गुरुवार, 12 मार्च 2020

अलीगढ़ बवाल का आरोपी विनय गिरफ्तार

अलीगढ़। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर हुआ अलीगढ़ में बवाल को लेकर योगी सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है। जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए अलीगढ़ प्रशासन ने फ़ायरिंग और बवाल के आरोपी हिंदूवादी नेता विनय वार्ष्णेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


पुलिस ने बीती देर रात्रि विनय वार्ष्णेय को जेल भेजा है। बताते चलें कि बवाल में घायल तारिक को विनय पर गोली मारने का आरोप है। भड़काऊ भाषण देने के लिए विख्यात विनय के फायरिंग करते हुए कई वीडियो वायरल हुई थे।घायल तारिक गंभीर है और उसका जेएन मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है।


भाजपा-कांग्रेस का गणित 'विविध'

बड़ा अजीब असमंजस है , कांग्रेस के बागी विधायकों की बात उनके नेताओं के वक्तव्यों से मेल नहीं खा रही । उधर भाजपा में बस करो महाराज कहने वाले शिवराज साफ़ कह रहे है अब महाराज और शिवराज साथ। इस बात के भी दो मायने है, महाराज और शिवराज भोपाल में एक साथ या दिल्ली में एक साथ। बातें तो बातें है बातों क्या ? वैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र के वे अफसर बदल दिए गये हैं जिन्हें उनकी सिफारिश पर पदस्थ किया गया था।  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दावा कर रहे कि मध्य प्रदेश में २२  बागी विधायकों में से १३  ने उन्हें आश्वस्त किया है कि ‘वे कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रहे हैं।' साथ दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विश्वास मत जीतने का भरोसा है। दिग्विजय अब नया नारा लाये हैं “‘हम चुप नहीं रहे, हम सो नहीं रहे हैं।
सकंटग्रस्त कांग्रेस सरकार को बचाने के प्रयासों के तहत   अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए राजस्थान की राजधानी जयपुर भेज चुकी है|कल  मुख्यमंत्री निवास पर जमा होने के बाद कांग्रेस के विधायक तीन बसों में भोपाल के हवाई अड्डे पर पहुंचे और बाद में विशेष विमान से जयपुर के लिए रवाना हो गए|मुख्यमंत्री कमलनाथ के विश्वासपात्र मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है  कि हम अपने विधायकों के साथ जयपुर जा रहे हैं| जयपुर के बाद वे खुद बेंगलुरु भी जायेंगे और वहां ठहरे हुए कांग्रेस के विधायकों से बात करेंगे| उन्होंने दावा किया कि इन विधायकों को गुमराह करके बेंगलुरु ले जाया गया है और इनसे त्यागपत्र लिए गए हैं| सच क्या है कोई बताने को तैयार नहीं |कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी के विधायकों के साथ सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी जयपुर रवाना हुए हैं| हालांकि कांग्रेस सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री और विधायक रणनीति बनाने के लिए भोपाल में ही डेरा डाले हुए हैं |
एक मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा, ‘‘वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में उत्पन्न हुए तनाव को दूर करने के लिए कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ जयपुर घूमने जा रहे है|:हवाई अड्डे पर 95 विधायक हैं और हम अपना बहुमत साबित करेंगे.' उन्होंने निर्दलीय, बसपा और सपा विधायकों का भी सरकार को समर्थन हासिल होने का दावा किया| इससे इतर भाजपा का दावा है। सिंह ने कहा कि इनमें से १०  से १२ विधायक शक्ति परीक्षण के दौरान कांग्रेस को समर्थन करेंगे क्योंकि इन्हें गुमराह करके वहां ले जाया गया है। यह एक बड़ा सवाल है कैसे और क्यों ? कांग्रेस ने विधायकों को जयपुर भेजने का कदम सिंधिया और उनके 21 समर्थकों के  कांग्रेस से त्यागपत्र देने के बाद उठाया है। सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे  से  पुरानी कमलनाथ सरकार गिरने की कगार पर आ गई है। अब कांग्रेस कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है। जिसमें अंतिम अस्त्र के रूप में मध्यावधि चुनाव की सिफारिश भी है ।
दूसरी ओर भाजपा ने भी अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए भोपाल में विधायक दल की बैठक के तुरंत बाद रात को ही विशेष विमान से भोपाल से रवाना कर हरियाणा के मानेसर भेज दिया है| सही संख्या वे भी नहीं बता रहे हैं |
यही संख्या बल राज्यसभा  चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है|
२२८ /(३+१ )=५७  +१ =५८  वोट चाहिए १ राज्यसभा सीट जीतने के लिए|
वर्तमान में भाजपा का दावा १०७ विधायक का है|
कांग्रेस के पास कल ११४ थे, आज १९  विधायकों ने इस्तीफा दे दिया तो अब कांग्रेस के पास ९५  विधायक बचे!
कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में ८८ कांग्रेस के विधायक और ४  निर्दलीय विधायक शामिल हुए।
कांग्रेस के 19 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है तो मध्यप्रदेश में कुल विधायकों की संख्या होगी (२२८ -१९ )२०९ |
तय प्रक्रिया के अनुसार अब २०९ /(३+१ )=५२.२५+१ =५३  वोट एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए चाहिए | भाजपा
इस गणित के अनुसार दो सीटों पर जीत मान रही है | कांग्रेस के पास ९५ विधायक हैं, उसके खाते में एक सीट
आती नजर आ रही है और सरकार......!


