शनिवार, 28 दिसंबर 2019

आरबीआई की चेतावनी, बढ़ सकता है लोन

आरबीआई ने दी चेतावनी, फिर बढ़ सकता है बैंकों का बैड लोन
मनोज सिंह ठाकुर
    


मुंबई। अर्थव्यवस्था में लंबे समय से बरकरार भारी सुस्ती के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगले नौ महीने में बैंकों के फंसे कर्ज में और वृद्धि हो सकती है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इसका कारण अर्थव्यवस्था में सुस्ती, लोन का भुगतान करने में नाकामी तथा क्रेडिट ग्रोथ में कमी है। साल में दो बार जून तथा दिसंबर में प्रकाशित होने वाले आरबीआई के फाइनैंशल स्टैबिलिटी रिपोर्ट (स्नस्क्र) में मध्यम रेटिंग वाली कंपनियों द्वारा रेटिंग शॉपिंग (पसंद की रेटिंग पाने के लिए मनचाही एजेंसियों की सेवा लेना) के प्रति भी ध्यान दिलाया है।
आरबीआई ने कहा है कि बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों के पास फिलहाल नकदी की कोई कमी नहीं है, जिसके कारण उन्हें लोन की कोई जरूरत नहीं है, जो मौजूदा स्थिति में क्रेडिट ग्रोथ की रेट में कमी का एक बड़ा कारण है। रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2019 तक सरकारी बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ घटकर 8.7 प्रतिशत पर रही, जबकि प्राइवेट बैंकों के लिए यह आंकड़ा 16.5 प्रतिशत रहा था।
आरबीआई ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार द्वारा सरकारी बैंकों के पुनर्पूंजीकरण के बाद बैंकों का पूंजी पर्याप्तता अनुपात सितंबर 2019 में उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 15.1 प्रतिशत पर पहुंच गया है। प्रोविजन कवरिंग रेशियो भी बढ़कर 61.5 प्रतिशत पर पहुंच गया है, जो एक साल पहले की समान अवधि में 60.5 प्रतिशत था।


सीमा पर डोपिंग के चलते 4 साल का बैन

नई दिल्ली। भारत की राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप की रजत पदकधारी वेटलिफ्टर सीमा पर डोपिंग उल्लघंन के लिए चार साल का प्रतिबंध लगाया गया। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने कहा कि सीमा के डोप नमूने इस साल विशाखापत्तनम में 34वीं महिला राष्ट्रीय भारोत्तोलक चैंपियनशिप के दौरान एकत्रित किए गए थे। 
बयान के अनुसार, चैंपियनशिप के दौरान लिए गए नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ पाए गए, जो प्रदर्शन को सुधारने के लिए किए गए थे। यह पूरी तरह से धोखाधड़ी और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी नियमों का सीधा उल्लघंन था।
इसके मुताबिक, उनके नमूने में हाइड्रोक्सी 4 मिथॉक्सी टेमोक्सीफेन, सलेक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलर मेटेनोलोन, एनाबोलिक स्टेरॉयड ओस्टारीन, सलेक्टिव एंड्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलर मौजूद थे। 


वाडा की 2019 प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में ये सभी गैर-निर्दिष्ट पदार्थ हैं। उन्हें नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल ने सुनवाई के बाद 4 साल के लिए निलंबित किया है। सीमा ने 2017 राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था और वह 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ खेलों में महिला 75 किग्रा वर्ग में छठे स्थान पर रही थीं।


केंद्रीय मंत्रियों ने दी जेटली को श्रद्धांजलि

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर, हरसिमरत कौर सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की जयंती पर शनिवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौतम गंभीर ने ट्वीट कर कहा, मैं जेटली की 67 वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वह मेरे लिए एक पिता की तरह थे। एक बड़ी प्रेरणा और प्रेरक होने के अलावा उन्होंने मेरे जीवन के प्रत्येक कदम में मेरा मार्गदर्शन और समर्थन भी किया। मैं हमेशा उनकी कमी खलती है।
अकाली नेता और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर कहा, मैं अरुण जेटली जी को एक अद्भुत मार्गदर्शक और एक करिश्माई नेता के रूप में याद करती हूं। पंजाब के साथ उनका घनिष्ठ संबंध था और राज्य के लोगों को उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। उनकी जयंती पर, मैं उस व्यक्ति को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिसने अपनी निस्वार्थता और विनम्रता के साथ दिल जीता। भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा, अरुण जेटली जी बुद्धिमान सांसद थे और मुझे दो दशकों से अधिक समय तक उन्हें जानने और एक दूरसंचार उद्यमी के रूप में और फिर एक सांसद के रूप में काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा, आज अरुण जेटली की जयंती पर अश्रुपूरित नेत्रों से उन्हें याद करता हूं। वह अब इस दुनिया में नहीं है। उनके उत्कृष्ट व्यक्तित्व कई छाप हैं जिन्हें आसानी से मिटाया नहीं जा सकता। केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह नेे ट्वीट कर कहा, आप हमेशा से थे और अपनी दिलचस्प टिप्पणियों के कारण दिन प्रतिदिन … सुलभ, उपलब्ध है। आज भी जब भी कोई मुद्दा सामने आता है तो मन जेटल के विचार उठने लगते है। इस पर जेटली के क्या विचार होगे।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने ट्वीट कर कहा, उस महान दूरदर्शी और तेजस्वी को अरुण जेटली को उनकी जयंती पर याद करते है जिन्होंने अपने अनन्य ज्ञान साथ देश की सेवा की। हमारे दिलों और दिमाग में देश के लिए उनका योगदान सर्वोपरि है और हमेशा रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 24 अगस्त को जेटली का निधन हो गया था। उन्हें संसद में वाद-विवाद कौशल के लिए जाना जाता था और वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्री रहे।


