रविवार, 31 जनवरी 2021

31 जनवरी से पक्षी उत्सव का आगाज होगा

बेमेतरा। बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम-गिधवा-परसदा में रविवार 31 जनवरी से पक्षी उत्सव का आगाज हो जाएगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस बर्ड फेस्टिवल में देश भर से आई पक्षी विज्ञानी अपने अनुभव साझा करेंगे और अपने ज्ञान से बर्ड वाचर्स को समृद्ध करेंगे। इस कार्यक्रम में शिरकत करने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कनार्टक के पक्षी विज्ञानी एवं बर्ड वाचर जुट रहे हैं।
कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए डीएफओ धम्मशील गणवीर ने बताया कि गिधवा-परसदा में होने वाला बर्ड फेस्टिवल अपने तरह का अनोखा बर्ड फेस्टिवल है। छत्तीसगढ़ की धरती पक्षियों की अनेक प्रजातियों से समृद्ध रही है। छत्तीसगढ़ी भाषा में पक्षियों के अनेक तरह के नाम एवं उनके गुणधर्म से जुड़े हुए किस्से शामिल हैं। प्रवासी पक्षियों की भी अनेक किस्म यहाँ आती है।
गिधवा-परसदा के बड़े सरोवरों में भी यह प्रवासी पक्षी जुटते हैं। इस धरोहर को सहेजने, इसके बारे में ज्ञान को साझा करने एवं इस बाबत और भी जानने बर्ड फेस्टिवल मनाने का निर्णय लिया गया। आयोजन में पक्षियों के सुंदर संसार के बारे में दिलचस्प बातें साझा की जाएंगी। साथ ही देश के जाने-माने पक्षी विज्ञानी अपने अनुभव साझा करेंगे। इस फेस्टिवल के माध्यम से इनके संरक्षण के संबंध में भी लोग अधिक जागरूक हो सकेंग।
उल्लेखनीय है कि उत्सव के पहले दिन क्रो फाउंडेशन के रवि नायडू पक्षी दर्शन और उसका महत्व विषय पर व्याख्यान देंगे। नोवा नेचर वेल्फेयर सोसायटी के एम सूरज आर्द्र भूमि संरक्षण एवं जीविकोपार्जन विषय पर अपना व्याख्यान देंगें। शाम को डाक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी और सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे। स्थानीय ग्रामीणों की सहभागिता से यह कार्यक्रम होंगे। आयोजन समिति के सदस्य राजू वर्मा ने बताया कि गिधवा-परसदा बर्ड वाचिंग की दृष्टि से उम्दा साइट है। अपनी इस धरोहर के बारे में नई पीढ़ी के लोग जानेंगे और इस संबंध में आने वाले बर्ड वाचर्स को भी अवगत कराएंगे तो उनके लिए भी आय का रास्ता खुलेगा।
एक फरवरी सोमवार को पक्षी विशेषज्ञ एमके भरोस का संबोधन होगा। इसके बाद ग्रामीणों के साथ पक्षियों के संरक्षण पर परिचर्चा होगी। पक्षी किसानी के लिए किस तरह से उपयोगी होते हैं। इस विषय पर कुरुद कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर हितेंद्र टंडन का व्याख्यान होगा। सेनि पीसीसीएफ केसी बेबर्ता पक्षी एवं जल संरक्षण विषय पर अपना व्याख्यान देंगे। बर्ड फ्लू पर मानव जीवन का प्रभाव विषय पर वैज्ञानिक डाॅ. जसमीत सिंह अपना व्याख्यान देंगे। नम्रता, सीईओ एसआरटी गिधवा परसदा जलाशय संरक्षण के लिए जैविक खेती विषय पर अपना व्याख्यान देंगी। शाम को नुक्कड़ नाटक का आयोजन होगा। दूसरे दिन बच्चों के लिए चित्रकला जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
तीसरे दिन होगा पिनटेल मैराथन- मंगलवार को पिनटेल मैराथन का आयोजन होगा। यह परसदा से गिधवा तक 7 किमी तक होगा। इसके बाद पक्षी एवं उनका रहवास विषय पर आलोक चंद्राकर का संबोधन होगा। हम और जल विषय पर इको साल्यूशन के यतेंद्र अग्रवाल का व्याख्यान होगा।

