शनिवार, 30 मई 2020

सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा, ये दिन

नई दिल्ली। हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। आज ही के दिन जुगल किशोर शुक्ल ने दुनिया का पहला हिन्दी साप्ताहिक पत्र “उदन्त मार्तण्ड” का प्रकाशन कलकत्ता से शुरू किया था और इस दिन को पत्रकारिता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस प्रकार भारत में हिंदी पत्रकारिता की आधारशिला पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने डाली थी। उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन 30 मई, 1826 को कलकत्ता से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू हुआ था। यह पत्र हर मंगलवार को प्रकाशित होता था। उस समय की बात करें तो अंग्रेज़ी, फारसी और बांग्ला में तो अनेक पत्र निकल रहे थे किंतु हिंदी में एक भी पत्र प्रकाशित नहीं होता था। इस बात का उल्लेख मिलता है कि प्रारंभिक रूप में उदन्त मार्तण्ड समाचार पत्र की केवल 500 प्रतियां ही मुद्रित हुई थीं पर इसका प्रकाशन लम्बे समय तक नहीं चल सका क्योंकि उस समय कलकत्ता में हिंदी भाषियों की संख्या बहुत कम थी। इसके अलावा इस समाचार पत्र को डाक द्वारा भेजे जाने वाला खर्च इतना ज्यादा था कि इसका परिचालन मुश्किल हो गया। आखिरकार 4 दिसम्बर 1826 को इसके प्रकाशन को रोकना पड़ गया।


आज के दौर में देखें तो हिन्दी पत्रकारिता ने अंग्रेजी पत्रकारिता के दबदबे को खत्म कर दिया है। पहले देश-विदेश में अंग्रेजी पत्रकारिता का दबदबा था लेकिन आज हिन्दी भाषा का झण्डा हर ओर बुलंद हो रहा है। देश में यदि पंजीकृत प्रकाशनों की संख्या पर नजर डाली जाए तो पाएंगे कि किसी भी भारतीय भाषा की तुलना में पंजीकृत प्रकाशनों की सबसे अधिक संख्या हिंदी में है। इसके बाद दूसरा नाम अंग्रेजी भाषा का आता है। रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स फॉर इंडिया (RNI) की वार्षिक रिपोर्ट (2016-17) में बताया गया है कि पंजीकृत प्रकाशनों की संख्या में इस बार 3.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। साथ ही उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां सबसे अधिक प्रकाशन पंजीकृत हैं, यानी सूची में यह राज्य सबसे ऊपर है। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है।


RNI की रिपोर्ट बताती है कि भारत में पंजीकृत प्रकाशनों की संख्या 1,14,820 है। इसके अलावा किसी भी भारतीय भाषा में पंजीकृत समाचार पत्र-पत्रिकाओं की सबसे अधिक संख्या हिंदी भाषा में है और यह संख्या 46,827 है, जबकि हिंदी के अलावा दूसरे नंबर पर आने वाली अंग्रेजी भाषा में प्रकाशनों की संख्या 14,365 है।


चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


घिर गया है चीन पर 'हेकड़ी' कम नहीं

पेइचिंग। कोरोना वायरस के कहर के कारण सार्वजनिक आलोचना का सामना कर रहा चीन दुनिया में घिरता जा रहा है। हालांकि, इसके बाद भी उसकी हेकड़ी कम नहीं हुई है। हाल में ही चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के आदेश दिए थे। वहीं, अमेरिका के विश्व स्वास्थ्य संगठन से नाता तोड़ने पर भी चीन को बड़ा झटका लगा है।


कोरोना को लेकर घिरा चीन
वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस को लेकर दुनिया के अधिकतर देश चीन की आलोचना कर चुके हैं। कुछ दिनों पहले डब्लूएचओ की बैठक में चीन ने यूरोपीय यूनियन के उस प्रस्ताव का विरोध किया था जिसमें इस वायरस के उत्पत्ति के जांच की मांग की गई थी। हालांकि, बाद में वैश्विक दबाव के कारण चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग और विदेश मंत्री वांग यी ने इस जांच के समर्थन की घोषणा की।


अमेरिका से बढ़ा तनाव
ट्रेड वॉर को लेकर अमेरिका और चीन में जारी तनाव का अभी खात्मा हुआ नहीं था कि कोरोना वायरस ने आग में घी का काम किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुलेआम कोरोना को चीनी वायरस या वुहान वायरस के नाम से संबोधित कर चुके हैं। उन्होंने चीन पर इस वायरस के दुनियाभर में प्रसार का भी आरोप लगाया। अमेरिका ने यह भी कहा कि चीन इस वायरस को लेकर जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा।


