बुधवार, 28 अप्रैल 2021

टेस्टिंग की क्षमता दोगुनी, सीएम योगी की रणनीति

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संकम्रण पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार की नीतियां कारगर साबित हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट वाले मंत्र को लेकर योगी सरकार प्रदेश में कोविड नियंत्रण के नए रिकॉर्ड बना रही है। सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना, वैक्सीनेशन को तेजी से बढ़ाना और प्रदेश में टेस्टिंग की क्षमता को दोगुना करना, यह मुख्यमंत्री योगी की रणनीति है। 
 राज्य सरकार का दावा है कि योगी की रणनीति के चलते प्रदेश की 24 करोड़ आबादी में से 21 करोड़ लोगों तक सरकार अपनी पहुंच बना चुकी है। यही कारण है कि देश में आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश होने के बाद भी उत्तर प्रदेश में कई राज्यों की तुलना में पॉजिटिव केसों की संख्या कम है।
 राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में बढ़ते मामलों को लेकर टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है। देश में चार करोड़ से ज्यादा टेस्टिंग करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश बन चुका है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में एक लाख 84 हजार टेस्ट किए गए हैं। जिनमें 94 हजार से अधिक टेस्ट आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए हैं। यही नहीं, सरकार ने अग्रेसिव टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए 40 नई आरटीपीसीआर मशीनों का ऑर्डर प्लेस कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि प्रदेश में आरटीपीसीआर के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जाए।
 प्रवक्ता ने बताया कि पिछली बार जब प्रदेश में कोरोना ने दस्तक दी थी, तभी से प्रदेश में सर्विलांस टीम का गठन कर दिया गया था। यह टीम घर-घर जाकर लोगों का सर्वेक्षण कर रही है। सोमवार तक प्रदेश में 16 करोड़ 19 लाख से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची चुकी है। इस दौरान जो लोग भी संक्रमण युक्त पाए गए हैं, उनका टेस्ट कराकर इलाज शुरु कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक प्रदेश के दो लाख 35 हजार 227 इलाकों में 5 लाख 73 हजार 620 टीम दिवसों के माध्यम से तीन करोड़ 35 लाख 50 हजार 687 घरों का सर्विलांस किया है।
 

मुक्केबाजी चैंपियनशिप दुबई में आयोजित होगीं

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली/ आबुधाबी। भारत में कोविड-19 संकट को देखते हुए एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप अगले महीने ​दिल्ली के बजाय दुबई में आयोजित की जाएगी। लेकिन राष्ट्रीय महासंघ अब भी यूएई के साथ इसका संयुक्त मेजबान होगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन 21 से 31 मई के बीच राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया जाना था लेकिन दिल्ली में अभी कोविड-19 के प्रतिदिन 20,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने बयान में कहा कि भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों के कारण भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने एशियाई मुक्केबाजी परिसंघ (एएसबीसी) के साथ सलाह मशविरा करके एएसबीसी एशियाई एलीट पुरुष एवं महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन दुबई में कराने का फैसला किया।इसमें कहा गया है कि इस प्रतियोगिता का आयोजन अब बीएफआई यूएई मुक्केबाजी महासंघ के साथ मिलकर करेगा। भारत में कोविड-19 के प्रतिदिन तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं। जिसके बाद कई देशों ने भारत में उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बीएफआई ने कहा कि महामारी के कारण कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध लगाये हैं जिसे देखते हुए बीएफआई और एएसबीसी ने टूर्नामेंट का आयोजन दूसरे स्थान पर करने का संयुक्त फैसला किया।
राष्ट्रीय महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि यह फैसला करना काफी मुश्किल था। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें देश से बाहर इसका आयोजन करना पड़ रहा है। हम चैंपियनशिप का आयोजन दिल्ली में करने के इच्छुक थे लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। मुक्केबाजों की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है और इसलिए हमने यह फैसला किया। हम स्थिति पर करीबी निगरानी रखे हुए थे तथा एएसबीसी और भारत सरकार के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमे टूर्नामेंट का आयोजन दुबई में करने का निर्णय किया।

कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए आगें आईं ट्विकंल

कविता गर्ग                   
मुंबई। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार और उनकी पत्नी अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना कोरोना मरीजों की मदद के लिए आगे आयी है। देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। इस बीच कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में अपना योगदान देने के लिए अक्षय कुमार और उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना आगे आयी हैं।ट्विंकल खन्ना ने पोस्ट शेयर कर लिखा, “एक बहुत अच्छी खबर है कि लंदन एलीट हेल्थ कि डॉ. द्रश्निका पटेल और डॉ. गोविंद बंकानी देविक फाउंडेशन के माध्यम से 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स दान कर रहे हैं। वहीं अक्षय कुमार और मैंने 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की व्यवस्था की है। अब हमारे पास टोटल 220 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स हो गए हैं। लीड्स के लिए शुक्रिया। चलो सब अपना योगदान देते हैं।ट्विंकल खन्ना ने इससे पहले एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “प्लीज, मुझे वेरिफाइड, भरोसेमंद और रजिस्टर्ड एनजीओ के बारे में जानकारी दीजिए, जो 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स (प्रति मिनट 4 लीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले) बांटने में मदद कर सकें। ये कंसंट्रेटर्स सीधे यूके से उन तक पहुंचाए जाएंगे।