राकेश दुबे


उत्तल-पुथल के कदम 'संपादकीय'

मधुकर कहिन


आगामी अप्रैल माह से पहले राजस्थान में भी मध्य प्रदेश की तर्ज पर सत्ता परिवर्तन 
दोनों प्रदेशों के सत्ता परिवर्तन का असली राज़


 नरेश राघानी



 ग्वालियर राजपरिवार के दिवंगत महाराजा माधवराव सिंधिया के सुपुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है। 


 राजस्थान का राज़


आगामी अप्रैल माह की 9 तारीख को राजस्थान राज्य के तीन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है । यह तीनों राज्य सभा सांसद भाजपा से है। जिसमें रामनारायण डूडी विजय गोयल और नारायण लाल पंचारिया अपना कार्यकाल अप्रैल 2020 में समाप्त कर रहे हैं । इन तीनों को सन 2014 अप्रैल में राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान चुना गया था। यह तब हुआ जब भाजपा की 163 सीटें राजस्थान विधानसभा में थी।


 इसके बाद 2019 में भी एक राज्यसभा सांसद की सीट खाली हुई थी । जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को चुनाव लड़ा कर राज्यसभा में लिया गया। शायद अशोक गहलोत को जब मुख्यमंत्री पद के लिए हरी झंडी दी गई थी,  तब संभव है कि प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट से यह वादा किया गया हो कि आने वाले राज्यसभा चुनाव में उन्हें राज्यसभा से सांसद बना कर भेजा जाएगा। परंतु विडंबना यह है कि जब केंद्र में अब कांग्रेस की सरकार ही नहीं है। तो सचिन पायलट राज्यसभा से आकर करे भी क्या ??  क्योंकि आगे केंद्र में मंत्री तो बन नहीं सकते थे ।


 तो प्रबल बहुत संभावना है कि सचिन पायलट 9 अप्रैल 2020 के बाद भाजपा में शामिल हो जाएं , और इन तीन खाली होने वाली राज्यसभा सीटों में से किसी एक पर आसीन होकर केंद्र में चल रही भाजपा सरकार में मंत्री बन जाएं ।


 क्योंकि सन 2024 तक केंद्र में भाजपा की सरकार है जहां वे आराम से केंद्र मंत्री का दर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
अब सूत्रों के अनुसार राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार के लगभग 20 से 24 विधायक , जिनमें सचिन पायलट द्वारा टिकट दिए गए और कुछ अन्य को मिलाकर सभी ,भाजपा के संपर्क में है। और कोई बड़ी बात नहीं कि आने वाले अप्रैल माह के करीब इस तरह का माहौल राजस्थान में भी दिखाई दे। यह बात मैं नहीं कह रहा हूं, यह बात वह लोग बोलो रहे हैं , जो लगातार भाजपा मुख्यालय और सचिन पायलट के बेहद करीबी है।


हालांकि फिलहाल देखने पर ऐसा नहीं लगता है कि सचिन पायलट कोई ऐसा कदम उठाएंगे। परंतु सूत्रों की मानें तो लगभग 20 दिन पहले पायलट और सिंधिया के बीच इस मुद्दे को लेकर खूब चर्चा हुई है । और इस चर्चा के चलते सिंधिया का इस तरह से पार्टी छोड़ कर उस तरफ जाना इस योजना का पहला कदम मात्र है।