अमेरिका ने चीन पर लगाए प्रतिबंध
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कुछ चीनी नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया। इतना ही नहीं, उन्होंने अमेरिका में चीन से आने वाले इन्वेस्टमेंट के नियमों को भी कड़ा करने का फैसला किया। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस में चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने को लेकर एक बिल पेश किया गया है।


सीमा विवाद पर चीन की भारत से ठनी
लद्दाख में सड़क निर्माण को लेकर भारत और चीन के बीच तनातनी अब भी जारी है। दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर एक दूसरे के सामने तंबू डालकर बैठी हुई हैं। वहीं तनाव बढ़ाने के बाद चीन अब शांतिदूत बनकर आपसी विवाद को सुलझाने की बात कर रहा है। चीन को यह आशा नहीं थी कि लद्दाख में भारत इतने आक्रामक तरीके से ड्रैगन के हर चाल को मात देगा। बता दें कि मई में ही सीमा विवाद को लेकर दो बार भारतीय और चीनी सेना के बीच हाथापाई हो चुकी है। जिसमें दोनों पक्षों के सैनिक घायल हुए थे।


ऑस्ट्रेलिया से भी चीन की दुश्मनी बढ़ी
कोरोना वायरस के उत्पत्ति की जांच का समर्थन करने के कारण चीन का ऑस्ट्रेलिया के साथ भी तनाव बढ़ गया है। दोनों देश एक दूसरे को जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। चीन ने कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया को ‘अमेरिका का पालतू कुत्ता’ कहकर संबोधित किया था। इस पर ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन ने कड़ी नाराजगी भी जताई थी। बता दें कि चीन उन वस्तुओं की सूची तैयार कर रहा है जिसे वह भारी मात्रा में ऑस्ट्रेलिया से आयात करता है। चीनी प्रशासन ऑस्ट्रेलिया से आने वाले मांस पर पहले ही रोक लगा चुका है।


ताइवान ने किया चीनी हस्तक्षेप का विरोध
ताइवान में हाल में ही राष्ट्रपति त्साई-इंग वेन के दोबारा चुनाव जीतने पर ड्रैगन बुरी तरह चिढ़ा हुआ है। चीन ने हाल में ही ताइवान की सीमा के पास अपने दो जंगी जहाज भेजे थे जिसके बाद ताइवान और चीन में तनाव और बढ़ गया। ताइवान ने हमेशा से चीन के एक देश दो सिस्टम कानून का विरोध किया है जिसके खिलाफ चीन ने सैन्य शक्ति के इस्तेमाल की धमकी दी है।


चीन विवाद मामला सुलझेगाः राजनाथ

नई दिल्ली। चीन के साथ लद्दाख सीमा पर तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भरोसा जताया है कि जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। दोनों देशों के बीच मिलिटरी और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में राजनाथ ने कहा कि देश के पास आज सक्षम नेतृत्व है। देश का मस्तक नहीं झुकने देंगे। देश के लोगों को भी इसका पूरा भरोसा है। उन्होंने नेपाल के साथ भी लिपुलेख विवाद की बातचीत से सुलझने की उम्मीद जताई।


‘देश के स्वाभिमान पर चोट नहीं पहुंचेगा’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं देश को आश्वासन देना चाहता हूं कि किसी भी सूरत में भारत के स्वाभिमान पर चोट नहीं पहुंचेगा।’ उन्होंने कहा कि भारत किसी को आंख नहीं दिखाना चाहता। बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर चीन की आपत्तियों से जुड़े सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमारा हक है। उन्होंने कहा, ‘जो कर रहे हैं हम, अपनी सीमा में कर रहे हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना हमारा हक है।’


‘चीन भी चाहता है कूटनीतिक हल’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर चलने की भारत की स्पष्ट नीति रही है। हमारी यह कोशिश बहुत पहले से चलती रही है। कभी-कभी चीन के साथ ऐसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं। मई के महीने में भी ऐसी स्थितियां पैदा हुई हैं। लेकिन सुलझाने की कोशिश जारी है। चीन के राष्ट्रपति की तरफ से भी स्पष्ट तौर पर कहा गया कि कूटनीतिक बातचीत के जरिए मामले का हल करना चाहते हैं।’


‘तनाव न बढ़े, भारत की भी यही कोशिश’
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘भारत की भी यही कोशिश है कि तनाव किसी भी सूरत में न बढ़े। मिलिटरी लेवल पर बातचीत जरूरी हो तो मिलिटरी लेवल पर और डिप्लोमैटिक लेवल पर जरूरी हो तो उस स्तर पर बातचीत करके सुलझाया जाना चाहिए। मिलिटरी और डिप्लोमैटिक लेवल पर चीन के साथ बातचीत चल रही है।’


