मंगलवार, 29 अक्तूबर 2019

रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है:कन्या

राशिफल


मेष:चंद्रमा का संचार आज देर रात तक शुक्र की राशि तुला में होगा। इस राशि से जाते हुए चंद्रमा अक्टूबर के अंतिम मंगलवार को कई राशियों के लिए मंगलकारी बना रहा है। आज आपका दिन कैसा रहने वाला है!


मेष:राशि वाले आज काफी सक्रिय रहेंगे। कार्यक्षेत्र में प्रगति होगी। दिन आनंद पूर्वक बीतेगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। जीवनसाथी से पूर्ण सहयोग मिलेगा। शुभ चिंतकों की सलाह पर ध्यान देना चाहिए। सलाह है कि अति उत्साह में सेहत की अनदेखी ना करें।


वृषभ:सगे संबंधियों से मुलाकात हो सकती है। दिन उत्सव और आनंद में बीतेगा। शत्रुओं पर विजय कर पाएंगे। अधूरे कार्य संपन्न होंगे। कोई शुभ सूचना मन को प्रसन्न रखेगी। वैवाहिक जीवन में काफी रोमांटिक नजर आएंगे। बच्चों से खुशी मिलेगी।


मिथुन:आज साहित्य एवं कला में आपकी रुचि रहेगी। लेखक और कलाकार को अपने क्षेत्र में कुछ अलग और बेहतर कर सकते हैं। मन में कल्पना की तरंगे उठेंगी। रोमांटिक मूड में रहेंगे। लोगों से विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी। आपका सम्मान और महत्व बढ़ेगा। 


कर्क:मन अशांत रहेगा। आपकी मनःस्थिति नकारात्मकता की ओर प्रेरित करेगी। मन में उलटे-सीधे विचार आएंगे। परिवार में आपसी तालमेल और सहयोग का अभाव हो सकता है। मन को सबल रखें। हो सके तो आज कम बोलें और ज्यादा सुनें। 


सिंह:नींद अच्छी आएगी। मानसिक रूप से आज आप बहुत हल्कापन महसूस करेंगे। आपके मन पर छाए हुए चिंता के बादल हटने से आपके उत्साह में वृद्धि होगी। शॉपिंग कर सकते हैं, अपनों से मेल-मुलाकात होगी। यात्रा का योग है।


कन्या:स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। आज रुका हुआ धन आपको प्राप्त हो सकता है। धन निवेश के लिए दिन लाभकारी है। स्वयं पर विश्वास रखकर ही आज कार्यों को क्रियान्वित करें। खान-पान के मामले में संयम रखें। सामाजिक जीवन में सक्रिय रह सकते हैं। यात्रा हो सकती है। 


तुला:आज आपका दिन अनुकूल रहेगा। बीमार लोगों की सेहत में सुधार होगा। सुबह से ही आप सक्रिय रहेंगे और काम को समय पर पूरा कर लेंगे। पारिवारिक जीवन में प्रेम और आपसी सहयोग बढ़ेगा। दोपहर के बाद अधिक आनंदित और उत्साहित रहेंगे। यात्रा हो सकती है।


वृश्चिक:स्वास्थ्य आज नरम रह सकता है। सुस्ती रहेगी खान-पान का ध्यान रखें। दूसरों के मामले में हस्तक्षेप से बचें क्योंकि आज किसी का भला करने के चक्कर में आप खुद परेशानी में आ सकते हैं। पैसों की लेन-देन से दूर रहें। 


धनु:दिन विशेष लाभदायी है। निवेश, व्यापार, नौकरी, शिक्षा सभी क्षेत्रों में आज लाभ के संकेत हैं। सभी कार्य समय से पूरे होंगे। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। मान-प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। मित्रों और शुभचिंतकों से संवाद होगा, कोई अच्छी खबर मिलेगी!


मकर:आप आज हर काम सरलता से संपन्न कर पाएंगे। नौकरी में आपके उच्च अधिकारी खुश रहेंगे। कार्य की व्यस्तता रहेगी एवं स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। पारिवारिक जीवन भी आज आनंद में बीतेगा। कोई उपहार भी मिल सकता है। 


कुंभ:भाग्य का साथ मिलेगा। पूर्वनिर्धारित कार्यों को पूरा करने में सफल होंगे। धार्मिक एवं मांगलिक कार्यो में व्यस्त रहेंगे। परिवार संग खान-पान का आयोजन हो सकता है। मित्रों और सहकर्मियों के सहयोग से मिलेगा। 


मीन:आज का दिन संयम और शांति से गुजारें। किसी नए काम को शुरू करने के लिए दिन उचित नहीं है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। दूसरों के मामलों से दूर रहना बेहतर होगा। कार्यक्षेत्र में स्थिति सामान्य रहेगी।


क्या विलुप्त हो जाएगा भघीरा

जगुआर बिल्ली परिवार का तीसरा सबसे बड़ा सदस्य है। केवल सिंह और बाघ उससे बड़े होते हैं। लेकिन इस छोटे पैरोंवाले गठीले जानवार में सिंह या बाघ से भी अधिक ताकत होती है। वह अपने बड़े-बड़े रदनक दंतों और मजबूत जबड़ों से कठोर-से-कठोर हड्डी को भी काट सकता है और कछुओं की मोटी-से-मोटी खोल को भी भेद सकता है।


जगुआर मध्य एवं दक्षिण अमरीका के वर्षावनों और दलदली मैदानों में रहता है। पहले वह पूरे उत्तरी अमरीका के गरम इलाकों में भी पाया जाता था, लेकिन अब वह उत्तरी अमरीका में केवल मेक्सिको के कुछ भागों में मिलता है।


एक वयस्क जगुआर 2 मीटर (7 फुट से अधिक) लंबा, 60 सेंटीमीटर (2 फुट) ऊंचा और 100 किलो भारी होता है। उसकी खाल चमकीली पीली होती है, जिस पर चिकत्तियों के बड़े-बड़े गोल निशान बने होते हैं। पूर्णतः काला जगुआर भी कभी-कभी देखने में आता है। जगुआर का सिर और शरीर बड़ा और कसा हुआ होता है। पैर छोटे पर खूब मोटे और मजबूत होते हैं। यद्यपि वह काफी खूंखार जीव है, मनुष्यों पर वह बहुत कम हमला करता है।


जगुआर और तेंदुए के शरीर पर लगभग समान निशान बने होते हैं, पर जगुआर के शरीर के निशान अधिक बड़े और कम संख्या में होते हैं। जगुआर के निशानों के बीच में भी चिकत्तियां होती हैं। तेंदुए में ऐसा नहीं होता है। इन दोनों बिडालों की शारीरिक गठन भी अलग प्रकार की होती है। जगुआर अधिक गठीला और बड़ा होता है। उसके पैर छोटे होते हैं। जगुआर का चेहरा चौकोर होता है, जबकि तेंदुए का गोल।