मध्य प्रदेश का राज़


बात यदि मध्य प्रदेश की करें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के पीछे मूल कारण पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह है। जिनका राज्यसभा का कार्यकाल 10 अप्रैल 2014 को शुरू हुआ था और 9 अप्रैल 2020 को समाप्त हो रहा है। ऐसी सूरत में यह सीट खाली होने पर कांग्रेस अगर चाहती तो आराम से सिंधिया को यहां पर समायोजित कर सकती थी।
               परंतु फिर वही !!! कमलनाथ को जब मुख्यमंत्री बनाया गया तब दिग्विजय सिंह से पार्टी आलाकमान ने यह वादा किया था कि आप को राज्यसभा में भेजा जाएगा । तभी जाकर कमलनाथ की सरकार बन पाई। और शायद यही वादा सिंधिया से भी किया गया होगा। सो कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को चुना।     


         अब ऐसे में यदि दिग्विजय सिंह को दरकिनार कर सिंधिया को भेजा भी जाता तो *सिंधिया के लिए घाटे का सौदा होता। क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है। सो सिंधिया न भाजपा का दामन थामने की सोची। जिसके पीछे मुख्य कारण यह था कि मध्य प्रदेश में अन्य दो जगह भाजपा समर्थित राज्यसभा सीटें भी अप्रैल 2020 में खाली हो रही है। जिन पर सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा 2014 से राज्यसभा सांसद है। उन्ही पर से किसी एक पर सिंधिया अब नामांकन भर के राज्य सभा जाने वाले हैं।


सो अब मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा से नामांकन दाखिल करेंगे , और बतौर राज्यसभा सदस्य चुनकर केंद्र में मंत्री बनाए जाएंगे। उसके पश्चात भाजपा मध्य प्रदेश की सरकार पर बहुमत का दावा ठोकेगी। जिसके चलते जरूरी नहीं शिवराज सिंह चौहान को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। कोई और नया चेहरा भी भाजपा ला सकती है। सरकार बनवाने में मदद करने की एवज में सिंधिया के साथ आए विधायकों में से एक को उपमुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है। अब जल्द ही भाजपा प्रदेश कार्यालय पर सिंधिया का स्वागत होना बाकी है ।जिसमें समस्त मध्य प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी शामिल होंगे।


यह है असली किस्सा बाकी सब मोह माया


दो शेरों पर एक कुत्ता भारी पड़ा

नीलमणि पाल


भुवनेश्वर। शेर को जंगल का सबसे खतरनाक जानवर माना जाता है। उसका हर हमला खाली नहीं जाता है। लेकिन इस बार दो शेर एक कुत्ते से डर गए। वो पीछा छुड़ाने के लिए भागने लगे। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसको देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इस वीडियो को इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के ऑफिसर सुशांत नंदा ने शेयर किया है।


जंगल में दो शेर आराम कर रहे थे, तभी उनको एक कुत्ते दिखा तो हमला करने के लिए खड़े हो गए। उतने में कुत्ता भौंकते हुए उनके पास आया है और उचक-उचककर शेर को डराने की कोशिश करने लगा। उसने शेर पर हवा में उड़ते हुए अटैक करने की कोशिश भी की। लेकिन वो ऐसा नहीं कर सका। 18 सेकंड का ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है।  सुशांत नंदा ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ”आत्मविश्वास एक सुपर पावर है. एक बार जब आप खुद पर विश्वास करने लगते हैं, तो जादू होने लगता है।


लखनऊ में वायरस का पहला मामला

कोरोना से दुनियाभर में अब तक 4623 मौतें, कुल 125,841 लोग संक्रमित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके अलावा बिहार में कोरोना वायरस के पांच और संदिग्धों का पता चला। इनमें दो पटना जबकि बाकी तीन फारबिसगंज, औरंगाबाद और समस्तीपुर के रहने वाले हैं। आपको बता देें कि देश भर में कोरोना के 74 पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं। फारबिसगंज का संदिग्ध मलेशिया टूर से तीन दिन पहले लौटा है। उसे अनुमंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इधर, पटना में पीएमसीएच की इमरजेंसी में भी कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया। इनमें एक औरंगाबाद तथा दूसरा समस्तीपुर का है। वहीं, एनएमसीएच में बुधवार को दो और संदिग्धों को भर्ती किया गया। दोनों पटना के ही रहने वाले हैं। इसमें 30 वर्षीय महिला राजस्थान जबकि 24 वर्षीय युवक दिल्ली से लौटा है।