‘किसी की भी मध्यस्थता का सवाल नहीं’
भारत-चीन के बीच किसी तीसरे की मध्यस्थता को लेकर राजनाथ ने कहा कि इसका सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका के रक्षा मंत्री से कल हमारी बातचीत हुई है। हमने उन्हें बताया कि भारत ने पहले से ही एक मैकेनिजम डिवेलप किया है जिसके तहत चीन के साथ कोई विवाद होता है तो उसे मिलिटरी और डिप्लोमैटिक बातचीत से सुलझाते हैं।’


‘LAC को लेकर अलग-अलग धारणाएं, इसलिए होता है ऐसा’
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत-चीन की सीमा पर परसेप्शनल डिफरेंसेज रहे हैं। चीन कुछ स्थानों पर एलएसी को स्वीकार करता है लेकिन कुछ जगहों पर वह उससे आगे तक दावा करता है। ऐसा ही हमारे साथ भी है। यही वजह है कि कभी वे हमारे क्षेत्र में आ जाते हैं तो कभी हम भी वहां चले जाते हैं, जिस पर वह दावा करते हैं।


‘नेपाल छोटे भाई की तरह, बातचीत से सुलझा लेंगे विवाद’
नेपाल के साथ लिपुलेख विवाद को लेकर राजनाथ सिंह कहा कि इसे बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेपाल के साथ तो हमारा पारिवारिक मामला है। वह छोटे भाई की तरह है। बातचीत के जरिए हल निकालेंगे। हाल ही में नेपाल ने विवादित नक्शा जारी करते हुए लिपुलेख को अपना हिस्सा बताया था।


मैं एक बेकार की महिला हूँ: हासन

मुंबई। अभिनेत्री श्रुति हासन खुद को बेकार महिला कहती हैं। श्रुति ने जिमवियर में अपनी एक तस्वीर साझा की। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर तस्वीर साझा की है। अभिनेत्री ने तस्वीर पर लिखा है, मैंने आज सिर्फ एक घंटे के वर्कआउट के अलावा कुछ नहीं किया है, बेकार महिला।


अभिनेत्री ने हाल ही में साफ-सफाई करते हुए दिन बिताया था और उसी सफाई के बीच उन्होंने डांस के लिए भी कुछ समय भी निकाला था। इंस्टाग्राम स्टोरी वीडियो में वह काले रंग के टैंक टॉप में और नीले रंग के रबर ग्लोव्स पहने नजर आई थीं। क्लिप के कैप्शन में उन्होंने लिखा था, आज मेगा क्लीन डे है, लेकिन मैं हमेशा डांस करने के लिए थोड़ा समय निकाल लेती हूं।


सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को किया ढेर

जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में पुलिस और स्थानीय सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है।कुलगाम के वामपोरा में पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि दो आतंकी छिपे हुए हैं, जिसके बाद उनको मार गिराया गया।


शुरुआती जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को इनपुट मिला था कि दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के थे। अब अधिकारियों ने साफ किया है कि दोनों आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन के हैं। दोनों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया था। सूत्रों के मुताबिक वामपोरा इलाके में कम से कम दो आतंकी छिपे हुए थे, जो किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन उससे पहले ही सुरक्षाबलों ने उनका खात्मा कर दिया। इससे पहले सुरक्षाबल मुठभेड़स्थल पर आतंकियों के घरवालों को भी बुलाकर लाए थे। आतंकियों के घरवालों ने अपील की थी कि वे सेना के सामने खुद को सरेंडर कर दें। घरवालों के मनाने के बाद भी आतंकियों ने सरेंडर करने से मना कर दिया, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें ढेर कर दिया।


लॉकडाउन और कोरोना संकट के दौरान भी घाटी में आतंकवादी घटनाएं कम नहीं हुई हैं। आतंकी सुरक्षाबलों पर हमला करने और घाटी को अशांत करने की लगातार योजना बना रहे हैं. गुरुवार को भी सुरक्षाबलों ने ऐसी ही एक आतंकी घटना को पुलवामा में नाकाम किया था। 40 KG विस्फोटक-सुरक्षाबल निशाना, IG ने बताया पुलवामा में क्या था आतंकियों का प्लान।


कश्मीर घाटी में पाकिस्तान लगातार अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है। जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को पुलवामा जैसे आतंकी हमले की साजिश रची गई थी, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम किया. अगर सुरक्षाबल सही वक्त पर अपने मिशन को अंजाम नहीं देते एक बार फिर पुलवामा अटैक दोहराया जा चुका होता। पुलवामा में टला बड़ा आतंकी हमला, कार में रखी IED डिफ्यूज, NIA करेगी जांच। सूत्रों का दावा है कि इस हमले के पीछे कुख्यात ग्लोबल आतंकी मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद इस्माइल उर्फ फौलजी बाबा का भी नाम सामने आ रहा है। मोहम्मद इस्माइल एक इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) एक्सपर्ट है।। आतंकी घटना में अब उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।


ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ को लेकर दिया बयान

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड है। उन्होंने कहा कि आज हम डब्ल्यूएचओ के साथ अपने संबंधों को खत्म कर रहे हैं।


ट्रंप ने कहा, ’40 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष का भुगतान करने के बावजूद डब्ल्यूएचओ पर चीन का नियंत्रण है, जबकि अमेरिका प्रति वर्ष 450 मिलियन डॉलर का भुगतान कर रहा है। WHO कोरोना को रोकने में शुरुआती स्तर पर नाकाम रहा, क्योंकि अब सुधार की जरूरत है इसलिए आज हम डब्ल्यूएचओ के साथ अपने संबंधों को खत्म कर रहे हैं।


ट्रंप ने कहा कि वह WHO को दिए जाने वाले फंड को अब पब्लिक हेल्थ की दिशा में काम करने वाले किसी और संगठन को देंगे।


ट्रंप ने कहा, ‘वर्षों से चीन की सरकार ने हमारे औद्योगिक रहस्यों को चुराने के लिए गलत तरीके से जासूसी की है. आज मैं हमारे राष्ट्र के महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय अनुसंधान को बेहतर ढंग से सुरक्षित करने के लिए एक घोषणा जारी करूंगा और संभावित विदेशी जोखिमों के रूप में पहचाने जाने वाले चीन के कुछ विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दूंगा।


ट्रंप ने कहा, ‘हांगकांग के खिलाफ चीनी सरकार का नया कदम उसकी साख को कम कर रहा है. यह हांगकांग के लोगों, चीन के लोगों और वास्तव में दुनिया के लोगों के लिए एक त्रासदी है।


ट्रंप ने कहा, ‘चीन ने अपने एक देश, दो सिस्टम के वादे को एक देश, एक सिस्टम से बदल दिया है। इसलिए अब मैं अपने प्रशासन को निर्देश दे रहा हूं कि हांगकांग को अलग और स्पेशल ट्रीटमेंट देने वाली नीतिगत छूटों को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू करें।


उन्होंने कहा, ‘हम हांगकांग के लिए ट्रैवल एडवाइजरी में संशोधन करेंगे.’ उन्होंने कहा कि वुहान वायरस के चीन के कवर-अप ने इस बीमारी को पूरी दुनिया में फैलने की इजाजत दी, जिससे एक वैश्विक महामारी पैदा हुई, जिसने 1 लाख से ज्यादा अमेरिकी जीवन और दुनिया में लाखों लोगों की जान ले ली. चीनी अधिकारियों ने डब्ल्यूएचओ के प्रति अपनी रिपोर्टिंग के दायित्वों की अनदेखी की।


राजस्थान में 49 नए कोरोना पॉजिटिव

जयपुर। राजस्थान में शनिवार सुबह 49 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें कोटा, उदयपुर और चूरू में 8-8, बाड़मेर में 4, धौलपुर, झालावाड़, भीलवाड़ा और करौली में 3-3, झुंझुनू, भरतपुर और जयपुर में 2-2,  गंगानगर, बारां और हनुमानगढ़ में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 8414 पहुंच गई। वही, जयपुर में एक मौत भी दर्ज की गई। जिसके बाद मौतों का कुल आंकड़ा 185 पहुंच गया।


10वीं-12वीं की परीक्षाएं जून में होंगी, 31 के बाद भी रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा


सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को देर रात बड़े ऐलान किए। पहला- राजस्थान बोर्ड की 10वीं-12वीं की बची हुई परीक्षाएं जून में होंगी। जल्द परीक्षा का टाइम टेबल जारी किया जाएगा। दूसरा- 31 मई के बाद भी प्रदेशभर में रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी रहेगा। यानी शाम 7 से सुबह 7 बजे तक इमरजेंसी सेवाओं के अलावा सबकुछ बंद रहेगा। तीसरा- गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुप्रीम कोर्ट की भावना के अनुरूप निजी अस्पतालों में कोरोना के निशुल्क इलाज के लिए एक एडवाइजरी जारी की जाए। जो भी अस्पताल इसका उल्लंघन करे, उसके विरुद्ध कार्रवाई का प्रावधान हो। गहलोत ने सीएम निवास पर कोरोना संक्रमण को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक के दौरान ये अहम फैसले किए।