परिवर्तनः पार्टी को छोड़ कांग्रेस में हुए शामिल

रायपुर। आम आदमी पार्टी की नेत्री नम्रता सोनी ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गयी है। आज कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर नम्रता सोनी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में नम्रता सोनी ने कांग्रेस ज्वाइन किया।बालोद की नम्रता को विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने गुंडरदेही से प्रत्याशी बनाया था…लेकिन वो चुनाव हार गयी।


कांग्रेस में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बस्तर प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल की मौजूदगी में महिला कांग्रेस अध्यक्ष फुलोदेवी नेताम ने नम्रता को कांग्रेस ज्वाइन कराया। नम्रता सोनी पूर्व में आम आदमी पार्टी से जुड़ी थी । साथ ही वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से सबसे कम उम्र की विधायक प्रत्याशी भी रह चुकी है। नम्रता सोनी न सिर्फ राजनीतिक तौर पे सक्रिय है, बल्कि समाजिक कार्यकर्ता के रूप में संपूर्ण छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा, व महिलाओं के अधिकार के लिए निरंतर कार्य करती आई है।


उपराष्ट्रपति ने 102वेंं सम्मेलन का किया शुभारंभ

रायपुर। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज यहां पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के 102वें वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस सम्मेलन में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर कौशिक बसु विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में लाईफटाइम एचिवमेंट अवार्ड से प्रोफेसर अनिल कुमार ठाकुर और कौटिल्य अवार्ड से प्रोफेसर बी. रामा स्वामी को सम्मानित किया गया। 
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि आज समय की यह आवश्यकता है कि प्रगति की प्रक्रिया को तेज किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक नागरिक समावेशी, दूरदर्शी और समृद्ध भारत के विकास की कहानी का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि हमें समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए, उन तक विकास और सुशासन का परिणाम पहुंचाना चाहिए। जब लंबे समय से विकास से वंचित लोगों का सशक्तिकरण होगा, तभी हमारा भारत सही मायने में एक खुशहाल भारत बन पाएगा। श्री नायडू ने कहा कि समावेशी विकास की यह संकल्पना हमारे सभी कार्यक्रमों में दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को और अधिक लचीला बनाने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों में विमुद्रीकरण, क्रांतिकारी जी.एस.टी. की शुरूआत, एक राष्ट्र, एक कर के साथ ही काले धन पर अंकुश लगाने के कदम भी शामिल हैं। श्री नायडू ने कहा कि कर और कर्ज का अनुशासन अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में बैंकिंग में डिजिटलीकरण और वित्तीय क्षेत्रों में सुधार के साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को पारदर्शी और समय पर भुगतान किया जा रहा है। यह कदम समावेशी विकास करने में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। कृषि में नई तकनीकों और नये अनुसंधानों का उपयोग कर कृषि उत्पादकता को बढ़ाया जाना चाहिए। इसके साथ ही कृषि उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने में बुनियादी सुविधाएं और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता है। श्री नायडू ने कहा कि युवा पीढ़ी को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें नौकरी तलाशने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाना चाहिए। 
उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि खूबसूरत छत्तीसगढ़ राज्य में औद्योगिक विकास के लिए प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा है। एक बड़ी आबादी पारंपरिक रूप से वनों पर निर्भर है, हमें विकास के लिए ऐसा संतुलन बनाना होगा जिससे प्रकृति का संरक्षण हो और उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग हो। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के लिए चुना गया विषय बहुत महत्वपूर्ण है। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 'आर्थिक विकास, राजकोषीय संघवाद, आजीविका और पर्यावरण' पर विचार विमर्श कर बहुमूल्य नीतिगत सुझाव आएंगे, जो देश के आर्थिक विकास के लिए बहुपयोगी साबित होगी। 
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि हम राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में बात करें तो हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती ऐसा आर्थिक विकास करना हैं, जो समावेशी, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल हो। हमारे समक्ष ग्रामीण विकास महत्वपूर्ण मुद्दा है। ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका के नए अवसर पैदा किए जाएं, ताकि शहरों पर दबाव कम हो। इसके लिए कृषि और उससे जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देना होगा। खेती में नये तकनीक को अपनाने के साथ ही गौ पालन, मछलीपालन तथा मुर्गीपालन, बकरी पालन करें तो किसान अपने लाभांश बढ़ा पाएंगे। शहरी क्षेत्रों में भी सेवा क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। हमारे पास अंग्रेजी और आई.टी. का अच्छा ज्ञान रखने वाले युवाओं की फौज है। उन्हें साथ लेकर काम करें तो बहुत अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सिंगापुर जैसे देश कुछ नहीं उपजाते फिर भी सेवा क्षेत्र के बूते विश्व में शीर्ष पर है। हमारे देश ने दुनिया को कौटिल्य दिया है। अपनी उर्वर-समझ को हम अपने उद्यम के लिए प्रयोग करें तो दुनिया भारत की ओर देखेगी। 
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य गठन के समय छत्तीसगढ़ राज्य का बजट 6 हजार करोड़ रूपए था, अब यह बढ़कर करीब एक लाख करोड़ पहुंच गया है, लेकिन गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या 36 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है। श्री बघेल ने कहा कि गरीबी और अमीरी के बीच अंतर बढ़ना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि एक देश, एक कर प्रणाली जी.एस.टी. लागू होने के बाद भी कर संग्रहण में अपेक्षाकृत बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है, इसके साथ ही प्रदेश को इससे जो घाटा हुआ है, उसकी भरपाई नहीं हो पा रही है। इससे छत्तीसगढ़ जैसे उत्पादक राज्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उपस्थित अर्थशास्त्रियों से आग्रह किया कि इस सम्मेलन में देश को विद्यमान मंदी के दौर से कैसे निकाला जाए, इस पर विचार किया जाए और आवश्यक सुझाव देवें। अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर कौशिक बसु ने अपने विचार व्यक्त किए और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केशरी लाल वर्मा ने स्वागत भाषण दिया। श्री वर्मा ने इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री नायडू, राज्यपाल सुश्री उइके, मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा विशिष्ट अतिथियों को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर अतिथियों ने इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के स्मारिका का विमोचान किया। कार्यक्रम में इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर महेन्द्र देवे, सम्मेलन के अध्यक्ष प्रोफेसर जी. विश्वनाथन और देश के विभिन्न भागों से आए अर्थशास्त्री और शोधार्थी उपस्थित थे।


यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले सावधान

जनपद गौतम बुद्ध नगर में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले हो जाएं सावधान


गोपनीय तरीके से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों की कराई जा रही है फोटोग्राफी


परिवहन एक्ट के तहत की जाएगी कार्यवाही, भरना पड़ेगा शमन  शुल्क, बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर लाइसेंस भी होगा निलंबित।


गौतम बुध नगर। जनपद के यातायात को और अधिक सुदृढ़ एवं सुगम बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बीएन सिंह के द्वारा जनपद वासियों के लिए यातायात एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने समस्त जनपद वासियों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि जनपद के यातायात को सुदृढ़ एवं सुगम बनाने में सभी वाहन चालकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अतः सभी वाहन चालक अपने वाहनों का संचालन करते हुए यातायात नियमों का कड़ाई के साथ पालन सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में उन्हें दंड का भागी बनना पड़ेगा। जिलाधिकारी ने आम नागरिकों को जानकारी देते हुए आह्वान किया है कि जनपद में नियमित वाहन चेकिंग एवं ई-चालान के अतिरिक्त जिला प्रशासन की ओर से एक गोपनीय फोटोग्राफी टीम जनपद में कई स्थानों पर कार्य कर रही है, जिनके द्वारा गोपनीय तरीके से वाहन चालकों के द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर फोटोग्राफी की जा रही है, जिसके आधार पर परिवहन विभाग संबंधित वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित कर रहा है, जिसमें शमन शुल्क के अलावा बार-बार वाहन चालकों के द्वारा उल्लंघन करने पर उनके ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। अतः सभी वाहन चालक जनपद में यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करें। अन्यथा कार्रवाई से कोई भी ऐसा वाहन चालक नहीं बच पाएगा जिनके द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


पैन कार्ड लिंक की 31 दिसंबर अंतिम तारीख

नई दिल्ली। भारतीय प्रवासियों ने अगर 31 दिसंबर तक अपना पैनकार्ड आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया तो उनके पैनकार्ड को अमान्य करार दे दिया जाएगा। गल्फ न्यूज की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार, यहां एक सार्वजनिक सूचना जारी कर भारतीय प्रवासियों को 31 दिसंबर से पहले अपना पैन कार्ड अपने आधार से लिंक करने के लिए कहा गया है।


जहां अनिवासी भारतीय (एनआरआई) के लिए आधार कार्ड या पैन (परमानेंट अकाउंट नंबर) जरूरी नहीं है, वहीं अगर किसी पास ये दस्तावेज हैं तो उनके लिए इन्हें 31 दिसंबर से पहले लिंक कराना अनिवार्य है। भारत से वित्तीय लेनदेन करने वाले एनआरआई को पैनकार्ड और आधार दोनों रखने के लिए कहा गया है।


पैन को आधार से लिंक कराने की अंतिम तिथि पहले 31 सितंबर थी, जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है। भारत सरकार के नियमों के अनुसार, करयोग्य आमदनी वाले या भारत में निवेश के इच्छुक एनआरआई लोगों के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...