बुधवार, 27 जनवरी 2021

न्यू स्टार्ट को 5 सालों तक बढ़ाने की 'उत्सुकता'

वाशिंगटन डीसी/ मास्को। अमेरिकी राष्ट्रपति, जो बाइडन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने हथियारों को कम करने वाले अहम समझौते समेत तमाम द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। वाइट हाउस की प्रेस सेक्रटरी जेन साकी ने यह जानकारी दी। वाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में बताया गया। ‘राष्ट्रपति बाइडन ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। उन्होंने न्यू स्टार्ट को 5 सालों तक बढ़ाने की दोनों देशों की उत्सुकता पर बातचीत की। दोनों नेता इस पर सहमत हुए कि उनकी टीमें 5 फरवरी तक इस संधि को विस्तार देने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करें।’ वाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं में इसके अलावा हथियार नियंत्रण से लेकर सुरक्षा से जुड़े तमाम मसलों पर चर्चा हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस दौरान जोर दिया कि अमेरिका यूक्रेन की संप्रभुता का मजबूती से समर्थन करता रहेगा। इस दौरान बाइडन ने पुतिन के सामने कुछ ऐसे भी मुद्दों को उठाया। जिससे रूस असहज होता रहा है। उन्होंने रूस के विपक्षी नेता अलेस्की नवलनी को जहर दिए जाने और बाद में गिरफ्तार किए जाने, 2020 के अमेरिकी चुनाव में दखल, अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की हत्या पर कथित तौर पर रूस की तरफ से इनाम रखे जाने जैसे मुद्दों पर चिंता जताई। अमेरिका के वाइट हाउस  की तरफ से जारी बयान में कहा गया है। ‘राष्ट्रपति बाइडेन ने यह स्पष्ट किया कि अमेरिका अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए मजबूत कार्रवाई करेगा। अगर रूस के किसी कदम से अमेरिका या उसके सहयोगियों को नुकसान पहुंचता है तो जवाब में यूएस कड़े कदम उठाएगा।’

सार्वजनिक रूप से जिम्मेदारी ली, दुख जाहिर किया

लंदन। ब्रिटेन में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या पिछले साल महामारी के चरम पर पहुंचने के बाद से एक लाख के आंकड़े को पार कर गई। इसे लेकर पीएम बोरिस जॉनसन ने सार्वजनिक रूप जिम्मेदारी लेते हुए दुख जाहिर किया है। इन मौतों से दुखी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि ‘मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मुझे इन मौतों का बहुत दुख है। मैं उन सभी के प्रति संवेदना जताना चाहता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मां-बाप, भाई-बहन और बेटे-बेटियों को को खोया है।’ उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘हमारे मंत्रियों ने इस पर काबू करने के लिए हरसंभव प्रयास किया।’ साथ ही कहा कि ‘मृतकों के परिजनों का दुख कम नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा, ‘इस घटना के बाद देश के पास इससे सबक सीखने, सोचने और सुधार का मौका है। राहत की बात है कि वैक्सीन के आने के बाद अब मामलों में कमी आई है।’ राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मृत्यु आकलन प्रमाणपत्र आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है कि पिछले साल से अब तक करीब 1,04,000 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस हॉपसन ने कहा, यह दुखद है कि हम कोविड-19 से अब एक लाख से अधिक मौत होने का आंकड़ा देख रहे हैं। टीकाकरण के लिए प्रभारी मंत्री नदीम जहावी ने कहा, हम चाहते हैं कि सभी समुदाय मुफ्त टीकाकरण के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए टीका लगवाने के लिए आगे आएं।

