गुरुवार, 11 जून 2020

दिल्ली के सैकड़ों अध्यापक हुए संक्रमित

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में शिक्षक भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी डाटा के अनुसार अब तक नगर निगम के 100 से ज्यादा सरकारी शिक्षक कोरोना के शिकार हो चुके हैं। इसके अलावा 50 और शिक्षक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. ये वैसे शिक्षक हैं, जिनकी ड्यूटी इस वक्त स्कूलों में राशन बांटने या फिर दूसरे प्रशासनिक कार्यों में लगी थी।


4 शिक्षकों की मौत


दुखद बात यह है कि अब तक 4 शिक्षक कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना से मौत का शिकार बने शिक्षकों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान भी किया था। गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव अजयवीर यादव ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक के बाद एक शिक्षक कोरोना के शिकार होते जा रहे हैं और हमारे कई साथी अब तक मौत के मुंह में समा चुके हैं।


एक करोड़ मुआवजे की मांग


एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि जिन शिक्षकों की कोरोना के कारण मौत हुई है उन्हें 1 करोड़ रुपये का मुआवजा फौरन ही दिया जाए। इसके अतिरिक्त बाकी शिक्षकों की ड्यूटी कुछ इस प्रकार की जाए जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा कम से कम हो और उनके बचाव के लिए पीपीई किट, मास्क और अन्य साधन उपलब्ध कराए जाएं।बता दें कि दिल्ली में इस वक्त हजारों शिक्षक करुणा से बचाव की ड्यूटी में काम कर रहे हैं। इनमें से कई शिक्षक राशन बांटने की ड्यूटी में है तो कई शेल्टर होम और आइसोलेशन सेंटर पर भी ड्यूटी कर रहे हैं।


दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज तक से बात करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार में शिक्षकों की जान जोखिम में है। एक के बाद एक शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं और कई शिक्षकों की जान जा चुकी है। ऐसे में सरकार को तुरंत ही सख्त कदम उठाना चाहिए नहीं तो हमारे देश के भविष्य निर्माता खुद संकट में पड़ जाएंगे। आदेश गुप्ता ने फौरन ही मृतक शिक्षकों के परिवार वालों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग केजरीवाल सरकार से की है।


8 दिन बाद अस्पताल से ही मिला शव

8 दिन से लापता कोरोना मरीज की लाश अस्पताल के बाथरूम में पड़ी थी, किसी को खबर तक नहींं







कविता गर्ग 


जलगांव। देश में एक ओर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, वहीं कई जगहों पर अस्पतालों की लापरवाही का मामला भी सामने आ रहा है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के जलगांव सिविल अस्पताल में देखने को मिला है. पिछले 8 दिनों से जिस कोरोना पॉजिटिव मरीज के अस्पताल से लापता होने की बात कही जा रही थी उसका शव आज उसी अस्पताल के एक बाथरूम से बरामद किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.


जानकारी के मुताबिक 80 साल की बुजुर्ग को कुछ दिन पहले भुसावल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां बुजुर्ग की हालत बिगड़ने पर 1 जून को उन्हें जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में पाया गया कि बुजुर्ग को कोरोना है. इस घटना के दूसरे ही दिन यानी 2 जून को बुजुर्ग महिला अस्पताल से कहीं गायब हो गईं. काफी ढूंढने के बाद भी जब बुजुर्ग का कुछ भी पता नहीं चला तो थाने में महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।


बताया जाता है कि आज सुबह किसी ने जानकारी दी कि एक बुजुर्ग महिला का शव अस्पताल के बाथरूम में पड़ा है। बुजुर्ग को देखने से पता चला कि जिसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी वह महिला पिछले 8 दिनों से बाथरूम में पड़ी थी और किसी को इसकी खबर तक नहीं थी। जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने कहा कि यह अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। अस्पताल के बाथरूम को हर दिन साफ किया जाता है। ऐसे में किसी की भी नजर पिछले 8 दिनों से बुजुर्ग पर नहीं पड़ी। जिलाधिकारी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है।







फॉरेस्ट रेंजर, गार्ड के पदों पर भर्ती

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। छत्तीसगढ़ वन विभाग भर्ती 2020 (CG फॉरेस्ट गार्ड भर्ती 2020) के तहत 178 फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। अगर आप भी वन विभाग में नौकरी करने के इच्छुक हैं तो आवेदन कर सकते हैं।


पदों की संख्या


फॉरेस्ट रेंजर- 157 पद


असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड – 21 पद


शैक्षिक योग्यता


इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को 12वीं यानी इंटरमीडिएट परीक्षा PCB यानी साइंस स्ट्रीम में पास होना चाहिए और कृषि, वनस्पति विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, भूविज्ञान आदि किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए. बता दें कि चयनित उम्मीदवारों की पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में ही होगी।
आयु सीमा


इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की उम्र 21 से 30 वर्ष (अन्य राज्य) और 21 से 40 वर्ष (छत्तीसगढ़) निर्धारित है. बता दें कि आयु की गणना 01.01.2020 के आधार पर की जाएगी।


आवेदन शुल्क


छत्तीसगढ़ के एससी/ एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए 300 रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित है जबकि अन्य सभी उम्मीदवारों को 400 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा।


कैसे होगा चयन?


फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।


आवेदन और परीक्षा की तिथि


ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तिथि- 16 जून 2020


आवेदन की अंतिम तिथि- 15 जुलाई 2020


ऑनलाइन सुधार की तिथि- 18 से 24 जुलाई 2020


लिखित परीक्षा की तिथि- 20 सितंबर 2020


कितनी मिलेगी सैलरी?


फॉरेस्ट रेंजर के 157 पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 38100 रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा जबकि असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के 21 पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 56100 रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करके आधिकारिक नोटिफिकेशन देख सकते हैं।


चिकित्सकों ने इस्तीफे की धमकी दी

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के दो हॉस्पिटल के डॉक्टर और हेल्थ वर्कर सैलरी न मिलने से काफी नाराज हैं। इन्होंने इसका तत्काल भुगतान न होने पर इस्तीफे की धमकी भी दी है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ‘नो पे नो वर्क’ की मांग के साथ चिट्ठी लिखी है। साथ ही अपनी समस्या बताते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। आरडीए का कहना है कि उनकी मांग न मानने की स्थिति में वो इस्तीफा भी दे सकते हैं। इस तरह की मांग दिल्ली के दरियागंज इलाके में स्थित कस्तूरबा गांधी हॉस्पिटल और हिन्‍दू राव हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने की है। बता दें कि यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब दिल्‍ली कोरोना संक्रमण से बुरी तरह से जूझ रहा है।


3 महीने से नहीं हुआ सैलरी का भुगतान


कस्तूरबा गांधी हॉस्पिटल के आरडीए ने एडिशनल एमएस को लिखी अपनी चिट्ठी में रेजिडेंट डॉक्टर के बकाए वेतन के मामले में ध्यान आकर्षित कराया है। साथ ही एक साथ इस्तीफा देनो या ‘नो पे नो वर्क’ की भी बात कही है। इसमें लिखा है कि रेजिडेंट डॉक्टर को पिछले 3 महीनों से सैलरी का भुगतान नहीं हुआ है। वे कोरोना महामारी के संकट के दौरान अपने और अपने परिवार की जिंदगी को दांव पर लगाकर काम कर रहे हैं। सैलरी न मिलने के कारण उन्हें अपने घर का किराया देने, ट्रैवलिंग में होने वाले खर्च और जरूरत के सामान खरीदने तक में समस्या हो रही है।


आरडीए का कहना है कि हम पैसों के बिना काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बकाए सैलरी के जल्द भुगतान की मांग की है। साथ ही कहा है कि अगर सैलरी का भुगतान 16 जून तक नहीं होगा तो उन्हें सामूहिक इस्तीफा देना पड़ सकता है।


डॉक्टरों ने मांगी 4 महीने की बकाया सैलरी


राजधानी के मलकागंज में स्थित हिन्‍दू राव हॉस्पिटल और एनडीएमएमसी के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोशिसशन ने 4 महीनों की सैलरी के भुगतान की मांग की है। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को 30 मई को लिखी चिट्ठी में बकाए सैलरी के भुगतान के संबंध में ध्यान आकर्षित कराया गया है।


इस संबंध में आरडीए का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आरडीए ने यह भी कहा है कि हमें लग रहा है कि हमारी बातें अनसुनी कर दी जा रही हैं। आरडीए ने 18 जून तक के बकाए सैलरी के भुगतान की मांग की है। इस चिट्ठी में आरडीए की तरफ से लिखा गया है कि हम आपको असहाय होकर यह सूचना दे रहे हैं कि रेजिडेंट ‘नो पे नो वर्क’ के नियम पर काम करने का निर्णय ले रहे हैं। साथ ही वेतन भुगतान न होने की स्थिति में सामूहिक इस्तीफे की बात भी कही गई है।


आठवीं पास के लिए राजस्थान में भर्ती

जयपुर। लॉकडाउन के बीच प्रदेश के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए राजस्थान पुलिस ने होमगार्ड की नौकरी के लिए वैकेंसी निकाली है। इसके लिए आधिकारिक तौर पर नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। 8वीं पास उम्मीदवार इस नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके चयन के दौरान किसी भी तरह की लिखित परीक्षा नहीं होगी। इसके लिए पात्र आवेदक 10 जून से लेकर 9 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस बार 2500 पोस्ट के लिए ये आवेदन निकाला गया है। गौरतलब है कि इस भर्ती के लिए आवेदन पहले भी आए थे। लेकिन इसकी प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई है।


आयु सीमा 


इन पदों के लिए अप्लाई करने वाले आवेदक की उम्र 18 साल से लेकर 35 साल तक होनी चाहिए. राजस्थान होम गार्ड भर्ती के अंतर्गत चयनितों को हर दिन 693/- रुपए वेतन दिया जाएगा। इसके लिए जनरल और ओबीसी कैटेगरी में आने वाले आवेदकों को एप्लीकेशन फीस के तौर पर 200 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। जबकि एससी, एसटी, ईडब्लूएस और एमबीसी वर्ग में आने वाले उम्मीदवारों को 175 रुपए का भुगतान करना होगा। कैंडिडेट के सेलेक्शन का आधार केवल फिजिकल टेस्ट होगा।


जो भी उम्मीदवार इसके लिए अप्लाई करना चाहते हैं उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट http://home.rajasthan.gov.in/ पर लॉगइन कर आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा. आवेदन 10 जून से 9 जुलाई, 2020 के बीच की जा सकती है.


