सोमवार, 27 जुलाई 2020

29 को आएगा यूके बोर्ड का रिजल्ट

देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम दे चुके बच्चों का इंतज़ार खत्म होने वाला है। जी हां 29 जुलाई बुधवार को बोर्ड मुख्यालय रामनगर से रिजल्ट अनाउंस कर दिया जाएगा। कोरोना के चलते उत्तराखंड बोर्ड की एग्जाम डेट एक महीना लेट हो चुकी है। हर साल रिजल्ट जून महा में घोषित कर दिया जाता था, जो इस बार कोरोना के चलते तकरीबन 1 महीने पीछे हो गया है। कोरोना वायरस के चलते पहले बोर्ड परीक्षाएं देरी से करवाई गईं, उसके बाद रिजल्ट आने में भी तकरीबन एक महीना हो गया है। इस साल बोर्ड एग्जाम में 2,71,690 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे इनमें 12वीं में 1,31, 301 और हाईस्कूल में 1,50,389 बच्चों ने एग्जाम दिया था। उत्तराखंड बोर्ड सचिव नीता तिवारी ने बताया कि बोर्ड रिजल्ट की घोषणा के वक्त इस साल रामनगर में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी मौजूद रहेंगे। उन्हीं की मौजूदगी में बोर्ड रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। मंत्री के आदेश के बाद रिजल्ट जल्दी तैयार कर लिया गया है। दरससल शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने मूल्यांकन कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए थे जिसके मुताबिक रिजल्ट अब तैयार हो गया है। 29 जुलाई को बोर्ड मुख्यालय से इसे जारी कर दिया जाएगा।           


सुनील पुरी   


विदेशी परिवार से अभद्रता, मामला दर्ज

अनील पूरी

महराजगंज। जनपद के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा के शिव मंदिर परिसर में ठहरे फ्रांसीसी परिवार के साथ बीती रात शराब के नशे में धुत युवक ने फ्रांसीसी परिवार के साथ किया अभद्रता सुचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर शांतिभंग में चालान कर दिया। फ्रांस के टूलोज शहर निवासी पैट्रीस परिवार संग बीते 22 मार्च को नेपाल जाने के लिए सोनौली सीमा पर पहुंचे थे लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण भारत-नेपाल सीमा सील होने के कारण कोल्हुआ के शिव मंदिर परिसर में रुक गए। मंदिर परिसर में ही वह पत्नी वर्जिनी बेटा टॉम बेटी लोला व ओफली के साथ रह रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने उन्हें नगर के किसी सुरक्षित स्थान पर रुकने को कहा लेकिन वे स्वेच्छा से मंदिर परिसर में रह रहे हैं। देर रात पुरंदरपुर के तिनकोनिया निवासी रामनरेश शराब के नशे में मंदिर पहुंचा और फ्रांसीसी परिवार से अभद्रता करने लगा। ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर युवक को हटाया और पुलिस को सूचना दी।पुरंदरपुर थानाध्यक्ष शाह मुहम्मद ने बताया कि नशे में धुत्त रहा आरोपी रामनरेश को गिरफ्तार कर 151 में चालान किया गया है।           

दहेज के लिए महिला की जहर देकर हत्या

दहेज को लेकर विवाहिता की जहर देकर की गई हत्या के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को भेजा जेल।
आठ माह पहले हुई घटना के बाद अब आयी विसरा रिपोर्ट


पूरनपुर। दहेज की मांग पूरी न होने पर जहर देकर की गई विवाहिता की हत्या करने के मामले में पुलिस उप निरी0 श्री गौतम सिंह ,मय हमराह कॉन्स0 सोनू कुमार, व् कॉन्स 0 जयवीर सिंह ,व् कॉन्स0धीरज मलिक ,व् म0कॉन्स0 संगीता , व् म0कॉन्स0 गीता ,ने वांछित अभियुक्त हरप्रीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह अभियुक्त तरसेम सिंह पुत्र दर्शन सिंह व अभियुक्त गुरमीत कौर पत्नी तरसेम सिंह निवासीगण पूरनपुर कुरैया थाना पुरनपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कोतवाली छेत्र के गांव कुररिया निवासी हरप्रीत सिंह की पत्नी किरनदीप कौर की दहेज को लेकर 16 नवंबर 2019 को जहर देकर हत्या कर दी गयी थी। सूचना पर पहुची पुलिस ने विवाहिता का शव कब्जे में लेकर पीएम को भेजा था ।जिसमे उसकी हत्या का खुलासा होने पर उसका विसरा सुरक्षित कर लिया गया था। पुलिस ने मृतक विवाहिता की माता सुखविंदर कौर की तरफ से पति हरप्रीत सिंह ,ससुर तरसेम सिंह ,सास गुरुप्रीत कौर ,देवर हरविंदर सिंह ,व ननद के खिलाफ दहेजप्रथा व हत्या का मुकदमा दर्ज किया था । पुलिस ने हरप्रीत सिंह , तरसेम सिंह, और गुरमीत कौर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह आठ माह पहले घटना घटी थी ।