टी-20 क्रिस गेल के एविन लुईस का जबरदस्त धमाका

टी 20 क्रिस गेल के जोड़ीदार एविन लुईस का जबरदस्त धमाका, युवराज के छक्कों का रिकॉर्ड टूटने से बचा

नई दिल्ली। अबुधाबी टी10 क्रिकेट टूर्नामेंट  में शनिवार को वेस्टइंडीज के धुआंधार सलामी बल्लेबाज और क्रिस गेल के जोड़ीदार एविन लुईस ने मराठा अरेबियंस के खिलाफ एक ही ओवर में पांच छक्के जड़ डाले। उनकी इस धुआंधार पारी के दम पर उनकी टीम दिल्ली बुल्स  ने मराठा पर नौ विकेट से एकतरफा जीत हासिल की। शेख जायद स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मराठा ने पहले खेलते हुए निर्धारित 10 ओवरों में 87 रन बनाए। इसके जवाब में दिल्ली की टीम ने लुईस की पारी के दम पर इस लक्ष्य को पांचवें ओवर में ही हासिल कर लिया।
लुईस ने अपनी इस पारी में मात्र दो चौके और सात लंबे छक्के बरसाए। इस दौरान उन्होंने अपनी फिफ्टी मात्र नौ गेंद में ही पूरी कर ली। एविन लुईस ने बांग्लादेश के गेंदबाज मुख्तार अली को निशाना बनाते हुए उनके एक ही ओवर में पांच छक्के ठोक दिए और ओवर में कुल 33 रन बटोरे। बता दें कि भारत के युवराज सिंह ने 2007 में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में छह छक्के लगाए थे। लुईस ने अपनी पारी के 55 रन बनाने के लिए मात्र 16 गेंदें लीं। उनके अलावा इंग्लैंड के रवि बोपारा ने भी टीम की तरफ से अहम योगदान देते हुए 12 गेंद में पांच चौकों के सहारे 28 रन की नाबाद पारी खेली।
इस मैच में मराठा अरेबियंस की शुरुआत काफी खराब रही थी। टीम को पहला झटका पारी के पहले ही ओवर में लग गया, जब विकेटकीपर अब्दुल शाकूर बिना खाता खोले आउट हो गए। टीम के लिए इसके बाद जावेद अहमद ने 19 गेंदों पर 24 और कप्तान मोसद्देक हुसैन ने 22 गेंदों पर 35 रन बनाए। दिल्ली की तरफ से अहमद भट्ट, फिडेल एडवर्ड और अली खान ने एक-एक विकेट झटका। 10 ओवरों में 88 रनों के लक्ष्य के साथ उतरी दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब गुरबाज मुख्तार सस्ते में पवेलियन लौट गए लेकिन इसके बाद एविन लुईस और बोपारा ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया, जिससे टीम 9 विकेट से यह मैच जीतने में सफल रही।

आंदोलन बदनाम, पूंजीपतियों को फायदे का आरोप

संदीप मिश्रा    
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर किसानों को बदनाम करने और खरबपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने एक ट्वीट के जरिये भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधा।ट्वीट में यादव ने कहा, “भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं, भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं। भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है।”
इसी ट्वीट में अखिलेश यादव ने भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश सिंह टिकैत का नाम लिए बिना शायराना अंदाज में लिखा, “वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं, पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं।” उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन के दौरान हुए बवाल के बाद किसान नेता राकेश सिंह टिकैत का मीडिया के सामने फफक-फफक कर रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था।