गाजियाबाद: सीडीओ ने जनसामान्य से अपील की

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद अस्मिता लाल ने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा है, कि उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लि. द्वारा संचालित स्वतः रोजगार योजना के अन्तर्गत गाज़ियाबाद जनपद में गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बेरोजगार अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को उद्योग,व्यवसाय, पशुपालन एंव नगरीय क्षेत्र दुकान निर्माण हेतु ऋण आवेदन पत्र आमंत्रित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प. दीनदयाल उपाध्याय स्वः रोजगार योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति के ऐसे व्यक्ति जो अपना स्वंय का व्यवसाय करने के इच्छुक हैं। उन्हें ₹ 20 हजार से ₹ 15 लाख तक की परियोजना लागत में ₹ 10,000/-अनुदान एवं उससे ज्यादा की परियोजना लागत में ₹ 10,000/-अनुदान व 25 प्रतिशत मार्जिन मनी ऋण तथा अवशेष बैंक ऋण होगा। उद्योग, व्यवसाय, सेवा जैसे इलैक्ट्रिक पार्टस की दुकान, ई-रिक्शा, मोबाइल रिपेयर, टेलरिंग व्यवसाय, परचून कार्य आदि एवं पशुपालन में भैंस पालन व बकरी पालन में आवेदन कर सकते है। योजना की शर्तों के अनुसार दुकान निर्माण योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के व्यक्तियों का स्वयं की भूमि नगरीय एवं व्यावसायिक स्थल पर 13.34 वर्ग मीटर उपलब्ध हो। उक्त योजना में निजी भूमि से सम्बन्धित अभिलेख एवं जाति व आय प्रमाण पत्र संलग्न करना अनिवार्य होगा। लाण्ड्री एंव ड्राइक्लीनिंग योजना में आवेदनकर्ता अनुसूचित जाति का व्यक्ति हो, जिसमें धोबी समुदाय के व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जायेगी तथा उसके पास स्वयं की दुकान या किराये पर दुकान होने के साथ-साथ उक्त व्यवसाय में कार्यरत होना चाहिए। सिलाई (टेलरिंग) योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवक-युवतियों हेतु सिलाई (टेलरिंग) योजना संचालित है। प्रत्येक अभ्यर्थी को इस योजना मे ₹ 20000/- के ऋण पर ₹ 10000/- का अनुदान मिलेगा तथा अवषेश ₹ 10000/- ऋण पूर्णतया ब्याज मुक्त होगा। स्वयं सहायता समूह में से पात्र अनुसूचित जाति के महिलाओं तथा कौशल विकास  मिशन द्वारा प्रशिक्षित व्यक्तियों को एवं पारिवारिक लाभ योजना से लाभान्वित महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान की जायेगी। इसी प्रकार बैंकिंग करेस्पान्डेट योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवक-युवतियो हेतु संचालित है। इस योजना हेतु लाभार्थी को 12वी पास  होना अनिवार्य है तथा कम्पयूटर का ज्ञान होना आवष्यक है। इस कार्य हेतु एक लाख रुपए की परियोजना लागत में परियोजना लागत में रू 10,000/-अनुदान व 25 प्रतिषत मार्जिन मनी ऋण व 65 प्रतिशत ब्याज मुक्त ऋण होगा। समस्त योजनाओं के अन्तर्गत आवेदन करने हेतु प्रार्थी की वार्षिक आय शहरी क्षेत्र में  ₹ 56460 तथा ग्रामीण क्षेत्र में ₹ 46,080 से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऋण आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप पर 02 फोटो व मोबाइल नम्बर सहित विवरण अंकित हो तथा आवेदन पत्र के साथ जाति, आय प्रमाण-पत्र (तहसीलदार द्वारा निर्गत) राशन कार्ड या बिजली बिल या फोटो पहचान पत्र व आधार कार्ड की फोटो कॉपी संलग्न होना अनिवार्य है। ऋण लेने के इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन पत्र सम्बन्धित विकास खण्ड कार्यालय में कार्यरत सहायक विकास अधिकारी (स0क0) अथवा कार्यालय जिला समाज कल्याण अधिकारी(विकास) पदेन ,जिला प्रबन्धक, उत्तर प्रदेष अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लि0 कमरा नं0 206, विकास भवन, क्लेक्ट्रेट परिसर, राजनगर, गाजियाबाद कार्यालय में दिनांक  03-02-2021 तक जमा करा सकते है।

आंदोलन की अखंडता को खंडित करने का प्रयास

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान राजधानी दिल्ली में मचे बवाल और हिंसा के बाद किसान आंदोलन में फूट पड़नी शुरू हो गई है। राष्‍ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुद और अपने संगठन को इस आंदोलन से अलग करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपना आंदोलन यहीं खत्‍म करते हैं। हमारा संगठन इस आंदोलन से अलग है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने भी खुद को आंदोलन से अलग करने का ऐलान कर दिया है। यूनियन के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा कि मैं कल दिल्‍ली में हुई घटना से इतना दुखी हूं कि मैं इसी समय से घोषणा करता हूं कि अपने संगठन के धरने को खत्‍म करता हूं। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वीएम सिंह ने कहा कि जो साथी अब इस आंदोलन से हटना चाहते हैं, हट जाएं। ये आंदोलन इस स्‍वरूप मे मेरे साथ नहीं चलेगा। हम यहां न किसी को शहीद करने आए न अपने लोगों को पिटवाने आए हैं। उन लोगों के साथ आंदोलन नहीं चला सकते। जिनकी दिशा अलग हो। राकेश टिकैत ने एक बार भी गन्‍ना किसानों की बात नहीं उठाई है। राकेश टिकैत ने धान खरीफ की कोई बात नहीं की। हम यहां से सपोर्ट करते रहें और उधर कोई और कोई नेता बना रहे, यह मंजूर नहीं। मैं यह कहना चाहता हूं कि मैंने आंदोलन खड़ा करने का काम किया। मैंने किसानों को दिल्‍ली लाने का काम किया। हम यहां इसलिए नहीं आए थे कि खुद को, देश को और 26 जनवरी पर सब को बदनाम करें। खुद पर लगे आरोपों को लेकर भाकियू के राकेश टिकैत ने कहा कि मैं पहले ही किसानों की सारी जिम्‍मेवारी ले चुका है। जिसको गाजीपुर छोड़ना है वह छोड़ दे। दो महीने तक यहां क्‍यों डटे थे? जब पुलिस का डंडा पड़ तो भाग गए। जब नेतागिरी करनी थी तो करते रहे, लेकिन एफआईआर दर्ज हो गई तो आंदोलन छोड़कर भाग गए। आंदोलन को कमजोर आदमी बीच में छोड़ता है।