साल 1946 में हुई थी भारत में शुरुआत


भारत में होम गार्डस स्वैच्छिक बल के तौर पर जाना जाता है. इसकी पहली बार दिसंबर 1946 में शुरुआत हुई थी. ताकि पुलिस को वे अशांति और सांप्रदायिक दंगों को नियंत्रित करने में मदद कर सके. इसके बाद इसको देश के कई राज्यों ने अपनाया. आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, प्रदेश में कुल संख्या 30, 714 है. इनमें से 21,770 शहरी होम गार्ड हैं. जबकि 6280 ग्रामीण होम गार्ड हैं। इसके लिए 2,664 जवान बॉर्डर होम गार्ड के तौर पर तैनात हैं। वेबसाइट के अनुसार, संगठन राज्य के योग्य युवाओं की भर्ती करता है और साथ ही उनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, अनुशासन और निस्वार्थ सेवा की भावना पैदा करने की कोशिश करता है।


रंगपुरी 'कहानी'

मूर्ख आदमी मकान बनवाता है, बुद्धिमान आदमी उसमें रह ता है, मैं मकान लेकर कहीं जाऊंगा थोड़े ही !!

कल अपनी पुरानी सोसाइटी में गया था। वहां मैं जब भी जाता हूं, मेरी कोशिश होती है कि अधिक से अधिक लोगों से मुलाकात हो जाए। 

कल अपनी पुरानी सोसाइटी में पहुंच कर गार्ड से बात कर रहा था कि और क्या हाल है आप लोगों का, तभी मोटरसाइकिल पर एक आदमी आया और उसने झुक कर प्रणाम किया। 

 

भैया, प्रणाम।” मैंने पहचानने की कोशिश की। बहुत पहचाना-पहचाना लग रहा था। पर नाम याद नहीं आ रहा था। उसी ने कहा, 

भैया पहचाने नहीं? हम बाबू हैं, बाबू। उधर वाली आंटीजी के घर काम करते थे।

मैंने पहचान लिया। अरे ये तो बाबू है। सी ब्लॉक वाली आंटीजी का नौकर।

“अरे बाबू, तुम तो बहुत तंदुरुस्त हो गए हो। आंटी कैसी हैं?”*

बाबू हंसा,

“आंटी तो गईं।”

“गईं? कहां गईं? उनका बेटा विदेश में था, वहीं चली गईं क्या? ठीक ही किया, उन्होंने। यहां अकेले रहने का क्या मतलब था?”

अब बाबू थोड़ा गंभीर हुआ। उसने हंसना रोक कर कहा, 

भैया, आंटीजी भगवान जी के पास चली गईं।”

“भगवान जी के पास? ओह! कब?”

बाबू ने धीरे से कहा, 

“दो महीने हो गए।”

“क्या हुआ था आंटी को?”

 

“कुछ नहीं। बुढ़ापा ही बीमारी थी। उनका बेटा भी बहुत दिनों से नहीं आया था। उसे याद करती थीं। पर अपना घर छोड़ कर वहां नहीं गईं। कहती थीं कि यहां से चली जाऊंगी तो कोई मकान पर कब्जा कर लेगा। बहुत मेहनत से ये मकान बना है।”

 

“हां, वो तो पता ही है। तुमने खूब सेवा की। अब तो वो चली गईं। अब तुम क्या करोगे?”

अब बाबू फिर हंसा,

"मैं क्या करुंगा भैया? पहले अकेला था। अब गांव से फैमिली को ले आया हूं। दोनों बच्चे और पत्नी अब यहीं रहते हैं।”

 

“यहीं मतलब उसी मकान में?”

 

“जी भैया। आंटी के जाने के बाद उनका बेटा आया था। एक हफ्ता रुक कर चले गए। मुझसे कह गए हैं कि घर देखते रहना। चार कमरे का इतना बड़ा फ्लैट है। मैं अकेला कैसे देखता? भैया ने कहा कि तुम यहीं रह कर घर की देखभाल करते रहो। वो वहां से पैसे भी भेजने लगे हैं। और सबसे बड़ी बात ये है कि मेरे बच्चों को यहीं स्कूल में एडमिशन मिल गया है। अब आराम से हूं। कुछ-कुछ काम बाहर भी कर लेता हूं। भैया सारा सामान भी छोड़ गए हैं। कह रहे थे कि दूर देश ले जाने में कोई फायदा नहीं।”

मैं हैरान था। बाबू पहले साइकिल से चलता था। आंटी थीं तो उनकी देखभाल करता था। पर अब जब आंटी चली गईं तो वो चार कमरे के मकान में आराम से रह रहा है। 

आंटी अपने बेटे के पास नहीं गईं कि कहीं कोई मकान पर कब्जा न कर ले। 

बेटा मकान नौकर को दे गया है, ये सोच कर कि वो रहेगा तो मकान बचा रहेगा। 

मुझे पता है, मकान बहुत मेहनत से बनते हैं। पर ऐसी मेहनत किस काम की, जिसके आप सिर्फ पहरेदार बन कर रह जाएं?