40,000 ₹ कीमत, 500 से ज्यादा लड़कियां बेची

अविनाश श्रीवास्तव  
रांची। झारखंड में मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार पूनम बारला को जेल भेज दिया गया। पुलिस का दावा है कि पूनम प्लेसमेंट एजेंसी संचालित कर बड़े ही शातिराना अंदाज में लड़कियों की तस्करी कर रही थी। पूनम को रंगे हाथ पुलिस ने रांची एयरपोर्ट से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिसिया पूछताछ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आरोपी ने पुलिस के सामने कई राज खोले और बताया कि एक बच्ची को दिल्ली ले जाने के एवज में उसे 40 हज़ार रुपए बतौर कमीशन मिलता था। रांची पुलिस के द्वारा रांची एयरपोर्ट से पूनम बारला नामक एक महिला को 7 लड़कियों के साथ गिरफ्तार किया था। सभी बच्चियां खूंटी जिले की हैं, जिन्हें काम दिलाने के नाम पर हवाई जहाज से दिल्ली ले जाया जा रहा था। इन सभी लड़कियों को पूनम अपने साथ ले जा रही थी। आरोपी ने पुलिस के समक्ष जो बयान दिया है उसके मुताबिक, वह पिछले 8 साल से इस धंधे में है और दिल्ली में बाकायदा उसका ऑफिस भी है। उसकी प्लेसमेंट एजेंसी का नाम पुनम प्लेसमेन्ट सर्विस है। पूछताछ में पूनम ने बताया कि हर लड़की की एवज में उसे 40 हज़ार रुपए बतौर कमीशन के रूप में मिलते थे और अब तक वह 500 से ज्यादा लड़कियों की तस्करी कर अपने साथ दिल्ली ले गई है।

3650 से अधिक पदों पर निकलीं भर्ती, मिला मौका

डाक विभाग में नौकरी करने का मौका, निकली 3650 से अधिक पदों पर भर्ती, जाने कैसे होगा चयन।

नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक के 3650 से अधिक पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। डाक विभाग में इस भर्ती के तहत आंध्र प्रदेश पोस्टल सर्किल, दिल्ली पोस्टल सर्किल और तेलंगाना पोस्टल सर्किल में ग्रामीण डाक सेवकों ( जीडीएस) के कुल 3679 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। जीडीएस के पदों पर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 26 फरवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भारतीय पोस्ट रिक्वायरमेंट के तहत ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान/बोर्ड से 10वीं पास होना जरूरी है। भारतीय पोस्ट जीडीएस आयु सीमा डाक विभाग में जीडीएस के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 40 वर्ष निर्धारित की गई है। आयु की गिनती 27 जनवरी 2021 तक की उम्र के आधार पर की जाएगी। पोस्टल सर्किल में जीडीएस के पदों पर आवेदन के लिए सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को 100 रुपये शुल्क देना होगा। जबकि एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को कोई आवेदन शुल्क नहीं देना होगा यानी आवेदन निशुल्क है। ग्रामीण डाक सेवा (जीडीएस)। कैसे होगा चयन? डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवकों के पदों पर उम्मीदवारों का चयन 10वीं के अंकों के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट से होगा. जीडीएस के पदों पर नौकरी के लिए उम्मीदवारों को कोई लिखित परीक्षा या इंटरव्यू नहीं देना होगा। भारतीय डाक विभाग के आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली सर्किल में जीडीएस के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। बता दें कि आवेदन की अंतिम तिथि 26 फरवरी 2021 निर्धारित है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करके आधिकारिक नोटिफिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं।

दर-दर भटकती रही हैवानियत की शिकार मासूम

प्रशांत कुमार  

गोरखपुर। दरिंदों की हैवानियत का शिकार बनी कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र की रहने वाली बिटिया को इलाज के लिए दौड़ाया जाता रहा। कुशीनगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बाबा राघवदास मेडिकल कालेज तक बिटिया के इलाज के लिए पिता फूट.फूटकर रोता रहा लेकिन किसी को तरस नहीं आयी। जिस डाक्टर के पास बिटिया को लेकर पिता पहुंचता वह मेडिको लीगल का मामला बताकर पहले महिला सिपाही लेकर आने को कहता। तड़पती बिटिया को गोद में लिए घूम रहा पिता जीवन की भीख मांगता रहा। लेकिन उसे इधर से उधर दौड़ाया जाता। दर्द से चीख रही बिटिया को समझ में भी नहीं आ रहा था कि सबका दर्द हरने वाले धरती के भगवान क्यों उसके पास आकर वापस चले जा रहे है।

