शनिवार, 21 दिसंबर 2019

अयोध्या मास्टर प्लान में क्षेत्रफल को बढ़ाया

अयोध्या। अयोध्या के नये मास्टर प्लान में इर्द-गिर्द के छोटे बड़े 90 गाँव शामिल किये गए हैं। इस सम्बन्ध में मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार की बैठक में मास्टर प्लान तैयार करने वाली ऐजेंसी स्टेट साल्टी सिस्टम लिमिटिड कोलकता को एक वर्ष का समय दिया गया है।अयोध्या को भीड़-भाड़ से निजात दिलाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, सांस्कृतिक/ऐतिहासिक स्थलों, हैरिटेज एवं हरे-भरे पार्कों को मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा।


बताते चलें कि, प्रयागराज की तरह साधु-संतों के चित्रों की भव्यता बनाये रखने के लिए पेन्टिंग को नये मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। धार्मिक नगरी अयोध्या के सड़को का विस्तार एवं चौड़ीकरण करने का मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। आधुनिक सुख-सुविधा से युक्त होटल, रिसोर्ट को भी मास्टर प्लान में जगह दी गई है। मठ मन्दिर, कुंडों के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए उनका जीरणोद्वार, परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण करना, प्रमुख मार्गों, गलियों के विकास, के साथ जिले के आस-पास पौराणिक एवं धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के लिए आवश्यक संसाधनों को मुहैया कराना मास्टर प्लान में शामिल है।


हिंसक घटनाओं पर मुख्यमंत्री हुए नाराज

लखनऊ। लखनऊ और संभल की घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जोन के एडीजी, रेंज के आईजी और डीआईजी व पुलिस कप्तानों से बात कर जरूरी निर्देश दिए है। सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी दी, अगर बवाल हुआ तो जिम्मेदारों पर कार्यवाही हो। लखनऊ और संभल के अधिकारियों से नाराजगी जताते हुए योगी ने कहा कि, इन घटनाओं में जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी हाल में न बख्शा जाए।


उन्होंने आरोपियों को वीडियो फुटेज, सीसीटीवी फुटेज और अन्य अभिसूचना तंत्रों से चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। साथ ही अधिकारियों को शुक्रवार को विशेष सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिए गए। जुमे की नमाज के बाद अगर कोई ज्ञापन सौंपता है, तो उसे न रोका जाए। लेकिन अगर कोई कानून अपने हाथ में लेता है तो उससे सख्ती के साथ पेश आयें। ऐसे लोगों को कतई बख्सा नहीं जायेगा। हिंसा बिलकुल भी बर्दास्त नहीं की जायेगी।


'मां-बाप' ने कराया जवान बेटियों से गैंगरेप

हिसार। हरियाणा के हिसार से एक बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां पर एक 21 वर्षीय विवाहिता द्वारा अपने माता-पिता पर रिश्तेदारों से उसका और उसकी 14 वर्षीय नाबालिग बहन का गैंगरेप करने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता के मुताबिक उसके माता-पिता की शजिश के तहत 3 मौसा और मामा सहित कुल 7 लोग उन दोनों बहनों का लंबे समय से गैंगरेप कर रहे हैं। पीड़िता के मुताबिक जब वह नाबालिग और अविवाहित थी तब से उसके साथ इन लोगों ने समूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद अब उसकी नाबालिग छोटी बहन के साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया जाता है। 
पीड़िता की मां के भी थी अन्य लोगों के गलत संबंध
पीड़िता के अनुसार एक मौसा ने उससे पहले गांव और फिर राजस्थान के शहर में अपने घर रखकर उसके मां-बाप की मदद से अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक रेप किया। पीड़िता के अनुसार जब वह छोटी थी तब वह अपने मायके में रहती थी। उस समय मेरी मम्मी के पास 3 मौसा और कई सारे लोगों का आना-जाना हुआ करता था। इसके बाद जब मैं समझदार हुई तब मुझे इस बात का पता चला कि मेरी मां के साथ उन लोगों के गलत संबंध हैं। इसके बाद जब मैंने इस बात की शिकायत अपने माता-पिता से कि तो उन लोगों ने उल्टा मुझे ही डांटना शुरू कर दिया। फिर फरवरी 2017 में एक युवक मुझे अपनी पत्नी बनाकर ले गया।