दिन हो या रात, जमीन हो या जल, जगुआर हर समय और हर जगह शिकार कर सकता है। वह दौड़ने, कूदने, तैरने और पेड़ चढ़ने में उस्ताद है। जगुआर के पसंदीदा शिकारों में पेक्कारी (सूअर के समान दिखनेवाले जानवर) और कैपीबेरा (चूहे के वर्ग का पर 50 किलो वजन का जानवर) शामिल हैं। वह हिरण, बंदर, कैमन (मगरमच्छ जैसा जीव), चींटीखोर, पक्षी, छिपकली, सांप और कछुओं को भी खाता है। अन्य बिल्लियों के विपरीत जगुआर सरीसृप वर्ग के प्राणियों को बड़े चाव से खाता है। लगभग 500 साल पहले मनुष्यों द्वारा दक्षिण अमरीका लाई गई गाय-भैंस भी अब इस खूंखार जानवर की आहार सूची में शामिल हो गई हैं।


जगुआर पानी में जाकर भी खूब शिकार करता है। दरअसल वह नदियों, झीलों और दलदलों से कभी दूर नहीं रहता। वह लंबी दूरी तक तैर सकता है और चौड़ी-से-चौड़ी नदियों को भी तैरकर पार करता है। कई बार पानी में बैठे हुए कैपिबेरा और कैमनों को पकड़ने के लिए वह पानी में सीधे छलांग लगा देता है।


ज्यादातर वह रात को ही शिकार करता है। हालांकि वह बड़े जानवरों को आसानी से मार सकता है, लेकिन आमतौर पर वह छिपकली, सांप, कछुए, पक्षी आदि छोटे जीवों का ही शिकार करता है। सिंह, बाघ, तेंदुआ आदि शिकार को मारने के लिए उसकी गर्दन को काटते हैं, लेकिन जगुआर उसके सिर को काटता है। छोटे जीवों को वह आगे के पंजों से थप्पड़ मारकर वश में करता है। कई बार वह जमीन से छलांग लगाकर पेडों की डालियों पर बैठे बंदरों को पकड़ लेता है।


जगुआर साल भर प्रजनन करता है। वह एकांतवासी जीव है। केवल मैथुन के लिए नर और मादा मिलते हैं। उसके बाद मादा नर से दूर चली जाती है। लगभग तीन महीने बाद वह किसी गुफा या मांद में दो या चार शावकों को जन्म देती है। ये शावक जन्म के वक्त अंधे और लगभग एक किलो भारी होते हैं। लगभग तीन महीने का होने पर वे मां के साथ शिकार पर निकलने लगते हैं। वे दो साल तक मां के साथ ही रहते हैं और उसके बाद अपना अलग क्षेत्र बना लेते हैं। वन्य अवस्था में जगुआर की आयु लगभग 20 वर्ष होती है।


आजकल जगुआर बहुत कम दिखाई देते हैं। उनकी घटती संख्या का मुख्य कारण है पशुपालन, खनन और इमारती लकड़ी के लिए दक्षिण अमरीका के वर्षावनों का काटा जाना। जगुआर इन्हीं वनों में रहता है और उनके नष्ट हो जाने से वह भी विलुप्ति की ओर बढ़ता जा रहा है।


भारतीय ग्रे हॉर्नबिल

भारतीय ग्रे हॉर्नबिल (ऑकीसेरॉस बिरोस्ट्रिस ) एक साधारण हॉर्नबिल है जो भारतीय उपमहाद्वीप में पायी जाती है। यह सर्वाधिक वानस्पतिक पक्षी है और आमतौर पर जोड़े में दिखायी पड़ती है। इनमे पूरे शरीर पर ग्रे रंग के रोयें होते हैं और इनके पेट का हिस्से हल्का ग्रे या फीके सफ़ेद रंग का होता है। इनके सिर का उभार काले या गहरे ग्रे रंग का होता है और शिरस्त्राण इस उभार के वक्रता बुंडू तक फैला होता है। अनेकों शहरों के ग्रामीण क्षेत्रों में पाई जाने वाली हॉर्नबिलों में से एक हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में ये विशाल वृक्ष युक्त मार्गों का उपभोग कर पाती हैं।इनकी आवाज़ कूकने जैसी जो कुछ-कुछ काली चील के समान होती है। इनकी उड़ान थोड़ी मुश्किल होती है और ये हवा में तैरने के साथ अपने फैले हुए पंखों को फड़फड़ाते हैं। ये छोटे समूहों या जोड़ों के रूप में पाए जाते हैं।


इनका प्रजनन काल अप्रैल से जून तक होता है और ये एक बार ऐ से पांच तक बिलकुल एक ही आकार एवम रूप के अंडे देती हैं। भारतीय ग्रे हॉर्नबिल आमतौर पर लम्बे पेड़ की कोटरों में अपना घोंसला बनाती है। अपनी आवश्यकतानुसार ये एक पहले से मौजूद कोटर या गड्ढे को और भी गहरा कर सकती हैं। मादा पक्षी पेड़ के कोटर में प्रवेश करती है और घोंसले के छेड़ को बंद कर देती है, मात्र एक छोटी से लम्बवत दरार छोड़ती है जिसका प्रयोग नर पक्षी उसे भोजन देने के लिए करता है। मादा पक्षी घोंसले के प्रवेश द्वार को अपने मलोत्सर्ग द्वारा बंद करती है।घोंसले के अन्दर आने पर मादा पक्षी अपने उड़न पंखों का निर्मोचन कर देती है और अण्डों को सेती है। जब मादा पक्षी के पंख पुनः विकसित होते हैं तो ठीक इसी समय उसके चूजे भी अंडे से बाहर आने की अवस्था में होते हैं और अंडा टूटकर खुल जाता है।


मुंबई के पास के एक घोंसले पर कियेगए अध्ययन से यह पता लगा कि वह फलदार पेड़ जिन पर यह रहती हैं उनके नाम स्ट्रेबलस एस्पर, कैन्सजेरा र्हीडी, कैरिसा कैरनडस, ग्रिविया टिलीएफोलिया, लैनिया कोरोमैन्डेलिका, फिक्स सप्प., स्टेरक्युलिया युरेंस और सेक्युरिनेगा ल्यूकोपाइरस है। ये प्रजाति गोंघा, बिच्छु, कीड़ों, छोटे पक्षियों (इन्हें गुलाब सदृश छल्ले वाले तोतों के चूजों को ले जाते हुए और संभवतः अपना शिकार बनाते हुए देखा गया है और सरीसृपों को अपना भोजन बनाने के लिए जानी जाती है ये थेवेतिया पेरुवियाना को अपने भोजन के रूप में खाने के लिए भी प्रसिद्द हैं जो अधिकांश रीढ़ धारियों के लिए विषाक्त माना जाता है।


यह प्रजाति लगभग पूर्णतया वानस्पतिक होती है और बहुत ही कम अवसरों पर भूमि पर आती है, जहां से वे गिरे हुए फल उठा सकें या धूल में नहा सकें!


