सोमवार, 21 सितंबर 2020

सरकारः विरोध में विपक्ष ने भरी हुंकार

योगी सरकार की नाकामी गिनाने सपा कार्यकर्ताओं ने कचहरी पर दिया धरना
लखनऊ। उप ज़िलाधिकारी सदर को महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ११ सूत्रिय मांग का ज्ञापन सौंपा गया। जुलूस लेकर धरना स्थल कूच करने वाले जॉन्टी यादव को चौफटका से किया गिरफ्तार। युवा नेता मक़सूद अहमद के मोटर साईकिल जुलूस निकालने पर पुलिस ने रोक कर पैदल भेजा गया। रिचा सिंह पुलिस को चकमा देकर पहुँची धरना स्थल। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो०शारिक़ दर्जनो कार्यकर्ताओं के साथ बैनर प्लेबोर्ड ले कर लछमी टाकीज़ से पैदल मार्च करते हुए पहोँचे धरना स्थल। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आहृवान पर ज़िला मुख्यालय सहित सभी तहसीलों पर एक दिवसीय धरना देने के पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तय्यारी चल रही थी। महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन के नेत्रित्व में प्रातः दस बजे से ही कचहरी स्थित टेम्पो स्टैण्ड पर सपाईयों का जमावड़ा लगना शुरु हो गया था। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद लोगों का जुलूस लेकर धरना स्थल पर पहोँचने का क्रम चलता रहा। पूर्व विधायक हाजी परवेज़ अहमद,सांसद प्रत्याशी रहे राजेन्द्र पटेल,पूर्व सांसद धर्मराज पटेल,के के श्रीवास्तव,कमल सिंह यादव,विनोद चन्द्र द्वबे,रिचा सिंह  समेत सभी वरिष्ठ नेता गण धरने में शामिल हुए। महानगर के नवनियुक्त महासचिव रविन्द्र यादव की अगुवाई में बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी एक दिवसीय धरने में शामिल हुए।दो घंटे तक चले धरना स्थल पर पहोँचे उपज़िलाधिकारी व  आलाधिकारीयों की मौजूदगी में महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन ने महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ११ सूत्रिय मांग सूना कर सौंपा। सपा की मांग थी के अतिवृष्टि,ओलावृष्टि,बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षतिपूर्ति का तत्काल प्रबन्ध हो,गन्ना किसानों का बकाया और नियमानूसार देय ब्याज का भुगतान शीघ्रातिशीघ्र किया जाय,बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि रोकी जाय,बुनकरों को फ्लैट  रेट पर बिजली दी जाए। कोरोना संकट काल में बकाया बिल वसूली को रोका जाए। फर्ज़ी एनकाउन्टर बंद.हो,हिरासत में मौतों की न्यायिक जाँच हो,छात्रों की पाँच महीने लॉकडाउन अवधि की फीस माफ की जाए,बड़े स्कूलों में पात्र ग़रीब छात्रों को प्रवेश दिलाया जाए। बी एड व अन्य पाठ्यक्रमों मे दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था बहाल हो,अपराधों की रोक थाम हो,खास कर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी एवं सख्त कार्यवाही के आदेश दिए जाएँ। अपराधियों की ज़मानत न हो,इसके लिए अभियोजन पक्ष की तस्दीक़ की जाए।सरकारी सेवाओं में वर्ग 'ख' और 'ग' के कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगे।समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का फर्ज़ी केस लगा कर उत्पीड़न तत्काल बन्द हो।जेल में बन्द पूर्वमंत्री एवं सांसद मोहम्मद आज़म खान और उनके परिवार को बदले की भावना से किया जा रहा उत्पीड़न बन्द हो।जब तक राज्य सरकार बेरोज़गारों युवाओं को रोज़गार की व्यवस्था सुनिश्चित न करे तब तक उनकी आजीविका के लिए बेरोज़गारी भत्ता दिया जाए।वहीं क्षेत्रिय समस्याओं से सम्बन्धित कुछ बिन्दूओं पर भी ध्यान आकरषित किया गया।जैसे छः महीने से कोविड 19 महामारी के प्रभाव से अदालतें सुचारु रुप से संचालित नहीं हो पा रही हैं जिस्से अधिवक्तागण आर्थिक संकट से गुज़र रहे हैं ऐसे में प्रदेश सरकार से मांग की गई के अधिवक्ता संघ को आर्थिक पैकेज भेज कर अधिवक्ताओं को बीस बीस हज़ार  की सहायता कराई जाए।कोरोना से प्रभावित अधिवक्ताओं का सुचारु रुप से इलाज हो ।कोरोना काल में आर्थिक मंदी झेल रहे लोगों के तीन माह के बिजली और ग्रहृकर को माफ किया जाए।बिजली के वर्तमान बिलों पर सरचार्ज को समाप्त किया जाए।रोड पटरी पर कारोबार करने वाले,रेहड़ी लगाने वाले ग़रीब व्यवसाईयों को बीस हज़ार रुपये प्रतिमाह की आर्थित मदद की जाए। कोरोना का भय दिखाकर मास्क के नाम पर वाहनों के चालान करने पर और पुलिस की धन उगाही पर तत्काल प्रभावी ढ़ंग से रोक लगाई जाए।बेरोज़गारों को रोज़गारी भत्ता दिया जाए।कोरोना काल मे शिक्षण शुल्क माफ किया जाए। ज्ञापन सौंपने और धरना प्रदर्शन मे प्रमुख रुप से डॉ०मान सिंह यादव,रविन्द्र यादव रवि,सन्दीप यादव,महबूब उसमानी,आर एन यादव,रेखा उपाध्याय,निर्मला यादव,इन्दू यादव,मंजू यादव,नेहा यादव,निशा शुक्ला,मो०शारिक़,विक्रम पटेल,मुशीर अहमद,शाहिद प्रधान,सै०मो०अस्करी,वज़ीर खान,अब्बास नक़वी,देव बोस,मो०ज़ैद,आक़िब जावेद खान,त्रिलोकी यादव,मो०अज़हर, अब्दुल समद,सैफ फरीदी,वीरु पासी,राकेश वर्मा,डॉ०अच्छे यादव,अभिमन्यू पटेल,देव बोस,जी एस यादव,नौशाद सिद्दीक़ी,रमाकान्त पटेल,लछमण सिंह यादव,रुपनाथ यादव,जिज्ञान्शू यादव,डॉ०सरताज आलम,काशान सिद्दीक़ी,सै०मो०हामिद,तारीक़ खान,कल्लू यादव,रामा यादव,पप्पू पासी,रमीज़ अहसन,अब्दुल्ला तेहामी,रुपनाथ यादव,संतोष यादव,नदीम अली,अभिषेक रंजन,मोईज़ अख्तर,लालू यादव,अनिल यादव,नीरज वर्मा,चन्द्रजीत कुशवाहा,विशाल निषाद,सुधीर निषाद,नयूम बाबा,सुभाष चन्द्र केसरवानी,देशराज पटेल,ओम प्रकाश यादव,जय भारत यादव,मंजीत कुमार,अमित यादव आदि प्रमुख रुप से शामिल रहे।