मां-बाप की मदद से होटलों में ले जाते थे आरोपी
अब जब वह नवंबर महीने में वापस अपने घर आई तो उमझे इस बात का पता चला कि अब उसकी 14 वर्षीय नाबालिग बहन के साथ उन आरोपियों द्वारा उसी घिनौनी हरकतों को अंजाम दिया जा रहा है, जिसका वो खुद शिकार हो चुकी है। पीड़िता को उसकी बहन ने बताया कि तुम्हारे साथ गलत काम करने वाले लोग अब मां-बाप की मदद से मुझे होटल में ले जाकर मेरे साथ गलत काम करते हैं। इतना ही दूसरे लोगों द्वारा भी मेरे साथ गलत काम करवाया जाता है। इस बात का पता चलने पर पीड़िता ने पुलिस के पास जाकर मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विवाहिता के माता-पिता, गांव के एक व्यक्ति, एक मामा, 3 मौसा और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।


बहुत दिनों से नहीं नहाई है 'लेडी गागा'

हॉलीवुड एक्ट्रेस और सिंगर लेडी गागा (Lady Gaga) ने हाल ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक कन्वर्सेशन शेयर किया है। जो खूब तेजी से वायरल (Viral) हो रहा है। उनकी इस पोस्ट में उन्होंने अपनी मैनेजर की बात शेयर की है। इसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें नहीं पता है वह पिछली बार कब है नहाई हैं। उनकी इस पोस्ट को खूब शेयर किया जा रहा है। वहीं यूजर्स इसमें कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को ट्विटर (Twitter) पर बॉडी क्लीनलीनेस से जुड़ी एक फनी कन्वर्सेशन साझा की है। इसमें उनकी पर्सनल असिस्टेंट उनसे पूछती हैं, 'आप पिछली बार कब नहाई थीं?' इसके जवाब में लेडी गागा ने कहा है, 'मुझे याद नहीं। इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा- 'ना नहाने वालों की रानी…LG6 फिजिकल एलबम शरीर की बदबू से भरा होगा।' जबकि कई यूजर्स ने फनी मीम्स शेयर कर उनके ना नहाने का मजाक उड़ाया है। वहीं, लेडी गागा ने अपने ट्वीट के साथ LG6 हैशटैग के जरिए फैंस को यह बताने की कोशिश की है कि वे अपने छठे स्टूडियो प्रोजेक्ट में बिजी हैं। यही वजह है कि उन्हें अपनी हाइजीन की ओर ध्यान देने का भी समय नहीं है।


वाराणसी में मची भगदड़ ,एक गंभीर

वाराणसी। यूपी के वाराणसी (Varanasi) में शुक्रवार को नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) का विरोध (CAA Protest) कर रहे लोगों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बाद बजरडीहा में भगदड़ मच गई। बतौर पुलिस, इस दौरान गली में खेल रहा 8-वर्षीय बच्चा भगदड़ की चपेट में आ गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। वहीं, भगदड़ में घायल 15 वर्षीय लड़के की हालत गंभीर है। रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चे की उम्र आठ साल थी। 
पुलिस द्वारा बताया गया कि मो. वकील का बेटा शबीर घर के पास खेल रहा था। इसी दौरान भगदड़ की चपेट में आ गया और गंभीर रुप से घायल अवस्था में उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच पथराव होने पर स्थिति काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में 8 पुलिसकर्मियों समेत 19 लोग घायल हो गए। इनमें चार की हालत गंभीर है। इनमें एक बच्चा अति गंभीर बताया गया है। सभी घायलों को बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।


पाक से आई हेरोइन जब्त,6 गिरफ्तार

अमृतसर। धुंध और कोहरे का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान की तरफ से हेरोइन की खेप भेजी जा रही है। ऐसी ही एक बड़ी खेप को पुलिस द्वारा शुक्रवार को बरामद किया गया है। काऊंटर इंटैलीजैंस और खुफिया एजैंसी स्टेट स्पैशल आपरेशन सैल ने हेरोइन की तस्करी के एक बड़े नैटवर्क का भंडाफोड़ कर छह तस्करों को काबू किया है। पकड़े गए तस्करों से 15 किलो हेरोइन बरामद हुई है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 75 करोड़ रुपए है।


काऊंटर इंटैलीजैंस बार्डर रेंज अमृतसर के एआईजी को सूचना मिली थी कि धुंध के चलते पाकिस्तान की तरफ से हेरोइन की एक खेप भारत में भेजी गई है। इस खेस को तस्कर रमदास और रावी दरिया के नजदीक से उठा कर कुछ तस्कर कार में सवार होकर सप्लाई करने जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर ने थाना रमदास के अंतर्गत आते घोनेवाल के टी-प्वाइंट से स्पैशल नाकाबंदी करके एक स्वीफ्ट कार (नं. पी.बी.30 आर. 9177), 2 मोटरसाइकिल ( नं. पी.बी.02 बी.एक्स. 6954 और पी.बी. 14 बी 8520) पर से 6 व्यक्तियों को काबू किया है।


