गुरुवार, 25 मार्च 2021

दोस्त ने दूसरे की माता के खाते से उड़ाए ₹235000

अतुल त्यागी   
हापुड़। थाना देहांत का मामला है। मोहल्ला कवि नगर का रहने वाला परिवार में मयंक का एक दोस्त कुनाल उसके घर आता था। पब्जी गेम खेलने कुछ दिन पूर्व भी मयंक के पिता की कैंसर से मौत हुई थी। माता विजयलक्ष्मी के खाते से दोस्त ने 235000 उडाये। पुलिस जांच में जुटी और दोस्त के मामा पर शक है।

कोरोना: 5 महीने बाद आएं 53 हजार नए मामलें

 अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 53,476 नए मामले आए जो इस साल अभी तक एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले 1,17,87,534 पर पहुंच गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के मामलों में लगातार 15वें दिन वृद्धि हुई है। और 3,95,192 लोग अभी कोविड-19 का इलाज करा रहे हैं। जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.35 प्रतिशत है। वहीं इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 95.28 प्रतिशत रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक 153 दिनों में संक्रमण के एक दिन में आए यह सर्वाधिक मामले हैं। 251 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 1,60,692 पर पहुंच गई है। इससे पहले 23 अक्टूबर को 24 घंटों में कोरोना वायरस के 54,366 नए मामले दर्ज किए गए थे। आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,12,31,650 हो गई है। जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख से पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 24 मार्च तक 23,75,03,882 नमूनों की जांच की जा चुकी है। बुधवार को 10,65,021 नमूनों की जांच की गई।

सेना की जिप्सी में लगीं आग, 3 सैनिकों की मौत

श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में राजियासर थाना क्षेत्र में छतरगढ़ मार्ग पर सेना की एक जिप्सी पलट जाने एवं उसमें आग लग जाने से तीन जवानों की मौत हो गई। जबकि, पांच जवान घायल हो गए। थाना प्रभारी विक्रम तिवारी ने बताया, घायल जवानों को सूरतगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि राजियासर थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे राजियासर छतरगढ़ मार्ग पर इंदिरा गांधी नहर की बुर्जी संख्या 330 के पास यह हादसा हुआ। सेना की 47 आर्मड रेजीमेंट (बठिंडा, पंजाब) के आठ जवान जिप्सी में जा रहे थे। अचानक जिप्सी अनियंत्रित होकर पलटते हुए सड़क किनारे झाड़ियों एवं पेड़ों में जा गिरी। इसके बाद जिप्सी में आग लग गई। जवानों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने बताया कि इसी दौरान आसपास के लोग जिप्सी पलटने की आवाज सुनकर और आग की लपटें उठती देख कर भाग कर आए।ग्रामीणों ने मशक्कत कर पांच जवानों को बाहर निकाला लेकिन तीन को नहीं निकाला जा सका। इन की मौके पर ही जल जाने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान सूबेदार ए मैमेजर, हेड कांस्टेबल देव कुमार और हवलदार एसके शुक्ला के रूप में हुई है।
घायलों में एसके प्रजापति (35) ,अंकित बाजपाई (34) , उमेश यादव(27),अशोक ओझा (28) बबलू (27) शामिल हैं। आपातकाल सेवा 108 की एंबुलेंस से घायलों को सूरतगढ़ के सरकारी अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने भीषण आग लगे देख कर सूरतगढ़ में दमकल सेवा को फोन किया। सेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और मामले जांच कर रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस हादसे में सेना के तीन जवानों की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया है। गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए हादसे पर संवेदना जताते हुए कहा कि श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ क्षेत्र में एक हादसे में सेना के तीन जवानों की जान चली गई और पांच घायल हो गए, यह जानकार उन्हें दुख पहुंचा हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए ईश्वर से इस कठिन समय में उन्हें हिम्मत देने तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की।
भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी हादसे पर दुख जताते हुए कहा “श्रीगंगानगर जिले में छत्तरगढ़ रोड पर सेना की जिप्सी दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण तीन जवानों की मृत्यु तथा पांच जवानों के घायल होने की सूचना है। मैं ईश्वर से हादसे में जान गंवाने वाले सैनिकों की आत्मा को शांति तथा घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करती हूं।
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी इस पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि सैन्य जवानों की एक जिप्सी अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते हादसे में तीन जवानों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शान्ति, घायलों को स्वास्थ्य लाभ तथा परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की।