बिटिया को लेकर पिता भोर में 3ः15 बजे बाबा राघवदास मेडिकल कालेज पहुंचा। दर्द के कारण वह बेहोश हो जा रही थी। इमरजेंसी में डाक्टरों ने पुलिस केस बताकर इलाज से मना कर दिया। पिता सबसे गुहार लगाता रहा। जब किसी ने नहीं सुनी तो बिटिया को लेकर मेडिकल कालेज से बाहर चला गया। उसने बिटिया की हालत की जानकारी खड्डा के विधायक जटाशंकर त्रिपाठी को दी। फोन पर ही पिता रोने लगा। बताया कि बेटी को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। इसकी जानकारी होते ही विधायक मेडिकल कालेज पहुंचे। उन्होंने बिटिया को अपने सामने भर्ती कराया। तब सुबह तकरीबन नौ बजे उसका इलाज शुरू हो सका।

यूपी में बदलेगा आरटीओ का कामकाज, सेवाएं बंद

कल से बदल जायेगा यूपी में आरटीओ का कामकाज़, बंद हो जाएंगी ये 13 सेवाएं
अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। यूपी परिवहन विभाग अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। सोमवार यानी 1 फरवरी से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने से गाजियाबाद आरटीओ सहित प्रदेश के लगभग सभी परिवहन कार्यलयों में गाड़ियों से जुड़े 13 काम बंद हो जाएंगे। परिवहन विभाग ने एक फरवरी से इस नियम को लागू कर दिया है। खासकर अब व्यावसायिक वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य हो गया है। पिछले दिनों ही यूपी सरकार ने एक आदेश जारी कर कहा था। कि अगर 15 अप्रैल तक वाहनों पर एचएसआरपी नहीं लगी तो 16 अप्रैल से 5 हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा।
दरअसल, 1 फरवरी से गाजियाबाद और नोएडा सहित प्रदेश के सभी आरटीओ में बिना एचएसआरपी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की सेकेंड कॉपी, वाहन का रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर, पता परिवर्तन, रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण, अनापत्ति प्रमाण पत्र, हाइपोथैकेशन कैंसिलेशन, हाइपोथैकेशन एंडोर्समेंट, नया परमिट, अस्थाई परमिट, विशेष परमिट, ईएमआई वाले वाहनों का निस्तारण, मंथली टैक्स और नेशनल परमिट के काम नहीं होंगे।
गाजियाबाद के एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत प्रताप सिंह न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं। शासन की तरफ से बिना एचएसआरपी के 13 कामों को फिलहाल रोकने के आदेश मिले हैं। जो 1 फरवरी से लागू होंगे। इसलिए वाहन मालिक एचएसआरपी जल्द से जल्द लगा लें। वाहन मालिक ऑनलाइन भी बुकिंग कर सकते हैं।

चैन्नई: ऑटो ड्राइवर ने पेश की इमानदारी की मिसाल

ऑटो ड्राइवर ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, लाखों के गहनों से भरा बैग वापस लौटाया, पूरी खबर पढ़कर आप भी करेंगे सलाम