तस्करों की पहचान बलकार सिंह पुत्र बावा सिंह निवासी खसुपुरा थाना भिंडीसैदा, दलबीर सिंह पुत्र लद्दा सिंह निवासी कोटली दुशनदी थाना भिंडीसैदा, सुरजीत सिंह उर्फ बब्बू पुत्र जोगिंदर सिंह निवासी सैदपुर कलां थाना भिंडी सैदा, बिट्ट सिंह उर्फ सूखा सिंह पुत्र जैमल सिंह निवासी घोगा थाना भिंडीसैदा, भूपिंदर सिंह उर्फ भिंदा पुत्र मुख्तयार सिंह निवासी चीमा कलां थाना सराय अमानत खां, जिला तरनतारन, गुरजंट सिंह पुत्र तरसेम सिंह निवासी चीमा कलां थाना सराय अमानत खां के रूप में हुई। पकड़े गए आरोपियों से 15 किलो हैरोइन बरामद की गई है। आरोपियों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत केस दर्ज थाना एस.एस.ओ.सी. अमृतसर में मामला भी दर्ज कर दिया गया है। पकड़े गए तस्करों से पूछताछ जारी है तथा उनसे कई और खुलासे हुए हैं। इन खुलासों की जानकारी काऊंटर इंटैलीजैंस के अधिकारी शनिवार को प्रैस कांफैं्रस के दौरान देंगे।


बिहार में गुंडागर्दी पर उतरे प्रदर्शनकारी

नवादा। बिहार बंद के दौरान जगह-जगह से आरजेडी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी देखने को मिल रही है। बंद और प्रदर्शन के नाम पर आरजेडी के कार्यकर्ता गुंडई पर उतर गये हैं। नवादा में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने थाने पर ही हमला बोल दिया। नवादा के रजौली में उपद्रवियों ने बुंदेलखंड सहायक थाने पर पथराव किया है। उग्र भीड़ ने गुंडई दिखाते हुए थाने को निशाना बनाया है और पत्थरबाजी की है। थाने पर पथराव के बाद पुलिस भी एक्शन में आ गई। जिसके बाद उपद्रवी पुलिस के साथ ही भिड़ गये। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में घंटों झड़प हुई। आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आरजेडी ने आज बिहार बंद बुलाया है। आरजेडी के बिहार बंद का असर राज्यभर में देखने को मिल रहा है। सभी जिलों में आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर हंगामा और प्रदर्शन कर रहे हैं।


अच्छे गुजरे 5 साल,लगे रहो केजरीवाल

दिवाकर पाण्डेय


नई दिल्ली। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, आम आदमी पार्टी का नया चुनावी नारा का प्रमोचन हुआ, जिसके साथ ही पार्टी ने चुनावी अभियान की शुरुआत की।आपको बता दें कि, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने AAP विधायकों एवं पार्टी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में 'चुनावी नारा: अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल' को संस्थित किया। इसी के साथ सिसोदिया ने कहा कि, यह नारा दिल्ली के नागरिकों  के प्रतिक्रिया पर आधारित है।


बस्ती में सौहार्द और भाईचारा कायम

बस्ती। जिला प्रशासन की मुस्तैदी व सूझबूझ से आज जिले में पूरी तरह के शांति व्यवस्था कायम रही जनपद में कहीं से कोई भी अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं मिली। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मुस्तैदी की वजह से शांतिपूर्ण जुम्मे की नमाज मुस्लिम समुदाय भाइयों द्वारा अदा किया गया। कुछ चंद लोगों के द्वारा एनआरसी और सीएए के खिलाफ आज बस्ती जिले में प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने जुमें की नमाज के बाद राष्ट्रगान गाते हुए भारत माता की जय के नारे लगा कर एनआरसी का विरोध किया। मौके पर मौजूद डीएम और एसपी को ज्ञापन दिया। एनआरसी पर जारी विरोध को देखते हुए आज जिले के सभी आला अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ मार्च कर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए। जाने की अपील की सभी संवेदनशील जगहों पर पुलिस फोर्स तैनात की गई कमिश्नर अनिल सागर आईजी आशुतोष कुमार डीएम और एसपी ने लोगों के साथ चाय पर चर्चा करते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की कमिश्नर ने कहा की लोगों से यह कहा गया है की अफवाहों पर ध्यान न दें, कई बार दंगे भड़कते हैं तो उन में अफवाहों का बड़ा रोल होता है जिला स्तर पर कई बैठकें बुलाकर लोगों को समझाया गया लोगों से बताया गया है। अगर बाहर का कोई आदमी दिखाई दे तो उस की जानकारी हमें दे ताकि समय रहते हम उन पर कार्रवाई कर सकें आईजी आशुतोष कुमार का कहना है की हमें खुशी है की यहां के लगों को यहां की कानून व्यवस्था और अधिकारियों पर विश्वास है। हम किसी भी सूरत में यहां की स्थिति बिगड़ने नहीं देंगे, हम लोगों ने चाय पर चर्चा कर लोगों के डाउट्स को दूर करने की कोशिश की ।
रिपोर्ट-जितेंद्र कुमार