डहेलिया की नई किस्में

डैलिया की नई किस्में बीज से पैदा की जाती हैं। डैलिया की जड़ें, जिनमें छोटी छोटी कलियाँ होती है, पौधों का रूप लेने की क्षमता रखती हैं। ये जड़ें छोटे छोटे टुकड़ों में इस प्रकार काटी जाती हैं कि हर टुकड़े में एक कली हो। इन टुकड़ों को जमीन में बोने पर, कलियों से नए पौधे निकलते हैं। कभी कभी इसके तने की कलम भी काटकर लगाई जाती है और उससे भी नए पौधे पैदा किए जाते हैं। डैलिया के पौधे अधिकतर खुली जगह तथा खादयुक्त, बलुई मिट्टी में भली भूंति विकसित होते हैं। अधिक शीत पड़ने पर इसके फुल मर जाते है। ऐसी दशा में इसकी जड़ें साफ करके दूसरे मौसम में बोने के लिये रख ली जाती है इसके पौधों पर कीड़े भी लगते हैं, जो संखिया के छिड़काव से मारे जाते हैं।


परिचय
यह उष्णकटिबन्धीय शीतोष्ण जलवायु में उगाया जाता है। डहेलिया के लिए सामान्य वर्षा वाली ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। शुष्क एवं गर्म जलवायु इसकी सफल खेती में बाधक मानी गई है। दूसरी ओर सर्दी और पाले से फसल को भारी क्षति पहुँचती है। इसके लिए खुली धूप वाली भूमि उत्तम रहती है फूल बड़े आकार के बनते हैं जो देखने में अत्यन्त आकर्षक होते है, जबकि छाया में उगे पौधों के फूल आकार में छोटे और आकर्षक लगते हैं।


डहेलिया की सफल खेती के लिए भूमि का चयन एक अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्य है। डहेलिया के सुन्दर और बड़े आकार के फूल लेने के लिए उचित जल निकास वाली रेतीली दोमट भूमि जिसका क्षारांक ६ हो, सर्वोत्तम रहती है। अधिक चिकनी और कम जल निकास वाली भूमि इसकी सफल खेती में बाधक मानी गई है, क्योंकि ऐसी भूमि में पौधों का समुचित विकास एवं बढ़वार नहीं हो पाती है। जिसके परिणामस्वरुप वांछित आकार-प्रकार व रंग-रूप वाले फूल नहीं मिल पाते हैं यदि किसी कारण चिकनी मिट्टी में इसकी खेती करनी पड़े, तो उस स्थिति में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद, चावल का छिलका और राख मिलाकर भूमि की संरचना में सुधार किया जा सकता है। प्रथम जुताई ट्रैक्टर या मिट्टी पलटने वाले हल से करने के उपरान्त कुछ दिनों के लिए खुली धूप में छोड़ दी जाती है। उसके बाद खेत में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद या पत्ती की खाद डालकर भली-भांति मिला कर सुविधानुसार पानी की नालियाँ और क्यारियाँ बनाई जाती हैं।


डहेलिया की प्रमुख प्रजातियों में भरी हुई पंखुरियों वाली प्रजातियों के लिए- डियाना ग्रिगोरी, हाल मार्क, लिटिल विल्लो, लिटिल मेरिआन, रोहण्डा, डब्ल्यू जे०एन०, विलियन जानसन, गोरडन लाक वुड, गिलिन प्लेस, विल्लो सरप्राइज, मार्टिल्स यैलो, लिस्मोरे पेग्गी तथा पेनेकोर्ड मेरियान विशेष रूप से जाने जाते हैं। छोटे आकार वाली प्रजातियों में एल्पन मरजोरी, डाउनलहम रायल, रेड एडमिरियल नेटी, विकटर डी, व्हाइट नेटी, ब्रुकसाइड डाइरड्रे, सी मिस, कोइनोनिया लोकप्रिय हैं। गोलाकार प्रजातियों में कनोरा फायर बाल, एल एन क्रेसे, डीप साउथ, वोटन क्यूपिड, पीटर नेल्सन, क्रीचटन हनी, सीनियर बाल, विस्टा, रस्कीन जीप्सी, स्नोहो टैम्पी, एल्टैमीर चैरी, फीओना स्टीवार्ट श्रेष्ठ समझे जाते हैं और भारतीय प्रजातियों में स्वामी विद्यानंद, ज्योत्सना, लार्ड बुद्धा, भिक्कुस मदर, स्वामी लोकेशवरानंद, डा बी०पी० पाल, ब्रोदर सम्पिलीसियस श्रेष्ठ हैं।


'बोनसाई' मतलब बोने पौधे

बोनसाई का मतलब है "बौने पौधे"। यह काष्ठीय पौधों को लघु आकार किन्तु आकर्षक रूप प्रदान करने की एक जापानी कला या तकनीक है। इन लघुकृत पौधों को गमलों में उगाया जा सकता है। इस कला के अन्तर्गत पौधों को सुन्दर आकार देना, सींचने की विशिष्ट विधि तथा एक गमले से निकालकर दूसरे गमले में रोपित करने की विधिया शामिल हैं। इन बौने पौधों को समूह में रखकर घर को एक हरी-भरी बगिया बनाया जा सकता है। बोनसाई पौधों को गमले में इस प्रकार उगाया जाता है कि उनका प्राकृतिक रूप तो बना रहे लेकिन वे आकार में बौने रह जाएं। बोनसाई को पूरे घर में कहीं भी रखा जा सकता है।


'बोनसाई' शब्द मूल चीनी शब्द पेन्जाई (盆栽) का जापानी उच्चारण है। 'बोन' उस पात्र को कहते हैं जिसमें ये पौधे प्राय: उगाये जाते हैं। यह ट्रे के आकार का होता है।


बोनसाई बनाना 
बोनसाई की शैलियाँ:-जापान के बोनसाई विशेषज्ञों के अनुसार बोनसाई को लगभग तेरह तरह से उगाया जा सकता है।