चेन्नई। पुलिस ने रूट्स से फुटेज देखे और ऑटो रिक्शा का पता लगाने में कामयाब रही चेन्नई के एक ऑटो ड्राइवर ने ईमानदारी का परिचय देते हुए लोगों का दिल जीत लिया। ऑटो ड्राइवर सरवन कुमार ने यात्री का एक बैग वापस लौटाया जिसमें 20 लाख रुपये की ज्वैलरी थी। उसकी ईमानदारी के लिए चेन्नई पुलिस ने उसे सम्मानित किया है। दरअसल पॉल ब्राइट नाम का एक व्यक्ति अपने रिश्तेदार के शादी समारोह में शामिल होने के बाद फिर ऑटो में जा रहे थे। उनके पास कई बैग थे। जिनमें एक बैग ज्वैलरी से भरा था। पॉल यात्रा के दौरान फोन पर बात करने में लगे हुए था। और ऑटो से उतरने के दौरान ज्वैलरी से भरे बैग को वहीं छोड़ दिया। कुमार ने बाद में पीछे की सीट पर पड़े बैग को देखा लेकिन वह यह नहीं समझ पाया कि इसे मालिक को कैसे लौटाया जाए। इसी बीच पॉल ब्राइट को बैग गायब होने का ध्यान आया और वह घबरा गया पॉल ने क्रोमपेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने रूट्स से फुटेज देखे और ऑटो रिक्शा का पता लगाने में कामयाब रही। पुलिस के ऑटो मालिक के पास जा जाने से पहले ही कुमार ज्वैलरी का बैग लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गया। पुलिस ने सरवन कुमार को एक गुलदस्ता देकर सम्मानित किया और ईमानदारी के लिए उनकी सराहना की। इस घटना की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई तो लोग कुमार की ईमानदारी की तारीफ करने लगे और उसके कार्य को मानवता में विश्वास बनाए रखने वाला बताया।

हटके: पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने दिया कंधा

बेटियों को सलाम! पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने दिया कंधा, पूरा गांव हुआ शामिल
वाशीम। आमतौर पर भारतीय समाज में माता-पिता के पार्थिव शरीर को कंधा और मुखाग्नि देने की परंपरा बेटों की है। लेकिन महाराष्ट्र में एक पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने कंधा देकर यह साबित कर दिया कि माता-पिता के लिए हर संतान बराबर है। महाराष्ट्र के वाशीम जिले के शेंदुरजना गांव में पुरुष प्रधान संस्कृति को पीछे छोड़ 12 बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया 92 साल के बुजुर्ग सखाराम गणपतराव काले का 29 जनवरी को निधन हो गया। उन्हें कोई पुत्र तो नहीं था। लेकिन 12 बेटियां जरूर थी। अंतिम संस्कार में बेटे की कमी उनकी 12 बेटियों ने पूरी कर दी और उनके पार्थिव शरीर को कंधा देकर श्मशान घाट पहुंचाया और मुखाग्नि दी। मृतक सखाराम गणपतराव काले गांव में बतौर सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रिय रहते थे। जिस कारण पूरा गांव उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। अंतिम संस्कार के बाद उनकी बेटियों ने कहा कि हमारे पिता की अंतिम इच्छा थी कि हम सब उनका अंतिम संस्कार करें, और हमने उनकी अंतिम इच्छा पूरी की है। उनकी बेटी भाग्यश्री ने कहा हम 12 बहने हैं। पिताजी के अर्थी को कंधा और मुखाग्नि देकर उनकी अंतिम इच्छा पूरी की है। हमने दिखा दिया कि हम बेटों से कम नहीं हैं।

दर्शक क्षमता के साथ चल सकेंगे सिनेमाघर: जावड़ेकर

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि एक फरवरी से देश भर में सिनेमाघरों को कोविड-19 के सुरक्षा नियमों का पालन करने के साथ शत-प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ परिचालन की अनुमति होगी। मंत्री ने मानक संचालन प्रक्रियाओं को जारी करते हुए कहा कि टिकटों की डिजिटल बुकिंग और अलग-अलग समय पर शो के आयोजन को बढ़ावा दिया जाएगा। जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक अच्छी खबर है। फरवरी में लोग सिनेमाघरों में फिल्में देख सकते हैं और उनका आनंद ले सकते हैं क्योंकि हम सिनेमाघरों में शत-प्रतिशत क्षमता के साथ दर्शकों के आने की अनुमति दे रहे हैं। सिनेमाघर अब शत-प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ खुल सकते हैं। हम टिकटों की यथासंभव ऑनलाइन बुकिंग को प्रोत्साहन देते हैं।