इंटरनेट सस्पेंड करने की पूरी प्रक्रिया

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के चलते देश के कई हिस्सों में इंटरनेट अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनैशनल इकनॉमिक रिलेशन्स समेत दो थिंक टैंक संस्थाओं की रिसर्च के मुताबिक, इंटरनेट बैन करने के मामले में भारत दुनिया भर में सबसे आगे है। मगर क्या आपको पता है कि सरकार इंटरनेट पर बैन लगाने का फैसला कैसे लेती है। इंटरनेट सस्पेंड करने की एक पूरी प्रकिया है, जिसे फॉलो करते हुए इस पर बैन लगाया जाता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि भारत में इंटरनेट कैसे बंद किया जाता है।
देश में इंटरनेट पर कैसे लगता है बैन?


केंद्र या राज्य के गृह सचिव इंटरनेट बैन करने का ऑर्डर देते हैं।
यह ऑर्डर एसपी या उससे ऊपर के रैंक के अधिकारी के माध्यम से भेजा जाता है। उक्त अधिकारी सर्विस प्रोवाइडर्स को इंटरनेट सर्विस ब्लॉक करने के लिए कहता है।
ऑर्डर को अगले कामकाजी दिन (वर्किंग डे) के भीतर केंद्र या राज्य सरकार के रिव्यू पैनल के पास भेजना होता है। इस रिव्यू पैनल को 5 वर्किंग डेज में इसकी समीक्षा करनी होती है। केंद्र सरकार के रिव्यू पैनल में कैबिन सेक्रेटरी, लॉ सेक्रेटरी और टेलिकम्युनिकेशन्स सेक्रेटरी होते हैं। वहीं, राज्य सरकार से दिए गए आदेश के रिव्यू पैनल में चीफ सेक्रेटरी, लॉ सेक्रेटरी और एक कोई अन्य सेक्रेटरी शामिल रहता है।


इमर्जेंसी में क्या होता है?
इमरर्जेंसी की स्थिति में केंद्र या राज्य के गृह सचिव द्वारा अधिकृत किए गए जॉइंट सेक्रेटरी इंटरनेट बैन करने के लिए आदेश दे सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें 24 घंटे के भीतर केंद्र या राज्य के गृह सचिव से इसकी मंजूरी लेनी पड़ेगी।


2017 से पहले अलग नियमःसाल 2017 से पहले जिले के डीएम इंटरनेट बंद करने का आदेश देते थे। 2017 में सरकार ने इंडियन टेलिग्राफ ऐक्ट 1885 के तहत टेम्प्ररी सस्पेंशन ऑफ टेलिकॉम सर्विसेज (पब्लिक इमरजेंसी या पब्लिक सेफ्टी) रूल्स तैयार किए। इसके बाद अब सिर्फ केंद्र या राज्य के गृह सचिव या उनके द्वारा अधिकृत अथॉरिटी इंटरनेट बंद करने का आदेश दे सकते हैं।


फैक्ट्री में दर्दनाक हादसा, एक की मौत

सोनीपत। शहर के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में बृहस्पतिवार देर रात स्टीम प्लेट फटने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।


हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। फैक्ट्री मालिक नितिन गुरुदत्ता को भी बुलाया गया। घायल मजदूरों की पहचान उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला के ककरा निवासी कमल व दुर्गेश एवं उत्तर प्रदेश के गुजराती पुरवा निवासी मनीष के रूप में हुई, जबकि इंडस्ट्रियल एरिया निवासी कॉलिंग (32) की मौत हो गई। सभी घायलों को नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया गया। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।


अधिकारियों की कार्यशैली से असंतुष्ट मेयर

रोहतक। रोहतक नगर निगम ने अपना एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। हालांकि मेयर मनमोहन गोयल कामकाज से कुछ खास खुश नजर नहीं आ रहे है। मेयर होते हुए कोई पावर ना होने की टीस उनकी बातों में देखने को मिल रही है। मेयर मनमोहन गोयल का कहना है कि उनके हाथ में कुछ नहीं है, वह शहर की बड़ी समस्या सीवरेज और पानी के समाधान का प्रस्ताव बनाते हैं, लेकिन अधिकारी अमल नहीं करते।


साल भर में हाउस की सिर्फ दो बैठक हुई। कई पार्षद और पूर्व पार्षद हाउस की कम बैठक को लेकर अपना रोष व्यक्त कर चुके है। इस पर मेयर का कहना है कि बैठक आयुक्त को बुलानी होती है। लेकिन आयुक्त व्यस्तता का हवाला देकर टालते रहे। गोयल ने कहा कि शहर की सीवरेज, पानी, बिजली आदि समस्याओं का समाधान करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। हाउस की बैठक होगी और अधिकारी मेयर व पार्षदों की बात सुनेंगे तभी बात बनेगी।


