बुधवार, 23 सितंबर 2020

धोनी को क्यों बताया हार का जिम्मेदार

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग में बीती रात खेले गए चौथे मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स पर शाही जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान के लड़ाकों ने स्कोरबोर्ड पर 216 रन टांग दिए, जवाब में चेन्नई 200 रन ही बना पाई।


अब मैच के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर फैंस के निशाने पर आने के बाद भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए माही के फैसले की आलोचना की है।


चीन के बयान देने पर भारत में जगी उम्मीदें

बीजिंग/ नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाक़ों में बीते 5 मई से चल रही सैन्य तनातनी दूर करने के लिये सोमवार को दोनों पक्षों के सैन्य और राजनयिक प्रतिनिधियों की हुई छठी बैठक के बाद जारी साझा बयान उम्मीदें पैदा करता है। पहले भी चीन ने साझा बयान में इस तरह के वादे किये हैं। इसलिये ताज़ा साझा बयान में चीन द्वारा तनाव घटाने के उपायों पर दिखाई गई सहमति ज़मीन पर लागू होगी या नही, इस पर पूरे विश्वास के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता। 
चीन की कथनी और करनी में अब तक हम भारी फर्क देखते आए हैं। इस बार के साझा बयान को इस नज़रिये से भी देखा जा सकता है कि पूर्वी लद्दाख के कई इलाक़ों में जिन चोटियों पर भारतीय सेना ने कब्जा कर लिया, उससे चीन की रणनीतिक स्थिति कमज़ोर हो गई। इसलिये यह सहमति बनी है कि अग्रिम मोर्चो पर अब और अधिक सैन्य तैनाती नहीं की जाएगी। 
साझा बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष एकपक्षीय तौर पर ज़मीन पर स्थिति नहीं बदलेंगे। पिछली 5 मई के बाद से चीन द्वारा जिस तरह एकपक्षीय तौर पर ज़मीनी स्थिति बदली गई है, उसे ख़त्म करने के लिये चीन कदम उठाएगा या नहीं, इस बारे में साझा बयान में कोई संकेत नहीं दिया गया है।             


तनाका बनी दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला

दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला। जापान की केन तनाका का नाम गुइनगुइन्निस वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज


नई दिल्ली/टोक्यो। जापान की केन तनाका को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स  ने दुनिया के सबसे पुराने जीवित शख्स के रूप में मान्यता दी है। इस बीच केन तनाका ने एक और रिकॉर्ड तोड़ते हुए जापान की सबसे उम्रदराज शख्सियत होने की उपलब्धि भी हासिल कर ली है। केन तनाका से पहले ये रिकॉर्ड एक अन्य जापानी महिला के ही नाम था। जिनका नाम था। नबी ताजिमा। नबी की मौत अप्रैल 2018 में 117 वर्ष 260 दिन की उम्र में हुई। वहीं केन तनाका शनिवार को 117 साल और 261 दिन की हो गई हैं।
पति और बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक उनका जन्म 2 जनवरी 1903 को हुआ था। पिछले साल 9 मार्च को 116 साल 66 दिन पूरे करने के बाद उनका नाम सबसे उम्रदराज महिला के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था। और प्रमाणपत्र सौंपा था। वे आठ भाई-बहनों में सातवें नंबर की हैं। 19 साल की उम्र में तनाका की शादी हिदेओ तनाका से हुई थी। उनके चार बच्चे हैं। बाद में उन्होंने एक बच्चे को गोद भी लिया। तनाका के 8 पोते-पोतियां हैं।60 साल की उम्र में इस आदमी ने मांगी Job, हर किसी ने ठुकराया तो ऐसे दिखाई Fitness
तनाका के पति और सबसे बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। उसके बाद से वे एक दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती थीं। तनाका जापान के फुकुओका शहर में रहती हैं। वहीं नई उपलब्धि हासिल करने के बाद उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पारिवारिक यात्राओं पर प्रतिबंध के बावजूद हर दिन अपने जीवन का आनंद ले रही थीं। एक परिवार के रूप में हम नए रिकॉर्ड से खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं।             


भारत में चीन ने 40 बार फाइटर जेट भेजेंं

ताइपे । ताइवान और चीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है जिससे दोनों के बीच जंग के भड़कने की आशंका तेज हो गई है। चीन ने शुक्रवार और शनिवार को करीब 40 बार ताइवान की सीमा के पास अपने लड़ाकू विमान भेजे। इसके जवाब में ताइवान ने भी चीन के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। ताइवान की राष्‍ट्रपति ने सेना की तैयारियों का जायजा लिया है और ताइवानी एयर फोर्स ने ड्रैगन पर हमले का जोरदार अभ्‍यास किया है। 