2-4 नहीं, 200 लड़कियों से संबंधः कश्यप

2-4 नहीं, 200 लड़कियों से संबंध है। मेरे अनुराग कश्यप।


मुंबई। माही, ऋचा, हुमा 200 से भी ज्यादा लड़कियों से मेरे संबंध रहे हैं।पायल का दावा एक समय था। जब मोदी समर्थकों पर Metoo का बैनर लेकर हमले किये जा रहे थे।लेकिन अब पासे पलटते नज़र आ रहे हैं। मोदी समर्थकों पर होते यौन शोषण के आरोपों पर मोदी विरोधी उन्हें जेल भेजने का शोर मचा रहे थे। परन्तु अब पलट वार होने पर वही लोग छुपे फिर रहे हैं। इस चकाचौंध वाली दुनियां अंदर से कितनी भयानक है।कई वर्षों बाद अब उजागर हो रहा है। क्योकि यौन शोषण आज कोई नई या हैरान करने वाला समाचार नहीं हैं। जिसका उल्लेख पिछले ब्लॉगों में करता भी रहा हूँ। फिल्मकार अनुराग कश्यप पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली अभिनेत्री पायल घोष ने मीडिया के साथ आपबीती साझा की है। उन्होंने कहा है।कि अनुराग ने उन्हें आपत्तिजनक वीड‍ियो दिखाए थे। साथ ही दावा किया है।कि अनुराग के 200 से ज्यादा लड़कियों से संबंध थे। और अब यह संख्या 500 से ज्यादा हो सकती है।पायल ने न्यूज नेशन को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह वाकया साल 2014-15 के बाद का है। उस वक़्त अनुराग कश्यप बॉम्बे वैलवेट की शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा। अनुराग ने मुझे बताया था कि 200 से अधिक लड़कियों के साथ उनका अच्छा सम्बन्ध रहा है। अनुराग ने मुझे कहा था कि 200 से अधिक लड़कियों के साथ उन्होंने अच्छा टाइम बिताया है।बकौल पायल अब उनके संबंध 500 के करीब लड़कियों के साथ हो सकते हैं।
पायल ने इंटरव्यू में कहा मैं पहली बार उनके ऑफिस में अपने मैनेजर के साथ मिलने गई थी। इसके बाद एक दिन उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया। उन्होंने मुझे खाना परोसकर खिलाया और पूछा कि तुम क्या बनना चाहती हो। एक्ट्रेस या स्टार। उनकी बातें सुनकर किसी भी लड़की को ऐसा लगता कि उसे किसी का सपोर्ट मिल गया है।पायल ने आगे कहा इसके बाद अनुराग ने मुझे अगले दिन फिर बुलाया और अपने कम्प्यूटर रूम दिखाया। फिर एक अलग कमरे में ले गए। जहाँ वीडियो कैसेट्स वगैरह दिखाए। इसके बाद उन्होंने कुछ आपत्तिजनक फिल्म चला दी।जिससे मैं असहज महसूस करने लगी। इसके बाद अनुराग ने कुछ उन एक्ट्रेस के नाम बताए। जिन्हें उन्होंने लॉन्च किया था। अनुराग ने मुझसे कहा कि ये सभी मेरे साथ अच्छे से और कूल रहती हैं। इस दौरान उन्होंने माही गिल, ऋचा चड्ढा और हुमा कुरैशी के नाम लिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके साथ 200 से भी ज्यादा लड़कियों के संबंध रहे हैं। ये बात वे बहुत गर्व के साथ बोल रहे थे।पायल ने आगे कहा।वे मुझे भी मनाने की कोशिश कर रहे थे। तो मैंने उससे विनती की कि सर मैं आपसे बाद में मिलती हूँ। आज मुझे जाना पड़ेगा। उसके बाद फिर धीरे-धीरे मैंने उनसे बात करना बंद कर दिया। मैं उन्हें ट्विटर पर फॉलो करती थी।फिर वो भी छोड़ दिया।पायल घोष का कहना है। कि अब उन्हें अपनी जान का डर सता रहा है। उन्होंने कहा।मुझे डर है इन लोगों से। ये लोग मुझे किसी भी तरह नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसीलिए मैं सुरक्षा की माँग करूँगी।
पायल ने कहा है। कि वो अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं और जब उन्होंने अनुराग कश्यप के खिलाफ MeToo के साथ ट्वीट किया तो उनके परिवार वालों ने उन्हें शांत रहने के लिए कहा। पायल कहती हैं।जो भी लोग दिखावा कर रहे हैं कि वो महिलाओं का बेहद सम्मान करते हैं। और उनकी इज्जत की परवाह करते है।ये ही वो लोग हैं।जो वास्तव में औरतों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। बॉलीवुड में लॉबी चलती है।और कोई मेरी मदद के लिए आगे नहीं आया। मेरी कुछ दोस्तों और परिवारजनों के अलावा किसी ने मुझे कॉल नहीं किया।लेकिन मैं किसी से कुछ उम्मीद नहीं करती। पायल के आरोपों के बाद महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कल रात मैंने पायल घोष का ट्वीट देखा। उन्होंने अनुराग कश्यप पर 2015 में यौन शोषण करने का आरोप लगाया। उनके जवाब में मैंने कहा कि वो मुझे पहले शिकायत भेजें फिर हम इस मामले को देखेंगे।                 