314 लेखपालों के विरुद्ध कार्रवाई


कुशीनगर। जनपद के लेखपालों द्वारा विभिन्न मागो को लेकर काफी दिनों से ज़िला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था ।जिला प्रशासन ने धारा 144 व एस्मा कानून के उल्लंघन के मद्देनजर 314 लेखपालों पर देर शाम बड़ी कार्यवाई करते हुए निलम्बन के साथ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है ।
जिले की सभी तहसीलों के लेखपाल अपनी विभिन्न मांंगो को लेकर जिला मुख्यालय पर कई दिनों से धरना व प्रदर्शन करने वाले 314 लेखपालो को जिला प्रशासन ने गम्भीरता से लेते हुये। देर शाम निलंबित व बर्खास्तगी की कार्यवाही के लिए आनन-फानन मे नोटिस भी जारी कर दिया है। इस कार्यवाही से लेखपाल संगठन आहत है ।
पडरौना कोतवाली में धारा144 व एस्मा कानून के उलंघन मे के खिलाफ 17 नामज़द व अन्य सभी लेखपालों पर मुकदमा  एसडीएम रामकेश यादव पडरौना ने दर्ज कराया हैं।


अतिक्रमण हटाओ अभियान रहा असफल

एसडीएम के आदेश पर तीर्थनगरी के  फब्बारा चौक से अतिक्रमण तहत हटाये गये ठेले फिर से लगे


नरेश शर्मा
बृजघाट। तीर्थनगरी मे चौराहे पर फैले अतिक्रमण को हटाने का एसडीएम के आदेश का पालन करते हुए नगरपालिका कर्मचारियों ने फब्बारा चौक पर लगे ठेलो को हटा दिया गया ।लेकिन एक सप्ताह भी नही बीता कि एसडीएम के आदेशो का उल्लंघन करते हुए फिर से फब्बारा चौक पर ठेले लगे ।प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के स्वच्छता के प्रति नगरों को साफ सुथरा  व अतिक्रमण मुक्त करने के परिपालन मे गढमुक्तेश्वर के एसडीएम विजय बर्धन तोमर ने तीर्थनगरी मे फैले अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया के अंर्तगत नगरपालिका के कर्मचारियों ने फब्बारा चौक को पूर्णतया मुक्त करा दिया और लगने वाले सभी ठेलो को हटाने दिया गया ।लेकिन ठेलो वालो की हठधर्मिता व मुठमर्दी देखिये कि फिर से फब्बारा चौक पर ठेले लगा लिए । देखना यह है कि एसडीएम के आदेश  के द्वारा हटाये गये फब्बारा चौक से ठेलो को फिर से किसके आदेश से फब्बारा चौक पर लगवाया गया है।यह एसडीएम के आदेश का उल्लंघन है।


बवाल रोकने में प्रशासन की तत्परता

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
रिंकु सैनी रिपोरटर


हापुड़। जमीयत उलेमा हिंद-हापुड के द्वारा हापुड़ में भी सी.ए.ए.के विरोध में ज्ञापन देने आए लोगों में शामिल शरारती तत्वों ने पुलिस द्वारा कई बार रोकने के बावजूद भी हापुड़ तहसील पर प्रदर्श न करना शुरू कर दिया और पुलिस बल पर पथराव भी शुरू कर दिया। इसके बाद हापुड़ नगर सीओ राजेश कुमार सिंह ने तत्परता दिखाते हुए। न्यूनतम लाठी चार्ज करा कर, इकट्ठा हुए असामाजिक तत्वों को तितर-बितर कर दिया। पीछे से आ रही भीड़ को बुलंदशहर रोड पर ही रोक दिया गया। जिसके चलते एक बड़ा हादसा हापुड़ शहर में होने से बच गया। मौके पर उनके साथ हापुड़ सदर एस.डी.एम. सत्य प्रकाश, हापुड़ नगर कोतवाली प्रभारी अवनीश गौतम द्वारा सटीकता से कुछ देर के लिए खराब हुए माहौल पर नियंत्रण कर लिया गया।
 हापुड़ जनपद के सभी आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मुस्लिम समाज के नेताओं से ज्ञापन लेने के पश्चात भीड़ को वहां से हटवा दिया गया।