1. सीधे वृक्ष: इसमें तने सीधे ऊपर की ओर पतले, मुख्य तने में चारों ओर की शाखाएं तने से 90 डिग्री का कोण बनाते हुए ऊपर बढ़ती हैं। चीड़, सिल्वर ओक, फर आदि के लिए यह शैली उपयुक्त है।


2. दो तने वाले वृक्ष: पौधों में मिट्टी की सतह से ही प्रति वृक्ष के दो तने बढ़ने दिए जाते हैं। तनों की ऊंचाई अलग-अलग होती है। इसे जापानी भाषा में सोकन कहते हैं।


3. अनेक तने वाले वृक्ष: एक जड़ से 6 या अधिक तने ऊपर सीधे बढ़ने दिए जाते हैं।


4. सिनुअस: अनेक तने विकसित होने दिए जाते हैं।


5. तिरछा बोनसाई: मुख्य तना जमीन से 45 डिग्री कोण पर झुका हुआ सीधा बढ़ता है।


6. ब्रूम: तना सीधा पर मध्य तने से निकलने वाली दूसरी शाखाएं केवल दो विपरीत दिशाओं में बढ़ने दी जाती हैं। इससे वृक्ष का रूप पंखे के समान हो जाता है।


7. खुली जड़ वाले वृक्ष: तना जमीन की सतह से 90 डिग्री या 45 डिग्री के कोण पर ऊपर की ओर बढ़ता है, साथ ही जड़ें भी मिट्टी के ऊपर बढ़ती हुई दिखाई देती हैं। इस शैली में पौधा लगाते समय पौधे की जड़ों को मिट्टी के अंदर ना डालकर ऊपर की ओर खुला रखकर चारों ओर बालू रख देते हैं।


8. कैस्केड: मुख्य तने को आधा झुका दिया जाता है। इसे गमले के पैंदे से नीचे तक झुकाया जाता है।


9. इकाडा वृक्ष: मुख्य तने को मिट्टी की सतह तक झुकाकर दो-तीन स्थानों पर शाखाओं को विकसित होने दिया जाता है।


10. विण्ड स्वेप्ट: वृक्ष भूमि की सतह से 90 डिग्री कोण का निर्माण करता है और साथ ही मुख्य तने से निकलने वाली शाखाओं को एक ही दिशा में बढ़ने दिया जाता है ताकि ऎसा प्रतीत हो कि शाखाएं वायु के झौके से प्रभावित हो गई हैं।


11. वृक्ष समूह: एक गमले में अनेक वृक्ष उगाए जाते हैं। इसके लिए चपटे, उथले व बड़े गमले प्रयोग में लाए जाते हैं।


12. लहराता बोनसाई: एक या दो मुख्य शाखाएं गमले की मिट्टी की सतह से तिरछी निकली हुई होती हैं।


13. चट्टानी बोनसाई: गमले की मिट्टी की सतह पर पुराने पत्थर अथवा चट्टान के टुकड़े रख दिए जाते हैं ताकि उन पर वृक्ष की जड़ें फैल जाएं।


बंद गोभी की 500 जातियां

बंद गोभी (पात गोभी या करमकल्ला ; अंग्रेजी : कैबेज) एक प्रकार का शाक (सब्जी) है, जिसमें केवल कोमल पत्तों का बँधा हुआ संपुट होता है। इसे बंदगोभी और पातगोभी भी कहते हैं। यह जंगली करमकल्ले (ब्रेसिका ओलेरेसिया, Brassica oleracea) से विकसित किया गया है। शाक के लिए उगाया जानेवाला करमकल्ला मूल प्रारूप से बहुत भिन्न हो गया, यद्यपि फूल और बीज में विशेष अंतर नहीं पड़ा है!


करमकल्ले के लिए पानी और ठंडे वातावरण की आवश्यकता है। इसको खाद भी खूब चाहिए। बीच में दो चार दिन गर्मी पड़ जाने से भी करमकल्ले का संपुट अच्छा नहीं बन पाता। संपुट बनने के बदले इसमें से शाखाएँ निकल पड़ती हैं, जिनमें फूल तथा बीज उगने लगते हैं। करमकल्ला पाला नहीं सहन कर सकता। पाले से यह मर जाता है। यद्यपि ऋतु ठंडी होनी चाहिए, तो भी करमकल्ले के पौधों को दिन में धूप मिलना आवश्यक है। छाँह में अच्छे पौधे नहीं उगते।


जैसा ऊपर कहा गया है, करमकल्ले के लिए खूब खाद चाहिए, परंतु किसी विशेष प्रकार की खाद की आवश्यकता नहीं है; यहाँ तक कि ताजे गोबर से भी यह काम चला लेता है, किंतु सड़ा गोबर और रासायनिक खाद इसके लिए अधिक उपयोगी है। अन्य पौधों में अधिक खाद देने से फूल अथवा फल देर में तैयार होते हैं। इसके विपरीत करमकल्ला अधिक खाद पाने पर कम समय में ही खाने योग्य हो जाता है। पानी में थोड़ी भी कमी होने से पौधा मुरझाने लगता है और उसकी वृद्धि रुक जाती है। पर इसकी जड़ में पानी लगने से पौध सड़ने लगता है। भूमि से पानी की निकासी अच्छी होनी चाहिए। जिसमें पानी जड़ों के पास एकत्र न होने पाए। भूमि दोरसी हो, अर्थात् उसमें चिकनी मिट्टी की भाँति बँधने की प्रवृत्ति न हो। जो भूमि पानी मिलने के पश्चात् बँधकर कड़ी हो जाती है वह करमकल्ले के लिए उपयुक्त नहीं होती। मिट्टी कुछ बलुई हो। इतने पर भी भूमि की गुड़ाई बार-बार करनी चाहिए, परंतु गुड़ाई इतनी गहरी न की जाए जड़ ही कट जाए।


करमकल्ले की गई जातियाँ हैं। कुछ तो लगभग तीन महीने में तैयार हो जाती हें और कुछ के तैयार होने में छह महीने तक समय लग सकता है। भारत के मैदानों के लिए शीघ्र तैयार होनेवाली जातियाँ ही उपयुक्त होती हैं, क्योंकि यहाँ जाड़ा अधिक दिनों तक नहीं पड़ता। आकृतियों में भी बहुत अंतर होता है। कुछ का पत्ता इतना छोटा और सिर इतना चपटा रहता है कि वे भूमि पर बिठे हुए जान पड़ते हैं। कुछ के तने १६ से २० इंच तक लंबे होते हैं। इनका सिर गोल, अंडाकार या शंक्वाकार हो सकता है। पत्तियों का रंग पिलछाँव, हरा, धानी (गाढ़ा हरा), अथवा इतना गहरा लाल होता है कि वे काली दिखाई पड़ती हैं। भारत के मैदानों में हलके रंग के करमकल्ले ही उगाए जाते हैं। कुछ के पत्ते चिकने और कुछ के झालरदार होते हैं। अमरीका के बीज बेचनेवाले पाँच सौ से अधिक जातियों के बीज बेचते हैं।