मकान के लिए आंटी बेटे के पास नहीं गईं। मकान के लिए बेटा मां को पास नहीं बुला पाया। 

सच कहें तो हम लोग मकान के पहरेदार ही हैं। 

जिसने मकान बनाया वो अब दुनिया में ही नहीं है। जो हैं, उसके बारे में तो बाबू भी जानता है कि वो अब यहां कभी नहीं आएंगे।

मैंने बाबू से पूछा कि,

"तुमने भैया को बता दिया कि तुम्हारी फैमिली भी यहां आ गई है?"

“इसमें बताने वाली क्या बात है भैया? वो अब कौन यहां आने वाले हैं? और मैं अकेला यहां क्या करता? जब आएंगे तो देखेंगे। पर जब मां थीं तो आए नहीं, उनके बाद क्या आना? मकान की चिंता है, तो वो मैं कहीं लेकर जा नहीं रहा। मैं तो देखभाल ही कर रहा हूं।”

 

बाबू फिर हंसा। 

 

बाबू से मैंने हाथ मिलाया। मैं समझ रहा था कि बाबू अब नौकर नहीं रहा। वो मकान मालिक हो गया है। 

 

हंसते-हंसते मैंने बाबू से कहा,

 

“भाई, जिसने ये बात कही है कि

_*मूर्ख आदमी मकान बनवाता है, बुद्धिमान आदमी उसमें रहता है।

 उसे ज़िंदगी का कितना गहरा तज़ुर्बा रहा होगा।”

 

बाबू ने धीरे से कहा, 

“साहब, सब किस्मत की बात है।”

मैं वहां से चल पड़ा था ये सोचते हुए कि सचमुच सब किस्मत की ही बात है।

 

लौटते हुए मेरे कानों में बाबू की हंसी गूंज रही थी...


“मैं मकान लेकर कहीं जाऊंगा थोड़े ही?मैं तो देखभाल ही कर रहा हूं।”

मैं सोच रहा था, मकान लेकर कौन जाता है? सब देखभाल ही तो करते हैं।

आज यह किस्सा पढ़कर लगा कि हम सभी क्या कर रहे है ....जिन्दगी के चार दिन है मिल जुल कर हँसतें हँसाते गुजार ले ...क्या पता कब बुलावा आ जाए....सब यहीं धरा रह जायेगा....।

ट्रस्ट के सदस्यों का पीएम को निमन्त्रण

दो जुलाई को मंदिर निर्माण के लिए हो सकता है भूमिपूजन

 

ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री को दिया निमन्त्रण

 

अयोध्या। रामलला के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन प्रधानमंत्री से कराने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र समेत मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्र दिल्ली में जमे हैं।

संत धर्माचार्यों व ज्योतिषियों के मुताबिक दो जुलाई को आनंद योग में राम मंदि का भूमि पूजन सर्वसिद्धिदायक होगा। सूत्र बताते हैं कि चतुर्मास से पहले ही प्रधानमंत्री के अयोध्या आने की स्वीकृति मिलने की संभावना है।

रामजन्मभूमि परिसर में समतलीकरण का कार्य पूरा होने के बाद अब मंदिर के लिए भूमि पूजन का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि भूमि पूजन के लिए दो जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ सकते हैं।

श्रीराजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें इसके लिए आमंत्रण दिया है। दो जुलाई को चातुर्मास लग रहा है। इस दौरान चार माह तक कोई शुभ कार्य नहीं होगा। ऐसे में मुमकिन है कि देवताओं के शयन से ठीक पहले अयोध्या में भूमि पूजन हो जाए।

 ज्योतिषाचार्य पंडित कौशल्यानंद वर्धन भी बताते हैं कि देवशयनी एकादशी 30 जून की शाम 6:45 बजे लगेगी जो एक जुलाई को पूरे दिन रहेगी। इसे विष्णु शयनोत्सव के रूप में मनाया जाता है जो तीन दिन का होता है।

इस उत्सव के क्रम में दो जुलाई को गुरू अनुराधा नक्षत्र का शुभ संयोग पड़ रहा है, इस दिन आनंद योग भी है, जो शुभ कार्यों के लिए सर्वसिद्घिप्रदायक है।

इस दिन मध्याह्न में वामन भगवान का पूजन करने से एक यज्ञ का फल प्राप्त होता है। ऐसे में इस दिन प्रधानमंत्री भूमि पूजन करते हैं तो यह शुभ फलदायी होगा। श्रीरामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि यदि एकादशी पर प्रधानमंत्री भूमि पूजन करते है तो यह अत्यंत शुभ होगा।