डीएम ने किसान दिवस का आयोजन किया

पंकज राघव संवाददाता 


संभल। कलेक्टर सभागार बहजोई में जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें सभी किसानों ने अपनी अपनी समस्या को बताया और जिलाधिकारी ने समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए जिसमें उन्होंने किसानों को पराली न जलाने की अपील की और उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी किसानों की समस्याओं को लेकर कोई भी लापरवाही ना की जाए और उन्होंने कहा कि गन्ना भुगतान शीघ्र से शीघ्र किया जाए जिससे किसानों को किसी प्रकार की समस्या ना हो उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश की रीड की हड्डी है यदि किसान को परेशानी होती है तो उसकी परेशानी का विशेष हमें भी कहीं ना कहीं जेल नहीं पड़ता है किसान गोष्ठी में मौजूद किसानों ने बीना शुगर मिल पर गन्ना भुगतान न किए जाने को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी जिलाधिकारी ने गन्ना अधिकारी को निर्देश दिए कि किसानों के गन्ना भुगतान शीघ्र से शीघ्र किया जाए इस बीच में विकास अधिकारी उमेश कुमार त्यागी सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।


भालू के हमले से गई दो की जान

खरसिया। आज सुबह -सुबह ग्राम देवगाँव से सूती ग्राम के बीच नाला के पास एक जंगली भालू ने एक व्यक्ति के ऊपर हमला कर दिया और उसको पूरी तरह से मारकर शव से सर को अलग कर दिया, घटना के कुछ घंटे बाद अभी फिर से 11.30 बजे लगभग दूसरे व्यक्ति के ऊपर हमला कर दिया जिसके कारण उक्त दूसरे व्यक्ति की भी मौत हो गयी हैं। 
पुरे अगल बगल के गाँवो में दहशत का माहौल बन गया है रस्ते में आने जाने से लोग डर रहे है लोगो का कहना है की जब तक पागल भालू को वनविभाग पकड़ नहीं लेती तब तक सभी आने जाने वाले लोगो के ऊपर खतरा मंडरा रहा है क्योकि समय देखकर भालू लगातार हमला कर रहा हैं, पागल भालू नाले के निचे छिपकर बैठा हुआ है ।


यूं ही कोई बेहया.. (संपादकीय)


 रही होगी उनकी भी कोई मजबूरी ग़ालिब
 यूँ ही कोई बेहया नहीं होता ..