भीलवाड़ा में इतने रेल टिकट निरस्त हुए कि ग्राहकों को चुकाने के लिए अजमेर मंडल से 16 लाख रुपए मंगवाने पडे़
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन को लेकर दिलचस्प स्थिति सामने आई है। यहां रिजर्वेशन करवाने से ज्यादा टिकट कैंसिल करवाने वालों की संख्या है। शुक्रवार को ऐसे यात्रियों की काफी भीड़ रही। शुक्रवार को 370 रुपए का सिर्फ एक टिकट आरक्षित किया गया। जबकि चार लाख रुपए से अधिक के टिकट कैंसिल कराए गए। यह स्थिति भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर स्थित आरक्षण कार्यालय पर लगातार देखने को मिल रही है। भीलवाड़ा स्टेशन पर इतने अधिक रुपए नहीं होने से अजमेर मंडल से पहले तीन लाख रुपए और फिर 13 लाख रुपए मंगाने पड़े।


भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में टिकट कैंसल करवाने पहुंचे लोग।


जयपुर परकोटे के 885 मरीजों में से 801 निगेटिव
करीब दो महीने से बंद परकोटे को कर्फ्यू से राहत देने के लिए कमिश्नरेट ने प्लान तैयार किया है। सबसे बड़ी बात यह है जहां कोरोना पॉजिटिव अब नहीं रह गए हैं वहां के बाजारों को खोला जाएगा। छूट देते समय डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। 15 मई के बाद मरीज आने वाले इलाकों को कंटेनमेंट जोन में बदलकर निगरानी की जाएगी कर्फ्यू लगाया जाएगा। 25 मार्च को रामगंज से कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद बीते 64 दिन में चारदीवारी से 885 मामले सामने आ चुके हैं। राहत की बात यह है कि इनमें 90 फीसदी यानी 801 मरीज निगेटिव हाे चुके हैं। फिलहाल यहां केवल 46 केस एक्टिव है। इनमें सबसे ज्यादा रामगंज में 20 कोरोना संक्रमित मरीज शेष बचे हैं जबकि 38 लोगों की कोरोना से मौत हो गई।


उदयपुर के 36 सहित अब तक 135 रोगी ठीक होकर घर लौटे
उदयपुर के एमबी के कोरोना वार्ड में भर्ती उदयपुर के 36 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब तक 135 रोगी घर जा चुके हैं। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि इन 135 में 130 रोगी कांजी का हाटा क्षेत्र के हैं। ग्रामीण क्षेत्र में महाराष्ट्र और गुजरात से आए प्रवासी श्रमिक कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं। हालांकि सभी प्रवासी संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में ठहरे हुए हैं।राजस्थान: सभी 33 जिलों तक पहुंचा संक्रमण



  • प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1936 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 1489 (इनमें 47 ईरान से आए), उदयपुर में 540, कोटा में 448, डूंगरपुर में 339, नागौर में 444, अजमेर में 329, पाली में 414, चित्तौड़गढ़ में 176, टोंक में 163, जालौर में 155, भरतपुर में 212, भीलवाड़ा में 139, सिरोही में 147, राजसमंद में 135, बांसवाड़ा में 85, झुंझुनूं में 123, सीकर में 187, जैसलमेर में 86 (इनमें 14 ईरान से आए), बाड़मेर में 96, बीकानेर में 103, चूरू में 104, झालावाड़ में 249 मरीज मिले हैं।

  • उधर, दौसा में 50, अलवर में 53, धौलपुर में 53, सवाई माधोपुर में 20, हनुमानगढ़ में 30, प्रतापगढ़ में 13, करौली में 15 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। बारां में 9 संक्रमित मिले हैं। श्रीगंगानगर में 6, बूंदी में 2 पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के 50 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आए 14 लोग पॉजिटिव मिले।

  • राजस्थान में कोरोना से अब तक 185 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 93 (जिसमें चार यूपी से) की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 17, कोटा में 16, नागौर और अजमेर में 7-7, पाली में 6, भरतपुर में 5, चित्तौड़गढ़ और सीकर में 4-4, करौली और बीकानेर में 3-3, बांसवाड़ा, जालौर, अलवर और भीलवाड़ा 2-2, झुंझुनू दौसा, राजसमंद, उदयपुर, चूरू, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर और टोंक में 1-1 की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे राज्य से आए चार व्यक्ति की भी मौत हुई है।


झालावाड़ में जेल भेजने से पहले जांच कराई तो तस्कर निकला पॉजिटिव 
हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार जेल जाने वाले मुल्जिमों की कोरोना वायरस की जांच कराना अनिवार्य है। इसके तहत भवानीमंडी पुलिस द्वारा 25 मई को चॉकलेट कार्टन के नीचे छिपाकर 405 किलो डोडा चूरा तस्करी करके ले जाते एक ट्रक को पकड़ा था। उसमें सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो पंजाब प्रांत के थे। दोनों तस्कर डोडा चूरा जावर से लेकर आ रहे थे। एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया है कि किसी भी मुल्जिम को जेल भेजने से पहले उसकी कोरोना जांच कराना अनिवार्य है। इस पर भवानीमंडी पुलिस द्वारा डोडा चूरा तस्करी के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें एक तस्कर की जांच पॉजिटिव आई है। उसको अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया है।