        

पीएमओ से लगातार संपर्क में है ट्रस्टः मातृ जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आला अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ के साथ लगातार संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री को औपचारिक न्योता भेजा जा चुका है वह इसे स्वीकार भी कर चुके हैं। अगर यह मुहूर्त निकल गया तो फिर दीपावली के 11 दिन बाद ही अगला मुहूर्त आएगा।

उधर, संत भी प्रधानमंत्री को शिलान्यास के लिए आमंत्रण देने की तैयारी में हैं, इसके लिए उनसे मुलाकात का भी मन बना रहे हैं। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री से भूमि पूजन के लिए शुभ तिथि पर अयोध्या आने का आग्रह किया जा रहा है। अभी कोई तिथि तय नहीं हो पाई है।

 

भूमि पूजन में आती रहीं अड़चनें: भूमि पूजन की तिथि पहले 30 अप्रैल को तय की गयी थी। लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी ने दस्तक दे दी और ट्रस्ट ने भूमि पूजन कार्यक्रम स्थगित कर दिया। अब ट्रस्ट की तरफ से दो जुलाई की तारीख बताई गई है। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से तारीख को लेकर जवाब आना अभी बाकी है।

राममंदिर की पहली मंजिल का काम पूरा: दो मंजिल के प्रस्तावित राममंदिर की रूपरेखा पहले ही तैयार हो चुकी है। पहली मंजिल का काम तकरीबन पूरा बताया जा रहा है। 212 पिलरों पर बनने वाले राममंदिर के लिए 106 पिलर, छतें, नींव के पत्थर और उसके ऊपर लगने वाले पत्थर तैयार हैं। लगभग सवा लाख घनफुट पत्थरों की तराशी हो चुकी है। अभी 75 हजार स्कवायर घन फुट पत्थर तराशे जाने बाकी हैं। मंदिर 128 फीट ऊंचा और 140 फीट चौड़ा होगा जबकि मंदिर की लंबाई 268 फीट की होगी। महंत कमल नयन दास ने 28 वर्षों बाद कुबेर टीला स्थित कुबेरेश्वर महादेव का किया रुद्राभिषेक।

 

राममंदिर का निर्माण की कामना से बुधवार को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने 28 वर्षों बाद कुबेर टीला स्थित कुबेरेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया।

 मंदिर-मस्जिद विवाद के कारण वर्षों से कुबेरेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना नहीं हो पाई थी। कोरोना के शमन, विश्व की बाधाएं दूर करने और राममंदिर निर्माण के लिए शंकरजी से संतों ने आशीर्वाद मांगा। महंत कमलनयन दास ने कहा कि शीघ्र ही मंदिर निर्माण की तारीख तय होगी। अभी रामजन्मभूमि परिसर में कोई निर्माण कार्य नहीं शुरू हुआ है। हम केवल शिव की आराधना करने आए थे, हमारी तैयारी पूरी है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

अयोध्या के रामजन्मभूमि परिसर में कुबेर टीले पर कुबेरेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया गया। यहां 28 साल से यहां पूजा नहीं हुई थी। महंत कमलनयन दास ने बुधवार को करीब दो घंटे तक (सुबह 8 से 10 बजे तक) 11 लीटर दूध से अभिषेक किया और फिर बाहर निकले। 

पूजा के बाद लौटे महंत कमलनयन दास ने कहा कि जिस प्रकार भगवान शिव की उपासना के बाद भगवान श्री राम का लंका विजय का अभियान निर्विघ्न संपन्न हुआ। उसी प्रकार यहां पर कुबेेरेश्वर महादेव की पूजा के बाद श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य निर्विघ्न फलीभूत होगा। 

मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने लंका विजय के पहले रामेश्वरम में शिव की आराधना की थी, उसी विरासत के अनुरूप रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूर्व शिव की आराधना की गई। कमलनयनदास के अनुसार इसके पीछे मकसद भव्य राममंदिर निर्माण से पूर्व भगवान शिव को प्रसन्न करना है। 

उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आते पर कोरोना संकट के चलते हर जगह भीड़भाड़ की आशंका उन्हें अयोध्या आने से रोक रही है। 

बताया कि बीते दिनों समतलीकरण के दौरान रामजन्मभूमि परिसर का भ्रमण करने के दौरान उनकी निगाह कुबेर टीला पर स्थित भगवान कुबेरेश्वर महादेव पर गई और उसी समय उन्होंने तय किया कि जिस प्रकार भगवान राम ने लंका विजय के पूर्व रामेश्वरम में भोलेनाथ की पूजा की। उसी तरह श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पहले वह शशांक शेखर के रूप में भोले की पूजा करेंगे। रुद्राभिषेक में संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास रामायणी, संत आनंद शास्त्री सहित अन्य वैदिक पंडित मौजूद रहे।