राम का राष्ट्रवाद उपदेश

गतांक से...
 जब राजा इस प्रकार का बन जाता है, तो प्रजा में संग्रह की प्रवृत्ति मानो समाप्त हो जाती है! वितरण प्रणाली पवित्र बन जाती है! जब वितरण प्रणाली पवित्र बन जाती है तो मानो राजा के राष्ट्र में रक्त भरी क्रांति कहां से आएगी? तो भगवान राम की उपदेश मंजरी प्रारंभ रहती थी! तो देखो सुबाहु राजा ने यह वाक्य स्वीकार कर लिया और चरणों की वंदना की! प्रभु वाक्य में यथार्थ है! परंतु मैं क्या करूं? जाओ तुम सबसे पहले धर्म के नाम पर रूढ़ि समाप्त करो! राजा एकाकी धर्म वाला रहना चाहिए! परमात्मा सर्वज्ञ है, परमात्मा सर्वशक्तिमान रहता है, सबके हृदय में वास करने वाला है! उस परमपिता को स्वीकार करते हुए नाना रूढियों में समाज नहीं रहना चाहिए! विद्यालयों में तपे हुए आचार्य होनी चाहिए! रूडी का निराकरण विद्यालय में हुआ करता है! तुम्हारे विद्यालय में जब तपे हुए आचार्य होंगे तो मानो ब्रह्मचारी उसके अनुसार बरतने वाले होंगे, तो रूढिया विद्यालयों में समाप्त होती है और जब रूढि विद्यालय में नहीं रहेगी तो देखो राजा के राष्ट्र में भी नहीं रहेगी और राजा के राष्ट्र में नहीं रहेगी तो प्रजा में नहीं रहेगी! क्योंकि विद्यालयों में यज्ञ करना, प्रातः कालीन अपनी क्रियाओं से निवृत्त होकर के, यज्ञ करना उसके ऊपर वेद के मंत्रों का भावार्थ करना, मानव देखो उसके अनुकूल, हमें अपने विचारों को बनाना है और बना करके अगर धन्य बनना है, अगर नियत बनना है! मेरे पुत्रों यह कार्य करना है तो राष्ट्र की प्रतिभा ऊंची बनेगी! मुनिवर देखो, राजा ने स्वीकार कर लिया राम को धन्यवाद देकर के, उनके चरणों की वंदना करके, उन्होंने वहां से गमन किया! बेटा उच्चारण करने का हमारा अभिप्राय क्या है? देखो तुम्हें यह वाक्य प्रकट कर रहे हैं कि हमारे जीवन में एकीकरण होना चाहिए! नाना रूढ़िया नहीं होनी चाहिए! जैसे मुझे मेरे प्यारे महानंद जी ने प्रकट कराई थी कई काल में, उनके लिए आज इतना समय आज्ञा नहीं दे रहा है! क्योंकि भगवान राम के जीवन को विद्यालयों से लेकर अंत तक की झलकियां आती है! उनका वही क्रियाकलाप प्रारंभ रहता है, दृष्टिपात आता है! आज का हमारा यह वाक्य कह रहा है कि हम परमपिता परमात्मा की आराधना करते हुए यज्ञ में रत रहते हुए, अपने जीवन को ऊंचा बनाते चले जाएं! मान-अपमान वाले सागर से पार हो जाए! बेटा आज का वाक्य समय मिलेगा ये चर्चा करेंगे! आज के वाक्य देखो वह परमपिता परमात्मा है, आदरणीय है और उसको जो भी मान लेता है उसी को प्राप्त हो जाता है! देखो चाहे राष्ट्र समाज हो, योगेश्वर हो, परंतु इनकी चर्चा तो मैं कल करूंगा, आज का वाक्य समाप्त होता है! अब वेदो का पठन पाठन होगा!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


October 30, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-87 (साल-01)
2. बुधवार ,30 अक्टूबर 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि-तीज, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:23,सूर्यास्त 05:53
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै.,अधिकतम-29+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित


सोमवार, 28 अक्तूबर 2019

कोतवाल ने गरीबों के साथ मनाई दिवाली

आदर्श श्रीवास्तव


लखीमपुर खीरी! आपको बताते चलें कि जब कोई व्यकित गरीब की मदद करने के लिए खड़ा होता है तो उसकी सबसे अहम भूमिका वहीं अपने राष्ट्र के लिए होती है । आज दीपावली के इस पावन पर्व पर निघासन कोतवाल दीपक शुक्ला ने गरीबो संग मिलकर दीपावली मनाई। कोतवाली प्रभारी ने मिठाई, पटाखे, वस्त्र आदि गरीब परिवार को भेंट किये। कोतवाली प्रभारी सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।कोतवाली प्रभारी ने गरीब के बच्चे की पढाई की जिम्मेदारी ली । इंग्लिश मीडियम स्कूल में बच्चे का दाखिला लिया जाएगा। गरीब बच्चे की शिक्षा की सम्पूर्ण जिम्मेदारी कोतवाली प्रभारी निभाएंगे।


वायदो पर गौर करें भाजपा और जेजेपी

चंडीगढ़! हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने प्रदेश में नवगठित भाजपा-जजपा सरकार से दोनों दलों के चुनाव पूर्व आरोपों और घोषणा पत्र पर कार्रवाई करने की समय सीमा बताने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा व दुष्यंत चौटाला ने चुनाव से पहले अनेक चुनावी वायदे किए थे और एक-दूसरे पर अनेक गंभीर आरोप लगाए थे। प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि इन दोनों पार्टियों द्वारा लगाए गए आरोपों की जाँच कब होगी और उन चुनावी वायदों को कब तक पूरा किया जाएगा।
कुमारी सैलजा ने कहा कि जनता से विश्वासघात कर भाजपा और JJP ने जो सरकार को बनाई है, उसके बाद अब कई सवाल उठ खड़े होने लगे हैं।
उन्होंने याद दिलाया कि भाजपा ने पिछ्ले चुनाव में कई वायदे किए थे जो कि पिछ्ले पांच वर्ष मे पूरे करने में वह विफल रही, वहीं इस चुनाव से पूर्व भी भाजपा ने अनेक वायदे जनता से किए हैं। भाजपा सरकार को इस चुनाव के वायदों के साथ वर्ष 2014 के चुनावों के पूर्व किए गए वायदे भी तुरंत पूरे करने चाहिए।
कुमारी सैलजा ने कहा कि JJP ने भी विपक्ष में  आरोप लगाया था कि सरकारी नौकरियों में जमकर धांधली की जा रही है और लाखों में पेपर बचे जा रहे हैं। इसके अलावा करोड़ों के दवा घोटाले, अवैध खनन, ओवरलोडिंग घोटाला, एससी एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति घोटाला, रोडवेज में किलोमीटर स्कीम घोटाले समेत कई बड़े-बड़े घोटालों के आरोप भाजपा सरकार पर लगाए थे।
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की जनता समझदार है और वो सारा खेल समझती है। यदि दोनों दल जनता का सम्मान करते हैं तो इन्हें सार्वजनिक रूप से सभी चुनावी वायदों और एक दूसरे पर लगाए गए आरोपों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।