           



 



इंसाफ के लिए दर-दर भटकते 5 मासूम

कानपुर। जब 5 मासूम बच्चे अपनी मां की मौत का इंसाफ मांगने अपनी 80 वर्षीय बूढ़ी नानी रामवती और चाचा साहूकार (63) के साथ घाटमपुर कोतवाली आए और थानाध्यक्ष सच्चिदानंद त्रिपाठी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई । इस दौरान जिसने भी मासूम बच्चों को देखा तो भावुक हो गया परंतु कोतवाली से उनको न्याय नहीं मिला और थानाध्यक्ष की मौजूदगी में कोतवाली से मासूम बच्चों व बूढ़ी नानी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
जी हां हम बात कर रहे हैं। घाटमपुर तहसील के गांव रहटी खालसा बंजारन डेरा जोकि घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में आता है, बताते चलें कि 17 जून को सुबह करीब 7 बजे गांव के ही मैनेजर पुत्र रमेश, बाबू पुत्र जयसिंह, ऊषा पत्नी बाबू, बेटू पुत्री बाबू ने पुरानी रंजिश मानते हुए मामूली बात को लेकर पड़ोस की ही कमला देवी को गाली गलौज करते हुए लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया था शोर शराबा सुनकर बचाने दौड़ी कमला की बूढ़ी मां रामवती को उक्त लोगों ने धक्का दे दिया और जबरदस्ती कमला को घसीटते हुए पास की ही छोटी और सकरी गली में ले गए जहां पर जहर देकर कमला को पिला दिया । रामवती के शोर मचाने पर साहूकार व गांव के अन्य लोग बचाने दौड़े तो उपरोक्त लोग धमकी देते हुए गांव के फरार हो गए। साहूकार ने आनन फानन में डायल 112 व एम्बुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे डायल 112 द्वारा कमला को एम्बुलेंस से हॉस्पिटल घाटमपुर लाए जहाँ से हैलट रिफर कर दिया गया। हैलट अस्पताल जाते समय रास्ते पर ही कमला की मौत हो गई। बताते चलें कि कमला के पति गोरे की 2017 में गम्भीर बीमारी के कारण मृत्यु हो चुकी थी कमला के 5 बच्चे अवनीश 11 खुशबू 9 रेनू 7 गुलशन 5 रामू 3 है पिता की मृत्यु के बाद पांचों बच्चों का कमला किसी तरीके से भरण पोषण कर रही थी परंतु कमला की मौत के बाद पांचों बच्चे अपनी बाल्यावस्था में ही अनाथ हो गए पांचों बच्चे अपने बुजुर्ग चाचा और बूढ़ी नानी के साथ कोतवाली घाटमपुर सीओ ऑफिस के लगातार 1 महीना 9 दिन से चक्कर काट रहे हैं परंतु इंसाफ की चौखट पर मासूम बच्चों को इंसाफ नहीं मिला है हर बार उनको किसी न किसी बहाने से टरका दिया जाता है उक्त गांव के दबंग लोगों ने बच्चों व उनकी बूढ़ी नानी और बूढ़े चाचा का जीना दुश्वार कर दिया है चाचा साहूकार ने बताया कि पुलिस द्वारा कार्यवाही ना होने के कारण उक्त लोगों के हौसले काफी बुलंद है और शराब पीकर आए दिन जान से मारने की धमकी देते हुए गांव से बाहर निकल जाने के लिए कहते हैं।             