शिव अभिषेक से दूर होंगी विघ्न-बाधाएं: कन्हैयादास

संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने भी भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। अभिषेक पूजन के बाद लौटे महंत कन्हैया दास रामायणी ने कहा कि भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर राममंदिर निर्माण की मंगलकामना की गयी है, भगवान शिव की कृपा से सारी विघ्न बाधाएं दूर होंगी और शीघ्र ही राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। संत समाज अयोध्या में दिव्य-भव्य राममंदिर निर्माण के लिए बेसब्र है।

 

पौराणिक एवं पुरातात्विक महत्व का है कुबेर तीला

टीटीलालमजन्मभूमि के जिस परिसर में दिव्य-भव्य राममंदिर निर्माण की तैयारी चल रही है उसी परिसर में पौराणिक एवं पुरातात्विक महत्व का कुबेर टीला भी है। अयोध्या का इतिहास विवेचित करने वाले ग्रंथ रूद्रयामल के अनुसार युगों पूर्व इस स्थान पर धन के देवता कुबेर का आगमन हुआ था। उन्होंने रामजन्मभूमि के निकट ऊंचे टीले पर शिवलिंग की स्थापना की थी, कालांतर में यहां मां पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी, कुबेर सहित कुल नौ देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई और श्रद्घालुओं के बीच यह स्थल नौ रत्न के नाम से पूजित-प्रतिष्ठित हुआ। सन 1902 में एडवर्ड अयोध्या तीर्थ विवेचनी सभा ने 84 कोस की परिधि में रामनगरी के जिन 148 पुरास्थलों को चिह्नित किया, उसमें से एक कुबेर टीला भी था। कुबेर टीला एएसआई के द्वारा भी संरक्षित स्मारक है।

 

गंगा सिंह यादव को फिर मिली जिला कमेटी की बागडोर

 

अयोध्या। लंबी प्रतीक्षा के बाद समाजवादी पार्टी ने गंगा सिंह यादव को फिर से जिला कमेटी की बागडोर सौपी है। करीब नौ महीने बाद जिला कमेटी के अध्यक्ष पद पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ताजपोशी की है। 23 अगस्त 2019 को अखिलेश यादव ने जिला कमेटी समेत सभी प्रकोष्ठों को भंग कर दिया था, तभी से अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर अटकलें लगती रहीं। सांगठनिक तजुर्बे की वजह से बाजी गंगा सिंह यादव के पक्ष में रही। इससे पूर्व भंग कमेटी की कमान भी उन्हीं के पास रही। ताजपोशी के बाद जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने कहा वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करेंगे जिससे अखिलेश यादव की अगुवाई में प्रदेश में पार्टी की सरकार बन सके। यादव ने राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व के प्रति आभार जताया। अभी जिला महासचिव पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। अध्यक्ष पद पर गंगा सिंह यादव की ताजपोशी पर पार्टी नेताओं ने हर्ष जताया है।

 

होटल, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट और कैफेटेरिया आदि को खोलने की  जिला प्रशासन ने सशर्त अनुमति दी

 

अयोध्या। लॉकडाउन के साथ ही बंद हुए जिले के होटल, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट और कैफेटेरिया आदि को खोलने की अनुमति जिला प्रशासन ने सशर्त दे दी है। प्रतिष्ठान सुबह 10 बजे से रात्रि साढ़े आठ बजे तक ही खुल सकेंगे। किसी भी दशा में सीटिग क्षमता से 50 फीसदी से अधिक के बैठने की अनुमति नहीं दी गई है। जिन व्यक्तियों में कोविड-19 के लक्षण प्रदर्शित नहीं होंगे, उन्हें ही परिसर में बैठने की अनुमति होगी। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि संदिग्ध, पुष्ट केस को तत्काल अलग कर दिया जाएगा और इसकी सूचना डाक्टर, जिला अस्पताल या जिला कंट्रोल रूम के नंबर 9453116001 पर देनी होगी। प्रतिष्ठान में डिस्पोजेबल बर्तन और अच्छी गुणवक्ता के पेपर नैपकिन का प्रयोग करना होगा।       भोजनालय व ढाबा पर सामूहिक भोजन की अनुमति नहीं होगी। होम डिलीवरी, पैकेज्ड फूड ही अनुमन्य होगा। हाईवे पर पड़ने वाले ढाबों को इस प्रतिबंध से अलग रखा गया है। जबकि होटल व गेस्ट हाउस को समस्त सुविधाओं युक्त 33 फीसदी कमरे चिकित्सक एवं पैरामेडिकल आदि के क्वारंटाइन किए जाने के लिए उपलब्ध कराना होगा।

 

डिप्टी कलेक्टर की बढ़  सकती है मुसीबत

 

इनोवा गिफ्ट व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच पूरी

 

जिलाधिकारी ने मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तमदास गुप्त को सौंपी थी जांच

 