झारखंड में तेजी से बढ़ रहा है वायरस

रांची/धनबाद/जमशेदपुर। झारखंड राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।  मरीजों के संख्या डबल होने का औसत 11,1 दिन हो गया है। अगर यही रफ्तार और ट्रेंड रहा तो अगले 15 दिन में मरीजों की संख्या 1650 के आसपास होगी। शुक्रवार रात एक दिन में सर्वाधिक 46 कोरोना संक्रमित मरीज मिले। 20 मई को जहां 42 संक्रमित मिले थे, वहीं आठ दिन बाद 29 मई को 46 संक्रमित मिले। इनमें सबसे अधिक पूर्वी सिंहभूम के 15, उसके बाद हजारीबाग के 10 और रामगढ़ के 9 मरीज शामिल हैं। कोडरमा में 7, धनबाद में 3 और बोकारो में 2 पॉजिटिव मिले हैं। नए संक्रमितों के मिलने के बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 477 से बढ़कर 523 पहुंच गई है। सभी मरीजों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री से पता चला है कि सभी प्रवासी हैं और हाल में ही विभिन्न राज्यों से पहुंचे हैं। संक्रमितों को उनके जिले में स्थित कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है।


स्वास्थ्य सचिव बोले-15 दिन में हो सकते हैं 1650 मरीज
प्रवासी मजदूरों की घर वापसी और कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी कहा है कि झारखंड में महामारी फैलने की यही रफ्तार रही तो अगले 15 दिनों में यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 1650 हो जाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में कोरोना का ग्रोथ रेट 6.2 है। राज्य में अभी तक 57,876 टेस्ट किए गए हैं, जो प्रति मिलियन 1526 है। हालांकि टेस्ट की संख्या राष्ट्रीय औसत से करीब 900 पीछे है। झारखंड में सैपल पॉजिटिविटी रेट 0.82 फीसदी है। कुछ जिलों गढ़वा (5.8), बोकारो (5.0), कोडरमा (2.95) और रांची (1.55) शामिल है।


 तस्वीर जमशेदपुर के बारी नगर इलाके की। शुक्रवार को यहां कोरोना संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया। साथ ही कोरोना वॉरियर्स के अलावा किसी के भी आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।


रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य के कई जिलों में डबलिंग रेट में सुधार हुआ है। कई जिलों में अभी डबलिंग रेट 4-5 दिनों का है। इनमें धनबाद, बोकारो, लातेहार, हजारीबाग, कोडरमा, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम शामिल है। राज्य में 212 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 259 एक्टिव केस हैं। राज्य में रिकवरी रेट 44.5 का है, जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।


शुक्रवार को मिले 46 संक्रमितों में 45 प्रवासी, 4 नाबालिग
46 नए संक्रमितों में एक कैंसर मरीज को छोड़ सभी प्रवासी हैं। रामगढ़ में मिले संक्रमितों में चार रामगढ़ प्रखंड, चार भरकुंडा और एक चितरपुर के हैं। सभी मुंबई, गुजरात, तमिलनाडु, बेंगलुरु से लौटे हैं। वहीं धनबाद में मिले तीन संक्रमितों में 12 साल का बच्चा और महिला भी हैं। बच्चा एग्यारकुंड का रहने वाला है, जो पुरुलिया से लौटा है। जबकि महिला गोविंदपुर की है, जो हरियाणा के गुरुग्राम से लौटी है। तीसरा मरीज बाघमारा का है और चेन्नई से लौटा है। पूर्वी सिंहभूम में मिले 15 संक्रमितों में सीतारामडेरा, मानगो, टेल्को व बागबेड़ा का एक-एक मजदूर है। इनमें से दो मुंबई से और एक-एक दिल्ली, चेन्नई व गुरुग्राम से लौटे हैं। कोडरमा में मिले 7 मरीजों में तीन नाबालिग हैं। बोकारो में मिला एक मरीज कैंसर पीड़ित है, जो गोमिया का है। दूसरा सिवनडीह का 65 साल का प्रवासी है, जो कोलकाता से लौटा है।


हिंदपीढ़ी के कंटेनमेंट जोन में 7150 घर हैं, 25 मई तक 38,643 स्क्रीनिंग
सरकार ने राज्य में आए प्रवासी श्रमिकों व हिंदपीढ़ी के लोगों की कोरोना जांच की रिपोर्ट शुक्रवार को हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की बेंच को सौंपी। महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कोर्ट को बताया कि हिंदपीढ़ी के कंटेनमेंट जोन में 7150 घर हैं। 25 मई तक 38,643 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 8,440 लोगों के सैंपल लिए गए। इनमें 72 पॉजिटिव पाए गए थे। राज्य में 26 मई तक 4,31,711 प्रवासी श्रमिक झारखंड पहुंचे हैं। झारखंड पहुंचे प्रवासी श्रमिकों में से 29,645 का सैंपल लिया गया। इनमें 279 पॉजिटिव पाए गए हैं। कोर्ट सरकार के काम से संतुष्ट दिखा। कहा-इसमें अनावश्यक हस्तक्षेप करना उचित नहीं है। अमेकस क्यूरी को अपने सुझाव देने का निर्देश देते हुए सुनवाई एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।