दिल्ली के मुख्य बाजार में मचा हड़कंप

नई दिल्ली! दीपावली की रात को सितारगंज के किच्छा रोड पर अचानक मुख्य बाजार में हड़कंप मच गया। जहां एक तरफ लोग दीपावली पर दीए जलाकर दीपाली मना रहे थे। तभी किच्छा रोड चौधरी मार्केट के बगल में केक बेकरी में अचानक आग लग गई आग इतनी भीषण थी कि रात के समय दूर-दूर तक आग की लपटें दिखाई दे रही थी। आग को देखकर पड़ोसियों द्वारा फायर ब्रिगेड को सुचना दी गयी। जब तक अड़ोस पड़ोस के दुकानदार पानी से ही आग बुझाने में लगे रहे लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड पहुंचने पर दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। दुकान स्वामी का कहना है कि आग से लाखों रुपए की क्षति हुई है। आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया!


धार्मिक यात्रा के साथ तिरंगा फहराया

बगदाद! नीमच बोहरा समाज के सामाजिक कार्यकर्ता और पेशे से कॉन्ट्रेक्टर अशफाक बूटवाला ने ईराक की सरज़मीं पर तिरंगा फहराया और तिरंगे के साथ अपनी पूरी धार्मिक यात्रा की ! अशफाक कॉन्ट्रेक्टर पिछले 15 दिन से ईराक यात्रा पर है!नीमच बोहरा समाज के सामाजिक कार्यकर्ता और पेशे से कॉन्ट्रेक्टर अशफाक बूटवाला ने ईराक की सरज़मीं पर तिरंगा फहराया और तिरंगे के साथ अपनी पूरी धार्मिक यात्रा की! अशफाक कॉन्ट्रेक्टर पिछले 15 दिन से ईराक यात्रा पर है! वे वहा इमाम हुसैन के चेहलुम में शिरकत करने गए हुए है! जहा उन्होंने नजफ़ से कर्बला तक की पैदल यात्रा की जिसे अरबाइन कहते है यह यात्रा 80 किलोमीटर से अधिक की होती है! इस यात्रा में करोड़ों अकीदतमंद शामिल होते है! और यह यात्रा चेहलुम पर आयोजित होती है अशफाक कॉन्ट्रेक्टर विगत कई सालो से इस यात्रा में शामिल होते रहे है! इस बार भी उन्होंने अपनी यात्रा तिरंगा लेकर की वे कर्बला में अपनी यात्रा पूरी कर 29 अक्टुम्बर को भारत लौटेंगे इस यात्रा में वे जहा जहा भी गए तिरंगा फहराया! भारत से भी इस यात्रा में लाखो अकीदतमंद शामिल होते है वे वहा इमाम हुसैन के चेहलुम में शिरकत करने गए हुए है! जहा उन्होंने नजफ़ से कर्बला तक की पैदल यात्रा की जिसे अरबाइन कहते है यह यात्रा 80 किलोमीटर से अधिक की होती है.इस यात्रा में करोड़ों अकीदतमंद शामिल होते है! और यह यात्रा चेहलुम पर आयोजित होती है अशफाक कॉन्ट्रेक्टर विगत कई सालो से इस यात्रा में शामिल होते रहे है! इस बार भी उन्होंने अपनी यात्रा तिरंगा लेकर की वे कर्बला में अपनी यात्रा पूरी कर 29 अक्टुम्बर को भारत लौटेंगे इस यात्रा में वे जहा जहा भी गए तिरंगा फहराया भारत से भी इस यात्रा में लाखो अकीदतमंद शामिल होते है!


गरीब बच्चों को 5 स्टार में भोजन कराया

भोपाल। देशभर में रविवार को दिवाली धूमधाम से मनाई गई! रोशनी के इस त्योहार को लोगों ने बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया! देश के अलग-अलग हिस्सों में दिवाली की रौनक देखी गई! वहीं मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने सबसे अलग अंदाज में दिवाली मनाई! इस अवसर उन्होंने फाइव स्टार होटल में गरीब बच्चों को खाना खिलाया! जीतू पटवारी हर साल बड़े होटल में जाकर गरीब बच्चों के साथ दिवाली मनाते हैं! इस साल भी उन्होंने इंदौर के रेडिसन होटल में अनाथ और निराश्रित बच्चों के साथ वहां दिवाली मनाई!


जीतू पटवारी ने बच्चों को 5 स्टार होटल में ले जाकर उनके साथ खाना खाया! साथ ही उन्हें तोहफे भी दिए! कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उनका बेटा हॉस्टल में रहता है! उसका फोन आया कि आज दिवाली है, क्या हम बच्चों के साथ होटल में सेलिब्रेशन नहीं करेंगे! उसकी बता सुनते ही मैंने कहा जरूर करेंगे! इसके बाद बच्चों के रेडिसन आया और साथ में भोजन किया!


बता दें कि दिवाली के इस पावन मौके पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दिवाली की बधाई दी! राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को इस मौके पर खुशी और प्यार के साथ पर्व मनाने के लिए शुभकामनाएं देते हुए सुबह (रविवार को) ही ट्वीट करते हुए कहा, “दीपावली के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई! आइए इस दिन हम प्रेम, सहानुभूति और मेल-जोल का दीपक प्रज्‍जवलित करते हुए सभी के, खासकर जरूरतमंदों के जीवन में खुशियां लाने का प्रयास करें!