साजिश के तहत ट्रैक्टर परेड को 'भंग' करने की मंशा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर निकाली गई किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान मचे बवाल और हिंसा के बाद बुधवार को किसान नेताओं ने अपना रुख स्पष्ट किया। संयुक्‍त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि कल किसान गणतंत्र परेड में 2 लाख से ज्‍यादा ट्रैक्‍टर आए और दुनिया की नजरें इस पर रहीं। सरकार ने साजिश के तहत इसे तोड़ने की कोशिश की। सरकार ने पंजाब किसान मजदूर समिति को खुद परेड में आगे लाकर बैठाया। सरकार की इनसे मिलीभगत थी। हमारे लिए हर रूट पर बाधाएं खड़ी की गईं। खुद सरकार ने सब को लाल किला और आईटीओ पर इनको भेजा और यह सब के सामने है। दीप सिद्धू सरकार के खास हैं। 26 जनवरी को पुलिस चौकी पर सारे पुलिसवाले चौकी छोड़कर चले गए और उन्हें अपना काम करने दिया। राष्‍ट्रीय ध्‍वज हटाकर इन लोगों ने धार्मिक झंडा फहाराया। इससे हमारी भी और देश की भावनाएं हुईं। हम बिना किसी कसूर के देशवासियों को खेद प्रकट करते हैं, लेकिन मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा।

दिशा-निर्देश लागू करने का आदेश जारी: गृहमंत्री

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड-19 की निगरानी, नियमन और सावधानी के लिए दिशानिर्देश लागू करने का आदेश जारी किए हैं। जो कि 1 फरवरी से 28 फरवरी तक प्रभावी रहेंगे। गृह मंत्रालय के नए दिशानिर्देशों के मुताबिक सिनेमा हॉल में अब 50 प्रतिशत से ज्यादा लोगों के बैठने की इजाजत होगी। इसके साथ ही स्विमिंग पूल में आम लोग भी जा सकेंगे। केंद्र की ओर से कहा गया है कि राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न गतिविधियों और कोविड उपयुक्त व्यवहार के नियंत्रण के उपायों को जारी रखने और एसओपी लागू करना अनिवार्य है। सिनेमा हॉल के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय नई एसओपी जारी करेगा। केंद्र के निर्देशों के मुताबिक सामाजिक, धार्मिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक आयोजनों के लिए राज्यों और केंद्रशासिक प्रदेशों की एसओपी के मुताबिक इजाजत दी जाएगी। स्विमिंग पूल को लेकर युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से मानक संचालन प्रक्रिया जारी की जाएगी। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय के साथ विमर्श कर फैसला लेगा।

हिंसा करने वाले अपराधियों को बक्सा नहीं जाएगा

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव 26 जनवरी के दिन किसान परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने मीडिया से बातचीत कहा शर्तों को तोड़ने और हिंसा करने वाले किसी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा, वीडियो की जांच हो रही है। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा कि हम दिल्ली में गैर-क़ानूनी तरीके से किए गए आंदोलन और उस दौरान हिंसा और लाल किले पर फहराए गए झंडे को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं। हिंसा करने वालों की वीडियो हमारे पास है, विश्लेषण हो रहा है। दिल्ली पुलिस आयुक्त, एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों ने कल पुलिस के द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़कर हिंसक घटनाएं की। कुल मिलाकर 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ पुलिसकर्मी आइसीयू में भी है। हिंसा के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस के प्रमुख एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रैक्टर रैली के पहले हमने किसानों के नेताओं के साथ पांच दौर की बैठकें की थी। दिल्ली पुलिस प्रमुख ने कहा कि ट्रैक्टर रैली दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे के बीच होनी थी और किसान संगठनों ने इसके लिए तय की गयी शर्तों का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि पहचान की जा रही है, गिरफ़्तारियां की जाएंगी। अब तक 25 से ज्यादा मामले दर्ज़ किए गए हैं। कोई भी अपराधी जिसकी पहचान होती है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। जो किसान नेता इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि 2 जनवरी को दिल्ली पुलिस को ज्ञात हुआ कि किसान 26 को ट्रैक्टर रैली करने जा रहे हैं। हमने किसानों से कहा कि कुंडली, मानेसर, पलवल पर ट्रैक्टर मार्च निकाले। लेकिन किसान दिल्ली में ही ट्रैक्टर रैली निकालने पर अडिग रहे। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा कि गाजीपुर में किसान नेता राकेश टिकैत के साथ जो किसान मौजूद थे उन्होंने भी हिंसा की घटना को अंजाम दिया और आगे बढ़कर अक्षरधाम गए, हालांकि पुलिस द्वारा कुछ किसानों को वापस भेजा गया लेकिन कुछ किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़े और लाल किले पहुंचे।

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