अदित्य ठाकरे को बचाने में लगे हैं उद्धव

धृतराष्ट्र बनकर आदित्य ठाकरे को बचाने में लगे हैं ।उद्धव ठाकरे।


मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सबसे ज्यादा मुखर अभिनेत्री कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला किया है। मुंबई स्थित दफ्तर तोड़े जाने से पहले कंगना सिर्फ मुंबई पुलिस और सरकार को निशाना बनाती थी। लेकिन अब वह सीधा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर वार करने लगी है। कंगना ने अब उद्धव ठाकरे की दुखती रग को छेड़ दिया है। कंगना रनौत ने इस लड़ाई में काफी आक्रामक रूप से उद्धव ठाकरे के बेटे को भी लपेट लिया है। कंगना ने कहा है।कि सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों, मूवी माफियाओं और उसके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। और इन लोगों के साथ सीएम के बेटे आदित्य ठाकरे पार्टी करते हैं। अपने ट्वीट में कंगना ने लिखा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की असल समस्या यह है कि मैंने मूवी माफिया, सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों और ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है।जिनके साथ सीएम के प्यारे बेटे आदित्य ठाकरे पार्टी करते हैं। यही मेरा सबसे बड़ा अपराध है। इसलिए वे मुझे फिक्स करना चाहते हैं। देखते हैं ।कौन किसको फिक्स करता है।इतना ही नहीं कंगना ने राज्य की गठबंधन सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में कुछ भी स्थायी नहीं है। एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा कि क्या आपको लगता है। कि आप इस तरह से तानाशाही कर सकते हैं। यह आपके और आपकी पूरी सोनिया सेना के सत्ता से बाहर होने का समय भी हो। सकता है। नहीं क्या यह राजनीति में आम नहीं है। सत्ता गतिशील है और हर वक्त बदलती है। क्या आपको लगता है कि यह आपके पास स्थायी रूप से रहने वाली है ।               


कोरोनाः ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही

कोविड 19 के नाम पर अधिकारी का फरमान , ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही। परमानंद जांगड़े।


अश्वनी उपाध्याय


रांची। कोविड 19 के नाम पर अधिकारी का फरमान , ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही। राज्य सरकार के सख्त निर्देश के उपरांत अधिकारी शासकीय राशि की फिजूल खर्च करने से बाज नही आ रहे है। एक ओर प्रदेश सहित पूरा देश कोविड 19 के महामारी से जूझ रही है। जहाँ अधिकारी कोविड के आड़ में अपना तिजौरी भरने में आमादा है। कोविड 19 के प्रचार प्रसार में गंभीर आर्थिक वित्तीय अनिमितता की शिकायत क्षेत्र की जागरूक पूर्व जिला पंचायत सदस्य परमानंद जांगड़े तक पहुची। जिस पर संज्ञान लेते हुए उक्त मामला को राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टीएस सिंह देव जी सहित प्रदेश के आला अधिकारियों को उक्त फर्जीवाड़ा को लेकर शिकायत प्रेषित किया गया तथा संज्ञान में लेते हुए उक्त मामले पर आवश्यक जांच कार्यवाही कराते हुए भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने का आग्रह किया है। ताजा मामला अभी प्रकास में आया है जिसमे गॉव की मूलभूत नागरिक सुविधा के लिए शासन से मिलने वाली राशि का कोविड 19 के आड़ में हजम किये जाने मामला समनेआई है। ग्राम पंचायतों से 14 वे वित्त योजना की शासकीय राशि की दुरपयोग का फर्जीवाड़ा बड़ा रोचक है ।क्योंकि कोविड के रोकथाम हेतु प्रचार प्रसार में पंचायतो से लगभग 15 हजार प्रति पंचायत अवैध वसूली जनपद पंचायत के अधिकारी के निर्देश में ग्राम पंचायतों ने संदर्भित फर्म को राशि भुगतान किया है। यह कि आरंग के 144 ग्राम पंचायतों से 21900 रुपये 4*3 के साईज के दो फ्लेक्स बोर्ड के एवज में ग्राम पंचायतों से दबंगई पूर्वक वसूला गया है। जनप्रतिनिधियों ने दबे जुबान अवगत कराया कि अधिकारी का फरमान से मजबूर होकर महज अधिकतम 2000 से 5000 रुपये के प्रचार फ्लेक्स बोर्ड के लिए 21900 का भुगतान कराया गया है। जो की जनपद पंचायत द्वारा अवैध उगाही किया गया है। जिसकी जांच की मांग पूर्व जिला पंचायत सदस्य परमानंद जांगड़े ने मुख्यमंत्री भुपेश बघेल  पंचायत मंत्री टी .एस. सिंह देव जी सहित मुख्य सचिव कों पत्र के माध्यम से शिकायत पत्र प्रेषित कर जांच की आग्रह किया है।             


नागरिकों का एनएचएआई के खिलाफ धरना

अशोक नगर निवासियों का एनएचएआई के खिलाफ धरना जारी मांग रहे हैं । बेघर होने का मुआवजा


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में डासना देहात के आकाश नगर पुल के पास एनएचएआई के खिलाफ स्थानीय लोगों द्वारा अनिश्चितकालीन धरने पर महिलाओं ने डेरा डाल दिया। महिलाओं का आरोप है।कि एनएचएआई ने उनके मकानों को तो तोड़ दिया पर अभी तक उन्हें मुआवजा तक नहीं दिया गया।वो लोग घर से बेघर होने को मजबूर हैं। इस बीच किसान यूनियन ने भी महिलाओं के इस धरने को समर्थन देकर एनएचएआई के कार्य को बंद करने का दावा भी किया है।
दिल्ली।मेरठ एक्सप्रेस। वे का कार्य चलने की वजह से पुल के नीचे बने मकानों को एनएचएआई द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से मुआवजा देकर अधिग्रहण किया था। वहीं स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि एनएचएआई द्वारा जब मकान लिए गए थे। तो उनका पूरा मुआवजा देने का वादा किया गया था मगर उन्हें अभी तक उनका मुआवजा नहीं मिला और वह लोग आज घर से बेघर होकर किराए पर रहने को मजबूर हैं। यही नहीं आरोप है। कि जब तक एनएचएआई उनका मुआवजा नहीं दे देता वह लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।
रेखा, ओमवती, पुष्पा, सरोज गोयल, सरोज राघव, विनीता और किसान नेता प्यारेलाल, मनोज कुमार, सुनील, सहित लोगों का आरोप है।कि पिछले वर्ष नवंबर माह में एनएचएआई द्वारा करीब डेढ़ सौ मकानों को चिन्हित किया था। लोगों के पेपर मंगाकर उन्हें जल्द ही मुआवजा देने का वादा कर उनके मकानों को तोड़ने का कार्य किया गया था।
मकान के मलबे के पैसे एनएचएआई की टीम द्वारा दे दिए गए थे। मगर सर्किल रेट 13 हजार 500 से देने का दावा किया गया था। मगर उनको मुआवजे की रकम नहीं दी गई है। तब से लेकर अब तक वह लोग दर-दर की ठोकर खाकर किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर हैं। अपनी गाढ़ी कमाई से उन्होंने जैसे- तैसे आकाश नगर में जमीन खरीदी थी।और किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण करने के उद्देश्य से मकान बनाकर छत के नीचे रहने का जो सपना संजोया था। उसको एनएचएआई और जिला प्रशासन की टीम ने तहस नहस कर दिया।जिला प्रशासन से भी कई बार इस मामले में शिकायत दर्ज कराई गई और उन्होंने भी कोई सुनवाई नहीं की। इसी उद्देश्य के चलते अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। अगर जल्द ही जिला प्रशासन एवं एनएचएआई ने हमारी मांगों को नहीं माना तो बड़ा आंदोलन कर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भी धरना दिया जाएगा। एनएचएआई के कार्य को बंद करा दिया गया है। जब तक मुआवजा नहीं मिल जाता उनका धरना जारी रहेगा।
धरने पर केपी पांडे, रजनी शर्मा, रेखा, दान बहादुर, नसरुद्दीन, ओमवती, पुष्पा, अनीता देवी, प्रकाश कुमार, ममता देवी, नरेंद्र सिंह, अरुण कुमार, माया देवी सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष धरनारत रहे।               


राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सपाईयों ने कृषि अध्यादेशों के खिलाफ तहसील पर धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौपा ज्ञापन।


मनोज तोमर


गाजियाबाद। गौतम बुध नगर दादरी तहसील में सपाइयों ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल के नाम दादरी एसडीएम को गौतम बुध नगर जिला अध्यक्ष वीर सिंह यादव के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौपा गया वही जिला अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार के कृषि अध्यादेशों के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में जगह जगह प्रदर्शन किया जा रहा उसी क्रम में आज दादरी में भी प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया है।धरना को संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष सुधीर तोमर ने कहा कि मोदी सरकार कृषि को बड़े पूंजीपतियों तथा विदेशी कंपनियों के हवाले करके कृषि भूमि पर कब्जा कराना चाहती है। किसी विधेयक कारपोरेट खेती और ठेका खेती का रास्ता खोलेंगे। जिससे किसान बर्बाद हो जाएगा । अंत में कर्ज में डूबा किसान कंपनियों को अपनी जमीन देने पर मजबूर हो जाएगा।और फसल खरीद में मंडी से बाहर बड़ी कंपनियों की घुसपैठ से जमाखोरी और मुनाफाखोर कंपनी पूरे कृषि बाजार पर कब्जा कर लेंगे। जिससे कृषि व्यापारी व उपभोक्ता दोनों बर्बाद होंगे। समाजवादी पार्टी के युवजन जिलाध्यक्ष दीपक नगर ने कहा की सपाइयों पर झूठे मुकद्दमें किये जा रहे उत्पीड़न किया जा रहा यह सब रोका जाए।धरना में सर्वसम्मति से कृषि विधेयकों के खिलाफ आज आये सभी कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए धरना प्रदर्शन को सफल बनाने पर आभार व्यक्त किया इस अवसर पर फकीर चंद नागर ,वीर सिंह यादव, सुधीर तोमर, दीपक नागर ,विजेंद्र नागर ,सुमित राणा, आदि तमाम सपाई कार्यकर्ता उपस्थित हुए।             


विरोध करने पर दबंगों ने पति-पत्नी को पीटा

कविनगरछेड़छाड़ का विरोध करने पर पति-पत्नी को पीटा दबंगों ने  ।    


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। थाना कविनगर क्षेत्र में छेड़छाड़ का विरोध करने पर दूध कारोबारी और उनकी पत्नी के साथ चार लोगों द्वारा तमंचे की बट से मारपीट करने और गोली चलाने का मामला प्रकाश में आया है। हमले में दंपति घायल हो गया। आरोप है।कि आरोपियों ने भागते समय जान से मारने की धमकी दी। इस संबंध में पीड़ित दंपति के भांजे ने चारों आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है।कि जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जा रही है।
ग्राम बम्हैटा में रहने वाले संजीव ने बताया कि उसके मामा रविंद्र यादव का गांव में ही दूध का कारोबार है। वह मामी ओमपाली के साथ बाइक से जा रहे थे। आरोप है।कि रात करीब नौ बजे गांव में ही पतली वाली गली के निकट गांव निवासी प्रमोद, रवि, जितेंद्र और संदीप ने बाइक रोक ली और मामी पर कमेंट करने लगे। विरोध करने पर छेड़छाड़ कर मारपीट करनी शुरू कर दी। मारपीट में मामा के सिर में तमंचे की बट मारकर घायल कर दिया गया। वहीं मामी को भी चोट आई है। शोर-शराबा सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों को देखकर आरोपी गोली चलाते हुए जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में संजीव ने चारों हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।               


सांसद ने किया प्रतिमा के सामने प्रदर्शन

सदन की गरिमा गिराने वाले निलंबित सांसदों ने किया गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। रविवार को राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच केंद्र सरकार विपक्ष के विरोध के बीच दोनों बिलों को राज्यसभा में पास कराने में सफल रही। किन्तु इस दौरान विपक्षी दलों के कुछ सांसदों के कारण सदन की मर्यादा तार-तार हो गई। विपक्ष के कई सांसद मर्यादा को लांघ कर उपसभापति के चेयर तक पहुंच गए। इस दौरान माइक तोड़ दिए गए और रूल बुक भी फाड़ दी गई। कुछ सांसदों पर सदन के मार्शलों के साथ दुर्व्यवहार करने की भी खबर है।
सांसदों की शर्मनाक हरकत के लिए आज सभापति वैंकेया नायडू ने राज्यसभा के आठ सांसदों को एक सप्ताह के लिए सस्पेंड कर दिया है। निलंबित किए गए सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, राजू सातव केके रागेश, रिपुन बोरा डोला सेन सैयद नजीर हुसैन और एलमारन करीम शामिल हैं।सभापति वैंकेया नायडू ने कहा।कल राज्यसभा के लिए बुरा दिन था।जब कुछ सदस्य सदन के वेल में आए। इस दौरान डिप्टी चेयरमैन को शारीरिक रूप से खतरा था।  यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं सांसदों को सुझाव देता हूं।कृपया कुछ आत्मनिरीक्षण करें।विपक्ष के 12 दलों ने रविवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया। कार्यवाही के स्थगन के विपक्षी दलों के अनुरोध की अनदेखी के बाद जिस तरह से सदन में दो कृषि विधेयकों को पारित किया गया।उसे लेकर ही यह नोटिस दिया गया है।               