8 मार्च को कनाडा से लखनऊ आई थी महिला डॉक्टर..कनाडा के टोरंटो शहर निवासी महिला डॉक्टर अपने पति के साथ 8 मार्च को लखनऊ के गोमती नगर में रिश्तेदारों से मिलने आई थी। बुधवार को महिला को बुखार महसूस हुआ और गले में खराश हुई। इसके साथ-साथ सर्दी-जुकाम भी शुरू हो गया। परिवारीजनों में कोरोना की आशंका हुई। वो अपने पति के साथ केजीएमयू पहुंची। यहां डॉक्टर डी. हिमांशु की निगरानी में  महिला डॉक्टर को भर्ती किया गया। वहीं दुनियाभर में कोरोना के कहर से हुई तबाही में अब तक 4623 मौतें हुई और कुल 125,841 लोग संक्रमित है ।


लार से हुई जांच..लार का नमूना जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया गया। देर रात जांच रिपोर्ट आई जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि मरीज से संबंधित पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। डॉक्टर डी. हिमांशु ने बताया कि पति की जांच कराई गई लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। फिलहाल मरीज व उनके पति को अलग-अलग कमरे में भर्ती रखा गया है।


मुंबई से होते हुए लखनऊ आई थी.. पूछताछ में महिला डॉक्टर ने बताया कि कि वह मुंबई होते हुए लखनऊ आई हैं इस दौरान वह कितने लोगों के संपर्क में आई हैं इसकी पूरी जानकारी उन्होंने टीम को दे दी है। अब टीम इस रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों से साझा करेगी ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।


जमीयत उलेमा करेगा,1 करोड़ की मदद

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा पीड़ितों के मकानों को आबाद करने के लिए जमीयत उलेमा ए हिंद ने पहल करते हुए पीड़ितों के मकानों की मरम्मत पर एक करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय किया है। इस संबंध में जमीयत उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि शिव विहार में सबसे प्रभावित इलाके में दंगे में तबाह हुए मकानों, दुकानों और मस्जिदों का निर्माण का कार्य किया जाएगा।


शिव विहार में जमीयत ने रिलीफ कमेटी का कार्यालय स्थापित किया है और वहां जमीयत के कार्यकर्ता और सहारनपुर तथा शामली जमीयत यूथ क्लब के नौजवान लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। दूसरी ओर शिव विहार में जमीयत लीगल सेल के वकील लगातार लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। दिन भर दंगा प्रभावित जमीयत के दफ्तर में अपने मामलों को लेकर आते हैं और न्याय दिलाने की मांग करते हैं।


जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रयासों से पिछले जुमे को, दंगों के पश्चात पहली बार नमाज़ ए जुमा का प्रबंध किया गया। इसके बाद लोगों में विश्वास बहाल होता नज़र आया। अब लोग अपने घरों को वापस आ रहे हैं। लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या सिर छुपाने की है। उनका मकान और सभी वस्तुओं को दंगाइयों ने जला दिया है। इसलिए यह आवश्यक है कि तुरंत मकानों का निर्माण किया जाए।


इसके अतिरिक्त जमीयत उलेमा ए हिंद ने अपने तौर पर लोगों के जान व माल की हानि का सर्वे भी किया है। पिछले कुछ दिनों से लोगों के घरों की भी सफाई सुथराई की जा रही है। जले हुए मलबे हटाए जा रहे हैं। शिव विहार में दंगे के कष्टदाई समय से लेकर अब तक शिविर स्थापित किए हुए मौलाना हकीमुद्दीन कासमी सचिव जमीयत उलेमा ए हिंद ने बताया कि हमने निर्माण के लिए यहां एक स्थानीय कमेटी भी गठित की है।


खराब अर्थव्यवस्था पर वक्तव्य दे पीएम

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि शेयर बाजार में निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपए डूब गये हैं, रुपया रिकार्ड निचले स्तर पर आ गया हैं और अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मोदी और सीतारमण इस बारे में मौन साधे हैं। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार आज 2700 अंक गिर गया और निवेशकों का 11 लाख करोड़ रुपया डूब गया। आजादी के बाद देश के निवेशकों के लिए यह सबसे काला दिन है। शेयर बाजार में इस गिरावट का सीधा नुकसान उन छोटे छोटे निवेशकों को होगा जिनका पैसा बाजार में लगा है। दो दिन पहले बाजार 2400 अंक गिरा और तब निवेशकों का बाजार में सात लाख करोड़ रुपए डूबा था। प्रवक्ता ने कहा कि रुपया आज सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। डालर के मुकाबले रुपये में यह रिकार्ड गिरावट है।


सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक में 44 करोड 51 लाख खाता धारकों के बचत बैंक खाते पर ब्याज 3.5 फीसदी से घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया है। इससे आम खाता धारकों को 2700 करोड़ रुपए सालाना का नुकसान होगा। उनका आरोप था कि इस पैसे से एसबीआई को येस बैंक को खरीदना है। येस बैंक से श्री मोदी के करीबी लोगों को ऋण दिया गया जो डूब गया है। उसकी भरपाई जनता के पैसे से करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार नहीं घटा रही है जबकि कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 32 डालर से 35 डलर प्रति बैरल है। उन्होंने कहा कि नवंबर 2004 में कच्चे तेल की कीमत 35 डालर प्रति बैरल थी तो उस समय देश में पेट्रोल का दाम 35.85 पैसा प्रति लीटर था लेकिन आज पेट्रोल 70.79 प्रति लीटर है। आम उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा हैं। इसी तरह से 2004 में डीजल 26.28 पैसा था जो आज 65 रुपए हो गया है। यानी सरकार 38.79 अपनी जेब में डाल रही हैं।


शामली पुलिस लाइन में फूलो की होली

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। पुलिस लाईन शामली में होली पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें जिला न्यायाधीश शामली, जिलाधिकारी शामली, पुलिस अधीक्षक शामली, मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामली, समस्त उपजिलाधिकारीगण, क्षेत्राधिकारीगण शामली व सभी थानों के थानाध्यक्ष मय पुलिस स्टाफ के साथ सम्मिलित हुए । पुलिस लाईन में होली पर्व का रंगारंग कार्यक्रम गुलाल व फूल के माध्यम से मनाया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारीयों को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी ।


जनगणना ड्यूटी नहीं तो 3 साल जेल

लखनऊ। उत्तरप्रदेश में लखनऊ नगर निगम ने जनगणना डयूटी को लेकर कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। जनगणना ड्यूटी न करने पर अब कोई बहाना नहीं चलेगा। न कोई ना नुकुर कर पाएगा। नगर निगम ने नोटिस जारी कर ये चेतावनी दी कि अगर जनगणना ड्यूटी न किया तो तीन साल की जेल होना तय है। बारह मार्च को दोपहर तीन बजे तक कर्मचारियों की सूची भेजने का अंतिम समय रखा गया है। इसके बाद ऐक्शन लिया जा सकता है।


जनगणना की ड्यूटी करने से सरकारी विभाग पीछे हट रहे हैं। नगर निगम में अधिकांश विभागों ने यह सूचना भेज दी है कि जनगणना ड्यूटी में कर्मचारियों की तैनाती करना असंभव है। हर विभाग ने कई तर्क गिनाए हैं। इसमें कर्मचारियों की कमी अहम बताया जा रहा है। अब नगर निगम ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी की है। बारह मार्च तक कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित न करने पर नगर निगम विधिक कार्यवाही करेगा।


अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव ने बताया कि जनगणना 2021 का प्रथम चरण में मकान सूचीकरण, मकान गणना व एनपीआर किया जाना है। इसकी अधिसूचना दिनांक 19 नवंबर 2019 को जारी हो चुकी है। जनगणना का कार्य 16 मई से 30 जून के बीच होना है। नगर निगम को नोडल विभाग बनाया गया है लेकिन कई विभाग कई बहाने गिनाते हुए जनगणना कार्य के लिए कर्मचारियों की सूची नहीं भेज रहे हैं तो कुछ विभाग जनगणना ड्यूटी से अलग रखने का पत्र भेज रहे हैं।


सुप्रीम कोर्ट ने दिया योगी को झटका

नई दिल्ली। पोस्टर विवाद पर आज उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई की। याचिका में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी गई थी। बहस के बाद अदालत ने मामले को विस्तृत सुनवाई के लिए तीन जजों की पीठ के पास भेज दिया है। हालांकि उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई है। अदालत में योगी सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि जो लोग खुलेआम बंदूक लहरा रहे हैं उनकी कैसे निजता हो सकती है।


