गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

गृह-मंत्री ने कमियों को स्वीकार किया

नई दिल्ली। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने टाइम्स नाउ 2020 समारोह में बातचीत करते हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार का जिक्र करते हुए कहा कि यह बात सही है कि इस बार हम चूक गए। लेकिन हमने कभी अपनी पार्टी की विचारधारा से समझौता नहीं किया। शाह ने आगे शाहीन बाग के बारे में बात करते हुए कहा कि लोगों को विरोध करने का हक है। लेकिन सवाल यह है कि विरोध कैसे होना चाहिए ? जिस तरह से शाहीन बाग में विरोध किया गया, वैसे ही हमें भी अपनी बात कहने का अधिकार है।
वहीं दिल्ली में मिली हार के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मान लिया है कि बीजेपी को भड़काऊ भाषण से नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी मान लिया है कि गोली मारो और भारत-पाक मैच जैसे बयानों से बीजेपी को लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी है। अमित शाह ने कहा कि ‘गोली मारो’ और ‘भारत-पाक मैच’ जैसे बयानों से बीजेपी को बचना चाहिए था। पार्टी नेताओं द्वारा दिए गए नफरत भरे बयानों के कारण बीजेपी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा है।


जोरदार भिड़ंत में ऑटो के परखच्चे उड़े

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


हापुड़। तेज रफ्तार का कहर लगातार जारी तेज रफ्तार ऑटो और वैगनआर कार की हुई जोरदार भिड़ंत ऑटो के उड़े परखच्चे वैगनआर कार भी हुई पूरी तरह क्षतिग्रस्त। आपको बता दें मामला जनपद हापुड़ के थाना धौलाना क्षेत्र का हैं जहां आज सुबह 9:30 बजे पिलखुवा की तरफ से धौलाना तेज गति से जा रहे ऑटो की वैगनआर कार से जोरदार भिड़ंत हो गई जिसमें 3 लोग घायल हो गए उसी ऑटो में बैठी पिलखुवा कोतवाली की गाड़ी पर तैनात राजीव कुमार की पत्नी गार्गी गंभीर रूप से घायल हो गई सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को कराया पास के निजी अस्पताल में भर्ती। बताया जा रहा है गार्गी धौलाना क्षेत्र में किसी स्कूल में टीचर के पद पर तैनात हैं आज सुबह बच्चों को पढ़ाने जा रही थी उनके पति राजीव कुमार पिलखुवा कोतवाली की गाड़ी पर ड्राईवर हैं फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है धौलाना थाना क्षेत्र का मामला।


तेज रफ्तार का कहर, 1 की मौत 1 गंभीर

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


हापुड़। तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन हो रही है। घटनाएं रोज जा रही हैं जाने लोग हो रहे हैं। घर से भी बेघर बाइक सवार दो युवकों को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर दोनों हुए घायल एक की हालत नाजुक राहगीरों ने पास के निजी अस्पताल में कराया भर्ती। एक की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने किया दूसरे अस्पताल के लिए रेफर सूचना मिलते ही 112 नंबर पुलिस पहुंची मौके पर जांच पड़ताल में जुटी दोनों घायल पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव गालंद के निवासी परिजनों का रो रो कर बुरा हाल आज दोपहर 2:00 का मामला पुलिस जांच पड़ताल में जुटी तेज रफ्तार का कहर बन रहा है लोगों की जान पर भारी आए दिन हो रही है तेज रफ्तार की वजह से घटनाएं।


पटरी पर 'प्रेमी-युगल' ने कटकर दी जान

चक्रधरपुर। वैलेंटाइन वीक में एक प्रेमी युगल ने समाज को झकझोर देने वाला कदम उठा ल‍िया। किश दे के द‍िन रेल की पटरी पर प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। यह घटना झारखंड के चाईबासा ज‍िले की है। वैलेंटाइन वीक में प्रेमी युगल ने एक दर्दनाक कदम उठाया।एक-दूसरे को गले लगाने के बाद ‘किस डे’ के दिन दोनों की दर्दनाक मौत हुई। प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। दोनों ने एक-दूसरे की कमर में हाथ रखकर पटरी पर गर्दन रखी। ट्रेन के न‍िकलते ही दोनों के स‍िर धड़ से अलग हो गए। यह घटना चक्रधरपुर स्टेशन के ईस्ट केब‍िन के पास की है। घटना के बाद मौके पर जीआरपी पुल‍िस पहुंची, तब शव को उठाया गया। दोनों के पर‍िजनों से संपर्क करने की कोश‍िश जारी है। दोनों ने जान क्यों दी, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं म‍िली है। दोनों युवक-युवती चक्रधरपुर थाना क्षेत्र में झरझरा क्षेत्र के रहने वाले हैं। युवती का नाम रायमुनि हांसदा और युवक का नाम लखीराम गागराई है।


भारतीय केंद्र का नाम बदला, 'सुषमा स्वराज'

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सम्मान में उनकी जयंती (14 फरवरी) से एक दिन पहले प्रवासी भारतीय केंद्र और विदेशी सेवा संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने का ऐलान किया है। केंद्र द्वारा लिए गए इस निर्णय के बाद अब प्रवासी भारतीय केंद्र को ‘सुषमा स्वराज भवन’ और विदेशी सेवा संस्थान को ‘सुषमा स्वराज विदेशी सेवा संस्थान’ के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि प्रवासी भारतीय केंद्र देश की संस्कृति को प्रवासी भारतीयों को जोड़ने का काम करता है। वहीं विदेश सेवा संस्थान देश के अग्रणी प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। यहां पर राजदूतों को प्रशिक्षण दिया जाता है। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती 14 फरवरी को है। उनका जन्म 14 फरवरी, 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। पिछले साल 6 अगस्त को 67 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। स्वराज ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आखिरी सांस ली थी। इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया था।