 तस्वीर हजारीबाग की। लॉकडाउन और कोरोना की वजह से कहीं भी स्कूल नहीं खुले हैं। लेकिन जिले सियरकोनी उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक रोजाना बच्चों को पेड़ की छांव में पढ़ाते हैं ताकि उनकी पढ़ाई न छूट जाए। इस दौरान वे बच्चों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हैं।


कोरोना अपडेट्स


रांची: जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव के 130 केस सामने आए हैं। कुल मरीजों में से 101 स्वस्थ हो चुके हैं। यहां चार मरीज की मौत हो चुकी है। एक मई के बाद यहां लौटे 21 प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।


बोकारो: जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव के 22 केस सामने आए हैं। यहां एक मरीज की मौत हो चुकी है जबकि 14 स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। यहां लौटे प्रवासियों में अब तक तीन संदिग्ध की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।


धनबाद: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 17 हो गई है। अब तक कुल 17 में से चार मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। जबकि, 13 मरीज कोविड-19 हॉस्पिटल में इलाजरत हैं।


पूर्वी सिंहभूम: जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है। यहां से चार कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। जिले में लौटे प्रवासियों में अब तक 22 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। 


पश्चिमी सिंहभूम: जिले में अब तक 15 कोरोना संक्रमित मिले हैं।  यहां अब तक एक भी मरीज स्वस्थ नहीं हुआ है। जिले में लौटे प्रवासियों में अब तक 14 संदिग्धों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।


सरायकेला खरसावां: जिले में चार कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। जिले में भी प्रवासी मजदूर के माध्यम से कोरोना की इंट्री हुई है। एक भी मरीज अब तक स्वस्थ नहीं हुआ है। बाहर से लौटे प्रवासियों में अब तक चार लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।


गढ़वा: जिले में अब तक 57 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यहां कुल 17 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि बाहर से लौटे प्रवासियों में 52 संदिग्धों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। 


गुमला: जिले में अब तक 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यहां एक भी मरीज स्वस्थ नहीं हुआ है। बाहर से लौटे प्रवासियों में से 17 की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।


लोहरदगा: जिले में अब तक तीन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। तीनों मरीज बाहर से लौटे प्रवासी हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तीनों मरीजों को कोविड-19 सेंटर में रखा गया है।


सिमडेगा: जिले में कोरोना के कुल 10 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इनमें दो संक्रमित ठीक हो चुके हैं। यहां लौटे प्रवासियों में अब तक आठ संदिग्धों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।


पीएम ने देशवासियों के नाम खुला पत्र लिखा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने के बाद अपने देशवासियों के नाम एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में धैर्य और जीवटता को बनाए रखने का आह्वान किया है।


प्रधानमंत्री मोदी ने अपने देशवासियों से कहा है कि आने वाले दिनों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना धैर्य बनाकर रखें। पत्र में लिखा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लंबी है और हम विजय पथ पर चल पड़े हैं। इसके लिए देशवासियों से अपील है कि वो सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश का पालन करें।प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अगर नियमों का पालन नहीं किया जाएगा तो जीवन में हो रही असुविधा, जीवन पर आफत के रूप में बदल सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दूसरे कार्यकाल के लिए 30 मई 2019 को शपथ ली थी।


पत्र में मोदी ने कोविड-19 की वजह से पूरे देश में लागू लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों, कारीगरों, छोटे उद्योगों, दुकानदारों, रेहड़ी पटरी पर ठेला लगाने वालों को हुई परेशानियों का जिक्र किया और कहा कि इनकी परेशानियां दूर करने के लिए सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं।कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरुक करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बात का ध्यान सबको रखें कि जीवन में हो रही असुविधा, जीवन पर आफत में न बदल जाए। इसके लिए हर भारतीय को दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।उन्होंने कहा कि अभी तक हमने धैर्य और जीवटता बनाए रखना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आज अन्य देशों की तुलना में ज्यादा संभली हुई स्थिति में है। ये लड़ाई लंबी है लेकिन हम विजय पथ पर चल पड़े हैं और विजयी होना हम सबका सामूहिक संकल्प है।


योजना-नितियों पर चितंन करें, सरकार

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने पर शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को अपनी कार्यशैली और नीतियों पर गंभीर चिंतन करते हुए कामकाज की समीक्षा करनी चाहिए।