64 डॉक्टरों के परिवार को मिले ₹5 लाख

कोरोना से लड़ते हुए जान गँवाने वाले 64 डॉक्टरों के परिवारों को मिले 50 लाख रुपए प्रति डॉक्टर      


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। देश में डॉक्टरों की शीर्ष संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से, 382 डॉक्टरों की सूची पेश किए जाने के बाद जिन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान कोविड-19 के हाथों जान गंवाई सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को सूचित किया।कि केवल 155 डॉक्टरों और हेल्थवर्कर्स के परिवारों को ही।कोविड।19 से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण पैकेज के तहत, वादा की हुई बीमे की रक़म मिली थी। जिन 155 स्वास्थ्यकर्मियों के परिवारों को उनकी मौत के बाद 50 लाख रुपए की बीमा राशि मिली उनमें 64 डॉक्टर थे।
महाराष्ट्र में जो सबसे अधिक कोविड-19 प्रभावित राज्य है। 21 परिवारों को बीमा सहायता मिली जो किसी भी दूसरे राज्य से अधिक है। गुजरात और पश्चिम बंगाल दोनों में 14-14 परिवारों को ये राशि मिली। 12 लाभार्थी आंध्र प्रदेश में और 10 तमिलनाडु में थे। इस संख्या में आशा वर्कर्स और ऑग्ज़ीलियरी नर्स मिडवाइव्ज़ (एएनएम) भी शामिल हैं। ‘कोविड-19 से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत।ये बीमा स्कीम 30 मार्च को घोषित की गई थी। शुरू में ये स्कीम केवल तीन महीने के लिए थी।लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया।                 


एक्सप्रेस-वे पर हादसे में 4 लोगों की मौत

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेस वे पर हादसे में 4 की मौत।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बीती रात को गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर भयंकर हादसा हुआ। एक तेज रफ्तार अर्टिगा गाड़ी खड़े हुए कैंटर में जा घुसी। । मुरादनगर थाना क्षेत्र में दुहाई के पास हुए इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई।  इस हादसे से कुछ देर पहले ही राज नगर एक्सटेंशन एलिवेटेड रोड पर भी हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी।आपको बता दें कि एग्जाम देकर वापस लौट रहे चार युवक अर्टिका गाड़ी में थे। गाड़ी की रफ्तार काफी तेज बताई जा रही है। गाड़ी अचानक पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के किनारे खड़े कैंटर में जा घुसी। बताया जा रहा है।कि ड्राइविंग सीट पर बैठा युवक वक्त पर ब्रेक नहीं लगा पाया था। हादसा इतना भयानक था। कि दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बाकी दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां सुबह दोनों ने दम तोड़ दिया।             


ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की बैठक

ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की बैठक संपन्न। 


राजू सक्सेना


कौशांबी। चायल तहसील क्षेत्र के भरवारी कस्बे के एक रेस्टोरेंट में ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन प्रयागराज की बैठक संपन्न हुई है। बैठक की अध्यक्षता जितेंद्र कुमार ने की है, और संचालन गौरव केसरवानी ने किया है।
ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन की बैठक में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स को संगठित करने के लिए उन्हें प्रेरित किया गया है और सदस्यता अभियान चलाते हुए डिस्ट्रीब्यूटर्स को सदस्यता ग्रहण कराई गई है। इस बैठक में एलपीजी वितरण में आने वाली दिक्कतों पर सदस्यों ने अपने विचार रखे,और उसके समाधान के लिए सदस्यों ने कहा कि,वह इस मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए समस्याओं का निदान कराने का प्रयास करेंगे। बैठक में अनिल सिंह, प्रदीप जयसवाल,मोहित मिश्रा, सुरेंद्र जायसवाल,श्याम कृष्ण मिश्रा सहित तमाम लोग मौजूद रहे।


 


लापरवाही इंस्पेक्टर सहित 3 लाइन हाजिर

अनियमितता लापरवाही पर नैनी इंस्पेक्टर समेत तीन को किया गया लाइन हाजिर।


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। पूर्व एसएसपी अभिषेक दीक्षित के कार्यकाल में नियुक्ति पाने वाले लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। रविवार को ऐसे ही तीन पुलिसकर्मियों को उनकी वर्तमान तैनाती से हटा दिया गया इनमें नैनी इंस्पेक्टर राजकिशोर समेत तीन पुलिसकर्मी शामिल हैं। तीनों को लाइन भेज दिया गया है,जिन तीन पुलिसकर्मियों को रविवार को लाइन हाजिर किया गया,उनमें नैनी इंस्पेक्टर राजकिशोर,अरैल चौकी प्रभारी धीरेंद्र सिंह व नैनी कस्बा चौकी प्रभारी राकेश राय शामिल हैं। पुलिस की ओर से बताया गया कि तीनों को कार्य में अनियमितता, लापरवाही व कानून व्यवस्था में शिथिल नियंत्रण पर हटाया गया। बता दें कि पूर्व एसएसपी अभिषेक दीक्षित के कार्यकाल में जिन इंस्पेक्टरों की बतौर प्रभारी तैनाती खासा चर्चा में रही,उनमें राजकिशेार भी शामिल थे।करीब साल भर पहले उन्हें जोन कार्यालय से गैर जनपद स्थानांतरित किया गया था। पूर्व में भी कई गंभीर मामलों में उनकी ओर से लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई थी मऊआइमा में उनके कार्यकाल में हुई एक मुठभेड़ भी खासा चर्चा में रही, जिसमें गिरफ्तार बदमाश इश्तियाक के कब्जे से बिना ट्रिगर वाला तमंचा बरामद किया गया था। पुलिस का दावा था कि यह बदमाश बैंक मैनेजर अनिल कुमार दोहरे हत्याकांड में शामिल था,जिसे मुठभेड़ में पकड़ा गया लेकिन बिना ट्रिगर वाले तमंचे की बरामदगी ने दावों पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए थे।
इससे पहले थरवई में बतौर प्रभारी तैनाती के दौरान खुलासे की जल्दबाजी में उन्होंने दोहरे हत्याकांड में दीवान के निर्दोष बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,बाद में पता चला कि हत्याकांड को स्मैक के लती गिरोह ने लूट की नीयत से अंजाम दिया था। जिसके बाद दीवान के बेटे को निर्दोष करार दिया गया नैनी में तैनाती के साथ ही उन पर कई अन्य तरह के भी आरोप लगे यह भी चर्चा रही कि आवास होने के बावजूद उन्हें नैनी में पोस्टिंग दी गई इसी तरह कस्बा चौकी प्रभारी राकेश राय को भी नियमविरुद्ध तरीके से तैनाती दी गई नैनी मेें यह उनकी दोबारा तैनाती थी। जबकि रीपोस्टिंग पर मुख्यालय स्तर से रोक है। इसके अलावा अरैल चौकी प्रभारी धीरेंद्र सिंह का भी आवास नैनी में होने के बावजूद उन्हें थाना क्षेत्र स्थित चौकी का प्रभारी बनाया गया अनियमितता की शिकायतें मिलीं थीं जिस पर जांच कराई गई। प्रारंभिक रूप से आरोप सही पाए गए,जिस पर तीनों पुलिसकर्मियों को फिलहाल लाइन हाजिर कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलने के बाद की जाएगी। सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, उपमहानिरीक्षक,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक।               


