बृजेश केसरवानी
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सैकड़ों कोरोना संक्रमित मरीजों ने सरकारी रिकॉर्ड में गलत नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज कराया और गायब हो गए। इसकी सूची पुलिस की सर्विलांस टीम को सौंपी गई तो 1171 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तलाशा गया, जबकि अभी भी 1119 मरीजों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। जांच कराने के बाद सभी गायब हो गए। जब प्रशासन ने इनके नाम और पते को खंगाला तो वे फर्जी पाए गए। जिसके बाद इसकी सूची पुलिस को सौंपी गई। अब सर्विलांस टीम इन मरीजों को तलाशने में जुटी है। पुलिस कमिश्नर ने इन मरीजों की तलाश के लिए कोविड-19 सर्विलांस टीम को जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक मिले 1171 मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। अब इनके खिलाफ गलत जानकारी देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई। तमाम जगह कैंप लगाकर लोगों की जांच हुई। इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा। जांच रिपोर्ट आने के बाद जब इनकी तलाश शुरू हुई तो नाम और पते गलत पाए गए।