अदालत में सुनवाई के दौरान दी गई यह दलीलें
– मामले की विस्तृत सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय ने इसे तीन जजों की पीठ को भेज दिया है।
– एक अन्य आरोपी की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील ने कहा कि यूपी सरकार के पास इस तरह की होर्डिंग लगाने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। यह राज्य सरकार का एक प्रतिशोधात्मक दृष्टिकोण है।
– आरोपी मोहम्मद शोएब का पक्ष रख रहे वर्षिठ वकील कोलिन गोंजाल्विस ने बहस शुरू करते हुए कहा कि शोएब अपने आपको बहुत पीड़ित महसूस कर रहे हैं। उन्हें डर है कि कोई उनके घर आकर उनकी हत्या कर देगा।
– अभिषेक मनु सिंघवी, बाल यौन शोषण और हत्यारों के मामलों का उदाहरण देते हुए कहा- हमारे देश में ऐसी नीति कबसे लागू हो गई कि हम लोगों के नाम सार्वजनिक करके उनकी मानहानि कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो सड़क पर चल रहे उस शख्स की भीड़ हत्या कर सकती है।
– पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी की तरफ से अदालत में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पक्ष रख रहे हैं। उन्होंने कहा, यह 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो आईजी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
– शीर्ष अदालत ने पाया कि यूपी सरकार ने होर्डिंग्स पर कथित आगजनी करने वालों का ब्योरा देने के लिए यह (कठोर) कदम उठाया था। अदालत ने कहा कि वह राज्य की बैचेनी को समझ सकता है लेकिन फैसले को वापस लेने के लिए उसके पास कोई कानून नहीं है।
– तुषार मेहता ने कहा कि एक शख्स जो प्रदर्शन के दौरान बंदूक चलाता है और कथित तौर पर हिंसा में शामिल है। वह निजता के अधिकार का दावा नहीं कर सकता।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत में कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आदेश पारित करते हुए गलती हुई है।
– न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने तुषार मेहता से पूछा कि वह अधिकार कहां है? जिसके तहत यूपी सरकार ने लखनऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ कथित आगजनी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की।
– उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि फिलहाल ऐसा कोई कानून नहीं है जो आपकी इस कार्रवाई का समर्थन करता हो।
– न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि क्या उसके पास ऐसे पोस्टर लगाने का अधिकार है।
– उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण मामला है।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि निजता के अधिकार के कई आयाम हैं।


रेप के बाद पंचायत ने कराया निकाह

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर में एक ईंट-भट्ठे पर 14 वर्षीय किशोरी को अगवा कर पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर पंचायत ने किशोरी का निकाह उसी युवक के साथ करा दिया। अब किशोरी के पिता ने आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है कि उनकी बेटी के साथ मारपीट की जा रही है।


थानाप्रभारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला 20 दिन पुराना बताया जा रहा है। नाबालिग की कैसे शादी कराई, इस एंगल पर भी जांच की जा रही है।


विपक्षी दलों को डरा धमका रही भाजपा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट


लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज्यों में विपक्षी दलों को डरा-धमका रही है, दूसरे हथकंडों से प्रभावित कर रही है। इन कारनामो से भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है। अखिलेश ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि भाजपा का आचरण लोकतंत्र विरोधी है। राजनीतिक मूल्यों एवं नैतिकता की परवाह किए बिना राज्यों में विपक्षी दलों को डराना-धमकाना और अन्य हथकंडों से प्रभावित करने जैसे कामों से भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है।


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में बदले की भावना में डूबी भाजपा की सरकार अहंकारी है। दूसरों की तस्वीर चौराहों पर लगाने वालों की खुद की छवि धूमिल हो रही है।


उन्होंने कहा कि जनता की निगाह में बदले की भावना से किए गए कामों का फल अच्छा नहीं होता है। जनता के मन में भारी आक्रोश है। भाजपा सरकार के तीन साल पूरे हो गए लेकिन जनकल्याण की एक भी योजना जमीन पर नहीं उतर पाई है। सपा सरकार के कामों को दोहराकर या उन्हें नए-नए नाम देकर ही भाजपा सरकार एक-एक दिन काट रही है।


सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी सामाजिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्घ है। सौहार्द के वातावरण में ही विकास हो सकता है। विकास को गति देने और सामाजिक न्याय के लाभ के लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए। इससे समाज के सभी वर्ग के लोगों को उनकी संख्या के अनुरूप हिस्सेदारी तय हो सकेगी।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...