मेलाः दूर-दूर बसेंगे संत-कल्पवासियों के डेरे

शुरू हुआ माघ मेले की तैयारी, कोरोना के मद्देनजर बढे़ंगे सेक्टर,दूर-दूर बसेंगे संतों-कल्पवासियों के शिविर।


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। कोविड-19, करोना के संक्रमण के बीच संगम की रेती पर माघ मेला बसाने की तैयारियां आरंभ हो गई हैं।सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए इस बार मेला सेक्टर बढ़ाए जाएंगे संतों और कल्पवासियों के शिविरों को दूर-दूर बसाया जाएगा मेला। कितने सेक्टर में बसेगा,और इसका स्वरूप क्या होगा। इस पर जल्द ही उच्चस्तरीय बैठक होने के संकेत मिले हैं। संगम पर माघ मेले का स्वरूप तय करने में अफसर जुट गए हैं। सूत्रों के मुताबिक दूरी बनाए रखने के लिए सेक्टरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है,ताकि दूर-दूर शिविरों को बसाने की सुविधा मिल सके। इसके साथ ही अभी यह भी तय किया जा रहा है,कि इस माघ मेले में कितनी धार्मिक-सांस्कृत संस्थाओं को बसाया जाए।मेले में चार से 5-हजार संस्थाओं के शिविर लगते रहे हैं। ऐसे में इस बार संस्थाओं की बजाए कल्पवासियों को प्राथमिकता दी जा सकती है। कुछ संतों को भी जगह दी जाएगी,ताकि मेले का स्वरूप बना रहे इसी,के साथ गंगा पर पांटून पुलों और चकर्ड प्लेट मार्गों के अलावा बिजली,पानी व अन्य इंतजामों की तैयारी का खाका खींचा जाने लगा है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के बादल छाए हैं,इस महामारी के संक्रमण की वजह से अभी तक माघ मेले की तैयारी की दिशा में रत्ती भर कदम नहीं बढ़ाया जा सका था,इस वजह से काम पिछड़ा हुआ है। लेकिन, समय से बाढ़ का पानी उतरने से अफसर उत्साहित हैं। उनका कहना है,कि पानी सूखते ही रेती के समतलीकरण का काम आरंभ करा दिया जाएगा।पांटून पुलों,मार्गों के अलावा बिजली,पानी,सफाई व सुरक्षा से जुड़ी फाइलें तैयार कर ली गई हैं। अफसरों को अभी शासन की ओर से प्रोटोकाल का इंतजार है। प्रोटोकाल आते ही टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी उल्लेखनीय है,कि सदियों से गंगा,यमुना और विलुप्त सरस्वती के तट पर बसने वाले माघ मेले के जरिए भारतीय आध्यात्मिक,सांस्कृतिक और सामाजिक समागम के महत्व को देश-दुनिया के पटल पर प्रस्तुत किया जाता रहा है। इसके लिए पिछले वर्ष अगस्त तक पांटून पुल, सड़क,बिजली,पेयजल समेत अन्य संसाधनों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरा कर लिया गया था।                                  


3 लाख से अधिक युवाओं को दी नौकरियां

समाजवादी सरकार के मुकाबले योगी सरकार ने 3 साल में दी ज्यादा नौकरियां।
बृजेश केसरवानी


लखनऊ। पिछली सरकार के पूरे कार्यकाल में हुई उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की विभिन्न भर्तियों में लगभग 26,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। वहीं, मौजूदा सरकार ने 3 वर्षों में 26,103 अभ्यर्थियों का चयन किया है।
उत्तर प्रदेश में पिछली सरकारों के मुकाबले योगी सरकार ने अपनी तीन साल के कार्यकाल में ही ज्यादा नौकरियां दी हैं। योगी सरकार में युवाओं को तीन लाख से ज्यादा नौकरियां भी मिली हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सहित सभी विभागीय भर्तियों में पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया को अपनाया। यही वजह है कि योगी सरकार तीन साल में ही पिछली सरकारों के मुकाबले ज्यादा नौकरियां देने में कामयाब रही।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सपा-बसपा शासनकाल में हुई भर्तियां।
सपा-बसपा शासनकाल में हुई सभी भर्तियां भ्रष्टाचार की हीं भेंट चढ़ गई।
इन भर्तियों में भाई-भतीजावाद, वंशवाद, क्षेत्रवाद खूब चला और ज्यादातर भर्तियों को लेकर न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा। कई मामलों की जांच तो सीबीआई से भी करानी पड़ी। जानकारों की मानें तो हाईकोर्ट में लगभग 500 और सुप्रीम कोर्ट में 50 से अधिक मुकदमें लंबित हैं। वर्ष 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के इतिहास में पहली बार पीसीएस-2015 की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ और  वर्ष 2016 की आरओ व एआरओ प्रारंभिक परीक्षा का भी प्रश्नपत्र लीक हुआ। मौजूदा सरकार ने इन परीक्षाओं को निरस्त कराकर दोबारा परीक्षा कराने का फैसला लिया।
समाजवादी के 5 वर्ष पर योगी सरकार के तीन साल भारी।
पिछली सरकार के पूरे कार्यकाल में हुई उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की विभिन्न भर्तियों में लगभग 26,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया । वहीं, मौजूदा सरकार ने 3 वर्षों में 26,103 अभ्यर्थियों का चयन किया है।
सवालों में रही भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता।
मार्च 2017 से पहले की सरकारों के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सहित विभिन्न विभागीय भर्तियों में अपनाई गई प्रक्रिया की विश्वसनीयता कटघरे में रही।
सपा शासनकाल में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष आपराधिक इतिहास के व्यक्ति डा. अनिल यादव को बनाया गया था। साथ ही अयोग्य विभागीय अधिकारी रिजवानुर्रहमान को सचिव बनाया गया।इन दोनों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पद से बर्खास्त किया।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश  रोजगार अभियान के तहत 1.25 करोड़ से अधिक रोजगार उपलब्ध कराये गये हैं। 50 लाख से अधिक कामगारों को क्रियाशील औद्योगिक इकाइयों में रोजगार दिया गया। 11 से अधिक कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न औद्योगिक संस्थानों से एमओयू हस्ताक्षरित किया गया।              