भारत: 1 ऐसा आईलैंड जो गया वापस नहीं आया

भारत का एक ऐसा आइलैंड यहां रहती है बहुत ही खतरनाक प्रजाति, वहां जो भी गया जिन्दा नहीं लौटा
दुनियाभर में आज भी कई ऐसी जनजातियां मौजूद हैं। जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ऐसी ही एक जनजाति भारत के अधिकार क्षेत्र में आने वाले नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड पर रहती है। जिनका आधुनिक मानव सभ्यता से कोई लेना-देना नहीं है। इस जनजाति के लोग इतने ज्यादा आक्रामक और खतरनाक हैं। कि वे किसी को अपने आस-पास फटकने नहीं देते ऐसे में सरकार ने यहां लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने कई बार इस आइलैंड के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन हर बार निराशा ही मिली सन् 2004 में आई सुनामी के बाद भारत सरकार ने इस द्वीप पर मौजूद लोगों की खबर लेने के लिए सेना का एक हेलिकॉप्टर भेजा था। लेकिन यहां के लोगों ने उस पर भी हमला कर दिया. हवाई तस्वीरों से यह साफ होता है। कि ये जनजाति खेती नहीं करती, क्योंकि इस पूरे इलाके में अब भी घने जंगल हैं। इससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि यह जनजाति शिकार पर निर्भर है। बहुत से लोगों का मानना है। कि इस जनजाति तक पहुंच बनाई जानी चाहिए। वहीं, कुछ मानते हैं। कि उन्हें अपने हाल पर छोड़ देना ही ठीक है।
23 किलोमीटर में फैले इस आइलैंड पर ये जनजाति करीब 60,000 सालों से रह रही हैं। ऐसा माना जाता है कि इनकी संख्या कुल 100 के आसपास है। इन लोगों को लॉस् भी कहा जाता है। कुछ रिपोर्टों में इसे दुनिया की सबसे अलग-थलग रहने वाली जनजाति करार दिया गया है। यह आइलैंड बंगाल की खाड़ी में पोर्ट ब्लेयर से 50 किलोमीटर दूर स्थित है।

राहत: सख्त गाइडलाइन के साथ खुलेंगे सिनेमाघर

फरवरी से खुलेंगे सिनेमाघर, नई गाइडलाइन का सख्ती से करना होगा पालन 
कविता गर्ग
मुंबई। थिएटर में फिल्म देखने के शौकीन लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। कि अब देश में 1 फरवरी से सभी सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स पूरी क्षमता के साथ खोल दिए जाएंगे। हालांकि इस संबंध में सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा नई गाइडलाइन भी जारी की गई है। जिसे सख्ती से पालन करना जरूरी होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालयन ने भी शनिवार को देश के सभी सिनेमा हॉल को 1 फरवरी से 100 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सिनेमाघरों के लिए नई गाइड लाइन का प्रारुप भी जारी कर दिया है।
नई गाइडलाइन के तहत इन नियमों का करना होगा पालन।
सार्वजनिक स्थान पर थूकना सख्त मना है।
सिनेमाघर में प्रवेश के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य है।
सभी दर्शकों के स्वास्थ्य की स्व-निगरानी करना और बीमारी की स्थिति में जल्द से जल्द हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करना।
दर्शकों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप को इंस्टाल और उपयोग सभी को सलाह देना।
सिनेमाघरों और वेटिंग क्षेत्र के बाहर 6 फीट की भौतिक दूरी का अनिवार्य पालन
पहले 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की दी थी अनुमति
गौरतलब है। कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने पहले सिनेमाघरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी थी। लेकिन अब मंत्रालय ने 100 फीसदी क्षमता के साथ मल्टीप्लेक्स व सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति दे दी है। फिल्म वितरकों और थिएटर मालिकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। गौरतलब है कि बीते साल मार्च से ही देश में सिनेमाघर बंद थे। जो अक्टूबर तक नहीं खुले थे। अक्टूबर में सरकार ने कुछ नियमों के साथ 50 फीसदी क्षमता के साथ सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति दे दी थी।

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...