शेयर बाजारः 98 अंक टूटा सेंसेक्स

मुंबई। चीन में कोरोनावायरस का प्रकोप गहराने के कारण विदेशी बाजारों से उत्साहवर्धक संकेत नहीं मिलने से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान सुस्ती बनी हुई थी। सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 98 अंक से ज्यादा टूटा और निफ्टी भी 12,200 के नीचे आ गया। सुबह 9.41 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 87.11 अंकों यानी 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 41,478.79 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी पिछले सत्र से 25.40 अंकों यानी 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 12,175.80 पर बना हुआ था।
इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स मजबूती के साथ 41,707.21 पर खुला और 41,709.30 तक उछला, लेकिन जल्द ही विकवाली के दबाव में फिसलकर 41,467.49 पर आ गया। पिछले सत्र में सेंसेक्स 41,565.90 पर बंद हुआ था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी बढ़त के साथ 12,219.55 पर खुला और 12,225.65 तक उछला, लेकिन जल्द ही फिसलकर 12,171.60 पर आ गया। पिछले सत्र में निफ्टी 12,201.20 पर बंद हुआ था।
बाजार के जानकार बताते हैं कि चीन में कोरोनावायरस के नये मामलों में इजाफा होने की रिपोर्ट आने के कारण एशियाई बाजारों से उत्साहहीन संकेत मिला है जिसके चलते भारतीय शेयर बाजार में विकवाली का दबाव देखा जा रहा है।


मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर, हलचल शुरू

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मोदी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार को ले कर हलचल शुरू हो गई है। इस क्रम में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी की वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया और आंध्रपदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डïी की डेढ़ घंटे की मुलाकात को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसी दौरान बिहार के सीएम का भी मन टटोला गया है। माना जा रहा है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण से पहले पीएम अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार कर सकते हैं। दरअसल विस्तार पर मंथन बजट सत्र के पहले से ही चल रहा है। पार्टी ने उस दौरान भी नीतीश से बात की थी और उनका रुख सकारात्मक था। अब दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद गैरकांग्रेस विपक्षी दलों के बीच एकजुटता बढऩे की संभावना के मद्देनजर इस दिशा में नए सिरे से हलचल शुरू हुई है। पार्टी चाहती है कि लोकसभा में खाली पड़े डिप्टी स्पीकर के पद और मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए न सिर्फ सहयोगियों से तालमेल ठीक किया जाए, बल्कि राजग के इतर कुछ दलों को भी साधा जाए। जगन-पीएम मुलाकात: बुधवार को आंध्रप्रदेश के सीएम की पीएम मोदी से लंबी मुलाकात हुई। सूत्रों का कहना है कि भाजपा वाईएसआर कांग्रेस को राजग में शामिल कर मंत्रिमंडल में भागीदारी देना चाहती है। अगर वाईएसआर इसके लिए राजी नहीं हुआ तो उसे बीते कार्यकाल में अन्नाद्रमुक की तरह लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद दिया जा सकता है। इसके उलट अगर जगन ने राजग में आने पर सहमति दी तो यह पद बीजेडी को दिया जा सकता है। चूंकि बीजेडी राजग में नहीं आ सकती, इसलिए इस पद के बहाने पार्टी उसे गैरकांग्रेस विपक्ष के मोर्चे में शामिल होने से रोकने के साथ राज्यसभा में अपनी ताकत बढ़ा सकती है। सहयोगियों को साधना जरूरीः सरकार गठन के समय मंत्रिमंडल में पद की संख्या पर मतभेद के कारण जदयू को सरकार में जगह नहीं मिली। जबकि अपना दल को जगह नहीं दी गई। इस बीच राजग की कार्यशैली पर भी सहयोगियों ने सवाल उठाए हैं। अब लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान अपनी जगह अपने सांसद पुत्र चिराग पासवान को मंत्री बनाना चाहते हैं। चूंकि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव है, इसलिए जदयू को सरकार में भागीदारी देने के अलावा लोजपा को साधे रखने की जरूरत है। सहयोगियों से बेहतर संबंध का संदेश देने और यूपी में अभी से चुनावी तैयारियों में जुटने की रणनीति के तहत अपना दल को भी साधे रखने की जरूरी है। चूंकि शिवसेना अब राजग के साथ नहीं है, ऐसे मेंं जदयू को मंत्रिमंडल में अधिक भागीदारी देने पर अब कोई समस्या नहीं है। चर्चा है कि अगर चिराग मंत्री बनाए गए तो राजग संयोजक का पद पासवान को दिया जा सकता है।
नई सियासी परिस्थिति की चुनौतीः दिल्ली चुनाव के बाद अचानक गैरकांग्रेसी दलों के एकजुट होने की संभावना बनी है। भाजपा को पता है कि लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस की जगह अगर क्षेत्रीय दलोंं फ्रंट बना तो यह उसके लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। करीब छह साल से लगतार बह रहे राष्ट्रवाद की बयार के बाद दिल्ली के नतीजे ने कल्याणकारी राज्य पर सियासी बहस शुरू की है। गुजरात का विकास मॉडल के बाद अब देश भर में दिल्ली के विकास मॉडल की चर्चा हो रही है। क्षेत्रीय दलों का फ्रंट बना तो दिल्ली के गुजरात का विकास मॉडल बनाम दिल्ली का विकास मॉडल की सियासी जंग छिड़ सकती है।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...