फिल्म सिटी को 100 एकड़ जमीन उपलब्ध

जानिये नोएडा के किस सेक्टर में फिल्म सिटी के लिए 1000 एकड़ ज़मीन कराई गयी उपलब्ध।


गौतमबुध नगर। मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ ने उत्तर प्रदेश में सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी बनाने का निर्णय लिया और इस प्रोजेक्ट पर योगी सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है। सरकार ने इस फिल्म सिटी के लिए 1000 एकड़ ज़मीन भी उपलब्ध कराई ,जिसमें से ओद्योगिक भूखंडों के लिए 780 एकड़ और व्यावसायिक भूखंड के लिए 220 एकड़ यानि कुल 1000 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर बनेगी फिल्म सिटी, यमुना एक्सप्रेस वे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं ओद्योगिक विभाग को पत्र लिखकर फिल्म सिटी के निर्माण होनें की जानकारी दी।
इस पत्र में फिल्म सिटी के लिए यमुना एक्सप्रेस वे ओद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर – 21 में 1000 एकड़ ज़मीन उपलब्ध कराई है।
रविवार को फिल्मकार मधुर भंडारकर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की उन्हें फिल्म सिटी की योजना के लिए भी बधाई दी और फिल्म बिरादरी से पूर्ण सहयोग का दिलासा दिया। इस दौरान दोनों ने गौतमबुद्ध नगर जिले में देश के ‘सबसे बड़े और सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी‘ के बनाए जाने को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर को भेंट स्वरूप एक सिक्का दिया, जिसमें भगवान राम की तस्वीर बनी हुई थी और इसके साथ ही उन्हें रामचरितमानस की एक प्रति, तुलसी के बीजों की एक माला और भव्य कुंभ कॉफी टेबल भी दी, जिसे पिछले साल प्रयागराज में आयोजित किया गया था।
137 निर्माण कार्यों की जांच सपा-बसपा राज में पूरी हुईं, एसआईटी ने मांगी दोषियों पर एफआईआर की मंजूरी ।
कब हुई घोषणा।
शुक्रवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में देश की सबसे बड़ी और खूबसूरत फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की थी।उनकी इस घोषणा के बाद शनिवार को पूरा दिन नोएडा ट्विटर हैंडल पर ट्रेंड करता रहा और नेता, अभिनेता से लेकर आम लोग एक दूसरे को बधाई देते नज़र आए। उन्होंने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा या यमुना विकास प्राधिकरण फिल्म सिटी बनाने के लिए एक अच्छी जगह है और वहां फिल्म सिटी बनाने के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
पहले भी उठ चुकी मांग।
इससे पहले भी फिल्मकार मनोज मुंतशिर ने हिंदी बेल्ट में फिल्म सिटी बनाए जाने की जोरदार मांग उठाई थी। मनोज का कहना था कि तमिल फिल्म इंडस्ट्री चेन्नई में, मलयाली फिल्म इंडस्ट्री केरल में, बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री कोलकाता में है तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री गैर- हिंदी भाषी राज्य महाराष्ट्र में क्यों है। इस बात पर मनोज मुंतशिर ने दुख जताते हुए सरकारों से इस बात पर ध्यान देने की मांग की थी। उसके बाद मालिनी अवस्थी ने भी इस मुद्दे को आगे बढ़ाया था और सीएम योगी से इस मुद्दे पर कदम बढ़ाने की अपील की थी। जिसके बाद शुक्रवार कि हुई बैठक में सीएम योगीआदित्य नाथ ने उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा कर दी।                


5 आईपीएस का तबादला, नियुक्ति आदेश

हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से पुलिस प्रशासन में 5 आईपीएस व एचपीएस स्तर के अधिकारियों के तबादला एवं नियुक्ति आदेश किये जारी।


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से पुलिस प्रशासन में 5 आईपीएस व एचपीएस स्तर के अधिकारियों के तबादला एवं नियुक्ति आदेश जारी किए। हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से पुलिस प्रशासन में 5 आईपीएस व एचपीएस स्तर के अधिकारियों के तबादला एवं नियुक्ति आदेश जारी किये हैं।                 


महिला खिलाड़ियों को सरकार देगी नौकरियां

पैरा ओलंपिक की महिला खिलाड़ी व एशियन गेम्स की कब्बडी खिलाड़ी को हरियाणा सहकारिता विभाग में मिलेगी नौकरी।


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। निजी सुत्रो के अनुसार हरियाणा सरकार ने खेल औऱ खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए दो खिलाड़ीयो को प्रथम श्रेणी की नौकरी देने का निर्णय लिया है। पैरा ओलंपिक की महिला खिलाड़ी दीपा मलिक व एशियन गेम्स की कब्बडी खिलाड़ी राम मेहर को हरियाणा सहकारिता विभाग में उप रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्त करने का फैंसला लिया है।                 


जुलूस निकालने पर पांच के विरुद्ध मुकदमा

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
5 नामदर्ज सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज विजय जुलूस निकालनें पर
हापुड़। थाना देहात के गांव में एक मैंच के जीतनें के बाद कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए जानलेवा विजय जुलूस निकालनें पर पांच युवकों सहित अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया हैं। सीओ सिटी ने बताया कि एक मैंच के जीतनें के बाद युवकों द्वारा बाईकों व गाड़ियों में निकाला गया विजय जुलूस में शामिल पांच युवकों को नामदर्ज व अन्य अज्ञात के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया हैं। उल्लेखनीय हैं कि हापुड़ के गांव असौड़ा में कुछ दिनों से मैच चल रहा है।जिसका फाइनल मैच रविवार को असौड़ा की टीम जीती।इसी का विजय जुलूस गांव के लोगों ने निकाला। किसी को भी कोरोना का खौफ नहीं था। गांव सरावा से लेकर असौड़ा तक गाड़ियों की छत पर बैठकर अपनी जान जोखिम में डालकर युवकों ने सड़क पर तांडव मचाया। किसी के मुंह पर मार्क्स तक नहीं था करीब जुलूस में 100 से ज्यादा लोग शामिल हुए। ना तो इस जुलूस की किसी से परमिशन ली गई। और गांव के अंदर ही कई दिनों से मैच चल रहा था पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी। युवक गाड़ियों की छत पर बैठकर हुड़दंग मचा रहे थे, जिसका वीड़ियों भी वायरल.हो गया था।               