ढाई करोड़ की हेरोइन के साथ दो गिरफ्तार

ए जावेद


वाराणसी। नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के क्रम में आज कैंट पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इस क्रम में आज कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लगभग ढाई करोड़ रुपया की कीमत की हिरोईन बरामद कर नशे के कारोबारियों के कमर पर एक तगड़ा वार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त दिलशेर आलम और शाफिकुर रहमान गाजीपुर के बताये जा रहे है। सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी के दालमंडी क्षेत्र में सीडी कैसेट का कारोबार खोमचा लगा कर करता था। दिखावे के लिए सीडी कैसेट का कारोबार करने वाला युवक दालमंडी क्षेत्र में राजेश नाम से जाना जाता था।


गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार दीपावली त्यौहार के दृष्टिगत शान्ति व्यवस्था ड्यूटी में पुराना पेट्रोल पम्प चौकी क्षेत्र पहड़िया वाराणसी पर चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान संदिग्ध दो व्यक्ति आते दिखाई दिये। पुलिस टीम द्वारा रोककर  तलाशी ली गयी तो उनके पास से लगभग एक किलो 542 ग्राम नाजायज हेरोइन बरामद हई। जिसकी अर्न्तराष्ट्रीय कीमत लगभग 2।5 करोड़ रुपये है। बरामद हेरोइन के सम्बन्ध में उनके श्रोतो  के विषय में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। उक्त घटना के सम्बन्ध में अभियुक्तगण उपरोक्त को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।


गिरफ्तार अभियुक्तगण के नाम दिलशेर आलम पुत्र जावेद आलम निवासी मो0 सईद बाड़ा थाना जमानियां जनपद गाजीपुर तथा शफीर्कुरहमान पुत्र स्व0 अब्दुल गफ्फार निवासी ग्राम बसुका थाना गहमर जनपद गाजीपुर बताया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस को 1 किलो 542 ग्राम नाजायज हेरोइन बरामद हुई। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कैण्ट अश्वनी कुमार चतुर्वेदी, उ0नि0 काशी नाथ उपाध्याय, चौकी प्रभारी पहडिया, के साथ क्राइम ब्रांच के विक्रम सिंह प्रभारी इन्टिलिजेन्स विंग क्राइम ब्रान्च, उ0नि0 प्रदीप यादव, हे0का0 पुनदेव सिंह, हे0का0 सुमन्त सिंह, हे0का0 सुरेन्द्र कुमार मौर्य, हे0का0 रमभवन यादव, हे0का0 घनश्याम वर्मा, का0 राम बाबू, का0 कुलदीप सिंह व का0 चन्द्रशेन सिंह इन्टिलिजेन्स विंग क्राइम ब्रान्च तथा वारणसी कैंट पुलिस के का0 राम विजय मौर्य, का0 विपुल प्रसाद, का0 दीपक कुमार सिंह, हे0का0 प्रेम सिंह, हे0का0 धर्मदेव चौहान, का0 रामानन्द यादव, का0 सन्तोष शाह शामिल रहे।


लखनऊ में यामाहा शोरूम में लगी आग

लखनऊ! लखनऊ-सीतापुर रोड पूरानिया तिराहे पर यामाहा शोरूम के बगल में सर्विस सेंटर में रात के करीब 11:30 बजे आग लग गई! देखते ही देखते आग का विकराल रूप बन गया समय रहते ही स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी पुलिस के आते ही दमकल को सूचना दी गई दमकल की 3 गाड़ियां लगातार आगे पीछे आए और आग बुझाने में लगभग आधे घंटे बाद कामयाब रहें!


शैलेंद्र चतुर्वेदी भाजपा नेता
आग के चलते सीतापुर रोड पूरानिया के पास काफी जाम लग गया जिसमें आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा! क्योंकि आग बिल्कुल रोड के जस्ट बगल में लगी थी अगर समय रहते ही इस पर नियंत्रण नहीं कर पाते तो बगल में यामाहा शोरूम था फिर शायद वहां पर भी आग लग सकती थी! मौके पर मौजूद चश्मदीद मौके पर मौजूद शैलेंद्र चतुर्वेदी भाजपा युवा नेता मौजूद रहे और अपने साथियों के साथ और यामाहा शोरूम की कुछ कर्मचारी भी मौजूद रहे!


नए राज भवन का भूमि पूजन किया

रायपुर! प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने नवा रायपुर में बनने वाले राजभवन, मुख्यमंत्री निवास, विधानसभा अध्यक्ष निवास, मंत्रीगणों के आवास गृह एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आवासीय परिसर का आज भूमिपूजन किया! इस बारे में उन्होंने बताया की रायपुर राजधानी में राज्य स्तरीय प्रशासनिक व्यवस्थाएं एवं चहुमुंखी विकास हेतु नया रायपुर क्षेत्र विकसित किया जा रहा है!



वर्तमान में यहां मंत्रालय, सचिवालय एवं विभिन्न विभागों के राज्य स्तरीय कार्यालयों का संचालन हो रहा है. नया रायपुर क्षेत्र की बसाहट में तेजी लाने एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से नवा रायपुर के सेक्टर-24 एवं सेक्टर-18 में यह आवास निर्माण तथा अधोसंरचना विकास कार्य शुरू किया जा रहा है!


पाबंदी के चलते 10 हजार करोड़ का नुकसान

नई दिल्ली! मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के लिए लगाई गई पाबंदियों के करीब तीन महीने बाद भी कश्मीर में जन-जीवन पटरी पर नहीं लौटा है, साथ ही तमाम कारोबार ठप पड़े हैं। इसके चलते अकेले कश्मीर घाटी में कारोबारियों को कम से कम 10,000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। कश्मीर के एक व्यापारिक संगठन कश्मीर वाणिज्य और उद्योग मंडल ने कहा है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लगी पाबंदियों की वजह से मुख्य बाजार ज्यादातर समय बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों से नदारद रहा।
कश्मीर उद्योग मंडल के अध्यक्ष शेख आशिक के मुताबिक शहर के लाल चौक इलाके में कुछ दुकानें सुबह के समय और शाम को अंधेरा होते समय खुलती हैं. लेकिन मुख्य बाजार बंद हैं। उनका कहना है कि कितना नुकसान हुआ है इसका अनुमान अभी लगाना मुश्किल है क्योंकि हालात अभी तक सामान्य नहीं हो पाए हैं। उनके मुताबिक इस दौरान कारोबारी समुदाय को गंभीर झटका लगा है और इससे उबरना मुश्किल लगता है।


शेख आशिक ने कहा कि, “कश्मीर में अब तक कुल कारोबारी नुकसान करीब 10,000 करोड़ रुपये को छू चुका है और सभी क्षेत्रों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। करीब तीन माह होने को है और मौजूदा स्थिति को देखते हुये लोग अभी भी कारोबार नहीं कर रहे हैं। हाल के सप्ताहों में कुछ बाजार खुले और कारोबार शुरू किया गया लेकिन हमारे पास उपलब्ध सूचना के मुताबिक कामकाज काफी सुस्त रहा!