पेड़ से टकराकर खाई में पलटीं बस, 2 की मौत

शाहजहांपुर। गुरुवार सुबह हाईवे पर अनियंत्रित बस पेड़ से टकराकर खाई में गिर गई। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत गई जबकि 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
नेशनल हाईवे पर कोतवाली तिलहर के ग्राम फिरोजपुर की मोड़ के पास एक मिनी बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने के बाद खाई जा गिरी। चीख पुकार सुन राहगीर मदद के लिए रुके और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही सीओ परमानंद पांडे समेत कोतवाल हरपाल सिंह बालियान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। बस और पेड़ के बीच में फंसे हुए घायलों को निकालने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बस को बाहर निकालने के लिए हाइड्रा और जेसीबी मशीन की सहायता लेनी पड़ी, लेकिन जब तक घायलों को बाहर निकाला जाता उनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने राहगीरों की मदद से घायलों को निकाल कर अस्पताल भिजवाया। जहां से सभी को जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक बस चंडीगढ़ से कुशीनगर जा रही थी। वहीं बस में लगभग दो दर्जन से अधिक लोग बताए गए हैं।

राष्ट्रीय अवसंरचना वित्त पोषण बैंक पर संसद की मुहर

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। राज्यसभा ने देश में ढांचागत विकास को गति देने के लिए राष्ट्रीय अवसंरचना और विकास वित्त पोषण बैंक विधेयक-2021 बृहस्पतिवार को ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके साथ ही इस पर संसद की मुहर लग गयी। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि बैंक के संचालन के लिए एक बोर्ड का गठन होगा जिसके निर्देश पर बैंक के प्रबंध निदेशक और उप प्रबंधक महानिदेशक की नियुक्ति होगी। बैंक की इक्विटी एक लाख करोड़ रुपए की होगी जिसमें केंद्र सरकार और अन्य संस्थानों की हिस्सेदारी होगी। बाद में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी घटाकर 26 प्रतिशत कर दी जाएगी। शुरुआत में शत प्रतिशत हिस्सेदारी सरकार की होगी। बैंक अपनी जरुरतें पूरी करने के लिए सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक, वाणिज्यिक बैंकों, एशियाई विकास बैक और विश्व बैंक से ऋण ले सकेगा। केंद्र सरकार शुरूआत में बैंक को 5000 करोड़ रुपए का अनुदान उपलब्ध करायेगी।
उन्होंने कहा कि ढांचागत विकास क्षेत्र बहुत जोखिम भरा है। और वाणिज्यिक बैंक लंबी अवधि तक इस जोखिम को उठाने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए ढांचागत विकास को गति देने के लिए और जोखिम को कम करने के लिए अलग संस्थान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस बैंक का गठन रिजर्व बैंक की देखरेख में होगा और यह संस्थान ढांचागत विकास के लिए वित्तीय प्रबंधन का काम करेगा।
इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और विकास को गति मिलेगी। बैंक का स्वामित्व पूरी तरह से सरकार का होगा और सरकार ही इसके लिए जवाबदेह होगी। इस विधेयक में राष्ट्रीय अवसंरचना वित्त विकास बैंक की स्थापना का प्रावधान है। जिसका उद्देश्य लम्बी अवधि की अवसंरचना परियोजनाओं के वित्त पोषण की व्यवस्था करना है।
सीतारमण ने कहा कि इस बैंक के बनने से देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र की परियोजनाओं के लिए सस्ती दरों पर लम्बी अवधि के लिए वित्त पोषण की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके गठन से बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में सरकारी तथा निजी क्षेत्र की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय अवसरंचना वित्त पोषण और विकास बैंक विधेयक,2021 पर चर्चा में शामिल होते हुए राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने कहा कि विधेयक में निगरानी और पर्यवेक्षण का प्रावधान नहीं किया गया है। जो किसी संस्थान के लिए बहुत आवश्यक होता है। उन्होंने विधेयक को प्रवर समिति को भेजने की मांग की जिससे सभी स्टेकहोल्डर के विचार जाने जा सकें।
उन्होंने बिहार में विकास का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही राज्य को उसका हिस्सा नहीं मिला है। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बिहार के विकास के लिए विशेष प्रावधान करने की मांग की। आम आदमी पार्टी के नारायण दास गुप्ता ने कहा कि नये बनने वाले बैंक की कार्यप्रणाली की नियमित समीक्षा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एकतरफ सरकार बैंकों का निजीकरण कर रही है। दूसरी तरफ एक और सरकारी बैंक स्थापित कर रही है। बहुजन समाज पार्टी के सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि बैंक की कार्यप्रणाली की समीक्षा प्रत्येक पांच वर्ष में किये जाने का प्रावधान समझ से परे है। इसकी समीक्षा प्रत्येक वर्ष की जानी चाहिए।

राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

 अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राज्यसभा की कार्यवाही बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। राष्ट्रीय अवसंरचना और विकास वित्त-पोषण बैंक विधेयक, 2021 पारित होने और सेवानिवृत्त हो रहे तीन सदस्यों को विदाई देने के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा की।
इससे पहले, बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में हुए कामकाज का लेखाजोखा प्रस्तुत करते हुए नायडू ने कहा कि सत्र में सदन की उत्पादकता 90 प्रतिशत रही जबकि व्यवधान के चलते सदन के लगभग 21 घंटे बर्बाद हुए। उन्होंने बताया कि सत्र के पहले चरण में उत्पादकता 99.6 फीसदी रही जबकि दूसरे चरण में यह 85 फीसदी रही। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुल 19 विधेयक पारित हुए। नायडू ने कहा कि जून 2019 के बाद सदन की उत्पादकता में वृद्धि हो रही है। इसके लिए उन्होंने सदस्यों का धन्यवाद किया और कहा कि बगैर उनके सहयोग के यह संभव नहीं था। इस अवसर पर सभापति ने समिति की बैठकों में सदस्यों की अनुपस्थिति का भी जिक्र किया और सभी दलों के नेताओं से सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का आग्रह किया। एक बार फिर कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए उन्होंने सदस्यों और देश की जनता से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने पात्र लोगों से टीका लगवाने का भी आग्रह किया।

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने संसद में राज्यों से की अपील

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की परियोजनाओं के लिये राज्यों से सहयोग की अपील करते हुए बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल, केरल जैसे राज्यों में ठीक ढंग से भूमि अधिग्रहण नहीं होने सहित अन्य कारणों से परियोजनाओं पर काम नहीं बढ़ पा रहा है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान मलूक नागर के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए गोयल ने कहा कि कुछ राज्यों में तेज गति से काम हो रहा है। क्योंकि ऐसे राज्य तेजी से भूमि अधिग्रहण कर रहे हैं। परियोजना में अपने हिस्से का पैसा दे रहे हैं। और जरूरी वन एवं पर्यावरण मंजूरी का काम पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य परियोजनाओं में कम रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन राज्यों में जनता को यह बताना पड़ेगा कि परियोजनाएं रूकी हुई है। क्योंकि ऐसा लगता है। कि इन राज्यों में जनता का दबाव आयेगा तभी काम बढ़ेगा। रेल मंत्री ने कहा कि मिसाल के तौर पर पश्चिम बंगाल में एक परियोजना 1974 से अब तक पूरी नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा कि45 वर्ष हो गए लेकिन अब तक लागू नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से केरल में नौ परियोजनाएं चालू हैं। लेकिन एक पर भी कम नहीं बढ़ पा रहा है। राजस्थान का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि वहां कई परियोजनाएं चल रही है । और कई में काम अटक गया है। उन्होंने बताया राजस्थान सरकार ने पहले कहा था। कि वह अपने हिस्से का पैसा देगी, जमीन देगी लेकिन अब मुकर रही है। मैंने प्रदेश सरकार को इस बारे में पत्र लिखा है। रेल मंत्री ने कि रेलवे को कभी भी राज्यों में नहीं बांटा जाना चाहिए, इसको लेकर राज्यों की राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि भारतीय रेलवे पूरे देश की है।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...