सुबह बहुत ठंड थी। तो ऑफिस जरा देर से आया। मीठी सी धूप निकली हुई थी और मेरा सहयोगी यश अभी तक भी आया नहीं था। मैं इंतजार करने के लिए ऑफिस के सामने एक 'जनरल स्टोर' है । वहां खड़ा होकर धूप सेकने लगा । देखा तो पड़ोस में रेलवे से रिटायर्ड कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी एक गली के आवारा कुत्ते को पकड़ कर उसकी आंखों में आई ड्रॉप डाल रहे थे। यह दृश्य देखकर मैंने कहा अंकल थोड़ा संभल के कहीं काट न ले। तो अंकल बोले - इनके काटे का इलाज तो 14 इंजेक्शन है बेटा और यह बेवजह किसी को नहीं काटते । कभी कभी अनजाने में ही सही इंसान ही एक ऐसा जानवर है जो बेवजह काटता है। वह भी ऐसा की जिसका कोई इलाज नहीं होता।
मां कसम अंकल की यह लाइन खोपड़ी में घर कर गई। मैन पूछा *बेवजह कैसे अंकल ?
उन्होंने अपने जीवन का एक ऐसा अनुभव मेरे साथ शेयर किया जो मैं इस ब्लॉग के माध्यम से आपको बताना चाहता हूं। कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी रेलवे से रिटायर्ड है। उन्होंने बताया कि सन् 1980 और 84 के बीच में उन्हें रेलवे बोर्ड ने उन्हें रेलवे विजिलेंस अफसर के पद पर 4 साल तक काम किया है। 1 दिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें बुलाया और कहा कि इस गाड़ी का रेलवे टीटी है । जो बहुत गहरी हदों तक भ्रष्टाचार कर रहा है। और पूरी की पूरी बोगी की सीटें बेच देता है। जिस उसे काली कमाई होती है। सीधे-साधे आदेश हुए कि इस टीटी को ट्रैप करना है, और मजबूत केस बनाना है। ताकि उसे पद से  हटाया जा सके। जिस पर कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी ने बाकायदा योजना बनाई और उस भ्रष्ट टीटी की पड़ताल की। पड़ताल में यह ज्ञात हुआ कि वह वाकई पूरी की पूरी बोगी ऊपर ही ऊपर बेच देता है। जिसकी एक भी रसीद नहीं काटता है। चतुर्वेदी ने योजनाबद्ध तरीके से इस विषय में ज्ञात सभी चीजें मय सबूतों के अपने सीनियर अधिकारी को डॉक्यूमेंटेशन करके भेज दी। थोड़े दिनों बाद जब उस अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ा जाने वाला था। तब कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी को यह ज्ञात हुआ कि उस टीटी के 5 बेटियां थी। जोकि शादी की उम्र के करीब थी। और उसकी बीवी अक्सर बीमार रहती थी। कोई बेटा ना होने के कारण उस टीटी पर परिवार की जबरदस्त जिम्मेदारी सर पर बनी हुई थी। इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए वह यह भ्रष्टाचार कर रहा था। जैसे ही चतुर्वेदी को यह पता पड़ा तो उन्हें यह लगने लगा कि कहीं उनका बनाया हुआ यह केस इस  पांच बेटियों की जिम्मेदारी के तले दबे परिवार को सड़क पर न ले आये। चतुर्वेदी तुरंत अपने सीनियर अधिकारी के पास गया और कहा - सर आपने मुझे जो कहा उस आदेश की पालना मैंने कर दी। कानूनी और व्यवहारिक रूप से मैंने अपना फर्ज बखूबी निभा लिया। परंतु जब से मुझे उस टीटी की परिवारिक स्थिति का पता चला है , मुझे कहीं ना कहीं अंदर अपराध बोध खा रहा है की कही मेरे हाथों से कोई अनर्थ तो नहीं हो जाएगा ? आप अगर वाकई उस व्यक्ति को इस भ्रष्ट आचरण की सजा देना चाहते हैं। तो उसे रेलवे प्लेटफार्म पर कोई ऐसी जिम्मेदारी दे दें ताकि उसे आर्थिक लेनदेन से दूर रखा जाए। और उसकी नौकरी ना जाए । इससे रेलवे को भी नुकसान नहीं होगा और अपनी परिवारिक मजबूरियों के चलते ऐसा भ्रष्ट आचरण करने वाले अधिकारी को सबक भी मिलेगा। उन पांच बेटियों को भी नुकसान नहीं होगा । मोटे तौर पर विजिलेंस का अधिकारी होते हुए भी चतुर्वेदी ने एक तरह से अघोषित रूप से अपने सीनियर अधिकारी से उस भ्रष्ट टीटी को नौकरी से न हटाने की सिफारिश कर डाली थी। जिसके बाद चतुर्वेदी जी के निजी आग्रह पर उस टीटी को नौकरी से नहीं हटाया गया । और वही किया गया जो चतुर्वेदी ने कहा। आगे अपनी बात कहते हुए चतुर्वेदी जी ने कहा कि उसके बाद भी मेरे कार्यकाल को विजिलेंस में 1 साल बाकी रह गया था । इस घटना से वह इतना आहत हुए कि उन्हें यह लगने लगा था कि उन्होंने इससे पहले जितने भी अधिकारियों को इस तरह से पकड़ा होगा कहीं उनके भी परिवारों में ऐसी मजबूरियां ना रही हों ? यह सोचकर वह एक दिन अपने वरिष्ठ अधिकारी के पास गए और कहा कि - साहब मुझे विजिलेंस से हटा दीजिए। मुझे ये काम नहीं करना। मुझसे अब यह नहीं होगा। वरिष्ठ अधिकारियों के लाख समझाने पर भी चतुर्वेदी जी ने विजिलेंस की पोस्ट 1 साल पहले छोड़ दी। आज चतुर्वेदी की उम्र 70 साल प्लस है। वह खुद रिटायर हैं। और पंचशील नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के बी ब्लॉक में बड़ी शांति की जिंदगी जी रहे हैं।


इस किस्से ने सोचने पर मजबूर कर दिया कि चतुर्वेदी जी ने सही किया या गलत ? उनके नजरिए से तो शायद यह बिल्कुल सही था। फिर पूरे किस्से में गलत कौन था ? क्या वह अधिकारी जो अपनी पांच बेटियों की शादी के लिए भ्रष्टाचार कर रहा था ? या फिर ये समाज ? जो इस तरह से एक बाप को भ्रष्ट आचरण करने पर मजबूर करता है। वो भी केवल महंगी शादी करने के लिए।
आये दिन मैं खुद भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अधिकारियों की खबरें लिखता हूँ और पढ़ता भी हूँ । लेकिन ये किस्सा सुनने के बाद कुछ देर के लिए क़लम थम सी गयी है ।
 *यह किस्सा सुनकर सचमुच दिमाग का दही हो गया है। बस मिर्ज़ा ग़ालिब की लिखी बड़ी सटीक पंक्तियां याद आ रहीं हैं जिनमें कभी कहा गया था।


 "रही होगी उनकी भी कोई मजबूरी, ग़ालिब"
"फिर यूं ही कोई बेहया नहीं होता ..