ताइवान की राष्‍ट्रपति त्‍साई इंग वेन ने ट्वीट करके कहा, 'ताइवान की वायुसेना किसी को धमकी नहीं देती है और न ही सैन्‍य उकसावे की कार्रवाई करती है। हमारे जवानों के अंदर यह इच्‍छाशक्ति और क्षमता है कि वे ताइवान की रक्षा कर सकें और चीनी विमानों के हमारे हवाई क्षेत्र में घुसपैठ से भयभीत नहीं है। हम इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'                 


तुर्की के राष्ट्रपति ने फिर कश्मीर की बात की

तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने फिर की कश्मीर की बात, भारत ने जताई आपत्ति, पाकिस्तान ने की सराहना।


अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने एक बार फिर से कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया है।भारत ने इसपर आपत्ति की है, वहीं पाकिस्तान ने इसकी सराहना की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने ट्विटर पर लिखा है- "हम संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीरी लोगों के अधिकारों के समर्थन में एक बार फिर अपनी आवाज़ उठाने के लिए राष्ट्रपति अर्दोआन की सराहना करते हैं।कश्मीरी लोगों के जायज़ संघर्ष को तुर्की के समर्थन से हौसला मिलता है।
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर अपने भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाया था।
संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित करते हुए अर्दोआन ने कहा, ''कश्मीर संघर्ष दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिहाज से काफ़ी अहम है।यह अब भी एक ज्वलंत मुद्दा है।जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किए जाने के बाद से स्थिति और जटिल हो गई है।
अर्दोआन के इस रुख़ पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा है, ''भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर हमने राष्ट्रपति अर्दोआन की टिप्पणी देखी है।यह भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप है, और यह भारत के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य है।तुर्की को दूसरे देश की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए।             


सांसद ने लोकसभा में उठाया महत्वपूर्ण मुद्दा

उत्तराखंड। सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में उठाया राज्य का ये सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा।


देहरादून। उत्तराखंड के भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और नैनीताल उधम सिंह नगर लोक सभा क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट ने एक बार फिर उत्तराखंड की आवाज बनकर लोकसभा सदन में राज्य के ज्वलंत समस्या को उठाकर केंद्र सरकार से मदद मांग की है। सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में शून्यकाल के दौरान राज्य के पलायन के मुद्दे को बेहद गंभीरता से उठाते हुए केंद्र सरकार से मदद की मांग की है।
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नैनीताल लोकसभा से चुनकर लोकसभा सदन में जाने वाले सांसद अजय भट्ट उत्तराखंड के सबसे ज्यादा प्रश्न उठाने वाले सांसद में एक है। इस बार भी संसद के सत्र में सांसद अजय भट्ट ने उत्तराखंड की सीमावर्ती इलाकों से खाली हो रही गांव और लगातार पड़ रहा पलायन को रोकने के लिए केंद्र सरकार से विशेष पहल करने का अनुरोध किया है। सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड सीमावर्ती राज्य होने के चलते नेपाल और तिब्बत की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है। और यहां बॉर्डर इलाके में लगातार पलायन हो रहा है घर बंजर हो गए हैं।खेत खलियान सूने पड़ गए हैं ।और युवा घर छोड़कर परदेस में भटक रहे हैं। लिहाजा केंद्र सरकार ईन गाँव में फिर से खुशहाली लाने के लिए बड़े आर्थिक पैकेज की मदद करें। जिससे कि पहाड़ के उजड़ चुके गांव को फिर से बसाया जा सके।  मुख्यमंत्री के ओएसडी का निधन, पिछले दिनों हुए थे। कोरोना संक्रमित सांसद अजय भट्ट इससे पूर्व राज्य के कई ज्वलंत मुद्दों को लोकसभा सदन के समक्ष उठा चुके हैं।और कई प्रस्ताव के लोकसभा सदन में लाकर चर्चा में रहे हैं। अक्सर अपने क्षेत्र से चुनकर जाने के बाद चुप रहने वाले राजनेताओं को देख क्षेत्र की जनता मायूस रहती थी।लेकिन राज्य में पहली बार लोकसभा में गंभीर समस्याओं को उठाने के लिए सांसद भट्ट जैसा जनप्रतिनिधि मिला है। जिसे लोग को काफी उम्मीद है।           