‘अंधे सिस्टम’ को सच दिखाया जाना चाहिए: राहुल

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस महामारी के संकट के बीच बुधवार को लोगों से एक दूसरे की मदद करने की अपील की और कहा कि इस ‘अंधे सिस्टम’ को सच दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया। एक दूसरे की सहायता करते आम जन दिखाते हैं कि किसी का दिल छूने के लिए हाथ छूने की ज़रूरत नहीं। मदद का हाथ बढ़ाते चलो, इस अंधे ‘सिस्टम’ को सच दिखाते चलो। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए 20 घंटे तक का इंतजार करने संबंधी खबर का हवाला देते हुए दावा किया कि ये तस्वीरें मोदी सरकार का जीवन भर पीछा नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने ट्वीट किया, ये मानवता के खिलाफ है। ये अपराध भी है। अंतिम संस्कारों का ये अन्तहीन सिलसिला अहंकारी शासकों के पत्थर दिल का सबूत है। अपने ही लोगों की लाशों की बुनियाद पर सरकार मजबूत नहीं हो सकती। ये तस्वीरें और घटनाएं मोदी सरकार का जीवन भर पीछा करेंगी।

बिहार: आग लगने से 4 बच्चों की मौंत हुईं

अविनाश श्रीवास्तव              
पटना। बिहार में पटना जिले के पुनपुन थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह आग से झुलसकर एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अलादीन चक गांव निवासी छोटू पासवान के घर में खाना बनाने के दौरान रसोई गैस सिलेंडर के पाइप से रिसाव होने से आग लग गयी। इस दुर्घटना में चार बच्चों की झुलसकर मौत हो गयी। मृतकों की पहचान छोटू पासवान की पुत्री डॉली (12) ,राखी (06) ,आरती (05) और पुत्र अंकित (04) के रूप में की गयी है। सूत्रों ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद दमकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

सरकार: 2021 को संशोधन अधिनियम लागू किया

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने (संशोधन) अधिनियम, 2021 को लागू कर दिया गया है, जिसमें शहर की चुनी हुई। सरकार के ऊपर उपराज्यपाल को प्रधानता दी गई है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक अधिनयम के प्रावधान 27 अप्रैल से लागू हो गए हैं। नए कानून के मुताबिक, दिल्ली सरकार का मतलब ‘उपराज्यपाल’ होगा और दिल्ली की सरकार को अब कोई भी कार्यकारी फैसला लेने से पहले उपराज्यपाल की अनुमति लेनी होगी। गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव गोविंद मोहन के हस्ताक्षर के साथ जारी अधिसूचना में कहा गया, ‘‘दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) अधिनियम, 2021 (2021 का 15) की धारा एक की उपधारा -2 में निहित शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार 27 अप्रैल 2021 से अधिनियम के प्रावधानों को लागू करती है।’’
उल्लेखनीय है कि संसद ने इस कानून को पिछले महीने पारित किया था। लोकसभा ने 22 मार्च को और राज्य सभा ने 24 मार्च- को इसको मंजूरी दी थी। जब इस विधेयक को संसद ने पारित किया था तब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे ‘‘भारतीय लोकतंत्र के लिए दुखद दिन’ करार दिया था।

महाराष्ट्र: अस्पताल में आग, 4 संक्रमितों की मौंत

कविता गर्ग                   
ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे के समीप एक निजी अस्पताल में बुधवार तड़के आग लगने के बाद चार संक्रमितों की मौत हो गई। नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि मरीजों की मौत आग लगने के बाद दूसरे अस्पतालों में ले जाते वक्त हुई न कि जलने के कारण। हो सकता है कि आग लगने के बाद उनके शरीर में धुआं घुस गया हो।इससे पांच दिन पहले पालघर जिले के विरार में एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से कोविड-19 के 15 मरीजों की मौत हो गई थी। अधिकारी ने बताया कि ठाणे के समीप मुंब्रा इलाके में कौसा में स्थित प्राइम क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर आग लगी। अस्पताल में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं था।उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर दमकल की तीन गाड़ियां और पांच एम्बुलेंस भेजी गई। आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू में भर्ती छह मरीजों समेत 20 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। महाराष्ट्र के मंत्री और स्थानीय विधायक जितेंद्र अव्हाड ने घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया कि आग से अस्पताल की पहली मंजिल जलकर खाक हो गई।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हादसे की जानकारी दी गई है। प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अव्हाद ने बताया कि आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की गई है। समिति में ठाणे नगर निगम के अधिकारी और पुलिस तथा मेडिकल के अधिकारी भी शामिल होंगे।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...