अयोध्या। डिप्टी कलेक्टर रामशंकर की मुसीबत बढ़ने जा रही है। उनके खिलाफ इनोवा गिफ्ट व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच पूरी हो गई है। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने इनोवा गिफ्ट की जांच मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेशकुमार व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तमदास गुप्त को सौंपी थी। दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। जिलाधिकारी ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए वह जांच रिपोर्ट शासन भेज रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ यह जांच एक शिकायत पर जिलाधिकारी ने कराई है। शिकायत दाखिल खारिज के मुकदमे से जोड़ते हुए इनोवा गिफ्ट किए जाने की थी।कोतवाली नगर में इस इनोवा को खड़ा कराए करीब एक महीने से ज्यादा हो गया। डिप्टी कलेक्टर का उस वक्त कहना था कि होली में घर उन्नाव जाने के लिए रवि बंसल से इसे मंगाया था। लॉकडाउन की वजह से कहने के बावजूद वह ले नहीं गए। सीडीओ ने इनोवा वाहन 70 बीयू 9000 के मालिक अखिलेश दुबे के अलावा रवि बंसल, अरविद मौर्य समेत अन्य के बयान जांच के लिए वीडियोग्राफी के बीच दर्ज कराये। दाखिल खारिज के जिन नौ मुकदमों का निस्तारण सहायक अभिलेख अधिकारी (एआरओ) रहते रामशंकर ने किया उस भूमि से रवि बंसल, अरविद मौर्य आदि का जुड़ाव है। इन सभी मुकदमों में 16 अगस्त 2019 को इन सबके पक्ष में आदेश पारित किया गया है। दाखिल खारिज की पत्रावलियों में नियम से हट कर आदेश पारित करने का आरोप सीआरओ की जांच में प्रमाणित है, जिसकी जिलाधिकारी भी तस्दीक करते हैं।

एआरओ पद से शिकायत बढ़ने के बाद जिलाधिकारी उन्हें हटा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार जांच में इनोवा व दाखिल खारिज के सभी नौ मुकदमों का एक-दूसरे से कनेक्शन पाया गया। दाखिल खारिज की यह भूमि मीरापुर द्वाबा में लगभग 30 बीघा है। पहले यहीं भगवान राम की प्रतिमा लगनी थी। तकनीकी कमेटी के अनफिट करने से यहां का प्रस्ताव निरस्त हो गया।

बेरोजगारी भयावह समस्या बनीः अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज बेरोजगारी एक भयावह समस्या बन गई है। कोरोना के सच को झुठलाकर भाजपा चुनाव में व्यस्त हो गई है। वह बेकारी और भुखमरी को समस्या ही नहीं मान रही है तो समाधान क्या करेगी? बिहार में चुनाव आते ही कुछ दिनों बाद तो प्रदेश के स्टार प्रचारक भी उड़ जाएंगे।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉलिंग कर उनके क्षेत्र की समस्याओं को समझ रहे थे। उन्होंने कहा कि महामारी के समय अन्य असाध्य बीमारियों के इलाज के लिए विधायक निधि से कम से कम 50 लाख रुपये देने की व्यवस्था होनी चाहिए। हृदय रोग, किडनी, लिवर तथा कैंसर के इलाज के लिए समाजवादी सरकार में मुफ्त चिकित्सा व्यवस्था थी। साथ ही विधायक निधि से 25 लाख रुपये देने की व्यवस्था थी। भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया है।


मीटिंग में सपा जिला अध्यक्ष की घोषणा

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद के आदेशानुसार राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे बुलन्दशहर जिले के जिला अध्यक्ष की घोषणा



 

नई दिल्ली। 10 जुन को दिल्ली केन्द्रीय कार्यालय पर  आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद के आदेशानुसार राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे बुलन्दशहर जिले के जिला अध्यक्ष की घोषणा



की गयी साथ साथ युथ बिर्गेड के जिला अध्यक्ष की भी घोषणा की गयी । सर्वसम्मति से वरिष्ठ नेता एडवोकेट मदनलाल गोतम को जिला अध्यक्ष व ललित भाटी को चन्द्रशेखर आज़ाद युथ बिर्गेड का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया । राष्ट्रीय कोर कमेटी की‌ मिटिंग मे सभी सदस्यों ने बुलन्दशहर जिला अध्यक्ष से एक सप्ताह के अन्दर जिला कमेटी गठित कर केन्द्रीय कार्यलाय को सोपने को कहा गया। राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे उपस्थित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष 

रविन्द्र भाटी,पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी,पुर्व विधायक वासूदेव बाबा पुर्व विधायक सुनील कुमार चित्तोङ ,रिटायर्ड आईएएस निलरत्न ,वीरेंद्र कुमार श्रीस पूर्व मंत्री धर्मेंद्र गौतम,पूर्व जिलाध्यक्ष वरिष्ठ नेता बीर सिंह आदि साथी उपस्थित रहे।