मायावती ने एक ट्वीट श्रंखला में कहा कि केंद्र सरकार का पहला वर्ष विवादों से भरा रहा है। सरकार को जनहित और देश हित में इस पर सोच विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ” ऐसे में केन्द्र सरकार को अपनी नीतियों एवं कार्यशैली के बारे में खुले मन से जरूर समीक्षा करनी चाहिये और जहाँ पर इनकी कमियाँ रहीं हैं, उनपर इनको पर्दा डालने की बजाय, उन्हें दूर करना चाहिये।


बसपा की इनको देश और जनहित में यही सलाह है।” बसपा नेता ने कहा कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर आज अनेक दावे किए गए हैं किन्तु वे जमीनी हकीकत और जनता की सोच – समझ से दूर न हों तो बेहतर है। वैसे इनका यह कार्यकाल अधिकतर मामलों में काफी विवादों से घिरा रहा है जिनपर इनको देश और आमजनहित में जरूर गम्भीरता से चिन्तन करना चाहिये। मायावती ने कहा, ” जबकि देश की लगभग 130 करोड़ जनसंख्या में से अधिकतर गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, प्रवासी श्रमिकों और महिलाओं आदि का जीवन तो यहाँ पहले से भी अधिक अति-कष्टदायक ही बना हुआ है, जो अति-दुःखद है तथा जिसे जल्दी से भुलाया नहीं जा सकता है।


राजद नेताओं को जिद करना महंगा पड़ा

पटना। बिहार के गोपालगंज जिले में तिहरे हत्याकांड में आरोपी जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना, प्रदर्शन और गोपालगंज जाने की जिद करना राजद नेताओं के लिए महंगा पड़ गया। लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में राजद के शीर्ष नेताओं सहित 92 लोगों के खिलाफ पटना के सचिवालय थाना में मामला दर्ज किया गया है।


पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि बिना प्रशासन की अनुमति के 10 सकरुलर रोड से अपने काफि ले के साथ गोपालगंज जाने की कोशिश करने और लॉकडाउन के उल्लंघन करने के आरोप में राजद के शीर्ष नेताओं सहित 92 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार की देर रात सचिवालय थाने में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री व विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित 32 नामजद व राजद के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।


उल्लेखनीय है कि विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तेजस्वी यादव राजद के अन्य विधायकों के साथ गोपालगंज जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर कई घंटों तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा था।


इधर, गोपालगंज के हथुआ थाना में भी गोपालगंज के बरौली विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक मोहम्मद नेमतुल्लाह और जिला राजद अध्यक्ष राजेश कुशवाहा सहित 13 नामजद व 60 अज्ञात राजद कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इन पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का आरोप है। ये सभी लोग रूपनचक गांव में शुक्रवार को धरने पर बैठे थे।


चिंताः महाराष्ट्र से लौटे 7 वायरस संक्रमित

सितारगंज। ऊधमसिंह नगर जिले में बुधवार को सात और लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। ये लोग मुंबई से ट्रेन से आए थे। इन सभी को पंतनगर के पटेल भवन में क्वारंटीन किया गया था। जिले में अब कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 57 हो गई है। कुमाऊं मंडल के लिए महाराष्ट्र का मुंबई शहर कोरोना का वाहक बनता जा रहा है। बुधवार को भी जिले में मुंबई से लौटे सात लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। यह सभी लोग विगत 21 मई को महाराष्ट्र से ट्रेन के जरिए हरिद्वार पहुंचे थे।


जहां से बसों से राधा स्वामी सत्संग भवन लाया गया था। मुंबई से पहुंचे सभी लोगों को पंतनगर में संस्थागत क्वारंटीन किया गया था। इनमें 78 लोगों के 24 मई को सैंपल लिए गए थे। सीएमओ डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि बुधवार को इनमें सात लोग कोरोना पॉजिटिव निकले। इनमें पिथौरागढ़ जिले के 30 वर्षीय व 28 वर्षीय दो युवक,सितारगंज के 30 वर्षीय, 17 वर्षीय और 32 वर्षीय तीन युवक, चंपावत जिले का 28 वर्षीय एक युवक और खटीमा का 27 वर्षीय एक युवक शामिल हैं। बता दें कि जिले में अब तक मिले कुल 57 पॉजिटिव केसों में सर्वाधिक 36 केस महाराष्ट्र के हैं।


महाराष्ट्र से आए लोगों में से पिछले चार दिन में 22 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। जिले में लगातार बढ़ रही कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के सामने चुनौती बढ़ गई है। जिले से अब तक करीब साढ़े तीन हजार लोगों के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी लैब भेजे जा चुके हैं।


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सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...