उद्योग मंडल अध्यक्ष का कहना है कि इंटरनेट सेवाएं बंद होना कारोबार ठप होने की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने बताया, “आज के दौर में किसी भी कारोबार के लिये इंटरनेट जरूरी है, इसके बिना काम करना मुश्किल है। हमने इस बारे में राज्यपाल प्रशासन को अवगत करा दिया है। उन्हें बता दिया गया है कि कश्मीर में काम धंधे को नुकसान होगा और अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ जायेगी। आने वाले समय में इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।


शेख आशिक ने बतया, 'अगर सिर्फ हस्तशिल्प क्षेत्र की बात करें तो इससे जुड़े लोगों को जुलाई-अगस्त माह में आर्डर मिलते हैं और फिर उन्हें क्रिसमस त्योहार यानी नये साल के आसपास ये आर्डर पूरे करने होते हैं। ये दस्तकार कब अपने आर्डर पूरे कर पायेंगे? यह काम तभी हो पायेगा जब उन्हें इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके बिना 50 हजार के करीब बुनकरों और दस्तकारों को रोजगार का नुकसान हुआ है।कश्मीर वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को इस पूरे नुकसान की जिम्मेदारी लेनी चाहिये और व्यापारियों और कारीगरों के नुकसान की भरपाई करने के लिये कदम उठाने चाहिये।


चीन ने MiCC9 सीरीज को लांच किया

चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi ने अपनी Mi CC9 सीरीज को इस साल चीन में लॉन्च किया था। वहीं पिछले दिनों चर्चा थी कि कंपनी Mi CC9 का अपग्रेड वर्जन Mi CC9 Pro को बाजार में उतार सकती है जिसे लेकर अभी तक कई लीक्स सामने आ चुके हैं। वहीं अब कपंनी ने Mi CC9 Pro के लॉन्च को लेकर खुलासा कर दिया है, जिसके अनुसार ये फोन 5 नवंबर को लॉन्च किया जाएगा। खास बात है कि यह पहला स्मार्टफोन है जिसमें 108 मेगापिक्सल का कैमर दिया गया है।


Weibo के जरिए Mi CC9 Pro की लॉन्च डेट का खुलासा किया गया है जिसके अनुसार ये फोन 5 नवंबर को दोपहर 2 बजे लॉन्च होगा। इस इवेंट में कंपनी Xiaomi Watch और Xiaomi Mi TV 5 को भी लॉन्च करने वाली है। सामने आए पोस्टर फोन का बैक पैनल दिया गया है जिसमें वर्टिकल आकार में एलईडी फ्लैश के साथ 5 कैमरे देखे जा सकते हैं। साथ ही कैमरों के साथ 5x optical zoom भी दिया गया है। यह कंपनी का पहला स्मार्टफोन है जो कि  सपोर्ट के साथ लॉन्च होगा। हालांकि फोन के अन्य फीचर्स से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई है।


कर्ज में डूबे तीन भाइयों ने लगाई फांसी

लुधियाना! शहर के गिल रोड के पास ईश्वर नगर में तीन सगे भाइयों ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। स्थानीय लोगों के अनुसार तीनों ने किसी व्यक्ति से कर्ज लिया था। कर्ज नहीं चुका पाने से परेशान तीनों ने आत्महत्या कर ली। तीनों शनिवार से लापता थे। सोमवार सुबह कमरे से दुर्गंध फैली तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी।


पुलिस ने बताया कि कुलदीप सिंह (48), मलकीत सिंह (40) और दविंदर (38) के शव घर में अलग-अलग फंदों पर लटके थे। घर में तीनों के पिता हरजिंदर सिंह (73) ही मिले, जो घटना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सके। वह चलने फिरने में भी लाचार हैं।बताया जा रहा है कि पुलिस के अनुसार जिस मकान में तीनों युवक और उनका पिता रह रहे थे, उस मकान मालिक से भी किसी बात पर झगड़ा हुआ था। मामले में छानबीन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।


दिन दहाड़े बैंक से 32 लाख की लूट

शिवहर! शिवहर से बड़ी खबर आ रही है, जहाँ बैखोफ आपराधिओ ने दिन दहाड़े यूको बैंक से 32 लाख रूपए लूट लिए है! जानकारी के मुताबिक घटना नगर थाना इलाके के यूको बैंक की है! जहां अपराधियों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया! अपराधियों ने बैंक में घुसकर 32 लाख रुपए लूटे और आराम से चलते बने! जानकारी के मुताबिक 6 की संख्या में आए हथियारबंद अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है!


बैंक लूट की इस घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी आराम से फरार हो गए! मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची! पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए उनका पीछा भी किया है लेकिन अभी तक  किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है!


अब दिल्ली में मनचलों की खैर नहीं

नई दिल्ली! दिल्ली सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाया है! मंगलवार से राष्ट्रीय राजधानी की सभी बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए मार्शल की तैनाती होगी! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को 6000 मार्शलों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाई! मंगलवार को यानी भाई दूज के दिन से ही दिल्ली की सभी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की शुरुआत होने जा रही है! अब महिलाएं डीटीसी और क्लस्टर की बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी! दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मंगलवार से बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शुरू हो जाएगी! इसके लिए महिलाओं को मुफ्त में टिकट मिलेंगे!


अभी भी वादे से दूर दिल्ली सरकार


आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में दिल्ली की बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए मार्शल तैनात करने का वायदा किया था, लेकिन फिलहाल साढ़े चार साल में करीब साढ़े तीन हजार मार्शल ही नियुक्त हो पाए हैं! दिल्ली सरकार के मुताबिक शाम को चलने वाली ज्यादातर डीटीसी-क्लस्टर की बसों में मार्शल पहले से ही नियुक्त किए जा चुके हैं! दिल्ली के त्याग राज स्टेडियम में एक साथ 6000 मार्शल को महिलाओं की सुरक्षा के लिए ट्रेनिंग की शुरुआत की गई है! 6000 सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स अब बतौर मार्शल दिल्ली की डीटीसी और क्लस्टर बसों में नियुक्त होंगे!


सिविल डिफेंस वॉलिंटियर के अलावा होमगार्ड और राज्य सैनिक बोर्ड से पूर्व सैनिकों को भी इस सेवा से जोड़ा जाएगा! दिल्ली सरकार का कहना है कि वह कुल 12000 मार्शल की नियुक्ति करेगी जो तीन शिफ्ट में राष्ट्रीय राजधानी में चलने वाली डीटीसी के तहत सभी सरकारी और क्लस्टर बसों में तैनात होंगे!


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...