'अखिलेश' पर पार्टी ने भरोसा जताया

अब्दुल अज़ीज़


बहराइच।  समाजवादी पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में हुए परिवर्तन के फलस्वरूप जिले के पूर्व सपा अध्यक्ष राम हर्ष यादव पर पार्टी ने भरोसा जताया है। प्रदेश मुख्यालय से जारी की गई सूची में राम हर्ष यादव को बहराइच का पुनः जिलाध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की गई है।श्री यादव इससे पूर्व भी जिले की पार्टी कमान संभाल चुके हैं।सूत्रों की माने तो बहराइच में चल रही गुटबन्दी में राम हर्ष यादव स्वर्गीय डॉक्टर वकार साहब के खेमे से माने जाते रहे है वही पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण यादव ने भी  सर्वगीय डॉक्टर साहब और पूर्व मंत्री यासर शाह का दिल जीतने में कामियाब रहे थे लेकिन उनकी कार्यकर्ताओं पर ढीली पड़ रही पकड़ ने शायद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।रामहर्ष यादव को पुनः जिलाध्यक्ष बनाये जाने पर कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है इस अवसर पर सपा के कर्मठ नेता व पूर्व कोषाध्यक्ष अब्दुल मन्नान ने नव नियुक्त जिलाध्यक्ष को मिठाई खिला कर उनको बधाई दी वही रामहर्ष यादव ने भी उनके घर जाकर आशिर्वाद ग्रहण किया।वही उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक यासर शाह के घर पहुंच कर भी उनसे मुलाकात की और आशिर्वाद लिया।यासर शाह ने वन नियुक्त जिलाध्यक्ष को बधाई देते हुये उम्मीद जताई कि रामहर्ष यादव सभी वर्ग के लोगो और समस्त कार्यकर्ताओं को एकजुट करके पार्टी को मजबूत बनाने तथा उसकी खोई हुई छवि को पुनः वापस लाने में सफल रहेंगे। इस मौके पर भारी संख्या में वहाँ कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।


झील का पानी, लाल रंग में बदला

मुंबई। महाराष्ट्र के बुलढाना जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां की मशहूर लोनार झील का पानी अचानक लाल रंग में बदल गया है। पहली बार हुए इस बदलाव को देखकर आम लोग और वैज्ञानिक हैरान हैं। बुलढाना जिले के तहसीलदार सैफन नदाफ ने बताया कि पिछले 2-3 दिन से लोनार झील का पानी लाल रंग में बदल गया है। हमने वन विभाग को पानी के सैंपल लेकर जांच कर कारण पता करने को कहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि लोनार झील में हैलोबैक्टीरिया और ड्यूनोनिला सलीना नाम के कवक (फंगस) की वजह से पानी का रंग लाल हुआ है। निसर्ग तूफ़ान की वजह से बारिश हुई जिस कारण हैलोबैक्टीरिया और ड्यूनोनिला सलीना कवक झील की तलहट में बैठ गए और पानी का रंग लाल हो गया. हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना यह भी है कि लोनार झील का पानी लाल होने के पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं। जिसकी जांच होना अभी बाकी है.वहीं, लोनार झील के पानी का रंग लाल होने के बाद आसपास के इलाकों से बड़ी तादाद में लोग झील देखने के लिए आ रहे हैं। कुछ लोग तो इसे चमत्कार मान रहे हैं तो वहीं कई अफवाहों ने जोर पकड़ लिया है। मालूम हो कि लोनार झील बेहद रहस्यमयी है। नासा से लेकर दुनिया भर की तमाम एजेंसियां इस झील के रहस्यों को जानने में बरसों से जुटी हुई है। लोनार झील का आकार गोल है। इसका ऊपरी व्यास करीब 7 किलोमीटर है। जबकि यह झील करीब 150 मीटर गहरी है। अनुमान है कि पृथ्वी से जो उल्का पिंड टकराया होगा, वह करीब 10 लाख टन का रहा होगा जिसकी वजह से झील बनी थीं।


गुड़गांव में कोरोना केस लगातार बढ़ते

नई दिल्ली। गुरुग्राम यानी गुड़गांव में कोरोना वायरस के केसों में लगातार हो रही वृद्धि के बीच हरियाणा सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है। गुरुग्राम के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) जसवंत सिंह पूनिया का तबादल कर दिया गया है, उनके स्‍थान पर नूंह के सीएमओ वीरेंद्र यादव को गुरुग्राम की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है। डाक्टर जसवंत अब वीरेंद्र यादव की जगह नूंह की जिम्मेदारी संभालेंगे।


गौरतलब है कि एनसीआर गुरुग्राम में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले में बेहद तेजी से इजाफा हुआ है। गुरुग्राम में पिछले 24 घंटे में 217 नए मामले आए हैं, इसके साथ ही शहर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2546 तक पहुंच गया है, इसमें एक्टिव केस 1712 है। 823 पेशेंट इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। कोरोना के बढ़ते मामले में बीच बुधवार को गुरुग्राम को अच्छी खबर भी मिली. बीते 24 घंटे में 183 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं। गुरुग्राम में कोरोना वायरस की महामारी के चलते अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

एक जून से अनलॉक-1 शुरू होने के बाद से में दस दिनों में गुरुग्राम में 1772 नए मामले सामने आए। 1 जून को 129, 2 जून को 160, 3 जून को, 4 जून को 215, 5 जून को 153, 6 जून को 129, 7 जून को 230, 8 जून को 243 केस, 9 जून को 164 और 10 जून यानी बुधवार 217 मामले सामने आए।

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...