।
इसके बाद 28 सितंबर को कोविड-19 के मामले 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख, 19 दिसंबर को एक करोड़ और 19 अप्रैल को कोविड-19 के मामले 1.5 करोड़ से अधिक हो गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 30 अप्रैल तक 28,83,37,385 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 19,45,299 नमूनों की शुक्रवार को जांच की गई।

किस्त: सरकार ने 8,873.6 करोड़ रुपये जारी किएं

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोविड-19 रोधी विभिन्न उपायों के वास्ते 2021-22 के लिए राज्य आपदा मोचन कोष (एसडीआरएफ) से केंद्र के हिस्से की पहली किस्त के तौर पर 8,873.6 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इन उपायों में अस्पतालों के निर्माण के साथ ही ऑक्सीजन उत्पादन के लिए संयंत्र स्थापित करना भी शामिल है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि विशेष वितरण के तौर पर वित्त मंत्रालय के अधीन व्यय विभाग ने उसकी अनुशंसा पर सामान्य कार्यक्रम से पहले यह राशि जारी कर दी है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि राज्यों को 8,873.6 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।सामान्य तौर पर, इस कोष की पहली किस्त वित्त आयोग की अनुशंसाओं के मुताबिक जून में जारी की जाती है। हालांकि, सामान्य प्रक्रिया में राहत देते हुए, न सिर्फ एसडीआरएफ की किस्त समय से पहले जारी की गई है, बल्कि पिछले वित्त वर्ष में राज्यों को उपलब्ध कराई गई राशि के उपयोग प्रमाण-पत्र की प्रतीक्षा किए बिना ही राशि जारी कर दी गई है।
बयान में कहा गया कि जारी की गई राशि का आधा हिस्सा यानी 4,436.8 करोड़ रुपये का इस्तेमाल राज्य कोविड-19 रोकथाम उपायों के लिए कर सकते हैं। इसमें कहा गया कि एसडीआरएफ से जारी की गई निधि का उपयोग राज्य, अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन एवं भंडारण संयंत्रों में आने वाले खर्च में, वेंटिलेटर, एयर प्यूरिफाइर, एंबुलेंस सेवाएं मजबूत करने, कोविड-19 अस्पताल, कोविड-19 देखभाल केंद्र, थर्मल स्कैनर, निजी सुरक्षात्मक उपकरण, चिकित्सीय उपयोग की वस्तुओं, जांच प्रयोगशालाएं, जांच किट, निषिद्ध क्षेत्रों आदि के लिए कर सकते हैं।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

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