भारत ने चीन के 47 ऐप और बैन किये

नई दिल्ली। चीन से जुड़ी कंपनियों पर भारत सरकार ने फिर एक बार बड़ी कार्रवाई की है। भारत सरकार ने चीन के 47 और ऐप बैन कर दिए हैं। इससे पहले चीन के 59 ऐप बैन किए जा चुके हैं। अब बैन किए गए ऐप्स में ज्यादातर क्लोनिंग वाले ऐप्स शामिल हैं। मतलब पहले से बैन ऐप के जैसे ऐप बनाकर उतार दिए गए थे। इन ऐप्स पर यूजर्स की डेटा का आरोप लगा है।



भारत ने चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई गलवान घाटी में झड़प के बाद शुरू की थी। PUBG समेत चीन के 275 ऐप की बनी लिस्ट टिक-टॉक समेत 59 ऐप भारत सरकार पहले ही बैन कर चुकी है। अब सरकार की नजर 275 चीनी ऐप्स पर है। इसमें PUBG भी शामिल है। गृह मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, मामले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और ये भी पता लगाने की कोशिश है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के अनुसार कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। टिक-टॉक समेत 59 ऐप भारत सरकार पहले ही बैन कर चुकी है। अब सरकार की नजर 275 चीनी ऐप्स पर है। इसमें PUBG भी शामिल है। गृह मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, मामले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और ये भी पता लगाने की कोशिश है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के अनुसार कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।                



सीआरपीएफ के स्थापना दिवस की बधाईंं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ( सीआरपीएफ) के 82 वें स्थापना दिवस पर बल के कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए वर्षों में नयी ऊंचाइयों को छूने की कामना की है। मोदी ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, “इस असाधारण बल के कर्मियों को 82 वें स्थापना दिवस की बधाई। हमारे देश को सुरक्षित रखने में बल अग्रिम मोर्चे पर डटा रहता है। बल के साहस और पेशेवराना की सर्वत्र प्रशंसा होती है। आने वाले वर्षों में बल और नयी बुलंदियों पर पहुंचे।”


शाह ने कहा, “ सीआरपीएफ पराक्रम, साहस और बलिदान का प्रतीक है। बल ने एक बार देश को फिर गौरवान्वित किया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 में बल की समर्पण भाव से इसकी सेवा का कोई सानी नहीं है। मैं लाखों भारतीयों के साथ मिलकर 82 वें स्थापना दिवस पर बल के बहादुर कर्मियों और इनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं।”बल की स्थापना 27 जुलाई 1939 को नीमच में हुई थी। उस समय बल का नाम क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस (सीआरपी) था। देश के आजाद होने के बाद पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने नाम सीआरपीएफ किया था।             


11 जिलों की 13 लाख आबादी प्रभावित

पटना। बिहार में बाढ़ का पानी अब 11 जिलों में फैल गया है, जिससे राज्य की करीब 15 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। इस बीच, राज्य सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य प्रारंभ किए गए हैं, लेकिन यह अब तक नाकाफी साबित हो रही है। अभी भी राज्य की प्रमुख नदियों में उफान जारी है तथा करीब सभी प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जल संसाधन विभाग के रिपोर्ट में कहा गया है कि कोसी का जलस्तर वीरपुर बैराज के पास सोमवार को सुबह छह बजे 1.55 लाख क्यूसेक था, जो आठ बजे बढ़कर 1.62 लाख क्यूसेक बना हुआ है। इधर गंडक नदी के जलस्तर में भी एक बार फिर बढ़ोतरी हो रही है। गंडक का जलस्राव बाल्मीकिनगर बराज पर सुबह छह बजे 1.89 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे 2.09 लाख क्यूसेक पहुंच गया है। इधर, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा, घाघरा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।


आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 11 जिलों के कुल 86 प्रखंडों की 625 पंचायतें बाढ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 15 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इन इलाकों में 26 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 14,011 लोग रह रहे हैं। इसके अलावे बाढ प्रभावित इलाकों में कुल 463 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन 1,77,065 लोग भोजन कर रहे हैं।


उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ , एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 1,36,464 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हेलीकप्टर के माध्यम से फूड पैकेट्स गिराये जा रहे हैं। इधर, गांवों में बाढ़ का पानी घुसने के बाद लोग ऊंचे स्थानों की खोज में राष्ट्रीय राजमागरें और तटबंधों पर शरण ले रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि कहीं भी सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। गोपालगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर की स्थिति अब काफी खराब हो चुकी है। गोपालगंज और मुजफ रपुर में सड़कों पर बाढ़ पीड़ित रात-दिन काट रहे हैं।            


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...