लड़ने के लिए गिलोय कितनी है फायदेमंद

डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए फायदेमंद माना जाता है गिलोय


सदियों से हम प्रकृति द्वारा निर्धारित संसाधनों के साथ अपने जीवन को स्वस्थ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम अनेकों प्रकार की जड़ी बूटियों का उपयोग करतें आ रहें है। इन जड़ी बूटियों में से ही एक को गिलोय भी माना जाता है। जिसका उपयोग न केवल आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में किया जाता है।बल्कि गिलोय का उपयोग आज की दवाओं में भी किया जा रहा है। इसका उपयोग आमतौर पर बुखार के इलाज, पाचन क्षमता बढ़ाने आदि के लिए किया जाता था। हालांकि गिलोय का तना सबसे उपयोगी होता है।हम इसकी जड़ का भी उपयोग कर सकते हैं। तो आइए अब हम प्राचीन काल से इसके उपयोग के लाभों पर चर्चा करते हैं। यह हमारे जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए किस तरह काम करता है।
गिलोय के अपने फायदे हैं।
सबसे पहले, अगर हम गिलोय के उपयोग के लाभों के बारे में बात करते हैं।तो इसका उपयोग प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है। गिलोय हमारी कोशिकाओं को स्वस्थ रखने और हमें बीमारी से छुटकारा दिलाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य करती है। इसके साथ ही, यह रक्त को शुद्ध करने, बैक्टीरिया से लड़ने।विषाक्त पदार्थों को दूर करने आदि के लिए भी उपयुक्त माना जाता है।जिसे एंटीपायरेटिक माना जाता है, गिलोय को डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है और इसे बुखार में राहत देने के लिए उपयोग किया जाता है।
गिलोय लाभ में, यह पाचन में सुधार और आंत्र संबंधी समस्याओं को हल करने के लिए भी माना जाता है। कब्ज को खत्म करने के लिए, हम गिलोय पाउडर को आंवले के साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं। जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए हम गिलोय का घरेलू नुस्खे से इस समस्या को खत्म कर सकते हैं। गिलोय का रस रक्त शर्करा के उच्च स्तर को कम करने के लिए अद्भुत काम करता है।
गिलोय को पुराने समय से ही एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। यह मानसिक तनाव और चिंता को कम करने के लिए बहुत उपयोगी साबित होता है।क्योंकि यह विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाता है।और हमारी याददाश्त को बढ़ाता है।
गिलोय के फायदों में से एक यह है कि यह खांसी, सर्दी और टॉन्सिल जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है। जिन बुजुर्गों को जोड़ों में दर्द की समस्या है।वे गिलोय के तने के चूर्ण को दूध में उबालकर इसका सेवन करके अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। अस्थमा के कारण सीने में जकड़न, सांस की तकलीफ, घरघराहट आदि जैसी स्थितियों का इलाज करना मुश्किल है। गिलोय की जड़ को चबाकर उसका रस पीने से ऐसे रोगियों की समस्या हल हो सकती है।
इन सभी फायदों के अलावा, गिलोय के पौधों को आँखों की दृष्टि क्षमता बढ़ाने के लिए आँखों पर लगाया जा सकता है। अगर आप डार्क स्पॉट्स, पिंपल्स और झुर्रियों को कम करना चाहते हैं।तो हम गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं ।क्योंकि इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं।जो त्वचा को चमकदार बनाने के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।उपरोक्त तथ्यों में हमने गिलोय का उपयोग करने के लाभों पर चर्चा की, यह कैसे हमारी जीवन शैली को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी माना जाता है। अब हम यह जानने की कोशिश करते हैं।कि इसका उपयोग कैसे किया जाए ताकि हम आयुर्वेदिक तरीकों से खुद को स्वस्थ रख सकें। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि गिलोय का उपयोग हम रस बनाकर या इसका पाउडर बनाकर उपरोक्त बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए कर सकते हैं। और इसके साथ ही गिलोय की जड़ का उपयोग भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। लेकिन जब भी हम गिलोय का सेवन करना शुरू करते हैं। तो हमें इसकी विधि जानने की आवश्यकता होती है।ताकि हम इसका आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकें। गिलोय लाभ में इसके अन्य लाभ यह हैं ।कि यह गठिया और पीलिया, यकृत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।             


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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...