महिला से रेप, जहर देकर हत्या का प्रयास

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


महिला से रेप कर जहर देकर हत्या का प्रयास, आरोपी फरार


हापुड़। अकेली घर लौट रही एक महिला के साथ गांव के ही एक युवक ने रेप किया और फिर पोल खुल जानें की वजह से जहर देकर हत्या का प्रयास कर फरार हो गए।
जानकारी के अनुसार हापुड़ देहात के एक गांव निवासी महिला दोपहर को अपनें घर लौट रही थी, तभी रास्तें में गांव के ही एक युवक ने उसे जबरन रोक लिया और उसके साथ रेप कर उसे जहर पिलाकर फरार हो गए। उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने पीड़ित महिला को अस्पताल में भर्ती करवाकर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौकें पर पहुंच घटनास्थल का मुआयना किया और महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी।                 


साधु ने लिखित में दिया जान-माल का खतरा

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


साहब पिलखुवा कोतवाली में तैनात रहा सिपाही जो अब मेरठ में तैनात हैं और गैस एजेंसी का मैनेजर दोनों मिलकर मुझे धमकी दे रहे हैं मेरी जान माल की रक्षा करा दो।


हापुड़। मामला उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पुड़ा का है। जहां कलुआ कोरी नाम के केला बेचने वाले व्यक्ति ने पिलखुवा कोतवाली में तैनात रहा सिपाही ओंकार सिंह। जो अब मेरठ में तैनात हैं। और रविंद्र जो पिलखुवा की गैस एजेंसी का मैनेजर है। से केले का व्यापार करने के लिए ब्याज पर पैसे लिए थे। लॉकडाउन के कारण व्यापार में घाटा आने पर कुछ दिन का ब्याज रुक गया। जिसको लेकर सिपाही ओंकार सिंह और रविंदर ने मिलकर। केले का व्यापार करने वाले कलुआ कोरी को जान से मारने की। और घर से निकालने की धमकी दी है। पीड़ित और पीड़ित का परिवार सदमे में घबराया हुआ है। व्यक्ति को आशंका है कहीं उसके और उसके परिवार के साथ कोई अनहोनी ना हो जाए। इस बात को लेकर अब पीड़ित ने हापुड़ एसपी से शिकायत की है। और अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। बड़ा सवाल यह है बिना लाइसेंस के सिपाही और दूसरे व्यक्ति रविंद्र ने इतनी मोटी रकम ब्याज पर कैसे दे दी। जबकि दोनों लोगों को लाखों रुपए ब्याज के अब तक पीड़ित व्यक्ति दे चुका है।             


'अनुशासन' को समझनेंं का समय आ गया

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। पत्रकारों के ऊपर अधिक अत्याचार बढ़ेगा तो शासन और बेहतर तरीके से चल सकेगा। पत्रकारों के साथ और अधिक ज्यादती की जायें तो हो सकता है पत्रकार अच्छे से पत्रकारिता करें। पत्रकार समाज के एक धड़े पर अत्याचार किया जा रहा है और एक धड़े को खरीद लिया गया है।  जो तोते की तरह रटी-रटाई बातें बोलते हैं, लिखते हैं और उसका प्रचार करते हैं। ऐसी स्थिति में किसी का तो पतन निश्चित है।
 पत्रकार समाज का एक सम्मानित व्यक्ति और सामाजिक परिस्थितियों का दर्पण होता है। ऐसे व्यक्ति को सभी सम्मान की दृष्टि से देखते हैं, उनके मान-मर्यादा का ध्यान भी रखते हैं। छोटे-बड़े नेता, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी सभी पत्रकार से वाकिफ होते हैं। स्थानीय पत्रकार समाज की छोटी-छोटी बुराइयों को बड़े स्तर और बड़े मंच तक पहुंचाने का काम करते हैं। यह भी सच है कि कुछ लोग जो अपना चूल्हा जलाने के लिए पत्रकारिता का लिवाज़ तो पहन लेते हैं। लेकिन वह गुलामी के अलावा और कुछ नहीं करते हैं। ऐसे लोगों की वजह से पत्रकारिता के प्रति समर्पित लोगों को कष्ट झेलना पड़ता है।


वर्तमान में एक मामला प्रकाश में आया है। गौरतलबहो, जनपद गाजियाबाद के थाना लोनी स्थित डाबर तालाब चौकी प्रभारी अनुज कुमार के द्वारा स्थानीय पत्रकार प्रमोद मिश्रा के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। गाली-गलौज के साथ-साथ तमाम पत्रकारों को सम्मान देने का घोषणा भी की है। आप लोगों को बता देना चाहते हैं कि जिस चौकी में दरोगा अनुज कुमार प्रभारी नियुक्त है। वह चौकी थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध मादक पदार्थों की बिक्री और व्यापार को बडा़ने में सहायता करती है। बल्कि यूं कहें कि अन्य क्षेत्रों का संचालन डाबर तलाब चौकी से ही किया जाता है। करोड़ों रुपए के अवैध मादक पदार्थ गांजा, चरस, स्मैक, हेरोइन, अफीम आदि के व्यापार की नींव डावर तलाब चौकी ही रखती है। इसके बाद यदि आप क्षेत्र का अपराधिक इतिहास और गतिविधियां जानने का प्रयास करेंगे तो आप दांतों के तले उंगली दबा लेंगे। क्योंकि थाना लोनी क्षेत्र में यदि कहीं सबसे अधिक अपराध, अपराधिक गतिविधियां रोजमर्रा की जिंदगी में व्यवस्थित कर दी गई है तो वह क्षेत्र चौकी डाबर तालाब है।
हालांकि इससे सरकार या प्रशासनिक अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। प्रशासनिक अधिकारी अपना एक लक्ष्य बनाकर, उस लक्ष्य के प्रति बे-रोक टोक, बिना झिझक कार्य कर रहे हैं। यदि उसमें कोई बाधा उत्पन्न करेगा तो निश्चित रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


इसमें एसएसपी, एसपी, सीओ कोई कुछ नहीं कर सकता। यदि आप लोग अपनी ताकत को समझ सकें और उसका सही दिशा में उपयोग कर सकें, तो शायद ये सब लोग अनुशासन की भाषा को अच्छे से समझ सकेंगे।                


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...