नरेश राघानी


यमुना नदी के जल समझौते पर हस्ताक्षर

नई दिल्ली-शिमला। हिमाचल प्रदेश के यमुना नदी के हिस्से का पानी दिल्ली सरकार को बेचने के सन्दर्भ में आज नई दिल्ली में दोनों राज्यों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।समझौता ज्ञापन पर प्रदेश के सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता और दिल्ली सरकार की प्रधान सचिव मनीषा सक्सेना ने हस्ताक्षर किए।


डाॅ. बत्ता ने बताया कि 1994 में दोनों राज्यों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के मुताबिक हिमाचल प्रदेश को यमुना के पानी का तीन प्रतिशत हिस्सा मिला है, लेकिन वर्ष 1994 से इस पर कोई दावा नहीं किया गया है। दिल्ली सरकार के आग्रह पर हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल ने हाल ही में यमुना के पानी का अपना हिस्सा दिल्ली को बेचने का निर्णय लिया था। इसके परिणामस्वरूप हिमाचल सरकार को सालाना 21 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे।उन्होंने कहा कि देश में यह पहली बार है कि दो राज्यों के बीच इस प्रकार का समझौता हुआ है।


जयवीर सिंह हंस


निकाय भ्रष्टाचार पर विजिलेंस का संज्ञान

पावटा साहिब। गत दिनों नगर पालिका में रिश्वतखोरी को लेकर वायरल वीडियो के मामले में विजिलेंस ने संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। यह बात आज एक पत्रकार वार्ता में आईजी विजिलेंस जेपी सिंह ने कही उन्होंने कहा कि उन्होंने भी नगर पालिका में रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार के मामले की वीडियो देखी है तथा इस मामले में उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं। गौरतलब है कि गत दिनों नगर पालिका उपाध्यक्ष नवीन शर्मा द्वारा एक सफाई ठेकेदार से ₹10000 लेते हुए वह नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णा धीमान के पति शशि धीमान  द्वारा पैसों की मांग किए जाने की वीडियो वायरल हुई थी। जिसके बाद शहर में सहित प्रदेश में काफी हंगामा हुआ था।


गत दिवस कांग्रेस ने भी एक लिखित शिकायत डीएसपी को सौंपी थी जिसमें आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी। इस मामले में यदि कार्रवाई होती है तो नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्षव अध्यक्षा के प्रति श्रीमान का जेल जाना तय माना जा रहा है। वहीं इस मामले में पावटा भाजपा की किरकिरी भी होती नजर आ रही है। जहां एक और विवादों के बाद मंडल अध्यक्ष बने अरविंद गुप्ता ने अपनी किरकिरी करवा ली है। क्योंकि उन्होंने ही कह दिया था कि कोई जांच नहीं होगी। जबकि मैं खुद ही विवादों के बाद मंडल अध्यक्ष बने हैं तथा आईपीएच विभाग में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि अगली बारी कहीं पावटा साहिब भाजपा के मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता की तो नहीं लग जाती और वे  भाजपा के लिए एक सिरदर्द बन कर सामने आने वाले हैं।क्यूंकि भाजपा के लोग उनको ठिकाने लगाने के लिए तेयार बैठे है।


विरोध के बीच हिंसक घटना, बाजार बंद

रिपोर्ट- शमशाद चौधरी


कैराना। मुजफ्फरनगर में विरोध के बीच हुई हिंसक घटना के बाद कैराना में दोपहर बाद एकाएक बाजार बंद हो गए। हालांकि, कुछ देर बाद फिर से बाजार खुलने लगे।


शुक्रवार को सीएए के विरोध में मुजफ्फरनगर में हिंसा के बाद कैराना में अफवाह फैल गई, जिसके बाद यहां मुख्य चौक बाजार में धड़ाधड़क दुकानों के शटर गिरने लगे। यहां सुबह से ही चौक बाजार पूरी तरह से खुला हुआ था। कुछ देरी के लिए बाजार बंद होने के बाद फिर से दुकानें खुल गई। इस बाजार में दिनभर खासी चहल-पहल भी देखने को मिली। पुराना बाजार दिनभर रहा बंद, चौक बाजार व अन्य बाजार सुबह से ही पूरी तरह से खुले हुए रहे। लेकिन, पुराना बाजार में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी, जिसके चलते बाजार में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।


देर शाम तक कैराना में डटे रहे डीएम-एसपी


कैराना। नागरिकता संशोधन कानून पर कई जिलों में हिंसक घटनाओं के बाद कैराना में शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए देर शाम तक डीएम व एसपी डटे रहे। शुक्रवार को सुबह करीब नौ बजे ही डीएम अखिलेश सिंह व एसपी विनीत जयसवाल कैराना कोतवाली पहुंच गए थे। जहां पर उनके द्वारा जहां पैदल मार्च किया गया, वहीं वे पल-पल की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए थे। देर शाम तक भी डीएम व एसपी कैराना में ही डटे रहे। यहां फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण है।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...